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दुनिया की बड़ी कंपनियाँ पंजाब की तरफ़ क्यों? CM भगवंत मान ने किया खुलासा

चंडीगढ़  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बेंगलुरु में आज प्रमुख उद्योगपतियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि आज पंजाब दुनिया के सबसे बेहतरीन निवेश स्थलों में से एक बन गया है. उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने पंजाब को अपार संभावनाओं की भूमि बताते हुए नामी कंपनियों को राज्य में निवेश करने का निमंत्रण दिया. उन्होंने कहा कि देश के तेजी से उभरते औद्योगिक केंद्र के रूप में पंजाब में निवेश करके उद्यमियों को बड़े स्तर पर लाभ होगा. भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब में आपसी भाईचारे, शांति और सद्भावना का माहौल है, जो राज्य के सर्वांगीण विकास और खुशहाली की मजबूत नींव है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली आर्थिक विकास का इंजन है और पंजाब सरकार इसे भलीभांति समझते हुए आवासीय, व्यावसायिक और कृषि—सभी क्षेत्रों को निर्बाध बिजली उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कंपनियों के प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे अपने कारोबार के विस्तार के लिए राज्य के मजबूत बुनियादी ढांचे, निर्बाध बिजली, कुशल मानव संसाधन और अनुकूल औद्योगिक वातावरण का अधिकतम लाभ उठाएं. पंजाब को औद्योगिक ऊंचाइयों पर ले जाना है-सीएम मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन के छठे संस्करण के लिए आमंत्रित किया और बताया कि यह सम्मेलन 13, 14 और 15 मार्च 2026 को मोहाली (पंजाब) में आयोजित होगा. इस दौरान उद्योगपति, नीति-निर्माता और शोधकर्ता पंजाब के औद्योगिक क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपने विचार साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि उद्योग जगत की विशेषज्ञता और दूरदर्शिता पंजाब के भविष्य को आकार देने में अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह सम्मेलन पंजाब की क्षमता को प्रदर्शित करने, सहयोग के अवसरों को तलाशने और नेटवर्किंग के लिए आदर्श मंच प्रदान करेगा. पंजाब की धरती मेहनतकश और उद्यमियों की- मान आज यहां उद्योग जगत के नेताओं से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती को उसकी मेहनतकश और उद्यमी भावना तथा अमीर विरासत के लिए सदैव जाना जाता रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब को भारत के अन्न भंडार होने का गौरव प्राप्त है, जो देश के खाद्य उत्पादन में सबसे बड़ा योगदान देता है. उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में पंजाब के औद्योगिक क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव और प्रगति देखने को मिली है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज पंजाब एक औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर चुका है, जो फूड प्रोसेसिंग, वस्त्र, ऑटो पार्ट्स, हैंड टूल्स, साइकिल, आईटी, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी बनकर सामने आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की औद्योगिक प्रगति ने वास्तव में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है, क्योंकि दुनिया भर के निवेशकों ने पंजाब की क्षमता को पहचाना है. उन्होंने बताया कि मार्च 2022 से अब तक पंजाब को 1.23 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 4.7 लाख से अधिक रोजगार सृजित होने की संभावना है. इस उपलब्धि ने पंजाब को औद्योगिक विकास और नवाचार के क्षेत्र में एक उभरते केंद्र के रूप में स्थापित किया है. नेस्ले, क्लास, फ्रायडनबर्ग, वरबियो जैसे ब्रांड का हब भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि पंजाब आज नेस्ले, क्लास, फ्रायडनबर्ग, कारगिल, वरबियो, डैनोन जैसी कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों का घर बन चुका है, जो यहां अपने संचालन के माध्यम से राज्य की आर्थिक प्रगति में बड़ा योगदान दे रही हैं. अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने व्यवसाय के लिए पंजाब की अपार क्षमता और राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए अनुकूल माहौल पर अपनी मुहर लगाई है. उन्होंने बताया कि जापान, अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, यूएई, स्विट्ज़रलैंड, फ्रांस, स्पेन और अन्य देशों के निवेश पंजाब की वैश्विक पहुंच को दर्शाते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पद संभालने के बाद से ही उन्होंने एक निवेश-अनुकूल माहौल तैयार किया है, जो व्यापार में सुगमता को प्रोत्साहित करता है. राज्य सरकार की उद्योग-पक्षीय नीतियों के कारण आज पंजाब कारोबार की सहजता के मामले में अग्रणी राज्यों में शामिल है. उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने फास्टट्रैक पंजाब पोर्टल की शुरुआत की है, जो भारत का सबसे उन्नत सिंगल-विंडो सिस्टम है. यह पोर्टल एकल प्रवेश और निकास के साथ 150 से अधिक सरकारी-से-व्यवसाय (जी2बी) सेवाएं प्रदान करता है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरकार ने ऑफलाइन आवेदन की अनिवार्यता समाप्त कर दी है और पंजाब राइट टू बिज़नेस एक्ट के तहत 125 करोड़ रुपए तक के योग्य प्रोजेक्ट्स को सिर्फ पाँच दिनों में सैद्धांतिक मंजूरी दी जाती है पंजाब में 45 दिनों के भीतर समयबद्ध मंजूरी मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब बड़े नियामक सुधार करने वाला पहला राज्य है, जिसमें 45 दिनों के भीतर समयबद्ध मंजूरी, डीम्ड अप्रूवल, एस्केलेशन तंत्र और प्रमुख लाइसेंसों की वैधता अवधि में वृद्धि शामिल है. उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप अलर्ट, एआई चैटबॉट और कॉल सेंटर के माध्यम से निवेशक सहायता रियल टाइम जवाबदेही सुनिश्चित करती है. इसके अतिरिक्त, डिजिटल सीआरओ रिपोर्ट, फायर एनओसी की बढ़ी हुई वैधता और लीजहोल्ड से फ्रीहोल्ड में परिवर्तन जैसी व्यवस्थाएं प्रक्रियाओं को और सरल बना रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और उद्योग के बीच साझेदारी ही सफलता की कुंजी है और राज्य सरकार का दृढ़ विश्वास है कि औद्योगिक विकास तभी संभव है जब दोनों समान भागीदार के रूप में कार्य करें. उन्होंने बताया कि यही सिद्धांत वर्ष 2022 में प्रस्तुत की गई नई औद्योगिक नीति का मार्गदर्शन करता है. यह नीति उद्योग जगत के विशेषज्ञों और साझेदारों के सुझावों के आधार पर तैयार की गई है ताकि उनकी आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके. भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब राज्य सरकार ने उद्योग क्षेत्र के दिग्गजों की अध्यक्षता में 24 सेक्ट्रल कमेटियां गठित की हैं जो विशेष क्षेत्रों के अनुसार नीतियाँ तैयार करेंगी. समानता, पारदर्शिता और आपसी सहयोग पहचान मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार उद्योगों और व्यवसायों के साथ समानता, पारदर्शिता और आपसी सहयोग पर आधारित साझेदारी स्थापित करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार उद्यमियों की कारोबारी यात्रा को सुचारू और सुविधाजनक बनाने के लिए वचनबद्ध है. भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि उद्योग जगत राज्य सरकार को अधिक से अधिक सहयोग देगा जिससे पंजाब में औद्योगिकीकरण की गति और तेज़ होगी. मुख्यमंत्री ने इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर … Read more

खतरे की घंटी पंजाब में! बॉर्डर पर उड़ रहे हेक्साकॉप्टर ड्रोन, BSF चौकन्ना

अमृतसर एक तरफ जहां भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बीएसएफ ने 203 ड्रोन पकड़ने का आंकड़ा पार कर लिया है लेकिन इसके विपरीत ड्रोन की मूवमेंट कम होने की बजाय लगातार बढ़ती जा रही है। अब तो अमृतसर के सीमावर्ती इलाकों में बड़े हेक्साकॉप्टर ड्रोन उड़ने शुरू हो गए हैं जो 10 से 15 किलो या इससे भी ज्यादा वजन उठाने में सक्षम रहते हैं। जानकारी के अनुसार बीएसएफ अमृतसर सेक्टर की टीम ने सीमावर्ती गांव राजाताल और कक्कड़ के इलाके में दो हेक्साकॉप्टर ड्रोन जब्त किए हैं। यह ड्रोन खेतों में क्षतिग्रस्त हालत में पड़े मिले हैं। फिलहाल यह ड्रोन किसने मंगवाए और किसको क्या डिलीवर करके आए इसकी जांच शुरू हो गई है। ड्रोन के माध्यम से जिस प्रकार से ग्रेनेड, एक-47 राइफले, 9 mm गलाक और जिगना जैसे अत्याधुनिक पिस्टल मंगवाई जा रही हैं। उससे यह साबित हो रहा है कि पंजाब में बड़ी गैगवार और माहौल खराब करने के लिए हथियार मंगवाए गए हैं। पुलिस की तरफ से भी अकेला सिटी पुलिस की तरफ से पिछले 15 दिनों के दौरान 53 पिस्टल जब्त किए जा चुके हैं जबकि देहाती पुलिस की तरफ से भी लगभग इतने ही पिस्टल जब्त किया जा चुके हैं जिसमें काउंटर इंटेलीजेंस और अन्य एजेंसियों के नाम शामिल है।  

पंजाब बोर्ड के छात्र ध्यान दें: 31 अक्टूबर तक का सुनहरा मौका!

पंजाब  देश भर में लोगों द्वारा दिवाली की तैयारियां की जा रही है। दिवाली का त्योहार के पास आते ही लोगों को छुट्टियों का इंतजार होगा है ताकि वह आराम से त्योहार मना सकें। दिवाली के त्योहार को लेकर छुट्टियों की घोषणा कर दी गई है। बता दें कि इस वर्ष पंचांग के अनुसार दिवाली 20 अक्टूबर की दोपहर से शुरू होकर अगले दिन 21 अक्टूबर की शाम तक रहेगी। लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में है, इसलिए दिवाली 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को मनाई जाएगी।     इसके चलते पंजाब में इस साल 20 अक्टूबर को दिवाली, 22 अक्टूबर को विश्वकर्मा दिवस और गोवर्धन पूजा, और 23 अक्टूबर को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के गुरु गद्दी दिवस पर अवकाश रहेगा। लगातार आ रही छुट्टियों के कारण विद्यार्थियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर पाई जा रही है।  

विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर: पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की आखिरी तारीख नज़रअंदाज न करें

पंजाब पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पंजाब सरकार के पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत को प्रोत्साहन देने के प्रयासों के तहत तीसरे अंतरराष्ट्रीय पंजाबी बोली ओलंपियाड के आयोजन की घोषणा की है। बोर्ड के चेयरमैन, सेवानिवृत्त आईएएस डॉ. अमरनाथ सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 15 अगस्त से शुरू हो चुकी है और विद्यार्थियों द्वारा इसे अच्छा समर्थन मिल रहा है। इच्छुक छात्र-छात्राएं 31 अक्टूबर 2025 तक अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। डॉ. अमरनाथ के अनुसार इस ओलंपियाड का उद्देश्य देश और विदेश में बसे पंजाबियों को अपनी भाषा, संस्कृति और विरासत से जोड़ना है। इसके साथ ही पंजाबी भाषा की समृद्ध परंपरा को संरक्षित और प्रोत्साहित करना भी इसका प्रमुख लक्ष्य है। इस वर्ष ओलंपियाड में विजेता विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, जिन स्कूलों और शिक्षकों ने सर्वाधिक विद्यार्थियों का पंजीकरण करवाया होगा, उन्हें भी विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए फीस ढांचे में भी बदलाव किया गया है। प्राइमरी वर्ग (8 से 12 वर्ष) के लिए पंजीकरण शुल्क 50 रुपये रखा गया है, जो पहले 100 रुपये था। मिडल वर्ग (12 से 14 वर्ष) और सेकेंडरी वर्ग (14 से 16 वर्ष) के लिए शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि एनआरआई विद्यार्थियों के लिए यह 800 रुपये रहेगा। इस बार ओलंपियाड में प्रश्न केवल निर्धारित सामग्री पर आधारित नहीं होंगे, बल्कि संबंधित आयु वर्ग के पाठ्यक्रम से भी लिए जाएंगे, ताकि प्रतियोगिता अधिक शैक्षणिक और सार्थक बन सके। साथ ही, इस वर्ष परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आयोजित की जाएगी, जिससे अधिक विद्यार्थी इसमें भाग ले सकें।

पटाखों के लिए नए जिले आदेश: किसे मिलेगा अनुमति, क्या है सख्ती

मोगा त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में पटाखे फोड़ना आम बात हो गई है। इसलिए जिला मजिस्ट्रेट एवं उपायुक्त सागर सेतिया ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों के आलोक में भारतीय नागरिकता अधिनियम 2023 की धारा 163 के अंतर्गत आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में दिवाली के अवसर पर केवल हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति होगी। आदेश के अनुसार दिवाली के दिन, 20 अक्टूबर को रात 8 बजे से 10 बजे तक, गुरुपर्व, 5 नवंबर को सुबह 4 बजे से 5 बजे तक और रात 9 बजे से 10 बजे तक, क्रिसमस के दिन, 25 और 26 दिसंबर, 2025 को रात 11.55 बजे से 12.30 बजे तक और नए साल के दिन, 31 दिसंबर, 2025 को रात 11.55 बजे से 1 जनवरी, 2026 को रात 12.30 बजे तक हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति होगी। आदेश में कहा गया है कि निर्धारित समय से पहले या बाद में पटाखे फोड़ना और हरित पटाखों के अलावा अन्य पटाखे फोड़ना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। 

विशेष अवसर पर CM मान देंगे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय नेताओं को न्योता

पंजाब  पंजाब सरकार श्री गुरु तेगबहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी को भव्य स्तर पर मनाने की तैयारी कर रही है। इस अवसर पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने की योजना है। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान स्वयं दिल्ली जाकर उन्हें निमंत्रण देंगे। इसके अलावा समारोह में देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा। इसके लिए पंजाब कैबिनेट के अलग-अलग मंत्री जिम्मेदारी संभालेंगे और आमंत्रण देंगे। सरकार ने पूरे कार्यक्रम का विस्तृत खाका तैयार कर लिया है और सुनिश्चित किया है कि यह ऐतिहासिक समारोह भव्य और संगठित तरीके से संपन्न हो। मंत्रियों की ड्यूटियों का विवरण     वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और लालचंद कटारुचक: बंगाल, असम और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रण देने जाएंगे।     अमन अरोड़ा और तरुणप्रीत सौंध: दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड जाएंगे।     डॉ. बलबीर सिंह और हरदीप सिंह मुंडिया: छत्तीसगढ़ और झारखंड जाएंग।     हरभजन सिंह ईटीओ और बरिंदर कुमार गोयल: केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुदुचेरी जाएंगे।     हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन-सांस्कृतिक विभाग के सलाहकार दीपक बाली: महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जाएंगे।  

IPS हरचरण भुल्लर की गिरफ्तारी: जानें कैसे CBI ने पकड़ा DIG

चंडीगढ़  हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार और एएसआई संदीप कुमार लाठर की सुसाइड से मचे बवाल के बीच अब पड़ोसी राज्य पंजाब से बड़ी खबर आ रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रोपड़ रेंज के डीआईजी और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्हें कहां से गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें मोहाली से गिरफ्तार किया गया है। मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी से जुड़े मामले में यह कार्यवाही हुई है। कारोबारी की तरफ से उनके खिलाफ शिकायत दी गई थी, जिसके बाद सीबीआई ने ट्रैप लगाकर उन्हें दबोचा। इससे पंजाब पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सीबीआई जल्द ही डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को स्पेशल कोर्ट में पेश कर सकती है। नोटों के बंडल बरामद डीआईजी रोपड़ रेंज हरचरण भुल्लर पर एक मामले में राहत देने के एवज में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। सीबीआई ने यह कार्रवाई पूरी गोपनीयता के साथ की। जैसे ही डीआईजी ने रिश्वत की रकम पकड़ी, टीम ने मौके पर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से नोटों के बंडल भी बरामद हुए हैं। दफ्तर और आवास पर भी सर्च ऑपरेशन वहीं, गिरफ्तारी के बाद सीबीआई टीम ने डीआईजी के दफ्तर और आवास पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। जांच एजेंसी को शक है कि उनके पास से भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी मिल सकते हैं। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी डीआईजी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।

इतिहास रचा पंजाब में: 30 दिन में भगवंत मान ने किया ये बड़ा काम

गुरदासपुर  मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बाढ़ पीड़ितों को मुआवज़ा देने का वादा 45 दिनों में पूरा करने की घोषणा की थी, लेकिन सरकार ने सिर्फ 30 दिनों में ही राहत पहुंचा दी। आज कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने गुरदासपुर के कई गांवों में करीब 83 लाख रुपये के चेक बाढ़ पीड़ितों को बांटे। इस मौके पर विधायक, डिप्टी कमिश्नर और कई अधिकारी मौजूद रहे। हरभजन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने दिवाली से पहले ही राहत बांटकर ईमानदारी और पारदर्शिता की मिसाल कायम की है। उन्होंने बताया कि मुआवज़ा अब ऑनलाइन पोर्टल के जरिए दिया जा रहा है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो। मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने किसानों को 20,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवज़ा, गेहूं के मुफ्त बीज, फ्री हेल्थ कैंप और पशुओं के लिए वैक्सीनेशन कैंप जैसी सुविधाएं दी हैं। 

सुल्तानपुर लोधी में सुरक्षा अलर्ट, पुलिस तैनात, हालात काबू में

चंडीगढ़  सुल्तानपुर लोधी में स्थित निहंगों के गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब को लेकर चल रहे कब्जे के विवाद पर अदालत का अहम फैसला सामने आया है। अदालत के आदेश के बाद प्रशासन ने बुढ़ा दल के प्रमुख बाबा बलबीर सिंह 96 करोड़ी के गुट को गुरुद्वारे का कब्जा सौंप दिया है। इस फैसले के बाद पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। शहर के हर कोने पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। हालांकि, राहत की बात रही कि पूरा मामला शांतिपूर्वक निपटा लिया गया और कोई झड़प नहीं हुई। गौरतलब है कि इस गुरुद्वारे को लेकर निहंग सिंहों के दो समूहों में पिछले 3-4 सालों से विवाद चल रहा था। पहले इस विवाद ने फायरिंग का रूप ले लिया था, जिसमें एक होमगार्ड जवान की मौत हो गई थी और चार पुलिस कर्मी व तीन निहंग सिंह घायल हुए थे। बुढ़ा दल के सदस्य सुखदेव सिंह ने बताया कि इस स्थान की सेवा पहले से जथेदार बाबा बलबीर सिंह 96 करोड़ी के पास थी। करीब डेढ़-दो साल मुकदमा चलने के बाद अदालत ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर उन्हें कब्जा सौंप दिया। तहसीलदार परमिंदर सिंह ने बताया कि अदालत ने धारा 145 को रद्द करते हुए आदेश दिया कि गुरुद्वारा का नियंत्रण बाबा बलबीर सिंह के गुट को दिया जाए। प्रशासन ने यह कार्य शांतिपूर्वक और कानूनी प्रक्रिया के तहत पूरा किया। 

लाखों की गबन की गुत्थी सुलझी, नशा मुक्ति केंद्रों में भ्रष्टाचार का खुलासा

तरनतारन  जिले में सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों में मरीजों को दी जाने वाली बुपिरोनोर्फिन दवा के बड़े पैमाने पर घोटाले की जांच कर रहे सहायक सिविल सर्जन तरनतारन को एक विदेशी नंबर से फोन करके जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। यह पूरा मामला स्वास्थ्य मंत्री पंजाब के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि जिले भर के नशा मुक्ति केंद्रों में कथित तौर पर लाखों रुपए का घोटाला लंबे समय से चल रहा है, जिसमें कई कर्मचारी पहले भी फर्जी डिग्रियों के सहारे काम कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार, जिले के डिप्टी कमिश्नर राहुल को विभिन्न लोगों द्वारा शिकायत की जा रही थी कि बुपिरोनोर्फिन नामक दवा को बेचने का काला धंधा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करते हुए जारी है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय द्वारा पिछले दिनों तीन टीमों का गठन किया गया था, जिसमें मनोचिकित्सक डॉ. विनोद कुमार, पुनर्वास केंद्र के डॉ. नवदीप कौर बुट्टर और सहायक सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह शामिल थे। पिछले दिनों में तीनों सदस्यों ने जिले भर के विभिन्न नशा मुक्ति केंद्रों की जांच शुरू की थी, जिसके दौरान विभिन्न केंद्रों में मरीजों को दी जाने वाली दवा में हेराफेरी देखी गई थी। इन टीमों द्वारा शुरू की गई जांच के दौरान नशा मुक्ति केंद्र कैरों, भिखीविंड, खेमकरण, किरतोवाल, खडूर साहिब, डालेके में कई कमियां पाई गईं। इसके बाद जिन केंद्रों में हेरा-फेरी पाई गई थी, वहां मौजूद स्टाफ को सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय और जिला मेडिकल कमिश्नर डॉ. रूपम चौधरी ने इधर से उधर भेज दिया था। जानकारी के अनुसार दूसरी जगह बदले गए कुछ स्टाफ ने वहां भी हेरा-फेरी और काम में ढिलाई बरतनी शुरू कर दी थी। इस संबंध में सिविल सर्जन कार्यालय ने काम में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों से दो बार जवाब मांगा, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। जानकारी के अनुसार नशा मुक्ति केंद्र कैरों और डालेके में मरीजों की फर्जी आई.डी. बनाकर रोजाना बड़ी मात्रा में करीब 400 ब्यूपिरोनॉर्फिन गोलियों की हेराफेरी की जा रही थी, जो बाजार में ऊंचे दामों पर बेची जा रही थी।   इस काले कारोबार की जांच कर रही टीम के सदस्य व सहायक सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह को दो दिन पहले एक जर्मन नंबर से आए फोन पर व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दी है। फोन करने वाले ने सहायक सिविल सर्जन को धमकाते हुए कहा कि आप कर्मचारियों को परेशान कर रहे हो और क्या आपको अपनी जान की परवाह नहीं है। इस संबंध में सहायक सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह ने यह पूरा मामला स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह के ध्यान में लाया है, साथ ही, डी.एस.पी. पट्टी लवकेश सैनी को एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई। सहायक सिविल सर्जन डा. जसप्रीत सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन के आदेश पर जिले भर के नशा मुक्ति केंद्रों में दी जाने वाली बूपीरोनॉरफिन दवा में बड़े पैमाने पर हेरा-फेरी का मामला सामने आ रहा है। इस संबंध में वह सरकार के आदेशों के चलते जांच को आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन फोन करने वाले ने पंजाबी में बात करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी और कर्मचारियों को परेशान करने की बातों से साफ है कि यह धमकी चल रही जांच से जुड़ी है। डॉ. जसप्रीत सिंह ने बताया कि उन्होंने पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। क्या कहते हैं सिविल सर्जन इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय ने बताया कि यह पूरा मामला स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह के संज्ञान में आ गया है, जिन्होंने जिले के एस.एस.पी. को तुरंत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। क्या कहते हैं डी.एस.पी. इस संबंध में डी.एस.पी. पट्टी लवकेश सैनी ने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है, साथ ही बनती कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।