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बारिश से बिगड़े हालात, हरियाणा के एक जिले में घर से काम करने की अपील

हरियाणा  हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई तथा अधिकारियों ने आने वाले दिनों में और बारिश होने के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए कई एहतियाती कदम उठाये हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सोमवार को यमुना समेत कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों को यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज के द्वार खोलने पड़े। एहतियात के तौर पर, कुछ प्रभावित इलाकों में मंगलवार को स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है।  वर्क फ्रॉम होम बना सहारा बारिश और ट्रैफिक जाम की स्थिति को देखते हुए गुरुग्राम की कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे दी है। राजीव चौक, सोहना रोड और गोल्फ कोर्स रोड जैसे क्षेत्रों में पानी भरने से ट्रैफिक कई घंटों तक जाम रहा। मौसम को देखते हुए, ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने स्कूलों को  02-09-2025 को ऑनलाइन क्लास चलाने का आदेश दिया।  डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन लोगों से अपील करता है कि वे मौसम को देखते हुए सावधानी बरतें, बिना ज़रूरत घर से बाहर न निकलें और प्रशासन के नियमों का पालन करें। वहीं पिछले कुछ दिनों से चंडीगढ़ में हो रही भारी बारिश के कारण शहर के सभी स्कूल मंगलवार को बंद रहेंगे।  हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार शाम वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उपायुक्तों के साथ बैठक की और राज्य भर में बारिश व बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि जिन जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश हैं, वहां ‘पूरी तरह से स्कूल बंद’ हों। 

रेड अलर्ट जारी: हरियाणा में मूसलधार बारिश, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, बच्चों को मिली राहत

चण्डीगढ़/हरियाणा हरियाणा में भारी बारिश ने कहर मचा रखा है। प्रदेश में यमुना, घग्गर, टांगरी सहित अधिकतर नदियां उफान पर है। इसी बीच मौसम विभाग का ताजा अपडेट सामने आया है। IMD ने मंगलवार को प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश को देखते हुए प्रदेश के तीन जिलों में स्कूलों की छुट्टी भी रहेगी। इसके अलावा प्रशासन ने सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। 5 जिलों में स्कूलों की छुट्टी प्रदेश में भारी बारिश के अलर्ट को लेकर प्रशासन ने 5 जिलों में यमुनानगर, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, सिरसा और पंचकूला में स्कूलों में अवकाश रहेगा। इसके अलावा गुरुग्राम में सभी कंपनियों ने बारिश को लेकर अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है।  गुरुग्राम में फ्लाईओवर में रिसाव गुरुग्राम में तेज बारिश के कारण फ्लाईओवर में रिसाव हो गया, जिसमें सिग्नेचर टॉवर चौक अंडरपास पानी से भरा हुआ दिखाई दे रहा है। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में भीषण जलभराव हो गया। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण मंगलवार शाम से पुराने रेलवे पुल को भी बंद कर दिया गया है। 18 जिलों में अलर्ट किया जारी मौसम विभाग ने प्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक पंचकूला, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद,करनाल, जींद, भिवानी, यमुनानगर, अंबाला, पलवल, गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत और चरखी दादरी में भारी बारिश हो सकती है। किसानों की फसल हुई तबाह भारी बारिश के कारण प्रदेश में जगह-जगह जलभराव की समस्या बनी हुई है। इससे 40 हजार किसानों की करीब ढाई लाख एकड़ से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए पुलिस और अधिकारियों को मुख्यालय पर बने रहने के निर्देश जारी किए है। इसके अलावा 5 सितंबर तक कड़ी निगरानी रखने का भी निर्देश दिए है।

महाराजाम लगा हाईवे पर, बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें गुरुग्राम और नोएडा में

गुरुग्राम सोमवार को तीन घंटे से हो रही निरंतर बारिश ने गुरुग्राम की सड़कें जाम में बदल दी हैं। दिल्ली-जैपुर हाईवे पर मानेसर रामपुर, नोरंगपुर और गांव नरसिंहपुर के जलमग्न होने से हाईवे पर रजोकरी बॉर्डर तक करीब 20 किलोमीटर लंबा महाजाम लग गया है। खासतौर से इफको चौक के फ्लाईओवर पर भीषण जाम की परिस्थितियां बनी हैं, जो सिरहोल बॉर्डर से मानेसर तक फैली हुई हैं। गुरुग्राम शहर में दोपहर में हुई तेज बारिश ने पूरे इलाके की रफ्तार थमाई रखी। ज़िले की विभिन्न तहसीलों और उपतहसीलों में जहां अलग-अलग मात्रा में बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं सबसे अधिक 85 मिलीमीटर बारिश वजीराबाद इलाके में दर्ज की गई। इसके कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है। नरसिंहपुर के पास सर्विस लेन पूरी तरह पानी में डूब गई है, जिससे हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई और सड़क पर वाहन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं। शहर की प्रमुख सड़कों जैसे शीतला माता रोड, सुभाष चौक और पुराने शहर के बाजारों में भी जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिससे लोगों को भारी असुविधा हो रही है। सड़क किनारे कई जगह जलभराव के कारण आवाजाही में परेशानी बढ़ गई है। ट्रैफिक जाम के चलते लोग लंबा समय सड़क पर फंसे हुए हैं और ट्रैफिक विभाग भी जाम को कम करने में जुटा है। लोग जहां संभव हो वैकल्पिक रास्ते अपनाने की सलाह दी जा रही है। उधर, नोएडा में भी जाम के हालात बद से बदतर हो गए। शाम को ऑफिस से घर जाने के दौरान नोएडा सेक्टर 16ए के पास ग्रेटर नोएडा जाने वाले मार्ग पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।

उफान पर नदियां और हाई अलर्ट: हरियाणा में अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद

चंडीगढ़ हरियाणा में लगातार बारिश से यमुना, घग्गर, मारकंडा और टांगरी सहित अधिकतर नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश सरकार ने पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी हैं, ताकि आपात स्थिति में त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके। माैसम विभाग ने 18 जिलों में आरेंज अलर्ट किया है, जिनमें यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल, जींद, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। हिसार, फतेहाबाद, कैथल और सिरसा में येलो अलर्ट है। जगह-जगह जलभराव से प्रदेश में 40 हजार किसानों की ढाई लाख एकड़ से अधिक फसलें प्रभावित हो चुकी हैं। स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यालय पर बने रहने और पांच सितंबर तक कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सोमवार को सभी सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों, उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा एसडीएम को लिखित आदेशों में मौसम विभाग की चेतावनी का उल्लेख करते हुए विभिन्न स्थानों पर बाढ़ की आशंका जताई है। ऐसे में मुख्य सचिव या गृह सचिव की स्वीकृति के बिना किसी भी अधिकारी को अवकाश की अनुमति न दी जाए।वहीं, जलभराव वाले क्षेत्रों में पंचायत सचिवों और पटवारियों को 24 घंटे सतर्क रहने को कहा गया है। उन्हें लगातार जिला मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी। साथ ही सभी निजी और सरकारी स्कूलों के मुखियाओं को भवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छतों, कमरों की सफाई सहित बिजली फिटिंग की नियमित जांच का निर्देश देते हुए चेतावनी दी गई हैं कि अगर कोई हादसा हुआ तो उनकी जिम्मेदारी होगी। अगर कहीं स्कूलों में छुट्टी करनी पड़ती है तो भी टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ ड्यूटी पर रहेगा। मुख्यमंत्री लगातार ले रहे अपडेट मुख्यमंत्री नायब सैनी के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। किसी भी जिले में अभी तक बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं हुई है। सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित करके लोगों की मदद की जा रही है। सोमवार को बाढ़ संभावित जिलों अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद व हिसार के उपायुक्त, एसडीएम के साथ सिंचाई और स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारी पूरा दिन फील्ड में रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी लगातार जिलों में अधिकारियों के संपर्क में हैं और रिपोर्ट लेकर मुख्यमंत्री को अवगत करवा रहे हैं। पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की सहायता करेगा इनेलो इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पिछले कई दिन से पंजाब के बाढ़ आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राशन, पानी और अन्य सामान पहुंचा रहे हैं। पार्टी पंजाब के किसानों, कामगारों, काश्तकारों समेत सभी पीड़ितों की हर तरह से मदद करेगी। पंजाब में पशुओं के लिए ट्रक और ट्रैक्टर में चारा भरकर भेजेंगे। बाढ़ के बाद कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए पार्टी वालंटियर, डाक्टर और दवाइयों का भी प्रबंध किया जाएगा।

बाढ़ राहत में आगे आई इनेलो, अभय चौटाला ने किया बड़ा ऐलान

चंडीगढ़ इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है और आज पंजाब बाढ़ जैसी आपदा से जूझ रहा है। इनेलो पार्टी इस दुख की घड़ी में पंजाब के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। इनेलो के कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से पंजाब के बाढ़ आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राशन, पानी और अन्य सामान पहुंचा रहे हैं। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो ताऊ देवीलाल का लगाया हुआ पौधा है और उनकी नीतियों का अनुसरण करती है। सबसे पहले ताऊ देवीलाल ने पड़ोसी राज्यों या अन्य जगहों पर किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा आई तो उनकी मदद करने की शुरुआत की थी। जब राजस्थान में सूखा और अकाल पड़ा तो ताऊ देवीलाल ने उनके पशुओं के लिए चारा एवं लोगों के लिए राशन भिजवाया था। उसी तरह चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने गुजरात के भुज में भूकंप से मची तबाही को देखते हुए वहां के कई गांव गोद लिए थे। चौटाला साहब ने हरियाणा से दवाइयां, राशन सामग्री, पानी और अन्य जरूरत की चीजें तुरंत भेजी थी। उन्होंने हरियाणा के कई आईएएस अधिकारी और डॉक्टर्स भेज कर कैंप लगवाए और पीड़ित लोगों की हर संभव मदद की थी। पार्टी फंड से एक कॉलेज भी बनवाया था। पंजाब में बाढ़ से तीन लाख एकड़ से ज्यादा जमीन बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूब गई है। लोगों के घर बुरी तरह से तबाह हो गए हैं। पशुओं की भी बड़े पैमाने पर हानि हुई है। इनेलो पार्टी पंजाब के किसानों, कामगारों, काश्तकारों  समेत सभी पीड़ितों की हर तरह से मदद करेगी। पंजाब में पशुओं के चारे की सख्त जरूरत है, हम पशुओं के लिए ट्रक और ट्रैक्टर में चारा भर के भेजेंगे। बाढ़ के बाद कई तरह की बीमारियां फैलती हैं उसको ध्यान में रखते हुए इनेलो पार्टी वालंटियर डॉक्टर्स और दवाइयों का भी प्रबंध करके भेजेगी। 

डेंगू का प्रकोप बढ़ा, हरियाणा में सैकड़ों केस, पानीपत में पहली मौत दर्ज

हरियाणा  हरियाणा में डेंगू के मामलों में इस साल तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। 31 अगस्त 2025 तक प्रदेश में डेंगू के कुल 367 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि पानीपत जिले में डेंगू से पहली मौत की पुष्टि हुई है। मृतक एक बच्चा था, जो उत्तर प्रदेश के शामली जिले का निवासी था। पिछले साल की तुलना में मामलों में भारी बढ़ोतरी पिछले साल 3 सितंबर 2024 तक डेंगू के 212 मामले दर्ज किए गए थे, जो 11 दिनों में बढ़कर 390 तक पहुंच गए थे। उस दौरान पंचकूला डेंगू का सबसे बड़ा हॉट-स्पॉट बना था, जहां 15 सितंबर 2024 तक सबसे ज्यादा 390 मामले दर्ज किए गए थे। डेंगू से निपटने को लेकर प्रशासन सतर्क प्रदेश के सभी जिलों में डेंगू से निपटने के लिए 50 से अधिक कर्मचारियों की टीमें फील्ड में कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वे सैंपलिंग और उपचार की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। अधिकारियों के अनुसार, डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर केवल 400 मीटर की सीमा तक ही उड़ सकता है, लेकिन यह वाहनों या मनुष्यों के साथ दूर-दराज इलाकों तक भी पहुंच सकता है। यह मच्छर खासतौर पर दिन में और दोपहर के समय काटता है, और अंधेरे तथा ठंडी जगहों, जैसे कि घरों के कोने या कारों में, छिपकर बैठता है। जिलावार डेंगू के आंकड़े (31 अगस्त 2025 तक)     रेवाड़ी-    106     गुरुग्राम-    51     करनाल-    29     सोनीपत-    25     रोहतक-    23     झज्जर-    15     पंचकूला-    18     पानीपत-    14     यमुनानगर-    14     चरखी दादरी-    9     हिसार-    9     कैथल-    8     फरीदाबाद-  8     महेंद्रगढ़-    8     नूंह-    7     कुरुक्षेत्र-    5     अंबाला-    4     सिरसा-    3     फतेहाबाद-    2 डेंगू से बचाव के लिए जलभराव न होने दें, कूलर और पौधों के गमलों की नियमित सफाई करें, और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।

आज 10 ट्रेनें हरियाणा होकर नहीं चलेंगी, पंजाब में बाढ़ के कारण लिया गया फैसला

हरियाणा हरियाणा से होकर गुजरने वाली 10 ट्रेनें आज रद्द रहेंगी। पंजाब में आई बाढ़ को देखते हुए उत्तर रेलवे ने ये फैसला लिया है। ये ट्रेनें जम्मू से चलकर हरियाणा और पंजाब होते हुए राजस्थान और गुजरात तक जाती हैं। ट्रेनें रद्द होने से गुरुग्राम, रेवाड़ी, हिसार, सिरसा सहित जम्मू, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार, जम्मू मंडल में हो रही भारी वर्षा के कारण कठुआ–माधोपुर पंजाब स्टेशनों के बीच स्थित ब्रिज संख्या 17 पर तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे रेल यातायात बाधित हुआ है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और सुधार होने पर सेवाएं बहाल की जाएंगी। 1 सितंबर को रद्द की गई रेल सेवाएं      14661 – बाड़मेर-जम्मूतवी     14662 – जम्मूतवी-बाड़मेर     14803 – भगत की कोठी-जम्मूतवी     14804 – जम्मूतवी-भगत की कोठी     12413 – अजमेर-जम्मूतवी     12414 – जम्मूतवी-अजमेर     19224 – जम्मूतवी-साबरमती     19223 – साबरमती-जम्मूतवी     19108 – उधमपुर-भावनगर टर्मिनस (एमसीटीएम)     19028 – जम्मूतवी-बांद्रा टर्मिनस  

नायब सरकार का बड़ा कदम: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शहीदों के नाम की जाएगी सम्मानित

चंडीगढ़ देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले जवानों के सम्मान के लिए नायब सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। शिक्षा विभाग (स्कूल) प्रदेश के 75 स्कूलों का नामकरण जांबाज जवानों के नाम करेगा। बता दें कि हरियाणा में 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक राज्यव्यापी सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस पाक्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में सेवा की भावना को बढ़ावा देना और विकासात्मक पहलों को एक जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना है। यह स्कूल नए होंगे जो केवल गांव के नाम पर चल रहे हैं। पहले से स्कूल बलिदानियों के नाम उन्हें इसमें नहीं रखा जाना है। नामकरण के लिए लिस्ट शिक्षा विभाग की परामर्श जिला सैनिक कल्याण बोर्ड की ओर से तैयार कर शासन को भेजी जानी है। यह कार्य दस दिन के अंदर पूरा किया जाना है। आयोजन आरंभ होने से पहले ही स्कूलों का नामकरण बलिदानी के नाम पर करना है। इसके लिए शनिवार को प्रदेश के मुख्य सचिव ने अनुराग रस्तोगी ने अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी हर रोज मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जबकि सभी जिलों में मंत्री इस तरह के कार्यक्रमों की अगुवाई करेंगे। पूर्व सैनिकों की सक्रिय भागीदारी के साथ प्रदेशभर में प्लास्टिक मुक्त अभियान और व्यापक स्वच्छता अभियान शुरू चलेगा बता दें कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिवस है और दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महत्मा गांधी की जयंती है। शिक्षा विभाग स्कूलों और कॉलेजों में निबंध लेखन, वाद-विवाद, चित्रकला, रंगोली और नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिताएं होंगी। 

हरियाणा में सुरक्षा बढ़ाने के लिए दो खास बटालियन तैयार करेगा राज्य

हरियाणा   हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में हरियाणा आपदा राहत बल की दो बटालियन बनाई जाएगी, जो राज्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने और लोगों की सहायता के लिए काम करेगी। इसके अलावा, जिला जींद में बनने वाले फायर एवं डिजास्टर ट्रेनिंग इंस्टीटयूट का शिलान्यास जल्द किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। नायब सिंह सैनी ने कहा कि फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट की रिन्यूअल के लिए एनओसी आवदेन करते ही ऑटोमैटिक मिल जाएगी। लेकिन रिन्यूअल होने के बाद विभाग के अधिकारी 15 दिन में रैन्डम चैक करेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर स्तर पर अधिकारियों की जवाबदेही और समय सीमा तय की जाए। साथ ही फायर एनओसी को सीएम डैशबोर्ड के साथ जोड़ा जाए।  मुख्यमंत्री ने फायर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेंडिंग एनओसी रखने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नई तकनीक से लैस 101 मीटर वाली अग्निशमन की दो गाड़ियां जल्द ही खरीदी जाएं। साथ ही हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की 13 अग्निशमन वाहन, जो विभिन्न मीटर के होंगे तथा 250 अग्निशमन वाहन भी खरीदे जाएंगे, जो ब्लॉक लेवल तक होंगे। इसके अलावा, फायर गाड़ियों में लगे पानी के पाइप की क्षमता को एक हजार मीटर तक बढ़ाया जाए ताकि भीड़भाड वाले क्षेत्रों में आपदा के दौरान यह काम आ सके। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला जींद में बनने वाले फायर एवं डिजास्टर ट्रेनिंग इंस्टिटयूट में एनडीआरएफ के मानदंडों के तहत कार्य होंगे और भूकंप, आग, बाढ़ आदि आपदा से संबंधित ट्रेनिंग करवाई जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में जितने भी तैराक है उनका डाटा तैयार कर एक पोर्टल बनाया जाए। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश में फायर स्टेशन खोलने के लिए मैपिंग करवाई गई थी, जिसके तहत प्रदेश में 59 नए फायर स्टेशन खोले जाएंगे। इसके अलावा अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि 10 आधुनिक फायर फाइट रोबोट भी जल्द खरीदे जाए। इनका पायलट के तौर उपयोग किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, अग्निशमन सेवाएँ, हरियाणा के महानिदेशक शेखर विद्यार्थी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव राहुल हुड्डा सहित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।  

कर्मचारियों को वर्दी भत्ता नहीं मिला, हरियाणा सरकार ने बताई वजह

चंडीगढ़ परिवहन विभाग के चालक-परिचालकों की तर्ज पर स्वास्थ्य विभाग के छह हजार कर्मचारियों को भी इस बार वर्दी धुलाई भत्ता नहीं मिल पाया है। बगैर पूर्व सूचना के वर्दी धुलाई भत्ता रोकने पर भड़के बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारियों (एमपीएचडब्ल्यू) ने तुरंत प्रभाव से यह भत्ता जारी करने की मांग की है। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन की राज्य प्रधान शर्मिला देवी और महासचिव सहदेव सांगवान तथा स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामेहर वर्मा ने बताया कि अगस्त में जारी जुलाई का जो वेतन जारी किया गया है, उसमें वर्दी धुलाई भत्ता शामिल नहीं है। इस बारे में जब मुख्यालय में संपर्क किया गया तो पता चला कि ई सैलरी से वर्दी धुलाई भत्ता का विकल्प ही वित्त विभाग द्वारा हटा दिया गया है। इससे यह कटौती हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एमपीएचडब्ल्यू वर्ग के लगभग छह हजार महिला एवं पुरुष कर्मचारी एवं निरीक्षक तैनात है, जिन्हें सरकार द्वारा कई वर्षों से 900 रुपये प्रति माह वर्दी धुलाई भत्ता दिया जा रहा था। बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक वर्दी धुलाई भत्ता वेतन से हटाना कर्मचारियों एवं उनके परिवारों से कुठाराघात है। उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय उच्च अधिकारियों को पत्र लिख मामले में संज्ञान लेकर तुरंत ई सैलरी पर वर्दी धुलाई भत्ते का आप्शन जोड़कर राशि जारी करने की मांग की है।