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रायपुर : राज्यपाल डेका से हरिभूमि के प्रधान संपादक ने सौजन्य की भेंट

रायपुर राज्यपाल रमेन डेका से आज यहां राजभवन में दैनिक हरिभूमि समाचार पत्र और आई.एन.एच. चैनल के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने सौजन्य भेंट की।

रायपुर : सौर ऊर्जा से जगमगाया बस्तर का बेस्ट टूरिज्म विलेज धुड़मारास

रायपुर : सूरज की तपिश से फैल रहा घर आँगन में उजियारा, प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना बनी आमजन के लिए लाभकारी रायपुर : पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना बनी क्रांति का आधार, अनिल कुमार साहू को मिली राहत, बिजली बिल हुआ शून्य सौर ऊर्जा से उपभोक्ता ऊर्जा क्षेत्र में हुआ आत्मनिर्भर अनिल कुमार साहू को मिली राहत, बिजली बिल हुआ शून्य रायपुर : सौर ऊर्जा से जगमगाया बस्तर का बेस्ट टूरिज्म विलेज धुड़मारास रायपुर सूरज की तेज गर्मी से सोलर पैनल को ऊर्जा मिलने से लोगों को आसानी से बिजली मिल रही है जिससे घर रोशन हो रहे हैं।प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है।  बलौदाबाजार शहर के प्रतिष्ठा कॉलोनी निवासी  प्रसन्न दीवान ने इस योजना के तहत अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम स्थापित कर योजना का लाभ उठाया है। उन्होंने बताया कि योजना की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई जिसके बाद उन्होंने बिजली विभाग से संपर्क कर विस्तृत जानकारी ली। दीवान ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और सरल है। उन्होंने योजना के तहत आवेदन कर 5 किलोवाट का सौर ऊर्जा प्रणाली अपने घर में स्थापित कराया, जिससे उन्हें ₹78,000 की सब्सिडी प्राप्त हुई। यह प्रणाली पिछले 6 महीनों से सुचारू रूप से कार्य कर रही है और इससे उन्हें प्रत्यक्ष रूप से आर्थिक लाभ हो रहा है। पहले जहां उन्हें हर माह भारी भरकम बिजली बिल चुकाना पड़ता था, अब बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना से न केवल बिजली बचत हो रही है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। दीवान ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे भी अपने घरों में इस योजना का लाभ लेकर न केवल बिजली की बचत करें, बल्कि अपनी आय में भी वृद्धि करें। इसके लिए दीवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना आमजन के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है। रायपुर : पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना बनी क्रांति का आधार, अनिल कुमार साहू को मिली राहत, बिजली बिल हुआ शून्य सौर ऊर्जा से उपभोक्ता ऊर्जा क्षेत्र में हुआ आत्मनिर्भर अनिल कुमार साहू को मिली राहत, बिजली बिल हुआ शून्य रायपुर : सौर ऊर्जा से जगमगाया बस्तर का बेस्ट टूरिज्म विलेज धुड़मारास छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना आम जनता के लिए आर्थिक राहत और पर्यावरण संरक्षण का मजबूत साधन बनती जा रही है। यह योजना अब प्रदेश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा बदलाव लेकर आई है। सक्ति जिले के डभरा निवासी अनिल कुमार साहू स योजना का लाभ उठाकर इसे अपने जीवन में बदलाव की एक मिसाल बना दिया है। साहू अपने घर की छत पर 3 किलोवॉट का सोलर रूफटॉप सिस्टम लगवाया है, जिसकी मदद से वे प्रतिदिन गर्मियों में 16 से 18 यूनिट और बरसात में 10 से 12 यूनिट तक बिजली का उत्पादन कर रहा है। इस संयंत्र के संचालन के पहले ही महीने उनकी बिजली बिल माइनस में चला गया, और अब पूरी तरह शून्य हो गया है। इतना ही नहीं, अतिरिक्त बिजली ग्रिड को सप्लाई कर वे आमदनी भी अर्जित कर रहा है। इस सोलर सिस्टम पर 78,000 रुपये की सब्सिडी और 10 वर्षों की गारंटी मिली है। साहू के अनुसार, यह संयंत्र 2 से 3 वर्षों में अपनी लागत निकाल लेगा, जिसके बाद लाभ ही लाभ होगा। उन्होंने इस योजना को आर्थिक बचत के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा का साधनष् बताया। साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना देश और राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। योजना की प्रक्रिया भी बेहद सरल है दृ उपभोक्ता वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इसके बाद अधिकृत वेंडर द्वारा संयंत्र की स्थापना की जाती है और सत्यापन के पश्चात सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है। यह योजना छत्तीसगढ़ के शहरी और ग्रामीण इलाकों में सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित कर रही है, जिससे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता घट रही है और हर घर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। रायपुर : सौर ऊर्जा से जगमगाया बस्तर का बेस्ट टूरिज्म विलेज धुड़मारास छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिला के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आने वाला छोटा सा आदिवासी गांव धुड़मारास आज विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बना चुका है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा दुनिया के 20 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में शामिल यह गांव अब पर्यावरणीय संरक्षण और सतत विकास का मॉडल बनकर उभरा है। प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और पारंपरिक जीवनशैली से परिपूर्ण यह गांव, अब सौर ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर भी अग्रसर है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में बस्तर अंचल में पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ स्थानीय सुविधाओं के विकास के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। धुड़मारास गांव में क्रेडा द्वारा सौर ऊर्जा आधारित विभिन्न परियोजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर स्वच्छ पेयजल, रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था और शैक्षणिक संस्थानों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के माध्यम से गांव में 03 नग सोलर ड्यूल पम्प की स्थापना कर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। 02 नग सोलर हाईमास्ट संयंत्र की स्थापना कर रात्रिकालीन प्रकाश की व्यवस्था की गई है। ग्राम की गलियों में सोलर पावर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। क्रेडा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश राणा द्वारा परियोजनाओं की निरंतर निगरानी कर कार्यों को गुणवत्ता पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया गया। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा बस्तर जिले के धुड़मारास गांव और चित्रकोट गांव को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सर्वश्रेष्ठ गांव के रूप में पुरस्कृत किया गया है। प्राकृतिक रूप से समृद्ध धुड़मारास गांव कांगेर नदी की सुरम्य धारा, हरियाली, जैव विविधता एवं पारंपरिक बस्तरिया संस्कृति पर्यटकों को … Read more

रायपुर : प्रदेश में अब तक 349.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

रायपुर छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 349.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 501.9 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 167.3 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा में 264.6 मि.मी., सूरजपुर में 405.0 मि.मी., बलरामपुर में 465.8 मि.मी., जशपुर में 448.2 मि.मी., कोरिया में 383.3 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 297.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। रायपुर जिले में 308.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 305.9 मि.मी., गरियाबंद में 300.8 मि.मी., महासमुंद में 316.2 मि.मी. और धमतरी में 313.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर में 350.5 मि.मी., मुंगेली में 373.1 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 353.5 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 460.0 मि.मी., सक्ती में 401.9 मि.मी., कोरबा में 448.0 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 333.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है। दुर्ग जिले में 301.3 मि.मी., कबीरधाम में 247.8 मि.मी., राजनांदगांव में 289.7 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 480.9 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 245.7 मि.मी., बालोद में 371.6 मि.मी. और बस्तर जिले में 436.6 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है। कोंडागांव में 263.0 मि.मी., कांकेर में 365.5 मि.मी., नारायणपुर में 314.1 मि.मी., दंतेवाड़ा में 395.7 मि.मी., सुकमा में 205.5 मि.मी. और बीजापुर में 432.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मैनपाट में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का किया अनावरण

रायपुर : छत्तीसगढ़ में बौद्ध परंपरा की जड़ें अत्यंत गहरी : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मैनपाट में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का किया अनावरण मुख्यमंत्री ने की 30 लाख रुपए के विकास कार्यों की घोषणा, सीसी रोड और मंदिर शेड निर्माण को दी मंजूरी तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुरूप आत्मीय स्वागत से मुख्यमंत्री हुए अभिभूत रायपुर  छत्तीसगढ़ में बौद्ध परंपरा की जड़ें अत्यंत गहरी हैं और भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित होटल ग्राउंड परिसर में नवस्थापित भगवान बुद्ध की भव्य प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की। मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में इस पावन अवसर पर आमंत्रण के लिए तिब्बती समुदाय के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कई ऐसे स्थल हैं, जहां भगवान बुद्ध की उपासना की जाती है। सिरपुर में बौद्ध, जैन और सनातन परंपराएं एक साथ देखने को मिलती हैं, जो राज्य की समावेशी संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है। मुख्यमंत्री साय ने दलाई लामा जी के 90वें जन्मदिवस का स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन भगवान बुद्ध की करुणा, प्रेम और शांति के सिद्धांतों का सजीव प्रतीक है। आज की दुनिया के लिए उनका संदेश नई आशा और सकारात्मकता का स्रोत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व भर के नेताओं ने दलाई लामा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं, जो यह दर्शाता है कि भगवान बुद्ध के विचारों का वैश्विक जीवन पर कितना गहरा प्रभाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपाट प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर स्थल है, जो पर्यटकों को रोमांचित करता है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार इसके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की नवीन औद्योगिक नीति में पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी गई है, और मैनपाट जैसे क्षेत्रों में होम स्टे सुविधा शुरू करने वालों को विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तिब्बती सहकारी समिति की मांग पर मैनपाट स्थित सैला रिसॉर्ट से बौद्ध मंदिर तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये तथा प्राचीन बौद्ध मंदिर में शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर पौधरोपण किया। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुसार मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। हाथों में तिरंगा लिए लोगों ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जिससे वातावरण उल्लासमय हो गया। कार्यक्रम में सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, कलेक्टर विलास भोसकर, सेटलमेंट अधिकारी सुस्वांग यांग्सो, तिब्बती सहकारी समिति के अध्यक्ष तामदिंग सेरिंग, मठ प्रमुख लामा दुब्जे, लामा जिनपा सहित तिब्बती समुदाय के बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।

शिक्षा के क्षेत्र में सूरजपुर को बड़ी सौगात, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े की पहल रंग लाई

 मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों ने दी सूरजपुर को शैक्षणिक समृद्धि की सौगात मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से सूरजपुर को मिली शैक्षणिक समृद्धि की नई पहचान शिक्षा के क्षेत्र में सूरजपुर को बड़ी सौगात, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े की पहल रंग लाई महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े 441 लाख की लागत से बनेगी सेंट्रल लाइब्रेरी रायपुर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के विशेष प्रयासों से सूरजपुर जिले के युवाओं को एक बड़ी सौगात मिली है। छत्तीसगढ़ शासन ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में सूरजपुर में सेंट्रल लाइब्रेरी एवं रीडिंग जोन के निर्माण के लिए 441.49 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है।   यह अत्याधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी 250 सीटों की क्षमता के साथ विकसित की जाएगी, जिसमें डिजिटल स्टडी मटेरियल, ई-लर्निंग संसाधन, शांत रीडिंग जोन, इंटरनेट सुविधा और पुस्तकालय प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का समावेश होगा। इसका लाभ स्कूली विद्यार्थियों से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं और साहित्य प्रेमियों तक को मिलेगा। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने इस महत्वपूर्ण स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह लाइब्रेरी केवल भवन नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की बुनियाद होगी। यह ज्ञान आधारित समाज की ओर एक सशक्त कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल शैक्षणिक सशक्तिकरण, क्षेत्रीय संतुलन और अध्ययनशील वातावरण को मजबूती देने में मील का पत्थर साबित होगी। इस निर्णय से सूरजपुर जिले में हर्ष की लहर है। विद्यार्थी, अभिभावक और स्थानीय नागरिकों ने इस पहल के लिए मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का आभार जताया है और इसे जिले के शैक्षणिक विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया है।

डॉ. वर्णिका शर्मा का बेमेतरा दौरा, बाल अधिकारों की स्थिति का लिया जायजा

रायपुर : बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा का बेमेतरा दौरा बेमेतरा पहुंचीं बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा, बच्चों से की मुलाकात डॉ. वर्णिका शर्मा का बेमेतरा दौरा, बाल अधिकारों की स्थिति का लिया जायजा तीन मासूमों के लिए बना वरदान, एक लापता बच्ची की खोज के लिए गठित हुई एस.आई.टी. रायपुर छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा का एक दिवसीय बेमेतरा प्रवास न केवल निरीक्षण और संवाद तक सीमित रहा, बल्कि यह कई बच्चों और उनके परिजनों के जीवन में उम्मीद और अधिकार का नया उजाला लेकर आया। दौरे के दौरान तीन असाध्य चर्म रोग से पीड़ित बच्चों को उनका जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ, जो अब तक सामाजिक उपेक्षा और दस्तावेज़ी अभाव के कारण शासन की योजनाओं से वंचित थे। डॉ. शर्मा को जानकारी मिली थी कि केसडबरी गांव के तीन मासूम बच्चे एक दुर्लभ चर्म रोग से पीड़ित हैं, जिसके कारण समाज में उनके साथ भेदभाव हो रहा था और आवश्यक दस्तावेज न होने के कारण वे किसी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इस पर डॉ. शर्मा स्वयं गांव पहुंचीं, बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर उनकी स्थिति को समझा और तीन दिवस के भीतर उनके जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के निर्देश दिए। अधिकारियों की तत्परता से यह कार्य तय समय में पूर्ण हुआ। उन्होंने बच्चों को एम्स रायपुर में उपचार दिलाने के निर्देश दिए और बाल कल्याण समिति को निरंतर निगरानी में रखने की बात कही। साथ ही जरूरत पड़ने पर आयोग से संपर्क बनाए रखने को कहा। इसी प्रवास के दौरान एक माता द्वारा अपनी छह माह से लापता बच्ची की दर्दभरी आपबीती साझा की गई। पीड़िता की गंभीर अवस्था को देखते हुए डॉ. शर्मा ने तत्काल एफ.आई.आर. दर्ज कर विशेष अनुसंधान टीम गठित करने के निर्देश दिए। पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अगले ही दिन एस.आई.टी. गठित कर बच्ची की खोज के लिए अन्य राज्य में टीम भेज दी है।

रायपुर: मंत्री जायसवाल ने कमलेश्वरपुर अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का लिया जायजा

रायपुर : स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मैनपाट के कमलेश्वरपुर अस्पताल का किया निरीक्षण स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया मैनपाट के कमलेश्वरपुर अस्पताल का निरीक्षण रायपुर: मंत्री जायसवाल ने कमलेश्वरपुर अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का लिया जायजा कमलेश्वरपुर अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश रायपुर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर का निरीक्षण कर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर का निरीक्षण कर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अस्पताल प्रबंधन एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल की साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति एवं मरीजों को मिलने वाली सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीण अंचलों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचें और हर नागरिक को समय पर उपचार मिल सके। इस निरीक्षण के अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर एवं स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी को समर्पण भाव से सेवा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

सांसदों-विधायकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन, डिप्टी सीएम साव बोले – विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए साबित होगा मिल का पत्थर

सरगुजा मैनपाट में आयोजित भाजपा सांसदों-विधायकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हुआ. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने प्रेसवार्ता में प्रशिक्षण शिविर की जानकारी दी. प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, प्रशिक्षण भाजपा की कार्य पद्दति, कार्य योजना का अभिन्न अंग है, इस तरह का प्रशिक्षण बीजेपी कार्यकर्ताओं, शक्ति केंद्र और अलग-अलग मोर्चो को भी समय-समय पर दिया जाता है. प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, प्रशिक्षण में कार्यकर्ताओं को संगठन में कैसा काम करना है, पदाधिकारियों की क्या जिम्मेदारी है. इन सभी विषयों पर हर कोई संसद-विधायकों को बताया जाता है. शिविर में हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के साथ वरिष्ठ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत कई वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिसे हम अपने कार्यशैली में अपनाने वाले हैं. प्रशिक्षण सत्र के बाद कॉर्डिनेशन में किस तरह बदलाव होगा, इस पर किरण देव ने कहा, हमारी सरकार में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत पूरे कैबिनेट के बीच किसी प्रकार से समन्वय को लेकर कोई तकलीफ नहीं होती है. हमारा मूल कार्य राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र सेवा के साथ प्रधानमंत्री की परिकल्पना से विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ बनाना है, जिससे इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके. भाजपा का कार्यक्रम हमारे कार्य करने की पद्दति, योजनाओं का महत्वपूर्ण अंग है. राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर समय-समय पर प्रशिक्षण वर्ग लगाया जाता है. ऐतिहासिक रहा प्रशिक्षण शिविर : अरुण साव उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, सांसद-विधायक प्रशिक्षण वर्ग हर एक दृष्टि से ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण रहा है. अंबिकापुर के मैनपाट की खूबसूरती को पूरे देश और दुनिया ने देखा है. इस जगह पर ऐसा कार्यक्रम होना, बहुत ऐतिहासिक रहा है. प्रशिक्षण शिविर बीजेपी के कार्य पद्दति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमारे सभी सांसद और विधायक एक साथ तीन दिन एक स्थान पर रहकर कार्यक्रम में शामिल हुए. यह ये बताता है कि बीजेपी में परिवार का भाव कैसे बनता है. सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएंगे डिप्टी सीएम साव ने कहा, हमारी प्रतिबद्धता केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है. प्रशिक्षण शिविर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाला है. उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की ताकत और क्षमता उसके माध्यम से विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण और यहां के लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए रहा है. छत्तीसगढ़ के विकास में वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन की होगी बड़ी भूमिका अरुण साव ने कहा, इस आयोजन में शत प्रतिशत उपस्थिति, पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से लेकर वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है. सूरजपुर विधानसभा में पहली बार बीजेपी जीती है इसीलिए भी यह जगह बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है. इस जगह से निकला हुआ संदेश पूरे देश और विश्व तक पहुंचने वाला है.

पांच महीने के मासूम को लावारिस छोड़कर फरार हो गई मां

तखतपुर  नौ महीने तक कोख में पालने वाली मां क्या इतनी निष्ठुर हो सकती है? यह सवाल तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पाली के लोगों के मन में बार-बार कौंध रहा है, जहां एक मां अपने पांच महीने के मासूम को लावारिस छोड़कर फरार हो गई है. ग्राम पाली में आज सुबह जब मासूम के रुदन से लोगों की नींद खुली. देखा भूख-प्यास से व्याकुल करीबन पांच महीने का दुधमुहां रो रहा है. लोगों ने आस-पास तलाश किया, कहीं उसकी मां होगी, लेकिन वह कहीं नजर नहीं आई. सोचा कि अब आ जाएगी, तब आ जाएगी, लेकिन मां तो उस मासूम को छोड़कर जा चुकी थी. काफी देर इंतजार करने के बाद जब बच्चे के लिए कोई नहीं आया तो ग्रामीणों को समझ आ गया कि उसकी मां उसे छोड़कर जा चुकी है. इस पर ग्रामीणों ने जूनापारा पुलिस चौकी में सूचना दी. पुलिस वाले मासूम की मां से ज्यादा संवेदनशील निकले. उन्होंने बच्चे को चौकी में दूध पिलाया, और फिर कागजी कार्रवाई पूरी कर एडाप्टेशन सेंटर भेज मासूम के माता-पिता की तलाश में जुट गई.

मोर गांव मोर पानी अभियान बना जन अभियान

  जनसहयोग और श्रमदान से बलरामपुर जिले में लक्ष्य से अधिक बने 1.22 लाख सोख्ता गड्ढे रायपुर, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में जल संरक्षण को जन आंदोलन का स्वरूप मिला है। "मोर गांव मोर पानी" अभियान के तहत जिले में जनसहयोग और श्रमदान से 1 लाख 22 हजार 455 सोख्ता गड्ढों का निर्माण किया गया है। यह उपलब्धि पूर्व निर्धारित लक्ष्य 1 लाख 20 हजार से भी अधिक है, जो प्रशासनिक नेतृत्व और जनता की सहभागिता का सशक्त प्रमाण है। जिला प्रशासन की पहल से अभियान न केवल प्रशासनिक प्राथमिकता बना, बल्कि गांव-गांव में लोगों की चेतना और सहभागिता से एक जनआंदोलन में बदल गया। जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सीईओ ने अभियान की निगरानी करते हुए ग्राम पंचायत स्तर तक इसकी पहुंच सुनिश्चित की । वे स्वयं ग्रामों में पहुंचकर सोख्ता गड्ढा निर्माण कार्यों का अवलोकन कर ग्रामीणों से संवाद करती रहीं। उन्होंने न केवल लोगों को प्रेरित किया, बल्कि स्वयं भी निर्माण कार्य में भागीदारी कर एक मिसाल पेश की। अभियान की सबसे विशेष बात यह रही कि इसमें कोई मशीनरी उपयोग नहीं किया गया। लोगों ने अपने हाथों से गड्ढों की खुदाई की और स्थानीय सामग्री जैसे पत्थर, टूटी ईंटें और रेत का उपयोग कर सोख्ता गड्ढे तैयार किए। प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों और महिला स्व-सहायता समूहों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। गांवों की दीवारों पर जल संरक्षण संबंधी स्लोगन, जैसे – "बारिश का पानी बचाओ, भूजल का स्तर बढ़ाओ" – लिखकर और पोस्टर-बैनर के माध्यम से अभियान को व्यापक प्रचार मिला। यह पहल केवल जल संकट से निपटने का समाधान नहीं, बल्कि भूजल स्तर में दीर्घकालीन सुधार की दिशा में प्रभावी कदम माना जा रहा है।