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अंतरराष्ट्रीय साजिश का खुलासा: कनाडा से लौटा युवक हथियारों सहित पकड़ा गया, पाक तस्करों से जुड़ा कनेक्शन

अमृतसर अमृतसर जिला देहाती पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी के नेटवर्क से संबंधित एक तस्कर को गिरफ्तार कर बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए हैं। आरोपी का नाम अमरबीर सिंह उर्फ अमर, निवासी डेहरीवाल है। आरोपी के कब्जे से 6 पिस्तौल, 11 मैगजीन, .30 बोर के 91 कारतूस और 9 एमएम के 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी हाल ही में कनाडा से लौटा था और पाकिस्तान-आधारित तस्करों के संपर्क में था। पुलिस को शक है कि आरोपी पंजाब में अवैध हथियारों की सप्लाई नेटवर्क का हिस्सा है, जो सीमापार से तस्करी के जरिए अपराधियों तक हथियार पहुंचाने का काम करता था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई सीमापार से हथियार और नशे की तस्करी पर सख्त कार्रवाई की दिशा में एक बड़ा कदम है। एसएसपी देहाती मनिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में संगठित अपराध और सीमापार तस्करी को खत्म करने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि पंजाब में शांति और सौहार्द बनाए रखा जा सके।   भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से दो एके-47 और कारतूस बरामद सीमा सुरक्षा बल ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से दो एके-47 राइफल और मैगजीन बरामद की हैं। इसके अलावा एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। यह सब एक पैकेट में छुपाए गए थे।  डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला कि यह खेप पाकिस्तान से भेजी गई थी। इसके जरिए त्योहार के सीजन में पंजाब में आतंकी साजिश को अंजाम दिया जाना था। बरामद हुए हथियारों को अमृतसर के स्टेट ऑपरेशन सेल को सौंप दिया गया है।  मेहंदीपुर गांव के पास बॉर्डर फेंस से बरामद हथियारों को भारतीय सीमा सुरक्षा ने स्टेट ऑपरेशन सेल को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने कहा कि सीमा पर हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी आतंकी या हथियार तस्करी की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। ऑपरेशनल विवरण साझा करते हुए एसएसओसी अमृतसर के एआईजी सुखमिंदर सिंह मान ने बताया कि बीएसएफ अधिकारियों को खेमकरण सेक्टर के अंतर्गत भारत-पाक सीमा पर मेहदीपुर गांव के पास सीमा पार से हथियारों की खेप आने की सूचना मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए गांव के इलाके में एक तलाशी अभियान चलाया और इलाके से हथियारों की एक खेप बरामद की गई।  उन्होंने कहा कि वर्तमान मामले में, बरामद हथियारों के स्रोत का पता लगाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस अपराध में शामिल आरोपियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए जांच की जा रही है। इस संबंध में पुलिस स्टेशन एसएसओसी अमृतसर में शस्त्र अधिनियम की अलग अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

लुधियाना में केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान का दौरा, बाढ़ प्रभावितों को दी राहत राशि

लुधियाना केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को लुधियाना पहुंचे। मानसून सीजन के दौरान पंजाब में आई बाढ़ के बाद यह केंद्रीय कृषि मंत्री का दूसरा दौरा है। कृषि मंत्री लाडोवाल स्थित आईसीएआर के मक्का अनुसंधान केंद्र में पहुंचे। वहां पर अफसरों के साथ बैठक की। संस्थान के कामकाज का आकलन किया और संस्थान की नई बिल्डिंग का उद्घाटन भी किया। उद्घाटन से पहले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद ही वेद मंत्रों का उच्चारण कर सब का दिल जीत लिया और कार्यक्रम की शुरुआत कराई। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री चौहान ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित परिवारों को बड़ी राहत दी। उन्होंने 36,703 टूटे घरों के लिए प्रति घर 1.60 लाख रुपये की सहायता राशि राज्य सरकार को सौंपी। यह राशि पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां को प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि यह रकम तत्काल जारी कर दी गई है। इसमें 1.20 लाख रुपये नए मकान के निर्माण के लिए और 40 हजार रुपये मजदूरी व टॉयलेट निर्माण के लिए दिए जाएंगे।  चौहान ने साफ किया कि पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए केंद्र सरकार सहयोग के लिए तत्पर है और यथा संभव मदद की जा रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने पंजाब को गेहूं के बीज के लिए 74 करोड़ रुपये और सरसों की फसल हेतु 3.40 करोड़ रुपये की राशि भी प्रदान की। उन्होंने कहा कि बागों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए भी केंद्र सरकार सहायता देगी। राज्य सरकार को नुकसान का सटीक आकलन कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। चौहान ने कहा कि कृषि क्षेत्र को आगे ले जाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।  चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ खड़ी है और सरकार के सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर मदद देंगे। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि जिनके घर टूटे हैं, वास्तव में उन्हें ही राहत राशि मिले और निर्माण कार्य सही ढंग से हो। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, केंद्रीय रेल एवं फूड प्रोसेसिंग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां भी मौजूद रहे।  

यात्रियों के लिए बड़ी राहत: 30 लाख सीटें बढ़ाईं, अब घर जाने की तैयारी बिना झंझट के

चंडीगढ़  दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर ट्रेन टिकट की मांग हर साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचती है। लेकिन इस बार रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। यात्रियों को अब न तो "रिग्रेट" स्टेटस का सामना करना पड़ेगा, और न ही टिकट रद्द करने पर अतिरिक्त चार्ज देना होगा। IRCTC पर अब नहीं दिखेगा 'रिग्रेट' स्टेटस त्योहारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने सबसे ज्यादा मांग वाली ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है और हजारों यात्रियों को इसका लाभ मिल रहा है। अब तक 3,000 अतिरिक्त कोच विभिन्न ट्रेनों में जोड़े जा चुके हैं और आवश्यकता अनुसार यह संख्या और बढ़ाई जाएगी। इससे पूर्वांचल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों की ओर जाने वाले यात्रियों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा।   रेलवे ने एक नई और क्रांतिकारी सुविधा की भी घोषणा की है, जो जनवरी 2026 से लागू होगी। इसके तहत अगर किसी यात्री की यात्रा की तारीख बदल जाती है, तो वह अपनी कन्फर्म टिकट को रद्द किए बिना नई तारीख पर रीबुक कर सकेगा। अगर आपके पास 20 नवंबर की पटना से दिल्ली की कन्फर्म टिकट है और आपकी योजना बदल जाती है, तो आप इसे IRCTC वेबसाइट या ऐप के जरिए 25 नवंबर के लिए रीबुक कर सकते हैं, बिना कोई कैंसिलेशन चार्ज दिए। कैसे काम करेगी नई रीबुकिंग सुविधा?     यात्रियों को IRCTC ऐप या वेबसाइट पर ‘रीबुकिंग ऑप्शन’ मिलेगा।     यात्री उसी ट्रेन में नई उपलब्ध तारीख चुन सकते हैं।     अगर सीट उपलब्ध हुई, तो नई तारीख की टिकट कन्फर्म हो जाएगी।     कोई कैंसिलेशन चार्ज नहीं लिया जाएगा।     किराए में अंतर होने पर अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ सकती है। पुरानी व्यवस्था की तुलना में बड़ी राहत वर्तमान में टिकट की तारीख बदलने के लिए यात्रियों को पहले टिकट रद्द करनी पड़ती है, जिससे AC फर्स्ट क्लास में ₹240 + GST, AC 3 टियर में ₹180 + GST तक की कटौती होती है। चार्ट बनने के बाद तो कोई रिफंड भी नहीं मिलता। नई व्यवस्था में यह परेशानी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। ई-आधार वेरिफिकेशन से फर्जी बुकिंग पर लगाम रेलवे ने 1 अक्टूबर से जनरल रिजर्वेशन टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। यह नियम टिकट खुलने के पहले 15 मिनट तक लागू रहेगा। इसका उद्देश्य एजेंट्स द्वारा फर्जी बुकिंग और कालाबाजारी पर रोक लगाना है। रेलवे का यह कदम न सिर्फ यात्रियों को सुविधा देगा, बल्कि फर्जीवाड़े और बिचौलियों पर भी प्रभावी अंकुश लगाएगा। यह त्योहारों पर अपने घर जाने की योजना बना रहे लाखों यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से एक बड़ी सौगात है।  

विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा को हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत

तरनतारन विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। 22 सितंबर को उन्होंने हाईकोर्ट में जमानत के लिए अपील दायर की थी। गौरतलब है कि जिला सेशल कोर्ट प्रेम कुमार की अदालत ने 2013 के उम्सा कांड मामले में विधायक लालपुरा और अन्य को एससी/एसटी एक्ट के तहत 4 साल कैद की सजा सुनाई थी। माननीय हाईकोर्ट ने पहले इस मामले की सुनवाई के लिए 13 अक्टूबर की तारीख तय की थी, लेकिन आज कोर्ट नंबर 13 में हुई सुनवाई के दौरान अगली तारीख 28 अक्टूबर तय की गई है। इस फैसले के बाद विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा ने अपनी सजा को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। 

पंजाब राजनीति में हलचल: अकाली दल के पूर्व प्रत्याशी जगदीप चीमा ने थामा भाजपा का दामन

चंडीगढ़  चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के पूर्व नेता जगदीप सिंह चीमा सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। चीमा पंजाब के पूर्व मंत्री रणधीर सिंह चीमा के बेटे हैं। उन्होंने 2012 में अमलोह और 2022 में फतेहगढ़ साहिब से अकाली दल के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पंजाब भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा भी चीमा के पार्टी में शामिल होने संबंधी समारोह में उपस्थित थे। चीमा का भाजपा में स्वागत करते हुए अश्विनी शर्मा ने कहा कि जो लोग पंजाब की प्रगति और विकास देखना चाहते हैं वह पार्टी से जुड़ना चाहते हैं। राज्य की 'आप' सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने दावा किया कि 2022 में सत्ता में आने के बाद से उन्होंने पंजाब के विकास के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार पंजाब की हर महिला को 1,000 रुपये प्रति माह देने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने में "विफल" रही है। उन्होंने 'आप' पर महिलाओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। शर्मा ने कहा कि हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार, लाडो लक्ष्मी योजना के तहत पात्र महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह दे रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य में सभी फसलों के लिए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भी दे रही है।

डाक चोरी का खेल फसा, कनाडा में 8 पंजाबी हुए गिरफ्तार

कनाडा  कनाडा की पुलिस ने डाक के जरिए मिलने वाले क्रेडिट कार्ड और चेक की चोरी के मामले में भारतीय मूल के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और उन पर 300 से अधिक आरोप लगाए हैं। स्थानीय मीडिया ने इस बारे में खबर दी। खबर में बताया गया है कि आरोपियों में से कुछ निर्वासन का सामना कर रहे हैं। ‘सीटीवी न्यूज' की खबर के अनुसार पील पुलिस ने संदिग्धों से 4,00,000 कनाडाई डॉलर से अधिक मूल्य के 450 से ज्यादा चोरी के क्रेडिट कार्ड और चेक बरामद किए। रिपोर्ट में शुक्रवार को जारी एक पुलिस विज्ञप्ति के हवाले से कहा गया है, ‘‘जांच में पता चला कि कुछ पंजाबी लोग मिलकर आवासीय मेलबॉक्स को निशाना बना रहे थे और बड़े पैमाने पर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, जिससे समुदाय के सदस्यों को परेशानी हुई।'' पील पुलिस, हाल्टन पुलिस और कनाडा पोस्ट ने क्षेत्र में डाक चोरी की सिलसिलेवार घटनाएं रिपोर्ट कीं, जिसकी जांच के लिए अप्रैल में ‘‘प्रोजेक्ट अनडिलीवरेबल'' नामक एक संयुक्त अभियान शुरू किया था। पुलिस ने कहा, ‘‘जांच में पता चला कि कुछ लोग मिलकर आवासीय मेलबॉक्स को निशाना बना रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर चोरी हुई और समुदाय के सदस्यों के लिए व्यवधान पैदा हुआ।'' पुलिस ने संदिग्धों की पहचान सुमनप्रीत सिंह, गुरदीप चट्ठा, जशनदीप जट्टाना, हरमन सिंह, जसनप्रीत सिंह, मनरूप सिंह, राजबीर सिंह और उपिंदरजीत सिंह के रूप में की है। ‘सीबीसी' की शुक्रवार की खबर के अनुसार 21 से 29 वर्ष की आयु के आठ संदिग्धों पर सामूहिक रूप से 344 आरोप दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि वे क्राउन अटॉर्नी कार्यालय और कनाडा सीमा सेवा एजेंसी के साथ आरोपियों में शामिल कुछ विदेशी नागरिकों के निर्वासन पर चर्चा कर रहे हैं।    

इलाज में देरी पर हंगामा, डॉक्टर बोले- हमें नहीं पता था कि मरीज सिंगर राजवीर जवंदा हैं

पिंजौर  मशहूर पंजाबी गायक और अभिनेता राजवीर जवंदा की सड़क हादसे में हुई मौत को लेकर नया खुलासा सामने आया है। अब यह साफ हो गया है कि हादसा हिमाचल प्रदेश के बद्दी में नहीं, बल्कि पिंजौर-बद्दी हाईवे पर सेक्टर-30 टी प्वाइंट के पास हुआ था। जवंदा की बाइक के आगे अचानक आवारा पशु (गौवंश) आ गया, जिससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज में देरी बनी जानलेवा हादसा 27 सितंबर की सुबह हुआ था। गंभीर रूप से घायल जवंदा को उनके साथियों ने तुरंत जे.एन. शौरी मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल, पिंजौर में भर्ती कराया।लेकिन आरोप है कि निजी अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया और सिर्फ प्राथमिक उपचार देकर उन्हें पंचकूला सेक्टर-6 सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं से उन्हें आगे मोहाली के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां करीब 11 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद 8 अक्तूबर को उनकी मौत हो गई।स्थानीय लोगों और मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि अगर जवंदा को समय पर उचित इलाज मिल जाता, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। डॉक्टरों ने दी सफाई—“मरीज बेहोश था, बाहरी चोट नहीं दिखी” जे.एन. शौरी अस्पताल के डॉक्टर विमल शौरी और मोहित शौरी ने बताया कि राजबीर नामक एक बेहोश मरीज को दो साथी सुबह लगभग 9 बजे अस्पताल लेकर आए थे। डॉ. मोहित ने बताया,  “मरीज के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी। हमने तुरंत इंजेक्शन और दवाइयां देकर करीब 15–20 मिनट तक होश में लाने की कोशिश की, लेकिन वे रिवाइव नहीं हुए। हमें लगा कि मरीज को बड़े अस्पताल में आगे का इलाज मिलना चाहिए, इसलिए हमने रेफर कर दिया।”

दिवाली से पहले पंजाब में बेटियों को मिली राहत, मान सरकार ने किया ऐलान

पंजाब  सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा अशीर्वाद योजना के अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अनुसूचित जाति वर्ग की 5751 लाभार्थी बेटियों को कुल 29.33 करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि अशीर्वाद योजना के तहत जिला बठिंडा, बरनाला, फरीदकोट, फाज़िल्का, फिरोज़पुर, श्री फतेहगढ़ साहिब, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, मोगा, श्री मुक्तसर साहिब, पटियाला, रूपनगर, एस.ए.एस. नगर (मोहाली), एस.बी.एस. नगर (नवांशहर), संगरूर और मालेरकोटला जिलों की 5751 लाभार्थी बेटियों के आवेदन अशीर्वाद पोर्टल पर प्राप्त हुए थे। इन सभी लाभार्थियों को सहायता प्रदान करने के लिए कुल 29.33 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। उन्होंने बताया कि इस राशि से जिला बरनाला की 58, बठिंडा की 633, फरीदकोट की 67, फिरोज़पुर की 349, श्री फतेहगढ़ साहिब की 106, गुरदासपुर की 265 और होशियारपुर की 70 लाभार्थी बेटियों को वित्तीय सहायता दी गई है। इसी प्रकार जालंधर की 1087, लुधियाना की 839, मोगा की 885, श्री मुक्तसर साहिब की 192, पटियाला की 357, रूपनगर की 147, एस.ए.एस. नगर की 65, एस.बी.एस. नगर की 359, संगरूर की 210 और मालेरकोटला की 62 लाभार्थी बेटियों को भी इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ है। डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि अशीर्वाद योजना के तहत राज्य सरकार गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह हेतु 51,000 रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की लोक-कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक पंजाब राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए, उसका परिवार गरीबी रेखा से नीचे हो, और वह अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हो। परिवार की वार्षिक आय सभी स्रोतों से 32,790 रुपए से कम होनी चाहिए। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार की अधिकतम दो बेटियों को ही लाभ दिया जा सकता है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि सहायता राशि का भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डी बी टी ) के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में किया जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार समाज के हर वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार जहाँ सभी वर्गों की भलाई के लिए कार्य कर रही है, वहीं अनुसूचित जातियों, पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के कल्याण के लिए भी लगातार प्रयासशील है।

गायक राजवीर जवंदा के बाइक हादसे में बड़ा खुलासा, पिंजौर में हुआ था एक्सीडेंट

चंडीगढ़  प्रसिद्ध पंजाबी गायक और अभिनेता 35 वर्षीय राजवीर जवंदा का निधन 8 अक्तूबर को अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया था। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था कि उनकी मौत हिमाचल प्रदेश के बद्दी में हुए सड़क हादसे के कारण हुई, लेकिन अब सामने आई नई जांच रिपोर्ट ने इस दावे को गलत ठहराया है। जांच में खुलासा हुआ है कि बाइक दुर्घटना बद्दी में नहीं, बल्कि पिंजौर में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हादसा 27 सितंबर को उस समय हुआ, जब जवंदा शिमला की ओर जा रहे थे। हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं और आरोप है कि पिंजौर स्थित एक निजी अस्पताल ने प्रारंभिक इलाज देने से मना कर दिया। इस देरी के कारण उनकी हालत और बिगड़ गई, जो संभवतः उनके जीवन के लिए घातक साबित हुई। लॉयर्स फॉर ह्यूमन राइट्स इंटरनेशनल (LFHRI) की जांच रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि पिंजौर पुलिस स्टेशन की डेली डायरी रिपोर्ट (DDR) और स्थानीय जांच के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि पिंजौर के शौरी अस्पताल ने घायल गायक को आपातकालीन प्राथमिक उपचार देने से इनकार कर दिया। इसके बाद राजवीर जवंदा को क्रमशः पंचकूला के सरकारी अस्पताल, फिर पंचकूला के एक निजी अस्पताल और अंततः मोहाली स्थित फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें 11 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन वे जीवन की जंग हार गए। कानूनी कार्रवाई की तैयारी एडवोकेट नवकिरण सिंह LFHRI के महासचिव हैं। उन्होंने एक पत्रकार के साथ मिलकर दुर्घटना स्थल का दौरा किया और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। अब संगठन हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है, जिसमें चिकित्सीय लापरवाही (Medical Negligence) का मामला उठाया जाएगा। यह याचिका न केवल जवंदा के मामले में न्याय की मांग करेगी, बल्कि इन व्यापक मुद्दों को भी उजागर करेगी जैसे आपात स्थिति में अस्पतालों और डॉक्टरों की जिम्मेदारी, सड़कों पर आवारा पशुओं से बढ़ता खतरा और आपातकालीन चिकित्सा ढांचे की कमी।

दवा सुरक्षा अलर्ट: पंजाब सरकार ने आठ दवाओं पर लगाई रोक, तीन कंपनियां निशाने पर

पटियाला सरकारी अस्पतालों में मरीजों पर दवाओं के प्रतिकूल असर की शिकायतों के बाद पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य विभाग ने तीन फार्मा कंपनियों की आठ दवाओं के उपयोग और खरीद पर तत्काल रोक लगा दी है। यह आदेश राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में लागू रहेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि मरीजों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि जिन दवाओं से मरीजों को नुकसान हुआ है, उनके नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर संबंधित कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रोक लगी दवाओं में नॉर्मल सेलाइन, डेक्सट्रोज इंजेक्शन, सिप्रोफ्लॉक्सासिन इंजेक्शन, डीएनएस 0.9%, एनआई2 + डेक्सट्रोज आईवी फ्लूइड और बुपिवाकेन एचसीएल विद डेक्सट्रोज इंजेक्शन शामिल हैं। इनका निर्माण 2023 से 2025 के बीच हुआ है, जबकि एक्सपायरी 2026 से 2028 तक की है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों और अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि इन दवाओं का उपयोग तुरंत बंद किया जाए और उपलब्ध स्टॉक को सुरक्षित रखकर रिपोर्ट भेजी जाए। विभागीय पत्र में कहा गया है कि कुछ अस्पतालों में इन दवाओं से प्रतिकूल प्रतिक्रिया के मामले सामने आए हैं, इसलिए एहतियात के तौर पर इनके उपयोग को अगली सूचना तक रोका गया है।