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केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले पंजाब राज्यपाल, बाढ़ राहत कार्यों पर हुई चर्चा

पंजाब पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया अपने दो दिवसीय गुवाहाटी (असम) प्रवास के दौरान आज कोइनाधारा गेस्ट हाउस, गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जहां चंडीगढ़ नगर निगम हेतु स्वीकृत करोड़ों की अनुदान राशि पर आभार जताया वहीं पंजाब की बाढ़ स्थिति से अवगत कराया। इस मुलाकात के दौरान, राज्यपाल कटारिया ने चंडीगढ़ नगर निगम के लिए हाल ही में स्वीकृत 125 करोड़ रुपए की अनुदान राशि के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राशि शहर के बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होगी। राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री को पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ की स्थिति की भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति, प्रभावित क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति तथा भविष्य में आवश्यक सहयोग के बारे में भी अवगत कराया। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास, जनसेवा और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न विषयों पर भी विचार-विमर्श किया। 

हाई कोर्ट ने गुरुग्राम मेयर के जाति प्रमाण पत्र मामले में उपायुक्त को नोटिस और 30 दिन का समय दिया

गुरुग्राम नगर निगम गुरुग्राम की मेयर राजरानी मल्होत्रा का जाति प्रमाण पत्र सही है या नहीं, इसकी जांच उपायुक्त करेंगे। यह आदेश पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने फर्जी जाति प्रमाण होने को लेकर डाली गई याचिका पर 25 अगस्त को सुनवाई करते हुए जारी किया है। उपायुक्त को 30 दिनों के भीतर जांच पूरी कर सच्चाई सामने लाने को कहा गया है। साथ ही वादी पक्ष को इस संबंध में हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई स्टेट कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने को भी कहा गया है। याचिकाकर्ता यशपाल प्रजापति का आरोप है कि मेयर राजरानी मल्होत्रा ने चुनाव लड़ने के लिए अपनी जाति बदलकर पिछड़ा वर्ग-ए का जाति प्रमाण पत्र बनवाया है। राजरानी मल्होत्रा जाति से पंजाबी जाट खत्री हैं। चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने फर्जी तरीके से सुनार दर्शा कर बैकवर्ड क्लास का सर्टिफिकेट जारी करवाया है। प्रजापति ने फर्जी प्रमाण पत्र को रद कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। याचिकाकर्ता ने मेयर पद के लिए कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार रहीं सीमा पाहूजा के ऊपर भी फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगा रखा है। न्यायालय ने यह भी कहा है कि अगर उपायुक्त 30 दिनों में जांच नहीं करते हैं तो याचिकाकर्ता राज्य स्तर की जांच समिति के समक्ष अपील करने के लिए स्वतंत्र है। इधर, जाति प्रमाण पत्र सही है या नहीं, इसकी जांच पूरी होने तक जिला अदालत में भी एक याचिका दायर है। याचिकाकर्ता अधिवक्ता बनवारी लाल का दावा है कि मेयर का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है। उनके पास प्रमाण हैं। चुनाव लड़ने के लिए फर्जी प्रमाण बनवाया गया। उनकी मांग है कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है जब तक मेयर को उनके अधिकार से वंचित किया जाए यानी उन्हें काम करने पर रोक लगाई जाए।  

NDRF ने बचाया गुरदासपुर में बाढ़ में फंसे अधिकारी, 15 घंटे तक राहत के लिए इंतजार

गुरदासपुर रावी दरिया में आई बाढ़ के कारण दीनानगर क्षेत्र में आम लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं, लोगों की मदद के लिए फील्ड में गए कई अधिकारियों और कर्मचारियों को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए फील्ड में गए दीनानगर के एसडीएम जसपिंदर सिंह आईएएस और डीएसपी राजिंदर सिंह मिन्हास भी अपनी टीमों के साथ बाढ़ के पानी से घिर गए और अधिकारियों को रावी दरिया के किनारे एक बाढ़ग्रस्त गांव के अंदर रात बितानी पड़ी। जहां से सुबह होने पर दोनों अधिकारियों को उनकी टीम के साथ एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 अगस्त को जब पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल दीनानगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे तो उनके साथ एसडीएम जसपिंदर सिंह और डीएसपी राजिंदर सिंह मिन्हास भी थे। लेकिन जब कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल जायजा लेने के बाद वापस लौटे तो दोनों अधिकारी रावी दरिया के धुस्सी तटबंध पर स्थिति और बचाव प्रबंधों का जायजा लेने के लिए आगे बढ़ गए। जब दोनों अधिकारी धुस्सी बांध पर पहुंचे तो रावी दरिया का पानी अभी ज्यादा तेज नहीं था, लेकिन जब अधिकारी शाम करीब 5 बजे गांव झबकरा से दीनानगर लौटने लगे तो दीनानगर जाने वाले सभी रास्ते छह फीट तक पानी से भर गए थे। जिसके बाद बाढ़ में घिरे दोनों अधिकारियों को रावी दरिया के किनारे स्थित गांव झबकरा में रात गुजारनी पड़ी और सुबह होने पर दोनों अधिकारियों को उनकी टीम के साथ एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू किया।

पंजाब बाढ़ में हरसंभव सहायता का भरोसा, नायब सैनी ने लिखा पत्र

पंजाब  पंजाब में लगातार बारिश का कहर जारी है। इसके कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। इसी बीच हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने पंजाब में आई बाढ़ का दुख जताया है और हर संभंव मदद करने का वादा किया है। इस संदर्भ में सीएम सैनी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को पत्र लिखा है। पत्र में सीएम सैनी ने लिखा है कि पंजाब में आई बाढ़ की स्थिति के कारण उत्पन्न कठिनाइयों को जानकर मुझे अत्यंत दुःख हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा में हमारे पंजाब के भाई-बहन गहरा कष्ट झेल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा सरकार और यहाँ की लगभग 2 करोड़ 80 लाख जनता इस कठिन समय में पंजाब के साथ मजबूती से खड़ी है। सीएम सैनी ने पत्र में कहा है कि यदि आपको किसी भी प्रकार की सहायता, राहत सामग्री, बचाव दल, चिकित्सा सेवा या अन्य संसाधनों की आवश्यकता हो, तो कृपया निःसंकोच मुझे सूचित करें। उन्होंने भरोसा जताया कि हर संभव मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी ताकि इस संकट की घड़ी में प्रभावित हर व्यक्ति को शीघ्र राहत मिल सके। 

पंजाब BJP कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा के बड़े भाई का निधन

चंडीगढ़  पंजाब भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा को गहरा सदमा लगा है। अश्वनी शर्मा के बड़े भाई राम प्रसाद शर्मा का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि राम प्रसाद शर्मा 63 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। पी.जी.आई. में पिछले 15 दिनों से उनका इलाज चल रहा था और पिछले 3 दिनों से वह आई.सी.यू. में भर्ती थे। उनके निधन से अश्वनी शर्मा सहित पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। राम प्रसाद शर्मा का अंतिम संस्कार कल 29 अगस्त  सुबह 11 बजे पठानकोट के सिविल नजदीक श्मशान घाट में किया जाएगा। 

जालंधर में फिर हड़ताल पर नगर निगम कर्मचारी!

जालंधर नगर निगम में आज एक बार फिर सफाई कर्मचारियों और सीवरमैनों ने हड़ताल कर धरना प्रदर्शन किया। यह विरोध पंजाब मजदूर फेडरेशन के प्रधान सनी सहोता की अगुवाई में किया गया। सनी सहोता ने आरोप लगाया कि सीवर की सफाई कर रहे कर्मचारियों को न तो सही वर्दी, न बूट और न ही सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उपकरण न होने से उन्हें काम के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान यूनियन की नगर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि से बातचीत हुई। इसके बाद कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों को जल्द ही सभी जरूरी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं हाल ही में हादसे का शिकार हुए सीवरमैन का इलाज बेहतर अस्पताल में कराने का वादा भी किया गया। करीब दो घंटे चली इस हड़ताल को कमिश्नर के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया। 

मौजूदा हालात के मद्देनजर पंजाब के लिए BJP की बड़ी रणनीति

पंजाब पंजाब में बाढ़ के खतरे को देखते हुए भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। जानकारी के अनुसार, 'भाजपा के सेवादार आए आप द्वार' अभियान के तहत पंजाब में आयोजित किए जा रहे जन कल्याण शिविरों को स्थगित कर दिया गया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए भाजपा पंजाब प्रधान सुनील कुमार जाखड़ ने दी है। जाखड़ ने कहा कि बाढ़ की स्थिति सामान्य होते ही केंद्र सरकार द्वारा गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, दलितों, महिलाओं और युवाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए राज्य भर में फिर से शिविर लगाए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, जाखड़ ने कहा कि पंजाब के हालात को देखते हुए भाजपा के सीनियर नेता और कार्यकर्ता बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों की समस्याओं को दूर करने और उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए इन समाज कल्याण शिविरों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। जैसे ही परिस्थितियां अनुकूल होंगी, ये शिविर फिर से आयोजित किए जाएंगे। 

पंजाब कांग्रेस संकट: पूर्व मंत्रियों ने हाईकमान के फार्मूले को ठुकराया

लुधियाना 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में एकजुटता का माहौल बनाने के लिए हाईकमान की एंट्री हो गई है, जिसके तहत पंजाब में उलझ रहे कांग्रेस के बड़े नेताओं की जफ्फी दिल्ली पहुंच कर पड़ गई।  इस संबंध में फोटो बाकायदा पंजाब प्रधान राजा वडिंग व पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा अपने सोशल मीडिया पर वायरल की गई है। जो पिछले काफी समय से पंजाब में चल रही संविधान बचाओ रैली में इकट्ठे हिस्सा लेने की बजाय एक दूसरे के खिलाफ गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं।  इस फोटो में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी भूपेश बघेल के अलावा पंजाब के नेता विपक्ष प्रताप बाजवा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा, पूर्व मंत्री विजय इन्द्र सिंगला व प्रगट सिंह भी नजर आ रहे हैं।  यह फोटो राहुल गांधी व मल्लिकाअर्जुन खड़गे द्वारा संगठन सर्जन अभियान के तहत दिल्ली में बुलाई गई सियासी मामलों की कमेटी की बैठक के बाद जारी की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक इस मीटिंग में जहां विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर विचार किया गया। वहीं उससे पहले एकजुटता पर भी जोर दिया गया जिसके लिए हाईकमान के दखल की जरूरत बताई गई,  क्योंकि पंजाब कांग्रेस में चल रही लड़ाई की मुख्य वज़ह मुख्यमंत्री का चेहरा बनने की है। सूत्रों के अनुसार सीनियर नेताओं ने इस दौड़ मे शामिल पंजाब के नेताओं को साफ कर दिया है कि पहले राज्य में पार्टी की मजबूती के लिए काम करें और मुख्यमंत्री के नाम को लेकर हाईकमान द्वारा  जो भी फैसला किया जाएगा, वो सबको मानना पड़ेगा।  इसके बाद उक्त नेताओं द्वारा आपसी मनमुटाव खत्म करने की गारंटी के साथ एक फ्रेम में फोटो जारी की गई है , जिसके चलते आने वाले समय में पंजाब में कांग्रेस की राजनीति में बदलाव देखने को मिलेगा।   राणा गुरजीत व आशु की गैर मौजूदगी को लेकर छिड़ी चर्चा दिल्ली में लंबे समय तक हुई मीटिंग के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कोर भट्ठल के पूर्व मंत्री रजिया सुल्तान, साधु सिंह धर्मसौत, राणा के पी, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, ओ पी सोनी, सुखसरकारीया, रणदीप नाभा, गुरुकीरत सिंह, एमपी डॉ अमर सिंह, गुरजीत ओजला, पूर्व एमपी जसबीर सिंह डिम्पा, विधायक सुखपाल खेहरा, कुलजीत नागरा मौजूद थे लेकिन दोनों मीटिंग के अलावा समझोता फोटो में से राणा गुरजीत व आशु की गैर मौजूदगी को लेकर चर्चा छिड़ गई है। क्योंकि यह दोनों ही नेता खुलकर राजा वडिंग के ग्रुप का विरोध कर रहे हैं। हालांकि उनके ग्रुप से चन्नी व प्रगट सिंह तो इस सुलह में शामिल हो गए हैं। लेकिन राणा गुरजीत व आशु की गैर मौजूदगी को लेकर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह विधानसभा चुनाव से पहले एकजुटता की जरूरत के मद्देनजर हाईकमान द्वारा अपनाए गए फार्मूले से पूरी तरह सहमत नहीं हैं।   

पंजाब में भारी बारिश की तबाही, अब तक 3 लोगों की मौत

गुरदासपुर पंजाब में भारी बारिश की तबाही के बीच अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच गुरदासपुर से दुखद खबर सामने आ रही है कि, यहां  बाढ़ के पानी में डूबने से  महिला की मौत हो गई।   मृतक की पहचान कुलविंदर कौर (45) के रूप में हुई है, जो  डेरा बाबा नानक के गांव खोदे बेट की रहने वाली थी। बताया जा रहा है कि मृतका कुलविंदर कौर अपने बुज़ुर्ग भाई के साथ गुरुद्वारा साहिब दर्शन करने गई थी। दर्शन करने के बाद जब वह घर लौट रही थी तो पानी अधिक होने के कारण उसका पैर सड़क से फिसल गया और वह एक गहरे गड्ढे  में गिर गई। गड्ढे में पानी बहुत ज्यादा होने के कारण कुलविंदर कौर डूब गई और कुछ दूरी तक पानी में बहती रही। स्थानीय लोगों ने उसे देखते ही बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुलविंदर कौर के भाई और स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी ज़्यादा होने के कारण उसे कुछ समय गुरुद्वारा साहिब में ही रुकना पड़ा था। लेकिन जब वह घर जाने के लिए निकली तो पैर फिसलने से यह दुखद हादसा हो गया। 

पंजाब में बाढ़ का कहर: फ्लड गेट टूटा, आर्मी तैनात, हरियाणा रोडवेज ने बसें रोकी

पठानकोट  पंजाब में बारिश और डैमों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण 7 जिले बाढ़ की मार झेल रहे हैं। बुधवार शाम रावी नदी में आए उफान के कारण पठानकोट में माधोपुर हेडवर्क्स का फ्लड गेट टूट गया। यहां 50 लोग फंस गए, जिन्हें निकालने के लिए आर्मी के हेलिकॉप्टर बुलाना पड़ा।  मंगलवार-बुधवार दरम्यानी रात अचानक पानी बढ़ने से गुरदासपुर के नवोदय स्कूल में 451 स्टूडेंट्स और टीचर फंस गए थे, जिनका रेस्क्यू कर लिया गया है। पठानकोट-जम्मू हाईवे के पास नहर टूटने से पानी हाईवे के ऊपर बहने लगा। संगरूर में मुख्यमंत्री भगवंत मान का पैतृक गांव सतौज भी पानी की चपेट में है। CM भगवंत मान ने बुधवार को पठानकोट और गुरदासपुर के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। CM ने अपना हेलिकॉप्टर यहीं छोड़ दिया ताकि लोगों को बचाने में उसे इस्तेमाल किया जा सके। सीएम कार से वापस लौटे। पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में कर्मचारियों -अधिकारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। प्रदेश के सभी 23 जिलों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। 30 अगस्त तक सभी स्कूल पहले ही बंद किए जा चुके हैं। रावी-ब्यास और सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने से पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का जिले के 150 से अधिक गांव डूब गए हैं। यहां NDRF, SDRF और सेना को रेस्क्यू में लगाया गया है। करतारपुर साहिब कॉरिडोर के साथ-साथ पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा परिसर में पानी भर गया है। जम्मू रीजन में भारी बारिश के बाद बिगड़े हालात को देखते हुए उत्तर रेलवे ने 45 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। वहीं 25 से अधिक ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है। जम्मू-तवी, वैष्णो देवी कटरा, पठानकोट और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाने के अलावा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने कल प्रदेश में बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। लेकिन 5 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, रूपनगर और मोहाली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 29, 30 और 31 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अटारी बॉर्डर जलमग्न, पाकिस्तानी पंजाब में 2 लाख लोग बेघर बॉर्डर के इस पार भी बाढ़ है और उस पार भी. पंजाब से लेकर पाकिस्तानी पंजाब तक मानसून की बारिश ने हालात बेहाल कर दिए हैं. अटारी-वाघा बॉर्डर पूरी तरह जलमग्न हो गया है, जिससे आवाजाही थम गई है और सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं. भारत के गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन जैसे जिलों से लेकर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत तक नदियां उफान पर हैं. धूसी बांध टूटने और करतारपुर कॉरिडोर के आसपास पानी भरने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं, वहीं दोनों तरफ हजारों लोग बेघर होकर राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं. मानसून की बारिश ने भारत और पाकिस्तान, दोनों तरफ हालात बेहद खराब कर दिए हैं. वाघा बॉर्डर से आई तस्वीरों में पूरा इलाका पानी में डूबा नजर आ रहा है, जिससे सीमा पर आवाजाही ठप हो गई है और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता भी बढ़ गई है. डेरा बाबा नानक में कई गांव जलमग्न पंजाब में गुरदासपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों में रावी नदी का बहाव तेज हो जाने से डेरा बाबा नानक में श्री करतारपुर कॉरिडोर दर्शन स्थल पर बना धूसी बांध टूट गया. इसके बाद पूरे इलाके में पानी घुस गया और कई गांव जलमग्न हो गए. धूसी बांध टूटने से हजारों एकड़ कृषि भूमि भी पानी में डूब गई है. डेरा बाबा नानक शहर में घरों में पानी भर गया है और लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं संगरूर के तोलावाल गांव में भारी बारिश से कई घरों की छतें गिर गईं और तबाही का आलम साफ दिख रहा है. पाकिस्तानी पंजाब में 2 लाख से अधिक लोग बेघर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भी हालात कमोबेश ऐसे ही हैं. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, 210,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं. वहां बाढ़ और बारिश से गांव डूब रहे हैं और तेज बहाव का पानी भारतीय सीमा की ओर भी आ रहा है, जिससे सीमा से सटे इलाकों की स्थिति और खराब हो गई है. करतारपुर कॉरिडोर के पुल के नीचे तेज धारा में बहता पानी दोनों तरफ के लोगों के लिए खतरा बना हुआ है. बाढ़ से निपटने के लिए सेना तैनात पंजाब प्रांत में बाढ़ से पैदा हुई तबाही से निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को औपचारिक तौर पर सेना को बुला लिया है. इसके लिए गृह मंत्रालय ने आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया. मुल्क का सबसे बड़ा प्रांत पंजाब इस वक्त भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है. इस साल अब तक पाकिस्तान में मानसूनी बारिश और बाढ़ से 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सेना के जवानों को सरगोधा, लाहौर, ओकारा, फैसलाबाद, सियालकोट, नारोवाल और कसूर जिलों में भी तैनात किया जाएगा.  मौसमी बारिश 26 जून से शुरू हुई थी और अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों में कम से कम आठ बार मानसूनी बारिश हो चुकी है. इनसे आई बाढ़ और लगातार बारिश के चलते अब तक 809 लोगों की मौत और 1,100 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं.