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समय सारिणी अपडेट: रामलला के दर्शन व आरती में बदलाव, जानें कब खुलेंगे कपाट

अयोध्या शरद ऋतु के आगमन के साथ ही अयोध्या में रामलला के दर्शन अवधि में बदलाव कर दिया गया है। 23 अक्तूबर से श्रद्धालुओं को राम मंदिर में सुबह 7 बजे से रामलला के दर्शन हो रहे हैं। रात 9 बजे तक दर्शन का यह क्रम जारी रहता है। आरती के समय में भी बदलाव किया गया है। दोपहर में आरती व भोग के लिए एक घंटे तक मंदिर का पट बंद रहता है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रामलला के दर्शन की नई समय सारिणी जारी की गई है। राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने बताया कि शरद ऋतु शुरू हो रही है। ऐसे में रामलला के दर्शन अवधि में कुछ बदलाव किया गया है। दोपहर 12 से 1 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे रामलला की मंगला आरती जो अब तक सुबह 4 बजे होती थी, अब वह 4:30 बजे होती है। साथ ही रामलला की शृंगार आरती सुबह 6 बजे के बजाय 6:30 बजे हो रही है। दर्शन अब सुबह 6:30 बजे के बजाय सुबह 7 बजे से शुरू होता है। दोपहर 12 बजे रामलला को भोग अर्पित किया जाता है। इस दौरान दोपहर 12 से 1 बजे तक दर्शन बंद रहता है। रामलला की संध्या आरती शाम 7 बजे ही होती है। इसके बाद श्रद्धालुओं को रात 9 बजे तक दर्शन प्राप्त होंगे। रात 9:30 बजे शयन आरती के साथ ही मंदिर बंद कर दिया जाता है। शरद ऋतु के चलते रामलला के राग-भोग में भी बदलाव किया गया है। रामलला को ठंड न लगे इसलिए उन्हें सुबह गुनगुने पानी से स्नान कराया जा रहा है। भोग में ड्राई फ्रूट्स की मात्रा बढ़ा दी है। सर्दी और बढ़ने पर रामलला के रजाई ओढ़ाई जाएगी व ऊनी वस्त्र पहनाए जाएंगें। ये है समय सारिणी     सुबह 04:30 बजे- मंगला आरती     सुबह 6:30 बजे- शृंगार आरती- दर्शन मार्ग से प्रवेश प्रारंभ     सुबह 07:00 बजे- दर्शन प्रारंभ     दोपहर 12:00 बजे- भोग आरती- डी-वन से प्रवेश बंद     दोपहर 12:30 से 01 बजे तक पट बंद रहेगा     दोपहर 01:00 बजे- दर्शन प्रारंभ     रात 09:00 बजे- डी-एक से प्रवेश बंद     रात 9:15 बजे- दर्शन समाप्त     रात 9:30 बजे- शयन आरती- फिर कपाट बंद

शहडोल में दिल दहला देने वाली घटना: भाईयों की बेरहमी से पिटाई, चीखों के बीच मौत

शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र की केशवाही पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम बलबहरा में 21 अक्टूबर की रात पुरुषोत्तम तिवारी के ऑटो पार्ट्स दुकान में हुए हमले के खौफनाक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। दरिंदों ने तीनों भाइयों को गाली दे-देकर बेरहमी से पीटा है। हमलावरों की संख्या दो दर्जन से अधिक है और मारपीट करते समय दो या तीन लोग पकड़े थे और बाकी बेरहमी से लाठियां भांज रहे थे। तीनों भाई जान बचाने के लिए चीख-चिला रहे थे, लेकिन दंरिदों का ह्दय थोड़ा भी नहीं पसीजा। पुलिस ने नौ लोगों को किया गिरफ्तार जब तक तीनों भाइयों को होश था, तब तक पीटते रहे। घटना में राकेश तिवारी (38)और राहुल तिवारी (30) की मौत हो गई है, जबकि बड़े बेटे सतीश तिवारी(42) का गंभीर हाल में बिलासपुर में इलाज चल रहा है। घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित अनुराग शर्मा के पिता सहित नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके एक साथी आरोपित को शनिवार को पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार दो दर्जन से अधिक आरोपित इसमें शामिल हैं, जिनकी तलाश चल रही है।   आरोपित में मारपीट करने वालों के अलावा वे लोग भी शामिल हैं, जो इस हत्याकांड की योजना में सहभागी थी। अब तक की जांच में आए तथ्यों के अनुसार यह घटना योजनाबद्ध तरीके से की गई है। कई दिनों से रैकी की जा रही थी और कई लोग इसमें लगे थे, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। इससे यह माना जाए कि पुलिस का सूचनातंत्र मर चुका है और यदि सूचना तंत्र मजबूत था तो फिर पुलिस की चूक के कारण इतनी बड़ी घटना हुई, जिससे शहडोल दागदार हो गया। चौकी प्रभारी की लापरवाही आई सामने पीड़ित पक्ष भी ऐसा ही आरोप लगा रहा है कि केशवाही चौकी प्रभारी की लापरवाही से ही यह घटना हुई है। घटना के भयानक वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं और इससे लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। यह गुस्सा आरोपितों के प्रति तो है ही, लेकिन पुलिस भी इससे अछूती नहीं हैं। हत्या की घटना के दूसरे दिन केशवाही चौकी प्रभारी को लाइन अटैच कर उन्हें सुरक्षित कर दिया गया और इसके बाद बुढ़ार थाना प्रभारी को यातायात प्रभारी बना दिया गया। इस कार्रवाई में भी चार दिन लग गए हैं। वीडियो को देखने के बाद हर व्यक्ति इस घटना में बड़ी कार्रवाई की अपेक्षा कर रहा है। मुख्य आरोपित अनुराग शर्मा, नयन पाठक, धनेश शर्मा, नीलेश कुशवाहा, सचिन शर्मा, अखिलेश यादव, अंकित राय निवासी ओपीएम अमलाई और रवि चौधरी बलबहरा एवं एक नाबालिग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपितों का किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। अब घटना की आगे की कार्रवाई नए थाना प्रभारी करेंगे।

धान घोटाले पर सस्पेंस बढ़ा, BKU चढूनी ग्रुप ने सीबीआई जांच की मांग की

कुरुक्षेत्र  कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की प्रदेश स्तरीय बैठक में धान घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की। साथ में डीएफएससी के निलंबन की पुरजोर मांग उठाई। इस दौरान भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि डीएसएससी पर अब तक कार्रवाई नहीं करने से किसानों में रोष है और यदि यह कार्रवाई नहीं की गई तो किसान संगठन कड़े कदम उठाने पर विवश होगा। वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से मंडियों से जुड़े 5 अधिकारियों को निलंबन करने पर स्वागत किया और कहा कि सारा ही महकमा भ्रष्ट है और सभी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए तभी भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उत्पादन पिछले साल से 25 से 30 प्रतिशत कम है फिर भी धान उससे अधिक कैसे खरीदा गया। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। क्योंकि उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों से धान और चावल आ रहा है और उसमें बड़ी धांधलेबाजी की बू आ रही है। डीएफएससी के निलंबन को लेकर बैठक में आए लोगों ने जाट धर्मशाला से देवीलाल चौक तक रोष मार्च भी निकाला और प्रशासन को ज्ञापन भी दिया।  

दुर्घटना का कहर: मृतकों की संख्या बढ़कर 27, हादसे में एक और घायल की जान गई

जैसलमेर जोधपुर-जैसलमेर हाइवे पर बस आग हादसे ने एक बार फिर राजस्थान को शोक में डूबो दिया है। शनिवार को इलाज के दौरान एक और घायल इकबाल ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद इस भीषण हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है। हादसे में घायल एक व्यक्ति अब भी वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है, जबकि चार अन्य घायलों का सामान्य वार्ड में इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार सभी घायलों की हालत पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीमें चौबीसों घंटे ड्यूटी पर हैं ताकि किसी भी तरह की स्थिति से निपटा जा सके। इलाज के दौरान तोड़ा दम, परिवार में मचा कोहराम महात्मा गांधी अस्पताल, जोधपुर के अधीक्षक डॉ. फतेह सिंह भाटी ने बताया कि लाठी गांव निवासी ओमप्रकाश (40), जो वेंटिलेटर पर भर्ती थे, ने मंगलवार को इलाज के दौरान अंतिम सांस ली थी। इसके बाद शनिवार को एक और घायल इकबाल ने भी दम तोड़ दिया। दोनों ही मरीज गंभीर रूप से झुलसे हुए थे और पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे। डॉ. भाटी ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश थी कि सभी को बचाया जा सके, लेकिन झुलसने की गंभीरता बहुत ज्यादा थी। एयरफोर्स परीक्षा देकर लौट रहा युवक भी नहीं बच सका हादसे के पीड़ितों में एक नाम महिपाल सिंह का भी था, जिसने 18 अक्तूबर को अपनी अंतिम सांस ली। महिपाल एयरफोर्स की परीक्षा देकर जैसलमेर से अपने गांव लौट रहा था। हादसे के वक्त वह बस में सवार था और उसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह झुलसने के बाद खुद बस से नीचे उतरता दिखा था। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।   कैसे हुआ यह दिल दहला देने वाला हादसा राजस्थान के जैसलमेर जिले में 14 अक्तूबर यानी मंगलवार दोपहर चलती एसी बस में अचानक भीषण आग लग गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। बस का फाटक लॉक हो गया था, जिससे कई लोग अंदर फंस गए। कुछ यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई। बस में कुल 57 यात्री सवार थे। शुरुआती जांच में पता चला कि शॉर्ट सर्किट से बस के इंजन में आग लगी, जो देखते ही देखते पूरे वाहन में फैल गई। अधिकांश यात्री जोधपुर और जैसलमेर के ग्रामीण इलाकों से थे और कामकाज या परीक्षा से लौट रहे थे। राज्यभर में शोक, सरकार ने की थी मदद की घोषणा इस हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। मुख्यमंत्री और स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की थी। वहीं, सरकार ने हादसे की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे ताकि आग लगने की वास्तविक वजह का पता लगाया जा सके।   मौतों का बढ़ता आंकड़ा और टूटते परिवार अब तक इस हादसे में 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कई एक ही परिवार के सदस्य थे, जिनकी एक साथ चिताएं जलने से गांवों में मातम का माहौल है। घायलों के परिजन अब भी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं और हर गुजरते दिन के साथ उम्मीदें कमजोर पड़ती जा रही हैं।

मुख्यमंत्री साय की पहल से पर्यटन के अंतर्राष्ट्रीय पटल पर उभर रहा है जशपुर

जर्मन मेहमानों को जशपुर की जनजातीय संस्कृति ने किया मंत्रमुग्ध रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्रेरणा और राज्य सरकार की पर्यटन संवर्धन नीतियों के अंतर्गत जशपुर अब विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है। इसकी झलक हाल ही में तब देखने को मिली जब जर्मनी से आए पर्यटक बर्नहार्ड और  फ्रांजिस्का जशपुर की जनजातीय संस्कृति, कला और आत्मीयता से गहराई से प्रभावित हुए। दोनों पर्यटकों ने क्षेत्रीय स्टार्टअप “ट्रिप्पी हिल्स” के अनुभवात्मक पर्यटन कार्यक्रम के तहत जनजातीय जीवन की बारीकियों को समझा। यात्रा की शुरुआत मलार समुदाय से हुई, जो अपने उत्कृष्ट हस्तनिर्मित आभूषणों और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है। इन कारीगरों की रचनात्मकता ने विदेशी मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के गांव में उन्होंने पारंपरिक जीवनशैली और प्रकृति के साथ गहरे संबंध को महसूस किया। वहीं अगरिया समुदाय के दौरे में लौह गलाने की पारंपरिक तकनीक का जीवंत प्रदर्शन हुआ, जिसने दोनों अतिथियों को आश्चर्यचकित कर दिया। यात्रा का समापन स्थानीय हाट-बाजार में हुआ, जहाँ रंगीन वस्त्र, मिट्टी की खुशबू और पारंपरिक जनजातीय संगीत ने जशपुर की जीवंत सांस्कृतिक धड़कन को अभिव्यक्त किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हमेशा इस बात पर बल दिया है कि जशपुर की जनजातीय संस्कृति केवल धरोहर नहीं, बल्कि पर्यटन विकास का सशक्त माध्यम भी है। उनके नेतृत्व में जशपुर में सड़क, संचार और सुविधाओं के प्रसार से नए पर्यटन मार्ग तैयार हो रहे हैं। “कल्चर देवी” और “अनएक्सप्लॉरड बस्तर” जैसे संगठनों के सहयोग से स्थानीय समुदायों को भी अपने हुनर को दुनिया के सामने लाने का अवसर मिला है। यह अनूठा सांस्कृतिक अनुभव इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति अब वैश्विक आकर्षण का केंद्र बन रही है, जहाँ परंपरा, प्रकृति और आधुनिकता का सुंदर संगम नजर आता है।

रास्ता पूछने का बहाना, महिला से गहनों की चोरी – MP में हुई शर्मनाक घटना

ग्वालियर लश्कर क्षेत्र से कारोबारी की पत्नी के साथ ठगी का मामला प्रकाश में आया है। घटना में एक किशोर और एक युवक शामिल बताए जा रहे हैं। कोतवाली थाना पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपितों का पता लगाया जा सके। ऐसे दिया घटना को अंजाम घटना के अनुसार, लश्कर स्थित चिटनिस की गोठ में रहने वालीं मीना बंसल बाजार जाने के लिए निकली थीं और महाराज बाड़े की तरफ जा रही थीं। इसी मार्ग पर एक किशोर उनसे मिला और उसने धौलपुर जाने का रास्ता पूछा। किशोर ने उन्हें बस स्टैंड का रास्ता बताया और वहीं अचानक एक युवक भी आ गया। युवक ने किशोर के हाथ में रखे थैले में दिख रहे नोटों के बारे में पूछा। इसके बाद थैले में नोटों की गड्डियां दिखाई गईं। थोड़ी देर में एक और महिला भी मौके पर आ गई। तीनों ने मीना बंसल से बातों में उलझाकर उन्हें गली की ओर ले जाकर गहने उतरवा लिए। आरोपितों ने गहने कपड़े में रख देने की बात कही और वहां से भाग गए। बाद में जब मीना ने कपड़ा खोलकर देखा तो उसमें गहनों के स्थान पर कंकड़-पत्थर मिले। पीड़ित महिला ने तुरंत कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। इंटर-स्टेट गैंग के सदस्य होने की संभावना पुलिस ने बताया कि मीना ने शिकायत के दौरान पूर्व में पकड़े गए आरोपितों की फोटो भी देखीं, पर महिला का कहना था कि इनमें से कोई भी वह पहचान नहीं पाईं। इसके बावजूद पुलिस को आशंका है कि यह लोग पहले पकड़े गए इंटर-स्टेट गैंग के सदस्य हो सकते हैं। जनकगंज क्षेत्र में यह गैंग दीपावली से पहले पकड़ा गया था, इसलिए आरोपितों की संभावित पहचान पर भी जांच की जा रही है। कोतवाली थाना प्रभारी मोहिनी वर्मा ने बताया, "महिला के साथ ठगी की घटना हुई है। FIR दर्ज कर ली गयी है। हमने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे हैं, इनमें संदेही व्यक्ति नजर आए हैं। उनकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है।" पुलिस अब आसपास के सीसीटीवी फुटेज, गहनों की बिक्री-खरीदी के संभावित ठिकानों और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मामला गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द ही दोषियों की गिरफ्तारी के साथ उनके जुड़ने वाले नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश जारी रहेगी।

ग्राहकों के लिए बुरी खबर: वेरका के प्रोडक्ट्स के दाम बढ़े

पंजाब  त्योहारों के सीजन के बीच वेरका ने ग्राहकों को तगड़ा झटका दे दिया है। जानकारी के अनुसार वेरका ने दाम बढ़ा दिए हैं। आपको बता दें कि अब लस्सी का पैकेट 35 रुपये में मिलेगा जो कि पहले 30 रुपए का था। इसके साथ ही खीर के दाम में भी बढ़ौतरी की गई है। पहले खीर 20 रुपए में मिलती थी जिसे अब 25 रुपए की कर दिया गया है।   वहीं बता दें कि वेरका ने दाम के साथ-साथ क्वांटिटी को भी बढ़ाया है। पहले 30 रुपए में 800 मिलीलीटर का लस्सी का पैकेट मिलता था जबकि अब 35 रुपये में 900 मिलीलीटर लस्सी मिलेगी। वहीं पहले 20 रुपए में 180 ग्राम खीर मिलती थी जबकि अब 25 रुपए में 200 ग्राम खीर मिलेगी। आज से ही नए रेट के पैकेट बाजार में आ गए हैं। दाम बढ़ने से ग्राहकों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा।    

सरकारी जमीन पर फर्जीवाड़ा: पांच महीने पहले亡 हुई महिला के नाम दर्ज की गई संपत्ति

मुरैना सरकारी पट्टे और भूदान की बेशकीमती जमीनों को हड़पने के लिए भू-माफिया किस तरह के हथकंडे अपनाते हैं, इसका ताजा उदाहरण कैलारस तहसील के शेखपुर गांव में देखने को मिला है। यहां भूदान की सरकारी जमीन को कब्जाने के लिए न केवल रिकॉर्ड में हेरफेर की गई, बल्कि जमीन की मालकिन नर्मदा जाटव की मौत के पांच महीने बाद उनके नाम से जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। कलेक्टर लोकेश जांगिड़ ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। शेखपुर हल्का के सर्वे नंबर 312 की 0.784 हेक्टेयर जमीन भूदान की थी, जो शेखपुर निवासी कलावती पत्नी बिस्सू जाटव के दो बेटों बनवारी जाटव, बृजेश जाटव और बेटी नर्मदा जाटव के नाम दर्ज थी। यह जमीन नेशनल हाईवे 552 के किनारे स्थित है और वर्तमान में इसकी कीमत लगभग छह करोड़ रुपये बताई जा रही है। गरीब परिवार से यह जमीन करीब 40 लाख रुपये में खरीदी गई। चौंकाने वाली बात यह है कि नर्मदा जाटव की मृत्यु 3 अक्टूबर 2022 को हो चुकी थी। परिवार को सरकार से चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी ग्राम पंचायत के माध्यम से मिल चुकी थी। इसके बावजूद मृतका को जिंदा दिखाकर 15 मार्च 2023 को उनके नाम से जमीन की दो रजिस्ट्रियां कर दी गईं। पहली रजिस्ट्री में नर्मदा के नाम से 0.098 हेक्टेयर जमीन सुभाष पुत्र केदार पाराशर निवासी इटोरा और अरविंद पुत्र हरिविलास शर्मा निवासी रामपुर कला के नाम बेची गई। उसी दिन दूसरी रजिस्ट्री में मृतका नर्मदा को बिचपुरी हल्का, तहसील जौरा की 0.0980 हेक्टेयर जमीन का खरीदार बताया गया। यह फर्जी रजिस्ट्री इस शर्त को पूरा करने के लिए की गई थी कि भूदान की जमीन बेचने के बदले उतनी ही जमीन कहीं और खरीदी जाए। दरअसल, भूदान की जमीन बेचने की अनुमति तभी मिलती है जब उतनी या उससे अधिक भूमि कहीं और खरीदी जाए। इसलिए भू-माफियाओं ने बिचपुरी की बंजर और पथरीली जमीन मृतका के नाम करवा दी, ताकि करोड़ों की जमीन का सौदा वैध प्रतीत हो सके। इससे पहले मृत नर्मदा के भाई बनवारी जाटव, बृजेश जाटव और मां कलावती जाटव ने अपने हिस्से की 0.686 हेक्टेयर भूदान की जमीन 23 फरवरी 2023 को बेच दी थी। बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के इस विक्रय को राजस्व रिकॉर्ड में स्वीकृत कर लिया गया और बाद में यह जमीन सुभाष पाराशर, अरविंद शर्मा और संजय पुत्र रामरतन शर्मा निवासी पालपुर कॉलोनी, सबलगढ़ के नाम दर्ज हो गई। शिकायतकर्ता अभिषेक सिंह जादौन निवासी सबलगढ़ ने इस पूरे फर्जीवाड़े की शिकायत कलेक्टर अंकित अस्थाना से की है। उनके अनुसार, मृतका नर्मदा की जगह रजिस्ट्री कार्यालय में कमला जाटव नामक महिला को खड़ा किया गया, जो बनवारी जाटव की पत्नी है। जबकि बनवारी स्वयं इस सौदे में गवाह बना। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच समिति गठित कर दी है। अब यह जांच की जा रही है कि इस पूरे प्रकरण में राजस्व और रजिस्ट्री कार्यालय के कौन-कौन कर्मचारी शामिल थे और कैसे मृतका के नाम से यह जमीनें बेची जा सकीं। मामला गंभीर है, इसलिए सबलगढ़ एसडीएम मेघा तिवारी को पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच परिणाम आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।लोकेश जांगिड़कलेक्टर, मुरैना

नीतीश के गढ़ नालंदा से अमित शाह का बड़ा चुनावी संदेश: तैयारी शुरू!

पटना  विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में बिहार पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार की धरती नालंदा से बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो अगली बार बिहार में विधानसभा चुनाव एक चरण में संपन्न कराया जाएगा। कहा कि जब लालू, राबड़ी की सरकार थी तो खराब विधि व्यवस्था के कारण छह चरणों में चुनाव कराना पड़ता था। खगड़िया, मुंगेर के बाद अमित शाह ने नालंदा में चुनावी रैली को संबोधित किया। राजद की सरकार पर करारा प्रहार करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर बिहार की बड़ी समस्या थी। लालू राज में छह चरणों में चुनाव होते थे। एनडीए की सरकार बनी तो तीन चरणों तक पहुंच गया। इस बार 6 नवंबर और 12 नवंबर को दो फेज में मतदान है। आप सब मिलकर एनडीए की सरकार बना दो, अगली बार पूरे बिहार में एक ही चरण में चुनाव संपन्न कराया जाएगा। नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने मिलकर नक्सलवाद का खात्मा कर दिया है। इस बार गया, औरंगाबाद, शाहाबाद में भी तीन बजे तक नहीं बल्कि पांच बजे तक वोटिंग होगी। अपराध में जल चुके बिहार को नीतीश कुमार ने एक अच्छा प्रदेश बना दिया। अमित शाह ने कहा कि इसी नालंदा में 1998 और दंगे हुए। यह बात युवा मतदाताओं को पता ही नहीं है। निर्दोष लोग मारे गए, धार्मिक स्थानों को जलाया गया, दुकानों में आग लगा दी गईं। लालू जी के बेटे तेजस्वी कानून व्यवस्था की बात करते हैं। वे जरा समझ लें कि 2005 की तुलना में 2024 में आपराधिक घटनाओं में कितने प्रतिशत की कमी आई है। अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने न सिर्फ बिहार से नक्सलियों का सफाया किया बल्कि काश्मीर के आतंकियों को भी सबक सिखा दिया। धारा 370 हटाने पर राहुल गांधी खून की नदियां बहने की धमकी दे रहे थे। लेकिन किसी को एक पत्थर चलाने की भी हिम्मत नहीं हुई। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों कोऑपरेशन सिंदूर से हमने करारा जवाब दिया। उनके घर में घुसकर सफाया कर दिया।  

सत्र 2025-26 में 44127.91 मीट्रिक टन हुई धान खरीद, 2024-25 में इस अवधि तक की गई थी 25329.75 मीट्रिक टन की खरीद

लखनऊ, 'अन्नदाता किसानों' को निरंतर योगी सरकार का साथ मिल रहा है। आंकड़े योगी सरकार की सकारात्मक नीतियों की गवाही दे रहे हैं। गौरतलब है कि विपणन सत्र 2025-26 में धान बिक्री के लिए पहली सितंबर से पंजीकरण प्रारंभ हुआ था। 25 अक्टूबर तक धान बिक्री के लिए 1,54,035 किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। वहीं विगत वर्ष (2024-25) में इस अवधि तक 1,51,374 किसानों ने पंजीकरण कराया था। बाजरा के लिए 15248, ज्वार के लिए 2706 तथा मक्का के लिए 1509 किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। 44127.91 मीट्रिक टन धान की हुई खरीद, पिछले वर्ष हुई थी 25329.75 मीट्रिक टन की खरीद खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक इस वर्ष 2369 रुपये कॉमन तथा 2389 रुपये (ग्रेड-ए) प्रति कुंतल की दर से खऱीद हो रही है। 7507 किसानों से 44127.91 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इस अवधि तक 4517 किसानों से 25329.75 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी। वहीं श्रीअन्न बाजरा की खरीद इस वर्ष अब तक 4153.35 मीट्रिक टन हो चुकी है। पिछले वर्ष इस अवधि तक 4021.39 मीट्रिक टन बाजरा खरीद हुई थी। सीएम योगी के निर्देश पर 48 घंटे में किसानों को किया जा रहा भुगतान सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 48 घंटे के भीतर किसानों को भुगतान किया जा रहा है। धान बिक्री करने वाले किसानों को इस वर्ष अब तक 86.68 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। इस अवधि में पिछले वर्ष 43.91 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। वहीं बाजरा के किसानों को 8.43 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से स्थानांतरित किए गए हैं, पिछले वर्ष इस अवधि तक यह आंकड़ा 7.63 करोड़ रुपये का था। सीएम योगी की नीतियों के कारण किसानों के हित में प्रतिवर्ष सकारात्मक पहल बढ़ती जा रही है। टोल फ्री नंबर 18001800150 पर समस्या बता सकते हैं किसान किसान अपनी किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 से मदद ले सकते हैं। इसके अलावा वे जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक से भी संपर्क साध सकते हैं। किसानों के आधार लिंक्ड बैंक खाते में सीधे भुगतान किया जाएगा। वहीं बिचौलियों को रोकने व पारदर्शिता बरतते हुए क्रय केंद्रों पर मोटे अनाज की खरीद ई-पॉप (इलेक्ट्रॉनिक प्वॉइंट ऑफ परचेज) डिवाइस के माध्यम से पहले की भांति किसानों का बायोमीट्रिक सत्यापन के जरिए ही होगी। इन जिलों में हो रही मक्का खरीद   मक्का खरीद 25 जनपदों में चल रही है। यह जनपद बदायूं,  बुलंदशहर, हरदोई, उन्नाव, मैनपुरी, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस, कानपुर नगर-देहात, कन्नौज, औरैया, इटावा, बहराइच, गोंडा, बलिया, जौनपुर, फर्रुखाबाद, मीरजापुर, सोनभद्र, देवरिया व ललितपुर हैं। बाजरा खरीद वाले जनपद निर्धारित बदायूं,  बुलंदशहर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, अलीगढ़, कासगंज, हाथरस, एटा, बरेली,  शाहजहांपुर, संभल, रामपुर, अमरोहा, कानपुर नगर-देहात, फर्रुखाबाद, औरैया, कन्नौज, इटावा, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, जौनपुर, प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी, मीरजापुर, बलिया, हरदोई व उन्नाव समेत 33 जनपदों में बाजरा खरीद हो रही है।   इन जिलों में हो रही ज्वार की खरीद बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर-देहात, फतेहपुर, उन्नाव, हरदोई, मीरजापुर व जालौन में ज्वार की खरीद चल रही। 2025-26                                                         2025-24 धान- 1,54,035 पंजीकरण                 1,51,374 पंजीकरण बाजरा- 15,248 पंजीकरण                  6075 पंजीकरण ज्वार- 2706 पंजीकरण                      1262 पंजीकरण मक्का- 1509 पंजीकरण                    —————— वर्ष (2025-26) धान खरीद- 44127.91 मीट्रिक टन किसान- 7507 किसानों को भुगतान- 86.68 करोड़ बाजरा खरीद- 4153.35 मीट्रिक टन किसान- 715 भुगतान 8.43 करोड़ पूर्वी उत्तर प्रदेश व लखनऊ संभाग के इन जनपदों में पहली नवंबर से शुरू होगी खरीद पूर्वी उत्तर प्रदेश के संभागों में पहली नवम्बर से धान खरीद होगी। यह खरीद पूर्वी उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मीरजापुर व प्रयागराज संभाग में होगी। इसके साथ ही लखनऊ संभाग के लखनऊ, रायबरेली व उन्नाव में भी पहली नवंबर से खरीद होगी, जो 28 फरवरी 2026 तक चलेगी।