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उत्तर प्रदेश में अब नक्शा पास कराने की झंझट खत्म, घर के साथ आसानी से खोलिए दुकान

लखनऊ  उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी निर्माण को लेकर बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है। अब अगर आप मकान बना रहे हैं और उसके साथ दुकान भी खोलना चाहते हैं, तो नक्शा पास कराने की झंझट नहीं होगी। साथ ही छोटे भूखंडों पर निर्माण के लिए नक्शा पास कराना अब अनिवार्य नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में प्रदेश के शहरी इलाकों के लिए नई भवन निर्माण उपविधियां और आदर्श जोनिंग रेगुलेशन-2025 लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत अब बड़े शहरों में 24 मीटर और छोटे शहरों में 18 मीटर चौड़ी सड़कों पर आवासीय भवनों के साथ दुकानें बनाने की छूट दी जाएगी। मकान में ही बना सकेंगे दुकान नई व्यवस्था के तहत अब विकास प्राधिकरणों में नक्शा पास कराने के लिए लंबी प्रक्रियाओं और पैसों की वसूली पर भी लगाम लगाने की कोशिश की गई है. सरकार ने 100 वर्ग मीटर तक के आवासीय और 30 वर्ग मीटर तक के व्यावसायिक प्लॉट पर नक्शा पास कराने की बाध्यता खत्म कर दी है. इन भूखंडों पर लोग सिर्फ विकास प्राधिकरण में रजिस्ट्रेशन कराकर निर्माण करा सकेंगे. यूपी सरकार ने पुराने नियमों को बदलते हुए ‘उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण भवन निर्माण एवं विकास उपविधियां और आदर्श जोनिंग रेगुलेशन्स-2025’ लागू करने का फैसला किया है. अब बड़ी आबादी वाले शहरों में 24 मीटर और कम आबादी वाले शहरों में 18 मीटर चौड़ी सड़क पर मकान के साथ दुकान बनाने की अनुमति होगी. बिल्डिंग बनाने का नियम भी आसान सरकार ने बिल्डिंग बनाने के नियम भी आसान कर दिए हैं. 45 मीटर चौड़ी सड़कों पर ऊंची इमारतें बनाने पर अब कोई एफएआर यानी फ्लोर एरिया रेशियो की सीमा नहीं होगी. वहीं, छोटे प्लॉट्स के लिए भी एफएआर बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा ग्रीन रेटेड भवनों को अतिरिक्त एफएआर का फायदा दिया जाएगा. अब 18 मीटर चौड़ी सड़कों पर शॉपिंग मॉल बनाने की भी इजाजत दी गई है. वहीं, 3000 वर्ग मीटर से बड़े भूखंड पर ही अस्पताल और शॉपिंग मॉल बन सकेंगे. छोटे भूखंडों पर डॉक्टर्स, आर्किटेक्ट्स, वकीलों जैसे प्रोफेशनल्स को अपने घर का 25 फीसदी हिस्सा दफ्तर के तौर पर इस्तेमाल करने की छूट मिलेगी, जिसके लिए नक्शा पास कराने की जरूरत नहीं होगी. पार्किंग के लिए नई व्यवस्था पार्किंग को लेकर भी नई व्यवस्था की गई है. 4000 वर्ग मीटर से बड़े भूखंडों पर अलग से पार्किंग ब्लॉक बनाना होगा, पोडियम और मेकेनाइज्ड ट्रिपल स्टैक पार्किंग की भी अनुमति दी गई है. इसके अलावा अस्पतालों में एंबुलेंस पार्किंग और स्कूलों में बस पार्किंग और पिक-एंड-ड्रॉप ज़ोन बनाने के भी नए प्रावधान किए गए हैं. सरकार का दावा है कि इन बदलावों से शहरी विकास को नई रफ्तार मिलेगी और आम लोगों को राहत भी. सरकार ने नक्शा पास कराने की बाध्यता भी काफी हद तक खत्म कर दी है। अब 100 वर्ग मीटर तक के आवासीय और 30 वर्ग मीटर तक के व्यावसायिक भूखंडों पर बिना नक्शा पास कराए निर्माण किया जा सकेगा। केवल विकास प्राधिकरण में पंजीकरण कराना जरूरी होगा। इससे आम लोगों को न केवल राहत मिलेगी बल्कि भ्रष्टाचार और फर्जी वसूली पर भी लगाम लगेगी। इतना ही नहीं, जिन क्षेत्रों में ले-आउट पहले से स्वीकृत है, वहां 500 वर्ग मीटर के आवासीय और 200 वर्ग मीटर के व्यावसायिक भूखंडों के लिए नक्शा ऑनलाइन दाखिल करने के बाद उसे “ट्रस्ट बेस्ड अप्रूवल” माना जाएगा। यानी संबंधित व्यक्ति की जिम्मेदारी पर नक्शा स्वतः स्वीकृत माना जाएगा, जिससे प्रक्रिया और आसान हो जाएगी। इस नई व्यवस्था से शहरों में मिश्रित भूमि उपयोग (मल्टी यूज जोन) को बढ़ावा मिलेगा। आम नागरिक अब सरल तरीके से घर और व्यवसाय एक साथ शुरू कर सकेंगे। सरकार का मानना है कि यह कदम शहरी विकास को गति देगा और छोटे निवेशकों को भी प्रोत्साहित करेगा।  

उद्यानकी फसल उगाने वाले कृषक अपने खेत के चारो ओर गेलनवाईज जाली लगवा सकते, ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित

जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिये खेत पर जाली लगाने का आधा खर्च सरकार वहन करेगी फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेतों पर जाली लगाने का आधा खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी उद्यानकी फसल उगाने वाले कृषक अपने खेत के चारो ओर गेलनवाईज जाली लगवा सकते, ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित  भोपाल  फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेतों पर जाली लगाने का आधा खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। अब राष्ट्रीय बागवानी एकीकृत विकास कार्यक्रम के तहत उद्यानकी फसल उगाने वाले कृषक अपने खेत के चारो ओर गेलनवाईज जाली लगवा सकते है। उद्यानकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा इच्छुक किसानों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गए हैं। आयुक्त उद्यानकी के अनुसार उद्यानकी फसलों में सब्जी, फल, फूल एवं मसालों की फसलों को जंगली जानवरों द्वारा क्षति पहुंचाई जाती है इससे बचाव के लिये यह योजना लागू की गई है। विभाग द्वारा किसानों को जाली लगाने में आने वाला खर्च का आधा (50 प्रतिशत) अनुदान प्रदान किया जाएगा। जाली लगाने का खर्चा 300 रुपये प्रति रनिंग मीटर आता है यानि एक हजार रनिंग मीटर का खर्चा तीन लाख रुपये है इसमें डेढ़ लाख रुपये राज्य सरकार देगी तथा शेष डेढ़ लाख रूपये किसान वहन करेगा।  

राजीव कुमार टंडन होंगे मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष

भोपाल  राज्य शासन द्वारा मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन को अपने पद के साथ आगामी आदेश तक मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में प्राधिकृत किया गया है। राज्य शासन द्वारा 4 जुलाई 2025 शुक्रवार को आदेश जारी कर दिये गये हैं।

मल्लीगुड़ा और जराटी स्टेशनों के बीच हुए भूस्खलन ने किरंदुल-विशाखापत्तनम रेल लाइन ठप

जगदलपुर ओडिशा के कोरापुट जिले के पास मल्लीगुड़ा और जराटी स्टेशनों के बीच हुए भूस्खलन ने किरंदुल-विशाखापत्तनम रेल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही को ठप कर दिया है. बुधवार से ही जगदलपुर से चलने वाली यात्री और मालगाड़ियां प्लेटफॉर्म पर ही खड़ी हैं. भूस्खलन की वजह से पटरी पर पड़े मलबे को हटाने के लिए रेलवे करीब 300 श्रमिकों और 13 आधुनिक मशीनों की मदद से लगातार काम में जुटा है. वाल्टेयर मंडल के डीआरएम ललित बोहरा और रायगड़ा मंडल के डीआरएम अमिताभ सिंघल मौके पर निगरानी कर रहे हैं. दो दिन से जारी इस अभियान में बारिश के कारण दिक्कतें आ रही हैं, जिससे काम की रफ्तार धीमी पड़ गई है. बताया गया है कि पहाड़ी से एक बड़ा बोल्डर और मलबा खिसककर सीधे ट्रैक पर आ गिरा है, जिससे पटरी पूरी तरह जाम हो गई. सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने एहतियातन 10 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है. साथ ही जगदलपुर से पुरी जाने वाली रथयात्रा स्पेशल ट्रेन को अब कोरापुट से रवाना किया जाएगा. रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले संबंधित हेल्पलाइन या वेबसाइट से अपडेट जरूर लें. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के. संदीप ने कहा है कि स्थिति की नियमित निगरानी हो रही है, लेकिन सेवा कब तक शुरू होगी इसका स्पष्ट अनुमान अभी नहीं दिया जा सकता. रद्द की गई प्रमुख ट्रेनें     राउरकेला-जगदलपुर इंटरसिटी     जगदलपुर-राउरकेला इंटरसिटी     जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस     विशाखापत्तनम-किरंदुल पैसेंजर     किरंदुल-विशाखापत्तनम पैसेंजर     हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी     जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी     विशाखापत्तनम-किरंदुल एक्सप्रेस     किरंदुल-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस     जगदलपुर-पुरी रथयात्रा स्पेशल भूस्खलन की वजह से हो चुके हैं हादसे किरंदुल से विशाखापत्तनम तक फैली यह रेल लाइन पहाड़ी और घाटी इलाकों से होकर गुजरती है. यही वजह है कि यहां बारिश के मौसम में भूस्खलन की घटनाएं आम हैं. रूट पर हुए हादसे –     जनवरी 2017 कुनेरू स्टेशन पर हादसा, हीराखंड एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 39 यात्रियों की जान गई, 50 लोग घायल हुए थे.     अक्टूबर 2017 चिमीड़िपल्ली के पास चट्टान गिरने से ट्रैक महीनों बंद रहा.     अगस्त 2022 शिखरपाई के पास बोल्डर गिरने से ट्रेनों की रफ्तार थमी.     सितंबर 2023 मनाबर-जरा टी खंड में मलबा आने से संचालन रोकना पड़ा. 17 दिन बाद बहल हुआ मार्ग.     1967 में जापानी तकनीक से बनी इस KK लाइन पर अब तक दर्जनभर बार भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे हर बार रेलवे सेवा बाधित हुई है.     2 जुलाई 2025 वर्तमान मल्लीगुड़ा-जरती खंड में भूस्खलन ने फिर ट्रैक बंद करवा दिया. आज तीसरा दिन है. अभी भी स्पष्ट नहीं कि कब बहाल होगा मार्ग.  

मौलवियत की पढ़ाई करने वाली इस लड़की से मौलाना 3 तक करता रहा रेप ! मेरठ का ये मामला चौंका देगा, 3 बार गर्भपात

 मेरठ  उत्तर प्रदेश के मेरठ से हैवानियत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मदरसा छात्रा को मौलाना ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया। छात्रा के साथ वह तीन साल से दुराचार करता रहा। इस बीच छात्रा तीन बार प्रेग्नेंट हो गई। पत्नी के साथ मिलकर मौलाना ने छात्रा का गर्भपात कराया। बच्ची जब शिकायत करने लगी तो उसके बाल काट दिए। उसे पागल करार दे दिया। लोगों को उसकी बात पर भरोसा न करने के लिए मनाया। छात्रा ने जब घर लौटने की बात कही तो मामला बिगड़ गया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस आरोपी मौलाना के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है। अब जानिए पूरा मामला जानकारी मिली है कि यह पूरा मामला मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र के एक मदरसे का है. यहां बिहार की रहने वाली 22 वर्षीय एक युवती ने पुलिस को शिकायत कर बताया कि 3 साल से एक मौलाना उसके साथ रेप कर रहा था. मौलाना की पत्नी भी उसका साथ देती थी. विरोध करने पर उसे पीटा जाता था. युवती का आरोप है कि उसको बंधक भी बनाया गया और जब वह गर्भवती हो गई तो उसका गर्भपात भी करा दिया गया था. पुलिस ने युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने क्या बताया? इस मामले में मेरठ के एसपी (सिटी) आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि 'थाना लोहिया नगर पुलिस को एक युवती द्वारा तहरीर दी गई थी जिसमें एक मौलाना पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए मौलाना को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. महिला के बयान भी कराए गए हैं जिसमें उसने मौलाना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मौलाना से पूछताछ की जा रही है. मौलाना और युवती आपस में रिश्तेदार हैं, जो भी आरोप हैं, उनकी जांच की जा रही है. इसमें शुरुआती पूछताछ में अभी प्रेम प्रसंग का मामला सामने आ रहा है. जो भी तथ्य इसमें सामने आएंगे उसके अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.' मेरठ जिले के लोहियानगर क्षेत्र स्थित एक मदरसे से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। बिहार से मौलवियत की पढ़ाई करने आई 22 वर्षीय छात्रा के साथ वहां के मौलाना ने तीन साल तक लगातार दुष्कर्म किया। पीड़िता ने थाने पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, मौलाना की हैवानियत की दास्तां से हर कोई हैरान रह गया। तीन बार करवाया गर्भपात छात्रा का आरोप है कि मौलाना ने उसे कई बार बंधक बनाकर उसकी अस्मिता से खिलवाड़ किया। इस दौरान वह तीन बार गर्भवती हुई। लेकिन, मौलाना ने अपनी पत्नी की मदद से हर बार उसका गर्भपात करा दिया। पीड़िता का कहना है कि विरोध करने पर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। छात्रा को बता दिया पागल पीड़िता जब इस पीड़ा की जानकारी पड़ोसियों को देने की कोशिश करती, तो उसे पागल करार दे दिया जाता। इतना ही नहीं, उसे डराने और चुप कराने के लिए आरोपियों ने उसके बाल भी काट दिए। आखिरकार, जब छात्रा ने 9 जुलाई को ट्रेन से अपने घर लौटने का निर्णय लिया। टिकट बुक कराई तो मौलाना भड़क उठा और उसके खिलाफ हिंसक हो गया। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना गुरुवार को मौलाना ने छात्रा को एक बार फिर बंधक बना लिया और उसके साथ मारपीट कर दुष्कर्म किया। पीड़िता के चीखने-चिल्लाने पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। लड़की को मौलाना के चंगुल से आजाद कराया। इसके बाद पीड़िता पड़ोसियों के साथ थाने पहुंची। उसने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मामला पुलिस में पहुंचने के बाद मौलाना फरार हो गया। लोहियानगर थाना पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर मौलाना की तलाश में जुट गई है। एसएचओ लोहिया नगर ने बताया कि पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कैम्पर गाड़ी में सवार बदमाशों ने स्कॉर्पियो को मारी टक्कर फिर युवक को जमकर पीटा

बीकानेर जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक युवक पर दिनदहाड़े फिल्मी स्टाइल में हमला कर दिया गया। पंचशती सर्कल और जेएनवी कॉलोनी गोल सर्कल के बीच स्कॉर्पियो में सवार युवक को जान-बूझकर टक्कर मारने के बाद हमलावरों ने गाड़ी से बाहर खींचकर लाठी-डंडों से जमकर पीटा। जानकारी के अनुसार हमलावर कैम्पर गाड़ी में सवार थे और उन्होंने पहले स्कॉर्पियो को टक्कर मारी फिर युवक को बाहर निकालकर सड़क पर पटक दिया। इस हमले में पास का एक बिजली पोल भी क्षतिग्रस्त हो गया। हमले का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। घायल युवक की पहचान विकास के रूप में हुई है, जिसे पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार हमले की वजह रुपयों के लेन-देन का पुराना विवाद बताया जा रहा है। आरोपी शिवलाल कस्वां और गांधी कस्वां समेत अन्य के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर हमलावरों की तलाश में जुटी है।

लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित आम महोत्सव 2025 का मुख्यमंत्री योगी ने किया शुभारंभ

लखनऊ लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में तीन दिवसीय आम महोत्सव का शुभारंभ आज से हो गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोत्सव का शुभारंभ किया। इस महोत्सव में आम की 800 प्रजातियों को देखने और चखने का अवसर लोगों को मिलेगा। इस मौके पर सीएम योगी ने हरी झंडी दिखाकर आम के कंटेनर लंदन और दुबई के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजन के अनुरूप हमारा किसान आज कृषि की उन्नत तकनीकों को अपना कर लाभ कमा रहा है। आम महोत्सव सिर्फ महोत्सव नहीं है। यह तकनीक के विकास का माध्यम बन रहा है। डबल इंजन की सरकार ने चार पैक हाउस बनाए हैं। इससे निर्यात बढ़ रहा है। औद्यानिक फसलों से जुड़े बागवान को एक्सपोर्ट के लिए प्रशिक्षित करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का आम विदेश भेजा जा रहा है। भविष्य में इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में 25 से 30 फीसदी जीडीपी कृषि की है। इसे बढ़ा रहे हैं। विकसित भारत की संकल्पना आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में जल परियोजनाएं आई। जल की समस्या का समाधान हुआ है। वहां पैदावार बढ़ी है। बहुफसली खेती हो रही है। आलू के बाद मक्का की खेती हो रही है। एक एकड़ मक्का में एक लाख का मुनाफा हो रहा है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित कर रहे हैं। सभी मिलकर खेती और अन्नदाता को आगे बढ़ा रहे हैं। मेडिसिन प्लांट भी लग रहे हैं। इससे आर्थिक समृद्धि आएगी। उन्हांने कहा कि  हमें ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। औद्यानिक विशेषज्ञों को मदद के लिए तैयार रहना होगा। इस मौके पर उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमें आम प्रसंस्करण की यूनिट बढ़ाने की जरूरत है जिससे कि पूरे साल प्रदेश के लोगों को आम मिल सके। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 61 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन हो रहा है। प्रदेश के सभी जिलों की जलवायु के अनुसार वहां आम की पौध उपलब्ध कराई जा रही है जिससे हर जिले में उत्पादक बनें। इसके लिए 28 करोड़ पौधे नर्सरी से बंटवाए गए हैं। प्रदेश में कृषि और उद्यान के लिए क्षेत्रफल लगातार घट रहा है इसलिए उद्यान विभाग की कोशिश है कि ऐसी फसल उपजाई जाए जिसमें कम क्षेत्रफल में अधिक मूल्य मिल सकें। उन्होंने कहा कि जितने क्षेत्रफल में गेहूं 38000 का होता है उतने क्षेत्रफल में 15 लाख की शिमला मिर्च तैयार होती है। उद्यान मंत्री ने बताया कि किसानों के उत्पादों को दुनिया के बाजार में कम लागत में पहुंचाने के लिए जेवर एयरपोर्ट तैयार किया जा रहा है। जेवर एयरपोर्ट के पास इंटीग्रेडेट टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसके माध्यम से दुनिया के बाजार के अनुरूप प्रदेश के किसानों के उत्पादों को तैयार किया जाएगा।

गौरेला पेंड्रा मरवाही में हुई मूसलाधार बारिश, मध्यप्रदेश जोड़ने वाला नेशनल हाईवे बहा, यातायात बुरी तरह प्रभावित

गौरेला पेंड्रा मरवाही पिछले 12 घंटों में गौरेला पेंड्रा मरवाही में हुई मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। बारिश की वजह से बिलासपुर पेंड्रा गौरेला को मध्यप्रदेश के जबलपुर डिंडोरी अमरकंटक से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे मार्ग कई जगहों से बह जाने से इस मार्ग पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कई गांव का संपर्क टूटा जिला मुख्यालय से। जोगीसार, बेलपत, डुगरा, कोटमीखुर्द, बस्ती बगरा, इलाकों में आज सुबह मूसलाधार बारिश हुई। कई पुल पुलिया रपटा से पानी बह रहा है। बिलासपुर को पेंड्रा जिला मुख्यालय से होते हुए मध्यप्रदेश के अमरकंटक जबलपुर से जोड़ने वाले निर्माणाधीन नेशनल हाइवे कई जगह से बह गया है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग जान जोखिम में डाल कर उफनते नालों और बहाव क्षेत्रों को पार कर रहे हैं। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। इन जगहों पर प्रशासन ने अब तक कोई इंतजाम नहीं किया है। वहीं, बेलपत के भैनीन नाले को पार करने के दौरान एक कार बह गई, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया। गनीमत रही कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। तो करिआम मुख्यमार्ग पर ट्रक के फस जाने से काफी समय तक जाम की स्थिति बनी रही।  

मुरैना जिले के पहाड़गढ़ वितरण केन्द्र में 5 एमवीए क्षमता का नया 33/11 केवी उपकेंद्र ऊर्जीकृत

मुरैना ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मुरैना जिले केसबलगढ़ बिजली संभाग के पहाड़गढ़ वितरण केन्द्र के अंतर्गत ग्राम कोटसिरथरा में 5 एमवीए क्षमता का नया 33/11 केवी उपकेंद्र ऊर्जीकृत किया गया है। रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) योजना के तहत इस नए 33/11 केवी उपकेंद्र की स्थापना से पहाड़गढ़  के कोटसिरथरा ग्रामा के सैकड़ों उपभोक्ताओं को निर्बाध तथा गुणवत्तापूर्ण सतत बिजली सप्लाई मिलेगी। मंत्री तोमर ने कहा है कि सभी श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार कृत संकल्पित है और इस दिशा में निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नवीन 5 एमवीए 33/11 केवी उपकेंद्र स्थापित होने से एक ओर जहॉं विद्युत वितरण प्रणाली मजबूत होगी वहीं दूसरी ओर विद्युत हानियां कम होकर प्रणाली की क्षमता वृद्धि से उपभोक्ताओं को पर्याप्त वोल्टेज पर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।  

संसदीय राजभाषा समिति ने मध्यप्रदेश में हिंदी से एमबीबीएस कोर्स संचालन की सराहना की

भोपाल संसदीय राजभाषा समिति ने मध्यप्रदेश में हिंदी माध्यम से संचालित चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था की सराहना की है। समिति ने इस पहल को भारतीय भाषाओं में तकनीकी व उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में ठोस कदम बताया और सुदृढ़ीकरण के लिए सुझाव दिए। संसदीय राजभाषा समिति के उपाध्यक्ष श्री भर्तृहरि महताब (सांसद, लोकसभा, कटक – ओडिशा) की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में सम्पन्न हुई। समिति ने संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों से संवाद कर हिंदी माध्यम में अध्ययन से जुड़े अनुभव एवं पुस्तकों की गुणवत्ता पर फीडबैक प्राप्त किया। समिति ने सुझाव दिया कि प्रारंभिक स्तर पर आने वाली चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सतत निगरानी, चरणबद्ध समीक्षा तथा फीडबैक आधारित सुधारात्मक पहल अपनाई जानी चाहिए। बैठक में संसदीय राजभाषा समिति के सदस्य श्री उज्ज्वल रमण सिंह (सांसद, लोकसभा, इलाहाबाद – उत्तर प्रदेश), श्री शंकर लालवानी (सांसद, लोकसभा, इंदौर – मध्यप्रदेश), डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी (सांसद, राज्यसभा, मध्यप्रदेश), डॉ. अनिल सुखदेवराव बोंडे (सांसद, राज्यसभा, महाराष्ट्र), श्री हरिभाई पटेल (सांसद, लोकसभा, मेहसाणा – गुजरात), श्री कुलदीप इंदौरा (सांसद, लोकसभा, गंगानगर – राजस्थान) और श्री जियाउर्रहमान (सांसद, लोकसभा, संभल – उत्तर प्रदेश) उपस्थित रहे। समिति सचिव श्री प्रेमनारायण, हिंदी अधिकारी श्री मनोज कुमार और रिपोर्टर श्री मोहम्मद आरिफ़ भी बैठक में सम्मिलित हुए। गांधी चिकित्सा महाविद्यालय की स्वशासी समिति के अध्यक्ष श्री मयंक अग्रवाल और महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. कविता एन. सिंह ने समिति का स्वागत किया। उन्होंने प्रदेश में हिंदी माध्यम से मेडिकल शिक्षा की प्रगति पर प्रस्तुति दी। बताया गया कि प्रदेश के समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के विषय विशेषज्ञों के सहयोग से एमबीबीएस पाठ्यक्रम के सभी 15 विषयों की पुस्तकों का हिंदी में सफलतापूर्वक अनुवाद एवं संपादन किया गया है।