samacharsecretary.com

गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा अब बने लेफ्टिनेंट कर्नल, सेना में नई पहचान से सम्मानित

नई दिल्ली  ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बन गए हैं। उन्हें यह मानद उपाधि बुधवार को एक औपचारिक समारोह के दौरान दी गई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे। समारोह के दौरान नीरज चोपड़ा सेना की वर्दी में नजर आए और उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक प्रदान की गई। इससे पहले नीरज सेना में सूबेदार मेजर के पद पर कार्यरत थे। सेना में नीरज का सफर नीरज चोपड़ा ने 26 अगस्त 2016 को भारतीय सेना में नायब सूबेदार के रूप में करियर की शुरुआत की थी। वर्ष 2021 में उन्हें सूबेदार और फिर 2022 में सूबेदार मेजर के पद पर प्रमोशन मिला। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद, सेना ने उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक (PVSM) से भी सम्मानित किया। उन्हें उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन अवॉर्ड और राजीव गांधी खेल रत्न (अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न) भी मिल चुका है। ओलंपिक पदक विजेता हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव निवासी 27 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक और हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक जीता। वह भारत के पहले एथलीट हैं जिन्होंने ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। धोनी के बाद दूसरे खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से पहले महेंद्र सिंह धोनी को भी वर्ष 2011 में प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक दी गई थी। नीरज इस प्रतिष्ठित पद को प्राप्त करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। राष्ट्रपति की मंजूरी इस वर्ष मई 2025 में रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग ने अधिसूचना जारी करते हुए नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि देने की घोषणा की थी। अधिसूचना में कहा गया था कि, "प्रादेशिक सेना विनियम, 1948 के पैरा-31 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति भारत, हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव के निवासी, पीवीएसएम, पद्मश्री, वीएसएम, पूर्व सूबेदार मेजर नीरज चोपड़ा को 16 अप्रैल 2025 से प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि प्रदान करती हैं।"

टीम में बड़ा बदलाव! भारत के खिलाफ दूसरे वनडे से बाहर हुए जोश फिलिप, जानिए क्या है वजह

नई दिल्ली  भारतीय टीम की ऑलराउंडरों पर बहुत अधिक निर्भरता की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को एडिलेड में होने वाले दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में कड़ी परीक्षा होगी। एक बार फिर से सभी की निगाहें विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टिकी रहेंगी जो अच्छा प्रदर्शन करके श्रृंखला बराबर करने में अपना योगदान देना चाहेंगे। तीन मैचों की श्रृंखला का पहला एकदिवसीय मैच में भारत के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा। बारिश के लगातार व्यवधान के कारण भारतीय बल्लेबाजी प्रभावित हुई और आखिर में उसे सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय गेंदबाज भी प्रभावित नहीं कर पाए थे लेकिन मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल जैसे गेंदबाजों को केवल 131 रन के लक्ष्य का बचाव करना था जो आसान काम नहीं था। एडिलेड ओवल में भी चुनौतियां अलग नहीं होंगी, क्योंकि मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों के सामने कड़ी चुनौती पेश करने के लिए तैयार हैं। ऑस्ट्रेलियाई ग्रीष्म ऋतु के शुरू होने के साथ ही, देश की नई पिचों पर उछाल और गति होती है और ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने पिछले मैच के हीरो बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुहनेमैन को रिलीज कर दिया है और अनुभवी लेग-ब्रेक गेंदबाज एडम ज़म्पा अपने बच्चे के जन्म के बाद वापस आ गए हैं। इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी की भी वापसी हुई है। यशस्वी जायसवाल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी के बेंच पर बैठे रहने से रोहित शर्मा पर अच्छा प्रदर्शन करने का भारी दबाव है। यह पूर्व कप्तान इससे अच्छी तरह वाकिफ है और इसलिए उन्होंने मैच से पहले जमकर अभ्यास किया। वह एडिलेड ओवल के अभ्यास मैदान में कम से कम 45 मिनट पहले पहुंच गए, जबकि कुछ अन्य सदस्य वैकल्पिक नेट सत्र के लिए उनके साथ शामिल हुए। कोचिंग स्टाफ से एकमात्र व्यक्ति जो नेट्स पर मौजूद था, वह थे मुख्य कोच गौतम गंभीर। उनके साथ दो थ्रो-डाउन विशेषज्ञ दयानंद गरानी और राघवेंद्र भी थे। बाकी कोचिंग स्टाफ कुछ देर बाद आया। वास्तव में, रोहित जिस पहले नेट पर उतरे थे, वह गीला था और थ्रो-डाउन गेंदें सीधे गेंद की लम्बाई से बाहर जा रही थीं। यह भांपते हुए कि टीम का सबसे सीनियर खिलाड़ी चोटिल हो सकता है, कोच गंभीर ने उन्हें दूसरे नेट पर अभ्यास करने के लिए कहा जिस पर रोहित ने लंबे समय तक बल्लेबाजी की। रोहित ने जहां जमकर अभ्यास किया वहीं कोहली ने मंगलवार को नेट पर काफी समय बिताने के बाद विश्राम किया। बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे दोनों बहुत अच्छी लय में दिख रहे हैं। उन्होंने कल बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। इसलिए मुझे लगता है कि वे वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं।’’ हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति हमेशा ही सीमित ओवरों की टीम के संतुलन को प्रभावित करती है और यह एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया में स्पष्ट हुआ, जहां उनकी कमी खल रही है। वॉशिंगटन सुंदर और नीतीश रेड्डी के साथ नंबर आठ तक बल्लेबाज रखने का गंभीर का तरीका एक व्यावहारिक विकल्प है या नहीं, यह श्रृंखला समाप्त होने तक स्पष्ट हो जाएगा। कोटक ने कहा, ‘‘हार्दिक जैसे खिलाड़ी का न होना हमेशा बड़ा नुकसान होता है। लेकिन अगर हम सकारात्मक पक्ष देखें तो नीतीश को खेलने का मौका मिल रहा है और हम उसे निखारने की कोशिश कर रहे हैं।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘हर टीम को एक ऑलराउंडर की ज़रूरत होती है और हम उसे उस भूमिका में ढालने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिहाज़ से यह एक अच्छी तैयारी है। लेकिन हार्दिक जैसे खिलाड़ी की कमी किसी भी टीम को खलेगी।’’ इस बात की पूरी संभावना है कि भारत दूसरे मैच में भी उन्हें 11 खिलाड़ियों के साथ खेलेगा जो पहले मैच में खेले थे। वॉशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव गेंदबाजी में अच्छे विकल्प होते लेकिन एडिलेड ओवल की बाउंड्री छोटी हैं और यहां कलाई का यह स्पिनर रन लुटा सकता है। टीम इस प्रकार हैं: भारत: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), यशस्वी जयसवाल, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा। ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), जेवियर बार्टलेट, एलेक्स केरी, कूपर कोनोली, नाथन एलिस, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, मार्नस लाबुशेन, मिशेल ओवेन, जोश फिलिप, मैथ्यू रेनशॉ, मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल स्टार्क, एडम ज़म्पा। समय: मैच भारतीय समयानुसार सुबह 9:00 बजे शुरू होगा।  

पाकिस्तान क्रिकेट में बड़ा धमाका! मोहम्मद रिजवान से छिनी वनडे कप्तानी, वजह जानकर चौंक जाएंगे

नई दिल्ली सोमवार 20 अक्टूबर को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने मोहम्मद रिजवान से पाकिस्तान की वनडे टीम की कप्तानी छीन ली। शाहीन शाह अफरीदी को वनडे टीम का नया कप्तान घोषित किया गया है, जो साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम की कमान संभालेंगे। करीब एक साल के अपने कप्तानी करियर में मोहम्मद रिजवान का रिकॉर्ड बहुत बुरा नहीं था। बावजूद इसके उनसे कप्तानी क्यों छीन ली गई? इस पर डिबेट जारी है। इस बीच एक बड़ी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि रिजवान से कप्तानी क्यों छीनी गई। पीसीबी ने वनडे टीम की कप्तानी में अचानक किए गए बदलाव के बारे में नहीं बताया, लेकिन रिपोर्ट की मानें तो मोहम्मद रिजवान अपने सिद्धांतों पर टिके रहे, क्योंकि बोर्ड चाहता था कि वे सट्टेबाजी कंपनियों का प्रमोशन करें। रिपोर्ट में पीसीबी के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है, “रिजवान ने पीसीबी को सूचित किया था कि वह सट्टेबाजी कंपनियों का प्रमोशन नहीं करेंगे, जो उनको कप्तानी से हटाए जाने का मुख्य कारण है। वह सरोगेट सट्टेबाजी फर्मों के साथ पीसीबी के सहयोग के खिलाफ थे।” यह पहली बार नहीं है जब रिजवान ने ऐसा कोई फैसला लिया हो। इस साल की शुरुआत में, सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स के साथ कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में खेलते हुए रिजवान ने एक सट्टेबाजी कंपनी के लोगो वाली जर्सी पहनने से इनकार कर दिया था। टीम की मुख्य स्पॉन्सर की जर्सी भी रिजवान ने नहीं पहनी थी। उन्होंने प्रायोजक की ब्रांडिंग के बिना एक संशोधित जर्सी पहनकर टूर्नामेंट खेला था। रिजवान कट्टर मुस्लिम हैं और वह पराई महिला से हाथ तक नहीं मिलाते और इस्लाम के उसूलों पर चलने की वजह से वह सट्टेबाजी कंपनियों को प्रमोट नहीं करते। वैसे भी कप्तानों की अदला-बदली पाकिस्तान क्रिकेट में नई बात नहीं है।  

कबड्डी में पाकिस्तान को हराकर चमकी भारतीय टीम, मैच के बाद खेल भावना नदारद!

नई दिल्ली एशिया कप क्रिकेट और महिला विश्व कप के बाद एक और प्रतियोगिता में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी टीम से हाथ नहीं मिलाया है। तीसरे एशियन यूथ गेम्स में भारत के युवा कबड्डी खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी टीम को 81-26 से बुरी तरह हरा दिया। मैच शुरू होने से ठीक पहले भारतीय कप्तान ईशांत राठी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। पाकिस्तानी कप्तान ने हाथ बढ़ाया लेकिन राठी ने उससे इनकार कर दिया। एशियन यूथ गेम्स में भारतीय कबड्डी टीम का दबदबा साफ तौर पर दिख रहा है। पाकिस्तान को हराने से पहले टीम ने बांग्लादेश को 83-19 और श्रीलंका को 89-16 से शिकस्त दी थी। पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही दोनों पड़ोसियों में तनाव की स्थिति है। इसका असर खेल पर भी पड़ा है। एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस के दौरान पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया था। मैच के बाद भी दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाया। एशिया कप में दोनों टीमों के बीच फाइनल समेत 3 मुकाबले हुए थे और तीनों में ही भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम को शिकस्त दी। फाइनल में हराने के बाद भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी और मेडल लेने से इनकार कर दिया था। नकवी पाकिस्तान के गृह मंत्री और पीसीबी के चेयरमैन भी हैं। बाद में नकवी ने एशिया कप की ट्रॉफी ही चुरा ली और विजेता भारतीय टीम को सौंपने के बाज उसे अपने साथ होटल लेते गए थे। सूर्यकुमार यादव की तरफ से शुरू किए गए नो-हैंडशेक ट्रेंड को भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने महिला वनडे विश्व कप में आगे बढ़ाया। उन्होंने पाकिस्तान के साथ ग्रुप मैच में टॉस के दौरान पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया। मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की और मुकाबला खत्म होने के बाद भी दोनों टीमों ने हाथ नहीं मिलाए। अब सूर्यकुमार यादव और हरमनप्रीत कौर के रास्ते में भारत की युवा कबड्डी टीम के कप्तान ईशांत राठी भी चले। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में न सिर्फ नो-हैंडशेक स्टैंड अपनाया बल्कि खेल के मैदान में प्रतिद्वंद्वी को एकतरफा अंदाज में धूल भी चटाया।

BCCI का साफ संदेश: मोहसिन नकवी, अब टालमटोल बंद करो, ट्रॉफी सौंपो भारत को!

नई दिल्ली भारतीय टीम ने हाल ही में पाकिस्तान को हराकर एशिया कप 2025 जीता था. जीत के बाद भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चीफ मोहसिन नकवी के हाथों एशिया कप ट्रॉफी लेने से इनकार दिया था. इसके बाद मोहसिन नकवी ट्रॉफी लेकर दुबई के होटल चले आए थे. फिर पाकिस्तान जाने से पहले उन्होंने ये ट्रॉफी एसीसी ऑफिस में छोड़ दी. हालांकि नकवी भारतीय टीम को ट्रॉफी सौंपने को तैयार नहीं हुए. नकवी ने कहा था कि सूर्यकुमार यादव एसीसी ऑफिस आकर ट्रॉफी ले जाएं. अब भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने एसीसी प्रमुख मोहसिन नकवी को एक आधिकारिक ईमेल भेजकर कहा है कि विजेता टीम को ट्रॉफी जल्द से जल्द सौंप दी जाए. बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'हमने एसीसी को पत्र लिखा है कि ट्रॉफी चैम्पियन टीम को दी जाए. हम उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं. अगर प्रतिक्रिया नहीं आई या नकारात्मक रही तो हम आईसीसी को लिखेंगे. हम कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहे हैं और इसे लगातार आगे बढ़ाते रहेंगे.' देवजीत सैकिया ने साफ कर दिया है कि अगर मोहसिन नकवी एशिया कप ट्रॉफी लौटाने को राजी नहीं होते हैं, तो बीसीसीआई सख्त एक्शन लेगा. एशिया कप ट्रॉफी यदि भारत को सौंपा नहीं जाता है, तो बीसीसीआई इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को इसके लिए पत्र लिखेगा, सैकिया ने ये स्पष्ट कर दिया है. मोहसिन नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन भी हैं. जिद पर अड़े रहे मोहसिन नकवी 28 सितंबर को दुबई के दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2025 फाइनल में सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया था. भारतीय खिलाड़ियों ने पहले ही साफ कर दिया था कि वे मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे. टीम ने आग्रह किया था कि ट्रॉफी उन्हें एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के वाइस चेयरमैन दें. हालांकि, मोहसिन नकवी ने इस शर्त को मानने से इनकार कर दिया था. मैच जीतने के बावजूद भारतीय खिलाड़ी करीब एक घंटे तक मैदान पर इंतजार करते रहे, लेकिन जब स्थिति नहीं बदली, तो वे बिना एशिया कप ट्रॉफी लिए ही ड्रेसिंग रूम लौट गए. भारतीय टीम ने उस टूर्नामेंट में पाकिस्तान को तीन बार धूल चटाई थी. भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हैंडशेक भी नहीं किया था, जिसपर काफी बवाल हुआ था. भारतीय टीम ने फैन्स की भावनाओं को ध्यान में रखकर ऐसा किया था.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में शुभमन का बड़ा कदम, टीम में होगा खास फेरबदल

एडिलेड  भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी. अब भारतीय टीम सीरीज में वापसी के इरादे से दूसरे वनडे मैच में मैदान पर उतरेगी. भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला 23 अक्टूबर (गुरुवार) को एडिलेड ओवल में खेला जाना है. भारतीय समयानुसार ये मुकाबला सुबह 9 बजे शुरू होगा. एडिलेड वनडे में रोहित शर्मा और विराट कोहली बल्ले से शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे. पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेले गए सीरीज के पहले मुकाबले में इन दोनों दिग्गजों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था. कोहली अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे, वहीं रोहित महज 8 रन बना सके थे. इन दोंनो का ये कमबैक मैच भी था, जिसे वो यादगार नहीं बना पाए. आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम की खिताबी जीत के बाद पहली बार रोहित-कोहली (ROKO) भारतीय टीम के लिए खेलने उतरे थे. एडिलेड वनडे के लिए दोनों टीमों की प्लेइंग-11 पर भी फैन्स की निगाहें हैं. भारतीय कप्तान शुभमन गिल इस मुकाबले के लिए प्लेइंग-11 में बड़ा बदलाव कर सकते हैं. चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है, जो पहले ओडीआई से बाहर रहे थे. कुलदीप के खेलने पर किसकी होगी छुट्टी? कुलदीप यादव के प्लेइंग-11 में ना होने पर कुछ पूर्व क्रिकेटर्स ने हैरानी जताई थी. अब कुलदीप को इस मैच में मौका मिलने की संभावना दिख रही है. कुलदीप यदि खेलते हैं, तो वॉशिंगटन सुंदर या नीतीश कुमार रेड्डी की प्लेइंग-11 से छुट्टी हो सकती है. वैसे सुंदर के प्लेइंग-11 से बाहर होने की ज्यादा संभावना है. दूसरी ओर मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले के लिए कम से कम दो फेरबदल जरूर करेगी. स्पिनर एडम जाम्पा और विकेटकीपर एलेक्स कैरी को प्लेइंग-11 में शामिल किया जाएगा. ये दोनों पहले वनडे के लिए स्क्वॉड का हिस्सा नहीं थे. अब ये दोनों बाकी दो वनडे मैचों के लिए टीम में लौट आए हैं. एलेक्स कैरी के वापस आने के बाद अब जोश फिलिप या मैथ्यू रेनशॉ को प्लेइंग-11 से बाहर रहना पड़ सकता है. वहीं एडम जाम्पा को मैथ्यू कुह्नमैन के स्थान पर एकदाश में जगह मिलेगी. कुह्नमैन को स्क्वॉड से रिलीज कर दिया गया है और वो पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए वापसी करेंगे. इसके साथ ही बेन ड्वारशुइस भी पिंडली में लगी चोट के कारण वनडे सीरीज से बाहर हो चुके हैं. भारतीय टीम का फुल स्क्वॉड: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर (उप-कप्तान), केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, यशस्वी जायसवाल, कुलदीप यादव, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर) और प्रसिद्ध कृष्णा. दूसरे वनडे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम: मिचेल मार्श (कप्तान), ट्रेविस हेड, मैथ्यू शॉर्ट, जोश फिलिप (विकेटकीपर), मैथ्यू रेनशॉ, कूपर कोनोली, मिचेल ओवेन, मिचेल स्टार्क, नाथन एलिस, एडम जाम्पा, जोश हेजलवुड, मार्नस लाबुशेन, एलेक्स केरी (विकेटकीपर) और जेवियर बार्टलेट. दूसरे वनडे में भारत की संभावित प्लेइंग-11: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, नीतीश कुमार रेड्डी, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह. दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग-11: मिचेल मार्श (कप्तान), ट्रेविस हेड, मैथ्यू शॉर्ट, मैथ्यू रेनशॉ, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), मिचेल ओवेन, कूपर कोनोली, मिचेल स्टार्क, नाथन एलिस, एडम जाम्पा, जोश हेजलवुड.

BCCI की चेतावनी के बाद नकवी का पलटवार: ‘एशिया कप ट्रॉफी दूंगा, अगर…

मुंबई  एशिया कप ट्रॉफी का मुद्दा अब तक नहीं सुलझा है। भारतीय टीम ने 28 सितंबर को पाकिस्तान को हराकर एशिया कप 2025 का खिताब जीता था। हालांकि, भारत को ट्रॉफी नहीं मिली है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले हफ्ते एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) को पत्र लिखकर ट्रॉफी देने के लिए कहा। बीसीसीआई ने वॉर्निंग दी कि अगर ट्रॉफी नहीं सौंपी गई तो अगले महीने इंटनरेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा। बीसीसीआई की वॉर्निंग के बाद एसीसी चीफ मोहसिन नकवी का रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई के अधिकारी या प्रतिनिधि को दुबई स्थित एसीसी मुख्यालय में आकर ट्रॉफी लेनी होगी। बता दें कि भारतीय टीम ने एशिया कप जीतने के बाद नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन हैं। नकवी पाकिस्तान के गृहमंत्री भी हैं। नकवी भारत के खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। उन्होंने एशिया कप के दौरान अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई का मजाक उड़ाने वाले वीडियो और मीम्स डाले थे। न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, बीसीसीआई के पत्र के बाद नकवी की ओर से आए जवाब में कहा गया कि उन्हें पहले बताया नहीं गया था कि भारतीय खिलाड़ी उनसे ट्रॉफी लेने का बहिष्कार करने वाले हैं। पत्र में कहा गया, "जब समारोह होने वाला था और मंच पर सभी अतिथि पहुंच गए थे , तब बीसीसीआई के प्रतिनिधि ने बताया कि भारतीय टीम एशिया कप ट्रॉफी और पुरस्कार नहीं लेगी।" इसमें कहा गया, "एसीसी चीफ ने तमाम अतिथियों के साथ करीब 40 मिनट तक इंतजार किया ताकि पुरस्कार वितरण समारोह की गरिमा बनी रहे और इस पर राजनीति का प्रभाव नहीं पड़े लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।" पत्र में कहा गया, “एसीसी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट टीम की है और इसे तब तक यहां रखा जाएगा जब तक कि बीसीसीआई का कोई पदाधिकारी किसी भी उपलब्ध प्रतिभागी खिलाड़ी के साथ एसीसी अध्यक्ष से इसे प्राप्त नहीं कर लेता।” इसमें आगे कहा गया, "इस तरह से ट्रॉफी लेने को निश्चित रूप से बहुत धूमधाम और कवरेज के साथ किया जाएगा क्योंकि स्थापित प्रथाओं से अलग कुछ नहीं होना चाहिए और कोई मिसाल नहीं कायम की जानी चाहिए जो उस खेल की भावना को कमजोर करे जिसे हम सभी प्यार करते हैं।" भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में फाइनल समेत तीन मैच खेले गए थे। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली टीम ने पाकिस्तान ने तीनों मर्तबा पाकिस्तान को धूल चटाई। पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था।

20 वर्षों में पहली बार भारत हुआ कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए प्राथमिक विकल्प

नई दिल्ली  भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गुड न्यूज है.भारत में 20 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हो सकता है. कॉमनवेल्थ गेम्स के कार्यकारी बोर्ड ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबान शहर के रूप में अहमदाबाद के नाम की सिफारिश की. राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी अहमदाबाद को देने पर आखिरी फैसला 26 नवंबर को ग्लास्गो में राष्ट्रमंडल खेल आमसभा की बैठक में लिया जाएगा. इससे पहले भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन साल 2010 में नई दिल्ली में हुआ था. भारत को नाइजीरिया से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा था लेकिन राष्ट्रमंडल खेल ने भविष्य के खेलों के लिए इस अफ्रीकी देश की मेजबानी की महत्वाकांक्षाओं को ‘समर्थन और गति प्रदान करने के लिए एक रणनीति विकसित करने’ का निर्णय लिया है. जिसमें 2034 खेलों की मेजबानी पर विचार भी शामिल है. 100वीं सालगिरह अहमदाबाद में 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 में अपने 100वें पड़ाव पर होगा. कॉमनवेल्थ गेम्स अपनी 100वीं सालगिरह अहमदाबाद में मनाएगा. कॉमनवेल्थ गेम्स की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "कॉमनवेल्थ गेम्स की एक्ज़ेक्यूटिव बोर्ड- कार्यकारी बोर्ड ने आज पुष्टि कर दी है कि वह अमदाबाद, भारत को 2030 सेंटेनरी कॉमनवेल्थ खेलों के लिए प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में सिफारिश करेगा." इस प्रेस रीलीज़ में कहा गया है,"अमदावाद (जिसे गुजरात राज्य में अहमदाबाद के नाम से भी जाना जाता है) को अब पूरे कॉमनवेल्थ गेम्स की सदस्यता के सामने रखा जाएगा, जिसमें 26 नवंबर को ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम्स के जनरल बॉडी -आमसभा में अंतिम फैसला लिया जाएगा."  अमित शाह का आया रिएक्शन अमित शाह ने भारत की मेजबानी का रास्ता साफ होने पर ट्वीट कर कहा,"भारत के लिए बेहद खुशी और गर्व का दिन. अहमदाबाद में राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी के लिए भारत की बोली को राष्ट्रमंडल संघ द्वारा मंजूरी दिए जाने पर भारत के प्रत्येक नागरिक को हार्दिक बधाई. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य समर्थन है. भारत को विश्व खेल मानचित्र पर स्थान दिलाने के लिए जी के अथक प्रयास. विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा खड़ा करके और देश भर में खेल प्रतिभाओं का समूह तैयार करके मोदी जी ने भारत को एक अद्भुत खेल स्थल बना दिया है." भारत ने रेस में नाइजीरिया को हराया कॉमनवेल्थ गेम्स  की कार्यकारी बोर्ड ने बुधवार को अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ खेलों के लिए मेजबान शहर के रूप में सिफारिश की. भारत ने इन खेलों की मेज़बानी की रेस में नाइजीरिया को पीछे छोड़ दिया. कॉमनवेल्थ गेम्स की एक्ज़ेक्यूटिव बोर्ड ने अफ्रीकी देश की मेजबानी की को भी आनेवाले खेलों के आयोजन का आश्वासन दिया है. इसके लिए एक रणनीति बनाने का फैसला भी किया गया है. मुमकिन अगला मौका 20234 में नाइजिरिया को मिले. कैसे रंग लाई भारत की मुहिम? भारतीय ओलिंपिक संघ ने इसी साल अगस्त में भारत सरकार की सहमति के बाद मेज़बानी के लिए कॉमनवेल्थ बिड सबमिट किया था. फिर सितंबर में लंदन में भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, गुजरात के गृह और खेल मंत्री हर्ष सांघवि, भारतीय ओलिंपिक संघ के सीईओ रघुराम अय्यर और सेक्रेटरी अश्वनि कुमार की टीम ने खेलों के लिए प्रेज़ेन्टेशन भी दिया. अहमदाबाद ने प्रेज़ेन्टेशन के ज़रिये भी फैसला अपने हकॉ में करवा लिया.  इतने मेडल जीत चुका है भारत 1934 में राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत के बाद से भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में 564 पदक जीते हैं. भारतीय एथलीटों ने 1934 में राष्ट्रमंडल खेलों, जिसे तब ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था, में डेब्यू किया था. लंदन 1934 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल में छह एथलीट शामिल थे, जिन्होंने 10 ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं और एक कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया था. भारत ने अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों में एक पदक जीता था. पिस्टल निशानेबाज जसपाल राणा राष्ट्रमंडल खेलों में 15 पदक – नौ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य के साथ सबसे सफल भारतीय एथलीट हैं.1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने शूटिंग सर्किट पर दबदबा बनाया. 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के दौरान भारतीय निशानेबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. नई दिल्ली 2010 में, भारत ने 101 पदक – 39 स्वर्ण पदक, 26 रजत और 36 कांस्य जीतकर पदक लीडरबोर्ड पर दूसरा स्थान हासिल किया था. नई दिल्ली 2010 भारत का अब तक का सबसे सफल राष्ट्रमंडल खेल बना हुआ है. राष्ट्रमंडल खेल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘राष्ट्रमंडल खेल के कार्यकारी बोर्ड ने आज पुष्टि की है कि वह 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में भारत के अहमदाबाद की सिफारिश करेगा.’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘अहमदाबाद को अब पूर्ण राष्ट्रमंडल खेल सदस्यता के लिए प्रस्तावित किया जाएगा जिस पर अंतिम फैसला 26 नवंबर को ग्लासगो में राष्ट्रमंडल खेल महासभा में लिया जाएगा.’ भारत ने 2010 के सत्र की मेजबानी नयी दिल्ली में की थी.  

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया, सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की

पर्थ  इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मैच आज यानी रविवार, 19 अक्टूबर को पर्थ में खेला गया। ये मैच बारिश से बाधित रहा, जिसमें टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से इस मैच को जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। ये मैच बारिश के कारण 26-26 ओवर का हुआ। भारत ने 9 विकेट खोकर 136 रन बनाए। डीएलएस मेथड की वजह से ऑस्ट्रेलिया को 131 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे कप्तान मिचेल मार्श की 46 रनों की पारी की बदौलत 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 8 तो विराट कोहली बिना खाता खोले आउट हुए। वहीं, कप्तान शुभमन गिल ने भी निराश किया और 10 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद श्रेयस अय्यर भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाए। केएल राहुल ने 38 और अक्षर पटेल ने 31 रन बनाए। 19 रन नितीश रेड्डी ने बनाए। जोश हेजलवुड, मिचेल ओवेन और मैथ्यू कुहनेमन को 2-2 विकेट मिले, जबकि मिचेल स्टार्क और नाथन एलिस को 1-1 विकेट मिला। ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्श ने 46, जोश फिलिप ने 37 और रेन शॉ ने 21 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया टीम इंडिया को पर्थ वनडे मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा। बारिश से बाधित मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की। इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। बारिश की वजह से गिल एंड कंपनी का गणित बिगड़ गया।

सेमीफाइनल की दहलीज़ पर टीम इंडिया! इंदौर में इंग्लैंड से भिड़ंत, होम ग्राउंड पर क्रांति गौड़ पर दारोमदार

इंदौर  साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो हार के बाद भारतीय महिला टीम रविवार (19 अक्टूबर) को महिला वर्ल्ड कप के अहम मुकाबले में इंग्लैंड से भिड़ेगी। इंग्लैंड की टीम यह मैच जीती तो वह सेमीफाइनल में पहुंचने वाली तीसरी टीम होगी। भारतीय टीम के लिए सेमीफाइनल की राह आसान नहीं है। भारत के अभी तीन मैच बाकी हैं और अगले दौर में जगह बनाने के लिए उसे इनमें से दो में जीत की जरूरत है। बल्लेबाजी में गहराई के लिए भारतीय टीम 3 ऑलराउंडर्स के साथ उतर रही है। इससे गेंदबाजी काफी कमजोर दिखाई दे रही है। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में 6 गेंदबाजी विकल्प के साथ उतर सकता है। रेणुका सिंह ठाकुर को मैच में मौका मिल सकता है। भारतीय टीम टूर्नामेंट में अभी तक कुल चार मैचों में मैदान पर उतरी है, जिसमें से उसे 2 में जीत और 2 में हार का सामना पड़ा है. यही कारण है कि टीम इंडिया सिर्फ 4 अंक लेकर चौथे स्थान पर हैं. वहीं इंग्लैंड के पास 4 मैच में 7 अंक है वह तीसरे स्थान पर काबिज है. सेमीफाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीम क्वालिफाई कर लिया है. ऐसे में अब अंतिम चार में पहुंचने के लिए सिर्फ दो स्लॉट बचे हैं, लेकिन उससे पहले आइए जानते हैं भारत और इंग्लैंड की महिला टीम का वनडे में क्या रिकॉर्ड रहा है. भारत बनाम इंग्लैंड महिला टीम का वनडे में रिकॉर्ड विश्व कप से पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था. इस दौरे पर टीम इंडिया ने दमदार जीत हासिल की थी. हालांकि, ओवर ऑल रिकॉर्ड की बात करें को तो ये टक्कर का है. भारत और इंग्लैंड की महिला टीम अब तक कुल 79 मैच में मैदान पर उतरी है, जिसमें टीम इंडिया ने 36 मुकाबलों में जीत हासिल की और 41 में इंग्लैंड ने बाजी मारी है। वहीं 2 मैच ऐसे रहे जिसका नतीजा नहीं निकल पाया. विश्व कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन औसत आईसीसी वनडे विश्व कप 2025 में टीम इंडिया के प्रदर्शन की बात करें तो वह काफी औसत रहा है. हालांकि, भारतीय टीम ने शुरुआत बहुत अच्छी की थी. पहले ही मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराया था. उसके बाद टीम इंडिया ने पाकिस्तान को भी रौंदा, लेकिन अगले दो मैच में उसे पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर साउथ अफ्रीका से निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा.