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जज्बे को सलाम! पैर कटने के बाद भी ड्यूटी पर डटा रहा BSF का शेरदिल जवान

लुधियाना पंजाब के लुधियाना में बीएसएफ के एक जवान ने दोनों पैर कटने के बावजूद ऐसी बहादुरू दिखाई, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। घायल जवान का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो को देखकर सभी जवान की जमकर तारीफ कर रहे हैं। यह जवान फोन छीनने वाले गिरोह से लड़ते हुए ट्रेन से नीचे गिर गया था। इस हादसे में उसके दोनों पैर कट गए। इसके बावजूद वह हिम्मत नहीं हारा और दूसरे के फोन से अपने परिजनों को हादसे की सूचना देकर मदद मांगी। घटना लुधियाना की है। शुक्रवार के दिन शाने शान-ए-पंजाब ट्रेन में यात्रा कर रहा बीएसएफ का जवान फोन स्नैचिंग का शिकार हो गया। इस वजह से उसके साथ बहुत बड़ा हादसा हो गया। ट्रेन जब लुधियाना स्टेशन से जालंधर के लिए निकली तो स्टेशन के आउटर पर दमोरिया पुल के पास ट्रेन के पहुंचते ही पहले से ही ट्रेन में योजना बनाकर चढ़े फोन स्नैचर ने उसका फोन छीन लिया। इस समय जवान ट्रेन के डिब्बे में शौचालय के पास खड़ा था।  फोन बचाने के चक्कर में खोए पैर बीएसएफ जवान अमन जायसवाल ने मोबाइल छीनने वाले लुटेरे से अपना फोन वापस लेने की कोशिश की। इस दौरान अज्ञात लुटेरे ने उसे ट्रेन से नीचे गिरा दिया। पीड़ित जवान ट्रेन के नीचे आ गया और इस हादसे में उसने अपनी दोनों टांगें गंवा दीं। अमन ने अपना फोन और दोनों पैर खोने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसने परिजनों को दूसरे के फोन से सूचना दी। हादसे के बाद उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया।  बरेली का रहने वाला है अमन अमन, उत्तर प्रदेश के बरेली का निवासी और 15 साल से बीएसएफ में कार्यरत है। ट्रांसफर होने की वजह से वह जालंधर कैंट में अपना सामान लेने जा रहा था। उसकी बहादुरी और हिम्मत थी कि दोनों टांगे कट जाने और हाथ गंभीर रूप से जख्मी हो जाने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और किसी अन्य व्यक्ति के फोन से उसने अपने घरवालों को इस घटना की सूचना दी जो आप भी इस वीडियो में देख सकते हैं। जीआरपी पुलिस ने अज्ञात लुटेरे के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

GST दर तार्किकरण पर बोले चीमा – राज्यों को मिले ठोस मुआवजा

पंजाब पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) दर तार्किक बनाने के मौजूदा प्रस्ताव के तहत राज्यों की वित्तीय स्थिरता को प्रभावित होने से बचाने के लिए उपयुक्त मुआवजे की व्यवस्था करे और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस कदम का लाभ महंगाई का सामना कर रहे देश के गरीब लोगों तक पहुंचे, न कि कॉर्पोरेट संस्थानों तक। उन्होंने जोर दिया कि यदि कीमतों के तार्किकरण का मौजूदा प्रस्ताव आय में हुई कमी की भरपाई की व्यवस्था किए बिना लागू होता है, तो यह राज्यों की वित्तीय अस्थिरता का कारण बनेगा और देश की संघीय संरचना को भी क्षति पहुंचाएगा, जो स्वीकार्य नहीं है। केरल की बैठक में हुए शामिल एडवोकेट चीमा, जो आज कर्नाटक भवन में जीएसटी दर तार्किकरण पर विचार संबंधी केरल, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना के वित्त मंत्रियों और प्रतिनिधियों की बैठक में शामिल हुए, ने कहा कि राज्य का इस पहलू पर मत है कि दर तार्किकरण के साथ-साथ राज्यों के वित्तीय हितों की सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था तैयार की जानी चाहिए। इसके तहत लग्जरी वस्तुओं पर सहायक कर (एडिशनल लेवी) लगाने और कम से कम पांच वर्षों तक मुआवजा सुनिश्चित करने की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि पांच वर्षों के बाद भी राज्यों की आय में कमी पूरी नहीं होती है तो इस व्यवस्था को और आगे बढ़ाने की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि यही संतुलित दृष्टिकोण राज्यों की आर्थिक संप्रभुता को बचा सकता है और इसी के माध्यम से जीएसटी सुधारों को सही अर्थों में लागू किया जा सकेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि 2017 में जीएसटी को वित्तीय निष्पक्षता के सिद्धांत को प्रमुखता देते हुए लागू किया गया था, लेकिन इसके लागू होने के बाद राज्यों को भारी वित्तीय नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के उपरांत पंजाब को लगभग 1.11 लाख करोड़ का वित्तीय नुकसान हुआ है। हालांकि, केंद्र ने निर्धारित वर्षों में 60 हजार करोड़ का मुआवजा दिया, लेकिन बाकी नुकसान की भरपाई के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए। मीडिया से बातचीत करते हुए एडवोकेट चीमा ने कहा कि बैठक में राज्यों की ओर से माँग की गई कि लग्जरी और सिगरेट व शराब जैसी वस्तुओं पर अतिरिक्त कर लगाया जाए और उससे होने वाली आय राज्यों को दी जाए, ताकि दर तार्किकरण से होने वाली आय में कमी की भरपाई की जा सके। वित्त मंत्री जिम्मेदारियों को कैसे निभाए? पंजाब के वित्त मंत्री ने कहा कि बिना आय स्थिरता के राज्य अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को कैसे निभा सकते हैं। केंद्र को इस सिद्धांत पर जोर नहीं देना चाहिए कि सारा बोझ राज्यों के कंधों पर डाल दिया जाए और आय के स्रोत केंद्रीय दायरे में खींचे जाएँ। यदि राज्य वित्तीय रूप से मजबूत होंगे तभी देश भी मजबूत होगा। इसलिए राज्यों के आय संबंधी हित अवश्य सुरक्षित रहने चाहिए और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ठोस व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पंजाब वास्तव में सभी राज्यों की आवाज़ की प्रतिनिधि करता है। बाढ़ की स्थिति पर क्या बोले? सूबे में बाढ़ की स्थिति पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस प्राकृतिक आपदा के समय राज्य की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए पंजाब सरकार पूरे दिल से प्रयास कर रही है और पूरी तरह अपने लोगों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य में हुए नुकसान का आकलन होने के बाद केंद्र से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी।

भारी बाढ़ से पंजाब के 8 जिले प्रभावित, सेना सक्रिय होकर बचाव में जुटी

फिरोजपुर  हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों तथा नालों में जलस्तर बढ़ने के बाद पंजाब के कई इलाकों में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई और फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों ने समन्वय के साथ अभियान शुरू किया। राज्य के आठ जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में अब तक 23 मौतें हो चुकी हैं। प्रदेश की आपदा टीमों सहित सेना एवं बीएसएफ के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। पंजाब में रावी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। अमृतसर में ये पानी अब कस्बा अजनाला के करीब पहुंच गया है। शुक्रवार देर रात तक पानी हरड़ कलां गांव के करीब पहुंच गया था। जिसके बाद बचाव कार्यों को तेज किया गया है। पंजाबी सिंगर सतिंदर सरताज ने अमृतसर डीसी को पीड़ित परिवारों की मदद के लिए राशन भेजा है। वहीं, पठानकोट, गुरदासपुर, फिरोजपुर, अमृतसर, तरनतारन, फाजिल्का, कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी और होशियारपुर में हालात बेकाबू होने के बाद अब पटियाला में भी बाढ़ का असर देखने को मिल रहा है। बीते दिनों चंडीगढ़ की सुखना लेक से छोड़े गए पानी की मार पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के गांवों तक पहुंची। घग्गर नदी के ओवरफ्लो होने से पटियाला के कुछ गांवों के खेतों में पानी भर गया है। इसका पानी खजूर मंडी गांव, तिवाना, साधनपुर, सरसेनी और आसपास की खेतीबाड़ी वाली जमीनों तक घुस गया। खजूर मंडी से यह पानी हरियाणा की टांगरी नदी की ओर बह रहा है। गांव के लोगों में 2023 का मंजर सोचकर डर बैठ गया है। हालांकि, बीते दिन शाम तक पानी हल्का उतर गया था। वहीं, पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित नारोवाल स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में सफाई अभियान शुरू किया गया है। यहां हाल ही में 10 फीट तक पानी चढ़ गया था। पर स्थानीय सीएम मरियम नवाज शरीफ के आदेश के बाद अब परिसर से पानी निकाल दिया गया है और सफाई का काम जारी है। उधर, कपूरथला में बृहस्पतिवार को लापता हुए 40 वर्षीय व्यक्ति का शव ढिलवां में ब्यास नदी में मिला। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई एजेंसियों ने समन्वय किया है।

पंजाब: हरसिमरत कौर बादल का हरमंदिर साहिब में मत्था टेकने का पवित्र दृश्य, बाढ़ पर चिंता

अमृतसर  शिरोमणि अकाली दल नेता और बठिंडा सांसद हरसिमरत कौर बादल शनिवार को सचखंड श्री हरमंदिर साहिब पहुंची। इस दौरान उन्होंने अखंड पाठों का भोग डाला और नए अखंड पाठ शुरू करवाए। इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने पंजाब में आई प्राकृतिक आपदा और जनता की समस्याओं पर चिंता व्यक्त की। हरसिमरत ने कहा, " पंजाब के लोग आज बहुत मुश्किल हालात से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया पर पीड़ितों को देखकर रातों की नींद नहीं आती।" मुख्यमंत्री भगवंत मान को निशाने पर ले कहा, "जब भी पहले प्राकृतिक आपदा आती थी, सरकार हेल्पलाइन नंबर जारी करती थी, ताकि लोग खाना, दवा, नाव या अन्य मदद के लिए संपर्क कर सकें। अगर स्कूलों में शौचालयों का उद्घाटन हो सकता है, तो आज जरूरतमंदों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करना भी जरूरी है।" उन्होंने आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री मान से तत्काल कदम उठाने की मांग की। साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि पंजाब में एनडीआरएफ की टीमें भेजी जाएं, ताकि बाढ़ प्रभावितों को समय पर मदद मिले। हरसिमरत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बाढ़ पीड़ितों की मदद का आग्रह किया। बोलीं, "जैसे अन्य राज्यों में सेना भेजी जाती है, वैसे ही पंजाब में फौज भेजकर लोगों की जान बचाई जाए।" उन्होंने सवाल उठाया कि कुछ हफ्ते पहले भाजपा नेता गांवों में अपनी योजनाएं बताने गए थे, लेकिन आज बाढ़ग्रस्त इलाकों में क्यों नहीं दिख रहे। उन्होंने केंद्र से बड़ी नावें मांगी, जो दूर-दराज के गांवों तक जाकर लोगों और पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर ले जा सकें। अगर 24 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर नहीं जारी करते, तो वे शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से पार्टी का खुद का नंबर जारी करने का आग्रह करेंगी। उन्होंने कहा कि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जनता की सेवा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और आगे भी जारी रखेगी।

बाढ़ का कहर: पंजाब के 8 जिले चपेट में, हालात बिगड़े

पंजाब  पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। सतलुज, रावी और घग्गर नदियों का जलस्तर बढ़ने से अब तक 8 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बता दें कि, घरों में पानी भरने के बावजूद कई लोग अपने घर छोड़कर नहीं जा रहे, प्रशासन द्वारा उन्हें वहीं पर खाना पहुंचाया जा रहा है। वहीं अमृतसर में रावी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जोकि अजनाला की तरफ बढ़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ रामदास इलाके के लोग घरों के ऊपर टैंट लगा कर रहने को मजबूर होरहे हैं।   अमृतसर व फाजिल्का सबसे प्रभावित अमृतसर के अजनाला इलाके में पानी हरड़ कलां गांव तक पहुंच गया है। प्रशासन ने यहां बचाव कार्यों को तेज किया है। वहीं, फाजिल्का में सतलुज नदी उफान पर है और सरहदी गांव के पास पुल के ऊपर से पानी बहना शुरू हो गया है। पठानकोट, फिरोजपुर, अमृतसर, तरनतारन, फाजिल्का, सुलतानपुर (कपूरथला) व होशियारपुर में हालात सबके ज्यादा खराब हैं। गौरतलब है कि, फाजिल्का जिले में सतलुज उफान पर है। सरहदी गांव में नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी बहना शुरू हो गया है। इस दौरान स्पेशल DGP अर्पित शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया है कि, सेना के 20 हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में लगाए गए हैं।    पटियाला में खेतों में घुसा पानी चंडीगढ़ की सुखना लेक से छोड़े गए पानी का असर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर तक पहुंच गया है। घग्गर नदी ओवरफ्लो होने से पटियाला जिले के कई गांवों की खेती-बाड़ी वाली जमीन पानी में डूब गई है। खजूर मंडी, तिवाना, साधनपुर और सरसेनी गांवों के लोग 2023 की बाढ़ को याद कर चिंतित हैं। रेलवे ने रद्द की 47 ट्रेनें रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजाब और जम्मू से होकर गुजरने वाली 47 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इससे पंजाब, हरियाणा और जम्मू जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आपको बता दें कि, इस मुश्किल समय में पंजाबी गायक सतिंदर सरताज ने अमृतसर डीसी को राशन और जरूरी सामग्री भेजी, ताकि पीड़ित परिवारों की मदद की जा सके। इतने लोगों की हुई मौत पंजाब में बाढ़ कहर के बीच हुई मौतों का सरकारी आंकड़ा सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। 3 अभी भी लापता हैं। वहीं इस संबंधी जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अब तक बाढ़ में फंसे 7689 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इस बाढ़ की चपेट में पंजाब के 1018 गांव आ चुके हैं। उधर, पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब परिसर से पानी निकालने का काम जारी है। हाल ही में यहाँ 10 फीट तक पानी भर गया था। पंजाब की सीएम मरियम नवाज शरीफ के आदेश पर बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। आपको ये भी बता दें कि, 30 अगस्त यानि आज पंजाब के कई जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब के पठानकोट, होशियारपुर, रूपनगर में ऑरेंज अलर्ट और गुरदासपुर, नवांशहर, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब और पटियाला में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 31 अगस्त और 1 सितंबर को पठानकोट, होशियारपुर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और मोहाली में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

बीमारियों का प्रकोप थमने का नाम नहीं, जालंधर में फिर मिले 4 मरीज

जालंधर  वैस्ट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले न्यू गौतम नगर में डायरिया और अन्य बीमारियों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को चार और नए मरीज मिले जिन्हें तुरंत एंबुलैंस के जरिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके साथ ही प्रभावित रोगियों की संख्या लगभग 40 तक पहुंच गई है। इलाके के पार्षद गुरजीत सिंह घुम्मन दिनभर वार्ड में सक्रिय दिखाई दिए और स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीमों के साथ सहयोग करते नजर आए। स्वास्थ्य विभाग ने डायरिया प्रभावित इलाकों में विशेष कैंप लगाए हैं, वहीं नगर निगम की टीमें सीवरेज ब्लॉकेज को खोलने, सुपर सक्शन और जेटिंग मशीनों से सफाई कराने और गंदे पानी की सप्लाई से जुड़े फॉल्ट दूर करने में जुटी हुई हैं। प्रभावित क्षेत्रों में पीने का पानी टैंकरों के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है। बीमारी फैलने का मुख्य कारण प्रवासी श्रमिकों के क्वार्टर जब प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया तो पाया कि न्यू गौतम नगर और इसी वार्ड में आती पंजपीर कॉलोनी और अन्यों में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के क्वार्टर बने हुए हैं। इन क्वार्टरों में एक साथ कई लोग रहते हैं लेकिन सफाई व्यवस्था बेहद खराब है। वाटर सप्लाई और सीवरेज सिस्टम में भी कई खामियां सामने आई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन क्वार्टरों की गंदगी पूरे इलाके में बीमारी फैलने का बड़ा कारण है। पार्षद गुरजीत सिंह घुम्मन ने भी माना कि प्रवासी श्रमिकों के क्वार्टर समस्या की जड़ हैं। उन्होंने पार्षद बनने के तुरंत बाद इस मुद्दे पर कार्रवाई करते हुए कई मालिकों को नोटिस जारी करवाए थे और नगर निगम से चालान तक करवाए थे, लेकिन अभियान बीच में ही ठंडा पड़ गया। अब पार्षद घुम्मन का कहना है कि आने वाले दिनों में फिर से सख्ती बरती जाएगी। जिन क्वार्टरों में गंदगी, गंदा पानी या सीवरेज जाम जैसी समस्याएं मिलीं, उनके खिलाफ निगम चालान करेगा और जरूरत पड़ने पर पानी व सीवरेज कनेक्शन भी काटे जा सकते हैं।

रेलवे पर बाढ़ का कहर, पंजाब में ठप हुई 30 से अधिक ट्रेनों की आवाजाही

पंजाब  पंजाब में बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है। इसी बीच रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। बाढ़ के कारण जम्मू रूट पर चलने वाली ट्रेनें 30 अगस्त को रद्द कर दी गई हैं। इन रूटों में वंदे भारत एक्सप्रेस (26406-05), श्री शक्ति सुपरफास्ट एक्सप्रेस (22462) और अन्य ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा कुछ ट्रेनों को बीच रास्ते से ही वापस भेजा जा रहा है। इससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। रद्द की गई ट्रेनों में शालीमार एक्सप्रेस, भगत दी कोठी-जम्मू तवी एक्सप्रेस, अजमेर जंक्शन, जम्मू तवी पूजा एक्सप्रेस, कानपुर सेंट्रल-जम्मू तवी एक्सप्रेस, नदीम-जम्मू तवी, कोलकाता टर्मिनल जम्मू तवी, जम्मू तवी, हावड़ा जंक्शन जम्मू तवी, नई दिल्ली-माता वैष्णो देवी कटरा, अमृतसर-माता वैष्णो देवी कटरा शामिल हैं। 

बाढ़ पीड़ितों को राहत, मान सरकार ने की विशेष घोषणा

चंडीगढ़  पंजाब के कई जिले इस समय भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने राहत कार्यों को तेज़ करते हुए बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में मिलेगा सुरक्षित आश्रय सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने जानकारी दी कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे बुजुर्गों को तत्काल बचाकर पास के वृद्धाश्रमों में पहुँचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 41 वृद्धाश्रम हैं, जिनमें 572 बुजुर्गों के रहने की व्यवस्था है और इस क्षमता को 700 तक बढ़ाया जा सकता है। मानसा में तैयार हुआ नया वृद्धाश्रम पहले से ही चालू कर दिया गया है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आ सके। बच्चों के लिए अनाथालय और आंगनवाड़ी केंद्र तैयार सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के बच्चों को अस्थायी रूप से अनाथालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों में रखा जाएगा। यदि कोई बच्चा अपनी माँ के साथ रहना चाहे तो उसके लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। बाढ़ प्रभावित इलाकों में खिचड़ी और दलिया जैसी आसान पचने वाली खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। गर्भवती महिलाओं के लिए 'सखी' सेंटर खुलेंगे डॉ. कौर ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में चल रहे 'सखी – वन स्टॉप सेंटर' को गर्भवती महिलाओं के लिए खोला जा रहा है, ताकि आपात स्थिति में उन्हें सुरक्षित स्थान मिल सके। साथ ही, महिलाओं को सैनिटरी पैड जैसी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार की अपील राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे राहत कार्यों में सहयोग करें और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें। राहत टीमों को 24 घंटे के लिए सक्रिय रखा गया है।

वाहनों के लिए बड़ी राहत, बिना टैक्स निकली गाड़ियां

पंजाब  भारती किसान यूनियन एकता डकोदा ने गुड़े टोल प्लाजा पर 2 घंटे धरना देकर टोल फ्री किया क्योंकि बीते दिन भारी बारिश के कारण मुल्लांपुर सर्विस रोड़ पर पानी की निकासी न होने के कारण राहगीरों को 2-2 फीट पानी में से गुजरना पड़ रहा था और लोग बहुत परेशान थे। राज्य प्रधान मनजीत सिंह धनेर ने बताया कि पानी और कीचड़ से भरी सड़क पर गहरे खड्डों में गिरते संभलते लोग बहुत मुश्किल से सड़क पार कर रहे हैं। वाहन फंस रहे थे, स्कूली बच्चे गिर रहे थे। उनकी तरफ से लुधियाना मुल्लांपुर ब्लाक कमेटियां के ध्यान में मामला लाने और पड़ताल करने पर पाया गया। अमनदीप सिंह राज्य उपाध्यक्ष की अगुवाई में इक्टठा हुए किसानों ने सुबह 10 बजे से 12 बजे तक गुड़े टोल प्लाजा फ्री कर रोष को व्यक्त किया। इस समय विशेष तौर पर पहुंचे राज्य प्रधान मनजीत सिंह और जिला प्रधान जगतार सिंह देहड़का ने मांग की कि गलोबल मैडीकल सैंटर लुधियाना से लेकर तलवंडी भाई तक फिरोजपुर रोड़ पर 84 किलोमीटर लंबी टोल सड़क का 2 स्थानों से लाखों रूपए टोल उगराही सुभाष चंदरा कंपनी की तरफ से कि जा रही है पर सड़क की मुरम्मत की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। टोल प्लाजा मैनेजर ने एस.एच.ओ. हमराज सिंह, नगर कौंसल मुल्लांपुर के प्रधान जसविंदर सिंह हैप्पी और कौंसलर अमन मुल्लांपुर को सफाई, मुरम्मत करवाने और टोल प्लाजा के उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग का भरोसा देकर सभी मामलों का समाधान करवाने का विश्वास दिलाया। किसान नेता ने चेतावनी दी कि मामलों का जल्द समाधान न होने की सूरत में लंबा समय टोल फ्री कर प्रशासन पर टोल मालिकों का सियापा किया जाएगा। इस समय रजिन्द्र सिंह भनोहड़, प्रधान रणवीर सिंह रूडका, प्रधारन गुरप्रीत सिंह ललतों, प्रधान अजीत सिंह धांधरा, प्रधान हाकम सिंह भटटीयां, सुखदीप सिंह, जगराज सिंह, सतनाम सिंह आदि नेता उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले पंजाब राज्यपाल, बाढ़ राहत कार्यों पर हुई चर्चा

पंजाब पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया अपने दो दिवसीय गुवाहाटी (असम) प्रवास के दौरान आज कोइनाधारा गेस्ट हाउस, गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जहां चंडीगढ़ नगर निगम हेतु स्वीकृत करोड़ों की अनुदान राशि पर आभार जताया वहीं पंजाब की बाढ़ स्थिति से अवगत कराया। इस मुलाकात के दौरान, राज्यपाल कटारिया ने चंडीगढ़ नगर निगम के लिए हाल ही में स्वीकृत 125 करोड़ रुपए की अनुदान राशि के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राशि शहर के बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होगी। राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री को पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ की स्थिति की भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति, प्रभावित क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति तथा भविष्य में आवश्यक सहयोग के बारे में भी अवगत कराया। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास, जनसेवा और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न विषयों पर भी विचार-विमर्श किया।