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रामदेवरा मेला: सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन अलर्ट, अफसरों ने किया निरीक्षण

जैसलमेर आगामी रामदेवरा मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। बुधवार को जिला कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत और जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने रामदेवरा स्थित विख्यात बाबा रामदेव मंदिर परिसर का दौरा कर पूर्व सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान मेला समिति, प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर और एसपी ने रामसरोवर तालाब, जिगजेग रूट और कस्बे का पैदल भ्रमण कर श्रद्धालुओं के लिए बनाई जा रही सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने पिछले पांच वर्षों के दौरान सामने आई समस्याओं और चुनौतियों पर अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इस बार किसी भी तरह की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। एसपी अभिषेक शिवहरे ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खुद मैदान में उतरते हुए रामदेवरा कस्बे की प्रमुख गलियों और मंदिर क्षेत्र में ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी की संभावनाएं टटोलीं। अधिकारियों से विचार विमर्श कर श्रद्धालुओं को दर्शन के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने बाबत आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। मेले में जेब कतरे एंव चोरी आदि के कुछ दल सक्रिय हो जाते हैं उनकी धरपकड़ एवं उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई हेतु विशेष दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए, साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग और भीड़ नियंत्रण के लिए भी ठोस रणनीति बनाई जाए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक के साथ सीओ रामदेवरा, थानाधिकारी, सरपंच, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि और पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक ने मेले के दौरान हर संवेदनशील बिंदु पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करने और जरूरी पुलिस संसाधनों को सक्रिय रखने के निर्देश दिए।

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री का तनोट दौरा: माता के दर्शन और शहीदों को श्रद्धांजलि

जैसलमेर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा दो दिवसीय जैसलमेर प्रवास के दौरान धार्मिक, सैनिक और सामाजिक स्थलों का दौरा करते हुए प्रदेशवासियों के कल्याण और सीमाओं की सुरक्षा के लिए मंगलकामनाएं कीं। इस दौरान उन्होंने अपने परिवार सहित भारत-पाक सीमा पर स्थित पावन तीर्थस्थल श्री तनोटराय माता मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि, देश की सुरक्षा और लोक कल्याण की कामना की। डॉ. बैरवा ने तनोट मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं और बीएसएफ जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “यह मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह सीमा पर तैनात हमारे वीर जवानों की आस्था, विश्वास और प्रेरणा का स्रोत है। 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्धों के दौरान यहां माता की कृपा से शत्रु की गोलाबारी से यह स्थल सुरक्षित रहा, जो इस स्थान की चमत्कारी महिमा को दर्शाता है।” जवानों से की मुलाकात, मिठाई खिलाकर बढ़ाया मनोबल मंदिर दर्शन के पश्चात उपमुख्यमंत्री डॉ. बैरवा ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों से मुलाकात की। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाकर उनका हौसला बढ़ाया और उनके अनुशासन, समर्पण और देशभक्ति की भावना की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश की सीमाएं आप जैसे जांबाज सपूतों की वजह से सुरक्षित हैं। आप ही राष्ट्र की असली ताकत हैं, जो हर परिस्थिति में अडिग और अटल रहते हैं। मंदिर विकास कार्यों की ली जानकारी डॉ. बैरवा ने मंदिर समिति, बीएसएफ अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने मंदिर प्रबंधन की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस तीर्थस्थल की महत्ता को देखते हुए यहां की सुविधाओं का लगातार विस्तार आवश्यक है। पाैधरोपण को लेकर दिया विशेष संदेश मीडिया से बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री ने वन महोत्सव अभियान का ज़िक्र करते हुए लोगों से अपील की कि बारिश के इस मौसम में हर व्यक्ति को कम से कम 2 से 3 पौधे जरूर लगाने चाहिए। उन्होंने कहा, “पर्यावरण संकट और जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए पौधरोपण सबसे प्रभावशाली उपाय है। बढ़ते तापमान और अनियमित मानसून जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए हर नागरिक को पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।” चुनावों को लेकर दिए संकेत पंचायती राज व नगर निकाय चुनावों को लेकर पूछे गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है और इस संबंध में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने संकेत दिए कि परिसीमन पूरा होते ही चुनाव की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा, “प्रदेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया समय पर पूरी होगी और जनता को सशक्त नेतृत्व मिलेगा।” वॉर म्यूजियम में वीर शहीदों को दी श्रद्धांजलि तनोट यात्रा के बाद उपमुख्यमंत्री डॉ. बैरवा अपने परिवार के साथ जैसलमेर के प्रसिद्ध वॉर म्यूजियम पहुंचे। वहां उन्होंने 1965 और 1971 के युद्धों में बलिदान देने वाले वीर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा, “यह म्यूजियम मात्र एक संग्रहालय नहीं, बल्कि मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राण अर्पित करने वाले रणबांकुरों की अमर गाथा को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है। यह स्थल आज की पीढ़ी को देशभक्ति, साहस और बलिदान की प्रेरणा देता है। डॉ. बैरवा ने संग्रहालय में प्रदर्शित युद्ध सामग्री, ऐतिहासिक चित्रों व दस्तावेजों का अवलोकन करते हुए सेना की वीरता की सराहना की और कहा कि यह स्थल युवाओं को राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित करता है। इस अवसर पर जिला प्रशासन व सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और म्यूजियम की विशिष्टताओं की जानकारी दी।

मुंबई जाने वाला विमान बीच रास्ते में बिगड़ा, जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग

जयपुर जयपुर से मुंबई जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI 612 को उड़ान भरने के महज 18 मिनट बाद वापस जयपुर एयरपोर्ट पर आपात रूप से लैंड करना पड़ा. यह घटना शुक्रवार को हुई जब फ्लाइट ने दोपहर 1.35 बजे टेकऑफ किया था. फ्लाइटरडार ट्रैकिंग वेबसाइट के अनुसार फ्लाइट को डाइवर्टेड दिखाया गया. फ्लाइट के उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही उसमें तकनीकी खराबी का पता चला, जिसके बाद पायलटों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वापसी का फैसला लिया. एअर इंडिया की यह फ्लाइट तकरीबन 18 मिनट हवा में रही और फिर सुरक्षित लैंड कर गई. तकनीकी खराबी के चलते फ्लाइट को उतारा गया हाल के हफ्तों में एअर इंडिया और उसकी सहयोगी एअर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानों में तकनीकी गड़बड़ियां सामने आई हैं. इसी बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली मुंबई की एक फ्लाइट ने टेकऑफ से पहले तकनीकी खराबी के चलते उड़ान रद्द कर दी थी. उस फ्लाइट में 160 यात्री सवार थे. इसी दिन एक और फ्लाइट IX 375 जो कि कोझिकोड से दोहा जा रही थी, वह भी तकनीकी खराबी के कारण टेकऑफ के करीब दो घंटे बाद लौट आई. फ्लाइट में 188 यात्री और क्रू सदस्य सवार थे. 183 फ्लाइटों में तकनीकी गड़बड़ियां दर्ज की गई नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार 21 जुलाई तक देश की 5 प्रमुख एयरलाइंस की 183 फ्लाइटों में तकनीकी गड़बड़ियां दर्ज की गई हैं. इनमें से 85 मामले अकेले एअर इंडिया ग्रुप के हैं. बीते 5 सालों में एअर इंडिया और उसकी सहयोगी ने कुल 541 तकनीकी गड़बड़ियों की जानकारी दी है. 

644 कार्टन अवैध शराब जब्त: 60 लाख की खेप के साथ ड्राइवर फरार

सिरोही आबूरोड रीको थानाधिकारी लक्ष्मण सिंह चंपावत ने बताया कि पालनपुर फोरलेन पर स्थित मावल चौकी पर गुरुवार को कंटेनर में गुजरात ले जाई जा रही 60 लाख रुपये की पंजाब निर्मित अंग्रेजी शराब के 644 कार्टन जब्त की गई है। इस दौरान ड्राइवर मौके से भाग निकला। पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा कर पकड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। शराब एवं कंटेनर को जब्त कर फरार ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी गई है। आबूरोड रीको थानाधिकारी चंपावत के अनुसार सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान के निर्देशन में शराब की तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रभुदयाल धानिया एवं माउंटआबू वृताधिकारी गोमाराम चौधरी के सुपरविजन में मावल चौकी पर नाकाबंदी की गई थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा आबूरोड की ओर से आ रहे एक कंटेनर को रुकवाया गया। इस दौरान कंटेनर ड्राइवर वहां से भाग खड़ा हुआ। लिसकर्मियों द्वारा उसका पीछा कर पकड़ने का प्रयास भी किया गया लेकिन, वे इसमें कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद कंटेनर की तलाशी ली गई तो उसमें पंजाब निर्मित अंग्रेजी शराब के विभिन्न ब्रांडों के 644 कार्टन पाए गए। आवश्यक कारवाई के बाद शराब एवं कंटेनर को जब्त कर लिया गया। जब्त की गई शराब की कीमत 60 लाख रुपए बताई गई है। थानाधिकारी चंपावत के अनुसार फरार ड्राइवर की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। पुलिस यह शराब कहां से लाई जा रही थी तथा इसे गुजरात में कहां सप्लाई किया जाना था इसकी भी जांच की जा रही है। कारवाई में ये पुलिसकर्मी रहे शामिल इस कारवाई में आबूरोड रीको पुलिस थाना के उपनिरीक्षक पूराराम, हेड कांस्टेबल किशनलाल, कांस्टेबल  प्रकाश, जयंतिलाल, भवानीसिंह, दिलीपसिंह, मुकेश,  दिनेश, हिन्दूराम, प्रवीणसिहं, मालदेव एवं गोपाल शामिल रहे।  

जालोर में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे़ का दौरा, विकास और नशामुक्ति पर खास जोर

जालोर जालोर राजस्थान के राज्यपाल हरी भाऊ बागडे़ जालौर दौरे पर रहे। उन्होंने जालौर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में राज्यपाल ने विभागवार विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे़ ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नवीन शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षण करवाये जाने तथा किताबी ज्ञान के साथ-साथ नवीन शोधपरक जानकारियां बच्चों के साथ साझा करने की बात कही। जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो साथ ही उनकी बौद्धिक और विश्लेषण करने की क्षमता बढ़ सकें। उन्होंने जिले में संचालित राजकीय स्कूलों और उनमें अध्यनरत छात्र-छात्राओं की संख्या, मिड-डे-मील योजना की जानकारी लेते हुए छात्र-छात्राओं को मिड-डे-मील योजना के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण पोषण प्रदान किए जाने की बात कही। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने जिले में टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत क्षय रोगियों की संख्या, उनकी स्क्रीनिंग और निक्षय मित्र के माध्यम से उन्हें पोषण किट वितरण करने की प्रगति के बारे में जानकारी ली तथा चिकित्सा विभाग को टी.बी. मुक्ति की दिशा में प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन में हर घर जल पहुंचाने के लिए अधिकारी करें प्रभावी मॉनिटरिंग बैठक में उन्होंने नर्मदा नहर परियोजना के तहत ई.आर., एफ.आर. और डी.आर. प्रोजेक्ट की समीक्षा की तथा जल जीवन मिशन के तहत एफएचटी कनेक्शन की गति बढ़ाते हुए पेयजल स्त्रोत निर्माण के कार्यों को समय पर पूर्ण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या समाधान की दिशा में जल जीवन मिशन बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। हर घर जल पहुंचाने के लिए अधिकारी इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण व भू-जल स्तर सुधार से ‘‘हरियालो राजस्थान’’ की दिशा में प्रदेश अग्रसर हो सकेगा। उन्होंने वर्षा जल के सहेज कर रखने की बात कही जिसके फलस्वरूप जिले में पानी की समस्या से मुक्ति मिले। उन्होंने डिस्कॉम की कुसम योजना की प्रगति देखी तथा पंचायतीराज की स्वामित्व योजना में जारी किए गए पट्टों पर जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पीएम आवास योजना और एमजीनरेगा के तहत जिले में प्रगतिरत कार्यों और स्वीकृत कार्यों के बारे में चर्चा करते हुए नरेगा में पौधरोपण, टांका निर्माण और जल संरक्षण के कार्यों को अधिक से अधिक करवाये जाने की बात कही। उन्होंने नगरीय निकायों व ग्रामों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए घर-घर कचरा संग्रहण के माध्यम से एकत्रित किए गए कचरे के समुचित निस्तारण को लेकर निर्देशित किया। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने जिले में नशीली पदार्थों के अवैध कारोबार के विरुद्ध पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान एवं की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी लेते हुए युवाओं में नशे की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाने तथा नशा मुक्ति कैंप लगाकर नशे के आदी हो चुके लोगों को नशावृत्ति से मुक्ति दिलाने की बात कही। उन्होंने अवैध नशे के कारोबार में प्रवृत्त लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए। बैठक में राजस्थान के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी, जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे, जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिसकर्मियों द्वारा दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर सर्किट हाउस जालोर पहुंचने पर राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे़ को पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे़ का माल्यार्पण और साफा पहनाकर अभिनंदन किया।

सरकारी स्कूल में बड़ा हादसा: छत गिरने से 4 बच्चों की मौत, प्रशासन पर सवाल

 झालावाड़  राजस्थान के झालावाड़ में स्कूली बच्चों के साथ बड़ा हादसा हुआ है. इलाके में एक स्कूल की छत गिरने की खबर हैं, जिसमें 4 छात्रों की मौत हो गई और कई बच्चों के दबे होने की आशंका है. हादसे के बाद 17 बच्चों के घायल होने की जानकारी सामने आई है. कई बच्चे गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोदी में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत अचानक गिर गई. क्लास में मौजूद छात्र इसके नीचे दब गए. जानकारी के मुताबिक, क्लास के अंदर करीब 60 बच्चे मौजूद थे, जिसमें से पच्चीस के दबे होने की आशंका है. स्कूल की छत गिरने से हुए हादसे के बाद इलाके के लोग मदद के लिए पहुंचे. मौके पर लोगों का मजमा इकट्ठा हो गया. मलबे में दबे बच्चों को लोग निकालने की कोशिश करने लगे. छत गिरने के बाद मलबे को देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे स्कूल खंडहर में तब्दील हो गया हो. एजेंसी के मुताबिक, झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि चार बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए. दस बच्चों को झालावाड़ रेफर किया गया है, जिनमें से तीन से चार की हालत गंभीर है. पुलिस ने बताया कि शिक्षकों और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया. राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिवालर ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "झालावाड़ में स्कूल में दुखद घटना की सूचना मिली है. दुख है, बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. बच्चों का इलाज सरकारी खर्चे पर होगा. उच्च स्तरीय जांच होगी कि आखिर कैसे छत गिरी. शिक्षा मंत्री ने कहा, "कांग्रेस सरकार का किया हुआ पाप है. पिछले 5 सालों में कांग्रेस सरकार ने स्कूलों की देख-भाल नहीं की. कांग्रेस सरकार के दौरान स्कूल जर्जर हो गए थे, इनकी मरम्मत नहीं की. हम स्कूलों की चरणबद्ध तरीके से मरम्मत करवा रहे हैं और स्कूलों को पूरी तरह ठीक करेंगे." उन्होंने आगे कहा कि कोटा में भी कई स्कूल ऐसे हैं, जिनकी हालत पूरी तरह जर्जर है. हालत इतनी बुरी है कि छत का प्लास्टर टूट-टूट कर गिर रहा है और नीचे बच्चे पढ़ रहे हैं.  शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अब अस्वस्थ किया है कि राजस्थान के सभी स्कूलों का निर्माण करवाया जाएगा और पूरी तरह से ठीक करवाए जाएंगे. सीएम ने जताया दुख… राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "झालावाड़ के पीपलोदी में विद्यालय की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है. घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. ईश्वर दिवंगत दिव्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति दें."

प्लाटून कमांडर बनने का सपना होगा पूरा! राजस्थान में 84 पदों पर भर्ती शुरू

जयपुर राजस्थान में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक शानदार अवसर सामने आया है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) ने प्लाटून कमांडर के पदों पर 84 रिक्तियों की घोषणा की है। भर्ती की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 21 अगस्त 2025 तक आधिकारिक वेबसाइट rssb.rajasthan.gov.in के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। कुल पदों का विवरण इस भर्ती प्रक्रिया के तहत राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) द्वारा कुल 84 प्लाटून कमांडर पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इनमें से 82 पद गैर-अनुसूचित क्षेत्र के लिए आरक्षित हैं, जबकि 2 पद अनुसूचित क्षेत्र (Scheduled Area) के लिए निर्धारित किए गए हैं। चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति क्षेत्रवार रिक्तियों के अनुसार की जाएगी। बोर्ड द्वारा 22 नवंबर 2025 को ऑफलाइन (OMR आधारित) परीक्षा आयोजित की जाएगी। शैक्षणिक योग्यता और आयु सीमा इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है। इसके अलावा, ऐसे भूतपूर्व सैनिक भी पात्र हैं जो नायब सूबेदार या उससे उच्च रैंक पर कार्यरत रहे हों और विधिवत रूप से सेवानिवृत्त हो चुके हों। साथ ही, उम्मीदवार को देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का ज्ञान होना चाहिए तथा राजस्थान की संस्कृति से परिचित होना अनिवार्य है। आयु सीमा की बात करें तो, 1 जनवरी 2026 को आधार मानते हुए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 20 वर्ष और अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को सरकार द्वारा नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी। वेतनमान प्लाटून कमांडर पद के लिए राजस्थान राज्य सरकार द्वारा सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतनमान निर्धारित किया गया है। चयनित उम्मीदवारों को पे-बैंड 9300-34800 रुपए, ग्रेड पे 11, तथा पे मैट्रिक्स लेवल L-10 के तहत वेतन दिया जाएगा। आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग और क्रीमीलेयर OBC/MBC वर्ग के उम्मीदवारों को ₹600, जबकि नॉन-क्रीमीलेयर OBC, EWS, SC, ST, एवं दिव्यांगजन श्रेणी के उम्मीदवारों को 400 रुपए शुल्क देना होगा। शुल्क का भुगतान उम्मीदवार ई-मित्र कियोस्क, नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, अथवा क्रेडिट कार्ड जैसे ऑनलाइन माध्यमों से 21 अगस्त 2025 तक कर सकते हैं।

कमजोर पड़ा मानसून जैसलमेर में, अगले चरण की बारिश की उम्मीद तीन दिन बाद

जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी जिले जैसलमेर में मानसून फिलहाल सुस्त होता नजर आ रहा है। बीते दिनों हुई अच्छी बारिश के बाद अब बादलों ने जिले से दूरी बना ली है। बुधवार को जिले में मौसम पूरी तरह साफ रहा और दोपहर के समय तेज धूप ने गर्मी का असर और अधिक बढ़ा दिया। हालांकि आसमान में छिटपुट हल्के बादलों की मौजूदगी बनी रही, लेकिन वह बारिश लाने में नाकाम रहे। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन के तापमान में मामूली गिरावट देखने को मिली है, लेकिन धूप के तीखे तेवर जारी हैं। मौसम विशेषज्ञों ने अगले तीन दिनों तक जिले में मौसम शुष्क और गर्म रहने की संभावना जताई है। वहीं, जो किसान बारिश का इंतजार करते हुए खरीफ की फसल की बुवाई स्थगित किए बैठे थे। उन्होंने अब खेतों की जुताई कर बोवनी शुरू कर दी है। इस वर्ष अब तक की बारिश ने खेती योग्य भूमि में नमी की पर्याप्त मात्रा बना दी है, जिससे खेतों में बीजों के अंकुरण के लिए अनुकूल स्थिति बनी हुई है। फिर बढ़ेगी बारिश की संभावना, सिस्टम सक्रिय कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल गालव के अनुसार, वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक मानसूनी परिसंचरण तंत्र सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से आगामी दिनों में विशेष रूप से 24 जुलाई के बाद, एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह सिस्टम पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ सकता है और इसके असर से 27 से 30 जुलाई के बीच पुनः बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।डॉ. गालव ने बताया कि मानसून फिलहाल जैसलमेर में कमजोर पड़ गया है, जिस कारण वर्षा की गतिविधियां रुकी हुई हैं। लेकिन बंगाल की खाड़ी से सक्रिय हो रहे सिस्टम के प्रभाव से एक बार फिर जिले में नमी बढ़ेगी और बारिश की वापसी संभव है।

RBSE 2026: बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू, अंतिम तिथि और शुल्क की जानकारी यहां पढ़ें

अजमेर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा-2026 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तिथियां घोषित कर दी हैं। परीक्षा के लिए आज 24 जुलाई से आवेदन ऑनलाइन भरे जा सकते हैं। बोर्ड सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा-2026 के लिए 24 जुलाई से आवेदन ऑनलाइन भरे जा सकते हैं। सामान्य परीक्षा शुल्क के साथ आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 23 अगस्त है। बैंक में शुल्क जमा कराने एवं चालान मुद्रित करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त है। आवेदन पत्र एवं चालान नोडल केन्द्र पर जमा कराने की अंतिम तिथि 6 सितम्बर है। उन्होंने बताया कि एक अतिरिक्त परीक्षा शुल्क सहित आवेदन पत्र 25 अगस्त से ऑनलाइन भरे जाएंगे। यह आवेदन पत्र 10 सितंबर तक भर सकते हैं। बैंक में शुल्क जमा कराने एवं चालान मुद्रित करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। आवेदन पत्र एवं चालान नोडल केन्द्र पर जमा कराने की अंतिम तिथि 18 सितम्बर है। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालयों पर स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के लिए 11 सितम्बर से असाधारण परीक्षा शुल्क के साथ आवेदन पत्र भरे जाएंगे। इसकी अंतिम तिथि 25 सितम्बर हैं। बैंक में शुल्क जमा कराने एवं चालान मुद्रित करने की अंतिम तिथि चार अक्तूबर है। इन आवेदन पत्रों एवं चालान को सीधे बोर्ड कार्यालय में जमा करवाना होगा। बोर्ड सचिव शर्मा ने बताया कि नियमित परीक्षार्थी के लिए परीक्षा शुल्क 600 रुपये, स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के लिए 650 रुपये निर्धारित हैं। प्रायोगिक परीक्षा शुल्क प्रति विषय 100 रुपये देय होगा। विशेष आवश्यकता वाले छात्र, दृष्टबाधित एवं दिव्यांग परीक्षार्थी, युद्ध में वीरगति को प्राप्त अथवा अपाहिज सैनिकों के पुत्र और पुत्रियां, पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों को परीक्षा शुल्क से मुक्त रखा गया है। इन्हें केवल टोकन शुल्क के 50 रुपये जमा कराने होंगे। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों की उच्च माध्यमिक स्तर की सम्बद्धता संबंधी कार्रवाई अभी तक लंबित है। वह विद्यालय अविलम्ब कार्रवाई पूर्ण करे लें। कार्रवाई पूर्ण नहीं होने पर ऐसे विद्यालयों के परीक्षा आवेदन पत्र निरस्त कर दिए जाएंगे। ऑनलाइन परीक्षा आवेदन पत्र भरते से संबंधित आवश्यक निर्देश बोर्ड की वेबसाइट पर देख सकते हैं। अन्य जानकारी के लिए बोर्ड कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0145-263866, 2632867, 2632868 पर अथवा एसीपी के दूरभाष नम्बर 0145-2627454 पर संपर्क कर सकते हैं।

श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, भजनलाल सरकार भेजेगी 800 लोगों को रामेश्वरम मुफ्त यात्रा पर

जयपुर  राजस्थान सरकार ने एक बार फिर 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना शुरू कर दी है। बुधवार को इस योजना के तहत करीब 800 श्रद्धालुओं का पहला जत्था विशेष एसी ट्रेन से रामेश्वरम के लिए रवाना किया गया। यह यात्रा एक सप्ताह तक चलेगी। सरकार ने न केवल यात्रा के लिए मुफ्त ट्रेन सुविधा दी है, बल्कि श्रद्धालुओं के भोजन और ठहरने की पूरी व्यवस्था भी की है। कैबिनेट मंत्री ने 56 हजार तीर्थ यात्रियों को मिलेगा लाभ दिखाई हरी झंडी इस खास मौके पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने जयपुर से रवाना होने वाली इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। स्टेशन पहुंचे तीर्थ यात्रियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया और फूल-मालाएं पहनाई गईं। यह विशेष ट्रेन 12 कोच की है, जिसमें एक पैंटी कार और कोचों में राम दरबार की स्थापना की गई है। 56 हजार तीर्थ यात्रियों को मिलेगा लाभ मंत्री जोराराम कुमावत ने जानकारी दी कि इस बार सरकार ने 30 हजार की बजाय 56 हजार श्रद्धालुओं को मुफ्त तीर्थ यात्रा पर भेजने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार होगा जब सभी यात्रियों को स्लीपर कोच के बजाय एसी ट्रेन में यात्रा का मौका मिलेगा। नेपाल में भी मुफ्त यात्रा का प्लान सरकार ने यह भी घोषणा की है कि करीब 6 हजार श्रद्धालुओं को हवाई जहाज के जरिए नेपाल स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए अगले दो हफ्तों में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। श्रद्धालुओं ने जताया आभार रामेश्वरम जाने वाली पहली ट्रेन के यात्रियों ने राजस्थान सरकार का धन्यवाद किया। उनका कहना है कि सावन के पवित्र महीने में मुफ्त तीर्थ यात्रा का आयोजन बेहद पुण्य का कार्य है। श्रद्धालुओं ने सीएम भजनलाल शर्मा को साधुवाद देते हुए कहा कि उनका यह एक सप्ताह भक्तिमय माहौल में बीतेगा।