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योगी आदित्यनाथ: बिना भेदभाव के विद्यार्थियों तक पहुँच रही है छात्रवृत्ति

लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के चार लाख छात्र-छात्राओं को दिवाली गिफ्ट देते हुए छात्रवृत्ति वितरित की। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ में किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति सितंबर के महीने में मिल रही है। इसकी सभी विद्यार्थियों को बधाई। पहले जो छात्रवृत्ति फरवरी-मार्च में मिलती थी अब सितंबर में मिला करेगी। सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले छात्रों को छात्रवृत्ति देने में भेदभाव किया जाता था। 2017 में जब हमारी सरकार आई तो हमने 2016-17 और 17-18 की छात्रवृत्ति एक साथ दी। मुख्यमंत्री योगी ने प्रतीकात्मक तौर पर कई विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का चेक प्रदान किया। बता दें कि फरवरी-मार्च में मिलने वाली छात्रवृत्ति इस बार सितंबर में नवरात्र के अवसर पर छात्रों को दी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कई बार विद्यालयों से छात्रवृत्ति के लिए डाटा फीड करने में त्रुटि हो जाती है। ऐसे में छात्र अपने अधिकार से वंचित रह जाता है। इसके लिए हम एआई के माध्यम से प्रक्रिया को सरल बना रहे हैं जिससे कि प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप कम हो और जैसे ही छात्र का पंजीकरण हो जाए उसके फोन पर पूरी डिटेल उपलब्ध हो और समय पर छात्रवृत्ति पहुंच जाए। इसकी व्यवस्था की जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी शिक्षा से, अपनी योग्यता से हमारे देश को और समाज को दिशा दी थी। सरकार का प्रयास है कि हर छात्र को सहायता मिले जिससे कि वो अपनी शिक्षा से समाज के विकास में योगदान दे सके। समाज कल्याण मंत्री बोले- जिन्हें पिछले वर्ष छात्रवृत्ति नहीं मिली, उन्हें भी दी जाएगी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा है कि योगी सरकार ने पिछले वर्ष 60 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति दी है। इस बार एक नई बात ये होगी कि जो बच्चे किसी भी कारणवश भले ही वो तकनीकी कारण रहे हों छात्रवृत्ति लेने से वंचित रहे हैं। उन्हें भी इस वर्ष छात्रवृत्ति मिलेगी साथ ही एक ऐसी एप का भी विकास किया जाएगा जिसमें बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की पूरी जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि कोई भी बच्चा छात्रवृत्ति से वंचित न रह जाए।

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो में नजर आएगा पृथ्वी के प्रति उत्तर प्रदेश का संकल्प

सस्टेनेबिलिटी की दिशा में अग्रसर यूपी, पानी बचाने से लेकर वनों के विस्तार तक की अनोखी पहल आधुनिक सिंचाई तकनीक, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और क्लाइमेट रेज़िलिएंस पर फोकस हॉल नंबर 8 में सिंचाई, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग करेंगे उपलब्धियों का प्रदर्शन  25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में यूपीआईटीएस 2025 का भव्य आयोजन  लखनऊ उत्तर प्रदेश को “नए भारत का ग्रोथ इंजन” बनाने की दिशा में योगी सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस 2025) राज्य की आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक ताकत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने जा रहा है। 25 से 29 सितंबर तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन का यह तीसरा संस्करण होगा, जिसमें व्यापार, उद्योग, संस्कृति, खानपान, तकनीकी नवाचार के अतिरिक्त इस बार सस्टेनेबिलिटी की अनूठी झलक देखने को मिलेगी। योगी सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ संघर्ष में अपनी प्रतिबद्धता का एक सशक्त संदेश देते हुए यहां 'उत्तर प्रदेश प्लेजेस टू द प्लैनेट' यानी पृथ्वी के प्रति उत्तर प्रदेश का संकल्प भी लिया है। यूपीआईटीएस 2025 का यह पहलू इस बात का सशक्त उदाहरण है कि कैसे उत्तर प्रदेश खुद को भारत के ग्रोथ इंजन के साथ-साथ ग्रीन इंजन के रूप में भी स्थापित कर रहा है। हॉल नंबर 8 में होगा उपलब्धियों का प्रदर्शन इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में 25 से 29 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहे इस आयोजन में हॉल नंबर 8 का दृश्य कुछ खास होगा, जहां सिंचाई, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग अपनी योजनाओं और उपलब्धियों का प्रदर्शन करेंगे। यहां आगंतुकों को दिखाया जाएगा कि किस तरह यूपी आधुनिक सिंचाई समाधानों के जरिए न केवल किसानों की उपज बढ़ा रहा है, बल्कि पानी की भारी बचत भी कर रहा है। यह पहल भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा और किसानों की समृद्धि सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। इस मौके पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को भी विशेष रूप से रेखांकित किया गया। इस अभियान ने अब तक प्रदेश में करीब पांच लाख एकड़ तक वन आच्छादन बढ़ाने में सफलता पाई है। यह उपलब्धि न केवल पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में क्रांतिकारी कदम है, बल्कि हर नागरिक को हरियाली से जोड़ने का एक सशक्त प्रयास भी है। ग्रीन फ्यूचर की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश  कार्यक्रम में यह भी बताया जाएगा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश ने विकास और पारिस्थितिकी के बीच संतुलन साधने का ठोस मॉडल तैयार किया है। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को ध्यान में रखते हुए राज्य ग्रीन फ्यूचर की ओर तेजी से अग्रसर है। आयोजन समिति के अनुसार, इस सेक्शन का उद्देश्य आगंतुकों को प्रेरित करना और उन्हें यह विश्वास दिलाना है कि विकास और पर्यावरण संरक्षण एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि यह मॉडल न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए क्लाइमेट जस्टिस और सतत विकास की दिशा में प्रेरक साबित होगा।  पांच दिनों तक बिजनेस, संस्कृति और क्रिएटिविटी का दिखेगा संगम उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का मंच सज चुका है, जहां 5 दिनों तक व्यापार, संस्कृति, खानपान और रचनात्मकता का अद्भुत मेल देखने को मिलेगा। इस मेगा इवेंट में उत्तर प्रदेश अपनी ताकत और संभावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा। आयोजन का मुख्य उद्देश्य राज्य को ग्लोबल सोर्सिंग हब के रूप में स्थापित करना है, जहां छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों से लेकर पारंपरिक वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) के खजाने, आधुनिक तकनीक, हस्तशिल्प और प्रदेश की विविधतापूर्ण व्यंजन संस्कृति सब एक ही छत के नीचे दिखाई देंगे। इस बार आयोजन में एमएसएमई और स्टार्टअप्स को विशेष प्लेटफार्म दिया गया है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खरीदारों और निवेशकों से जुड़ सकें। वहीं, मेगा इंडस्ट्री सेक्टर की कंपनियां भी अपने उत्पाद और सेवाओं का प्रदर्शन करेंगी। व्यापारियों, निवेशकों और खरीदारों के लिए यह आयोजन न केवल नए अवसरों का द्वार खोलेगा, बल्कि 'मेक इन यूपी' की अवधारणा को सशक्त भी करेगा। प्रदर्शनी में आने वाले विज़िटर्स को खरीदारी और बिज़नेस डील्स के साथ-साथ यूपी के क्राफ्ट, कल्चर और कुजीन का लुत्फ भी मिलेगा। प्रदेश के पारंपरिक शिल्प, पीतल, जरी-ज़रदोज़ी, बनारसी साड़ी से लेकर आधुनिक तकनीकी नवाचारों तक की झलक यहां देखने को मिलेगी। साथ ही, आगंतुकों को अवध, बुंदेलखंड और पूर्वांचल की पाक विरासत का स्वाद चखने का मौका मिलेगा।

जनता दर्शन में 250 लोगों की समस्याएं सुनीं मुख्यमंत्री ने, निस्तारण के लिए अफसरों को दिए निर्देश

हर जरूरतमंद को दिलाएं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ : सीएम योगी जनता दर्शन में 250 लोगों की समस्याएं सुनीं मुख्यमंत्री ने, निस्तारण के लिए अफसरों को दिए निर्देश जनकल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता दें अधिकारी : मुख्यमंत्री गोरखपुर  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा पर शक्ति की उपासना से पहले जनसेवा की। उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन का आयोजन कर लोगों से मुलाकात की। उनकी समस्याएं सुनीं और प्रभावी निस्तारण के लिए अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।  सोमवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक सीएम योगी खुद पहुंचे और एक एक करके सबकी समस्याओं को सुनते हुए आश्वस्त किया हर समस्या का समयबद्ध, पारदर्शी व संतुष्टिपरक निस्तारण किया जाएगा। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 250 लोगों की समस्याएं सुनीं। इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की रही। इस दौरान एक महिला ने राशन कार्ड न होने की समस्या बताई। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि इनकी समस्या को संवेदनशीलता से देखें। राशन कार्ड की व्यवस्था के साथ पात्रता के अनुसार पेंशन योजना का भी लाभ दिलाएं।  जमीन कब्जा करने की शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने गरीबों की जमीन पर कब्जा न होने देने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही कहा कि राजस्व व पुलिस से संबंधित मामलों में प्रभावी कार्रवाई हो। सीएम योगी ने कहा कि अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी इलाज नहीं रुकने पाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस्टीमेट की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं। शासन से इलाज में भरपूर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन की वार्षिक आमसभा में बोले मुख्यमंत्री

नकली दवाओं की बिक्री के खिलाफ आगे आए फेडरेशन : सीएम योगी गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा दवा उपभोक्ता बाजार है। प्रदेश में 1.10 पंजीकृत दवा की दुकानों से पांच लाख लोग सीधे तौर पर जुड़े हैं। इससे भी बड़ी संख्या उन लोगों की है जो अप्रत्यक्ष रूप से इस कारोबार से जुड़े हैं। दवा कारोबार बड़ी जिम्मेदारी और जवाबदेही का क्षेत्र है। दवा कारोबारी समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान देते हुए जिम्मेदारी के साथ लोगों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराते हैं। दवा कारोबार से जुड़े लोगों को ईमानदारीपूर्वक याद रखना होगा कि जन विश्वास बनाए रखना ही उनके कारोबार की सबसे बड़ी पूंजी है।  सीएम योगी रविवार को केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश की वार्षिक आमसभा को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नकली दवाओं के खिलाफ सभी को जन जागरण के अभियान से जुड़ना होगा। यह संकल्प लेना होगा कि किस भी प्रकार की मिलावटी दवाओं के कारोबार के खिलाफ खड़े होंगे। नारकोटिक्स की उन दवाओं को जिनमे डॉक्टर के विशेष परामर्श की जरूरत होती है, आम दवाओं की तरह नहीं बिकने देंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने आगरा में नकली दवाओं और कुछ अन्य जगहों पर नारकोटिक्स दवाओं से जुड़े अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई की है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि नकली दवाओं का कारोबार ईमानदार दुकानदारों के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने दवा कारोबारियों को आश्वस्त किया कि मिलावट वाली दवाओं और नारकोटिक्स श्रेणी की दवाओं के गलत इस्तेमाल वाली बिक्री के खिलाफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन आगे आए, सरकार फेडरेशन को हर प्रकार का संरक्षण देगी। ईमानदार दवा कारोबारियों के व्यवसाय को सरल और सुगम बनाने में सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच वर्ष पूर्व दवा कारोबारियों पर संकट आया था। फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को लेकर। तब उन्होंने कहा था कि दवा कारोबारी का व्यावहारिक ज्ञान, फार्मासिस्ट से कम नहीं होता। इस बात को लेकर केंद्र सरकार ने सकारात्मक कदम बढ़ाया था।   यूपी को बनाएंगे फार्मा हब सीएम योगी ने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश को फार्मा हब बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इसके लिए भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह को फार्मा एडवाइजर बनाया गया है। साथ ही ललितपुर में एक बड़ा फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दवाओं के मामले में उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। फार्मा पार्क से यहीं दवा बनने से लोगों को सस्ती दवाएं मिलेंगी। दवा का एक्सपोर्ट दुनिया को होगा। नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन भी होगा।  अब यूपी में वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज का दौर सीएम योगी ने कहा कि कभी प्रदेश की पहचान वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया से थी। उनकी सरकार ने अब इसकी पहचान वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की कर दी है। जो असंभव था, आज संभव हो गया है। उन्होंने कहा कि 8 साल में सरकार ने 41 नए मेडिकल कॉलेज और दो एम्स स्थापित किए हैं। अस्पतालों की तो लंबी श्रृंखला है। उन्होंने कहा कि यूपी में सुरक्षा के माहौल में नया बिजनेस मॉडल दिया गया है। यह सिर्फ 25 करोड़ की आबादी का राज्य ही नहीं है बल्कि अगल बगल के राज्यों की स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों को भी पूरा करता है।  जीएसटी सुधार उपभोक्ता और व्यापारी, दोनों के हित में मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 सितंबर को पीएम मोदी के मार्गदर्शन में जीएसटी परिषद ने दवाओं के कर दरों में भारी छूट दे दी। यह ऐसा क्षेत्र था जिसमें व्यापक संभावना भी है। जीवनरक्षक बीमा पॉलिसी जीएसटी लगभग फ्री हो गई है। कहा कि जीएसटी के नए सुधार उपभोक्ता और व्यापारी, दोनों के हित में हैं। इससे आम उपभोक्ता को फायदा होगा और बाजार भी मजबूत होगा।  नशामुक्ति के लिए फेडरेशन सीएम के हर निर्णय के साथ : अध्यक्ष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संदीप चतुर्वेदी ने कहा कि सीएम योगी के मार्गदर्शन से दवा कारोबारियों को उत्पीड़न से काफी निजात मिली है। उन्होंने कहा कि केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन नशामुक्ति के लिए मुख्यमंत्री के हर निर्णय के साथ है। कार्यक्रम के शुभारंभ पर फेडरेशन के पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र प्रदान कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा, औषधि प्रशासन एवं आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु, गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं प्रदेश सरकार के फार्मा सलाहकार डॉ. जीएन सिंह, केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश के महामंत्री सुरेश, कोषाध्यक्ष राजीव त्यागी, केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप सिंह, महामंत्री नीरज पाठक, राकेश सिंह, हर्ष बंका, आईएमए के सचिव डॉ. वाई सिंह सहित फेडरेशन के सभी जिलों से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश विजन-2047’ पर आयोजित कार्यशाला में बोले सीएम योगी

आज प्रदेश के हर सेक्टर में दिख रहा विकास : मुख्यमंत्री विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के लिए पीएम मोदी के पंच प्रण से जुड़ना होगा : मुख्यमंत्री गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक विकसित भारत बनाने की संकल्पना के अनुरूप प्रदेश ‘विकसित उतर प्रदेश विजन 2047’ पर काम कर रही है। इसमें सरकार द्वारा निर्धारित 12 सेक्टर्स में से किसी भी क्षेत्र में अपने सुझाव देकर राज्य का हर व्यक्ति यूपी को विकसित बनाने में योजक की भूमिका निभा सकता है। उन्होंने आह्वान किया कि हर व्यक्ति सरकार द्वारा जारी ‘विकसित उतर प्रदेश विजन 2047’ के क्यूआर कोड को मोबाइल में स्कैन कर अपने सुझाव अवश्य दे। सीएम योगी रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर एमजीयूजी के ऑडिटोरियम में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश विजन-2047’ पर आयोजित कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की पूर्व और वर्तमान दशा का विस्तार से उल्लेख किया और भावी दशा के लिए एक रोडमैप सबके सामने रखा। सीएम ने कहा कि आजादी मिलने के बाद 1947 के देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश का योगदान 14 प्रतिशत था। इसके बाद इसमें लगातार गिरावट आती गई। 2017 में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद इसमें सुधार आना शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 तक उत्तर प्रदेश की जीडीपी 12 लाख 36 हजार करोड़ रुपये थी। इस वर्ष के अंत तक सरकार इसे 36 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचाने जा रही है। यानी नौ सालों में तीन गुने की वृद्धि। इसी तरह राज्य में प्रति व्यक्ति आय भी नौ सालों में 45000 रुपये से बढ़कर 1 लाख 20000 रुपये पर पहुंच रही है। आज प्रदेश में हरेक सेक्टर में विकास देखने को मिल रहा है। सीएम योगी ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ ‘अमृत महोत्सव’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को विकसित बनाने के लिए जो पंच प्रण दिए हैं, हम सभी को उसके साथ आगे बढ़ना होगा। हमें उन पंच प्रणों, गुलामी की मानसिकता को सर्वथा समाप्त करना, विरासत का सम्मान करना, सेना, अर्धसेना और यूनिफॉर्मधारी जवानों का सम्मान व उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना, जाति, क्षेत्र या किसी भी तरह के वाद से मुक्त होकर समतामूलक समाज के लिए एकता के सूत्र में बंधना और नागरिक कर्तव्यों का पालन करना अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा। विकसित भारत के लिए यूपी ने उठाई आवाज मुख्यमंत्री ने पितृ विसर्जन के पावन पर्व पर आजादी दिलाने वाले देश के पूर्वजों को याद करते हुए कहा कि देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वालों का सपना था कि भारत दुनिया की एक ताकत बने। पितृ विसर्जन पर विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के संकल्प के लिए आयोजित यह कार्यशाला पूर्वजों के प्रति सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि पीएम के आह्वान के तीन साल बाद जब किसी और जगह से आवाज नहीं आई तो विकसित भारत के लिए आवाज उठाने की शुरुआत यूपी ने की। बताया कि अगस्त माह में विकसित उत्तर प्रदेश के लिए एक विजन बनाने को विधानसभा और विधान परिषद में लगातार 24 घण्टे चर्चा हुई। इस चर्चा ने उस धारणा को बदल दिया है जिसमें कहा जाता था कि विधायिका में काम नहीं होता है। और, उस चर्चा के बाद अब आमजन से सुझाव लेकर कार्ययोजना बनाने की तैयारी की जा रही है। प्रदेशभर में इस तरह की चर्चा के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने हेतु यूपी में तीन सौ से अधिक बुद्धिजीवियों जिसमें सेवानिवृत्त आईएएस, कुलपति, शिक्षक, चिकित्सकों, उद्यमियों की सहभागिता है, को प्रदेश के सभी जिलो में भेजा जा रहा है। ये बुद्धिजीवी प्रदेश के विभिन्न अकादमिक संस्थाओं में जाकर विकसित उत्तर प्रदेश के विजन पर छात्रों व अन्य लोगों से चर्चा कर रहे है। अब तक प्रदेश के 110 से अधिक अकादमिक संस्थाओं में भ्रमण कर ये बुद्धजीवी छात्रों से, जनता से संवाद कर चुके हैं। ये अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों के बहुमूल्य विचारों को भी आमंत्रित कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विचार कभी मरता नहीं है। यदि विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश का विचार सामने आया है तो मूर्त रूप अवश्य लेगा। इसी विश्वास के साथ आज हम सब आगे बढ़ रहे हैं।  पीएम मोदी द्वारा दिए संकल्पों को दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने विकसित भारत के लिए पंच प्रण के साथ 9 संकल्प की भी बात की थी। ये संकल्प बहुत छोटे हैं और हमारी दिनचर्या के हिस्से के रूप में भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण के लिए संकल्प की बात की है। एक संकल्प पर्यावरण संरक्षण है जिसमें एक पेड़ मां के नाम पर लगाना शामिल है। प्रधानमंत्री ने तीसरा संकल्प स्वच्छता का दिया। स्वच्छता न होने के कारण ही पूर्वी यूपी में इंसेफेलाइटिस बीमारी फैलती थी। आज यह क्षेत्र गंदगी मुक्त हुआ तो यहां इंसेफेलाइटिस भी समाप्त हुआ। बताया कि 1977 से 2017 तक 50 हजार बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस से हुई थी। 2017 के बाद सरकार के प्रयासों के बाद इसे समाप्त करने में सफलता पाई गयी। आज इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नही होती। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता का संकल्प हमें दिया है। इसके लिए हमें स्वदेशी मॉडल को अपनाना होगा। समय व मांग के अनुरूप हमें उसके मॉडल में परिवर्तन करना होगा। हमें वोकल फार लोकल की दिशा में आगे बढ़ना होगा।  भारत में आध्यात्मिक पर्यटन के सभी केंद्र मुख्यमंत्री ने कहा कि पांचवें संकल्प के रूप में प्रधानमंत्री ने देश दर्शन का दिया है। हमारे यहां 4 धाम, 51 शक्ति पीठ, 12 ज्योर्तिलिंग आदि आध्यात्मिक पर्यटन के सभी केंद्र हैं। हेरिटेज टूरिज्म की दृष्टि से भी भारत सम्पन्न है। भारत ने आक्रान्ताओं के खिलाफ एक लम्बी लड़ाई लड़ी है। टूरिज्म के लिए हम विदेश क्यों जाएं, जब हमारे पास इतना वैभवपूर्ण टूरिज्म क्षेत्र है। इससे हमारा पैसा भी अपने देश में खर्च होगा। पीएम के संकल्पों को याद दिलाते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमें प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना चाहिए। रासायनिक उर्वरको से कैंसर जैसे अनेक रोग होते है। मधुमेह के रोगियों की संख्या भारत में लगातार बढ़ रही है। प्राकृतिक खेती … Read more

मिशन शक्ति का शुभारंभ: योगी सरकार ने त्योहारों में सुरक्षा कड़ा करने का लिया निर्णय

लखनऊ  सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के लोकभवन में मिशन शक्ति के पांचवें चरण का शुभारंभ किया। इस मौके पर नवस्थापित मिशन शक्ति केंद्रों का उद्घाटन, मिशन शक्ति केंद्रों से संबंधित SOP की पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया। सीएम विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम में भी शामिल हुए। सीएम योगी ने कहा कि मिशन शक्ति के इस अभियान नारी सुरक्षा, नारी सम्मान और नारी स्वावलंबन के साथ जोड़ा गया है। आज इसके परिणाम हम सबके सामने हैं। यूपी पुलिस में आजादी के बाद से 2017 तक महिला कार्मिकों की संख्या मात्र 10 हजार थी। 2017 के बाद से अब तक जो भर्ती हुई है उसके चलते यूपी पुलिस में आज 44 हजार से अधिक महिला कार्मिक हैं। हर भर्ती में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती अनिवार्य रूप से करनी है। उधर, आने वाले दिनों पर पड़ने वाले त्योहारों के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है। कल यानी शुक्रवार 19 सितम्बर 2025 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक उच्चस्तरीय बैठक में आदेश दिया था कि आगामी पर्व-त्योहार पर लोगों की सुरक्षा, सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। माहौल खराब करने वाले अराजक तत्वों के साथ पुलिस कठोरता से निपटे। इसके बाद शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में त्योहारों को लेकर पुलिस की तैयारी नजर आई। अयोध्या में एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया एएनआई से बातचीत में बताया कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। कांस्टेबल से लेकर सभी अधिकारी, सभी जगह का निरीक्षण कर रहे हैं। आयोजन समितियों के साथ विस्तृत बैठकें की गई हैं। त्योहारों को उत्साह के साथ सुरक्षित रूप से मनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

जीएसटी रिफॉर्म मूलरूप से हर एक भारतीय पर से टैक्स का बोझ कम करने के लिए है- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा- Next-Gen GST Reform नीतिगत समायोजन के साथ ही मोदी सरकार के एक दशक के अथक, स्थिर और दूरदर्शी आर्थिक प्रबंधन की परिणति है  जीएसटी रिफॉर्म को लेकर अभियान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विधायकों और मंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की बैठक – व्यापारियों से लेकर ग्राहकों तक पहुंचेंगे जनप्रतिनिधि, बताएंगे स्वदेशी उत्पाद और जीएसटी रिफॉर्म के फायदें  – जीएसटी रिफॉर्म से किसान से लेकर व्यापारी, विद्यार्थी और महिलाओं को होगा सीधा फायदा, हर वर्ग को बताएं रिफॉर्म से होने वाले फायदें – ‘घटी जीएसटी, मिला उपहार, धन्यवाद मोदी सरकार’ के स्लोगन के साथ ग्राहकों और व्यापारिक संगठनों से करें मुलाकात – हर प्रतिष्ठानों पर लगेगा ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ का पोस्टर, आत्मनिर्भर व विकसित भारत में स्वदेशी उत्पादों से होने वाले लाभ को बताएं  लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश सरकार में शामिल एनडीए के सभी विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक कर ‘जीएसटी रिफॉर्म जागरूकता अभियान’ के पहले चरण (22 सितंबर से 29 सितंबर 2025) की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अभियान का उद्देश्य जीएसटी में किए गए सुधारों को व्यापक रूप से जन-जन तक पहुंचाना और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों को इसे प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया, ताकि त्योहारी सीजन में व्यापारियों, दुकानदारों और आम जनता को इसका पूरा लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान का नेतृत्व सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा उनके इलाके में हर रोज अलग-अलग स्थानों पर होगा। मुख्यमंत्री खुद इस अभियान में शामिल होंगे। साथ ही दोनों उपमुख्यमंत्री भी इस अभियान लगातार सात दिन आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सांसद, मंत्री, विधायक, एमएलसी और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में रोजाना 1-2 घंटे बाजारों में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। जिलों में प्रभारी मंत्री स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर उन्हें अभियान से जोड़ेंगे, ताकि यह पहल हर स्तर पर प्रभावी हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तहत जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतिदिन अलग-अलग बाजारों का दौरा किया जाएगा। दुकानदारों को गुलाब का फूल भेंट कर धन्यवाद दें। उन्होंने कहा कि दुकानदारों को बताएं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग के अनुसार जीएसटी रिफॉर्म लागू किया है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि दुकानों पर ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ का पोस्टर लगाएं। साथ ही, दुकानदारों से आग्रह करें कि वे अपने यहाँ स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिले। अभियान के दौरान यह संदेश दें कि स्वदेशी केवल एक नारा नहीं, बल्कि भारत के श्रम, हुनर और परिश्रम की पहचान है। स्थानीय और भारतीय उत्पादों को अपनाने से ही आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत का सपना साकार होगा। दुकानदारों और ग्राहकों को प्रेरित करें कि वे गर्व के साथ स्वदेशी सामान का उपयोग करें, जिससे देश की आर्थिक प्रगति को गति मिले। त्योहारों की खरीदारी के मौके पर ग्राहकों से संवाद कर उन्हें बताएं कि जीएसटी रिफॉर्म से आम जनता को सीधा लाभ मिल रहा है, जिससे सस्ता सामान उपलब्ध हो रहा है। ग्राहकों को भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही, ग्राहकों के छोटे-छोटे वीडियो बनाए जाएंगे, जिसमें वे सस्ते सामान मिलने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद देंगे। ये वीडियो अभियान के सकारात्मक प्रभाव को उजागर करेंगे। सभी जनप्रतिनिधि दुकानदारों और ग्राहकों को सरल भाषा में समझाएंगे कि जीएसटी रिफॉर्म ने व्यापार को आसान बनाया है, जनता को सस्ता सामान उपलब्ध कराया है और स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग से भारत आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र बनेगा। हर स्तर पर जागरूकता फैलाने का प्रयास होगा, ताकि यह सुधार व्यापारी और उपभोक्ता दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जनपदों में जाएं और वहां के स्थानीय निकायों और व्यापरिक संगठनों, किसानों और आम जनता से मुलाकात कर उन्हें इसका फायदा बताएं। इसे एक साथ पूरे प्रदेश में लागू करें। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल करें। उन्होंने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म से वस्तुएं सस्ती होंगी, लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, इससे निवेश आएगा और रोजगार का सृजन होगा। आम लोगों को इसके बारे में जागरूक करना जरूरी है। त्योहारों में खरीदारी करने वाले लोगों से भी संवाद करें।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों से सक्रिय सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देगा, बल्कि स्वदेशी को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता के सहयोग से ही ये सुधार अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। इससे विकसित और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से उनके अगले सात दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा भेजने और उसे तत्परता से लागू करने का निर्देश दिया।

मारीच की तरह छिपा था आरोपी, गोली लगते ही शूटर ने दिया एनकाउंटर: CM योगी

लखनऊ   यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई गोलीबारी के मामले में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार एक शूटर की तुलना राक्षस 'मारीच' से की। लखनऊ के लोक भवन में एक समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, 'आपने कल देखा कि महिला संबंधी अपराध में शामिल एक अपराधी दूसरे राज्य से यूपी आया था। वह संभवतः 'मारीच' (वेश बदलने में माहिर राक्षस) की तरह घुसा था। लेकिन जब यूपी पुलिस की गोली उसे लगी, तो वह चिल्ला रहा था कि वह गलती से उत्तर प्रदेश में घुस आया और अब कभी ऐसा दुस्साहस नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, हर उस अपराधी को राज्य से बाहर जाना ही करना होगा जो महिला सुरक्षा को नुकसान पहुंचाएगा, जो उनके सम्मान और आत्मनिर्भरता में बाधा बनने की कोशिश करेगा। बरेली पुलिस के अनुसार, फिल्म अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित पैतृक घर पर गोलीबारी करने वाले पांच शूटरों में से एक आरोपी रामनिवास को उसके साथी अनिल के साथ शुक्रवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि मुठभेड़ बरेली में हुई, जिसमें आरोपी रामनिवास के पैर में गोली लगी। घटना के वायरल वीडियो में रामनिवास हाथ जोड़कर जमीन पर लेटा हुआ दिख रहा है और कह रहा है, बाबा के यूपी में कभी नहीं आएंगे साहब। पुलिस ने आरोपी के पास से .32 बोर की पिस्तौल, चार कारतूस और चार खोखे बरामद किए। आर्य ने बताया कि पूछताछ में रामनिवास ने गोलीबारी में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और यह भी बताया कि वह घटना के बाद से फरार था।  

बेटियों का सशक्तिकरण: CM योगी बोले, अब वे खुद तय करती हैं अपना भविष्य

लखनऊ  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोकभवन सभागार में नारी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए समर्पित महत्वाकांक्षी अभियान ‘मिशन शक्ति-5.0’ का भव्य शुभारंभ किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पहले बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, लेकिन आज वे खुद अपने रास्ते बना रही हैं। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान उनकी प्राथमिकता है, यही वजह है कि 2017 के बाद से प्रदेश में महिलाओं की स्थिति में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ होती है तो योजनाएं खुद अपना रास्ता बना लेती हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 1,647 थानों में नवस्थापित मिशन शक्ति केंद्रों का बटन दबाकर उद्घाटन किया। साथ ही, मिशन शक्ति केंद्रों की एसओपी पुस्तिकाओं, बुकलेट और ‘सशक्त नारी, समृद्ध प्रदेश’ फोल्डर का विमोचन भी किया। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के अधिकारीगण और मंत्रीगण इस ऐतिहासिक पल से जुड़े रहे। सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधन करते हुए कहा कि मिशन शक्ति के पांचवें चरण का शुभारंभ करते हुए उन्हें गर्व और प्रसन्नता हो रही है। पांच साल पहले, 2020 में इस अभियान की शुरुआत के समय लोग संशय में थे कि क्या होगा, कैसे होगा, इसकी थीम क्या होगी? लेकिन मिशन शक्ति को नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन से जोड़कर इसे नारी गरिमा के अनुरूप ढाला गया। आज इसके सकारात्मक परिणाम सबके सामने हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान ने नारी को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का मार्ग दिखाया है, जिसे तेजी से आगे बढ़ाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से 2017 तक पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या महज 10,000 थी, लेकिन 2017 से अब तक यह संख्या 44,000 से अधिक हो गई है। हर भर्ती में 20 प्रतिशत महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल किया जा रहा है और उनकी समय पर ट्रेनिंग सुनिश्चित की जा रही है। हाल ही में संपन्न 60,200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती में 12 हजार से अधिक महिलाएं शामिल हुई हैं, जो वर्तमान में ट्रेनिंग ले रही हैं। सीएम योगी ने कहा कि यह ‘मिशन रोजगार’ और बिना भेदभाव के नौजवानों को जोड़ने का परिणाम है कि 2017 से पहले जो ट्रेनिंग क्षमता महज 3,000 थी, उसे बढ़ाकर अब 60,000 से अधिक कर दिया गया है। सीएम योगी ने कहा कि शिक्षा और अन्य विभागों में भी महिला भर्ती को बढ़ावा दिया गया। 2017 से पहले ट्रेनिंग की कमी एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन अब उत्तर प्रदेश में ही 60,200 से अधिक पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग संभव हो रही है। इसके अलावा, बेसिक शिक्षा परिषद के 1.60 करोड़ से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं, जबकि 2017 से पहले 70-75 फीसद बेटियां नंगे पांव और पुराने कपड़ों में स्कूल जाती थीं। एक मार्मिक घटना का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि बुंदेलखंड दौरे के दौरान उन्होंने एक बच्ची से बात की, जिसने कहा, “मेरे भाई के लिए जूते आए, लेकिन मुझे नहीं, क्योंकि मैं बेटी हूं।” इस घटना ने उन्हें प्रेरित किया और अब हर बच्चे के लिए दो यूनिफॉर्म, बैग, किताबें, जूते, मोजे और स्वेटर की व्यवस्था की गई, जिसकी लागत 1,200 रुपये प्रति बच्चे है। सीएम योगी ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की चर्चा करते हुए कहा कि बेटी के जन्म से स्नातक तक 25,000 रुपये का पैकेज दिया जाता है। जन्म पर 5,000 रुपये, एक वर्ष पर 2,000 रुपये (टीकाकरण के बाद), पहली और छठी कक्षा में 3,000-3,000 रुपये, नौवीं में 5,000 रुपये और 12वीं पास करने पर 7,000 रुपये दिए जाते हैं। इस योजना से 26 लाख से अधिक बेटियां सीधें लाभान्वित हो रही हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हर बेटी को 1 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है, जो पहले चेहरा देखकर दी जाती थी, अब बिना भेदभाव के उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना, फिट इंडिया मूवमेंट, स्वच्छ भारत मिशन (12 करोड़ शौचालय) और उज्ज्वला योजना (10 करोड़ कनेक्शन) से महिलाओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति मिली है, महिला स्वस्थ होगी तो परिवार सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत (50 करोड़ लाभार्थी) और 80 करोड़ को मुफ्त राशन जैसी योजनाओं को नारी गरिमा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि परिवार में बीमारी के समय नारी अपना आभूषण तक गिरवी रखती है, इसलिए ये योजनाएं उसके सम्मान से जुड़ी हैं। उत्तर प्रदेश ने 3 करोड़ ग्रामीण भू-अभिलेख में 1 करोड़ से अधिक महिलाओं के नाम किए और 60 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराए गए। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल में शुरू की गई बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंस सखी योजना से 40,000 से अधिक महिलाएं हजारों करोड़ का लेन-देन कर रही हैं और मुनाफा कमा रही हैं। पोषाहार मिशन में पहले ठेकेदारों की धांधली थी, लेकिन अब 204 टेक होम राशन प्लांट से 60,000 महिलाएं 8,000 रुपये प्रति माह कमा रही हैं और 2 करोड़ बहनें लाभान्वित हो रही हैं। सीएम योगी ने कहा कि साफ नीयत से योजनाएं अपना रास्ता बनाती हैं। सीएम योगी ने महिला सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2024 से अगर सिर्फ 2024-25 तक के मामले देखें तो 9,513 मामलों में 12,271 अपराधियों को दंडित किया गया, 12 को मृत्युदंड, 987 को आजीवन कारावास, 3,455 को 10 साल से अधिक और 817 को 10 साल से कम सजा दिलाई गई। सीएम योगी ने बरेली की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बाहरी अपराधियों ने महिला सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की कार्रवाई से वह चिल्लाया, “गलती से उत्तर प्रदेश आ गया, आगे नहीं करूंगा।” यह अपराधियों के लिए चेतावनी है।  

सीएम योगी ने गाजियाबाद में किया ‘भारतवर्ष की स्वर्णाभा नरेन्द्र मोदी’ पुस्तक का विमोचन

गाजियाबाद में युवाओं से सीएम योगी का आह्वान- एआई और उभरती हुई टेक्नोलॉजी को अपनाएं 'विकसित भारत-विकसित यूपी' थीम पर आयोजित हुआ कार्यक्रम अब गंदगी और गैंगेस्टर नहीं, गाजियाबाद की पहचान शिक्षा और उद्योग से जुड़ चुकी है : मुख्यमंत्री  अफवाह फैलाकर गौतमबुद्ध नगर को बना दिया गया था लूट का अड्डा : योगी आदित्यनाथ वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही यूपी को बनाएंगे 36 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था : मुख्यमंत्री गाजियाबाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गाजियाबाद में पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर द्वारा लिखित पुस्तक 'भारतवर्ष की स्वर्णाभा नरेन्द्र मोदी' का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने 'विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश' के संकल्प को आगे बढ़ाने और युवाओं को तकनीक से जुड़ने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लिखना एक साधना है और यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अब तक की उपलब्धियों को संजोने वाली प्रेरणादायी कृति है। उन्होंने सुझाव दिया कि इसे विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और पुस्तकालयों में रखा जाए ताकि नई पीढ़ी प्रेरणा ले सके। वहीं उन्होंने युवाओं से एआई और उभरती हुई तकनीकी ज्ञान को अपनाने का आह्वान किया।  सीएम ने दोहराया विकसित भारत और यूपी का संकल्प योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने वाला है। उत्तर प्रदेश भी तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। 2017 से पहले यूपी को बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन आज यह देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2016-17 में यूपी की जीडीपी ₹12.75 लाख करोड़ थी, जिसे 2025-26 में ही ₹36 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है। टेक्नोलॉजी और एआई पर जोर सीएम योगी ने युवाओं से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी रोजगार छीनती नहीं बल्कि नए अवसर पैदा करती है। जिस तरह कंप्यूटर आने पर नई संभावनाएं बनीं, उसी तरह एआई भी कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में नई दिशा देगा। किसान यदि तकनीक अपनाएंगे तो उनकी उत्पादकता तीन गुना तक बढ़ सकती है। लोगों ने कहा आगरा के सर्किट हाउस में भूत है, मगर मैं वहां भी रात में रुका… मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले गाजियाबाद की पहचान 'गंदगी और गैंगेस्टर' से जुड़ी थी। गौतमबुद्ध नगर को अफवाह फैलाकर 'लूट का अड्डा' बना दिया गया था। कहा जाता था कि कोई मुख्यमंत्री यहां नहीं आ सकता, आएगा तो कुर्सी चली जाएगी। यही हाल बिजनौर और आगरा के लिए भी बना दी गई थी। डर और अफवाहें फैला दी गई थीं। उन्होंने कहा, ''मैं बिजनौर में रात में रुका, आगरा के कथित 'भूतिया' सर्किट हाउस में ठहरा और नोएडा भी गया। इसके बावजूद जनता ने दोबारा आशीर्वाद देकर मुझे मुख्यमंत्री बनाया।" अफवाहें फैलाने वालों की सच्चाई जनता के सामने आनी जरूरी थी। आज गाजियाबाद शिक्षा और उद्योग का केंद्र बन चुका है। युवाओं से किया आह्वान सीएम योगी ने कहा कि यूपी का युवा, किसान, नारी शक्ति और उद्यमी हमारी ताकत हैं। उन्होंने सभी से समर्थ यूपी पोर्टल पर अपने सुझाव अवश्य देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हर जिले से तीन श्रेष्ठ सुझावों को जनपद स्तर पर और पांच श्रेष्ठ सुझावों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।  गुलामी की मानसिकता छोड़ने का दिया संदेश मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के 'पंच प्रण' की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीयों को गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलना होगा और अपनी भारतीयता पर गर्व करना होगा। उन्होंने शेर और सियार की कहानी सुनाते हुए कहा कि हम भारतीयों को अपनी दहाड़ पहचाननी चाहिए, विदेशी को श्रेष्ठ मानने की मानसिकता छोड़नी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले यूपी के युवा बाहर अपनी पहचान छिपाते थे, जबकि आज गर्व से कहते हैं कि वे यूपी से हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाले वर्षों में यूपी देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था बनेगा। इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री सुनील कुमार शर्मा, नरेन्द्र कश्यप, सांसद अतुल गर्ग, राजकुमार सांगवान, नारायण गिरी जी महाराज, बीजेपी क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र सिसोदिया, महापौर सुनीता दयाल, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, विधायकण संजीव शर्मा,अजीत पाल त्यागी, नंद किशोर गुर्जर, धर्मेश तोमर, धर्मेन्द्र भारद्वाज, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, जिलाध्यक्ष जयंत पाल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी, संयोजक और पुस्तक के लेखक पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, पूर्व सांसद अनिल अग्रवाल सहित गाजियाबाद के प्रबुद्धजन और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।