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कफ सिरप की तस्करी का खुलासा: 495 शीशी के साथ 3 आरोपी गिरफ्तार, जेल में होगी दिवाली

बलरामपुर जिले में पुलिस लगातार नशे के अवैध कारोबार और तस्करी पर शिंकजा कस रही है. इसी कड़ी में वाड्रफनगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. यूपी से आ रही लग्जरी कार की चेकिंग के दौरान प्रतिबंधित कफ सिरप और कैश बरामद किया गया है. 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली की यूपी के बनारस की ओर से एक लग्जरी इनोवा कार (UP 70 ED 7121) में प्रतिबंधित कफ सिरप परिवहन किया जा रहा है. जिसके बाद नाकेबंदी कर कार को रोका गया, चेकिंग के दौरान 5 कार्टून में 495 शीशी प्रतिबंधित कफ सिरप (मात्रा 49.5 लीटर) मिला. वहीं 73,755 नगद कैश भी बरामद किया गया. पुलिस ने तीन युवकों पर कार्रवाई करते हुए एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारा 21(ख) के तहत मामला दर्ज किया. सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार आरोपी — नागेश्वर यादव, अतुल यादव, और सुशीत उर्फ पिंटू यादव. सभी सरगुजा के निवासी हैं.

मौसम ने किया उल्टा, झारखंड में दिवाली पर होगी बारिश और ठंड

रांची भीषण सर्दी का मौसम आने वाला है। इस मौसम में लोगों का हाल बेहाल हो जाता है। वहीं, झारखंड में ठंड का सिलसिला अभी से ही शुरू हो गया है तो जनवरी तक लोगों का हाल बेहाल ही होने वाला है। राज्य में दिन ढलते ही तापमान में गिरावट आ रही है और रात के समय ठंडक बढ़ती जा रही है। लोग बिना कंबल के रात को नहीं सो पा रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अक्टूबर के अंत तक पूरा राज्य ठंड की चपेट में आ जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक 18 अक्टूबर को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा और धनबाद जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, हालांकि मौसम शुष्क बना रहेगा। झारखंड में सुबह धूप निकल रही है, लेकिन दोपहर तक आसमान में बादल छा जा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, दिवाली के दिन पलामू क्षेत्र में बारिश की संभावना है। इससे दिवाली की तैयारियां प्रभावित हो सकती हैं। अगले कुछ दिनों में और भी ठंड बढ़ सकती है। खासकर, रात के समय में, तापमान में गिरावट के चलते सर्दी का अनुभव अधिक होगा।

दिवाली 2025: तिथि का संशय खत्म, जानिए कब और किस समय करें लक्ष्मी-गणेश पूजन

हर साल की तरह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी दिवाली का त्योहार देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है. दिवाली प्रकाश का पर्व है और इसे दीपावली भी कहा जाता है. दिवाली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस दिन भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद वापिस अयोध्या आए थे. इस बार दिवाली की तिथि को लेकर लोग असमंजस में हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इस बार दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी तो वहीं कुछ लोग 21 अक्टूबर को दिवाली की सही तारीख बता रहे हैं. तो आइए कुछ खास ज्योतिर्विदों से जानते हैं कि दिवाली किस दिन मनाना फलदायी होगा और साथ ही दिवाली की सही डेट क्या है और लक्ष्मी-गणेश पूजन का मुहूर्त क्या रहेगा.  दिवाली 2025 तिथि  दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस बार कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट पर होगी और तिथि का समापन 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 55 मिनट पर होगा. ऐसे में अमावस्या की तिथि के अनुसार कुछ विद्वान या पंडित दिवाली 20 अक्टूबर को मनाने की सलाह दे रहे हैं तो वहीं कुछ 21 अक्टूबर को दिवाली मनाने के पक्ष में हैं. ज्योतिर्विदों के मुताबिक, दरअसल दिवाली की प्रदोष काल व्यापिनी तिथि 20 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रही है. वहीं, 21 अक्टूबर को तीन प्रहर से अधिक अमावस्या और साढ़े तीन प्रहर से अधिक प्रतिपदा होने के कारण उस दिन लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त उपलब्ध नहीं हो रहा है. इसी कारण, 20 अक्टूबर को ही दीपावली का पर्व मनाया जाएगा. दिवाली 2025 लक्ष्मी गणेश पूजन मुहूर्त इस बार दिवाली पर पूजन के लिए दो मुहूर्त मिलेंगे. पहला शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में है. इस दिन प्रदोष काल शाम 05 बजकर 46 मिनट से रात्रि 08 बजकर 18 मिनट के बीच रहेगा, जिसमें वृषभ काल शाम 7 बजकर 08 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 03 मिनट तक रहेगा. इसमें भी मां लक्ष्मी का पूजन किया जा सकता है.  इसके अलावा, लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे खास शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 08 मिनट से शाम 08 बजकर 18 मिनट के बीच का रहेगा. यानी लक्ष्मी पूजन के लिए आपको 1 घंटे 11 मिनट का समय मिलेगा.  दिवाली पूजन विधि दिवाली पर पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें. चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं. पहले गणेश जी की मूर्ति रखें. फिर उनके दाहिने ओर लक्ष्मी जी को रखें. आसन पर बैठें और अपने चारों ओर जल छिड़क लें. इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें. एक मुखी घी का दीपक जलाएं. फिर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें. इसके बाद सबसे पहले गणेश और फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें. अंत में आरती करें और शंख ध्वनि करें. घर में दीपक जलाने से पहले थाल में पांच दीपक रखकर फूल आदि अर्पित करें. इसके बाद घर के अलग-अलग हिस्सों में दीपक रखना शुरू करें. घर के अलावा कुएं के पास और मंदिर में दीपक जलाएं. दीपावली का पूजन लाल, पीले या चमकदार रंग के वस्त्र धारण करके करें. काले, भूरे या नीले रंग से परहेज करें. दिवाली का महत्व  दिवाली के दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके वापस अयोध्या आए थे. इस दिन से हर साल कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाई जाती है. दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है, साथ ही भगवान राम के आने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं. 

रामायण थीम पर सजेगा कर्तव्य पथ, लाखों दीयों के साथ लेजर-ड्रोन शो बनाएगा माहौल खास

 नई दिल्ली दिल्ली में इस बार दिवाली का जश्न भव्य तरीके से मनाया जाएगा. कर्तव्य पथ पर 18 और 19 अक्टूबर को दो लाख मिट्टी के दीये जलाकर रौशनी की अनोखी झिलमिलाहट बिखेरी जाएगी. बीजेपी सरकार रामायण थीम पर आधारित लेजर और ड्रोन शो के साथ इस दिवाली को खास बनाने जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, यह समारोह अयोध्या के दीपोत्सव की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा. बीते आठ सालों में अयोध्या का दीपोत्सव वैश्विक पहचान बना चुका है, जहां सरयू नदी के तट और प्रमुख मंदिरों पर लाखों दीये जलाकर कई विश्व रिकॉर्ड बनाए गए हैं. दोनों दिन जलाए जाएंगे दो-दो लाख दीये एक अधिकारी ने बताया, '18 अक्टूबर को कर्तव्य पथ पर दो लाख दीये जलाए जाएंगे और अगले दिन भी उतनी ही संख्या में दीये जलेंगे. इस मौके पर रामायण थीम पर आधारित लेजर और ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा.' इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उनके कैबिनेट मंत्री, विधायक और बीजेपी सांसद शामिल होंगे. 'दिल्ली की सत्ता में आने के बाद पहला बड़ा त्योहार' अधिकारी ने कहा, 'बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह पहला बड़ा त्योहार है. सच्ची दिवाली वही है, जब हर कोना रोशनी से जगमगाए. कर्तव्य पथ इस बार दीपों की रौशनी में अपनी पूरी भव्यता के साथ चमकेगा.' गौरतलब है कि बीजेपी ने इस साल फरवरी में 26 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की और दो-तिहाई बहुमत से आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया था.

सुरक्षित दीपावली मनाएं: अस्‍थाई कनेक्‍शन लेकर ही बिजली का उपयोग करने की सलाह

सुरक्षित दीपावली मनाएं: बिजली ट्रांसफार्मर के नीचे या आसपास पटाखा दुकान न लगाएं सुरक्षित दीपावली मनाएं: अस्‍थाई कनेक्‍शन लेकर ही बिजली का उपयोग करने की सलाह भोपाल  मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों के विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे दीप पर्व पर विद्युत सुरक्षा एवं सावधानियां रखकर सुरक्षित दीपावली मनाएं। कंपनी ने सभी पटाका व्यवसायियों से अपील की है कि वे बिजली लाइन के नीचे, ट्रांसफार्मर के नीचे या उससे सटाकर दुकान न लगाएं क्योंकि इससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है और छोटी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है। कंपनी ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे पटाखे व आतिशबाजी का प्रदर्शन बिजली लाइनों के नीचे व आसपास न करें। कंपनी ने कहा है कि दीपावली पर्व पर प्रकाशीय साज-सज्जा के लिए उपभोक्ता अपने परिसर में विद्यमान बिजली कनेक्शन से स्वीकृत भार के अनुसार ही बिजली का उपयोग करें। बिना स्वीकृति के अतिरिक्त भार की वृद्धि एवं सीधे तार डालकर अनधिकृत विद्युत उपयोग नहीं करें। बिजली चोरी अथवा बिना स्वीकृति के संयोजित भार में वृद्धि अवैधानिक है और इसके लिए बिजली अधिनियम 2003 में जुर्माने का प्रावधान है। कंपनी ने मिठाई, मूर्तियां, साज-सज्जा, बर्तन व्यापारी, पटाखों की दुकाने एवं दीपावली पर्व से जुड़ी अन्य सामग्री के विक्रय के लिए लगाए जाने वाली अस्थाई दुकानों में प्रकाश व्यवस्था के लिए व्यापारी बंधुओं से अनुरोध किया है कि वे नियमानुसार अस्थाई कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें। कंपनी ने कहा है कि दीपावली पर्व पर अस्थाई दुकानों की स्थापना, बिजली ट्रांसफार्मरों एवं बिजली की लाइनों से सुरक्षित दूरी बनाकर ही स्थापित करें ताकि विद्युत दुर्घटनाओं से बचा जा सके। कंपनी ने सभी विद्युत उपभोक्ताओं से कहा है कि वैधानिक कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें। कंपनी ने मैदानी अमले और सतर्कता विंग को सघन जांच अभियान चलाकर बिजली चोरी मामले पकड़ने तथा भार वृद्धि अथवा स्वीकृत प्रयोजन के स्थान पर अन्य किसी प्रयोजन के लिए विद्युत उपभोग पकड़े जाने पर विद्युत अधिनियम के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही करने कहा है।  

दिव्यांग बच्चों की मेहनत को मिला सहारा: अंजय शुक्ला ने कोपल वाणी से खरीदे 15,000 रुपये के दीपक, बढ़ाया उनका हौसला

रायपुर  दीपावली की खरीदारी के लिए जब बाजार सज चुके हैं और चारों तरफ घरों, दुकानों और कार्यालयों में साज-सज्जा की तैयारी चल रही है, वहीं कोपल वाणी संस्था के दिव्यांग बच्चे भी अपनी रचनात्मकता से घर की साज-सज्जा के लिए विशेष दीपक और सामग्री तैयार कर रहे हैं। इन बच्चों के श्रम और कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के लिए, श्री अंजय शुक्ला ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए संस्था को सहयोग प्रदान किया है। श्री अंजय शुक्ला, जो प्रदेश संयोजक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सदस्य प्रदेश कार्यसमिति भाजपा और अध्यक्ष छत्तीसगढ़ ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के रूप में कार्यरत हैं, ने कोपल वाणी के बच्चों का मनोबल बढ़ाने हेतु तकरीबन 15,000 रुपये के हस्तनिर्मित दीपक खरीदकर संस्था को आर्थिक सहयोग दिया। यह पहल इन बच्चों को स्वावलंबन की दिशा में प्रेरित करने के उद्देश्य से की गई है। परिवार सहित पहुंचे संस्था सुबह-सुबह ही श्री अंजय शुक्ला अपने परिवार के साथ अविनाश गार्डन स्थित कोपल वाणी पहुंचे। उन्होंने वहां बच्चों द्वारा बनाई गई सामग्री की बारीकी से सराहना की और बच्चों को अलग-अलग क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस सहयोग और प्रोत्साहन से बच्चों के चेहरे पर साफ खुशियां दिखाई दे रही थीं। उन्हें यह संतोष था कि उनके हाथों से बनाए दीपक दीपावली में घरों को रोशन करेंगे। कौशल विकास रोजगार की कुंजी: पद्मा शर्मा कोपल वाणी संस्था की अध्यक्ष पद्मा शर्मा ने इस सहयोग पर श्री शुक्ला का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बच्चों की चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये बच्चे सुन नहीं पाते, जिसकी वजह से बोल भी नहीं पाते। ऐसी स्थिति में उनका संप्रेषण (Communication) सुचारू रूप से नहीं हो पाता, और उन्हें रोजगार मिलने में अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। श्रीमती शर्मा ने कहा, "ऐसी स्थिति में इनका कौशल विकास अत्यंत आवश्यक है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। समाज के लोग जब इस तरह से इनका उत्साहवर्धन करते हैं, तो इनका सीखने में रुझान बना रहता है और इन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।" श्री शुक्ला का यह सहयोग न केवल आर्थिक मदद है, बल्कि यह समाज के समक्ष यह संदेश भी प्रस्तुत करता है कि त्योहारों के अवसर पर हमें ऐसे हुनरमंद बच्चों के कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की मुहिम में सक्रिय रूप से सहयोग करना चाहिए।

लक्ष्मी आगमन से पहले करें ये सफाई, घर से बाहर करें अलक्ष्मी की निशानियां!

वास्तु शास्त्र के अनुसार दिवाली से पहले घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना बेहद जरूरी माना जाता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवाली के दौरान घर अशुभ चीजों को रखने से नेगेटिव वाइब्स का वास होता है, इसलिए दिवाली से पहले घर से अशुभ चीजों को बाहर का रास्ता दिखाएं। आइए जानते हैं कि दिवाली से पहले किन अशुभ चीज़ों को घर से बाहर निकाल देना चाहिए वास्तु के अनुसार टूटा हुआ फर्नीचर, आईना, बर्तन या इलेक्ट्रॉनिक सामान नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। ये घर में दरिद्रता और अशांति को आकर्षित करते हैं। इन्हें तुरंत हटा दें। टूटा हुआ शीशा घर में टूटा हुआ शीशा रहना शुभ नहीं माना जाता। इससे नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए दिवाली से पहले टूटे हुए शीशे को घर से बाहर करें। पुराने कपड़े और जूते-चप्पल बहुत पुराने या फटे कपड़े, जूते-चप्पल नकारात्मक तरंगों के वाहक होते हैं। इन्हें घर में रखने से मन अशांत रहता है और तरक्की में बाधा आती है। अगर घर में फटे-पुराने जूते चप्पल हैं, तो उन्हें भी दीवाली की सफाई के दौरान घर से बाहर करें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, फटे-पुराने जूते चप्पल को घर में रखने से दुर्भाग्य आता है और मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता। इसलिए इस दिवाली पर घर में भूलकर भी फटे-पुराने जूते चप्पल न रखें। बंद घड़ियां वास्तु के अनुसार बंद घड़ियां रुकी हुई प्रगति और समय की रुकावट का प्रतीक हैं। इन्हें या तो ठीक करवाएं या घर से बाहर करें। घर में बंद घड़ी को नहीं रखना चाहिए। बंद घड़ी को नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इससे व्यक्ति को करियर और आर्थिक तंगी का समस्या का सामना करना पड़ सकता है। सूखे और मुरझाए पौधे सूखे पौधे या मुरझाए फूल जीवन ऊर्जा को कमजोर करते हैं। इन्हें हटाकर हरे-भरे पौधे लगाएं, ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। पुरानी झाड़ू वास्तु के अनुसार पुरानी झाड़ू दरिद्रता का प्रतीक होती है। दीवाली से पहले झाड़ू बदलना शुभ माना जाता है। नई झाड़ू को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में छिपाकर रखें। बेकार के कागज़ और टूटी मूर्तियां पुराने बिल, बेकार कागज़, या टूटी देवी-देवताओं की मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए। यह लक्ष्मी जी के आगमन में बाधा डालती हैं। इन्हें सम्मानपूर्वक विसर्जित करें। मंदिर में किसी देवी-देवता की खंडित प्रतिमा (टूटी हुई) है, तो उसे नदी में विसर्जित कर दें। एक्सपायर कॉस्मेटिक या दवाइयां एक्सपायर चीज़ें स्थिर नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। इन्हें हटाने से स्वास्थ्य और ऊर्जा में सुधार होता है।   मकड़ी के जाले और धूल-मिट्टी दीवाली से पहले घर में कोनों, छत और दीवारों की अच्छी सफाई करें। मकड़ी के जाले नकारात्मक शक्तियों के प्रवेश द्वार माने जाते हैं। बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान जो इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं लंबे समय से खराब हैं, उन्हें घर में रखना ऊर्जा प्रवाह को बाधित करता है। इन्हें हटा दें या रीसायकल करें। पुराने रिश्तों और झगड़ों की यादें फोटो, पत्र या ऐसी चीजें जो पुराने दुःख या विवादों की याद दिलाती हैं, उन्हें घर से हटा दें। इससे मानसिक शांति और नई ऊर्जा आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली से पहले घर की भौतिक और ऊर्जात्मक सफाई दोनों आवश्यक हैं। जब घर अशुभ वस्तुओं से मुक्त होता है, तब ही माता लक्ष्मी की कृपा, धन, और सौभाग्य का वास होता है।

प्रदोष काल के बाद लक्ष्मी पूजन शुभ, जानिए इस बार कब और कैसे मनाई जाएगी दीपावली

इस वर्ष दो अमावस्या तिथियों के कारण दीपावली की तारीख को लेकर क्षेत्र में असमंजस बना हुआ था। सीहोर के विद्वान ब्राह्मणों ने शास्त्रानुसार स्पष्ट किया है कि 20 अक्तूबर सोमवार को ही दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। पंडित जी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार वही तिथि श्रेष्ठ मानी जाती है, जिसमें प्रदोष काल में अमावस्या व्याप्त हो। प्रदोष काल में ही लक्ष्मी पूजन श्रेष्ठ धर्मशास्त्रों में प्रदोष काल अर्थात सूर्यास्त के पश्चात का समय को लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। 20 अक्तूबर को यह काल अमावस्या तिथि के अंतर्गत आ रहा है, जिससे इस दिन का पूजन शुभ और फलदायी माना गया है। दो दिन पूजन में दोष नहीं, पर पर्व एक दिन ही पंडित शर्मा ने बताया कि यदि कोई साधक 21 अक्तूबर को भी पूजन करता है तो इसमें कोई दोष नहीं, क्योंकि लक्ष्मी पूजन एक विशेष आराधना है। किंतु पर्व का उत्सव एक ही दिन 20 अक्तूबर को शास्त्रसम्मत माना गया है। तिथि गणना के अनुसार 20 को प्रदोष में अमावस्या ज्योतिष गणना के अनुसार 20 अक्तूबर को अमावस्या दोपहर 3:44 बजे से प्रारंभ होकर 21 अक्तूबर सायं 4:50 तक रहेगी। मंगलवार को सूर्यास्त 5:54 पर होने से उस दिन सूर्यास्त के पूर्व ही अमावस्या समाप्त हो जाएगी। इसलिए 20 अक्तूबर की रात्रि को ही प्रदोष व्यापिनी अमावस्या का पूर्ण प्रभाव रहेगा। नक्तव्रत पारण का विधान भी 20 को ही संभव नक्तव्रत पारण जो लक्ष्मी पूजन का एक आवश्यक भाग है, ये केवल 20 अक्तूबर को ही संभव है। इसी कारण मुख्य दीपोत्सव का आयोजन इसी दिन किया जाएगा। पंडितों के अनुसार इस रात्रि में लक्ष्मी-गणेश पूजन कर दीपदान करने से समृद्धि की प्राप्ति होती है।पंडित गणेश शर्मा के अनुसार  “नक्तव्रत पारण”  दो शब्दों से मिलकर बना है। नक्त अर्थात रात्रि व्रत अर्थात उपवास या संयम का नियम। इसका अर्थ है, दिन भर उपवास रखकर रात्रि में पारण यानि भोजन ग्रहण करना। इस व्रत में व्यक्ति पूरे दिन जल, फल या एकदम निराहार रहकर रात्रि में, जब शुभ मुहूर्त आता है या पूजा सम्पन्न होती है, तब भोजन करता है। दीपावली की रात लक्ष्मी माता का आगमन माना गया है। इस दिन लक्ष्मी पूजन  के पहले अनेक श्रद्धालु नक्तव्रत का संकल्प लेते हैं। इसका उद्देश्य होता है शुद्ध तन-मन से देवी लक्ष्मी की आराधना करना, और पूजा के पश्चात् ही अन्न ग्रहण करना। 23 अक्तूबर को भाई दूज का पर्व दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव का समापन 23 अक्तूबर को भाई दूज के साथ होगा। बहनें अपने भाइयों के दीर्घायु होने की कामना करते हुए तिलक करेंगी और प्रेमपूर्वक भोजन कराएंगी। 

शनि वक्री का असर: दिवाली पर इन 4 राशियों की बढ़ेगी आर्थिक स्थिति

दिवाली 2025 पर शनि देव की वक्री चाल एक दुर्लभ खगोलीय घटना है। वृषभ, मिथुन, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए यह समय विशेष रूप से धन, करियर, निवेश और सामाजिक मान-सम्मान लाने वाला होगा। इस अवसर पर अपने कर्म, पूजा और उपाय को सही दिशा में केंद्रित करें, ताकि शनि देव की कृपा से अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। दिवाली पर शनि देव वक्री क्यों हैं खास ? साल 2025 की दिवाली 20 अक्टूबर को ग्रहों की चाल में एक दुर्लभ योग बन रहा है। शनि देव वक्री होंगे और वह मीन राशि में स्थित होंगे। शनि देव न्याय और कर्मफल के देवता हैं और उनकी उल्टी चाल यानी वक्री स्थिति जीवन में पुराने अटके मामलों को सुलझाने, आर्थिक लाभ और करियर में तरक्की के संकेत देती है। जब यह ग्रह दिवाली जैसे बड़े पर्व के दिन वक्री होते हैं, तो इसका प्रभाव और भी गहरा माना जाता है। यह दुर्लभ योग कुछ राशियों के लिए धन, यात्रा और सामाजिक मान-सम्मान के नए अवसर लेकर आ सकता है। वृषभ राशि – आर्थिक लाभ और सुख-सुविधा इस दिवाली वृषभ राशि वालों के लिए अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। पुराना अटका पैसा वापस मिल सकता है या नए स्त्रोतों से आय के मार्ग खुलेंगे। करियर: प्रमोशन, नई जिम्मेदारी या बड़ा प्रोजेक्ट मिल सकता है। घर-परिवार: कोई पुरानी इच्छा पूरी होगी, जिससे घर में सुख और संतोष बढ़ेगा। मिथुन राशि – व्यापार और नौकरी में अवसर मिथुन राशि के जातकों के लिए यह दिवाली व्यापार और नौकरी दोनों में लाभकारी रहेगी। लाभ: नई डील, निवेश या व्यापार में मुनाफा। नौकरी: बेरोजगारों को नौकरी मिल सकती है, कार्यरत लोग बेहतर अवसर पाएंगे। विशेष: प्रॉपर्टी, लोहा, तेल, खनिज या काली वस्तुओं से जुड़े व्यवसाय में लाभ। मकर राशि – संपत्ति, सम्मान और सुख चूंकि मकर राशि के स्वामी स्वयं शनि देव हैं, उनकी वक्री स्थिति सकारात्मक परिणाम देगी। धन: नई प्रॉपर्टी, गाड़ी या घर की खरीदारी में सफलता। संबंध: विवाहित जीवन में मधुरता और नई ऊर्जा। सामाजिक जीवन: मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि। कुंभ राशि – आर्थिक वृद्धि और सामाजिक सम्मान कुंभ राशि वालों को इस दिवाली धन आगमन के नए स्रोत मिल सकते हैं। वित्त: आय में वृद्धि, निवेश के लिए अनुकूल समय। सुख और संतुलन: जीवन में खुशियां, आत्मविश्वास और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। 

भोपाल में दीवाली तक सख्त पहरा, लाइव मॉनिटरिंग और ट्रैफिक डायवर्जन से होगा नियंत्रण

भोपाल  दीवाली त्योहार को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। शहर में प्रमुख स्थानों और मुख्य बाजार जैसे न्यू मार्केट, चौक बाजार, बिट्टन मार्केट, 10 नंबर मार्केट, न्यू मार्केट, मंगल वारा सहित शहर के मॉल और प्रमुख इलाके चिह्नित कर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में किसी भी तरह की चोरी, झपटमारी और लूट की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस लगातार गश्त पर रहेंगी। प्लान तैयार कर विशेष निगरानी पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि त्योहार के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है। शहर भर में 500 पुरुष पुलिसकर्मी, 200 महिला पुलिसकर्मी और 75 दुर्गा शक्ति टीम सिविल ड्रेस में तैनात की गई हैं, ताकि भीड़ वाले बाजारों में किसी भी तरह के संदिग्ध गतिविधि पर तैनात टीम तुरंत कार्रवाई करेंगी। महिला सुरक्षा है पहली प्राथमिकता महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मॉल, मंदिर और मार्केट इलाकों में महिला पुलिसकर्मी विशेष निगरानी कर रही हैं। इसके अलावा सिविल ड्रेस में दुर्गा शक्ति टीम बाजारों में गश्त पर रहेंगी। किसी भी आपत्तिजनक स्थिति होने पर तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगी। कंट्रोल रूम से लाइव निगरानी पुलिस ने बताया कि बाजारों में लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड कंट्रोल रूम से मॉनिटर की जा रही है। संदिग्ध व्यक्तियों पर कैमरे से नजर रखी जा रही है। संदिग्ध गतिविधि होने पर डायल 112 करें शिकायत: पुलिस कमिश्नर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत डायल 100 व नजदीकी पुलिस थाने को दें। आज से पुराने भोपाल में नहीं जा सकेंगे चार पहिया और लोडिंग वाहन — जनकपुरी, जुमेराती, छोटे भैया चौराहा, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज और आजाद मार्केट जैसे इलाकों में लोडिंग वाहन, ऑटो और चारपहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा — करोंद, डीआईजी बंगला, सिंधी कॉलोनी और शाहजहांनाबाद से आने वाले वाहन भोपाल टॉकीज चौराहे से आगे नहीं जा सकेंगे, उन्हें अपने वाहन बाल विहार ग्राउंड में पार्क करना होगा — भारत टॉकीज से आने वाले दोपहिया वाहन अपने वाहन सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान में पार्क करने होंगे — संगम टॉकीज और सब्जी मंडी परिसर में अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। — लखेरापुरा, इतवारा, मारवाड़ी रोड, इब्राहिमपुरा से तीन और चार पहिया वाहन चौक बाजार की ओर नहीं जा सकेंगे, इन्हें सरस्वती स्कूल के पास बनी मल्टीलेवल पार्किंग या सदर मंजिल पार्किंग का उपयोग करना होगा — भीड़ अधिक होने पर दोपहिया वाहन भी इन्हीं पार्किंग स्थलों पर वाहन पार्क कर सकेंगे 10 नंबर मार्केट में वन-वे ट्रैफिक 13 अक्टूबर से 10 नंबर मार्केट में भी दिवाली तक ट्रैफिक व्यवस्था बदली गई है। यहां वन वे ट्रैफिक किया गया है। वाहन वंदे मातरम चौराहे से एंट्री करेंगे और 10 नंबर मार्केट तिराहे से होते हुए नेशनल अस्पताल की ओर जा सकेंगे। वहीं नेशनल अस्पताल वंदे मातरम चौराहे की दिशा में आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। न्यू मार्केट में मल्टीलेवल पार्किंग का करें यूज न्यू मार्केट में भीड़ बढ़ने पर टीटी नगर थाना चौराहे के पास स्थित मल्टीलेवल पार्किंग का यूज करना होगा। यहां रंगमहल चौराहे से थाना चौराहे की दिशा में आवागमन को बदला जा सकता है। एमपी नगर में निर्धारित वाहन पार्किंग में करनी होगी पार्किंग इधर एमपी नगर जोन 1 के व्यापारी और खरीदार स्थानीय मल्टीलेवल पार्किंग और निर्धारित स्थलों पर ही वाहन पार्क कर सकेंगे। बैरागढ़ में चंचल चौराहे के पास मल्टीलेवल पार्किंग व्यवस्था भोपाल के बैरागढ़ यानी संत हिरदाराम नगर के चंचल चौराहे के पास मल्टीलेवल पार्किंग तैयार है। इसके साथ ही नए ब्रिज निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी की ओर से छोटे अस्थायी पार्किंग स्थल भी बनाए जा रहे हैं। जहां ग्राहक थोड़े समय के लिए अपने वाहन खड़े कर सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने की अपील इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने अपील की है कि सभी व्यापारी और दुकानदार रात 12 बजे से सुबह 7 बजे के बीज ही सामान की लोडिंग और अनलोडिंग का काम करें, ताकि जाम की स्थिति न बने।