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नवरात्रि ऐप पर डर्टी चैट और प्लानिंग का खुलासा, विवा कॉलेज के गरबा ग्रुप में सामने आई गंभीर बात

विरार  देश में इस समय नवरात्री की धूम है. हर तरफ पूजा पाठ से लेकर गरबा तक कई रांगा-रंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी बीच महाराष्ट्र के विरार इलाके से नवरात्रि के पावन मौके पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां न्यू विवा कॉलेज में डांडिया के दौरान कुछ छात्रों ने लड़कियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया ऐप डिस्कॉर्ड पर डाला और उन पर अश्लील कमेंट भी किए. यह मामला सामने आने पर कार्यक्रम आयोजकों ने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिसके बाद FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. लड़कियों के वीडियो डाल किए गंदे कमेंट्स पुलिस FIR के मुताबिक, न्यू विवा कॉलेज में पिछले 20 सालों से नवरात्रि पर गरबा का आयोजन होता है. इसमें कॉलेज के छात्र, पूर्व छात्र और इलाके के लोग शामिल होते हैं. इस बार भी 22 सितंबर से 26 सितंबर तक गरबा का कार्यक्रम चला. इसी दौरान कॉलेज के एक छात्र ने डांडिया खेलती लड़कियों का वीडियो बनाया और उसे डिस्कॉर्ड पर पोस्ट कर दिया. न सिर्फ इतना, बल्कि उसने और एक अन्य युवक ने इन वीडियो पर अश्लील भाषा में कमेंट भी किए. कैसे लगा आरोपी का पता? दरअसल, 26 सितंबर की शाम को कॉलेज में डांडिया का कार्यक्रम चल ही रहा था कि एक अज्ञात व्यक्ति कॉलेज प्रशासन के पास पहुंचा और बताया कि एक छात्र ने लड़कियों का वीडियो डालकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक बातें लिखी हैं. इसके बाद कॉलेज ने जब अन्य छात्रों से पूछताछ की, तो पता चला कि वीडियो शाहिद नाम के छात्र ने अपने मोबाइल और व्हाट्सएप नंबर (9765383955) से डिस्कॉर्ड पर डाला है. वहीं, फैज नाम के एक और अकाउंट से उन पर गंदे कमेंट्स किए गए हैं. पुलिस की कार्रवाई इस घटना की शिकायत मिलते ही विरार पुलिस ने शाहिद और फैज नामक अकाउंट होल्डर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने इस हरकत से समाज और लड़कियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. फिलहाल जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन अकाउंट्स को कौन-कौन चला रहा था और वीडियो कैसे शेयर किए गए.

तलवार लिए नवरात्र डांस करती महिलाएं, सोशल मीडिया पर मचा धमाल

सासाराम  पूरे देश में इन दिनों नवरात्र और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम है और जगह-जगह डांडिया नाइट्स का आयोजन किया जा रहा है. इन्हीं उत्सवों के बीच रोहतास जिले के सासाराम में  रात एक अनोखा और साहसिक दृश्य देखने को मिला. शहर के शिव घाट पर आयोजित डांडिया नाइट कार्यक्रम में महिलाएं हाथों में डांडिया की जगह तलवार लेकर डांस करती नजर आईं. हाथों में डांडिया की जगह तलवार आम तौर पर डांडिया नृत्य में महिलाएं और पुरुष रंग-बिरंगे परिधानों में डांडिया स्टिक के साथ थिरकते हैं, लेकिन सासाराम की इस डांडिया नाइट ने परंपरा को नए अंदाज में पेश किया. जैसे ही महिलाएं मंच पर हाथों में चमचमाती तलवारों के साथ उतरीं, वहां मौजूद लोग हैरान रह गए. दर्शक दांतों तले उंगलियां दबाते नजर आए, जबकि माहौल में उत्साह और जोश भर गया. महिलाएं निर्भीक होकर मंच पर पारंपरिक गीतों और ढोल-नगाड़ों की ताल पर नृत्य करती रहीं. तलवारों के साथ किए गए इस नृत्य ने न सिर्फ दर्शकों को रोमांचित किया बल्कि यह संदेश भी दिया कि महिलाएं साहस और संस्कृति दोनों को साथ लेकर चलती हैं. स्त्रियां शक्ति की प्रतीक: आयोजक  शिव घाट परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. स्थानीय लोगों का कहना था कि दशहरा और दुर्गा पूजा के मौके पर यह आयोजन स्त्रियों की शक्ति और पराक्रम का प्रतीक बन गया. आयोजन समिति ने बताया कि इसका उद्देश्य महिलाओं के आत्मविश्वास और साहस को सामने लाना था, साथ ही पारंपरिक नृत्य को नए अंदाज में पेश करना. तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं. लोग इसे 'अद्भुत दृश्य' और 'साहसिक डांडिया' कहकर साझा कर रहे हैं. कई दर्शकों ने कहा कि ऐसा नजारा उन्होंने पहली बार देखा है, जहां महिलाएं तलवार लेकर डांडिया कर रही हों. रोहतास की यह डांडिया नाइट इस साल की दुर्गा पूजा का खास आकर्षण बन गई है और इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है.

गरबा खत्म, सुरक्षा शुरू: MP पुलिस ने अकेली महिलाओं के लिए शुरू किया ये अनोखा अभियान

सारंगपुर नवरात्र पर्व को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी ने सारंगपुर थाना क्षेत्र का निरीक्षण किया। एसपी तोलानी ने क्षेत्र के विभिन्ना गरबा पंडालों में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान राज्यमंत्री गौतम टेटवाल भी मौजूद रहे। सारंगपुर के राठी परिसर में आयोजित गरबा कार्यक्रम में एसपी तोलानी, पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री दीपक कुमार, एसडीएम रोहित बंहोरे, पचोर नप अध्यक्ष विकास करोडिया, नपा उपाध्यक्ष भावना निलेश वर्मा ने सपत्नि सामूहिक गरबा किया। त्योहार को शांति व सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाएं कार्यक्रम के दौरान पृथ्वीराज टेटवाल, एसडीओपीअ अरविंद सिंह, थाना प्रभारी आकांक्षा हाड़ा, मोहित राठी, शिशिर विजयवर्गीय, प्रफुल्ल विजयवर्गीय, मोहित गुप्ता, एसआई अमित त्यागी, बीएस भूरिया, रवि शर्मा, शिव दांगी आदि उपस्थित थे। एसपी ने गरबा आयोजकों को दिए निर्देश एसपी ने कार्यक्रम के दौरान आयोजकों को समय सीमा और तय मापदंडों का पालन करते हुए गरबा कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए। त्योहार को शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल मनाने को कहा। पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण व यातायात प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।   युवतियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद नवरात्र में दुर्गा पंडालों में देवी मां की आराधना और गरबे का आयोजन चल रहा है। गरबा आयोजनों में पहुंचने वाली महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस भी मुस्तैद हो गई है। शहर के सभी प्रमुख गरबा पंडालों और मंदिरों में हाईटेक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। आयोजन स्थलों के आसपास पुलिस कैमरे से निगरानी रखे हुए है। संदिग्ध सामग्री, हथियार प्रतिबंधित होंगे पुलिस अधीक्षक तोलानी ने गरबा डांडिया का आयोजन कर रहीं संस्थाओं को निर्देश दिए गए हैं कि कार्यक्रम के दौरान यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी व्यक्ति आयोजन स्थल पर संदिग्ध सामग्री, आपत्तिजनक वस्तु या किसी भी प्रकार का हथियार लेकर न आए और न ही उनका प्रयोग या प्रदर्शन किया जाए। इसके साथ ही, बिजली व लाइटिंग के दौरान शॉर्ट सर्किंट से आगजनी की घटना न हो, इसके लिए अतिरिक्त विद्युत सुरक्षा संबंधी मानकों का पालन किया जाए। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों तैनात किए साथ ही गरबा-डांडिया पंडाल स्थल पर विद्युत वायरिंग की रोजाना जांच कराकर व्यवस्था सुचारु रखी जाए। एसपी ने राज्यमंत्री टेटवाल से बातचीत करके विभिन्न जानकारियां एकत्रित की और यह सुनिश्चित किया कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जा रहे है। वही पुलिस एसडीओपी अरविंद सिंह ने गरबा आयोजन स्थलों के आसपास सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों तैनात किए है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देर रात सड़क पर अकेली दिखने वाली महिलाओं को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा। इस दौरान संदिग्ध वाहनों की चेकिंग भी की गई, ताकि सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। बता दें की नवरात्र पर्व पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके। बढ़ाई पेट्रोलिंग, बनी रहेगी चौकसी चर्चा के दौरान एसपी तोलानी ने बताया कि रोजाना होने वाली पेट्रोलिंग व्यवस्था बड़ा कर, नवरात्र पर्व में शहर की बहन और बेटियां सुरक्षित रहें और पूजा-पाठ को निःसंकोच होकर कर सकें। इसके लिए का पहरा बना हुआ है। शहर के गली से लेकर चौक चौराहे तक गश्त करती रही। टीआई ने खुद मोर्चा संभाला है। ताकि नगर की महिलाएं अपने घर से निकलकर सुरक्षित मंदिर पहुंचे कर पूजा पाठ करें। इसके लिए रोजाना पुलिस गश्त जारी रखी जा रही है।   यातायात पर विशेष ध्यान एसपी ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर, प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान दिया है। इससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पडेगा और पूजा पंडालों के आसपास जाम की स्थिति उत्पन्ना नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि पुलिस की इस सक्रियता ने शहरवासियों में सुरक्षा का अहसास बढाया है, जिससे नवरात्रि पर्व का आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्ना हो सके। ताकि बहन-बेटियां अपने आपको सुरक्षित महसूस करें पुलिस ने शहर के देवी पंडाल, प्रमुख चौराहा समेत अन्य चौक चौराहों पर गश्त कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया। टीआई हाडा ने कहा कि जनता में सुरक्षा का एहसास कराने के लिए गश्त व्यवस्था को बढाया है। नवरात्र पर्व में नगर की बहन बेटियां अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके, इसके लिए पुलिस सदैव सुरक्षा में तत्पर है।

गरबा सीखने के लिए खूब मेहनत करती हैं आशी सिंह

मुंबई, सोनी सब के शो ‘उफ्फ… ये लव है मुश्किल’ में काम कर रही आशी सिंह का कहना है कि गरबा उन्हें बहुत आकर्षित करता है और वह इसे सीखने के लिए खूब मेहनत करती हैं। सोनी सब के ‘उफ्फ… ये लव है मुश्किल’ में आशी सिंह ,कैरी शर्मा का किरदार निभा रही हैं। कैरी एक जीवंत, संवेदनशील और सहज युवती है, जिसकी यात्रा प्यार की जटिलताओं को दर्शाते हुए रोज़मर्रा की ज़िंदगी की मासूमियत और खूबसूरती को सामने लाती है। आशी अपनी बारीक अदाकारी से कैरी के किरदार को जीवंत बना देती हैं, जिससे दर्शक तुरंत उससे जुड़ जाते हैं। नवरात्रि के माहौल में डूबी हुई पूरी देशभर की रौनक के बीच, आशी सिंह ने इस त्योहार के महत्व और अपने अनोखे जुड़ाव के बारे में बात की। उनके लिए नवरात्रि का उत्सव उनकी जड़ों और रंगीन परंपराओं का खूबसूरत संगम है। आशी सिंह ने कहा, “मैं उत्तर भारत से हूं और वहां नवरात्रि का मतलब हमेशा माता का जागरण, पूजा और सारे रीति-रिवाज होते थे। लेकिन मुझे हमेशा गरबा और डांडिया ने आकर्षित किया। जब मैं मुंबई आई, तो मैंने गरबा सीखने की खूब कोशिश की। आज भी सीख रही हूं क्योंकि ये साल में सिर्फ नौ दिन आता है, इसलिए आसान नहीं है! मुंबई का नवरात्रि वाला माहौल ग़ज़ब होता है, जब आप देखते हो कि सब लोग वही रंग पहने होते हैं जो आप पहने हो, नौ दिनों के लिए नौ रंगों का पालन करते हैं। मुझे ये कॉन्सेप्ट बहुत अच्छा लगता है। आज भी मैं वो पूजा और व्रत करती हूं, जिनके साथ मैं बड़ी हुई हूं। शाम को मैं अपने परिवार के साथ, कभी-कभी दोस्तों के साथ, गरबा ग्राउंड्स जाती हूं – कभी गरबा खेलने, तो कभी सिर्फ दूसरों को आनंद लेते देखने। वहां का माहौल सचमुच बेहद खुशहाल और रंगीन होता है।” ये लव है मुश्किल’, सोमवार से शनिवार, रात आठ बजे सिर्फ सोनी सब पर प्रसारित होता है।  

गरबा को लेकर रतलाम के शहर काज़ी की अपील, धार्मिक दृष्टिकोण से बताई आपत्ति

रतलाम  नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों को लेकर रतलाम शहर के काजी अहमद अली ने मुस्लिम समाजजनों के नाम एक पत्र जारी किया है. काजी ने अपील की है कि अपने बच्चों को गरबा आयोजनों में जाने से रोकें, क्योंकि यह धार्मिक दृष्टि से उचित नहीं है. काजी के पत्र में लिखा है, "जैसा कि आप सभी हज़रात को मालूम है कि हिंदू भाइयों का एक अहम और बड़ा नवरात्रि पर्व चल रहा है, जिसमें गरबे का आयोजन किया जाता है. कई बार ऐसा वाज़े तौर पर देखा गया है कि मुस्लिम लड़के-लड़कियां गरबा आयोजन में जाने से आयोजकों को कड़ी आपत्ति होती है और दो समाजों में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जो हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी भाईचारे पर बुरा असर डालती है." 'गैर-हिन्दुओं का आना सख्त मना है', रतलाम में गरबा पंडालों के बाहर लगे बैनर रतलाम में नवरात्रि पर्व की शुरुआत के साथ ही रतलाम के कालिका माता परिसर में बने गरबा पंडालों पर बैनर चर्चा का विषय बन गया है. बैनर में साफ लिखा गया है- 'गैर-हिन्दुओं का गरबा प्रांगण में आना सख्त मना है'. गरबा पंडालों के आयोजकों का कहना है कि पंडाल में प्रवेश केवल पास और आईडी चेक करने के बाद ही मिलेगा. साथ ही, तिलक लगाने के बाद ही एंट्री दी जाएगी.  प्रदेश भर में नवरात्रि के गरबा पंडालों में गैर-हिन्दुओं की 'नो एंट्री' के पोस्टर बैनर लगाए गए हैं. आयोजकों का कहना है कि सामाजिक तत्वों से बचाव के लिए गरबा समितियों ने यह फैसला लिया है, बालिकाओं के लिए सुरक्षा के मद्देनजर देखा जा रहा है.  दूसरी ओर, गरबा पंडालों में आए लोगों ने भी इस पहल की सराहना की है. उनका कहना है कि दूसरे धर्म के लोगों की एंट्री बैन करना महिला और बच्चियों के हित में अच्छी पहल है.  काजी ने तमाम घर के बड़ों-बुजुर्गों से गुजारिश की है कि अपने बच्चों को गरबा आयोजनों में जाने से रोकें, क्योंकि यह दीनी लिहाज से भी कतई दुरुस्त नहीं है. उधर, रतलाम के गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. पंडालों पर लगे बैनर पर लिखा है, "गरबा प्रांगण में गैर हिंदू का आना सख्त मना है. मूर्ति पूजा को न मानने वाले मूर्तिपूजा से दूर रहे." मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने गैर-हिंदुओं के नवरात्रि उत्सव और गरबा नृत्य कार्यक्रमों में भाग लेने का स्वागत किया है, बशर्ते वे फिर से सनातन धर्म अपनाएं और माथे पर तिलक लगाने व आरती करने जैसे नियमों का पालन करें.  भोपाल की हुजूर सीट से विधायक शर्मा ने कहा कि अगर कुछ लोगों को लगता है कि उनके माता-पिता ने हिंदू धर्म के अलावा किसी अन्य धर्म को अपनाकर गलती की है और वे फिर से हिंदू बनना चाहते हैं, तो वे अब ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि सभी का DNA हिंदू है.  पता हो कि देवी दुर्गा और उनके रूपों की पूजा को समर्पित नवरात्रि उत्सव 22 सितंबर से शुरू हुआ है. इस उत्सव के दौरान गुजरात का एक नृत्य गरबा खेला जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिभागी शामिल होते हैं.

घर वापसी की धमकी और गंगाजल-गौमूत्र का ज़िक्र: गरबा आयोजन में लगा भड़काऊ पोस्टर

भोपाल  मध्य प्रदेश में नवरात्रि से पहले गरबा उत्सवों को लेकर सनातनी संगठनों का सख्त रुख देखने को मिल रहा है. राजधानी भोपाल में श्रीकृष्ण सेवा समिति ने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर चेतावनी जारी की है. कमेटी ने पंडालों पर पोस्टर लगाए हैं, जिनमें लिखा है कि गैर-हिंदू यदि गरबा में आएंगे तो उनकी 'घर वापसी' कराई जाएगी.  पोस्टर पर जूते-चप्पल, लट्ठ की फोटो के साथ 'जिहादियों की उचित व्यवस्था की जाएगी' का संदेश दिया गया है. कमेटी के कार्यकर्ता हाथों में लट्ठ लेकर पंडालों पर तैनात रहेंगे. श्रीकृष्ण सेवा समिति के अध्यक्ष गोपाल ठाकुर ने कहा, "हम गरबा देखने आने वालों को गंगाजल पिलाएंगे और गौमूत्र छिड़केंगे." पूछने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यकर्ता आत्मरक्षा के लिए लट्ठ लेकर नजर रखेंगे. हाथों में लट्ठ लेकर तैनात रहेंगे समिति के कार्यकर्ता. उधर, गरबा पंडालों पर मुस्लिम लोगों की एंट्री को लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जिस तरह सनातन हिंदू विचारधारा के लोग हज यात्रा में नहीं जाते, उसी तरह उनके लोगों को भी गरबा में नहीं आना चाहिए. उन्होंने गरबा के मुख्य दरवाजे पर गोमूत्र रखने की सलाह भी दी.  

VHP का विवादित फैसला: सिर्फ हिंदुओं को गरबा में प्रवेश, केंद्रीय मंत्री अठावले ने चेताया

नई दिल्ली  नवरात्रि शुरू होने से पहले ही विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के गरबा कार्यक्रमों को लेकर दिए गए बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. VHP ने आयोजकों को सलाह दी है कि केवल हिंदुओं को ही प्रवेश दिया जाए और पहचान सुनिश्चित करने के लिए आधार कार्ड चेक किए जाएं. इस पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सख्त आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आह्वान से समाज में हिंसा फैल सकती है और त्योहार का माहौल खराब हो सकता है. विश्व हिंदू परिषद शनिवार को बयान जारी किया था, जिसमें आयोजकों से कहा गया था कि गरबा कार्यक्रमों में केवल हिंदुओं को ही आने दिया जाए. साथ ही यह भी कहा गया कि लव जिहाद जैसी घटनाओं से बचने के लिए आधार कार्ड की जांच होनी चाहिए. VHP ने कहा कि लव जिहाद जैसी घटनाएं न हों पाए इसलिए गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाना आवश्यक है.   गरबा-डांडिया कार्यक्रमों पर नया विवाद नवरात्रि का त्योहार 22 सितंबर से शुरू हो रहा है और यह 1 अक्टूबर तक मनाया जाएगा. मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई नवरात्रि मंडलों में इस बार बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने गरबा और डांडिया कार्यक्रमों के आयोजकों से कहा है कि पंडालों में केवल हिंदुओं को ही प्रवेश दिया जाए. संगठनों ने आयोजकों को कुछ नियम बताए हैं, जिसमें गरबा में आने वाले युवाओं से आधार कार्ड दिखाने को कहा जाए, प्रवेश से पहले सभी को तिलक लगवाकर देवी की पूजा करनी होगी, पंडाल के गेट पर वराह अवतार की तस्वीर रखी जाए और पूजा करने के बाद ही प्रवेश दिया जाना शामिल है. VHP और बजरंग दल का आरोप मुंबई के मालाड वेस्ट के डायमंड मार्किट के नवरात्रि उत्सव मंडल ने इस साल पूरे प्रांगण में ऐसे पोस्टर्स और बैनर्स लगाए है, जिसमें मुस्लिमों के बैन, लव जिहाद और हिन्दू वाहिनी के मैसेजेस लिखे हुए है. इन पोस्टर्स में साफ लिखा गया है कि लव जिहाद करने वाले मुस्लिमों की एंट्री बैन है, जो भी गरबा प्रेमी गरबा खेलने इस पंडाल में आएगा उसे एक तिलक लगाया जाएगा, मुख्यद्वार पर इस तिलक को गौमूत्र के साथ चंदन और कुमकुम में मिलाकर बनाया जाएगा. बजरंग दल और विहिप का आरोप है कि गैर हिंदू खासकर मुस्लिम युवक नकली नाम से गरबा में आते हैं और हिंदू लड़कियों से दोस्ती कर उन्हें लव जिहाद के जाल में फंसाते हैं. पकड़े जाने पर पुलिस को सौंपा जाएगा संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर कोई मुस्लिम युवक गरबा में पकड़ा गया तो उसे तुरंत पुलिस को सौंपा जाएगा. गरबा नवरात्रि पंडाल के आसपास मटन और मीट की दुकानों को बंद रखने की मांग भी की है और कहा है कि मीट की दुकानें जबरन बंद कराएंगे. विपक्षी दलों का विरोध जहां कुछ लोग इन नियमों का समर्थन कर रहे हैं वहीं विपक्षी दलों और समाज के एक हिस्से ने इसे भेदभाव और विभाजन की राजनीति बताया है, उनका कहना है कि संविधान सबको समान अधिकार देता है, ऐसे में किसी धार्मिक कार्यक्रम में जाति-धर्म देखकर रोक लगाना गलत है. कई पंडाल समितियों ने पुलिस से अनुमति ली है, लेकिन अगर किसी जगह तनाव बढ़ा तो प्रशासन हस्तक्षेप कर सकता हैॉ. फिलहाल पुलिस और स्थानीय अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं ताकि त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके.  

दरगाह के समीप गरबा पर बैन का बोर्ड, बढ़ा विवाद; दो नेताओं पर कार्रवाई

अहमदाबाद  गुजरात के खेड़ा जिले में मस्जिद, मदरसा और दरगाह के समीप सार्वजनिक स्थान पर लोक नृत्य गरबा करने पर सख्त प्रतिबंध लगाने संबंधी नोटिस लगाए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. नवरात्रि उत्सव शुरू होने के एक हफ्ते से भी कम समय पहले यह घटनाक्रम सामने आया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यहां बताया कि मातर कस्बे में एक मस्जिद, मदरसा और दरगाह के नजदीक स्थित स्थान पर गरबा खेलने पर कथित रूप से प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस ने मुस्लिम समाज के दो स्थानीय नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मातर कस्बे के नानी भागोल क्षेत्र में हुसैनी चौक की दीवार पर मुस्लिम पंच द्वारा बोर्ड लगाया गया था. बोर्ड पर लिखा था कि सार्वजनिक सूचना – नानी भागोल में हुसैनी चौक में मस्जिद, दरगाह और मदरसे के पास गरबा खेलने पर सख्त प्रतिबंध है: मुस्लिम पंच, नानी भागोल. हिंदुओं की भावनाओं को पहुंची ठेस पुलिस उपाधीक्षक वीआर वाजपेयी ने कहा कि बोर्ड के बारे में पता चलने पर बजरंग दल के स्थानीय नेताओं ने शिकायत दर्ज कराई और कहा कि नोटिस की सामग्री से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है. बजरंग दल के नेता धवल जाला की शिकायत के आधार पर हमने बोर्ड लगाने वाले मुस्लिम पंच के दो पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. मुस्लिम पंच के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर एफआईआर उन्होंने बताया कि मुस्लिम पंच के अध्यक्ष अय्यूब खान पठान और उपाध्यक्ष इसुबमिया खोखर पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है) के तहत मामला दर्ज किया गया है. वाजपेयी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद स्थानीय निवासियों ने खुद ही बोर्ड हटा दिया. गरबा गुजरात का लोक नृत्य है, जो नवरात्रि उत्सव से जुड़ा है और इस वर्ष नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होगी.