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लव जिहाद का डरावना सच: इंदौर में आरोपी ने बदल दी लड़की की जिंदगी, कहा – तुम नमाज पढ़ा करो

इंदौर 'तुम मुस्लिमों की तरह रहा करो, हिंदू बनकर मत रहा करो। नमाज पढा करो। मैं मुस्लिम हूं। तुमसे दूसरी शादी कर लूंगा।' श्रमिक कॉलोनी (राऊ) निवासी दानिश मंसूरी हिंदू युवती को इसी तरह धमकाता था। उसने युवती का आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया। अलग-अलग होटलों में बुलाया और दुष्कर्म किया। युवती की सगाई हुई तो मंगेतर को वीडियो व मैसेज भेज कर रिश्ता तुड़वा दिया। जून में पीड़िता का रिश्ता हुआ तय राऊ क्षेत्र निवासी 22 वर्षीय पीड़िता एक स्टोर में नौकरी करती थी। इसी दौरान दानिश से दोस्ती हो गई। पीड़िता की मां हिंदू और पिता मुस्लिम है। हालांकि वह हिंदू धर्म मानती है। हिंदूओं की तरह रहती है और हिंदू देवी देवताओं की पूजा करती है। दानिश इससे इनकार करता था। उसने कहा कि तुम मुस्लिमों की तरह रहा करो। दानिश की शादी हो गई लेकिन वह दूसरी शादी करने का बोलता था। इसी वर्ष जून में पीड़िता का रिश्ता तय हो गया।   जबरदस्ती कर अश्लील वीडियो बनाया दानिश ने पीड़िता को धमकाया और युवती के मंगेतर को आपत्तिजनक मैसेज कर दिए। उसने अगस्त माह में मिलने के लिए राजेंद्र नगर स्थित एक होटल में बुलाया और जबरदस्ती कर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद पीड़िता को फूटी कोठी,सिरपुर क्षेत्र की अलग-अलग होटलों में बुलाकर शारीरिक संबंध बनाए। उसने पीड़िता के मंगेतर को भी वीडियो भेज दिए। हिंदू संगठन ने थाने का किया घेराव सोमवार रात घटना की जानकारी मिलने पर हिंदू संगठन का कार्यकर्ता अनिल पाटिल सहित 100 ज्यादा कार्यकर्ताओं ने द्वारकापुरी थाने का घेराव कर दानिश मंसूरी पर कायमी की मांग की। पुलिस के आनाकानी करने पर थाना घेरकर परिसर में ही बैठ गए। हनुमान चालिका का पाठ करने लगे। देर रात पुलिस को कायमी कर दानिश को पकड़ना पड़ा। पुलिस ने कमजोर धारा लगाए, पीड़िता ने चप्पल से पीटा पीड़िता का दानिश पर गुस्सा फूट पड़ा। उसने चप्पल से पिटाई कर दी। रोते हुए कहा तूने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। हिंदू संगठन के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कायमी की, लेकिन दुष्कर्म की धाराएं लगाई। पुलिस ने लव जिहाद की धारा लगाने में गड़बड़ी कर दी।

फैज और अर्श पर आरोप: खंडवा में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म और वीडियो शेयरिंग का मामला

खंडवा  जिले में लव जिहाद के दो मामले सामने आए हैं, जिसमें दो युवकों ने दो नाबालिग दलित लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर उनके साथ दुष्कर्म किया। एक मामले में नाबालिग का आपत्तजिनक वीडियो बनाकर बहुप्रसारित कर दिया गया। मामला सामने आने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के हस्तक्षेप के बाद बुधवार देर रात पिपलोद पुलिस ने जांच के बाद दोनों मामलों में दो नामजद आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म, लव जिहाद सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया। आरोपित फिलहाल फरार है, पुलिस उनकी तलाश में पुलिस जुटी है। केस-1: क्रिकेट खेलने आता था, रात को घर बुलाकर करता था दुष्कर्म पहले मामले में 17 वर्षीय पीड़िता ने पिपलोद पुलिस को शिकायत में बताया कि मैं कक्षा 12वीं में अध्ययनरत हूं। फैज पुत्र शौकत मेरे घर के सामने ग्राउंड में क्रिकेट खेलने आता था। उस दौरान मेरी उससे बातचीत हुई थी। वह जब-जब क्रिकेट खेलने आता, तब-तब मेरी बात होती थी। हमारी बातचीत करीब दो साल तक चलती रही। इसके बाद फैज मेरे घर के मोबाइल पर मुझे फोन कर मुझे रात में उसके घर मिलने आने का कहता था। मैं करीबन रात के 12, एक बजे जब सब सो जाते थे, तब फैज के घर जाती थी, उसके घरवाले भी सब सो जाते थे। यहां उसके घर के खाली कमरे में फैज ने मेरी मर्जी के खिलाफ दुष्कर्म किया। इसी बात को लेकर फैज मुझे धमकी देने लगा कि मैं तुम्हारे घरवालों को बता दूंगा।   दबाव बनाकर दुष्कर्म करता रहा फैज पीड़िता ने पुलिस को बताया कि फैज ने दबाव बनाकर मेरे साथ दो-तीन बार दुष्कर्म किया। तीसरी बार मेरे साथ मई 2023 में दुष्कर्म किया था, फिर मैंने फैज से मिलने व बात करने से मना कर दिया। परंतु फैज ने अंनत चौदस के दिन मुझे इशारा कर फोन लगाने को कहा। तब मैंने अपने घर के मोबाइल से उससे बात की थी। मुझे फैज फिर से परेशान करने लगा। तब मैने अपने माता-पिता को सारी घटना बताई। पीड़िता की शिकायत पर पिपलोद पुलिस ने आरोपित फैज पुत्र शौकत अली के विरूद्ध धारा 376, 376 (2) (n) भावि, 5L/6 पॉक्सो एक्ट, 3(2) (v) एससी/एसटी एक्ट का गंभीर मामला पाया जाने से अपराध पंजीबद्ध किया। केस-2: वीडियो कॉल रिकार्ड किया, दबाव बनाकर अर्श ने किया दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने पुलिस को शिकायत में बताया कि अर्श पुत्र अजीज ने मुझसे कहा कि वह मुझे पसंद करता है। यह कहकर वह मुझसे इंटरनेट मीडिया आईडी पर वीडियो कॉल पर बातचीत करता था। इसी दौरान बहला-फुसला कर एक दिन उसने मुझसे आपत्तिजनक हालत में होकर कॉल करने का कहा। मैंने कॉल किया तो उसने मेरी आपत्तिजनक हालत की स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ली। यह बात मुझे नहीं पता थी। कुछ दिन बाद उस वीडियो को बहुप्रसारित करने की धमकी देकर उसके घर ले जाकर पहली बार अक्टूबर 2024 में मेरे साथ मेरी मर्जी के खिलाफ दुष्कर्म किया। अर्श और फैज दोस्त, फैज ने बहुप्रसारित किया आपत्तिजनक वीडियो उसके बाद भी अर्श ने लगभग तीन बार उसके घर जाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया। मैंने कहा कि अब मैं तेरे साथ संबंध नहीं बनाउंगी तो अर्श ने कहा कि चुपचाप मुझसे संबंध बनाती रह और इस्लाम धर्म कबूल कर ले। मैं तुझसे शादी कर लूंगा नहीं तो तुझे जान से खत्म कर दूंगा। फैज, अर्श का दोस्त है। करीब दो माह पहले फैज ने मुझे कहा कि तेरे आपत्तिजनक वीडियो अर्श ने दिखा दिए हैं और वह मेरे पास है। मैं भी अब तेरे साथ संबंध बनाऊंगा। यदि तू मना करती है, तो तेरे वीडियो बहुप्रसारित कर दूंगा। फिर भी नहीं मानी तो तुझे जान से मार दूंगा। मैंने फैज को संबंध बनाने से मना किया तो फैज ने मेरे आपत्तिजनक वीडियो बहुप्रसारित कर दिए, जो चार दिन पहले मेरे मामा को पता चले। उन्होंने मुझसे पूछा तो मैंने यह बात मेरे मामा व मम्मी-पापा को बताई। हम बदनामी से डर रहे थे, पर आज हिम्मत करके थाने आए।  

भोपाल: लव जिहाद मामले में आरोपी साद और साहिल के खिलाफ कार्रवाई, अवैध मकान तोड़े गए

भोपाल  राजधानी के चर्चित लव जिहाद और दुष्कर्म प्रकरण में आरोपित फरहान, साद और साहिल के अवैध मकानों पर शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। जिला अदालत से स्टे न मिलने के बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा में आरोपी साद और साहित के मकानों पर बुलडोजर चलाया गया। एक आरोपी फरहान के घर को जमीदोंज करने की कार्रवाई पर निर्णय 11 बजे कोर्ट की सुनवाई के बाद लिया जाएगा। कोर्ट ने कलेक्टर और तहसीलदार को पेश होने को कहा है।  प्रशासन के अनुसार आरोपियों के मकान सरकारी जमीन पर बने थे। कार्रवाई शुरू होने से पहले पुलिस ने पूरे क्षेत्र को बैरिकेड कर लिया। भारी विरोध की आशंका को देखते हुए करीब 500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। प्रशासन की टीम ने एक दिन पहले ही बुलडोजर चलाने की तैयारी पूरी कर ली थी। शासकीय भूमि पर बने मकानों पर लाल निशान लगाने के साथ ही आरोपितों के स्वजनों को नोटिस तक दिए गए थे। इससे उन्होंने मकान खाली कर ताले लगा दिए थे। वहीं प्रशासन ने शुक्रवार को बेरिकेड्स लगा दिए गए थे। छात्राओं से दोस्ती, दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव मामले में आरोप है कि फरहान, साद और साहिल ने  गिरोह बनाकर टीआईटी कॉलेज की हिंदू छात्राओं से पहले दोस्ती की, फिर उन्हें शारीरिक शोषण का शिकार बनाया। इसके बाद छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया और जबरन धर्म परिवर्तन कर निकाह के लिए दबाव डाला गया। इतना ही नहीं, पीड़िताओं को अन्य छात्राओं को भी इस जाल में फंसाने के लिए मजबूर किया गया। मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा मामला यह मामला केवल पुलिस-प्रशासन तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी इसकी जांच के लिए भोपाल आई थी। इस प्रकरण ने प्रदेश की राजनीति को भी झकझोर दिया था। जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि यह कार्रवाई सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ और मीडिया के कैमरे मौजूद रहे। अधिकारियों ने साफ किया कि सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद ही बुलडोज़र चलाया गया है। चारोखर की भूमि पर बने थे मकान  गोविंदपुरा एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि शासकीय चरोखर भूमि पर अवैध तरीके से मकान बने हुए थे। इस मामले में सुनवाई के बाद 19 अगस्त को जगह खाली करने का नोटिस जारी किया था, जिसमें 4 सितंबर तक कब्जा हटाने को कहा था। नोटिस के बाद भी उनके द्वारा कब्जा नहीं हटाने के बाद हमने आज कब्जा हटा दिया। आज दो आरोपियोंं पर कार्रवाई की है। एक आरोपी ने कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई के बाद उस पर कार्रवाई को लेकर निर्णय लिया जाएगा।  लव जिहाद के आरोपियों के घरों पर चलेगा बुलडोजर दरअसल, टीआईटी कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ दुष्कर्म और 'लव जिहाद' के आरोप में फरहान, साद और साहिल नाम के तीन युवकों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने इन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है. जिला अदालत से इस कार्रवाई पर अभी कोई स्टे नहीं मिला है. पुलिस विभाग के 500 जवान रहेंगे मौजूद जानकारी के मुताबिक बुलडोजर की कार्रवाई के लिए आरोपियों के घर को चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दिया गया है. इस दौरान 500 पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. प्रशासन का दावा है कि आरोपियों का घर सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. तीनों आरोपियों पर छात्राओं से दुष्कर्म और लव जिहाद का आरोप लगाया गया है. खबर लिखे जाने तक पता चला है कि साद और साहिल के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई है. वहीं, लव जिहाद के मुख्य आरोपी फरहान के घर पर सुबह 11 बजे के बाद बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि जिला अदालत से स्टे न मिलने के बाद भारी पुलिस सुरक्षा में यह कार्रवाई की जा रही है. यह वही मामला है जिसने प्रदेश की सियासत गरमा दी थी.  प्यार के जाल में फंसा कर रेप, फिर बनाया अश्लील वीडियो मौके पर 500 से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गए हैं.  इस मामले में आरोपी बनाए गए युवकों ने गिरोह बनाकर टीआईटी कॉलेज की हिंदू छात्राओं से पहले दोस्ती की, फिर उनके साथ दुष्कर्म किया. छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया और धर्म बदलकर निकाह करने के लिए दबाव बनाया गया. इतना ही नहीं, इन लड़कियों से अन्य छात्राओं को भी गिरोह में फंसाने के लिए मजबूर किया जाता था. मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया था मामला इस मामले ने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया था. मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा और आयोग की टीम को भोपाल आना पड़ा. अब जिला प्रशासन की यह कार्रवाई सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी का हिस्सा मानी जा रही है. स्थानीय लोगों की भीड़ प्रशासनिक अमले के साथ घटनास्थल पर मौजूद है. मौके पर मीडिया और फोटोग्राफरों का जमावड़ा है. अधिकारियों का कहना है कि कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.  

भोपाल में लव जिहाद और दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, मकान जमींदोज

भोपाल मध्यप्रदेश के भोपाल में टीआईटी कॉलेज में हुए लव जिहाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी फरहान खान, साद और साहिल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है. प्रशासन ने इन तीनों के घरों को अवैध अतिक्रमण मानते हुए बुलडोजर चलाने का फैसला किया है. ये मकान रायसेन रोड के अर्जुन नगर में स्थित है और शासकीय जमीन पर बने होने का दावा किया गया है. प्रशासन ने तीनों आरोपियों को उनके मकानों से अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में 4 सितंबर तक का समय दिया गया था, लेकिन आरोपियों ने अतिक्रमण नहीं हटाया. अब तहसीलदार ने 13 सितंबर को बुलडोजर कार्रवाई का अंतिम नोटिस भेजा है. अगर अब भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो प्रशासन मकानों को तोड़ने की कार्रवाई करेगा. कब्जा खाली नहीं किया गया वर्ष 1984 में इनके परिजनों को पट्टे पर जमीन दी गई थी, लेकिन लीज की अवधि पूरी होने के बाद इसे रिन्यू नहीं कराया गया। इसके बावजूद 600 वर्गफीट से अधिक पर कब्जा जमाकर मकान खड़ा कर लिया गया। तहसीलदार न्यायालय ने 19 अगस्त को ही आदेश दे दिया था कि आरोपियों के मकान अतिक्रमण हैं और इन्हें हटाया जाए। चार सितंबर तक का समय दिए जाने के बाद भी कब्जा खाली नहीं किया गया। जमीन की लीज खत्म अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई तय कर दी है। एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने कहा कि जब जमीन की लीज खत्म हो चुकी है तो यह कब्जा अवैध है। सरकार और जिला प्रशासन किसी भी कीमत पर इस तरह की गैरकानूनी हरकतें बर्दाश्त नहीं करेगा। शुक्रवार या शनिवार को बुलडोजर चलाकर मकान जमींदोज कर दिए जाएंगे। यह मामला तब सामने आया जब टीआईटी कॉलेज की एक छात्रा ने फरहान खान, साद और साहिल के खिलाफ दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया. छात्रा ने बताया कि फरहान ने पहले हिंदू नाम का इस्तेमाल कर उसका विश्वास जीता और फिर उसका यौन शोषण किया. उसने आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और अन्य लड़कियों को भी निशाना बनाने की कोशिश की. इस मामले में भोपाल पुलिस ने बागसेवनिया, अशोका गार्डन और जहांगीराबाद थानों में कई FIR दर्ज की हैं. पुलिस ने फरहान और साहिल के खिलाफ 250 पन्नों का चालान विशेष जज नीलम मिश्रा की अदालत में पेश किया है, जिसमें 57 गवाहों की सूची और मेडिकल रिपोर्ट शामिल हैं. मामले की सुनवाई जिला कोर्ट में चल रही है. आरोपियों पर POCSO एक्ट, भारतीय दंड संहिता और मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत कार्रवाई हो रही है.  

हिंदू महिलाओं के साथ धोखा: UP में चांद का लव जिहाद पकड़ा गया

रामपुर यूपी के रामपुर से लव जिहाद का मामला सामने आया है। एक युवक ने हिंदू बनकर कई महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाए और सभी को अपना गलत नाम बताया। इसके बाद उन महिलाओं को छोड़ दिया और फरार हो गया। केमरी क्षेत्र में प्रेमजाल में फंसाने के बाद शारीरिक संबंध बनाने के साथ धर्मान्तरण कराने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसके पास से छह फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह हिन्दू बनकर मोबाइल पर बात करता था और उसके बाद महिलाओं के साथ संबंध बनाता था। गो रक्षा सेवा समिति के जिलाध्यक्ष अमित गंगवार के साथ अन्य लोगों ने तहरीर दी थी, जिसमें कहा था कि केमरी निवासी चाचा-भतीजे सोशल मीडिया के माध्यम से हिन्दू बनकर महिलाओं और युवतियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं। तहरीर में लव जिहाद फैलाने के लिये विदेशों से फंडिंग, गिरोह का लिंक धर्मान्तरण में शामिल छांगुर बाबा के गिरोह से होने की प्रबल संभावना जताई थी। थानाध्यक्ष हिमांशु चौहान ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी चांद ने बताया कि वह काफी दिनों से अपना नाम बदलकर महिलाओं व लड़कियों से मोबाइल पर बातें करता था। वाट्सऐप काल करके अश्लील बातें कर उन्हें कभी भी अपने पास बुलाकर शारिरिक संबंध बनाता था। इसके बाद वो वहां से फरार हो जाता या मोबाइल नंबर बदल लेता था। सभी को अलग-अलग नाम बताता था। इसके लिए उसने कई आधार कार्ड भी बनवा रखे थे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और कहा कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर की युवती का खुलासा: शादी के बाद बच्चे का जबरन खतना और मांस खिलाने का दबाव

इंदौर इंदौर शहर में एक जैन युवती के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने पहले उससे शादी रचाई और फिर उस पर मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बनाया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुस्लिम युवक और उसकी बहन के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। जबरन कराया बच्चों का खतना जानकारी के अनुसार, एक हाई प्रोफाइल परिवार की युवती की शिकायत पर मुंबई के यूसुफ खान और उनकी बहन गुलबानो के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जैन समाज की इस युवती ने बताया कि शादी के बाद यूसुफ ने उसके बच्चों का जबरन खतना करवाया और मांस खाने के लिए मजबूर कर बच्चों का धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाया। इसके बाद पीड़िता ने इंदौर आकर अपने परिजनों को आपबीती सुनाई और थाने में शिकायत दर्ज कराई। रोमी नाम बताकर की थी दोस्ती पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह इंदौर की एक पॉश कॉलोनी में रहती है। साल 2004 में उसकी दोस्ती यूसुफ से हुई थी, जिसने उस समय अपना नाम रोमी बताया था। उस समय पीड़िता एक विज्ञापन कंपनी में काम करती थी। इसके बाद दोनों ने 2005 में मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में शादी कर ली। उसी वर्ष पीड़िता को एक टीवी चैनल से जुड़ने का अवसर मिला। मुंबई जाने पर उसे पता चला कि रोमी वास्तव में यूसुफ है और मुस्लिम धर्म से है। इस पर पीड़िता ने रिश्ता तोड़ने की बात कही, लेकिन यूसुफ ने आश्वासन दिया कि वह उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करेगा और वह अपने जैन धर्म के अनुसार जीवन जी सकती है। मुस्लिम धर्म अपनाने का बनाया दवाब हालांकि, 2011 में पीड़िता के एक बेटे के जन्म के बाद यूसुफ और उसकी बहन गुलबानो का व्यवहार बदल गया। जन्म के 40 दिन बाद यूसुफ ने चुपके से बच्चे का खतना करवा दिया। इसके बाद यूसुफ ने पीड़िता पर दबाव बनाया कि उनकी बेटी की परवरिश और शिक्षा मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार होगी। गुलबानो ने भी पीड़िता को धमकाते हुए कहा कि वह मुस्लिम धर्म अपनाए, वरना यूसुफ से उसका रिश्ता खत्म कर दिया जाएगा। इसके अलावा, यूसुफ बच्चे को जबरन मांस खिलाता था। जब बच्चा मांस खाने से इनकार करता, तो यूसुफ उसके मुंह में मांस के टुकड़े डालकर मुंह बंद कर देता था। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि यूसुफ और गुलबानो ने कई बार उसके निजी वीडियो बनाए। घर पर आने वाले एक मसाज करने वाले व्यक्ति के साथ यूसुफ ने आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। कुछ समय पहले पीड़िता एक कार्यक्रम में शामिल होने इंदौर आई और उसने अपनी पूरी आपबीती परिजनों को बताई। इसके बाद देर रात तुकोगंज थाने में यूसुफ और गुलबानो के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया।

उज्जैन की सड़कों पर ‘लव जिहाद’ के खिलाफ जबरदस्त हल्ला बोल

उज्जैन मध्य प्रदेश में 'लव जिहाद' की बढ़ती घटनाओं को लेकर हिंदू पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें हजारों हिंदू परिवार शामिल हुए। ऐसी घटनाओं के खिलाफ पूरे शहर में रैली निकाली गई। पंचायत द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जिहादी समर्थक समाज का आर्थिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान भारी संख्या में महिलाएं भी सड़क पर उतरीं। हिंदू समाज द्वारा खाचरोद नगर बंद का आह्वान किया गया। उज्जैन जिले के खाचरोद नागदा ओर आसपास के ग्रामीण क्षेत्र सहित मध्य प्रदेश में 'लव जिहाद'के बढ़ते मामले को देखते हुए गुरुवार को हिंदू पंचायत का आयोजन हुआ। इसमें हज़ारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष सहित हिंदू जागरण मंच के लोगों के साथ साधु संत और हिंदू संगठनों के लोग शामिल हुए। इस दौरान सकल हिंदू समाज के लोगों ने एकत्रित होकर रैली निकाली। रैली उज्जैन गेट से शुक्रवारिया बाजार तक निकाली गई। इस दौरान खाचरोद का पूरा मार्केट बंद रहा। पंचायत द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जिहादी समर्थक समाज का आर्थिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के साथ उज्जैन जिले के कई ग्रामीण क्षेत्र तराना,घटिया ओर खाचरोद में हाल ही में 'लव जिहाद' की घटनाएं बढ़ी हैं। खाचरोद में आयोजित पंचायत में साधु संत, विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के साथ संपूर्ण हिंदू समाज के लोग एकत्र हुए थे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता आनंद गिरि महाराज, नरेंद्र गिरी महाराज, हिंदू जागरण मंच के प्रांत संगठक मोहित सेंगर, हिंदू जागरण मंच के प्राण संयोजक नेपाल सिंह डोडिया थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हिंदू जागरण वंश के प्रांत संयोजक भेरुलाल जी टाक, विश्व हिंदू परिषद के मोहन सिंह जी राठौड़ थे। हिंदू जागरण मंच मालवा प्रांत के संगठन मंत्री मोहित सेंगर ने बताया कि बताया कि देशभर में हिंदू लड़कियों को झूठे जाल में फंसाकर अपनी जनसंख्या बढ़ाकर जनसख्या असंतुलित करने वाले विधर्मी खाचरोद में लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। इसमें शादीशुदा लड़कियों को भी जाल में फंसाया गया। इसके बाद थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया गया था। हिन्दुओं को जाग्रत करने के लिए रैली का आयोजन किया गया। लड़कियों की सुरक्षित कर घर-घर सन्देश देने देने के लिए विशाल संख्या में लोग जुटे थे।

लव जिहाद मामले में फरार कांग्रेस नेता पर इनाम हुआ दोगुना, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

इंदौर  इंदौर पुलिस ने एक कांग्रेस पार्षद की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि दोगुनी कर दी है. वह 'लव जिहाद' के लिए पैसे मुहैया कराने के मामले में एक महीने से फरार है.   एसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि आरोपी अनवर कादरी उर्फ डकैत की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दी गई है. अगर पार्षद को आने वाले दिनों में गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो उसकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. दरअसल, शहर के दो युवकों साहिल शेख और अल्ताफ शाह ने बीते जून में पुलिस के सामने कबूल किया था कि कांग्रेस पार्षद कादरी ने उन्हें लड़कियों को प्रेम संबंधों में लाने और उनका धर्म परिवर्तन कराने के लिए 3 लाख रुपये दिए थे. यह पैसा लड़कियों पर खर्च किया गया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि शेख और शाह दोनों को दो लड़कियों द्वारा लगाए गए रेप और अन्य आरोपों से जुड़े अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने कादरी पर पैसे के बल पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की साजिश रचने का मामला दर्ज किया है. कादरी, जिसके खिलाफ शहर के विभिन्न पुलिस थानों में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं, तब से फरार है. उसके भूमिगत होने के बाद, जिला प्रशासन ने कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कादरी की गिरफ्तारी का आदेश दिया.

लव-जिहाद का संगठित खेल? पूछताछ में सामने आया युवतियों को फंसाने और धर्म बदलवाने का बड़ा राज

 आगरा आगरा में अवैध धर्मांतरण गिरोह के गंदे खेल की परतें दिन व दिन खुलती जा रही हैं। पुलिस ने दिल्ली के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान के दो बेटों अब्दुल्ला, अब्दुल रहीम और रोहतक की दलित युवती से जबरन निकाह करने वाले जुनैद को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने न जाने कितनी युवतियों की जिंदगी को बर्बाद कर दिया। अब सवाल ये भी उठता है कि आखिर ये गिरोह युवतियों को जाल में फंसाता कैसे है। आइये बताते हैं पूरी कहानी…  अवैध धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान का पूरा परिवार ही इस घिनौने खेल का हिस्सा है। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी भी सामने आई थी। वह धर्मांतरण के लिए युवतियों को लेकर आने की बात कर रही थी। उसका एक वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस ने आरोपी अब्दुल रहमान के घर दोबारा दबिश दी थी मगर उसकी पत्नी नहीं मिली। वह लापता हो गई।  एसबी कृष्णा ने किया खुलासा  गोवा की रहने वाली एसबी कृष्णा भी इस्लाम कबूल कर आयशा बनी थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही थी। तभी कश्मीरी छात्राओं ने उसे जाल में फंसाया। शबा नाम की छात्रा उसे कश्मीरी लेकर गई थी। परिजन ने दिल्ली में अपहरण का केस दर्ज करा दिया। वह कश्मीर में रह रही थी। वह पांच बार की नमाज पढ़ा करती थी। स्थानीय लोग भी नमाज पढ़ने आते थे। फिर करने लगी ये काम  मगर, उसके साथ वो व्यवहार नहीं होता था जो स्थानीय लोगों से किया जाता था। इस दाैरान उसे जिस घर में रखा गया था, वहां काम भी कराया जाता था। दो महीने बाद उसका मन वापस आने के लिए हुआ। तब वह दिल्ली आ गई। मगर, उसके मित्र मुस्तफा को जेल भेज दिया गया। वह धर्मांतरण कर चुकी थी इसलिए एक बार फिर गिरोह के संपर्क में आ गई। उसे कोलकाता बुला लिया गया। इसके बाद वह धर्मांतरण के लिए आने वाले लोगों के लिए रुपये मुहैया कराने का काम करने लगी। बंधक बनाकर रखी गई थी युवती  पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान के घर से रोहतक की युवती को बरामद किया। वह बंधक बनाकर रखी गई थी। उसका धर्मांतरण और निकाह भी कराया गया था। उसने भी पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं। बताया कि उसे मुस्लिम धर्म के बारे में बताया गया। फिर धर्म परिवर्तन कराया गया। उसकी मदद की गई। उसे रुपयों से लेकर आवास तक दिया गया। बाद में वह धोखे का शिकार हो गई। जिस जुनैद नाम के युवक ने दोस्ती की थी। उसने पहले ही शादी कर ली थी। इसके बावजूद वो उसे अपने साथ रखना चाहता था। बाद में तलाक दे दिया। तब उसे अब्दुल रहमान ने रख लिया। गिरोह का है चरणबद्ध तरीका 1- पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्य अलग-अलग राज्यों के शिक्षण संस्थान में फैले हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या में युवतियां भी शामिल हैं। वह छात्राओं को फंसाने का काम करती हैं। वह मिलकर और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें इस्लाम धर्म के बारे में बताती हैं। अपने धर्म से अलग और सहूलियत के बारे बताया जाता है। जन्नत में जाने का रास्ता दिखलाया जाता है। संसार में सबके एक सामान होने की बात कही जाती थी। इससे प्रभावित होकर ही लोग जाल में फंस जाते थे। 2- एक बार किसी के राजी होने पर धन भी उपलब्ध कराया जाता था। बताया जाता था कि उनकी मदद की जाएगी। रहने और खाने की दिक्कत नहीं होगी। काम भी मिलता रहेगा। बताया जाता था कि किसी तरह की समस्या होने पर धर्म के लोग आपकी मदद करेंगे। सदर की सगी बहनों को भी दिल्ली ले जाने के बाद रुपये दिए गए थे। कोलकाता में कमरा भी दिलाया गया था। गिरोह के सदस्य उनके धर्मांतरण और निकाह से संबंधित कागजात भी तैयार करा रहे थे।   3- धर्मांतरण होने के बाद युवतियों को बुर्के में रखा जाता था। उनसे पांच बार की नमाज अदा कराई जाती थी। इस दाैरान उन्हें धार्मिक पुस्तकें भी पढ़वाई जाती थी, जिससे वो अपनी आस्था को कम नहीं कर सकें। सदर की एक युवती को इतना प्रभावित किया गया था वह मुजाहिद बनने के लिए भी तैयार हो गई थी। वह हथियार हाथ में लेना चाहती थी। सारे दस्तावेज बनने के बाद अगर, कोई वापस भी जाना चाहता है, तो वह नहीं जा सकता। खासकर युवतियों का घर वापसी करना आसान नहीं होता है। 4- धर्मांतरण और निकाह होने के बाद युवतियों को धोखा मिलता था। उन्हें अपना तो लिया जाता था लेकिन अपनों जैसा व्यवहार नहीं होता था। धर्मांतरण से पहले आवास और धन दिया जाता था, मगर हर तरफ से जाल में फंसने के बाद ऐसा कुछ नहीं होता था। ऐसे में निकाह करने वाली युवतियां का वापस जा पाना भी आसान नहीं होता था। वह गिरोह से जुड़ी होने के कारण पुलिस से भी मदद नहीं मांग पाती थीं।  

लव-जिहाद का संगठित खेल? पूछताछ में सामने आया युवतियों को फंसाने और धर्म बदलवाने का बड़ा राज

 आगरा आगरा में अवैध धर्मांतरण गिरोह के गंदे खेल की परतें दिन व दिन खुलती जा रही हैं। पुलिस ने दिल्ली के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान के दो बेटों अब्दुल्ला, अब्दुल रहीम और रोहतक की दलित युवती से जबरन निकाह करने वाले जुनैद को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने न जाने कितनी युवतियों की जिंदगी को बर्बाद कर दिया। अब सवाल ये भी उठता है कि आखिर ये गिरोह युवतियों को जाल में फंसाता कैसे है। आइये बताते हैं पूरी कहानी…  अवैध धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान का पूरा परिवार ही इस घिनौने खेल का हिस्सा है। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी भी सामने आई थी। वह धर्मांतरण के लिए युवतियों को लेकर आने की बात कर रही थी। उसका एक वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस ने आरोपी अब्दुल रहमान के घर दोबारा दबिश दी थी मगर उसकी पत्नी नहीं मिली। वह लापता हो गई।  एसबी कृष्णा ने किया खुलासा  गोवा की रहने वाली एसबी कृष्णा भी इस्लाम कबूल कर आयशा बनी थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही थी। तभी कश्मीरी छात्राओं ने उसे जाल में फंसाया। शबा नाम की छात्रा उसे कश्मीरी लेकर गई थी। परिजन ने दिल्ली में अपहरण का केस दर्ज करा दिया। वह कश्मीर में रह रही थी। वह पांच बार की नमाज पढ़ा करती थी। स्थानीय लोग भी नमाज पढ़ने आते थे। फिर करने लगी ये काम  मगर, उसके साथ वो व्यवहार नहीं होता था जो स्थानीय लोगों से किया जाता था। इस दाैरान उसे जिस घर में रखा गया था, वहां काम भी कराया जाता था। दो महीने बाद उसका मन वापस आने के लिए हुआ। तब वह दिल्ली आ गई। मगर, उसके मित्र मुस्तफा को जेल भेज दिया गया। वह धर्मांतरण कर चुकी थी इसलिए एक बार फिर गिरोह के संपर्क में आ गई। उसे कोलकाता बुला लिया गया। इसके बाद वह धर्मांतरण के लिए आने वाले लोगों के लिए रुपये मुहैया कराने का काम करने लगी। बंधक बनाकर रखी गई थी युवती  पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान के घर से रोहतक की युवती को बरामद किया। वह बंधक बनाकर रखी गई थी। उसका धर्मांतरण और निकाह भी कराया गया था। उसने भी पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं। बताया कि उसे मुस्लिम धर्म के बारे में बताया गया। फिर धर्म परिवर्तन कराया गया। उसकी मदद की गई। उसे रुपयों से लेकर आवास तक दिया गया। बाद में वह धोखे का शिकार हो गई। जिस जुनैद नाम के युवक ने दोस्ती की थी। उसने पहले ही शादी कर ली थी। इसके बावजूद वो उसे अपने साथ रखना चाहता था। बाद में तलाक दे दिया। तब उसे अब्दुल रहमान ने रख लिया। गिरोह का है चरणबद्ध तरीका 1- पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्य अलग-अलग राज्यों के शिक्षण संस्थान में फैले हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या में युवतियां भी शामिल हैं। वह छात्राओं को फंसाने का काम करती हैं। वह मिलकर और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें इस्लाम धर्म के बारे में बताती हैं। अपने धर्म से अलग और सहूलियत के बारे बताया जाता है। जन्नत में जाने का रास्ता दिखलाया जाता है। संसार में सबके एक सामान होने की बात कही जाती थी। इससे प्रभावित होकर ही लोग जाल में फंस जाते थे। 2- एक बार किसी के राजी होने पर धन भी उपलब्ध कराया जाता था। बताया जाता था कि उनकी मदद की जाएगी। रहने और खाने की दिक्कत नहीं होगी। काम भी मिलता रहेगा। बताया जाता था कि किसी तरह की समस्या होने पर धर्म के लोग आपकी मदद करेंगे। सदर की सगी बहनों को भी दिल्ली ले जाने के बाद रुपये दिए गए थे। कोलकाता में कमरा भी दिलाया गया था। गिरोह के सदस्य उनके धर्मांतरण और निकाह से संबंधित कागजात भी तैयार करा रहे थे।   3- धर्मांतरण होने के बाद युवतियों को बुर्के में रखा जाता था। उनसे पांच बार की नमाज अदा कराई जाती थी। इस दाैरान उन्हें धार्मिक पुस्तकें भी पढ़वाई जाती थी, जिससे वो अपनी आस्था को कम नहीं कर सकें। सदर की एक युवती को इतना प्रभावित किया गया था वह मुजाहिद बनने के लिए भी तैयार हो गई थी। वह हथियार हाथ में लेना चाहती थी। सारे दस्तावेज बनने के बाद अगर, कोई वापस भी जाना चाहता है, तो वह नहीं जा सकता। खासकर युवतियों का घर वापसी करना आसान नहीं होता है। 4- धर्मांतरण और निकाह होने के बाद युवतियों को धोखा मिलता था। उन्हें अपना तो लिया जाता था लेकिन अपनों जैसा व्यवहार नहीं होता था। धर्मांतरण से पहले आवास और धन दिया जाता था, मगर हर तरफ से जाल में फंसने के बाद ऐसा कुछ नहीं होता था। ऐसे में निकाह करने वाली युवतियां का वापस जा पाना भी आसान नहीं होता था। वह गिरोह से जुड़ी होने के कारण पुलिस से भी मदद नहीं मांग पाती थीं।