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महर्षि वाल्मीकि जयंती : सीएम योगी का कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी व जनसहभागिता पर जोर

महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली लालापुर, चित्रकूट में होगा वृहद आयोजन इस वर्ष भी स्थानीय कलाकारों को आध्यात्मिक मंच देगी योगी सरकार जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति ने किया कलाकारों का चयन सभी देव मंदिरों व महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों पर होंगे महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण पाठ, सांस्कृतिक आयोजन, भजन-कीर्तन, दीप प्रज्ज्वलन/दीपदान आदि कार्यक्रम लखनऊ,  योगी सरकार 7 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में धूमधाम से वाल्मीकि जयंती मनाएगी। इस दौरान अनेक भव्य कार्यक्रम होंगे। सभी देव मंदिरों, महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों में महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण पाठ, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन, कीर्तन, दीप प्रज्ज्वलन आदि कराए जाएंगे। महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली चित्रकूट में वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। योगी सरकार प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी स्थानीय कलाकारों को आध्यात्मिक मंच देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति विभाग को निर्देश दिया है कि कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति के साथ जनसहभागिता पर विशेष जोर रहे।   यूपी के सभी जनपदों में होंगे आयोजन योगी सरकार के निर्देशानुसार 7 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में वाल्मीकि जयंती मनाई जाएगी। सभी देव मंदिरों, महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों आदि पर दीप प्रज्ज्वलन, दीपदान के साथ-साथ रामायण पाठ कराए जाएंगे। यह कार्यक्रम जनपद, तहसील व विकास खंड स्तर पर होंगे। सीएम योगी ने हर आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेयजल, ध्वनि, प्रकाश व सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था का निर्देश दिया है। महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली लालापुर चित्रकूट में होगा वृहद आयोजन योगी सरकार महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली लालापुर चित्रकूट में वृहद आयोजन कराएगी। उप निदेशक (पर्यटन) आरके रावत को कार्यक्रम का नोडल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि लालापुर में महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ सुबह 11 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। दीप प्रज्ज्वलन के उपरांत विराट महाराज व संस्कृत के अध्ययनरत बच्चों द्वारा रामायण पाठ होगा। दयाराम रैकवाड़ व टीम की तरफ से आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पूजन-हवन, भजन, वाल्मीकि रामायण पाठ, लवकुश प्रसंग समेत अन्य कार्यक्रम भी होंगे। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी और जनसहभागिता भी रहेगी। इसके अलावा तुलसीदास आश्रम राजापुर चित्रकूट, वाल्मीकि आश्रम बिठूर कानपुर, वालमीकि आश्रम श्रावस्ती, अयोध्या, प्रयागराज समेत पूरे प्रदेश में आयोजन होगा। स्थानीय कलाकारों को आध्यात्मिक मंच देगी योगी सरकार देव मंदिरों में होने वाले रामायण पाठ समेत अन्य कार्यक्रमों में योगी सरकार स्थानीय कलाकारों को आध्यात्मिक मंच उपलब्ध कराएगी। जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा जनपद में चयनित मंदिरों व स्थलों पर कार्यक्रम के लिए कलाकारों का चयन किया गया है। इसका समन्वय संस्कृति विभाग, सूचना-जनसंपर्क विभाग, जिला पर्यटन व संस्कृति परिषद द्वारा किया जाएगा। हर जनपद में आयोजन के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। योगी सरकार का कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जनसहभागिता पर जोर है।

रियल एस्टेट क्षेत्र में योगी सरकार ने स्थापित किया नया कीर्तिमान

 ई-नीलामी में लखनऊ, कानपुर, आगरा समेत 7 से अधिक जिलों की संपत्तियां शामिल पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन व पारदर्शी होने से बढ़ा निवेशकों का भरोसा, ई-नीलामी में जमकर लिया हिस्सा विकास कार्यों और जनता के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने में किया जाएगा धन का उपयोग लखनऊ, विजयदशमी के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने योगी सरकार के कुशल नेतृत्व में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। परिषद द्वारा 30 सितंबर 2025 को आयोजित मेगा ई-नीलामी ने रियल एस्टेट क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस नीलामी के माध्यम से परिषद को लगभग ₹1168.43 करोड़ की आय प्राप्त होने की संभावना है, जो अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। यह सफलता योगी सरकार की पारदर्शी नीतियों और निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास का प्रमाण है। इस मेगा ई-नीलामी में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, गाजियाबाद, और कासगंज आदि महत्वपूर्ण जिलों में स्थित कुल 992 संपत्तियों (391 आवासीय और 601 अनावासीय) को प्रस्तावित किया गया था। इनमें व्यावसायिक भूखंड, ग्रुप हाउसिंग प्लॉट्स, संस्थागत भूखंड, और आईटी सिटी प्लॉट्स के साथ-साथ आवासीय संपत्तियां शामिल थीं। नीलामी की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी तरीके से संपन्न किया गया। पंजीकरण प्रक्रिया 18 सितंबर 2025 से शुरू होकर डिजिटल ऑक्शन पोर्टल के माध्यम से सुगम बनाई गई थी। योगी सरकार के प्रभावी प्रचार-प्रसार और तकनीकी पारदर्शिता के कारण निवेशकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और प्रतिस्पर्धात्मक बोलियां लगाईं। इस नीलामी में निवेशकों का भारी उत्साह न केवल परिषद की विश्वसनीयता को मजबूत किया है, बल्कि प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल को भी दर्शाता है। मेगा ई-नीलामी से प्राप्त होने वाली ₹1168.43 करोड़ की संभावित आय का उपयोग परिषद द्वारा नई आवासीय योजनाओं, आधारभूत संरचना विकास और जनता के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने में किया जाएगा। यह उपलब्धि योगी सरकार की उस नीति को बल देती है, जो प्रदेश को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। उत्तर प्रदेश में निवेशकों का बढ़ रहा विश्वास नीलामी न केवल परिषद की आम जनमानस एवं निवेशकों के बीच लोकप्रियता एवं विश्वास का प्रतीक है, बल्कि प्रदेश में निवेश वातावरण को और अधिक प्रोत्साहन देने वाली है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सरकारी आवासीय / अनावासीय योजनाएं अब निवेशकों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प बन चुकी हैं। इस प्रकार उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद द्वारा विजयदशमी के अवसर पर संपन्न कराई गई यह मेगा ई-नीलामी आर्थिक दृष्टि से ऐतिहासिक सफलता है, जिससे संभावित ₹1168 करोड़ की आय परिषद और प्रदेश दोनों की आर्थिक सुदृढ़ता को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी । प्रदेश में दिख रहा योगी सरकार की नीतियों का असर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने पारदर्शी प्रशासन और निवेश-अनुकूल नीतियों का असर साफ दिख रहा है। यह वजह है कि योगी सरकार ने रियल एस्टेट क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। यह मेगा ई-नीलामी न केवल परिषद की लोकप्रियता का प्रतीक है, बल्कि प्रदेश में आर्थिक समृद्धि और विकास के नए द्वार खोलने वाली है। विजयदशमी के अवसर पर प्राप्त यह उपलब्धि योगी सरकार की प्रतिबद्धता और जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता का एक और उदाहरण है। यह नीलामी न केवल परिषद के लिए, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है, जो राज्य की आर्थिक सुदृढ़ता को नई दिशा प्रदान करेगा।

विपक्षी सांसदों और नेताओं के बरेली दौरे को लेकर योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर का बड़ा बयान

बरेली में अब अमन-चैन, विपक्षी नेता सिर्फ माहौल बिगाड़ना चाहते हैंः जेपीएस राठौर  विपक्षी सांसदों और नेताओं के बरेली दौरे को लेकर योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर का बड़ा बयान मंत्री जेपीएस राठौर बोले – किसी को भी बरेली का माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी बरेली जाकर माहौल खराब कर राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं विपक्षी सांसद और नेताः राठौर   कहाः ‘सर तन से जुदा’ के नारे और हिंसा के बाद पुलिस ने लिया उचित एक्शन  पुलिस ने ससमय कार्रवाई कर उपद्रव फैलाने की साजिश नाकाम कीः मंत्री   लखनऊ योगी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने कहा है कि बरेली में अब पूरी तरह अमन और चैन है, पुलिस ने जिस तरह से ससमय कार्रवाई की, उसने उपद्रव फैलाने की हर साजिश को विफल कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि जो भी विपक्षी सांसद या नेता बरेली जाने की बात कर रहे हैं, वे सिर्फ माहौल खराब करने की साजिश के तहत ऐसा कर रहे हैं। सरकार किसी को भी बरेली का अमन चैन बिगाड़ने की इजाजत नहीं देगी। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद और नेता अब बरेली जाकर उन्हीं उपद्रवियों के लिए आंसू बहाने की तैयारी में हैं, जिन्होंने पुलिस और निर्दोष लोगों की जान लेने की कोशिश की। उन्होंने सवाल किया कि वे किसके लिए बरेली जा रहे हैं, उन लोगों के लिए जिन्होंने कानून तोड़ा, पत्थर फेंके और पुलिस पर हमला किया? उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी निर्दोष को नुकसान नहीं हुआ, केवल कानून तोड़ने वालों को जेल भेजा गया है।  कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा राठौर ने कहा कि विपक्षी दलों को लगा था कि बरेली आग में झुलसेगा और उन्हें राजनीतिक फायदा मिलेगा, लेकिन प्रशासन की सख्त कार्रवाई ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरों की लाशों पर राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं, अब जनता उन्हें अच्छी तरह पहचान चुकी है। जो पहले संविधान की दुहाई देते थे, वही आज संविधान तोड़ने और हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि सरकार की नीति साफ है,“कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और शांति भंग करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।” उन्होंने कहा कि बरेली के लोग शांति और सद्भाव के साथ अपने घरों में अमन चैन से हैं और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी बाहरी ताकत उस माहौल को खराब न कर सके। वर्तमान में बरेली में स्थिति पूरी तरह सामान्य है। बाजार खुले हैं, यातायात सामान्य है और पुलिस सतर्कता के साथ निगरानी कर रही है। प्रशासन का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में पूरा माहौल पूर्णतः शांत हो जाएगा। पुलिस ने ससमय और संयमित एक्शन लिया राज्य मंत्री राठौर ने बताया कि जिस तरह से कुछ लोगों ने रातों-रात माहौल को भड़काने की कोशिश की, उसमें मुख्य रूप से तौकीर रजा और उनके समर्थकों का नाम सामने आया है। उन्होंने कहा कि लगातार प्रशासन उनसे बातचीत करता रहा, लेकिन रात करीब 11 बजे एक लेटर वायरल किया गया, जिसमें कहा गया कि आंदोलन नहीं होगा, जुलूस नहीं निकलेगा। फिर देर रात डेढ़ बजे दावा किया गया कि पत्र फर्जी है। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए और ‘आई लव मुहम्मद’ के साथ ‘सर तन से जुदा’ जैसे भड़काऊ नारे लगाने लगे। राठौर ने कहा कि इसके बाद उपद्रवियों ने ईंट-पत्थर और पेट्रोल बम चलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्थिति को तुरंत नियंत्रण में ले लिया। पुलिस ने ससमय और संयमित एक्शन लिया, जिससे किसी निर्दोष को नुकसान नहीं हुआ। अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो हालात और बिगड़ सकते थे। पुलिस ने उपद्रवियों को रोका, निर्दोषों की जान बचाई उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में ऐसे ही अराजक तत्व शहरों को जलाने का काम करते थे। 2010 में बरेली में महीनों कर्फ्यू जलता रहा था, लेकिन आज हमारी सरकार में ऐसी अराजकता को सहन नहीं किया जाएगा। जो ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। योगी सरकार में शांति और कानून सर्वोपरि है। जेपीएस राठौर ने बताया कि उपद्रवियों के पास से पेट्रोल बम, असलहा और विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब उन्होंने पहले से घरों में जमा कर रखा था, ताकि पुलिस और निर्दोष लोगों पर हमला किया जा सके, लेकिन पुलिस ने न केवल उपद्रवियों को रोका बल्कि आम नागरिकों की जान भी बचाई।

राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में युवाओं को मिलेगा निःशुल्क प्रशिक्षण और पाठ्य सामग्री

प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत 20 अक्टूबर तक शुरू होगा कौशल प्रशिक्षण राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में युवाओं को मिलेगा निःशुल्क प्रशिक्षण और पाठ्य सामग्री उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने प्रशिक्षण प्रदाताओं को आवंटित किए लक्ष्य  योगी सरकार की पहल पर युवाओं को मिलेगा रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण लखनऊ  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रोजेक्ट प्रवीण के अंतर्गत पूरे प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कौशल प्रशिक्षण प्रारम्भ कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने इसके लिए प्रशिक्षण प्रदाताओं को लक्ष्य आवंटित किए हैं। 20 अक्टूबर तक अनिवार्य रूप से शुरू होंगे बैच कौशल विकास मिशन की ओर से निर्देश दिया गया है कि प्रशिक्षण प्रदाता नियमानुसार प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करें और जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई की अनुमोदन प्रक्रिया के बाद 20 अक्टूबर 2025 तक अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण बैच प्रारम्भ करें। इस अवसर पर पंजीकृत प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क पाठ्य सामग्री वितरित की जाएगी। वितरण की प्रक्रिया जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में होगी। ऑनलाइन मॉनिटरिंग और पारदर्शिता यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रशिक्षण प्रदाताओं को पाठ्य सामग्री वितरण और बैच प्रारम्भ संबंधी न्यूनतम तीन फोटोग्राफ तथा वितरण पावती रसीद को जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई से सत्यापित कराकर मिशन पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। इससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी। शिक्षा के साथ कौशल विकास पर जोर योगी सरकार का मानना है कि पारंपरिक शिक्षा के साथ रोजगारोन्मुख कौशल युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा। प्रोजेक्ट प्रवीण इसी सोच का हिस्सा है, जिसके तहत न केवल माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को कौशल प्रशिक्षण बल्कि आवश्यक अध्ययन सामग्री भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।   इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता-2025 के पंजीकरण की तिथि 15 अक्टूबर तक बढ़ी  उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह ने शुक्रवार को इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता-2025 के अंतर्गत चल रहे पंजीकरण की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने जिला परियोजना प्रबंधन इकाइयों (डीपीएमयू) के साथ बैठक कर युवाओं के पंजीकरण की गति तेज करने के निर्देश दिए। अपर मिशन निदेशक ने कहा कि प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों को विशेष अभियान चलाना होगा। उन्होंने कहा  कि युवाओं को कौशल प्रतियोगिता से जोड़ने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार, परामर्श शिविर और संस्थागत समन्वय की कार्यवाही शीघ्र बढ़ाई जाए। पंजीकरण की अंतिम तिथि अब 15 अक्टूबर 2025 तक बढ़ने पर उन्होंने सभी जिला परियोजना प्रबंधन इकाइयों को निर्देशित किया कि वे लक्षित युवाओं से सीधे संवाद स्थापित करें तथा पंजीकरण संख्या में  वृद्धि सुनिश्चित करें। प्रतियोगिता से जुड़ी विस्तृत जानकारी एवं पंजीकरण की सुविधा https://www.skillindiadigital.gov.in पर उपलब्ध है।  

योगी सरकार में नवरात्रि का पर्व बना आस्था और विकास की एक अद्भुत मिसाल

जौनपुर का शीतला चौकिया धाम नवरात्रि का प्रमुख केंद्र बना, जहां नौ दिनों में 10 लाख से अधिक भक्त पहुंचे सहारनपुर के शाकम्भरी और त्रिपुर बाला सुंदरी मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 20 लाख भक्तों ने किया दर्शन बलरामपुर का देवीपाटन धाम नवरात्रि में आस्था और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बना, 9 लाख श्रद्धालुओं ने किया पूजन भदोही के सीता समाहित स्थल, महाराजगंज के लेहड़ा देवी मंदिर और औरैया के देवी मंदिरों में 9 लाख से ज्यादा भक्तों ने जताई आस्था मिशन शक्ति 5.0 ने इस नवरात्रि को बनाया खास, महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की झलक हर जगह देखने को मिली लखनऊ, उत्तर प्रदेश की पावन धरती पर शारदीय नवरात्रि केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और नारी शक्ति का विराट स्वरूप बनकर उभरा है। इस बार पूरे प्रदेश में देवी मंदिरों की तस्वीर देखें, तो यह साफ झलकता है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीते आठ वर्षों में न केवल प्राचीन धरोहर को संजोया है, बल्कि आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर श्रद्धालुओं को नया अनुभव भी दिया है। यही कारण है कि पूर्वांचल के विंध्यवासिनी धाम से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शाकम्भरी मंदिर तक समस्त देवी मंदिरों में नवरात्रि के नौ दिनों में ही लगभग 2 करोड़ भक्तों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। इनमें से केवल विंध्यवासिनी धाम में ही 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां का आशीर्वाद लिया। मां विंध्यवासिनी धाम : रोजाना लाखों श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब मीरजापुर स्थित मां विंध्यवासिनी का मंदिर प्रदेश का सबसे प्रमुख सिद्धपीठ माना जाता है। यहां प्रतिदिन औसतन 4 से 5 लाख श्रद्धालु पहुंचे। आम दिनों की तुलना में यह संख्या कई गुना बढ़ गई। सरकार द्वारा बनाए गए विंध्याचल कॉरिडोर ने श्रद्धालुओं को नई सहूलियत दी है। नवरात्रि के अंतिम तीन दिनों में यहां रोज़ाना 6 से 7 लाख श्रद्धालु माता की आराधना में शामिल हुए। वाराणसी : विशालाक्षी शक्तिपीठ में दक्षिण भारत से उमड़ी आस्था 51 शक्तिपीठों में गिने जाने वाले मां विशालाक्षी मंदिर में सामान्य दिनों की तुलना में नवरात्रि पर भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ गई। सप्तमी से नवमी तक यहां 20 से 30 हजार श्रद्धालु रोज़ाना पहुंचे। वाराणसी के गायत्री शक्ति पीठ चौरा देवी मंदिर में नवमी तक 1 लाख से अधिक श्रद्धालु आए, जबकि दुर्गाकुंड स्थित मां कुष्मांडा मंदिर में नवरात्रि के नौ दिनों में 12 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे। यहां अंतिम तीन दिनों में प्रतिदिन करीब 2 लाख श्रद्धालु दर्शन करने आए। सहारनपुर : शाकम्भरी व त्रिपुर बाला सुंदरी धाम बने श्रद्धा के केंद्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला भी आस्था से सराबोर रहा। नवरात्रि के नौ दिनों में शाकम्भरी धाम में लगभग 7 लाख और मां त्रिपुर बाला सुंदरी मंदिर में करीब 4 लाख श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। देवीपाटन : मां पाटेश्वरी मंदिर में लाखों भक्त और भव्य मेला बलरामपुर स्थित मां पाटेश्वरी मंदिर में इस नवरात्रि करीब 6.50 लाख श्रद्धालु पहुंचे। सप्तमी से नवमी तक यहां सबसे अधिक भीड़ रही। साथ ही मंदिर प्रबंधन ने 15 दिवसीय मेले का भी आयोजन किया, जिसमें आस्था और परंपरा का सुंदर संगम देखने को मिला।   प्रयागराज : गंगा तट पर आस्था की गूंज प्रयागराज के मां अलोप शंकरी धाम में नवरात्रि के दौरान करीब 12 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। सप्तमी, अष्टमी और नवमी पर प्रतिदिन ढाई लाख तक भक्त मां के दरबार में हाजिरी लगाने आए। मां कल्याणी देवी मंदिर में लगभग 6 लाख और मां ललिता देवी मंदिर में प्रतिदिन 70 से 80 हजार श्रद्धालु पहुंचे। सरकार ने यहां लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से यात्री शेड, लाइटिंग और सौंदर्यीकरण के कार्य कराए हैं। गोरखपुर : तरकुलहा व बुढ़िया माई धाम में भव्यता का नया रूप गोरखपुर स्थित तरकुलहा देवी मंदिर इस बार नवरात्रि में प्रमुख आस्था केंद्र बन गया। औसतन 50 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन पहुंचे, जबकि नवमी पर संख्या 1 लाख पार कर गई। अबतक 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु यहां दर्शन कर चुके हैं। वहीं कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माई मंदिर में 5 लाख भक्त पहुंचे। यहां नवरात्रि के अंतिम तीन दिनों में रोज़ाना 1 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सरकार ने यहां पर्यटन विकास कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च कर सुविधाएं बढ़ाई हैं। गाजीपुर : हथियाराम मठ और कामाख्या मंदिर में उमड़ा विश्वास गाजीपुर के हथियाराम मठ में इस बार नवरात्रि पर लगभग 40 हजार लोग पहुंचे। वहीं कामाख्या देवी मंदिर में अबतक 1 लाख से अधिक भक्तों ने माता के चरणों में मत्था टेका। जौनपुर : चौकिया धाम में श्रद्धालुओं का रेला जौनपुर का मां शीतला चौकिया मंदिर नवरात्रि में भक्तों से खचाखच भरा रहा। प्रतिदिन 70 हजार और सप्तमी से नवमी तक करीब 1 लाख श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचे। नैमिषारण्य : महानवमी पर भक्तों का सैलाब नैमिषारण्य की तपोभूमि स्थित ललिता देवी मंदिर में नवरात्रि के नौ दिनों में दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। महानवमी पर यहां आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। आगरा : चामुंडा देवी मंदिर समेत कई धाम बने आकर्षण आगरा का 300 साल पुराना चामुंडा देवी मंदिर नवरात्रि में विशेष आकर्षण रहा। यहां करीब 2 लाख श्रद्धालु पहुंचे। इसके साथ कैला माता मंदिर में 15 लाख, सती माता मंदिर में 2 लाख, काली माता मंदिर में 1.5 लाख और शीतला माता मंदिर में 10 लाख श्रद्धालु पहुंचे। मथुरा : नरी सेमरी मंदिर में परंपरा का अनोखा स्वरूप मथुरा के छाता स्थित नरी सेमरी माता मंदिर में नवरात्रि पर 3 लाख श्रद्धालु पहुंचे। यहां मूर्ति के खड़े होने की परंपरा और लाठी-डंडे से पूजा की परंपरा श्रद्धालुओं को आकर्षित करती रही। झांसी : आल्हा-उदल की गाथा से जुड़े देवी मंदिर झांसी के पंचकुइया, कैमासन, महाकाली और लहर देवी मंदिर में नवरात्रि के नौ दिनों में 1-1 लाख से अधिक भक्त पहुंचे। यहां के मंदिरों का ऐतिहासिक महत्व और आस्था दोनों ही देखने को मिले। अन्य प्रमुख धाम : प्रदेशभर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ महराजगंज के लेहड़ा देवी मंदिर में 2 लाख श्रद्धालु पहुंचे। औरैया के 15 मंदिरों में करीब ढाई लाख लोग दर्शन को आए। हापुड़, सिद्धार्थनगर और अन्य जिलों के मंदिरों में भी लाखों की भीड़ रही। अंततः यह स्पष्ट है कि योगी सरकार ने नवरात्रि पर आस्था और विकास का अद्भुत मेल कर प्रदेश के मंदिरों को … Read more

दशहरा-दीवाली पर योगी सरकार का गिफ्ट, UPSRTC की AC बसों में 10% तक किराया कम

दशहरा-दीपावली पर योगी सरकार का तोहफा, यूपीएसआरटीसी की एसी बसों में 10% तक कम होगा किराया एसी बसों में सफर होगा सस्ता, जनरथ, पिंक, शताब्दी और वोल्वो बसों पर छूट लागू अधिक यात्रियों को आकर्षित करने के लिए चालक-परिचालकों को काउंसलिंग के जरिए किया जा रहा प्रेरित यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने का योगी सरकार का संकल्प लखनऊ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेशवासियों को दशहरा और दीपावली पर तोहफ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (UPSRTC) द्वारा संचालित सभी वातानुकूलित बसों के किराए में की गई लगभग 10% की कमी को अग्रिम आदेशों तक जारी रखा जाएगा। यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने का संकल्प परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि योगी सरकार जनता को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस निर्णय से यात्रियों को कम किराए में आरामदायक सफ़र की सुविधा मिलेगी। यह छूट जनरथ, पिंक, शताब्दी, वोल्वो, वातानुकूलित शयनयान जैसी सेवाओं पर लागू होगी। हालांकि, 01 जनवरी 2024 के बाद पंजीकृत नई वातानुकूलित बसों पर यह छूट लागू नहीं होगी। किराया संरचना (वातानुकूलित बस सेवाएं) ▪️3*2 बस सेवा – ₹1.45 प्रति किलोमीटर ▪️2*2 बस सेवा – ₹1.60 प्रति किलोमीटर ▪️हाई एंड (वोल्वो) बसें – ₹2.30 प्रति किलोमीटर ▪️वातानुकूलित शयनयान – ₹2.10 प्रति किलोमीटर निगम की आय और सेवाओं पर ध्यान परिवहन मंत्री ने निर्देश दिए कि निगम की सकल आय पर असर न पड़े इसके लिए बसों पर तैनात चालक-परिचालकों को प्रेरित कर अधिक यात्रियों को आकर्षित करने हेतु विशेष काउंसिलिंग की जाएगी।  

योगी सरकार की सख्ती से किसानों का पंजीकरण तेज़ी से हो रहा पूरा

योगी सरकार का किसानों के पंजीकरण पर जोर, सभी जनपदों में 50% कार्य पूर्ण योगी सरकार की सख्ती से किसानों का पंजीकरण तेज़ी से हो रहा पूरा हर गांव में अनिवार्य रूप से लगेगा एक पंजीकरण शिविर, रामपुर, बिजनौर और हरदोई जिलों ने दिखाया बेहतर प्रदर्शन लखनऊ  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में योगी सरकार किसानों के पंजीकरण कार्य पर विशेष जोर दे रही है। प्रदेशभर में किसानों का पंजीकरण तेजी से कराया जा रहा है। अब तक उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में 50 प्रतिशत तक फॉर्मर रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण हो चुका है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि 1 अप्रैल 2026 से पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त उन्हीं किसानों को मिलेगी जिन्होंने पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया होगा। ऐसे में योगी सरकार जल्द से जल्द प्रदेश भर के किसानों के रजिस्ट्रेशन प जोर दे रही है।  हर जिले में शिविर लगाने के निर्देश योगी सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि पीएम किसान पोर्टल पर प्रत्येक किसान का विवरण अपडेट कराया जाए। इसके लिए 16 अक्टूबर से 30 नवंबर तक प्रतिदिन शिविर लगाए जाएंगे। प्रत्येक गांव में कम से कम एक शिविर आयोजित करना अनिवार्य होगा। यहां पर किसानों को मौके पर पंजीकरण और विवरण अपडेट करने की सुविधा दी जाएगी। कई जिलों ने 55% से अधिक पंजीकरण कार्य पूरा किया प्रदेश में अब तक 50% से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। इनमें कई जिले उल्लेखनीय प्रगति कर चुके है। रामपुर – 61.37% बिजनौर – 58.92% हरदोई – 58.31% श्रावस्ती – 58.01% पीलीभीत – 57.58% अंबेडकरनगर – 57.46% मुरादाबाद – 57.17% बरेली – 56.80% गाजियाबाद – 56.79% कौशाम्बी – 56.09% किसानों से की गई अपील योगी सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे समय पर अपना पंजीकरण कराएं ताकि किसी भी किसान को पीएम किसान सम्मान निधि की आगामी किस्त से वंचित न होना पड़े।

महाकुंभ की टीम महाराष्ट्र में फायर एंड सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित

प्रयागराज महाकुंभ का योगी सरकार का फायर सेफ्टी मॉडल देश के अन्य राज्यों के लिए बना  रोल मॉडल महाकुंभ की टीम महाराष्ट्र में फायर एंड सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित मुंबई के इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियर्स इंडिया द्वारा आयोजित इंटरनेशनल समारोह में टीम को दिया गया अवार्ड टीम महाकुंभ गोवा और दिल्ली में भी हासिल कर चुकी है अवार्ड महाकुंभ-25 में टीम ने अत्याधुनिक उपकरणों के प्रयोग और क्विक रिस्पॉन्स के चलते सभी दुर्घटनाओं पर सफलतापूर्वक पाया था काबू लखनऊ प्रयागराज महाकुंभ फायर एंड सेफ्टी मॉडल देश भर के अन्य राज्यों में बड़े आयोजनों के लिए एक रोल मॉडल बनता जा रहा है। अपने कौशल, रणनीति और क्विक रेस्पॉन्स से प्रयागराज महाकुंभ को आग की बड़ी दुर्घटनाओं और जन हानि से बचाने वाली इस टीम को महाराष्ट्र में सम्मान से नवाजा गया है। महाराष्ट्र तीसरा राज्य है, जिसने प्रयागराज के फायर सेफ्टी मॉडल पर टीम को सराहा और सम्मानित किया है। अब महाराष्ट्र में भी फायर सेफ्टी टीम महाकुंभ ने लहराया परचम महाराष्ट्र के मुंबई मे गोरेगांव में Institute of Fire Engineers India  द्वारा आयोजित इंटरनेशनल स्तर के समारोह में महाकुंभ मेला 2025 के दौरान अगुवाई करने वाली अग्निशमन तथा आपात सेवा की टीम को Fire and Safety Excellence अवार्ड से सम्मानित किया गया है जो फायर एंड सेफ्टी के फील्ड में दिया जाने वाला उत्कृष्ट अवॉर्ड है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ फायर इंजीनीयर्स इंडिया के डायरेक्टर जनरल यू.एस छिल्लर ने यह अवॉर्ड टीम को दिया। टीम में जिन लोगों को सम्मानित किया गया उसमें महाकुंभ में टीम की अगुवाई करने वाली आई पी एस पद्मजा चौहान, महाकुंभ के फायर सेफ्टी के नोडल अफसर प्रमोद कुमार शर्मा और चीफ फायर ऑफिसर अंकुश मित्तल शामिल हैं। अग्निशमन तथा आपात सेवा एवं महिला तथा बाल सुरक्षा संगठन का नेतृत्व कर रही एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया की महाकुम्भ-25 में मुख्यमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में यूपी अग्निशमन तथा आपात सेवा के अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने अपने अथक परिश्रम के बल पर बड़ी से बड़ी अग्नि दुर्घटनाओं पर सफलता पूर्वक काबू पाया व शून्य जनहानि के लक्ष्य को साधा। महाकुंभ में नोडल अधिकारी रहे सीएफओ प्रमोद शर्मा ने कहा कि सीएम योगी के सुरक्षित महाकुम्भ के संकल्प को साकार करने में यूपी फायर एवं इमरजेंसी सर्विसेज के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना महाकुम्भ-2025 को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई। महाराष्ट्र के पहले दिल्ली और गोवा से भी मिले अवॉर्ड महाकुंभ की इस टीम ने महाराष्ट्र के पहले गोवा और दिल्ली में भी अपने कौशल को लेकर अवार्ड हासिल किए हैं। महाकुंभ में समापन बाद गोवा में संपन्न हुए एक कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने  अग्निशमन तथा आपात सेवा का नेतृत्व कर रही एडीजी पद्मजा चौहान (IPS) व महाकुम्भ मेला के दौरान अग्निश्मन तथा आपात सेवा के नोडल ऑफिसर रहे सीएफओ प्रमोद शर्मा को महाकुम्भ के लिए की गई विशेष तैयारियों और क्विक रिस्पांस को सम्मानित किया। इसी तरह देश की राजधानी दिल्ली के द्वारका क्षेत्र में यशोभूमि कन्वेंसन हाल में संपन्न हुए FSAI ( Fire and Security Association of India) द्वारा आयोजित इंटरनेशनल स्तर के कार्यक्रम में महाकुंभ मेला 2025 के दौरान उत्तर प्रदेश के अग्निशमन विभाग की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए इस टीम को  सम्मानित किया गया। यहां इस टीम महाकुंभ को ब्रेवरी एवं सुपर हीरो ऑफ़ फायर सर्विसेज अवार्ड से सम्मानित किया गया जो FSAI द्वारा दिया जाने वाला सर्वोत्तम पुरस्कार था I महाकुंभ में कामयाबी की टीम की इस रणनीति पर मिला अवार्ड प्रयागराज के संगम तट पर दुनिया के सबसे बड़े मानवीय समागम, महाकुम्भ में  2025 में 66.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में पुण्य की डुबकी लगायी।  4000 हेक्टेयर ने बसाए गए महाकुम्भ नगर में  24 बड़ी अग्नि दुर्घटनाओं के साथ छुटपुट 185 अग्नि दुर्घटनाएं हुई । इस महाकुंभ में तैनात हुई  यूपी अग्निशमन तथा आपात सेवा विभाग की टीम ने अपने अत्याधुनिक उपकरणों और मुस्तैदी से महाकुम्भ जैसे महा-आयोजन में बिना किसी जनहानि के अग्नि दुर्घटनाओं पर काबू पाया और लगभग 16.5 करोड़ रूपये से अधिक की धन हानि को  बचाया। टीम में 1500 प्रशिक्षित अग्निशमन कर्मी और  अग्निशमन तथा आपात सेवा के STRG ( Specially Trained Rescue Group) और 351 अग्निशमन वाहनों वाली इस टीम की अगुवाई की अग्निशमन तथा आपात सेवा के नोडल ऑफिसर रहें सीएफओ प्रमोद शर्मा ने की।

यूपीआईटीएस में योगी सरकार की एशिया की सबसे बड़ी नारायणपुर पंप नहर बनी माॅडल, बनेगी चर्चा का केंद्र

– यूपीआईटीएस के सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के स्टॉल पर महाकुंभ में इंजीरियरिंग के कार्यों को बारीकी से समझ सकेंगे विजिटर्स – बड़ी संख्या में विजिटर्स करेंगे स्टॉल का अवलोकन, सिंचाई के क्षेत्र में योगी सरकार के क्रांतिकारी कदमों की पा सकेंगे जानकारी – बैराज का वर्किंग मॉडल दर्शकों के लिए होगा आकर्षण का केंद्र, स्काडा आधारित मॉडल में मोबाइल के प्रयोग को भी देखेंगे विजिटर्स लखनऊ, यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रदेश के औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार संबंधी शक्तियों को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए। इनमें सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के स्टॉल पर जल प्रबंधन और सिंचाई के क्षेत्र में नवाचार को प्रदर्शित किया गया, जहां बड़ी संख्या में विजिटर्स हाल ही के महाकुंभ प्रयागराज में किए गए परिवर्तनकारी कार्यों और कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए स्थायी सिंचाई के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। एक्सपो में बाढ़ से संबंधित कार्यों, परियोजना कार्यों और प्रमुख परियोजनाओं के वर्किंग मॉडल ने प्रदेश में जल संसाधन प्रबंधन में क्रांति ला दी, जिसकी विजिटर्स बारीकी से जानकारी ले सकेंगे। महाकुंभ में इंजीनियरिंग के कार्यों को किया गया साझा विभाग ने हाल के प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ मेले के दौरान अपने सराहनीय प्रयासों का प्रदर्शन किया है, जिसमें गंगा नदी की तीन अलग-अलग धाराओं को एक एकल सुसंगत प्रवाह में विलय करके काम को दिखाया गया। यह इंजीनियरिंग का एक ऐसा कमाल था जिसने संगम क्षेत्र में नदी के मूल प्रवाह को बहाल किया और श्रद्धालुओं के सुगमता के लिए स्नान क्षेत्रों का काफी विस्तार किया। यह मानव एवं वित्तीय प्रबंधन के साथ इंजीनियरिंग की सटीकता का एक उत्कृष्ट उदाहरण बना। गंगा नदी के चैनेलाइजेशन व विभाग द्वारा अपनी जल प्रणाली के एक विशाल नेटवर्क के माध्यम से करोड़ों तीर्थयात्रियों को स्वच्छ और अविरल जल उपलब्ध कराया और जल प्रबंधन का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। सिंचाई के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने रची क्रांति बैराज से निकली नहर के सतही प्रवाह से और 36000 से अधिक राजकीय ट्यूबवेल से कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए सिंचाई विभाग की प्रतिबद्धता भी पूरी तरह से प्रदर्शित की गई है, इसमें सिंचाई के लिए उसके बहु-आयामी दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक्सपो में सिंचाई विभाग के स्टाॅल पर विभिन्न कार्यों को प्रदर्शित किया गया। इनमें ड्रेजिंग जैसी विधा के नवाचार से पानी के प्रवाह और भंडारण क्षमता में सुधार के लिए नदियों की गाद निकालना और डी-सिल्टिंग करना, समीपवर्ती गांव जहां नदियां कटान कर रही है उसको पुनः ड्रेजिंग द्वारा नदी की मुख्य धारा को अपने पुराने स्वरूप में लाया जाता आदि शामिल है। सबसे दूरस्थ और ऊंचे इलाकों में स्थित खेतों तक भी पानी पहुंचाने के लिए बैराज, लिफ्ट नहरों और ट्यूबवेल का व्यापक कार्यान्वयन, जिससे किसानों के लिए एक विश्वसनीय जल आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग उपेंद्र सिंह ने बताया कि बैराज का वर्किंग मॉडल जो हरिद्वार में भीमगोड़ा बैराज के डिजाइन से प्रेरित है दर्शकों का आकर्षण का केंद्र बनेगा। एक प्राकृतिक परिदृश्य के साथ दिखने यह चलित मॉडल गेटों के माध्यम से बाढ़ नियंत्रण और ऊपरी गंगा कैनाल व पूर्वी गंगा कैनाल के गेटों के संचालन के जटिल तंत्र को प्रदर्शित कर रहा है। स्काडा आधारित इस मॉडल को  मोबाइल का उपयोग करके इनके गेटों का संचालन किया जा सकता है। नारायणपुर पंप नहर मॉडल भी आकर्षण का केंद्र एक्सपो का एक प्रमुख आकर्षण नारायणपुर पंप नहर का एक मॉडल भी है, जो एशिया की सबसे बड़ी पंप नहरों में से एक है। यह मॉडल दिखाएगा कि कैसे यह परियोजना मीरजापुर और चंदौली में 250,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि की सिंचाई के लिए गंगा नदी से पानी उठाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करती है, जिससे कृषि उत्पादकता और स्थानीय किसानों की आजीविका में काफी वृद्धि होती है। यह मॉडल रियल-टाइम निगरानी और पूर्वानुमानित रखरखाव के लिए उन्नत आईओटी आधारित समाधानों को अपनाने की विभाग की पहल पर भी प्रकाश डाल रहा है। नारायणपुर पंप कैनाल के लिए भी आई ओ टी का इस्तेमाल किया गया है। जिसे मुख्यालय पर बैठकर भी पंप कैनाल में लगे प्रत्येक पंप के संचालन और निगरानी रख सकते है। मुख्य अभियंता ने बताया गया कि सिंचाई विभाग आई ओ टी के साथ साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रयोग की तरफ भी बढ़ रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करते हुए ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी का उपयोग करते हुए वर्चुअली तौर पर पूरी पंपिंग प्रणाली और उसमें लगे पार्ट्स और उसके हालात की वास्तविक स्थिति को थ्री डी में देखा जा सकता है। इसका उपयोग वर्चुअल वातावरण में सुरक्षित प्रशिक्षण करने और बिना मशीन छुए रियल जैसा अनुभव कराता है। ऑगमेंटेड रियलिटी का उपयोग करके पंप की खराबियों का तेज और सही मरम्मत संभव हो सकेगा। मशीनों के मरम्मत के लिए एक्सपर्ट कही दूर से बैठकर भी गाइड कर सकता है, इससे मशीनों के डाउन टाइम में कमी आती है।

पीएम मोदी ने निवेश के लिए उत्तर प्रदेश को बताया ‘अद्भुत संभावनाओं’ से भरा प्रदेश

प्रधानमंत्री ने निवेशकों, व्यापारियों और उद्यमियों से यूपी में निवेश करने का किया आह्वान उत्तर प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में कनेक्टिविटी में आई अद्भुत क्रांति- पीएम यूपी अब सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला और इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स वाला प्रदेश बन चुका है- पीएम वन जिला वन प्रोडक्ट में जिलों के उत्पाद को इंटरनेशनल मार्केट में अपनी पहुंच बना ली है- प्रधानमंत्री लखनऊ, उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की जमकर सराहना की। उन्होंने इस भव्य आयोजन को प्रदेश के विकास की नई दिशा बताते हुए निवेशकों, व्यापारियों और उद्यमियों से यूपी में निवेश करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी तेजी के साथ प्रगति कर रहा है। यूपी न केवल कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी है, बल्कि विनिर्माण, पर्यटन और रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर भारत का मजबूत स्तंभ बन चुका है। इस ट्रेड शो में 150 देशों के भागीदारों की मौजूदगी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के सभी साथियों को और सभी स्टेकहोल्डर को इस आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। बीते कुछ वर्षों में यूपी में कनेक्टिविटी की क्रांति हुई है- पीएम ट्रेड शो के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अंत्योदय के सिद्धांत को याद करते हुए यूपी के विकास मॉडल को इसका जीवंत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अंत्योदय का अर्थ है गरीब से गरीब तक विकास पहुंचाना और यूपी सरकार का प्रयास इसी दिशा में है। बीते कुछ वर्षों में यूपी में कनेक्टिविटी की जो क्रांति हुई है, उसने लॉजिस्टिक कॉस्ट को बहुत कम कर दिया। यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला प्रदेश बन चुका है, सबसे अधिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला प्रदेश है। यह देश के दो सबसे बड़े डेडिकेटेड कॉरिडोर का हिस्सा है। हेरीटेज टूरिज्म में भी नंबर वन है। नमामि गंगे जैसे अभियानों ने यूपी को क्रूज टूरिज्म के मैप पर मजबूत स्थान दिलाया है। प्रधानमंत्री ने की यूपी की 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' (ओडीओपी) योजना की तारीफ प्रधानमंत्री ने यूपी की 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' (ओडीओपी) योजना की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि वन जिला वन प्रोडक्ट में जिलों के प्रोडक्ट को इंटरनेशनल मार्केट में पहुंचा दिया गया है। मुझे तो विदेशी मेहमानों से मिलना होता है, आजकल मुझे क्या देना है, बहुत ज्यादा सोचना नहीं पड़ता। एक वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का कैटलॉग हमारी टीम के पास है, यह देख लेती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूपी अब विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा रिकॉर्ड मैन्युफैक्चरिंग सेंटर है भारत और इसमें यूपी का रोल बहुत बड़ा। आज पूरे भारत में जितने मोबाइल फोन बनते हैं, उनमें 55 प्रतिशत यूपी में बनते हैं। स्वदेशी निर्माण में यूपी निभा रहा है अहम भूमिका- पीएम आत्मनिर्भर भारत अभियान के संदर्भ में पीएम ने यूपी के सेमीकंडक्टर और रक्षा क्षेत्र के प्रगति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर सेंटर में भी भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। यहां से कुछ किलोमीटर दूर एक बहुत बड़ी सेमीकंडक्टर फैसिलिटी पर काम शुरू होने वाला है। हमारी सेनाएं स्वदेशी चाहती हैं, दूसरों पर निर्भरता कम करना चाहती हैं। इसलिए भारत में ही वाइब्रेंट डिफेंस सेक्टर डेवलप करना चाहते हैं। यूपी इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। बहुत जल्द रूस के सहयोग से बनी फैक्ट्री में एके-203 राइफल्स का उत्पादन शुरू होने जा रहा है। यूपी में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण भी हुआ है, यहां अस्त्र-शस्त्र का निर्माण भी शुरू हो रहा है। पीएम मोदी ने उद्यमियों से अपील करते हुए कहा कि यूपी में इन्वेस्ट करिए। यूपी में सिंगल विंडो सिस्टम मजबूत निकला है और यह लगातार बढ़ रहा है। आप इसके समर्थ का उपयोग कीजिए और एक कंपलीट प्रोडक्ट यहीं पर बनाएं। इसके लिए हर मदद के साथ यूपी सरकार और भारत सरकार आपके साथ हैं। उन्होंने ट्रेड शो में मौजूद 2200 से अधिक एक्जीबिटर्स का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य की पार्टनरशिप को मजबूत कर रहा है। इस बार 150 देशों के कंट्री पार्टनर हैं, यानी स्टेज शो में हम एक-दूसरे के साथ पार्टनरशिप को और मजबूत कर रहे हैं। यूपी में निवेश करना निवेशकों के लिए विन-विन सिचुएशन- पीएम यूपी के विकास को राष्ट्रीय लक्ष्य से जोड़ते हुए पीएम ने निवेशकों से कहा कि यूपी में इन्वेस्ट करना भारत में इन्वेस्ट करना है। आपके लिए विन-विन सिचुएशन है। हम सभी के प्रयास मिलकर विकसित भारत बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में प्रदेश की प्रगति को अंत्योदय का प्रतीक है। यहां छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक सबको अवसर मिल रहा है। ट्रेड शो के माध्यम से यूपी ने वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता प्रदर्शित की है, जो निवेश आकर्षित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।