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UP Weather Alert: अगले दो दिन भारी बारिश का कहर, इन राज्यों में भी अलर्ट जारी

नई दिल्ली देश में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय है, जिसकी वजह से कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शनिवार को बताया है कि उत्तर पश्चिम और पूर्वोत्तर राजस्थान के आसपास के इलाकों में दबाव के असर की वजह से आज दक्षिण पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत भारी और कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश व उत्तरी गुजरात में बहुत भारी बरसात होने वाली है। वहीं, अगले छह से सात दिनों के दौरान केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने वाली है, जबकि 19 और 20 जुलाई को केरल, तटीय कर्नाटक में कुछ जगहों पर अत्यधिक बरसात का अलर्ट है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में कल और परसों बहुत भारी बरसात की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों की बात करें तो 19 जुलाई को दक्षिण पश्चिम राजस्थान में बहुत ही ज्यादा बरसात होगी। 20-24 जुलाई के दौरान जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में और 20 व 21 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 20-22 और 24 जुलाई को पंजाब, हरियाणा, 19 जुलाई को दक्षिण पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 20-22 जुलाई के दौरान उत्तराखंड में, 21 जुलाई को पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और 21 व 22 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, 22 जुलाई को जम्मू कश्मीर में बहुत भारी बारिश होने वाली है। अगल सात दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों में कुछ जगहों पर गरज के साथ अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट है। पश्चिम भारत की बात करें तो 19-25 जुलाई के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों, 19 जुलाई को उत्तरी गुजरात में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी। 20 जुलाई को सौराष्ट्र व कच्छ में भारी बरसात का अलर्ट है। अगले पांच दिनों के दौरान कई जगह हल्की से मध्यम बारिश होगी। दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो 19 और 20 जुलाई को केरल, तटीय कर्नाटक में अलग अलग जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश होन की संभावना है। 19-25 जुलाई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना में, 19 और 20 जुलाई को लक्षद्वीप और रायलसीमा में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना है।  

‘दबाव बर्दाश्त नहीं हुआ…’ बैंक मैनेजर का सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई सन्न

मुंबई  महाराष्ट्र में बारामती के भिगवन रोड स्थित एक निजी बैंक के सीनियर मैनेजर आत्महत्या कर ली। शिवशंकर मित्रा की बैंक परिसर में फांसी से लटकी लाश मिली। पुलिस के अनुसार, मित्रा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मूल निवासी थे और कई वर्षों से बैंक ऑफ बड़ौदा की बारामती सिटी शाखा में चीफ मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे। यह घटना गुरुवार 10 बजे से आधी रात के बीच की बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि शिवशंकर मित्रा पिछले कुछ हफ्तों से काफी तनाव में थे और उन्होंने अपनी मानसिक स्थिति के बारे में परिवार से चर्चा भी की थी। उन्होंने पांच-छह दिन पहले ही अपनी मर्जी से रिटायरमेंट के लिए आवेदन दिया था। गुरुवार रात मित्रा ने विस्तार में एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने बैंक के काम से संबंधित अत्यधिक दबाव को अपनी आत्महत्या का कारण बताया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने जब्त किया है, जिसकी जांच की जा रही है। घर न लौटने पर पत्नी ने दी सूचना बारामती सिटी पुलिस इंस्पेक्टर विलास नाले ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, 'शिवशंकर मित्रा की पत्नी ने उनके घर न लौटने पर हमें सूचना दी। बैंक कर्मचारियों ने परिसर की जांच की तो उन्हें फांसी पर लटके पाया।' शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। सुसाइड नोट उनकी पैंट की जेब में मिला था, जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।  

कमजोर होती विपक्षी दीवार: AAP के बाहर जाने से INDIA ब्लॉक को कितना झटका?

नई दिल्ली आम आदमी पार्टी (AAP) ने इंडिया गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया है, जिससे विपक्षी गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है। यह घोषणा ठीक उस वक्त हुई जब गठबंधन के घटक दल 21 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मॉनसून सत्र के लिए अपनी संयुक्त रणनीति तय करने के लिए वर्चुअल बैठक करने वाले थे। क्या AAP का यह 'बाय-बाय' विपक्ष की एकता को झटका देगा। आइए समझते हैं। 'गठबंधन एकजुट, लेकिन AAP की राह अलग' कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने पुष्टि की है कि इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक में AAP को छोड़कर सभी दल शामिल होंगे। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'शनिवार को कई कार्यक्रमों के कारण लोग दिल्ली नहीं आ पाएंगे, इसलिए हम संसद सत्र से पहले ऑनलाइन बैठक करेंगे। इसके बाद दिल्ली में मुलाकात होगी।' उन्होंने दावा किया कि गठबंधन एकजुट है, लेकिन AAP के इस कदम ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। TMC का साथ, बिहार और पहलगाम पर फोकस तृणमूल कांग्रेस (TMC), जिसके कांग्रेस के साथ पहले कुछ तनातनी रही है, ने कहा कि उनके राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक में बिहार में मतदाता सूची के विशेष संशोधन, पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान शांति समझौते के दावों जैसे मुद्दों पर मंथन होगा। 'AAP और कांग्रेस के बीच पहले से तनाव' CPI(M) के महासचिव एमए बेबी ने कहा, 'दिल्ली चुनावों के दौरान कांग्रेस और AAP के बीच तनाव शुरू हो गया था। CPI(M) का मानना है कि इंडिया गठबंधन को मजबूत और विस्तारित करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि दोनों दल अपने मतभेद सुलझा लेंगे।' लेकिन AAP का यह कदम 2024 में नीतीश कुमार के गठबंधन छोड़ने के बाद सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। बिहार में AAP का दांव AAP ने ऐलान किया है कि वह बिहार विधानसभा चुनावों में अकेले उतरेगी। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, 'AAP का बाहर निकलना गठबंधन के लिए दो तरह से नुकसानदायक है। पहला, संसद, खासकर राज्यसभा में गठबंधन कमजोर होगा। दूसरा, AAP आगामी चुनावों में गैर-बीजेपी दलों की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए उम्मीदवार उतार सकती है।' 2026 के चुनावों पर नजर केरल, तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में 2026 में चुनाव होने हैं। हालांकि दक्षिण भारत में AAP का प्रभाव कम है, लेकिन एक अन्य कांग्रेस नेता ने कहा कि असम और उन राज्यों में जहां कांग्रेस का बीजेपी से सीधा मुकाबला है, AAP उम्मीदवार उतार सकती है। 'AAP का जाना गठबंधन के लिए फायदेमंद' पंजाब के विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इसे सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा, "AAP का बाहर जाना इंडिया गठबंधन को मजबूत करेगा, क्योंकि इससे अस्पष्टता खत्म होगी।" क्या AAP का यह फैसला गठबंधन की एकता को और कमजोर करेगा, या यह गैर-बीजेपी दलों के लिए नई रणनीति बनाने का मौका देगा? यह देखना दिलचस्प होगा।  

फैंस के लिए बड़ा झटका! “सन ऑफ सरदार 2” की रिलीज़ टली, तारीख पर अटकलें तेज़

बॉलीवुड के दमदार एक्टर अजय देवगन अब एक्शन के बाद कॉमेडी वाले अवतार में नजर आने वाले हैं. एक्टर की फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ जल्द ही रिलीज होने वाली है. लेकिन हाल ही में इसको लेकर एक बड़ी खबर सामने रही है. दरअसल फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है. अब ये फिल्म 25 जुलाई को थिएटर्स में नहीं आएगी. जानिए इसकी नई रिलीज डेट क्या है ‘सन ऑफ सरदार 2’ की नई रिलीड डेट? दरअसल अजय देवगन फिल्म्स के ट्विटर हैंडल पर ये घोषणा की गई है. इसपर एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया गया है कि ‘सन ऑफ सरदार 2’ अब 25 जुलाई को रिलीज नहीं होगी. इसकी रिलीज डेट को आगे बढ़ा दिया गया है. पोस्ट में फिल्म का एक पोस्टर शेयर कर लिखा गया है कि, ‘जस्सी पाजी और टोली आपको 1 अगस्त 2025 को दुनिया भर के सिनेमाघरों में दिखाई देंगे..’ मुकूल देव को देख भावुक हुए थे फैंस बता दें कि फिल्म का ट्रेलर कुछ वक्त पहले ही रिलीज किया गया था. जिसमें अजय देवगन के साथ फिल्म की पुरानी स्टारकास्ट और कुछ नए चेहरे भी नजर आए. फिल्म में दिवंगत एक्टर मुकूल देव भी अहम किरदार में हैं. ये उनकी आखिरी फिल्म होगी. उन्हें देखकर फैंस काफी इमोशनल होती भी नजर आए. मृणाल संग बनी हैं अजय देवगन की जोड़ी वहीं इस बार फिल्म में अजय देवगन के साथ सोनाक्षी सिन्हा की जगह एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर इश्क लडाती हुई नजर आएंगी. दोनों की जोड़ी पर फैंस प्यार तो लुटा रहे हैं, लेकिन कहीं ना कहीं सोनाक्षी को भी काफी मिस कर रहे हैं. इनके अलावा फिल्म में कुब्रा सैत भी अहम किरदार में दिखाई देंगी. फिल्म अब 1 अगस्त को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

छात्रा की जान गई, शारदा यूनिवर्सिटी में बवाल; परिजनों का आरोप, दो शिक्षक गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में बीडीएस कोर्स की एक छात्रा द्वारा कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। खुदकुशी से पहले छात्रा द्वारा लिखे एक सुसाइड नोट में दो टीचरों द्वारा उसे प्रताड़ित और अपमानित करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। थाना नॉलेज पार्क थाना अंतर्गत शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल के रूम में बीडीएस की एक छात्रा ने शुक्रवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के विरोध में मृतक छात्रा के परिजनों और अन्य छात्रों ने यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा किया। यूनिवर्सिटी स्टाफ पर छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम की रहने वाली 21 वर्षीय छात्रा ज्योति, शारदा यूनिवर्सिटी से बीडीएस की पढ़ाई कर रही थी। शुक्रवार की रात छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। छात्रा के कमरे से मिले सुसाइड नोट में यूनिवर्सिटी स्टाफ को जिम्मेदार ठहरा गया है। छात्रा ने सुसाइड नोट में उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इस घटना को लेकर शुक्रवार की रात यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा हुआ। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा– ''मेरी मौत के जिम्मेदार महेंद्र सर और शार्ग मैम हैं। इन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, अपमानित किया।'' ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि छात्रा के परिजनों द्वारा थाना नॉलेज पार्क पुलिस को दी गई तहरीर के आधार पर यूनिवर्सिटी के स्टाफ के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें 2 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। छात्रा के परिजनों व यूनिवर्सिटी के छात्रों में शारदा यूनिवर्सिटी प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश है, जिसे पुलिस अधिकारियों द्वारा वार्ता कर शांत कराया गया है। मौके पर फिलहाल शांति है। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।  

गुयाना अमेजन वॉरियर्स की ऐतिहासिक जीत, रंगपुर राइडर्स को फाइनल में दी मात

गुयाना गुयाना अमेजन वारियर्स ने शनिवार को पहली बार ग्लोबल सुपर लीग का खिताब अपने नाम किया। इस टीम ने फाइनल में रंगपुर राइडर्स को 32 रन से शिकस्त दी। रंगपुर राइडर्स की टीम लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी। यह टीम पिछले सीजन खिताब अपने नाम कर चुकी थी, लेकिन इस बार उसे बतौर उपविजेता ही संतोष करना पड़ा। गुयाना मे खेले गए खिताबी मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी गुयाना अमेजन वारियर्स की टीम ने चार विकेट खोकर 196 रन बनाए। टीम 21 के स्कोर तक इविन लुईस (5) का विकेट गंवा चुकी थी। यहां से जॉनसन चार्ल्स ने रहमानुल्लाह गुरबाज के साथ दूसरे विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। गुरबाज 38 गेंदों में 66 रन बनाकर पवेलियन लौटे, जिसमें चार छक्के और छह चौके शामिल थे। उनके आउट होने के बाद शिमरोन हेटमायर बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन दूसरी ही गेंद पर स्टंप आउट हो गए। हेटमायर अपना खाता तक नहीं खोल सके। सलामी बल्लेबाज जॉनसन चार्ल्स 67 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए। उन्होंने 48 गेंदों की अपनी पारी में एक छक्का और 11 चौके लगाए। वहीं, रोमारियो शेफर्ड 9 गेंदों में 28 रन बनाकर नाबाद रहे। विपक्षी टीम की ओर से खालिद अहमद, तबरेज शम्सी और इफ्तिखार अहमद को एक-एक विकेट हाथ लगा। इसके जवाब में रंगपुर राइडर्स की टीम 19.5 ओवरों में 164 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। टीम 29 रन तक अपने शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों का विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन यहां से सैफ हसन ने इफ्तिखार अहमद के साथ चौथे विकेट के लिए 73 रन जोड़ते हुए टीम को संभाला। सैफ 26 गेंदों में 41 रन बनाकर आउट हुए, जबकि इफ्तिखार अहमद ने 29 गेंदों में 46 रन की पारी खेली। इनके अलावा महिदुल इस्लाम अंकोन ने 17 गेंदों में 30 रन जड़े, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। वारियर्स की ओर से ड्वेन प्रिटोरियस ने सर्वाधिक तीन विकेट अपने नाम किए, जबकि इमरान ताहिर और गुडाकेश मोती को दो-दो सफलता हाथ लगी। मोईन अली ने एक विकेट अपने नाम किया।  

अमेरिका के दर पर पाकिस्तान, टैरिफ डील को लेकर मचा हलचल

वॉशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर ऐलान ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। पाकिस्तान भी इसको लेकर टेंशन में है। इसको लेकर पाकिस्तान के वित्तमंत्री मुहम्मद औरंगजेब अमेरिका पहुंच गए। वहां पर पाकिस्तानी वित्तमंत्री की अमेरिकी अधिकारियों से बात भी हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक इस दौरान दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर भी बातचीत हुई। फिलहाल पाकिस्तान और अमेरिका ने बातचीत की प्रगति को लेकर संतोष जाहिर किया है। साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणाम आने की भी उम्मीद जताई गई है। गौरतलब है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी तल्ख रहे। हालांकि पिछले महीने ट्रंप और असीम मुनरो के बीच व्हाइट हाउस में बातचीत के बाद इसमें काफी सुधार आया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसको लेकर बयान जारी किया है। इसके मुताबिक मुहम्मद औरंगजेब और अमेरिकी अधिकारियों, लुटनिक और ग्रीयर के बीच बातचीत प्रोडक्टिव रही। बयान में आगे कहा गया है कि पाकिस्तान और अमेरिका ने अपने रिश्तों को मजबूत करने के मौकों की तलाश की बात कही है। इसमें दोनों ही देशों का फायदा होगा। इसके मुताबिक दोनों देशों के बीच बातचीत से इस्लामाबाद और वॉशिंगटन, दोनों को आर्थिक लाभ होगा। अमेरिका का ऐलान बाकी गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में दोनों देशों के बीच ट्रेड निगोशिएंस की बातचीत हुई है। इसमें अधिकारियों ने कहाकि टैरिफ डील पर समझ पाकिस्तान के अहम एक्सपोर्ट सेक्टर्स के लिए काफी अच्छा हो सकता है। हालांकि इस पर अमेरिका की तरफ से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि अन्य व्यापारिक सहयोगियों के साथ बातचीत पूरी होने के बाद अमेरिका की तरफ से कोई घोषणा होगी।  

एक करोड़ की रिश्वत डील: नारकोटिक्स अधिकारी और दलाल CBI के हत्थे चढ़े

चित्तौड़गढ़ सीबीआई की टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले के एक अफीम किसान से रिश्वत के मामले में नारकोटिक्स के एक अधिकारी सहित दलाल को गिरफ्तार किया है। सीबीआई जयपुर टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। एक किसान को झूठे तथ्यों के आधार पर डोडा चूरा तस्करी में फंसाने के नाम पर एक करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की थी। किसान की शिकायत पर नारकोटिक्स के अधिकारी और दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया क्षेत्र में अंजाम दी गई है। सीबीआई की दर्ज एफआईआर के अनुसार गत 15 जुलाई को डूंगला तहसील के आलाखेड़ी गांव के किसान मांगीलाल पुत्र ऊंकार लाल गुर्जर निवासी सांगरिया ने शिकायत दी थी। इसमें बताया कि डूंगला तहसील के आलाखेड़ी निवासी जगदीश मेनारिया ने नारकोटिक्स के अधिकारी महेन्द्र सिंह से संपर्क करने के लिए सूचित किया था। जगदीश मेनारिया से जब किसान ने संपर्क किया तो उसने बताया कि नारकोटिक्स अधिकारी महेन्द्रसिंह ने उसकी कृषि भूमि से 400 किलो डाेडा चूरा जब्त किया है। जगदीश मेनारिया के माध्यम से ही महेन्द्र सिंह ने बताया कि उसके परिवार के सदस्यों को मादक पदार्थ के मामले में नहीं फंसाने के लिए एक करोड़ रुपए देने होंगे। रिश्वत नहीं दिए जाने पर आपराधिक मामलों में फंसा कर उसे जेल भेज दिया जाएगा। नारकोटिक्स अधिकारी ने नशीले पदार्थों के मामले में प्रार्थी व उसके परिवार को न फंसाने के एवज में 9 लाख रुपए भी प्राप्त कर लिए। इसी मामले में गुरुवार रात को आलाखेड़ी निवासी दलाल जगदीश मेनारिया काे एसीबी ने गिरफ्तार किया। इसके बाद नारकोटिक्स के अधिकारी महेन्द्रसिंह को भी गिरफ्तार कर मंडफिया लेकर आए। यहां शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्र पर उसका मेडिकल कराया गया। इस मामले में सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 7A के साथ धारा 61 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की है। 44 लाख दिए फिर भी नहीं पसीजा दिल प्रार्थी मांगीलाल गुर्जर ने शिकायत में बताया कि सीकर निवासी व नीमच में कार्यरत नारकोटिक्स अधिकारी महेन्द्र सिंह उसके सांगरिया स्थित निवास पर पहुंचा। 27 मार्च को जगदीश मेनारिया से सम्पर्क करने की बात कही थी। जगदीश मेनारिया ने अपने नम्बर भी दिए। इसी दिन जगदीश मेनारिया ने वाट्सएप कॉलिंग कर बताया कि महेन्द्र सिंह ने उसके खेत से 400 किलो डोडा चूरा जब्त किया है। प्रार्थी ने बताया कि उसके खेत पर कोई डोडा चूरा नहीं था। लेकिन जगदीश मेनारिया ने कहा कि एक करोड़ रुपए देने होंगे, नहीं तो जेल जाना पड़ेगा। प्रार्थी ने शिकायत में बताया कि जगदीश मेनारिया के मार्फत 44 लाख रुपए की राशि 2-3 माह में 3 किश्ताें में दी। बाद में उसे सीबीआई के शिकायत नम्बर मिले। इधर, 13 जुलाई को जगदीश मेनारिया ने गांव में आकर उससे 9 लाख रुपए की और मांग की। परेशान होकर उसने सीबीआई को पत्र लिखा और उसके बाद सीबीआई ने जाल बिछा बीती रात उसे गिरफ्तार किया है। अवैध सम्पत्तियों की होगी जांच प्रार्थी मांगीलाल गुर्जर ने शिकायत में बताया कि महेन्द्र सिंह नारकोटिक्स का भ्रष्ट अधिकारी है। इसने जयपुर, सीकर और नीमच में बहुत सम्पत्तियां बनाई है और प्रदेश में कई स्थानों पर एजेन्ट बना रखे है। इसके माध्यम से वह रिश्वत की राशि लेता है। 15 जुलाई को हुई शिकायत के बाद सीबीआई के पुलिस अधीक्षक ने अधिकारी को नियुक्त किया और उसके बाद टीम बना कार्यवाही की गई है। पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी जांच सीबीआई ने अपनी एफआईआर में नारकोटिक्स अधिकारी महेन्द्र सिंह व दलाल जगदीश मेनारिया को गिरफ्तार करने का हवाला देते हुए मामले की जांच जयपुर सीबीआई के भ्रष्टाचार अनुभाग के पुलिस उपाधीक्षक कमलेश चन्द्र तिवारी को सौंपी है। गौरतलब है कि नारकोटिक्स विभाग में पूर्व में भी भ्रष्टाचार के मामलाें में सीबीआई कार्यवाही कर चुकी है और कई अधिकारियों को धर लिया गया है। पहले भी लगे लूट के आरोप नारकोटिक्स विभाग में फैले भ्रष्टाचार और नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध झूठी कार्यवाही करने के मामले में पहले भी कई आरोप लगे है। पिछले दिनों रूद गांव में एक किसान के खेत से एक केटली से अफीम निकाल कर मुकदमा बनाने के मामले में किसानों ने प्रदर्शन किया था और पूरा मामला झूठा बताया था। अब सीबीआई ने कार्यवाही किए जाने के बाद नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों की पोल खुल कर सामने आ गई है।  

लेटरहेड पर पीएम की तस्वीर, संगठन का नाम… छांगुर बाबा ने जनता को ऐसे किया गुमराह

लखनऊ  धर्मांतरण रैकेट के मामले में यूपी एटीएस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर खुद को भारत प्रतीकार्थ सेवा संघ नामक संस्था का अवध प्रांत महासचिव बताता था. इस संस्था को ईदुल इस्लाम नाम का शख्स नागपुर से चला रहा था, जिसे भी एफआईआर में नामजद आरोपी बनाया गया है. छांगुर को बनाया अवध प्रांत का महासचिव   ईदुल इस्लाम ने संस्था के फर्जी लेटर पैड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगा रखी थी. संस्था का मुख्यालय नागपुर दिखाकर दावा किया जाता था कि इसका संबंध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से है. जांच में पता चला कि ईदुल इस्लाम ने छांगुर को बाकायदा अवध प्रांत का महासचिव नियुक्त किया था.  छांगुर बाबा ने खुद को "भारत प्रतिकार्थ सेवा संघ" नामक संस्था का अवध प्रांत महासचिव बताया। यह संस्था ईदुल इस्लाम नामक एक दूसरे आरोपी द्वारा चलाई जा रही थी। इतना ही नहीं, इस्लाम ने नागपुर में भी एक फर्जी सेंटर खोलकर संस्था को वैध दिखाने की कोशिश की। आपको बता दें कि नागपुर में ही आरएसएस का हेडक्वार्टर है। अधिकारियों से मिलने के दौरान छांगुर बाबा और इस्लाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो वाले लेटरहेड का इस्तेमाल करते थे। साथ ही दोनों RSS के वरिष्ठ पदाधिकारियों का नाम लेकर खुद को प्रभावशाली और मान्यता प्राप्त संगठन का हिस्सा बताते थे। मुस्लिम देशों से फंडिंग ATS की FIR के अनुसार, छांगुर बाबा ने विदेशी फंडिंग के जरिए आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बनाने की योजना बनाई थी। उसे पाकिस्तान सहित कई मुस्लिम देशों से 500 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग मिली होने का संदेह है। जांच में सामने आया है कि 22 बैंक खातों के जरिए 60 करोड़ रुपये का मनी लॉन्ड्रिंग किया गया। ईडी ने किए कई खुलासे प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में यूपी और महाराष्ट्र में छांगुर बाबा के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां हैं, जिनमें अधिकतर सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर बनाई गई हैं। मुंबई में ‘रनवाल ग्रीन्स’ नाम की एक बहुमूल्य संपत्ति संदिग्ध सौदे के जरिए खरीदी गई। छांगुर बाबा का एक कनेक्शन पनामा स्थित कंपनी ‘Logos Marine’ से भी मिला है, जिससे अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की पुष्टि होती है। फिलहाल छांगुर बाबा हिरासत में है और उसकी भूमिका की जांच एटीएस, एसटीएफ और ईडी द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है। मामले में धार्मिक भावना को आहत करने, आतंकी गतिविधियों की साजिश, धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर अपराधों की धाराएं लगाई गई हैं। खुद को बताते थे RSS का करीबी   वे दोनों अफसरों और स्थानीय नेताओं के साथ मुलाकातों व बातचीत में खुद को आरएसएस के बड़े नेताओं का करीबी बताते थे. यही नहीं, एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया है कि ईदुल इस्लाम ने स्थानीय प्रशासन से साठगांठ कर ग्राम समाज और तालाब की जमीनें फर्जी तरीके से खरीदवाने में भी मदद की.  वह अफसरों को जमालुद्दीन उर्फ छांगुर को आरएसएस के नागपुर सेंटर से जुड़ी संस्था का पदाधिकारी बताता था. धर्मांतरण केस की तफ्तीश के दौरान एटीएस थाने में दर्ज एफआईआर में ईदुल इस्लाम को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है.

केंद्र के बाद MP सरकार का बड़ा फैसला, मध्यप्रदेश ने भी तय की गेहूं की स्टॉक लिमिट

भोपाल  गेहूं के भाव को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने अधिकतम भंडारण की सीमा निर्धारित कर दी है। मध्य प्रदेश में भी इसके अनुरूप अब व्यापारी और थोक विक्रेता तीन हजार टन से अधिक गेहूं का भंडारण(wheat stock MP) नहीं कर पाएंगे। फुटकर व्यापारियों के लिए यह सीमा 10 टन की रहेगी। यह भंडारण सीमा 31 मार्च 2026 तक प्रभावी रहेगी। प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि थोक और फुटकर व्यापारियों के साथ चेन रिटेलर के लिए भी अधिकतम भंडारण की सीमा तय की गई है। चेन रिटेलर के प्रत्येक आउटलेट के लिए 10 टन की सीमा इस आधार पर निर्धारित की गई है कि सभी आउटलेट पर अधिकतम मात्रा आउटलेटों की कुल संख्या के 10 गुना से अधिक भंडारित नहीं होना चाहिए।  प्रोसेसर के लिए भंडारण की मात्रा उसकी मासिक स्थापित क्षमता के 70 प्रतिशत को वर्ष 2025-26 के शेष महीनों से गुणा करने के आधार पर निर्धारित होगी। यह शेष अवधि की मात्रा से अधिक नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार ने तय की स्टॉक की सीमा  इसी तरह चेन रिटेलर के प्रत्येक आउटलेट के लिये 10 मीट्रिक टन की सीमा इस आधार पर निर्धारित की गई है कि सभी आउटलेट पर अधिकतम मात्रा आउटलेटों की कुल संख्या के 10 गुना मीट्रिक टन से अधिक भण्डारित नहीं होना चाहिये। प्रोसेसर के लिये स्टॉक की मात्रा उसकी मासिक स्थापित क्षमता के 70 प्रतिशत मात्रा को वर्ष 2025-26 के शेष महीनों से गुणा करने पर आने वाली मात्रा से अधिक नहीं होना चाहिये। 29 लाख मीट्रिक टन अधिक गेहूं की खरीद  उल्लेखनीय है कि इस साल प्रदेश सरकार ने करीब 9 लाख किसानों से 77 लाख 74 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया जो पिछले साल की तुलना में 29 लाख मीट्रिक टन अधिक है, पिछले साल 48 लाख 38 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन हुआ था। इस साल 2600 रुपये MSP पर मप्र सरकार ने खरीदा गेहूं यहाँ बताना जरूरी है कि इस बार केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये निर्धारित किया था लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने इस पर 175 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बोनस दिया जिसके बाद गेहूं की खरीदी 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की गयी, परिणाम स्वरुप किसानों ने सरकार को गेहूं बेचा जिसका लाभ किसानों और सरकार दोनों को ही हुआ।