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बैडमिंटन धमाका: सात्विक-चिराग क्वार्टर फाइनल में, लक्ष्‍य सेन भिड़ेंगे प्रणय से

हांगकांग भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने गुरुवार को यहां थाईलैंड के पीराचाई सुकफुन और पक्कापोन तीरात्साकुल को हराकर 500,000 अमेरिकी डॉलर इनामी हांगकांग ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। आठवीं वरीयता प्राप्त पूर्व विश्व नंबर एक जोड़ी ने पहले गेम में मिली हार के बाद वापसी करते हुए गैर-वरीय थाई जोड़ी को 63 मिनट तक चले मुकाबले में 18-21, 21-15, 21-11 से हराया। पेरिस में विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा कांस्य पदक जीतने वाले विश्व नंबर 9 सात्विक और चिराग का अगला मुकाबला मलेशिया के जुनैदी आरिफ और रॉय किंग याप से होगा। भारतीय जोड़ी की शुरुआत धीमी रही और पहले गेम में वे 8-11 से पीछे चल रही थीं, जबकि सुकफुन और तीरात्साकुल का दबदबा था। हालांकि, उन्होंने वापसी करते हुए स्कोर 18-18 कर लिया, लेकिन थाई जोड़ी ने आखिरी तीन अंक हासिल कर पहला गेम अपने नाम कर लिया। भारतीयों ने दूसरे गेम में नए जोश के साथ खेला। 2-2 से 7-7 तक के कड़े मुकाबले के बाद उन्होंने मध्य-खेल ब्रेक तक 11-10 की बढ़त हासिल कर ली और लगातार बढ़त बनाते हुए मैच को निर्णायक गेम तक ले गए। तीसरा गेम एकतरफ़ा रहा, जिसमें सात्विक और चिराग ने 7-2 की बढ़त बनाई और फिर थाई जोड़ी के लड़खड़ाने पर बढ़त और बढ़ा दी। आज बाद में लक्ष्य सेन और एचएस प्रणय एक अखिल भारतीय मुकाबले में भिड़ेंगे, जबकि रुतपर्णा और श्वेतपर्णा पांडा की महिला युगल जोड़ी पाँचवीं वरीयता प्राप्त चीन की ली यी जिंग और लुओ जू मिन से भिड़ेगी।  

मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए काशी पहुंचे पीएम मोदी  

राज्यपाल व सीएम योगी ने काशी में किया प्रधानमंत्री का स्वागत  मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए काशी पहुंचे पीएम मोदी   जीएसटी में सुधार के बाद पहली बार वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री का भाजपा कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत कर जताया आभार  जीएसटी और धन्यवाद लिखी हुई तख्ती लेकर रास्ते में खड़े रहे भाजपा कार्यकर्ता  भाजपा कार्यकर्ताओं ने शंखनाद और हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ पीएम पर पुष्पवर्षा भी की  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाथ हिलाकर काशीवासियों का किया अभिवादन वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को 'अपनी काशी' पहुंचे। वे यहां मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए आए हैं। लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। एयरपोर्ट से पीएम हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। यहां से ताज होटल के लिए निकले प्रधानमंत्री के काफिले का भाजपा कार्यकर्ताओं व आमजन ने शंखनाद, हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाकर काशीवासियों का अभिवादन किया। रास्ते में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए कलाकारों ने भी उनका स्वागत किया। वहीं द्विपक्षीय वार्ता के लिए मॉरीशस के प्रधानमंत्री बुधवार को ही प्रतिनिधिमंडल के साथ वाराणसी पहुंच गए थे।  काशीवासियों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे रास्ते में किया स्वागत पुलिस लाइन से निकलते ही भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और काशीवासियों ने अपने सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया। बटुकों ने शंखनाद, भाजपा कार्यकर्ता और लोगों ने ढोल- नगाड़ों के बीच उनका स्वागत किया। हर- हर महादेव के जयकारे से काशी गूंजती रही। जीएसटी में सुधार के बाद पहली बार वाराणसी पहुंचे प्रधानमत्री का आभार जताने के लिए रास्ते में जीएसटी और धन्यवाद लिखी तख्ती लेकर भाजपा कार्यकर्ता खड़े रहे। प्रधानमंत्री द्विपक्षीय वार्ता के बाद काशी से निकल जाएंगे।  सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच किया गया स्वागत प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए पूरे रास्ते को सजाया गया था। छह स्थानों पर भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिधियों ने मंच बनाकर प्रधानमंत्री पर गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कर स्वागत किया। पुलिस लाइन से ताज होटल तक रोड शो जैसा मंजर देखने को मिला। जहां सड़क के दोनों ओर बड़ी तादाद में खड़े काशीवासियों ने मोदी पर पुष्प वर्षा भी की। प्रधानमंत्री ने भी हाथ हिलाकर अपने काशीवासियों का अभिवादन स्वीकार किया। कचहरी,अम्बेडकर चौराहा समेत कई स्थानों पर लोकनृत्य समेत अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम से प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत हुआ। बुधवार को ही काशी पहुंचे थे मॉरीशस के पीएम  मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम बुधवार को ही काशी पहुंच गए थे। काशीवासियों ने अपनी परंपरा के अनुरूप मॉरीशस के प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल का भी भव्य स्वागत किया था । मॉरीशस के प्रधानमंत्री गुरुवार की शाम क्रूज़ से गंगा आरती देखेंगे। फिर 12 सितंबर की सुबह बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन करेंगे। इसके बाद वे अयोध्या रवाना होंगे। अध्यात्म व आधुनिकता के संगम 'नई काशी' में पीएम का स्वागत  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट भी किया। सीएम योगी ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अध्यात्म व आधुनिकता के संगम उनकी 'नई काशी' में हार्दिक स्वागत व अभिनंदन।

सूर्यकुमार यादव का जलवा: एशिया कप में खेल भावना से सबका दिल जीत लिया

दुबई एशिया कप 2025 में बुधवार को भारत और यूएई के बीच दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मुकाबला खेला गया। मैच के दौरान भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने खेल भावना का परिचय दिया, जिसकी तारीफ हो रही है। भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। यूएई की पारी का 13वां ओवर शिवम दुबे कर रहे थे। दुबे ने जैसे ही गेंद फेंकी, उनके पैकेट से उनका तौलिया क्रीज पर गिर गया। गेंद संभालने के बजाय सिद्दीकी गिरे हुए तौलिये की ओर इशारा करते हुए क्रीज से बाहर ही रहे। सैमसन ने मौके का फायदा उठाते हुए बेल्स गिरा दीं और तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दे दिया। हालांकि, भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव सफल स्टंपिंग अपील वापस ले ली। सूर्यकुमार यादव की इस फैसले की तारीफ हो रही है। हालांकि इस जीवनदान का जुनैद सिद्दीकी फायदा नहीं उठा सके और अगली गेंद पर आउट हो गए। यूएई की बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक रही। यूएई भारतीय गेंदबाजों के सामने 13.1 ओवर में मात्र 57 रन पर सिमट गई। आलिशान शराफू ने सर्वाधिक 22 रन बनाए, वहीं कप्तान मुहम्मद वसीम ने 19 रन बनाए। इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज दो अंकों में नहीं पहुंच सका। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में यूएई का यह न्यूनतम स्कोर है। भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने घातक गेंदबाजी की । बाएं हाथ के इस स्पिनर ने 2.1 ओवर में मात्र 7 रन देकर 4 विकेट लिए। ये कुलदीप की स्पिन का ही कमाल था की यूएई 57 रन पर सिमट गई। इसके अलावा ऑलराउंडर शिवम दुबे ने 2 ओवर में 4 रन देकर 3 विकेट लिए। बुमराह, अक्षर और वरुण चक्रवर्ती को 1-1 विकेट मिले। 58 रन के लक्ष्य को भारत ने 4.3 ओवर में हासिल कर लिया। अभिषेक और गिल ने 3.5 ओवर में पहले विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी की। इस स्कोर पर अभिषेक शर्मा 16 गेंद पर 3 छक्के और 2 चौके की मदद से 30 रन बनाकर आउट हुए। तीसरे नंबर पर उतरे सूर्यकुमार यादव ने गिल के साथ मिलकर भारत को 9 विकेट से जीत दिला दी। भारत ने 4.3 ओवर में 1 विकेट पर 60 रन बनाकर मैच 9 विकेट से जीता। गिल 9 गेंद पर 20 जबकि सूर्या 2 गेंद पर 7 रन बनाकर नाबाद रहे।  

भारत-नेपाल सीमा पर बड़ा सुरक्षा ऑपरेशन, गौर जेल के 5 फरार कैदी धर दबोचे गए

मोतिहारी नेपाल में जारी हिंसा और तनाव के बीच रौतहट जिले के गौर जेल से फरार हुए पांच कैदियों को भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने धर दबोचा। पकड़े गए सभी कैदी नेपाल के ही निवासी बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, मोतिहारी के कुंडवा चैनपुर बॉर्डर पर तैनात एसएसबी की टीम ने बुधवार दोपहर महुलिया बॉर्डर के पास जांच के दौरान इन कैदियों को पकड़ा। बताया जाता है कि नेपाल में जारी विद्रोह का फायदा उठाकर सभी आरोपी जेल तोड़कर भाग निकले थे। एसएसबी की 20वीं बटालियन, सीतामढ़ी के कमांडेंट गिरीशचंद्र पांडेय ने पुष्टि की कि कुंडवा चैनपुर बटालियन ने ही इन कैदियों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए कैदियों की पहचान रौतहट जिले के गौर गढ़वा वार्ड नंबर-5 निवासी विश्वनाथ यादव, रवि यादव, राहुल राय यादव, चंद्रानिकाहपुर के सूरज राय और गरुवा निवासी राम विनोद प्रसाद के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद सभी को कुंडवा चैनपुर थाना पुलिस को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि आगे की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी कैदियों को नेपाल की महुलिया पुलिस के हवाले कर दिया गया है।  

GST में छूट का दिखा असर: वाहन बाजार में बुकिंग का उछाल, लेकिन सप्लाई चेन बना रोड़ा

ग्वालियर जीएसटी काउंसिल ने फेस्टिवल सीजन को देखते हुए आम लोगों की जेब पर बड़ा फायदा देने का ऐलान किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, इंश्योरेंस और अन्य रोजमर्रा की चीजों पर जीएसटी दरों में कटौती की गई है, लेकिन इसका एक साइड इफेक्ट ये हुआ है कि बाजार फिलहाल थम सा गया है। ज्यादातर लोग नई दरों का इंतजार कर रहे हैं, जिससे खरीदारी 70-80 फीसदी तक गिर गई है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में बुकिंग जारी, डिलीवरी रुकी ग्वालियर ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरिकांत समाधिया ने बताया कि सरकार की ओर से जीएसटी की दरें कम करने के बाद कंपनियां दिमाग लगा रही हैं। कंपनियां सेस का कंपन्सेशन एडजस्ट नहीं करना चाहती, ऐसे में वे स्कीम्स को बंद करने का मन बना रही हैं। जहां तक कारों की खरीदारी की बात है तो फिलहाल सिर्फ वाहनों की बुकिंग हो रही है, खरीदारी 22 सितंबर के बाद होगी। एक छोटी गाड़ी पर 50 हजार तक की बचत होगी। सरकार को 22 सितंबर को ही घोषणा करनी थी इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी केदारनाथ गुप्ता ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में जीएसटी की दरें 28 से कम होकर 18 फीसदी होने वाली हैं। पर सरकार को इसकी घोषणा 22 सितंबर को ही करनी थी, फिलहाल बाजार एकदम से थम सा गया है। यानी खरीदारी 80 फीसदी तक कम हो गई है। लोग अब 22 सितंबर का ही इंतजार कर रहे हैं। एक लाख रुपए के 75 इंच के एलइडी पर 10 हजार और 55 इंच के एलइडी पर करीब 3906 रुपए की बचत होगी। नहीं करा रहे इंश्योरेंस, रिन्युअल प्रीमियम भी नहीं भर रहे स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर जीएसटी पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। इंश्योरेंस कंसल्टेंट प्रणव कुमार दास ने बताया कि 22 सितंबर तक कोई भी व्यक्ति इंश्योरेंस कराने को तैयार नहीं है। यहां तक कि लोग अपनी रिन्युअल प्रीमियम भी नहीं जमा कर रहे। हम उन्हें समझा रहे हैं कि आपकी पॉलिसी लेप्स हो जाएगी और उसमें रिस्क कवर भी नहीं है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं और कह रहे हैं कि 16-17 दिनों में कुछ नहीं होगा। इसके साथ ही जिन बीमा कंपनियों ने अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताएं निकाली थीं, उन्हें या तो बंद कर दिया गया है या फिर उनकी तारीख बढ़ा दी है। सिर्फ तीन दिन में होगा जीएसटी रजिस्ट्रेशन जीएसटी कॉउंसिल की ओर से किए गए रिफॉर्म्स में जीएसटी करदाताओं के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को भी अब बेहद सरल बना दिया गया है। कॉउंसिल ने महज 3 दिन में ही जीएसटी रजिस्ट्रेशन देने की बात कही है। इससे व्यापार करने में सुगमता आएगी और विभाग के चक्कर लगाने की कोई जरूरत नहीं होगी। इसमें खास बात यह है कि ये रजिस्ट्रेशन अब बिना वेरिफिकेशन के ही प्रदान कर दिए जाएंगे। इस नई स्कीम से करीब 96 फीसदी करदाताओं को लाभ मिलेगा, जो नया पंजीयन लेते हैं। ये स्कीम एक नवंबर 2025 से चालू होगी। इसके साथ ही जीएसटी के 90 फीसदी रिफंड का रुपया प्रोविजनल आधार पर ही मिल सकेगा। सीए पंकज शर्मा ने बताया कि व्यापार की सुगमता के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाना अच्छा कदम है। इससे लंबा समय लेने वाली प्रक्रिया से बचाव होगा।

दरभंगा राजघराने में चिंता, महारानी कामसुंदरी देवी अस्पताल में

 दरभंगा दरभंगा महाराजधीरज सर कामेश्वर सिंह की पत्नी और राजघराने की महारानी कामसुंदरी देवी (95) की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, वह बाथरूम में गिर गई थीं, जिसके चलते उन्हें ब्रेन हेमरेज और ब्लड क्लॉटिंग की समस्या हुई है। फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। महारानी के बीमार होने की खबर मिलते ही उनके पौत्र कुमार कपिलेश्वर सिंह दिल्ली से दरभंगा पहुंचे और सीधे अस्पताल जाकर दादी से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों से भी उनकी स्थिति की जानकारी ली। मीडिया से बातचीत में कुमार कपिलेश्वर सिंह ने दादी की देखरेख में लापरवाही पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि इतनी उम्र में भी महारानी के स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता नहीं बरती गई, जबकि पैसों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे खुद अपनी दादी की देखभाल करेंगे और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें अपने घर ले जाकर सेवा करेंगे। बताया जा रहा है कि राजघराने के अंदरूनी पारिवारिक विवादों के चलते महारानी लंबे समय से अलग रह रही हैं। इसी वजह से कई बार परिवार के सदस्यों तक अहम जानकारियां समय पर नहीं पहुंच पातीं। वर्तमान हालात में भी पारिवारिक विवाद के बीच बीमारी की सूचना देर से मिलने पर कुमार कपिलेश्वर सिंह ने असंतोष जताया है।  

IPS कैडर में शामिल होंगे MP के 5 अधिकारी, 15 नाम UPSC को भेजे गए

भोपाल   मध्यप्रदेशराज्य पुलिस सेवा के पांच अधिकारियों का आईपीएस अवार्ड होगा। इसके लिए डीपीसी 12 सितंबर को कराने की तैयारी है। इस बार राज्य पुलिस सेवा के कुल पांच अधिकारियों को आइपीएस(IPS Officer) बनाया जाएगा। जिसमें 1997-98 बैच के 15 अधिकारियों के नामों पर विचार किया जाएगा। लेकिन 5 अधिकारियों को ही आइपीएस बनाया जाएगा। 15 अधिकारियों के नामों का पैनल तैयार कर यूपीएससी को भेजा है। बता दें डीपीसी में यूपीएससी के एक मेंबर के साथ सीएस अनुराग जैन, डीजीपी कैलाश मकवाना और एसीएस होम शिवशेखर शुक्ला शामिल होंगे। दो नामों पर फंसा पेंच वरिष्ठता के क्रम में राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी सीताराम ससत्या का नाम सबसे पहले है। लेकिन उनका एक विभागीय प्रकरण होने के कारण पेंच फंसा है। ऐसे ही वरिष्ठता में दूसरा नंबर अमृत मीणा का है लेकिन जाति प्रमाण पत्र का एक मामला अभी कोर्ट में चल रहा है। इन नामों पर होगा विचार डीपीसी में राज्य पुलिस सेवा के 1997-98 बैच के 15 अधिकारियों के नामों पर विचार किया जाएगा।     सीताराम ससत्या     अमृत मीणा     विक्रांत मुराब     सुरेंद्र कुमार जैन     आशीष खरे     राजेश रघुवंशी     निर्मिषा पांडेय     राजेश कुमार मिश्रा     मलय जैन     अमित सक्सेना     मनीषा पाठक सोनी     सुमन गुर्जर     संदीप मिश्रा     सव्यसाची सर्राफ     समर शर्मा

नियमितीकरण नीति 2014: सरकार ने डाटा अपडेट के लिए अधिकारियों को दिया अंतिम समय

हरियाणा  सुप्रीम कोर्ट में लंबित स्टेट ऑफ हरियाणा बनाम योगेश त्यागी केस को लेकर हरियाणा सरकार ने सभी विभागों, निगमों और बोर्डों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वर्ष 2014 की नियमितीकरण नीति के तहत कितने कर्मचारियों को स्थायी किया गया, कितनों का अभी तक नहीं हुआ और कितनों का होना बाकी है – इसकी पूरी और ताज़ा जानकारी 12 सितंबर तक भेजनी होगी। मानव संसाधन विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि 28 जुलाई 2025 को हुई पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के अधिवक्ता से नवीनतम आंकड़े प्रस्तुत करने को कहा था। इससे पहले 95 विभागों, बोर्डों और निगमों की रिपोर्ट महाधिवक्ता कार्यालय, चंडीगढ़ को भेजी जा चुकी है। अब अदालत ने दोबारा अपडेटेड डेटा मांगा है। विभाग ने सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों और उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने पुराने आंकड़ों में कोई बदलाव है तो उसे अपडेट करें और तुरंत भेजें। जानकारी न होने की स्थिति में भी ‘शून्य सूचना’ अनिवार्य रूप से भेजनी होगी। सभी विभागों को यह रिपोर्ट मानव संसाधन-1 शाखा को ई-मेल के माध्यम से भेजनी है। लापरवाही पर जवाबदेही तय सरकार ने आदेश में स्पष्ट किया है कि अगर समयसीमा का पालन नहीं किया गया तो संबंधित अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। अदालत से होने वाले किसी भी प्रतिकूल आदेश की जवाबदेही उसी विभाग/अधिकारी की होगी जिसने जानकारी देने में लापरवाही बरती। इसलिए उठाया कदम सरकार की ओर से यह पत्र इसीलिए जारी किया है ताकि समय पर ताज़ा आंकड़े उपलब्ध हों और अदालत में सरकार की स्थिति मजबूत हो। नियमितीकरण नीति 2014 से जुड़े विवादित मुद्दों पर न्यायिक फैसला तेज़ी से आ सकेगा। साथ ही, विभागीय जवाबदेही तय होने से आगे लापरवाही पर अंकुश लगेगा। विभागों के सामने चुनौती मानव संसाधन विभाग की ओर से बृहस्पतिवार को ही सभी प्रशासनिक सचिवों को यह पत्र जारी किया है। जानकारी के लिए उन्हें केवल एक दिन का समय दिया है। यानी शुक्रवार तक उन्हें पूरी जानकारी देनी होगी। कम समय में सभी विभागों और निगमों से सटीक आंकड़े जुटाना कठिन है। पुराने रिकॉर्ड और नई जानकारी में अंतर होने से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। समयसीमा चूकने पर सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी और प्रतिकूल आदेश का खतरा है।   इस तरह समझें पूरा केस स्टेट ऑफ हरियाणा बनाम योगेश त्यागी एवं अन्य (विशेष अनुमति याचिका संख्या 31566/2018) की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया कि हरियाणा सरकार ने 2014 में नियमितीकरण नीति लागू की थी। इसमें लंबे समय से कार्यरत संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने का प्रावधान था। कर्मचारियों ने दावा किया कि नीति लागू करने में भेदभाव हुआ। इसलिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कुछ कर्मचारियों ने अदालत का रुख किया और नीति की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। इसके बाद सरकार ने इस पर सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका दायर की। अब अदालत यह तय करेगी कि किन संविदा कर्मचारियों को स्थायी किया जाए। अदालत ने सरकार से ताज़ा और सही आंकड़े मांगे हैं। इसी कारण सरकार ने सभी विभागों को 12 सितंबर तक रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है। अहम बिंदु सुप्रीम कोर्ट में 2014 की नियमितीकरण नीति पर सुनवाई जारी हरियाणा सरकार ने सभी विभागों को रिपोर्ट जमा करने का आदेश 12 सितंबर तक भेजनी होगी जानकारी, वरना अधिकारी होंगे जिम्मेदार पहले ही 95 विभागों की रिपोर्ट महाधिवक्ता कार्यालय को दी जा चुकी है

डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव, येरे अल्वारेज ने फैंस से की माफी, एथलेटिक बिलबाओ को झटका

मैड्रिड एथलेटिक बिलबाओ के डिफेंडर येरे अल्वारेज ने एक प्रतिबंधित दवा के लिए डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए माफी मांगी है। इस मामले में उन्हें यूईएफए द्वारा 10 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 30 वर्षीय येरे को कैरेनोन के लिए पॉजिटिव पाए  जाने के बाद निलंबित किया गया था। उनके शरीर में कैरेनोन नामक प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया। यह एक ऐसा पदार्थ है, जिसे अक्सर ड्रग्स छिपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह दवा उस उपचार में मौजूद थी, जो उन्हें दो बार कैंसर से उबरने के बाद बालों के झड़ने की समस्या से जूझने के दौरान दिया गया था। मई में यूरोपा लीग सेमीफाइनल में मैनचेस्टर यूनाइटेड से 3-0 की हार के बाद 30 वर्षीय खिलाड़ी का कैरेनोन के लिए परीक्षण पॉजिटिव आया था। येरे ने बताया कि वह 2022 से इस उपचार के लिए दवा ले रहे थे और उन्होंने क्लब के साथ इसकी पूरी जानकारी साझा की थी। उनकी प्रेमिका भी इसी तरह का उपचार ले रही थीं। हालांकि, यूरोपा लीग सेमीफाइनल के पहले चरण से एक हफ्ते पहले उनकी दवाइयां खत्म हो गई थीं। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी पार्टनर की गोली लेने का फैसला किया, यह सोचकर कि इसका प्रभाव बिल्कुल वैसा ही होगा। मुझे नहीं पता था कि इसमें एक अलग पदार्थ है और यह प्रतिबंधित है।” येरे ने कहा, “मैं एथलेटिक प्रशंसकों और अपने साथियों से माफी मांगना चाहता हूं। ये महीने मेरे लिए जटिल रहे हैं। मैं सभी से माफी मांगता हूं। मैं इस स्थिति से गुजर रहा हूं, लेकिन इसमें आप सभी शामिल हैं।” उन्होंने यह भी घोषणा की है कि वह 2 अप्रैल, 2026, तक खेलने में सक्षम होने तक अपनी सैलरी छोड़ रहे हैं। येरे ने 10 महीने के निलंबन को स्वीकार किया, जो पिछले साल टेनिस खिलाड़ी जैनिक सिनर को डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर मिले तीन महीने के निलंबन से काफी लंबा है। उन्होंने कहा, “मुझे 10 महीने का निलंबन उचित लगता है। यह मेरी गलती थी, जिसे मैंने शुरू से स्वीकार किया है।” येरे ने 2 जून को अस्थायी निलंबन स्वीकार किया था और सजा को उसी तारीख से लागू किया गया है। वह 2 अप्रैल, 2026 से फिर से खेल सकेंगे और 2 फरवरी, 2026 से प्रशिक्षण सत्रों में शामिल हो सकेंगे।  

पंजाब के मॉडल को हरियाणा में लागू करने की मांग, CM सैनी से BKU नेताओं की चर्चा

हरियाणा  पंजाब की तर्ज पर हरियाणा में भी ‘जिसका खेत-उसकी रेत’ पॉलिसी लागू करने की मांग भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने मुखर रूप से उठाई है। संगठन का कहना है कि बाढ़ और बारिश के कारण हजारों किसानों के खेतों में रेत जम गई है। अगर इस रेत को बेचने का अधिकार किसानों को मिले, तो वे हुए भारी नुकसान की भरपाई कर सकेंगे। इसी मुद्दे को केंद्र में रखते हुए भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में यूनियन प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की और 11 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। भाकियू नेताओं ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि धान की खरीद 15 सितंबर से शुरू की जाए। उनका कहना था कि खरीफ सीजन में पहले ही किसानों को मौसम की मारझेलनी पड़ी है, ऐसे में फसल बिकने में देरी किसानों की हालत और बिगाड़ देगी।   बाढ़ पीड़ितों को 50 हजार मुआवजा प्रतिनिधिमंडल ने मांग रखी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुआवजा बढ़ाकर 50 हजार रुपये प्रति एकड़ किया जाए। साथ ही बाढ़ में खराब हुए ट्यूबवेलों के लिए विशेष मुआवजा दिया जाए। किसानों ने यह भी कहा कि जब तक नदियों और बरसाती नालों की सफाई व तटीय बंदों की मरम्मत नहीं होगी, तब तक हर साल यह संकट दोहराया जाएगा। भाकियू ने सीएम से बातचीत में दो-टूक कहा, “सिर्फ राहत नहीं, स्थायी समाधान चाहिए।” हांसी-बुटाना नहर पर उठे सवाल चीका हलका क्षेत्र की समस्या को भी जोरदार ढंग से रखा गया। भाकियू का कहना है कि हांसी-बुटाना नहर के कारण घग्गर नदी बार-बार उफान पर आती है और खेतों में पानी भर जाता है। सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत बताई गई। यहां बता दें कि पूर्व की हुड्डा सरकार के समय हांसी-बुटाना नहर बनी थी लेकिन इस पर अभी तक विवाद बना हुआ है। खाद वितरण और बीमा योजना पर आपत्ति यूरिया खाद वितरण को पोर्टल से जोड़ने पर किसानों ने कड़ा विरोध जताया। उनका कहना था कि पोर्टल सिस्टम से किसानों को लंबी लाइनों और तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भाकियू ने इसे बंद करने की मांग की। इसी तरह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर भी सवाल उठे। यूनियन ने कहा कि इसमें किसानों को समय पर और पर्याप्त मुआवजा नहीं मिलता, इसलिए इसके लिए कानूनी प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीमा योजना कागजों में मजबूत है, लेकिन जमीनी स्तर पर कमजोर।   गन्ना, कपास और बिजली टावर का मुद्दा किसानों ने गन्ने का भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल तय करने और कपास की पूरी खरीद सरकारी स्तर पर करने की मांग रखी। साथ ही उन्होंने कहा कि जो बड़े बिजली टावर किसानों की जमीन से गुजरते हैं और एक राज्य से दूसरे राज्य में बिजली ले जाते हैं, उनका मुआवजा भी किसानों को मिलना चाहिए। किसानों को मुख्यमंत्री से उम्मीद भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि किसानों की समस्याएं गंभीर हैं और सरकार को इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इन मांगों पर जल्द सकारात्मक निर्णय लेंगे।