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पर्यटन विभाग का पवेलियन होगा इमर्सिव, डिजिटल और सांस्कृतिक विविधता का दर्पण

डिजिटल स्टोरीटेलिंग, एआर/वीआर डिस्प्ले, ऑटो-नेविगेशन कियोस्क और सेल्फी जोन जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी ब्रज का मयूर नृत्य, सोनभद्र-लखीमपुर के जनजातीय नृत्य, झांसी का बुंदेली नृत्य और लखनऊ घराने की कथक प्रस्तुतियां बटोरेंगी आकर्षण योगी सरकार पर्यटन को बना रही है एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का इंजन लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होने वाले उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (यूपीआईटीएस-2025) में एक भव्य और आधुनिक पवेलियन प्रदर्शित करेगा। इसमें प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, पर्यटन निवेश संभावनाएं और आर्थिक प्रगति को दुनिया के सामने पेश किया जाएगा। इस बार पवेलियन को इमर्सिव और पर्यावरण-अनुकूल रूप में तैयार किया जा रहा है। इसमें डिजिटल स्टोरीटेलिंग, एआर/वीआर डिस्प्ले, ऑटो-नेविगेशन कियोस्क और सेल्फी जोन जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। सांस्कृतिक अनुभव के लिए ब्रज का मयूर नृत्य, सोनभद्र और लखीमपुर के जनजातीय नृत्य, झांसी का बुंदेली नृत्य और लखनऊ घराने की कथक प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होंगी। यूपीआईटीएस-2025 में नीति-निर्माता, वैश्विक निवेशक, कारोबारी, शैक्षणिक प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल सहित पर्यटन क्षेत्र की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। इस दौरान राज्य में निवेश और पर्यटन के नए अवसरों पर व्यापक विमर्श होगा। मोबाइल ऐप और ओडीओपी को मिलेगा बढ़ावा पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र को राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में एक अहम भागीदार के रूप में प्रस्तुत करना है। पर्यटन विभाग अपने मोबाइल ऐप का प्रचार भी करेगा। ऐप के जरिए आगंतुकों को आध्यात्मिक, बौद्ध, ग्रामीण और वेलनेस पर्यटन से जुड़ी खास यात्राओं की जानकारी मिलेगी। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी), हस्तशिल्प, मंदिर वास्तुकला और ग्रामीण पर्यटन के नवाचार भी पवेलियन का हिस्सा होंगे। निवेशकों के लिए पीपीपी-रेडी हेरिटेज प्रोजेक्ट्स, पूंजी सब्सिडी, भूमि आवंटन, टैक्स छूट और सिंगल विंडो क्लीयरेंस जैसी सुविधाओं का विवरण उपलब्ध कराया जाएगा। व्यापार और निवेश के लिए खास इंतज़ाम पवेलियन में आरामदायक लाउंज, बी-टू-बी संवाद के लिए विशेष क्षेत्र और मीडिया किट्स की व्यवस्था होगी। यह मंच निवेशकों, नीति-निर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने का अवसर देगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटन को योगी सरकार ने विकसित भारत 2047 की दृष्टि के केंद्र में रखा है। यूपीआईटीएस केवल सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का उत्सव ही नहीं होगा, बल्कि यह प्रदर्शित करेगा कि उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशकों और उद्यमियों के लिए कैसे नए द्वार खोल रहा है। समग्र अनुभव प्रदान करेगा पवेलियन प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि यह पवेलियन केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि एक समग्र अनुभव होगा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और नीतिगत संवादों के माध्यम से उत्तर प्रदेश को प्रतिस्पर्धी वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित किया जाएगा। उनका कहना है कि इस पहल से रोजगार सृजन होगा, विरासत आय का श्रोत बनेगी और सतत पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

शांति व सुरक्षा को लेकर DGP अनुराग गुप्ता ने की समीक्षा बैठक, दुर्गा पूजा पर खास दिशा-निर्देश

रांची  झारखंड में दुर्गा पूजा के दौरान कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस मुख्यालय में बीते मंगलवार को अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने की। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और पुलिस उप महानिदेशक (डीआईजी) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। बैठक में दुर्गा पूजा के दौरान पुलिस की तैयारियों का विस्तृत मूल्यांकन किया गया और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए। गुप्ता ने हर जिले के अधिकारियों को त्योहार के दौरान संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक मैनेजमेंट और अचानक उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कारर्वाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों को स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम करने पर जोर दिया गया, जिससे कानून-व्यवस्था में कोई भी खामी न रह जाए। गुप्ता ने सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए भी खास ध्यान देने को कहा है। अफवाहें फैलने की स्थिति में त्वरित कदम उठाने तथा जानकारी का सही प्रसार करने की रणनीति तैयार रखने का निर्देश दिया गया। इस बैठक के माध्यम से झारखंड पुलिस ने दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए पूर्ण तैयारी होने का भरोसा दिलाया है।  

F-35 फाइटर जेट की बिक्री पर अमेरिका का बड़ा कदम, कनाडा को लेकर कड़ा रुख

न्यूयॉर्क कनाडा और अमेरिका के बीच रक्षा सौदे को लेकर तनाव बढ़ गया है. कनाडा अपने 88 F-35 फाइटर जेट्स खरीदने के प्लान की समीक्षा कर रहा है. 22 सितंबर तक फैसला आने की उम्मीद है. अगर कनाडा इस डील को रद्द करता है, तो अमेरिका ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है. कनाडा स्वीडिश ग्रिपेन जेट को विकल्प के रूप में देख रहा है, लेकिन अमेरिका दो अलग-अलग फाइटर फ्लीट चलाने के खिलाफ है. यही विमान अमेरिका भारत को भी बेंचना चाहता है. लेकिन अभी तक भारत ने इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.   F-35 डील क्या है और कनाडा क्यों कर रहा है समीक्षा? F-35 अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया एक एडवांस स्टील्थ फाइटर जेट है. यह पांचवीं पीढ़ी का विमान है, जो रडार से बचने की क्षमता रखता है. आधुनिक हथियारों से लैस है. कनाडा ने 2010 के दशक में 88 ऐसे जेट्स खरीदने का फैसला किया था, जिसकी अनुमानित लागत 19 बिलियन कनाडाई डॉलर (करीब 1.1 लाख करोड़ रुपये) है. यह सौदा कनाडा की पुरानी CF-18 फाइटर जेट्स को बदलने के लिए था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल सरकार ने इस साल मार्च में इस डील की समीक्षा शुरू की. कारण ये है कि F-35 प्रोग्राम में देरी और लागत में बढ़ोतरी हो रही है. अमेरिकी सरकारी संगठन GAO (गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस) ने 3 सितंबर 2025 को रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि F-35 प्रोजेक्ट में और देरी और खर्च बढ़ रहा है. कनाडा के तत्कालीन डिफेंस मिनिस्टर (अब प्रधानमंत्री) मार्क कार्नी ने समीक्षा का आदेश दिया, ताकि यह देखा जा सके कि क्या यह सौदा देश के हित में है. कनाडा की सेना ने अगस्त 2025 में सिफारिश की कि F-35 ही खरीदना चाहिए, लेकिन सरकार अभी फैसला ले रही है. अमेरिका ने साफ कह दिया है कि अगर कनाडा F-35 डील रद्द करता है, तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. अमेरिकी राजदूत पीट होकस्ट्रा ने मई 2025 में CTV को इंटरव्यू में कहा कि यह कनाडा-अमेरिका के संयुक्त NORAD (नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड) गठबंधन को खतरा पहुंचा सकता है. NORAD दोनों देशों की हवाई रक्षा के लिए है. इसके लिए दोनों को एक ही तरह के विमान उड़ाने चाहिए. होकस्ट्रा ने कहा कि अगर कनाडा एक विमान उड़ाएगा और हम दूसरा, तो वे एक-दूसरे के साथ बदलाव योग्य नहीं रहेंगे. अगस्त 2025 में होकस्ट्रा ने पॉडकास्टर जैस्मिन लेन को बताया कि कनाडा दो फाइटर प्रोग्राम नहीं चला सकता. होकस्टा ने कहा कि आपको फैसला करना चाहिए कि F-35 चाहिए या कोई और. लेकिन दोनों नहीं चला सकते. अमेरिकी अधिकारी मानते हैं कि F-35 डील रद्द करने से कनाडा को स्पेयर पार्ट्स, रखरखाव और ट्रेनिंग में दिक्कत होगी. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते भी प्रभावित हो सकते हैं.  डिफेंस इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने कनाडा को चेतावनी दी है कि यह सौदा रद्द करने से रक्षा सहयोग कमजोर हो जाएगा. ग्रिपेन: कनाडा का विकल्प क्यों? कनाडा स्वीडन की कंपनी साब द्वारा बनाए गए ग्रिपेन (JAS 39 Gripen) जेट को वैकल्पिक विकल्प के रूप में देख रहा है. ग्रिपेन एक हल्का, सस्ता और बहुमुखी फाइटर जेट है, जो F-35 से कम खर्चीला है. कनाडा को लगता है कि इससे पैसे बचेंगे और घरेलू उद्योग को फायदा होगा. लेकिन अमेरिका इसका विरोध कर रहा है, क्योंकि ग्रिपेन F-35 जितना उन्नत नहीं है और NORAD में एकरूपता बिगड़ जाएगी. कनाडा पहले से ही पुराने F-18 जेट्स चला रहा है. दो अलग फ्लीट चलाना महंगा और जटिल होगा. कनाडा का फाइटर जेट प्रोग्राम कनाडा की वायुसेना को नई फाइटर जेट्स की सख्त जरूरत है. पुराने CF-18 जेट्स 1980 के दशक के हैं और अब खराब हो रहे हैं. 2010 में कनाडा ने F-35 चुना लेकिन लागत और देरी की शिकायतें बढ़ीं. 2022 में कनाडा ने औपचारिक रूप से F-35 के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया, लेकिन अब समीक्षा हो रही है. यह विवाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है, खासकर ट्रेड और डिफेंस में. दुनिया में F-35 प्रोग्राम एफ-35 कार्यक्रम में वर्तमान में 17 देश भाग ले रहे हैं. अब तक, 1870 से अधिक पायलटों और 13,500 रखरखाव कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है. एफ-35 बेड़े ने 602,000 से अधिक संचयी उड़ान घंटों को पार कर लिया है. क्रैश होने का खतरा  दुनिया का सबसे खतरनाक स्टेल्थ फाइटर जेट F-35 कई बार क्रैश हो चुका है. एक विमान गिरने पर अमेरिका को करीब 832 करोड़ रुपए का नुकसान होता. यह अमेरिका का सबसे महंगे जेट प्रोग्राम का विमान था. पिछले साल न्यू मेक्सिको के अल्बुकर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ करते ही अमेरिकी एयरफोर्स का F-35 लाइटनिंग-2 स्टेल्थ फाइटर जेट क्रैश हो गया.  इससे पहले साउथ कैरोलिना में ऐसा ही एक फाइटर जेट लापता हो गया था. जो बाद में एक घर के पीछे क्रैश मिला. इसका मलबा साउथ कैरोलिना के ज्वाइंट बेस चार्ल्सटन से 96 KM दूर विलियम्सबर्ग काउंटी में मिला. 

सीट बंटवारे पर अटका मामला, बिहार में महागठबंधन में फिर दरार?

पटना  बिहार में महागठबंधन के हिसाब से तो वोटर अधिकार यात्रा अच्छी रही, लेकिन लगता है कांग्रेस और आरजेडी के बीच रिश्तों को उलझा दिया है. ऐसा लगता है राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच फिर से ठन गई है. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भी ये सब हुआ था. और, तब सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि जब बात नहीं बन पा रही थी, तब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को दखल देना पड़ा था.  सीटों का बंटवारा तभी फाइनल हो सका, जब प्रियंका गांधी और लालू यादव के बीच सीधी बात कराई गई. तब लालू यादव बिहार से बाहर थे, और चारा घोटाले के लिए रांची जेल में सजा काट रहे थे. एक बार फिर बात उसी मोड़ के आस पास आकर अटक गई लगती है.  तेजस्वी यादव के बिहार अधिकार यात्रा पर निकलने को भी इसी नजरिये से देखा जा रहा है. और, सीट बंटवारे का मामला फंसे हुए होने के जो कारण माने जा रहे हैं, उनमें से एक ये भी है – हालांकि, सबसे बड़ा मसला है मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर कांग्रेस का रुख है.  तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा मानने का सवाल राहुल गांधी ने तो बस टाल दिया था, लेकिन बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने तो जैसे सिरे से खारिज ही कर डाला है – ऐसे में तकरार तो बढ़नी ही है.     तेजस्वी यादव जैसा बड़ा दिल राहुल गांधी क्यों नहीं दिखा रहे हैं 2025 की शुरुआत से ही राहुल गांधी के करीब करीब हर दौरे में एक बात कॉमन नजर आती है. आरजेडी के मुकाबले कांग्रेस को श्रेष्ठ बताना. जैसे लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी क्षेत्रीय दलों की विचारधारा की बात करते थे. कहते थे, क्षेत्रीय दलों के पास कोई विचारधारा नहीं है. तब अखिलेश यादव निशाने पर थे, और अब तेजस्वी यादव हैं. अखिलेश यादव ने तब आंख भी दिखाई थी, शायद तेजस्वी यादव भी अब वैसा ही करने की कोशिश कर रहे हैं.   चुनाव तो राहुल गांधी महागठबंधन के साथ ही लड़ने की करते हैं, लेकिन हर कदम पर लगता है जैसे कांग्रेस अकेले मैदान में उतरने जा रही हो. तेजस्वी यादव का बिहार की सभी 243 सीटों पर लड़ने की बात करना भी, राहुल गांधी के व्यवहार का जवाब ही लगती है.  1. बिहार में हुए SIR यानी विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ ही INDIA ब्लॉक के बैनर तले वोटर अधिकार यात्रा निकाला जाना तय हुआ, लेकिन राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा को भी भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा जैसा बना देने की कोशिश की. फर्क बस यही था कि वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव और बिहार महागठबंधन के और भी नेता शामिल थे.  फिर भी ऐसा लगा जैसे राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा को हाइजैक कर लिया हो. पूरी यात्रा में राहुल गांधी आगे आगे और तेजस्वी यादव पीछे पीछे नजर आए. कहां प्रशांत किशोर जैसे नेता कांग्रेस को लालू परिवार की पिछलग्गू पार्टी कहा करते थे, और कहां वोटर अधिकार यात्रा में लगने लगा जैसे आरजेडी ही कांग्रेस की पिछलग्गू बन गई हो.  2. तेजस्वी यादव की तरफ से तो राहुल गांधी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए भी प्रस्तावित कर दिया गया, लेकिन राहुल गांधी पूरी तरह टाल गए. बल्कि, राहुल गांधी का जवाब सुनकर तो ऐसा लगा जैसे वो चाहते ही न हों कि तेजस्वी को बिहार में विपक्ष की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए.  3. राहुल गांधी के बयान में जो कसर बाकी रह गई थी, कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने पूरी कर दी. अव्वल तो पहले भी कृष्णा अल्लावरु भी तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित किए जाने पर वैसी ही प्रतिक्रिया देते थे जैसा राहुल गांधी का रिएक्शन था, लेकिन हाल के एक प्रेस कांफ्रेंस में तो चार कदम आगे ही बढ़ गए.  कृष्णा अल्लावरु ने तो अब यहां तक बोल दिया है कि इंडिया ब्लॉक के मुख्यमंत्री पद का चेहरा अब बिहार के लोग ही तय करेंगे. निश्चित तौर पर तेजस्वी यादव और लालू यादव के लिए ऐसी बातें बर्दाश्त कर पाना काफी मुश्किल होगा.  फिर तो तेजस्वी यादव का बिहार अधिकार यात्रा शुरू करना जरूरी हो जाता है. और, सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात करना भी – तेजस्वी यादव के पास सीटों पर अपनी बात मनवाने का बेहतर तरीका भी यही लगता है. कैसा चल रहा है सीटों के बंटवारे पर मोलभाव 2020 के चुनाव में कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीटें मिली थीं, और चुनाव में कांग्रेस 19 सीटें जीतने में कामयाब हुई. उस चुनाव में आरजेडी ने 2015 में जीती हुई अपनी 10 सीटें सहयोगियों को दी थी, जिनमें दो कांग्रेस को मिली थीं – और वो एक सीट जीतने में सफल भी रही.  2020 के मुकाबले 2015 में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बेहतर पाया गया था. तब 41 सीटों पर चुनाव लड़कर कांग्रेस ने 27 सीटें जीती थी. लेकिन, 2020 में आरजेडी नेतृत्व को लगा कि महागठबंधन के सत्ता न हासिल करने में कांग्रेस अपने हिस्से की सीटें हार जाना बड़ी वजह रही. चुनाव नतीजे आने के बाद तेजस्वी यादव या लालू यादव तो नहीं, लेकिन आरजेडी नेताओं ने खुल कर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला बोला था.  2025 के चुनाव में भी कांग्रेस की तरफ से 70 सीटों पर दावा पेश किए जाने की बात सुनी जा रही है. ऐसी दावेदारी के पीछे राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा से कांग्रेस अपने प्रभाव में हुआ इजाफा मान रही है. इंडियन एक्सप्रेस की  रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस उन 70 सीटों में से 27 अपने लिए अच्छी सीटें मान रही है. 27 सीटों में ही कांग्रेस की जीती हुई 19 सीटें भी शामिल हैं. 8 वे सीटें हैं, जहां कांग्रेस उम्मीदवार दूसरे नंबर पर थे, और हार का फासला करीब पांच हजार वोट थे.  दिल्ली की प्रेस कांफ्रेंस में कृष्णा अल्लावरु ने भी कहा था, हर राज्य में अच्छी और खराब सीटें होती हैं. और, ऐसा कभी नहीं होना चाहिए कि एक पार्टी सभी अच्छी सीटों पर चुनाव लड़े, और दूसरी खराब सीटों पर. कृष्णा अल्लावरु का कहना था कि सीटों के बंटवारे के वक्त इस … Read more

मुख्यमंत्री साय रक्तदान अमृतोत्सव 2.0 कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर स्थित पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित रक्तदान अमृतोत्सव 2.0 कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा अनिवार्य है। शिक्षा केवल डिग्री या नौकरी प्राप्त करने का साधन नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता का मूल आधार है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य प्रकोष्ठ, उच्च शिक्षा विभाग एवं पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा सेवा पखवाड़े का शुभारंभ किया गया। 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में प्रदेशभर के महाविद्यालयों में रक्तदान सहित विविध गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने रक्तदान कर रहे युवाओं से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि रक्तदान न केवल जीवन रक्षा का माध्यम है, बल्कि रक्तदाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। यह सबसे बड़ा दान है, जिसे बार-बार किया जा सकता है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है और विद्यार्थियों को उपलब्ध सुविधाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज और वन संपदा सहित अनेक क्षेत्रों में समृद्ध है। ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ की पहचान पूरे देश में है। नक्सलवाद जैसी बाधाओं को सुरक्षा बलों के साहस और निरंतर अभियानों से समाप्त किया जा रहा है। जल्द ही बस्तर में विकास की गंगा बहेगी और एक विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि युवाओं का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उच्च शिक्षा विभाग में 700 पदों पर भर्ती की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने एनएसएस को समाज को जोड़ने वाला सशक्त विचार बताया। कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सेवा का भाव निहित है और रक्तदान सबसे बड़ा दान है। सरकार का लक्ष्य युवाओं को शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराते हुए उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है। सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सेवा जीवन का सार है। रक्तदान या शिक्षा—किसी भी माध्यम से सेवा जीवन को यशस्वी बनाती है। कार्यक्रम में आयुक्त उच्च शिक्षा श्री संतोष देवांगन, कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ल, राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी, कुलसचिव प्रो. अम्बर व्यास सहित बड़ी संख्या में एनएसएस स्वयंसेवक विद्यार्थी उपस्थित थे।

रेस्टोरेंट में शर्मनाक हरकत: किशोरों ने सूप में किया पेशाब, परिवार पर 2.6 करोड़ का जुर्माना

शंघाई पड़ोसी देश चीन की एक अदालत ने दो किशोरों के माता-पिता को दो कैटरिंग कंपनियों को 2.2 मिलियन युआन यानी 2.71 करोड़ रुपये का जुर्माना भरने का आदेश दिया है। दरअसल, वू और तांग उपनाम वाले दो 17 वर्षीय चीनी किशोरों ने मशहूर हांडिलाओ हॉटपॉट रेस्टोरेन्ट में घुसकर वहां उबल रहे शोरबे (सूप) में पेशाब कर दिया था और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। यह घटना इसी साल फरवरी की 24 तारीख की है, जब वू और तांग ने नशे में धुत हो हांडिलाओ हॉटपॉट रेस्टोरेन्ट में घुसकर एक एक टंबल पर चढ़ गए और पारंपरिक चीनी हॉटपॉट शैली में मांस और सब्ज़ियाँ पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शोरबे (सूप) में जानबूझकर पेशाब कर दिया और उसे दूषित कर दिया। हालाँकि इस बात की तब तक किसी को भनक नहीं लगी, जब तक कि उसकी इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं हो गया। 4000 ग्राहकों को भारी भरकम मुआवजा इस वीडियो के सामने आने के बाद रेस्टोरेंट को अपने करीब 4000 ग्राहकों को भारी भरकम मुआवजा चुकाना पड़ा। 24 फरवरी से 8 मार्च के बीच रेस्टोरेंट में आए ग्राहकों को दूषित भोजन देने के एवज में रेस्टोरेंट ने ये मुआवजे भरे। इसमें बिल की पूरी राशि समेत दस गुना जुर्माना भी शामिल रहा। रेस्टोरेंट ने इस घटना के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया और सभी बर्तनों को नष्ट करने, उसे बदलने, और उसके बाद पूरी तरह से सफाई और कीटाणुशोधन करने का खर्च समेत लौटाए गए कुल मुआवजे समेत करीब 23 मिलियन युआन की क्षतिपूर्ति की मांग की थी। 2.71 करोड़ रुपये का जुर्माना बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शंघाई की एक अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा कि किशोरों ने अपने अपमानजनक कृत्यों, टेबलवेयर को दूषित करने और जनता को असुविधा पहुँचाने के ज़रिए कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है। अदालत ने यह भी कहा कि किशोरों के माता-पिता ने उन्हें उचित संस्कार नहीं दिए। वे अपनी गार्जिनयनशिप निभाने में नाकाम रहे। इसके साथ ही अदालत ने उन पर 2.71 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया। क्यों मशहूर है हांडिलाओ हॉटपॉट रेस्टोरेन्ट बता दें कि सिचुआन प्रांत के जियानयांग में अपने पहले रेस्टोरेंट के बाद से हैडिलाओ का तेज़ी से विस्तार हुआ है। अब यह दुनिया भर में 1,000 से ज़्यादा जगहों पर संचालित होता है। यह श्रृंखला अपनी असाधारण ग्राहक सेवा और परिवार-अनुकूल माहौल के लिए मशहूर है, जहाँ महिलाओं के लिए मुफ़्त मैनीक्योर और बच्चों के लिए टेबल पर इंतज़ार करते समय कैंडी फ़्लॉस जैसी अनूठी सुविधाएँ दी जाती हैं।

सुपर-4 की राह में आज पाकिस्तान का निर्णायक मैच, यूएई भी तैयार

दुबई  पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की बुधवार को एशिया कप 2025 में टक्कर होगी। दोनों टीमों दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। ग्रुप ए का हिस्सा पाकिस्तान और यूएई के लिए यह'करो या मरो' का मुकाबला है। आज जो भी टीम जीतेगी, उसके सुपर-4 राउंड का टिकट मिल जाएगा। दोनों के खाते में फिलहाल दो-दो अंक हैं। सलमान आगा की अगुवाई वाली पाकिस्तान टीम को अपने पिछले मैच में भारत के हाथों 7 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। भारत ने सुपर-4 में जगह पक्की कर ली है। वहीं, मुहम्मद वसीम के नेतृत्व वाली यूएई टीम ने अपने पिछले मुकाबले में ओमान को 42 रनों से रौंदा था। हेड-टू-हेड रिकॉर्ड पाकिस्तान और यूएई ने अब तक तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। तीनों मैच में पाकिस्तान ने बाजी मारी है। दोनों ने पहला मैच फरवरी 2016 में मीरपुर में खेला था जबकि अगले दो मुकाबले एशिया कप से पहले शारजाह में ट्राई सीरीज के दौरान खेले गए। क्या पाकिस्तान की डिमांड मानेगा आईसीसी? भारत के खिलाफ 'नो हैंडशेक' विवाद के बाद पाकिस्तान ने एशिया कप बॉयकॉट की धमकी दी थी। हालांकि, पाकिस्तान ने बहिष्कार की धमकी वापिस ले ली लेकिन मैच रैफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को लेकर उसका ऐतराज बरकरार है। बताया जा रहा है पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टीम के बाकी मैचों में पाइक्रॉफ्ट की जगह रिची रिचर्डसन को जिम्मेदारी देने की मांग की। कि पीसीबी ने आईसीसी को इस संबंध में एक और ईमेल लिखा है। पाइक्रॉफ्ट को पाकिस्तान और यूएई के बीच आज होने वाले मैच में भी रैफरिंग करनी है। यूएई का स्क्वॉड अलीशान शराफू, मुहम्मद वसीम (कप्तान), आसिफ खान, मुहम्मद जोहैब, हर्षित कौशिक, राहुल चोपड़ा (विकेटकीपर), ध्रुव पाराशर, हैदर अली, मुहम्मद रोहिद खान, मुहम्मद जवादुल्लाह, जुनैद सिद्दीकी, एथन डिसूजा, सिमरनजीत सिंह, सगीर खान, मुहम्मद फारूक, अर्यांश शर्मा, मतिउल्लाह खान। पाकिस्तान का स्क्वॉड सलमान आगा (कप्तान), सईम अयूब, साहिबजादा फरहान, मोहम्मद हारिस (विकेटकीपर), फखर जमान, हसन नवाज, मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, शाहीन अफरीदी, हुसैन तलत, हसन अली, खुशदिल शाह, हारिस रऊफ, मोहम्मद वसीम जूनियर, सलमान मिर्जा, सुफियान मुकीम, अबरार अहमद।

ईवीएम बैलेट पेपर को अधिक स्पष्ट एवं पठनीय बनाने हेतु आयोग ने संशोधित किए दिशा-निर्देश

पटना बिहार से होगी शुरुआत – पहली बार उम्मीदवारों के रंगीन फोटो होंगे ईवीएम पर क्रम संख्या और अधिक प्रमुख रूप से प्रदर्शित होगी 1. भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने निर्वाचन प्रक्रिया को और अधिक स्पष्ट एवं पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1961 के अंतर्गत नियम 49बी के तहत, ईवीएम बैलेट पेपर के डिज़ाइन एवं मुद्रण संबंधी दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। 2. यह पहल उन 28 सुधारात्मक उपायों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिन्हें आयोग ने पिछले 6 माह में निर्वाचन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने तथा मतदाताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए लागू किया है। 3. अब से, ईवीएम बैलेट पेपर पर उम्मीदवारों के फ़ोटो रंगीन मुद्रित किए जाएंगे। बेहतर दृश्यता के लिए फ़ोटो क्षेत्र का तीन-चौथाई भाग उम्मीदवार के चेहरे से भरा होगा। 4. उम्मीदवारों तथा "नोटा" की क्रम संख्या भारतीय अंकों के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप में प्रदर्शित होगी। यह क्रम संख्या 30 फ़ॉन्ट आकार में तथा बोल्ड अक्षरों में होगी ताकि मतदाताओं को और अधिक स्पष्टता मिले। 5. समानता सुनिश्चित करने हेतु सभी उम्मीदवारों एवं "नोटा" के नाम एक ही प्रकार के फ़ॉन्ट और पर्याप्त बड़े आकार में छापे जाएंगे, जिससे उन्हें आसानी से पढ़ा जा सके। 6. ईवीएम बैलेट पेपर 70 जीएसएम कागज़ पर मुद्रित होंगे। विधानसभा चुनावों हेतु निर्दिष्ट आरजीबी मानकों के अनुरूप गुलाबी रंग के कागज़ का उपयोग किया जाएगा। 7. संशोधित एवं उन्नत ईवीएम बैलेट पेपर का उपयोग आगामी चुनावों में किया जाएगा, जिसकी शुरुआत बिहार से होगी।

रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद सोने की कीमतें लुढ़कीं, चांदी में भी आई गिरावट

मुंबई  गोल्ड ज्वेलरी खरीदने वालों को आज राहत मिली है। बुधवार (17 सितंबर) को सोने-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। रिकॉर्ड हाई बनाने के बाद दोनों कीमती धातुओं के दाम लुढ़के हैं। MCX पर 10 ग्राम सोने का भाव 1,09,749 रुपए पर है। चांदी की कीमत में भी 1.07 फीसदी की गिरावट आई है, ये 1,27,437 रुपए प्रति किग्रा पर है। सोना रिकॉर्ड 1.15 लाख के पार, चांदी भी नए शिखर पर मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 1,800 रुपए उछलकर 1,15,100 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, इसके अलावा 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,800 रुपये बढ़कर 1,14,600 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गयी। स्थानीय सर्राफा बाजार में, पिछले कारोबारी सत्र में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 500-500 रुपए गिरकर क्रमशः 1,13,300 रुपए और 1,12,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।  एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘कमजोरर डॉलर और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर कटौती की बढ़ती उम्मीदों के चलते मंगलवार को सोना एक और रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। डॉलर सूचकांक दस हफ्तों के निचले स्तर पर आ गया है, जिससे कीमती धातुओं की कीमतों में तेजी को बल मिल रहा है।'' इसके अलावा, मंगलवार को चांदी 570 रुपए चढ़कर 1,32,870 रुपए प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। सोमवार को चांदी 1,32,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।  

मंत्री सारंग ने किया रक्तदान शिविर का शुभारंभ

’सेवा पर्मो धर्मः’ की भावना के साथ राष्ट्र सेवा व जनकल्याण के लिये कार्य करें युवा : मंत्री  सारंग मंत्री  सारंग ने किया रक्तदान शिविर का शुभारंभ महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण में बेटियों ने सीखी आत्मरक्षा की तकनीकें: मंत्री  सारंग भोपाल खेल एवं युवा कल्याण मंत्री  विश्वास कैलाश सारंग ने सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत बुधवार को तात्या टोपे खेल स्टेडियम, भोपाल में खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर एवं खिलाड़ियों द्वारा सेवा कार्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्री  सारंग ने स्कूली छात्राओं व खिलाड़ियों के साथ प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा धार जिले के भैंसोला में पीएम मित्र पार्क का शिलान्यास एवं स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा। रक्तदान: जीवनदान का पवित्र कार्य रक्तदान शिविर में खिलाड़ियों और युवाओं में काफी उत्साह था। सुबह से ही बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने रक्तदान कर मानवता का संदेश दिया। मंत्री  सारंग ने कहा कि रक्तदान निस्वार्थ सेवा का सर्वोच्च उदाहरण है। यह केवल एक मानवीय कर्तव्य नहीं बल्कि किसी जरूरतमंद को नया जीवन देने का पवित्र कार्य है। उन्होंने कहा कि आज के दिन खिलाड़ियों ने जिस उत्साह के साथ रक्तदान किया है, वह पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि नियमित रक्तदान से शरीर में नई रक्त कोशिकाएँ बनने की प्रक्रिया तेज़ होती है। समय-समय पर रक्तदान से शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। रक्तदान करने से आत्मिक शांति और संतोष की अनुभूति होती है। कहा भी गया है "रक्तदान महादान है।" मंत्री  सारंग ने कहा कि खेल और समाजसेवा का यह अनूठा संगम युवाओं को नई दिशा देगा। हमारा उद्देश्य है कि युवा उत्कृष्ट खिलाड़ी के साथ ही समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। जब खेल भावना और सेवा भावना मिलती है, तो राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया और भी सशक्त होती है। कार्यक्रम में छात्राओं और महिलाओं के लिये महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर की भी शुरुआत की गई, जिसमें प्रशिक्षकों ने आत्मरक्षा की तकनीकें सिखाईं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन से लें प्रेरणा मंत्री  सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का जीवन सेवाभाव और राष्ट्रहित को समर्पित है। गरीब परिवार में जन्म लेकर कठिन संघर्षों के बाद देश के प्रधानमंत्री बनने तक का उनका सफर सभी के लिए अनुकरणीय है। उनके नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं और आज विकसित भारत 2047 के संकल्प की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ‘सेवा पर्मो धर्मः’ की भावना के साथ युवाओं को राष्ट्र सेवा और जनकल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। सेवा पखवाड़ा उसी प्रेरणा का प्रतीक है, जो युवाओं को राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय योगदान देने का संदेश देता है। महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण से बढ़ा आत्मविश्वास कार्यक्रम के अंतर्गत महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं और महिलाओं ने मार्शल आर्ट अकादमी के प्रशिक्षकों से आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकें सीखीं। यह प्रशिक्षण महिलाओं में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना भी जगाता है।मंत्री  सारंग ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि बहन-बेटियां हर परिस्थिति में सुरक्षित और सशक्त रहें। इस प्रकार के शिविर उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से मजबूत बनाते हैं। सेवा पखवाड़ा में विविध आयोजन खेल और युवा कल्याण विभाग ने सेवा पखवाड़ा के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित किया है। इनमें रक्तदान शिविर, महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण, वृद्धाश्रम और अनाथालय में खिलाड़ियों द्वारा सहयोग और भोजन वितरण, शासकीय अस्पतालों में सेवा कार्य, अनाथाश्रम के बच्चों का स्टेडियम भ्रमण, खेलकूद प्रतियोगिताएं, स्वच्छता अभियान और नमो मैराथन जैसे आयोजन शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से खेल, युवा और समाजहित को एक साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।