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वैश्विक व्यापार को खतरा! IMF ने दी टैरिफ पर चेतावनी, भारत की नीतियों की सराहना

नई दिल्ली डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने बड़ी चेतावनी (IMF Warning On Tariff) दी है. आईएमएफ की चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने इसे ग्लोबल ट्रेड को नुकसान पहुंचाने वाला कदम करार दिया है और कहा है कि ये उभरते बाजारों की ग्रोथ को धीमा कर सकता है. इसे साथ ही उन्होंने एक बार फिर इंडियन इकोनॉमी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और इसका खुला रहना दुनिया के लिए जरूरी है.    बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का हथियार बना टैरिफ आईएमएफ चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने टैरिफ से होने वाले संभावित नुकसानों के बारे में अलर्ट करते हुए कहा कि वर्तमान में दुनिया की कुछ कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाएं संरक्षणवादी उपायों की ओर मुड़ गई हैं और टैरिफ को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं. वहीं ज्यादातक देश अभी भी खुले और निष्पक्ष व्यापार का समर्थन करना जारी रखे हुए हैं, क्योंकि उनका मानना ​​है कि ग्लोबल ग्रोथ के लिए यही सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि टैरिफ के बढ़ते प्रयोग से वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंच सकता है. जॉर्जीवा ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर कहा कि, 'दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने साझेदारों के साथ अपने संबंधों में टैरिफ को एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना चुना है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि बाकी दुनिया ने इसका अनुसरण नहीं किया है, कम से कम अभी तक तो नहीं.' 191 देशों में से 3 टैरिफ के पक्ष में  आईएमएफ चीफ ने आगे बताया कि IMF के 191 सदस्य देशों में से महज तीन देशों अमेरिका, चीन और कुछ हद तक कनाडा ने टैरिफ लगाने के लिए ज्यादा जोरदार कदम उठाए हैं. वहीं बाकी बचे 188 देशों ने कहा है, 'शुक्रिया, लेकिन नहीं.' इन सभी देशों ने मोस्ट फेवर्ड नेशन के नियमों के तहत ही व्यापार जारी रखने का विकल्प चुना है. क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से अपील की है कि वे एक खुली, निष्पक्ष और नियम-आधारित व्यापार प्रणाली की दिशा में काम करें. भारत पर IMF को भरोसा वैश्विक संगठन आईएमएफ की निदेशक ने भारत पर फिर से भरोसा जताते हुए कहा है कि Indian Economy दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और अपने सुधार प्रयासों के कारण ग्लोबल ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक ओपन इकोनॉमी है और खुला, प्रतिस्पर्धी और सुधार-संचालित बने रहना ही आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है. गौरतलब है कि IMF ने हाल ही में FY26 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.6% किया है. इसके साथ ही भारत को दुनिया के विकास के लिए ग्रोथ इंजन करार दिया था.  

Kawasaki Z900 2026: भारत में अब और भी स्टाइलिश और पावरफुल

 नई दिल्ली जापानी टू-व्हीलर निर्माता कावासाकी ने भारतीय बाइक बाजार में अपनी लोकप्रिय Z900 का नया 2026 मॉडल लॉन्च कर दिया है. इस नेकेड स्ट्रीट बाइक को कंपनी ने ₹9.99 लाख (एक्स-शोरूम) कीमत पर उतारा है. यह मॉडल पुराने वर्जन की तुलना में करीब ₹47,000 महंगी है. कंपनी ने इसमें कुछ हल्के कॉस्मेटिक अपडेट और नए रंगों के विकल्प जोड़े हैं, जिससे इसका लुक पहले से ज्यादा प्रीमियम और आकर्षक हो गया है. नए कलर ऑप्शंस के साथ ज्यादा प्रीमियम लुक 2026 Kawasaki Z900 को दो नए रंगों में पेश किया गया है:     मेटैलिक मैट ग्रैफीन स्टील ग्रे / मेटैलिक फ्लैट स्पार्क ब्लैक, और     कैंडी लाइम ग्रीन / मेटैलिक कार्बन ग्रे पहला कलर वेरिएंट बाइक को एक सटल और एलिगेंट अपील देता है, जिसमें फ्रेम पर कॉपर फिनिश इसे और भी स्टाइलिश बनाता है. हालांकि कुछ लोगों को फ्रंट फोर्क का ब्लैक फिनिश थोड़ा सिंपल लग सकता है, लेकिन डिजाइन के लिहाज से यह अच्छा बैलेंस बनाता है. वहीं दूसरा कलर कैंडी लाइम ग्रीन कावासाकी का सिग्नेचर शेड है, जो बाइक को स्पोर्टी और बोल्ड लुक देता है. इन दोनों कलर ऑप्शंस की वजह से Z900 इस फेस्टिव सीजन यानी दीवाली के लिए एक ताजा और आकर्षक अपडेटेड अवतार में आई है. इंजन और परफॉर्मेंस कावासाकी ने Z900 के इंजन में कोई बदलाव नहीं किया है. इसमें पहले जैसा ही 999cc का लिक्विड-कूल्ड, इनलाइन-फोर इंजन दिया गया है. यह इंजन 125 PS की पावर और 98.6 Nm का टॉर्क जनरेट करता है. बाइक में 6-स्पीड गियरबॉक्स दिया गया है, जो स्मूद और स्पोर्टी राइडिंग एक्सपीरियंस प्रदान करता है. Z900 अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस और थ्रॉटल रिस्पॉन्स के लिए जानी जाती है. कंपनी ने इस बार इंजन या चेसिस में कोई बड़ा मैकेनिकल बदलाव नहीं किया है, जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहती है. डिजाइन और स्टाइलिंग Z900 हमेशा से अपने एग्रेसिव नेकेड डिजाइन और बोल्ड रोड प्रेजेंस के लिए पसंद की जाती रही है. नए 2026 मॉडल में कंपनी ने इसका स्टाइल और भी शार्प बना दिया है. अपडेटेड कलर स्कीम्स के साथ इसके बॉडी पैनल्स पर फिनिशिंग में भी सुधार किया गया है. बाइक के टैंक और फ्रेम का डिजाइन पहले जैसा ही है, लेकिन कलर हाइलाइट्स इसे ज्यादा डायनामिक लुक देते हैं. हेडलैंप यूनिट, एलईडी इंडिकेटर्स और मस्कुलर बॉडी डिजाइन इसे प्रीमियम स्ट्रीट नेकेड बाइक्स की लिस्ट में मजबूत बनाए रखते हैं. राइडिंग फीचर्स और टेक्नोलॉजी 2025 अपडेट के साथ जो फीचर्स जोड़े गए थे, वे इस नए मॉडल में भी मौजूद हैं. इसमें राइड मोड्स, ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम, और डिजिटल TFT डिस्प्ले जैसे फीचर्स शामिल हैं. इसके अलावा बाइक में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी भी मिलती है, जिससे राइडर अपने स्मार्टफोन से कनेक्ट कर सकता है और कॉल, नोटिफिकेशन या राइड डेटा एक्सेस कर सकता है. सस्पेंशन और ब्रेकिंग Z900 के सस्पेंशन सेटअप में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसमें फ्रंट में इनवर्टेड फोर्क्स और रियर में मोनोशॉक यूनिट दी गई है. वहीं ब्रेकिंग के लिए डुअल डिस्क ब्रेक (फ्रंट) और सिंगल डिस्क (रियर) के साथ ABS सिस्टम दिया गया है, जो हाई-स्पीड राइडिंग के दौरान स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है. मूल्य और उपलब्धता नई Kawasaki Z900 फिलहाल भारत में ₹9.99 लाख (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है. यह कीमत पिछले मॉडल की तुलना में थोड़ी ज्यादा है, लेकिन अपडेटेड कलर और डिजाइन के कारण बाइक देखने में और भी ज्यादा आकर्षक लगती है. कावासाकी ने Z900 के 2026 मॉडल को बिना किसी बड़े बदलाव के, लेकिन स्मार्ट कॉस्मेटिक टच के साथ पेश किया है. नए कलर ऑप्शंस और प्रीमियम फिनिशिंग इसे और दिलचस्प बनाते हैं. परफॉर्मेंस वही पुरानी दमदार है, और यह बाइक अब भी अपने सेगमेंट की सबसे बैलेंस्ड और पावरफुल नेकेड स्पोर्ट बाइक मानी जाती है.

2047 तक 7 करोड़ से अधिक ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति से जोड़ने का लक्ष्य

ओबीसी छात्रों के उत्थान में योगी सरकार अव्वल 2047 तक 7 करोड़ से अधिक ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति से जोड़ने का लक्ष्य  2017 से अब तक 2.07 करोड़ से अधिक ओबीसी छात्रों को छात्रों को मिल चुकी है छात्रवृत्ति  पिछले आठ वर्षों में ओबीसी छात्रों के कल्याण के लिए उठाए कई ऐतिहासिक कदम  ग्रामीण और वंचित ओबीसी युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ने में सफल हुई योगी सरकार लखनऊ  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों के सशक्तीकरण में अभूतपूर्व प्रगति हासिल की है। ओबीसी समुदाय के उत्थान के बिना 'विकसित यूपी' का सपना अधूरा है और योगी सरकार इसे साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। शुक्रवार को 10,28,205 से अधिक छात्र-छात्राओं को 300 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप डीबीटी के जरिए वितरित की गई, जिसमें ओबीसी के 4,83,000 से अधिक छात्रों को 126.69 करोड़ रुपये प्रदान किए गए। सरकार ने 2047 तक 7 करोड़ से अधिक ओबीसी छात्रों को 80,000 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति देने का संकल्प लिया है। 2016-17 तक केवल 46 लाख बच्चे स्कॉलरशिप का लाभ ले पाते थे, लेकिन योगी सरकार ने इसे बढ़ाकर 62 लाख तक पहुंचा दिया। यह पारदर्शी और त्वरित वितरण योगी सरकार की तकनीकी दक्षता का परिणाम है कि इस बार अनुसूचित जाति-जनजाति के 3,56,000 छात्रों को 114.92 करोड़, सामान्य वर्ग के 97,000 से अधिक छात्रों को 29.18 करोड़ और अल्पसंख्यक वर्ग के 90,758 छात्रों को 27.16 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप डीबीटी के जरिए दी गई।  ग्रामीण और वंचित ओबीसी युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ने में सफल हुई योगी सरकार पिछले आठ वर्षों में योगी सरकार ने ओबीसी कल्याण में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। वर्ष 2024-25 में 32,22,499 ओबीसी छात्रों को स्कॉलरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति दी गई, जबकि 2017 से अब तक 2,07,53,457 छात्रों को 13,535.33 करोड़ रुपये का लाभ मिला। यह राशि पूर्ववर्ती सरकार के 4,197 करोड़ रुपये के व्यय से चार गुना अधिक है, इसमें उन ओबीसी छात्रों की बड़ी संख्या शामिल है जो प्रदेश के ग्रामीण इलाकों और सुदूर क्षेत्रों से आते हैं। यह आंकड़ा न केवल सरकार की नीतियों की सफलता दर्शाता है, बल्कि ग्रामीण और वंचित ओबीसी युवाओं को उच्च शिक्षा तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहा है।   ओबीसी समुदाय का सशक्तीकरण 'विकसित उत्तर प्रदेश' का मूलमंत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई मौके पर कह चुके हैं कि शिक्षा सामाजिक समानता का आधार है। ओबीसी समुदाय का सशक्तीकरण 'विकसित उत्तर प्रदेश' का मूलमंत्र है। हमारा लक्ष्य हर वंचित छात्र को शिक्षा का अवसर देना है। सरकार ने 2047 तक 7 करोड़ से अधिक ओबीसी छात्रों को 80,000 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति देने का संकल्प लिया है। यह दीर्घकालिक दृष्टिकोण ग्रामीण ओबीसी युवाओं को तकनीकी, चिकित्सा और अन्य उच्च शिक्षा क्षेत्रों में आगे बढ़ाने में मदद करेगा। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने डीबीटी के जरिए पारदर्शिता सुनिश्चित की है, जिससे स्कॉलरशिप सीधे छात्रों के खातों में पहुंच रही है। यह पहल न केवल छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि ओबीसी समुदाय में आत्मविश्वास और सामाजिक गौरव भी जगा रही है। योगी सरकार के इस प्रयास से उत्तर प्रदेश सामाजिक और शैक्षिक समानता का नया मॉडल बन रहा है। पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि योगी सरकार ने ओबीसी और दिव्यांगजनों के लिए खजाना खोल दिया है। हमारा लक्ष्य है कि पिछड़ों को शिक्षा से सशक्त बनाकर सामाजिक समानता सुनिश्चित करें। यह प्रयास 'विकसित यूपी' का आधार बनेगा।

योगी सरकार का दीपोत्सव बना कला और संस्कृति का उत्सव

अयोध्या दीपोत्सव 2025:अयोध्या राम की पैड़ी पर बनेगी 80 हजार दीयों से सजी रंगोली योगी सरकार का दीपोत्सव बना कला और संस्कृति का उत्सव  दीपों से सजे रंग और श्रद्धा के स्वर, राम की पैड़ी पर बनेगी जीवंत रंगोली – कलश, स्वास्तिक और कमल पुष्प की आकृतियों से सजेगी रामनगरी की धरती – हर दीया हमारी आस्था का प्रतीक है” कलाकार सरिता द्विवेदी अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप इस बार का नवम दीपोत्सव-2025 अयोध्या को नई सांस्कृतिक ऊँचाइयों पर ले जाने वाला है। रामनगरी न केवल लाखों दीपों की रोशनी में नहाएगी, बल्कि उत्तर प्रदेश की लोक कला, परंपरा और आध्यात्मिकता का अनूठा संगम भी प्रस्तुत करेगी। इस वर्ष राम की पैड़ी का दृश्य सबसे अलग होगा। यहां 80 हजार दीयों से सजाई जा रही रंगोली अद्भुत दृश्य पेश करेगी, जो भक्तिभाव, सौंदर्य और कला की गहराई को एक साथ दर्शाएगी। लोककला की नई परिभाषा 80 हजार दीपों से बनेगी जीवंत रंगोली अयोध्या दीपोत्सव के इतिहास में पहली बार राम की पैड़ी पर इतनी बड़ी दीप-रंगोली बनाई जा रही है।  यह पारंपरिक चौक पूरने की कला पर आधारित है, जिसमें मिट्टी के दीयों, रंगों और फूलों का संयोजन किया जा रहा है। इस अद्वितीय रंगोली में लगभग 80 हजार दीपों को इस प्रकार सजाया जाएगा कि ऊपर से देखने पर यह ईश्वर आमंत्रण के प्रतीकात्मक रूप में नजर आएगी मानो खुद श्रीराम के आगमन के स्वागत में धरती सजी हो। कलश, स्वस्तिक और कमल फूल की रूपरेखा में झलकेगी श्रद्धा रंगोली की डिज़ाइन में कलश, स्वास्तिक और कमल पुष्प जैसे पारंपरिक प्रतीकों का समावेश किया गया है।कलश समृद्धि और मंगल का प्रतीक है, स्वास्तिक शुभता और सकारात्मकता का संकेत देता है,और कमल पुष्प भक्ति, पवित्रता और श्रीराम के दिव्य जीवन का प्रतीक माना गया है। इन प्रतीकों को रंगों और दीपों से इस तरह गूंथा जा रहा है कि प्रत्येक रेखा और हर दीया एक कथा कहेगा श्रद्धा, सौंदर्य और संस्कृति की। चौक पूरने की परंपरा जब ईश्वर को आमंत्रित किया जाता है लोक संस्कृति में “चौक पूरना” वह शुभ क्षण होता है जब किसी देवता को आमंत्रित किया जाता है। यह कला न केवल सजावट का माध्यम है, बल्कि यह उस संवाद का प्रतीक भी है जो मनुष्य और ईश्वर के बीच होता है। राम की पैड़ी पर यह चौक पूरने की शैली एक भव्य और जीवंत रूप में प्रस्तुत होगी रंगों से सजी, दीपों से जगमगाती और भक्ति की ऊर्जा से ओतप्रोत। अवध विश्वविद्यालय की 50 छात्राओं की रचनात्मक टीम इस अनूठी दीप-रंगोली को तैयार कर रही है डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या की कला विभाग की टीम। 50 छात्राओं ने मिलकर इस रंगोली को डिजाइन और तैयार किया है। हर छात्रा अपने हिस्से की दीया सज्जा, रंग भराई और पैटर्न बनाने में पूरी निष्ठा से लगी हुई है।  रंगोली की प्रमुख संयोजक और कला विभाग की प्रतिभाशाली कलाकार डॉ सरिता द्विवेदी ने बताया राम की पैड़ी पर बनाई जा रही यह रंगोली हमारे लिए केवल एक कला नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है। हर रंग, हर दीया, हर आकृति में हमने अपनी भावना और श्रद्धा उड़ेल दी है। जब इतने सारे दीप एक साथ प्रज्वलित होंगे, तो वह दृश्य सिर्फ प्रकाश नहीं बिखेरेगा, बल्कि यह पूरी अयोध्या की आत्मा को प्रकाशित करेगा। रंगों, मिट्टी और दीपों का त्रिवेणी संगम रंगोली बनाने में पारंपरिक गेरू, चावल के आटे, प्राकृतिक रंग और मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है ताकि इसकी मौलिकता और पारंपरिक सौंदर्य बना रहे। दीपों को सजाने के लिए मिट्टी के स्थानिक कारीगरों की भी मदद ली गई है। हर हिस्से को इस तरह जोड़ा गया है कि जब सूर्य अस्त होगा और दीप प्रज्वलित होंगे, तब पूरी रंगोली एक दिव्य छवि में परिवर्तित हो जाएगी, मानो धरती पर देवताओं ने स्वयं दीप जला दिए हों। योगी सरकार की पहल से अयोध्या बनी कला की राजधानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से दीपोत्सव केवल एक धार्मिक पर्व नहीं रहा, बल्कि यह कला, संस्कृति और नवाचार का उत्सव बन चुका है। इस वर्ष अयोध्या का दीपोत्सव भारतीय लोक कला को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने का माध्यम बन रहा है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट दृष्टिकोण है दीपोत्सव केवल दीपों का नहीं, बल्कि अयोध्या की आत्मा को जगमगाने का पर्व है। जब हर दीया बोलेगा जय श्रीराम राम की पैड़ी पर 80 हजार दीपों से सजी यह रंगोली जब दीपोत्सव की रात चमकेगी, तो उसका दृश्य ऐसा होगा मानो धरती पर सितारे उतर आए हों। अयोध्या के हर कोने में तब एक ही स्वर गूंजेगा “जय श्रीराम!”और उस क्षण यह रंगोली केवल एक कलाकृति नहीं, बल्कि भक्ति और भारतीयता की जीवंत तस्वीर बन जाएगी।

योगी सरकार दे रही अयोध्या को नया स्वरूप, रामायण थीम पर बन रहे 20 सेल्फी प्वाइंट

अयोध्या दीपोत्सव 2025: रामायण के अध्यायों पर आधारित कलात्मक नज़ारे श्रद्धालुओं को करेंगे आकर्षित  योगी सरकार दे रही अयोध्या को नया स्वरूप, रामायण थीम पर बन रहे 20 सेल्फी प्वाइंट दीपोत्सव 2025 में धर्मपथ, लता चौक और राम की पैड़ी पर दिखेगी कला और आस्था की झलक  रामायण के अध्यायों से सजे सेल्फी प्वाइंट, धनुष आकार में उकेरी जा रही अनोखी कलाकृतियाँ – श्रद्धालु ले जाएंगे दीपोत्सव की यादें, श्रीराम और हनुमान के दृश्यों के संग खिंचेंगी तस्वीरें अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि दीपोत्सव 2025 केवल प्रकाश पर्व न होकर, श्रद्धा, संस्कृति और डिजिटल अनुभव का ऐसा संगम बने जो विश्व को अयोध्या की नई पहचान दे। इसी कड़ी में अयोध्या धाम को और भव्य स्वरूप देने के लिए 20 विशेष “सेल्फी प्वाइंट” तैयार किए जा रहे हैं। ये सेल्फी प्वाइंट रामायण के विभिन्न अध्यायों पर आधारित होंगे और धर्मपथ, लता चौक, राम की पैड़ी तथा रामकथा पार्क सहित प्रमुख स्थलों पर स्थापित किए जा रहे हैं। रामायण के इन 20 प्रसंगों के आधार बनें हैं सेल्फी प्वाइंट हर सेल्फी प्वाइंट की थीम रामायण के किसी खास प्रसंग से जुड़ी होगी। इनमें सुमेरु पर्वत को लेकर उड़ते हुए हनुमान जी, भगवान श्रीराम को वर्षा से बचाने के लिए केले के पत्ते के नीचे खड़े हनुमान, श्रीराम और लक्ष्मण को कंधे पर लेकर उड़ते हनुमान, जटायु से वार्तालाप करते प्रभु श्रीराम, अशोक वाटिका में मां सीता से भेंट करते हनुमान, रावण वध का दृश्य, भगवान राम और माता सीता से मिलते केवट, रावण पर बाण चलाते श्रीराम, लंका दहन करते हनुमान, अग्नि परीक्षा देती मां सीता जैसे भावनात्मक व प्रेरक दृश्य शामिल हैं। इन संरचनाओं को विशेष रूप से धनुष के आकार में कार्विंग किया जा रहा है, जो अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान और प्रभु श्रीराम के प्रतीक को जीवंत करेगा।श्रद्धालु इन सुंदर सेल्फी प्वाइंट्स के साथ तस्वीरें लेकर दीपोत्सव की स्मृति को हमेशा के लिए सहेज सकेंगे। अयोध्या को मिलेगी नई पहचान उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा चयनित कार्यदायी संस्था सार्क मीडिया इन सेल्फी प्वाइंट्स का निर्माण कर रही है। संस्था के संचालक सौरभ कुमार सिंह ने बताया,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या केवल धार्मिक नगरी नहीं, बल्कि आधुनिक कला और आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र बन रही है। ये 20 सेल्फी प्वाइंट श्रद्धालुओं को ‘रामायण अनुभव’ से जोड़ने का माध्यम बनेंगे। हमारा उद्देश्य है कि हर आगंतुक अपने कैमरे में अयोध्या की अनोखी सांस्कृतिक झलक कैद कर सके। डिजिटल युग में श्रद्धा और संस्कृति का संगम अयोध्या दीपोत्सव 2025 में इन थीमैटिक इंस्टॉलेशनों के माध्यम से डिजिटल आकर्षण और पारंपरिक भक्ति का मेल देखने को मिलेगा। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए ये सेल्फी प्वाइंट ‘रामायण के प्रसंगों को जीवंत रूप में देखने और अनुभव करने’ का अद्भुत अवसर प्रदान करेंगे।दीपोत्सव के दौरान जब धर्मपथ, राम की पैड़ी और लता चौक रोशनी से नहाएंगे, तब इन कलात्मक पृष्ठभूमियों के साथ ली गई तस्वीरें अयोध्या की भव्यता की गवाही देंगी और यही योगी सरकार की उस दृष्टि का हिस्सा है, जिसमें अयोध्या न केवल विश्वास का, बल्कि संस्कृति और कला का भी वैश्विक केंद्र बने।

सीएम योगी के मिशन विकसित उत्तर प्रदेश यूपी के दुबई प्रवासियों को मिला जनसमर्थन

यूपी के दुबई प्रवासियों ने विकसित उत्तर प्रदेश मिशन में लिया डिजिटल संकल्प सीएम योगी के मिशन विकसित उत्तर प्रदेश यूपी के दुबई प्रवासियों को मिला जनसमर्थन  शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, संस्कृति और फिल्म उद्योग से जुड़े सुझाव साझा किए गए प्रवासियों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने सुझाव प्रदेश सरकार को भेजे डिजिटल माध्यम से विचार साझा करने का मंच प्रदान कर प्रदेश के विकास में प्रवासियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई दुबई/लखनऊ  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन “विकसित उत्तर प्रदेश” के समर्थन में दुबई के यूपी प्रवासियों ने डिजिटल माध्यम से अपने अनुभव और सुझाव साझा कर प्रदेश के विकास के लिए नया संकल्प लिया। इंडिया क्लब के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों ने शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, संस्कृति और फिल्म क्षेत्र सहित प्रदेश के हर विकास पहलू पर विचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर यूपीडीएफ और यूपी कनेक्ट दुबई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, स्थानीय उद्योगों और आधुनिक विकास की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रवासियों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने सुझाव प्रदेश सरकार को भेजे। कार्यक्रम में शामिल हुए प्रवासी भारतीयों ने प्रदेश को उत्तम और आत्मनिर्भर बनाने के अपने अनुभवों और रणनीतिक सुझावों से इसे और प्रभावशाली बनाया। डिजिटल माध्यम से विचार और सुझाव दुबई स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सीईओ डॉ. निलय राजन ने काव्य पाठ के माध्यम से विचार साझा किए। इसके अतिरिक्त उद्योगपति अमित वर्धन, अनीता सचान, आशुतोष श्रीवास्तव, इमरान, उपेन्द्र चतुर्वेदी, मनोज चतुर्वेदी, संस्कृति, देवा सोलंकी, मनोरमा चतुर्वेदी, राजेश कोषाध्यक्ष, अमित चतुर्वेदी ने प्रदेश के विकास पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए। प्रवासी भारतीयों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा विधायक और मंत्री रवीन्द्र जायसवाल के समाज परक और विकासोन्मुख प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस डिजिटल माध्यम को प्रदेश के विकास में एक नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करने वाला बताया। प्रवासी भारतीयों ने साझा किए सुझाव कार्यक्रम के संचालक और महासचिव डा. साहित्य चतुर्वेदी ने बताया कि इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता, यमुना और गंगा की शोभा, मथुरा के पेड़े, हाथरस के मसाले, कन्नौज के इत्र, कानपुर के उद्योग, बनारस की साड़ियां, आगरे की दालमौठ सहित प्रदेश के पर्यटन, शिक्षा, संस्कृति, फिल्म और उद्योग क्षेत्र से जुड़े सैकड़ों सुझाव एकत्रित किए गए। यूपी डायस्पोरा की इस पहल का निर्देशन यूपीडीएफ के चेयरमैन एवं अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने किया। प्रवासियों की ओर से सुझाव आमंत्रित करने का स्वागत संस्था के अध्यक्ष डा. राजेश अग्रवाल ने किया। सभा का संचालन सिंधी समाज के अध्यक्ष चंद्र शेखर भाटिया ने किया। सभा की अध्यक्षता के लिए शिक्षाविद डा. कुशनाथ चतुर्वेदी को आमंत्रित किया गया। उन्हें और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से नवाजा गया।

छत्तीसगढ़: BMO रिश्वत लेते गिरफ्तार, एसीबी की बड़ी कार्रवाई

रायपुर एसीबी की टीम ने आज सक्ती जिले में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) राजेंद्र कुमार पटेल को अपने ही कार्यालय के बाबू से 15000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा. यह कार्रवाई बीएमओ कार्यालय डभरा के बाबू की शिकायत पर की गई. एसीबी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. एसीबी इकाई बिलासपुर की टीम ने पिछले डेढ़ साल में 35 ट्रैप की कार्रवाई है। 6 अक्टूबर 2025 को वार्ड नंबर 12 डभरा, जिला सक्ती निवासी उमेश कुमार चंद्रा बीएमओ कार्यालय डभरा में बाबू के पद पर पदस्थ है. उन्होंने एसीबी इकाई बिलासपुर में शिकायत की थी कि उसकी यात्रा भत्ता बिल की राशि 81000 रुपए का भुगतान पूर्व में हो चुका है. राशि भुगतान होने के एवज में डभरा के बीएमओ राजेंद्र कुमार पटेल ने उससे 32500 रुपए रिश्वत की मांग की. बीएमओ 16500 रुपए ले लिए हैं. 16000 रुपए की और मांग की जा रही है, जिसे वह बीएमओ को नहीं देना चाहता बल्कि उसे रंगे हाथ पकड़वाना चाहता है. जांच में शिकायत सही पाई गई. इसके बाद एसीबी ने बीएमओ को रिश्वत लेते पकड़ने का जाल बिछाया. मोलभाव पर आरोपी ने 15000 रुपए लेने सहमति दी, जिस पर ट्रैप की योजना तैयार की गई. आज प्रार्थी को रिश्वती रकम 15000 रुपए आरोपी को देने के लिए भेजा गया. बीएमओ राजेंद्र कुमार पटेल डभरा स्थित अपने कार्यालय में प्रार्थी से 15000 रुपए रिश्वत ले रहा था, इस दौरान एसीबी की टीम ने बीएमओ को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा और रिश्वत रकम को आरोपी से बरामद किया. अचानक हुई कार्रवाई से आसपास हड़कंप मच गया. पकड़े गए आरोपी से रिश्वत की रकम 15 हजार रुपए जब्त कर एसीबी की टीम रिश्वतखोर बीएमओ के विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई कर रही है. एसीबी ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली से पूर्व 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों को डीबीटी के माध्यम से वितरित की छात्रवृत्ति

छात्रवृत्ति से वंचित नहीं रहेगा प्रदेश का कोई भी छात्रः सीएम योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली से पूर्व 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों को डीबीटी के माध्यम से वितरित की छात्रवृत्ति छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम के तहत ₹300 करोड़ से ज्यादा की धनराशि सीधे छात्रों के खातों में भेजी गई प्रधानमंत्री जी के कथन“पारदर्शिता ही सुशासन की पहचान है”को डीबीटी प्रणाली के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहाः सीएम अब दो चरणों में दी जा रही छात्रवृत्ति, 2016-17 में 8.64 लाख से बढ़कर अब 62 लाख छात्र-छात्राएं पा रहे हैं लाभः मुख्यमंत्री 4.27 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को अब तक मिला है छात्रवृत्ति का लाभः योगी आदित्यनाथ बाबा साहब ने कहा था- पढ़-लिखकर ही स्वावलंबी बन सकते हैं, हमारा भी संकल्प है कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहेः सीएम योगी   लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के ठीक पूर्व प्रदेश के छात्र-छात्राओं को बड़ी सौगात देते हुए दशमोत्तर एवं पूर्वदशम छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत एक साथ 10 लाख 28 हजार 205 विद्यार्थियों को ₹300 करोड़ की छात्रवृत्ति राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में प्रेषित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश के होनहार विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आने देने के संकल्प के साथ आयोजित किया गया है। यह डबल इंजन सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चलाए जा रहे शिक्षा-सशक्तिकरण अभियान की एक नई कड़ी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी विजयादशमी के अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी गई थी। पहले छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया में भेदभाव, विलंब और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएं आम थीं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में टेक्नोलॉजी आधारित डीबीटी प्रणाली लागू होने से अब पात्र छात्रों के खाते में राशि सीधे पहुंच रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब छात्रवृत्ति वर्ष में एक बार नहीं बल्कि दो चरणों में (अक्टूबर और जनवरी में) दी जाएगी, ताकि छात्रों को समय पर सहायता मिले। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 तक जहां केवल 8.64 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति से लाभान्वित होते थे, वहीं अब यह संख्या 62 लाख तक पहुंच गई है। विभिन्न वर्गों के छात्रों को मिली छात्रवृत्ति मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 3 लाख 56 हजार से अधिक विद्यार्थियों को ₹114 करोड़ 92 लाख, सामान्य वर्ग के 97 हजार से अधिक छात्रों को ₹29 करोड़ 18 लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग के 4 लाख 83 हजार से अधिक विद्यार्थियों को ₹126 करोड़ 69 लाख और अल्पसंख्यक वर्ग के 90 हजार 758 विद्यार्थियों को ₹27 करोड़ 16 लाख की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खातों में भेजी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा एकदम स्पष्ट है, जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी जी कहते हैं,“पारदर्शिता ही सुशासन की पहचान है।”डीबीटी प्रणाली इसी पारदर्शिता का सशक्त उदाहरण है। पारदर्शी और तकनीक आधारित व्यवस्था मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहे। गत वर्ष जिन विद्यार्थियों को संस्थानों की लापरवाही या पोर्टल की त्रुटियों के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी, उनके लिए पोर्टल को पुनः सक्रिय किया गया है। जैसे ही डेटा एंट्री पूरी होगी, एक विशेष समारोह में उन्हें भी डीबीटी के माध्यम से राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे, हर छात्र अपने सपनों की उड़ान भर सके। शिक्षा ही स्वावलंबन का मार्ग मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का उल्लेख करते हुए कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि “पढ़-लिखकर ही हम स्वावलंबी बन सकते हैं और समाज के लिए कुछ कर सकते हैं।” उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी बाबा साहब ने शिक्षा के बल पर अपनी राह बनाई। आज हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं, आवश्यकता है मेहनत, अनुशासन और लगन की। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पुस्तकालयों की ओर रुझान बढ़ाएं, नियमित रूप से विद्यालय जाएं, नवाचार के प्रति जिज्ञासा रखें और समाज व राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। 4 करोड़ 27 लाख विद्यार्थियों को अब तक लाभ मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में 4 करोड़ 27 लाख से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया गया है। 2016-17 से पहले की सरकारों ने अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी थी, लेकिन हमारी सरकार ने न केवल वह राशि जारी की बल्कि दो वर्षों की छात्रवृत्ति एक साथ दी। उन्होंने कहा कि हमारा स्पष्ट संकल्प है कि किसी भी विद्यार्थी के साथ भेदभाव नहीं होगा। ईमानदारी, पारदर्शिता और समान अवसर हमारी सरकार की प्राथमिकता है। शिक्षा-सशक्तिकरण की नई पहलें मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में शिक्षा-सशक्तिकरण के लिए कई नई पहलें की गई हैं। अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम से सभी 18 कमिश्नरी में विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जहां श्रमिक परिवारों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधा मिल रही है। आश्रम पद्धति विद्यालय के अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों के लिए उत्कृष्ट शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कस्तूरबा बालिका विद्यालय के माध्यम से गरीब और वंचित वर्ग की बालिकाओं को इंटरमीडिएट स्तर तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी का अवसर मिल रहा है, जिससे अब छात्रों को बाहर नहीं जाना पड़ता। सामाजिक सुरक्षा की दिशा में कदम मुख्यमंत्री ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के माध्यम से प्रदेश के 1 करोड़ 5 लाख परिवारों को ₹12,000 वार्षिक पेंशन डीबीटी के जरिए दी जा रही है। पहले ₹300 मासिक पेंशन छह महीने में दी जाती थी, जिसमें बिचौलिये हिस्सा खा जाते थे। हमारी सरकार ने इसे बढ़ाकर अब ₹1,000 प्रति माह किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक 4 लाख से अधिक बेटियों के विवाह कराए जा चुके हैं। प्रत्येक विवाह हेतु ₹1 लाख की सहायता राशि दी जाती है। गरीबी उन्मूलन में ऐतिहासिक उपलब्धि मुख्यमंत्री ने … Read more

यूपी में 5.38 लाख महिलाओं के लिए सरकार का तोहफा, दिवाली पर मुफ्त मिलेगा गैस सिलेंडर

लखीमपुर खीरी  उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में दीपावली पर उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एक विशेष तोहफा दिया जा रहा है. इस योजना के तहत जिले में कुल 5,38,996 लाभार्थी हैं, जिन्हें दीपावली के अवसर पर एक गैस सिलेंडर की कीमत के बराबर धनराशि दी जाएगी. विभाग ने इस संबंध में तैयारी शुरू कर दी है. लखीमपुर खीरी जिले में भारत गैस की 29 एजेंसियां हैं, जिनमें 2,11,316 लाभार्थी हैं. इसके अलावा, HP की 15 एजेंसियों में 93,700 और इंडियन ऑयल की 40 एजेंसियों में 2,33,945 लाभार्थियों को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर दिए गए हैं. त्योहारों पर प्रदेश सरकार ने किया था वादा  राज्य सरकार ने होली और दीपावली के त्योहारों पर मुफ्त सिलेंडर देने का वादा किया था. हालांकि तरीका सब जगह एक ही होता है. लाभार्थियों को गैस सिलेंडर रिफिलिंग के लिए धनराशि सरकार द्वारा दी जाएगी, लेकिन उन्हें पहले गैस एजेंसी पर जाकर नगद सिलेंडर खरीदना होगा. जितनी धनराशि उपभोक्ता गैस एजेंसी पर देंगे, उतनी ही राशि उनके खाते में वापस कर दी जाएगी. लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि अगर उनका बैंक खाता एनपीसीआई से लिंक नहीं है, तो वे इसे लिंक करवा लें, ताकि धनराशि में कोई दिक्कत न हो. इसके बिना वे योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे और पैसे उनके एकाउंट में नहीं आ पाएंगे. लोकल 18 को महिला नीरज ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से दीपावली पर घरेलू गैस सिलेंडर का लाभ दिया जा रहा है. यह महिलाओं लिए सौभाग्य की बात है.  

एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग में भोपाल के मॉडल स्कूल को शीर्ष स्थान

एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग में भोपाल के मॉडल स्कूल को पहला स्थान मिला हैट्रिक बनाने वाला मध्यप्रदेश का सरकारी क्षेत्र का पहला स्कूल भोपाल  भोपाल के मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल, टी.टी. नगर ने एजुकेशन वर्ल्ड संस्था की ओर से जारी सरकारी स्कूलों के रैंकिंग में वर्ष 2025-26 में पहला स्थान प्राप्त किया है। मॉडल स्कूल को यह सम्मान स्टूडियो क्लास, इन्फ्रास्ट्रक्चर और साइकोलॉजी और अन्य विशेषताओं के कारण मिला है एजुकेशन वर्ल्ड शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए पोर्टल है, जो हर साल विश्व स्तरीय स्कूलों की रैंकिंग जारी करता है। इस रैंकिंग में मॉडल स्कूल ने पिछले परीक्षा परिणाम, सांस्कृतिक गतिविधियों, इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की उपलब्धता उनका आउटपुट, मेंटल और इमोशनल वैलबीइंग सेवाओं, खेल, अकादमिक गतिविधियों एवं अन्य आधारों पर की गई है। इन सभी क्षेत्रों में पूरे भारत से विद्यालय चयनित किए जाते हैं एवं उनके आधार पर निर्धारित मानकों में से अंक दिए जाते हैं स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर मार्किंग की जाती है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा संचालित मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल टी.टी. नगर ने लगातार 3 वर्ष शासकीय क्षेत्र के विद्यालयों की कैटेगरी में अपना स्थान बनाया है। यह स्कूल प्रदेश का एकमात्र स्कूल बन गया है, जिसने शिक्षा की गुणवत्ता के आधारपर अपना स्थान बनाया है। नई दिल्ली में आयोजित समारोह में केन्द्र सरकार के वित्तीय सलाहकार  विनय प्रताप सिंह ने मॉडल स्कूल की प्राचार्य रेखा शर्मा को गुरूवार को पुरस्कृत किया गया। मॉडल स्कूल में स्टूडियो क्लास शुरू की गई। इससे अन्य स्कूल वर्चुअली जुड़कर मॉडल स्कूल में जो लैक्चर होते हैं, उनका वे लाभ उठा रहे हैं। स्कूल में बनाई गई साइकालॉजी लैब में बच्चों का समय-समय पर टेस्ट होता है, इससे पता चलता है कि बच्चा पढ़ाई के बोझ के कारण किसी प्रकार के तनाव में तो नहीं है। मॉडल स्कूल की प्राचार्य मती रेखा शर्मा ने बताया कि यह गौरव सभी सरकारी स्कूलों के लिये है। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिये माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अधिकारियों और विद्यालय के संपूर्ण स्टाफ का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि मॉडल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की भलाई के लिये और भी नवाचार किये जाते रहेंगे।