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बाबा राम रहीम की मुश्किलें बढ़ीं, नपंसुक बनाने के मामले में 3 को समन

चंडीगढ़ डेरा सिरसा में करीब 400 अनुयायियों को कथित तौर पर नपुंसक बनाने के मामले में शुक्रवार को पंचकूला स्पेशल सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई। सीबीआई की ओर से मामले में सुनवाई के दौरान गवाह भादर सिंह की गवाही दर्ज की गई। वहीं, एक अन्य गवाह गोपी किशन की मौत की रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई। मामले में राम रहीम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 30 अक्टूबर की तारीख तय की है और उस दिन के लिए 3 गवाहों को गवाही के लिए य समन जारी किए गए है।  वहीं, इस मामले का मुख्य गवाह भी अमेरिका में रह रहा है जिसकी गवाही कोर्ट पहले ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करवाने से के आदेश दे चुका है। कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओरए से सीनियर पीपी जसविंदर कुमार भट्टी, ए पीपी सोनम और डिप्टी एसपी राकेश स कुमार मौर्या मौजूद रहे। राम रहीम के क वकील अमर डी. कमरा और जितेंद्र के खुराना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।  गोपी किशन के समन पर रिपोर्ट आई कि उनकी मौत 27 जून 2019 को हो चुकी है। मौत का सर्टिफिकेट भी कोर्ट में है पेश किया गया। वहीं, जमानत पर बाहर डॉक्टर एमपी सिंह और डॉक्टर पंकज गर्ग कोर्ट में हाजिर हुए। 

हनुमानगढ़ी-रामलला दर्शन के बाद बस्तीवासियों संग दीप जलाएंगे सीएम योगी

वार्ड देवकली में बच्चों संग दीपोत्सव की खुशियां साझा करेंगे योगी समरसता का संदेश देगा मुख्यमंत्री का दीपोत्सव कार्यक्रम अयोध्या, नौवां दीपोत्सव इस बार अयोध्या के इतिहास में एक नई सामाजिक परंपरा जोड़ने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तय किया है कि दीपोत्सव के अगले दिन वे निषाद और मलिन बस्ती के परिवारों के बीच जाकर उनके साथ दिवाली का पर्व मनाएंगे। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम इस संदेश के साथ आयोजित किया जा रहा है कि प्रभु श्रीराम की नगरी में किसी भी घर का दीपक बुझा न रहे। हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन करेंगे मुख्यमंत्री दीपोत्सव के मुख्य दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचकर हनुमान जी का दर्शन-पूजन करेंगे, उसके बाद रामलला के दरबार में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री भगवान श्रीराम से प्रदेश की समृद्धि, शांति और लोकमंगल की कामना करेंगे। इसके पश्चात वे अयोध्या के प्रमुख संतों और मठ-महंतों से भेंटकर आशीर्वाद भी प्राप्त करेंगे व कारसेवक भी जाएंगे। निषाद बस्ती में फलाहार और दीप प्रज्वलन रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वार्ड संख्या एक के अभिरामदास नगर (निषाद बस्ती) जाएंगे, जहां वे स्थानीय परिवारों के साथ दिवाली का पर्व मनाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री सामुदायिक रूप से फलाहार करेंगे और लगभग 400 लोगों के साथ दीप जलाकर सामूहिक उत्सव में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री निषाद परिवारों के घर जाकर दीप प्रज्वलित करेंगे, बच्चों को मिठाइयां और ट्रॉफियां वितरित करेंगे, तथा कुछ वरिष्ठ नागरिकों से संवाद कर दीपोत्सव की शुभकामनाएं देंगे। मलिन बस्ती देवकली में बच्चों संग मनाएंगे दिवाली इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वार्ड देवकली की मलिन बस्ती पहुंचेंगे, जहां वे बच्चों का उत्साह बढ़ाएंगे और उनके साथ दीप जलाकर दिवाली की खुशियां साझा करेंगे। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम समाज के गरीब, वंचित और पिछड़े तबकों के बीच समरसता और सहभागिता का सशक्त संदेश देगा। प्रशासन ने की चाक-चौबंद तैयारियां जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस विशेष कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। बस्तियों में सुरक्षा, स्वच्छता, रोशनी और सजावट के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। नगर निगम, विद्युत विभाग और सफाई कर्मी लगातार सक्रिय हैं। जहां-जहां मुख्यमंत्री का भ्रमण प्रस्तावित है, वहां सड़कों की मरम्मत, दीपों की सजावट और सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कार्यक्रम दीपोत्सव की उस मूल भावना को जीवंत करता है, जिसमें हर वर्ग, हर बस्ती और हर व्यक्ति को शामिल करने का संकल्प निहित है। मुख्यमंत्री का उद्देश्य स्पष्ट है दीपोत्सव सिर्फ अयोध्या की झिलमिलाती सड़कों तक सीमित न रहे, बल्कि हर बस्ती, हर घर तक उसका प्रकाश पहुंचे।

विदेश से आए युवक की मौत से हड़कंप, पंजाब में तेजी से फैल रही खतरनाक बीमारी

गुरदासपुर  गुरदासपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। आज फिर एक 25 साल के युवक इंदरजीत सिंह उर्फ इंदू की डेंगू से मौत की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, मरने वाला युवक वार्ड नंबर 16 मोहल्ला नांगल कोटली की गुरुद्वारा साहिब वाली गली का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक, युवक बहुत मेहनती था और अपने परिवार की आर्थिक हालत ठीक करने के लिए दुबई गया था और कुछ समय पहले ही दुबई से गुरदासपुर लौटा था। इलाके में युवक की मौत से मोहल्ले के लोग बहुत गुस्से में हैं और आरोप लगा रहे हैं कि राजनीतिक साजिश के कारण इलाके के साथ भेदभाव हो रहा है। शहर में डेंगू के तेजी से फैलने के बावजूद अब तक मोहल्ले में कोई स्प्रे या फॉगिंग नहीं की गई है। अगर कोई स्प्रे या फॉग करने आता है, तो वह घरवालों का नाम पूछता है और कुछ घरों में फॉग करके चला जाता है। पूरे मोहल्ले में कोई फॉगिंग या स्प्रे नहीं होता। 

रक्षा मंत्री ने किया पीटीसी इंडस्ट्रीज का भ्रमण,टाइटेनियम और सुपर एलॉय मटेरियल प्लांट्स का किया लोकार्पण

लखनऊ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पीटीसी इंडस्ट्रीज का भ्रमण किया और यहां बने विश्व स्तरीय टाइटेनियम और सुपर एलॉय मटेरियल प्लांट्स का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर नई नियुक्त कर्मचारियों को एंप्लॉयमेंट सर्टिफिकेट भी प्रदान किए। राजनाथ सिंह ने कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह आपके जीवन की नई यात्रा की शुरुआत है, जो परिश्रम, समर्पण और राष्ट्र सेवा की भावना से भरी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस यूनिट का लोकार्पण डिफेंस सेक्टर में सेल्फ रिलायंस के लिए एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन साबित होगा। रक्षा मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि इस प्रोजेक्ट के असली नायक यहां काम कर रहे कर्मचारी और इंजीनियर हैं, जो भारत के भविष्य को आकार दे रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश में निवेशक घबराते नहीं हैं राजनाथ सिंह ने कहा कि यह लोकार्पण उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि लगभग 8-10 साल पहले यह कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि उत्तर प्रदेश इस तरह की इंडस्ट्रीज का केंद्र बनेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर, निवेशकों का भरोसा और इंडस्ट्री फ्रेंडली नीतियां इस बदलाव के मुख्य कारण हैं। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर मजबूत है, निवेशक घबराते नहीं हैं और सरकार व प्रशासन मिलकर उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से लखनऊ, कानपुर, रेवाड़ी, प्रयागराज और बनारस जैसे शहरों में छोटे-मोटे मैन्युफैक्चरिंग हब और सपोर्ट इंडस्ट्रीज का विकास होगा, जिससे नौजवानों को रोजगार के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में महत्व राजनाथ सिंह ने कहा कि टाइटेनियम और सुपर एलॉय जैसे स्ट्रैटेजिक मटेरियल्स डिफेंस, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स और मेडिकल उपकरणों में अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि भारत अब अपने मैटेरियल्स, कंपोनेंट्स और चिप्स खुद तैयार कर सकेगा, जिससे देश की तकनीकी संप्रभुता और आत्मनिर्भरता मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि यह प्लांट केवल मशीन या एलॉयज ही नहीं बना रहा है, बल्कि यह भारत की टेक्नोलॉजिकल सॉवरेनिटी (तकनीकी संप्रुभता) की नींव तैयार कर रहा है। रोजगार, प्रशिक्षण और नवाचार के अवसर रक्षा मंत्री ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों के लिए रोजगार पैदा होंगे। इसके अलावा, क्षेत्रीय एमएसएमई और स्टार्टअप्स को तकनीकी प्रशिक्षण और अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी संस्थान जैसे आईआईटी और पॉलिटेक्निक के विद्यार्थी इस परियोजना से सीधे लाभान्वित होंगे और इससे युवाओं को रोजगार के साथ आधुनिक तकनीक सीखने का अवसर भी मिलेगा। भारत अब डिजाइन, डेवलप और डिलीवर के युग में प्रवेश कर चुका राजनाथ सिंह ने बताया कि सरकार और प्राइवेट सेक्टर की साझेदारी डिफेंस प्रोडक्शन और रिसर्च के क्षेत्र में नया अभियान बन चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल मेक इन इंडिया तक सीमित नहीं है, बल्कि डिजाइन, डेवलप और डिलीवर इन इंडिया के युग में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने युवाओं और इनोवेटर्स से अपील की कि वे इस नई इंडस्ट्री इकोसिस्टम का हिस्सा बनें और आने वाले समय में डिफेंस सेक्टर की नई संभावनाओं को आगे बढ़ाएं। सस्टेनेबल ग्रोथ और ग्रीन टेक्नोलॉजी पर फोकस रक्षा मंत्री ने इस प्रोजेक्ट में ग्रीन टेक्नोलॉजी और ऊर्जा दक्षता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के विकास के साथ प्राकृतिक संसाधनों का संतुलन बनाए रखना आज की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकार की नीतियां और उद्योग की पहल इस स्पिरिट के साथ काम करेंगी, तो भारत आने वाले वर्षों में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बन जाएगा। अंतरराष्ट्रीय पहचान और भारत की ताकत राजनाथ सिंह ने साझा किया कि हाल ही में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय डिफेंस और आर्थिक विकास की प्रशंसा सुनी। उन्होंने कहा कि आज भारत की अंतरराष्ट्रीय हैसियत मजबूत हुई है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत की बात गंभीरता से सुनता है। उन्होंने कर्मचारियों और इंजीनियर्स से कहा कि यह मोमेंटम बनाए रखें और जोश और जिम्मेदारी के साथ लगातार मेहनत करें, तभी देश आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से मजबूत बनेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद संजय सेठ व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। पीटीसी इंडस्ट्रीज और भारत डायनामिक्स के बीच हुआ एमओयू भ्रमण के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीटीसी इंडस्ट्रीज द्वारा विभिन्न फाइटर जेट्स, मिसाइल्स के निर्मित पार्ट्स को भी देखा। कार्यक्रम के दौरान पीटीसी इंडस्ट्रीज लि. और भारत डायनामिक्स लि. के बीच एक एमओयू का भी हस्तांतरण हुआ, जिसके तहत वो प्रोपल्जन सिस्टम्स, गाइडेड बम्स और स्मॉल टर्बो इंजंस के डिजाइन और निर्माण में सहयोग करेंगे। यह सहयोग मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को और सशक्त करेगा। इसके साथ ही, डीआरडीओ द्वारा दो महत्वपूर्ण लेटर्स ऑफ टेक्निकल एक्सेप्टेंस का भी हस्तांतरण हुआ। पहला, एएमसीए का टाइटेनियम कास्टिंग और दूसरा कावेरी डेरिवेटिव इंजन केडीई2 के लिए ऑयल टैंक असेंबली टाइटेनियम कास्टिंग के लिए है। यह स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकास डीएमआरएल और जीटीआरई के सहयोग से संभव हुआ। इसके बाद समारोह में 30 ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनीज़ को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए गए, जो कि भविष्य में एसएमटीसी की नई पीढ़ी के तकनीकी नेतृत्व का प्रतीक बनेंगे। इन सभी नव नियुक्त इंजीनियर्स के साथ रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने ग्रुप फोटोशूट भी कराया। आत्मनिर्भरता की नई उड़ान का केंद्र बना उत्तर प्रदेश भारत अब आत्मनिर्भरता की नई उड़ान भर रहा है और इस उड़ान का केंद्र बना है डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड का पीटीसी इंडस्ट्रीज परिसर, जहां भविष्य के इंजन पार्ट्स बनेंगे। यह भारत में निजी इंडस्ट्रीज द्वारा स्थापित पहली ऐसी सुविधा है जहां टाइटेनियम और सुपर एलॉय के ग्लोबल लेवल कैपेसिटी तैयार की गई है। दुनिया की सबसे बड़ी टाइटेनियम रीमेल्टिंग  और रीसाइकलिंग फैसिलिटी एक ही कैंपस में मौजूद होगी। ये आत्मनिर्भर भारत की असली तस्वीर को प्रस्तुत कर रहा है। भारत अब सिर्फ निर्माण नहीं कर रहा, बल्कि इतिहास रच रहा है।

नीना गुप्ता पर्व की खुशियाँ पहाड़ों में मनाएंगी, सुनीता बोलीं– ‘पटाखे नहीं जलाएंगी’

मुंबई दिवाली का त्योहार बस कुछ दिनों में दस्तक देने वाला है। इस त्योहार की तैयारियों में पूरा भारत व्यस्त है। इस कड़ी बॉलीवुड के सितारे भी बिल्कुल पीछे नहीं हैं। अभिनेत्री नीना गुप्ता ने बताया कि वह इसबार पहाड़ों में जाएंगी। वहीं सुनीता आहूजा ने परिवार के साथ दिवाली मनाने की बात कही है। पढ़िए पूरी खबर। पहाड़ों में मनाएंगी दिवाली एएनआई से बात करते हुए नीना गुप्ता ने अपने दिवाली योजना का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘मैं दिवाली बहुत खास तरीके से मना रही हूं, क्योंकि मैं पहाड़ों में मुक्तेश्वर स्थित अपने घर जा रही हूं। वहां हमारे पांच-छह पड़ोसी एक छोटी सी पार्टी में होंगे। हम साथ में खाएंगे, पिएंगे और खूब मस्ती करेंगे।" बिना पटाखों के दिवाली मनाएंगी गोविंदा की पत्नी बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा की पत्नी ने कहा, ‘हम घर पर दीये जलाएंगे और देवी लक्ष्मी की पूजा करेंगे। हम परिवार के साथ खुशी से जश्न मनाएंगे। हम आतिशबाजी नहीं जलाएंगे क्योंकि मुझे कुत्ते बहुत पसंद हैं।’ गोविंदा की बेटी ने भी बताया दिवाली का प्लान सुनीता आहूजा की बेटी टीना आहूज ने परिवार की दिवाली की परंपराओं के बारे में बात करते हुए कहा कि आहूजा परिवार हमेशा देवी लक्ष्मी की पूजा करके त्योहार की शुरुआत करता है। इस साल वह रंग-बिरंगी रंगोली बनाने वाली हैं। यह बताते हुए उन्होंने कहा, "हमारे परिवार की परंपरा है कि घर पर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है और हम ढेर सारी मिठाइयां लाते हैं। कई दोस्त आते हैं। पटाखे नहीं जलाएँगे, इस साल मैं रंगोली और दीयों के डिजाइन बनाऊंगी।" नीना गुप्ता का वर्कफ्रंट नीना गुप्ता की फिल्मों की बात करें, तो उन्हें आखिरी बार अनुराग बसु द्वारा निर्देशित फिल्म 'मेट्रो इन दिनों' में देखा गया था। यह फिल्म 4 जुलाई को रिलीज हुई थी। यह फिल्म एक मेट्रो शहर में रहने वाले युवा, वृद्ध और मध्यम आयु वर्ग के जोड़ों की प्रेम कहानियों पर आधारित है। इसमें कोंकणा सेन शर्मा, पंकज त्रिपाठी, अली फजल, फातिमा सना शेख और अनुपम खेर भी हैं।

मध्यप्रदेश का अन्नदाता अब बन रहा है ऊर्जादाता: मुख्यमंत्री डॉ यादव

किसान हमारी अर्थव्यवस्था की हैं रीढ़: मुख्यमंत्री डॉ यादव मध्यप्रदेश का अन्नदाता अब बन रहा है ऊर्जादाता किसानों का कल्याण सर्वोपरि, किसान हित में करेंगे सभी प्रयास सूखे खेत को पानी मिल जाये तो फसल हो जाती है सोना हम हर खेत तक पहुंचायेंगे पानी किसानों की खुशहाली ही हमारे विकास का है मुख्य आधार मुख्यमंत्री ने सोलर पंप स्थापना के लिये की किसानों को 90 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा विद्युत पंप से एक स्टेप अधिक पॉवर केपिसिटी का दिया जायेगा सोलर पंप सोयाबीन पर भावांतर भुगतान के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री निवास में हुआ किसान आभार सम्मेलन भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 3 हजार से अधिक किसान हुए शामिल भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारे किसान भाई ही मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। किसानों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सरकार का हर निर्णय किसानों के कल्याण को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है। किसानो की भलाई के लिए हमारी सरकार हर जरूरी कदम उठायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर संभव तरीके से किसानों की आय बढ़ाकर उनकी माली हालत मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। भावांतर योजना किसानों को खुले बाजार में फसलों की कीमतों के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा देती है। यह योजना किसान हित में सरकार की एक बड़ी पहल है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर में 'सोयाबीन पर भावांतर भुगतान के उपलक्ष्य में' आयोजित किसान आभार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सूखे खेत को अगर पानी दे दिया जाये, तो फसल सोना हो जाती है, हम प्रदेश के हर खेत तक पानी पहुंचायेंगे। मध्यप्रदेश के अन्नदाता अब ऊर्जादाता बन रहे हैं। किसान भाई अपने खेतों में सोलर पंप जरूर लगाएं। सोलर पंप लगाने से बिजली के अस्थाई कनेक्शन के खर्च से मुक्ति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि सोलर पॉवर पंप स्थापना के लिये किसानों को अब 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। पहले 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को विद्युत पंप से एक स्टेप अधिक पॉवर केपिसिटी का सोलर पॉवर पंप दिया जायेगा अर्थात् 3 HP वाले किसान को 5 HP का सोलर पॉवर पंप और 5 HP वाले किसान को 7.5 HP का सोलर पॉवर पंप दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने किसान आभार सम्मेलन में पारम्परिक वेशभूषा में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को 5-5 हजार रूपए देने की घोषणा भी की। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन तथा भगवान हलधर बलराम एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर सम्मेलन की विधिवत् शुरूआत की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसान भाइयों की मेहनत से ही प्रदेश की जीडीपी में कृषि 39 प्रतिशत से अधिक का योगदान देती है। किसान भाई सच्चे अर्थों में मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, फलों और सब्जियों के उत्पादन की दृष्टि से मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन के उत्पादन के मामले में भी हम कम नहीं हैं। संतरा, मसाले, लहसुन, अदरक और धनिया उत्पादन में मध्यप्रदेश नंबर वन है। मटर, प्याज, मिर्च, अमरूद उत्पादन में दूसरे तथा फूल, औषधीय एवं सुंगधित पौधों के मामले में तीसरे स्थान पर मध्यप्रदेश है। उन्होंने कहा कि आज मध्यप्रदेश सोयाबीन स्टेट, मिलेट्स स्टेट, मसाला स्टेट, लहसुन स्टेट और संतरा स्टेट के रूप में प्रसिद्ध होकर देश का फूड बास्केट कहलाने लगा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेती-किसानी के लिए जल अमृततुल्य होता है। इसीलिए जल-संरक्षण के हर जरूरी उपाय कर जल अवश्य बचायें। हमारी सरकार ने प्रदेश के सभी अंचलों में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 3 बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं पर काम प्रारंभ किया है। राजस्थान के साथ पार्वती-काली सिंध-चंबल (पीकेसी) नदी जोड़ो से बुंदेलखंड और चंबल, उत्तरप्रदेश के साथ केन-बेतवा से बुंदेलखंड और महाराष्ट्र के साथ ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना से हम प्रदेश के सभी अंचलों में सिंचाई की स्थाई सुविधा उपलब्ध कराने की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान धरती माता के वास्तविक पुत्र हैं। मध्यप्रदेश नदियों का मायका है। प्रदेश में 250 से अधिक नदियां निकलती हैं। मां नर्मदा प्रदेश के किसानों के लिए वरदान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को अनुदान पर सोलर पंप प्रदान कर रही है। किसान को 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पंप दे रहे हैं। किसानों को 32 लाख सोलर पंप दिए जा रहे हैं। किसान 5 हॉर्स पावर तक के सोलर पंप लगाएं। बिजली का खर्च बढ़ाएं और अतिरिक्त बिजली सरकार को बेचें। हमारी सरकार आने पर प्रदेश में अब 52 लाख हेक्टेयर रकबा सिंचित हुआ है। नदी जोड़ो योजना के माध्यम से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध करा रहे हैं। किसानों की फसल को पानी मिल जाए, फसल सोने की हो जाती है। राज्य सरकार ने सिंचाई का रकबा 100 लाख हेक्टेयर तक करने का लक्ष्य रखा है। किसानों को उनकी फसल का समुचित दाम मिले, इसके लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स भी स्थापित की जा रही हैं, जिससे अधिक उत्पादन होने पर किसान भाइयों को फसल फेकनी न पड़े। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पहले फसल का सीजन निकल जाने पर मुआवजे की राशि भेजी जाती थी। लेकिन अब राज्य सरकार ने सोयाबीन की फसल काटने से पहले ही राशि बांटना शुरू कर दिया है। किसानों की परेशानी किसान का बेटा ही समझ सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों के लिए भावांतर योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान भाई पवित्र मन से दूसरों का पेट भरने के लिए अन्न उगाते हैं। पुरानी सरकारों ने मां नर्मदा के जल का उपयोग नहीं किया। आज वही नर्मदा सिंचाई, पेयजल और उद्योगों को पानी उपलब्ध कराती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी गोपालक किसान धूमधाम से गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाएं। राज्य सरकार शासकीय स्तर पर गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाएगी। प्रदेश में प्रभु राम के ओरछा धाम को भव्य रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राम वन गमन पथ भी विकसित कर रहे हैं। भगवान कृष्ण से जुड़े हर स्थान को तीर्थ के रूप में विकसित कर रहे हैं। किसान भाई … Read more

पीटीसी इंडस्ट्रीज के सिंबोलिक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी ऑफ सिस्टम इंटीग्रेशन फैसिलिटी कार्यक्रम में शामिल हुए रक्षा मंत्री व सीएम योगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बीते 11 वर्षों में हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में अद्भुत प्रगति की है- सीएम योगी यहां स्ट्रैटेजिक मैटेरियल के उत्पादन से लेकर रेडी-टू-फिट क्रिटिकल कंपोनेंट तक, संपूर्ण सप्लाई चेन की क्षमता विकसित हो चुकी है- मुख्यमंत्री हमारे पास पर्याप्त भूमि बैंक है, तकनीकी सहयोग के लिए आईआईटी और एकेटीयू जैसे संस्थान हमारे साथ हैं- सीएम योगी लखनऊ, रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में उत्तर प्रदेश ने एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस परिसर में पीटीसी इंडस्ट्रीज का सिंबोलिक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी ऑफ सिस्टम इंटीग्रेशन फैसिलिटी कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अब केवल एक विचार नहीं, बल्कि साकार होती हकीकत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारत अब अपने रक्षा उत्पादन में दुनिया के सामने आत्मविश्वास से खड़ा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बीते 11 वर्षों में हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में अद्भुत प्रगति की है। आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। रक्षा क्षेत्र में भी जो सपना प्रधानमंत्री जी ने 11 वर्ष पहले देखा था, वह आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के नेतृत्व में साकार होता दिख रहा है। यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन का भी बड़ा माध्यम है- सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनात ने कहा कि भारत, जो कभी अपनी रक्षा जरूरतों के लिए अन्य देशों पर निर्भर था, अब न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा है बल्कि मित्र देशों की भी रक्षा आपूर्ति में सहयोगी बन चुका है। यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन का भी बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा कि पीटीसी इंडस्ट्रीज ने जिस समर्पण और तकनीकी कौशल के साथ लखनऊ नोड पर स्ट्रैटेजिक मैटेरियल टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स स्थापित किया है, वह इस बात का प्रमाण है कि भारत अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सहयोग से भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां स्ट्रैटेजिक मैटेरियल के उत्पादन से लेकर रेडी-टू-फिट क्रिटिकल कंपोनेंट तक, संपूर्ण सप्लाई चेन की क्षमता विकसित हो चुकी है। हमारे पास पर्याप्त भूमि बैंक है- मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में ब्रह्मोस के साथ-साथ पीटीसी इंडस्ट्रीज ने 50 एकड़ में 1000 करोड़ रुपये का निवेश कर अपने संकल्प को धरातल पर उतारा है। यह केवल रक्षा आपूर्ति का केंद्र नहीं, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और देश के ब्रेन ड्रेन को रोकने का माध्यम भी बना है। उन्होंने कहा कि डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर के सभी छह नोड्स लखनऊ, कानपुर, आगरा, झांसी, अलीगढ़ और चित्रकूट पूरी क्षमता के साथ कार्यरत हैं। हमारे पास पर्याप्त भूमि बैंक है, तकनीकी सहयोग के लिए आईआईटी और एकेटीयू जैसे संस्थान हमारे साथ हैं। योगी ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस की प्रगति को भारत के शताब्दी संकल्प से जोड़ते हुए कहा कि यह वही आत्मविश्वास है जो प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत’ के विजन के तहत दिखाया था। आज भारत अपने एयरो इंजनों और एडवांस प्रोपेल सिस्टम का निर्माण खुद करने की दिशा में अग्रसर है। यह सिर्फ एक उद्योग नहीं, राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का हिस्सा है। पीटीसी इंडस्ट्रीज जैसी इकाइयां युवाओं के लिए अवसरों के नए द्वार खोल रही हैं- मुख्यमंत्री सीएम योगी ने कहा कि पीटीसी इंडस्ट्रीज जैसी इकाइयां न केवल रक्षा आत्मनिर्भरता की मिसाल हैं बल्कि युवाओं के लिए अवसरों के नए द्वार खोल रही हैं। प्रदेश सरकार ऐसे हर प्रयास के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि जब भारत का युवा अपनी मातृभूमि की रक्षा के उपकरण स्वयं बनाएगा, तभी ‘मेक इन इंडिया’ का वास्तविक अर्थ साकार होगा। आज लखनऊ नोड में जो दिख रहा है, वह केवल उद्योग का नहीं, आत्मगौरव और आत्मनिर्भरता के नवयुग का आरंभ है।

मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत के बाद कड़े कदम, 24 जिलों में गुणवत्ता सलाहकार नियुक्ति की घोषणा

भोपाल  मध्य प्रदेश में हाल ही में कफ सीरप से हुई बच्चों की मौत के बाद सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर गंभीरता दिखाई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) मध्य प्रदेश अब राज्य के 24 जिलों में जिला गुणवत्ता सलाहकार नियुक्त करने जा रहा है। इन पदों पर ऐसे विशेषज्ञ रखे जाएंगे जो सरकारी अस्पतालों की सेवाओं, दवाओं और उपकरणों के गुणवत्ता की निगरानी करेंगे। एनएचएम के अनुसार, इन सलाहकारों का चयन ऐसे उम्मीदवारों में से होगा, जिनके पास हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, हेल्थ मैनेजमेंट या पब्लिक हेल्थ से संबंधित डिग्री या अनुभव होगा। ये लोग जिला स्तर पर अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे, उपचार सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करेंगे और लापरवाही या कमियों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। साथ ही वे सुधारात्मक कार्ययोजना बनाकर उसे लागू कराने में भी भूमिका निभाएंगे। जिम्मेदारी और निगरानी का बढ़ेगा दायरा जिला गुणवत्ता सलाहकार अस्पतालों में स्वच्छता, दवा वितरण, मरीजों के प्रति व्यवहार, रिकार्ड प्रबंधन और आपात सेवाओं जैसे बिंदुओं पर नजर रखेंगे। इसके अलावा वे यह भी देखेंगे कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों के अनुसार सेवाएं दी जा रही हैं या नहीं। एनएचएम इनकी रिपोर्ट के आधार पर समय-समय पर अस्पतालों की रैंकिंग और सुधार योजनाएं तय करेगा। उम्र सीमा और आरक्षण प्रविधान इसमें आवेदक की आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं को शासन के नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी। कुल 24 पदों में से 13 अनारक्षित, पांच ओबीसी, तीन एससी और दो एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। एक पद दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रहेगा। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की पहल     मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए यह पहल की गई है। जिला गुणवत्ता सलाहकार अस्पतालों के निरीक्षण और सुधार कार्यों की निगरानी करेंगे। इससे मरीजों को सुरक्षित और मानक के अनुरूप इलाज सुनिश्चित किया जा सकेगा। – अपर मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश।  

सीएम योगी के निर्देशन में ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव के 30 एकड़ में विकसित की गई ग्रीन बेल्ट

ब्रह्मोस के एरिया में लगाए जा चुके 20 हजार पौधे रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने रोपा रुद्राक्ष का एक-एक पौधा लखनऊ, सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि मित्र देशों के साथ खड़ा होकर उनकी रक्षा में सहयोगी भारत पर्यावरण से भी 'शौर्य' की नई गाथा लिखेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वन विभाग ने ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव के 30 एकड़ में ग्रीन बेल्ट विकसित किया है। शनिवार को यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पौधरोपण किया। सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में वन-पर्यावरण की इस पहल की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सराहना की। मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री ने रोपा रुद्राक्ष  एक पेड़ मां के नाम- 2.0 के तहत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक रुद्राक्ष का पौधा भी रोपा। दोनों नेताओं ने 'शौर्य वन' का अवलोकन किया और यहां लगाए गए पौधरोपण की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने इसका स्वरूप और वृहद करने का निर्देश दिया। ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव के 30 एकड़ में विकसित की गई ग्रीन बेल्ट लखनऊ के प्रभागीय वनाधिकारी सितांशु पांडेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश के वन विभाग की तरफ से ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव के 30 एकड़ में ग्रीन बेल्ट विकसित की गई है। ब्रह्मोस एरिया में शौर्य वन की स्थापना करते हुए 20 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। जमीन मिलने पर यहां और पौधरोपण भी किया जाएगा। 'शौर्य वन' भी लिखेगा सेना के साहस की कहानी श्री पांडेय ने बताया कि ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव में शौर्य वन स्थापित किया गया है। इसे शौर्य नाम देने के पीछे का उद्देश्य ब्रह्मोस और ऑपरेशन सिंदूर के जरिये भारतीय सेना के शौर्य की कहानी को प्रदर्शित करना है। एक नजर *- ब्रह्मोस फैसिलिटी भटगांव: पौधरोपण -* कुल पौधरोपण: अब तक 20 हजार -* आम: लगभग 3-4 हजार पौधे -* नीम: लगभग 2 से 3 हजार पौधे -* आंवला: लगभग 2 से 3 हजार पौधे *मौलश्री, अमरूद, अर्जुन, शीशम – कुल लगभग 6-7 हजार पौधे इसके अलावा चारों तरफ से बांस के पौधे लगाकर इसे नया स्वरूप व सुरक्षित किया जा रहा है। यहां की लैंड स्केपिंग काफी आकर्षित है।

चुनावी हलचल: तेजस्वी यादव ने टिकट दिया विवादित नेता की पत्नी को

नवादा बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट ले रही है। नवादा जिले में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर असंतोष बढ़ता दिख रहा है। खासकर वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कुख्यात बाहुबली अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता को राजद ने वारिसलीगंज से अपना उम्मीदवार बनाया है। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का सिंबल सौंपते हुए समर्थन भी दिया। वहीं, कांग्रेस ने उसी सीट से सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को मैदान में उतारकर सीधा मुकाबला खड़ा कर दिया है। महागठबंधन के इस 'दोस्ताना मुकाबले' के पीछे रणनीति जो भी हो, असल में यह भीतर ही भीतर फूट की कहानी भी बयां कर रहा है। वारिसलीगंज से दोनों उम्मीदवारों का नामांकन शनिवार को होना है। नवादा सदर सीट, गोविंदपुर और रजौली विधानसभा सीटों पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। राजद के कौशल यादव गोविंदपुर और नवादा सीटों पर अपने और अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। वहीं, गोविंदपुर सीट पर मौजूदा विधायक मो. कामरान भी टिकट पर अड़े हुए हैं। कामरान मगध प्रमंडल से जीतने वाले अकेले मुस्लिम विधायक थे, और उन्हें किनारे किया जाना कई राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। रजौली विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक प्रकाशवीर को तेजप्रताप यादव की पार्टी जन शक्ति जनता दल ने अपना उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतार दिया है। यह कदम महागठबंधन के अंदर नई राजनीतिक हलचलों को जन्म दे रहा है। प्रकाशवीर ने हाल ही में जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी और अब वह ब्लैकबोर्ड के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। अब सवाल यह उठता है कि क्या महागठबंधन की यह रणनीति वोटों के बंटवारे का कारण बनेगी? क्या मतदाता इस 'दोस्ताना लड़ाई' को स्वीकार करेंगे या इसे महागठबंधन की विफलता के रूप में देखेंगे? नवादा की जनता अब इन सियासी गणनाओं का मूल्यांकन करेगी, और नतीजे तय करेंगे कि महागठबंधन की यह चाल बाजी मानेगी या मात।