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हिन्दुस्तान बिहार समागम: अमित शाह का जोरदार संदेश, 20 साल की कामयाबी दिखाती है कि जंगलराज नहीं लौट सकता

पटना होम मिनिस्टर अमित शाह ने हिन्दुस्तान बिहार समागम में कई अहम सवालों के जवाब दिए हैं। उन्होंने घुसपैठिया, बिहार के विकास, जंगलराज, चुनाव आयोग के SIR समेत कई मसलों पर बात की। उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर उपजे मतभेदों पर कहा कि एनडीए में कोई विवाद नहीं है। अमित शाह ने कहा कि हम राजनीतिक दल हैं और सभी की अपनी मांग होती है, लेकिन जब एक बार सीटें तय हो जाती हैं तो फिर सब मिलकर काम करने लगते हैं। राहुल गांधी की ओर से वोट चोरी के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि जो देश का नागरिक नहीं है, वह कैसे तय करेगा कि सरकार किसकी होगी। देश का पीएम विदेशी नागरिक थोड़ी तय करेंगे। अमित शाह ने प्रधान संपादक शशि शेखर से बातचीत में कहा, 'यदि चुनाव आयोग SIR के जरिए घुसपैठियों को निकालता है तो उन्हें तकलीफ क्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने घुसपैठ होने देकर अपना वोट बैंक बढ़ाया है। हम भाजपा के रूप में यही मांग रखते हैं कि पूरे देश में SIR होना चाहिए और चुन-चुनकर घुसपैठियों को निकाला जाए।' उनसे पूछा गया कि घुसपैठ रोकने का काम तो केंद्र सरकार का ही है और आप कितने सफल हुए हैं? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बंगाल और झारखंड में हमारी सरकार नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बॉर्डर कोई सीधी सड़क नहीं है। वहां बहुत सी जटिलताएं होती हैं। मौसम की मार भी होती है। नदी के बहाव, पर्वत, बर्फबारी जैसी स्थितियों में 24 घंटे की निगरानी करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि जब कोई घुसपैठिया एंट्री करता है तो किसी गांव में जाता है। ऐसी स्थिति में वहां का स्थानीय प्रशासन कैसे निगरानी करता है और उन्हें बाहर क्यों नहीं निकलता। यह जरूरी सवाल है। नई पीढ़ी के तमाम लोगों को तो जंगलराज याद ही नहीं है, जिसकी आप बात करते हैं। इस पर अमित शाह ने कहा कि मैं उसे ही याद दिलाने यहां आया हूं। 20 साल से हम यहां हैं तो क्या हुआ? इसका जवाब है कि हमने सारे गड्ढे भरे हैं। पहले 10 साल में यहां की कानून व्यवस्था सही हुई है। नरसंहार, फिरौती, कत्लेआम का दौर समाप्त हुआ है। इसके बाद हमने सड़कें बनानी शुरू कीं। सामाजिक न्याय के तहत नए युग की शुरुआत हुई। फिर अगले 10 साल में कई बड़े-बड़े निर्माण हुए हैं। गंगा में 10 नए पुल बन रहे हैं और 4 बन चुके हैं। पटना से गया जाने में मुझे साढ़े 6 घंटे लगे थे, जब मैं पिताजी का श्राद्ध करने गया था। अब यह टाइम दो घंटे का ही है। अमित शाह ने बताया- अगले 10 साल में बिहार में क्या करेंगे अब जो 10 साल आएंगे, उसमें हम बिहार को औद्योगिक राज्य बनाएंगे। एआई का हब बनाएंगे। बिहार में पानी की कमी नहीं है और मेहनती लोग हैं। यहां के लोग बुद्धिमत्ता में भी बहुत आगे हैं। बिहार में पूर्णिया, दरभंगा और पटना में एयरपोर्ट बन गए हैं। हमने साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च करके बिहार की सड़कें मजबूत की हैं। बिहार में बिजली के 4 कारखाने लगे हैं और राज्य अब विद्युत आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन चुका है। 20 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो गया है। हमारी कोशिश है कि कपड़े बदलकर या चेहरा बदलकर जंगलराज फिर से बिहार में ना आ जाए। 'मैंने तो घुसपैठिया बोला है, हिंदू या मुसलमान तो कहा नहीं' उन्होंने कहा कि बिहार में जमीन की कमी रही है। जमीन अधिग्रहण में इसके चलते समस्याएं रही हैं। ऐसी स्थिति में हम बिहार को एआई का हब बनाना चाहते हैं। हम एआई की तकनीक में तैयार युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रयास करेंगे। बिहार में बाढ़ के चलते तबाही मचती रही है, लेकिन नरेंद्र मोदी ने 2024 के बजट में कोसी के लिए हजारों करोड़ का बजट दिया है। इससे 50 हजार एकड़ से ज्यादा भूमि सिंचित भी होगी और राज्य बाढ़ से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। वहीं ध्रुवीकरण के आरोप की बात आई तो अमित शाह ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ कहां कहा। मेरा शब्द सिर्फ घुसपैठिया है। मैंने हिंदू या मुसलमान घुसपैठिया नहीं कहा है। दिक्कत विपक्ष की है, जो कह रहा है कि मुस्लिम घुसपैठिया है तो उसे रहने दीजिए। यही सांप्रदायिकता है और यही ध्रुवीकरण की राजनीति है। हम तो ऐसा कुछ नहीं कर सकते।  

बजट में फोल्डेबल फोन! 2.14 इंच कवर स्क्रीन और दमदार 66W चार्जिंग

नई दिल्ली  हुआवे ने चीन में अपना नया फोल्डेबल स्मार्टफोन Huawei Nova Flip S लॉन्च कर दिया है. यह फोन कंपनी के पहले लॉन्च किए गए Nova Flip (अगस्त 2024) मॉडल का अपग्रेड वर्जन है, लेकिन इसमें कुछ बदलावों के साथ कीमत भी थोड़ी कम रखी गई है. नया Huawei Nova Flip S दो नए कलर ऑप्शन में आया है और इसमें शानदार डिस्प्ले, पावरफुल कैमरा और दमदार बैटरी दी गई है. Huawei Nova Flip S की कीमत और वेरिएंट्स Huawei Nova Flip S दो स्टोरेज ऑप्शन में उपलब्ध है,     256GB वेरिएंट: कीमत CNY 3,388 (लगभग ₹41,900)     512GB वेरिएंट: कीमत CNY 3,688 (लगभग ₹45,600) यह फोन कई आकर्षक कलर ऑप्शन्स में मिलेगा: New Green, Zero White, Sakura Pink, Star Black, Sky Blue और Feather Sand Black. Huawei Nova Flip S का डिस्प्ले इस फोल्डेबल फोन में दो स्क्रीन दी गई हैं:     मुख्य डिस्प्ले: 6.94 इंच का Full HD+ OLED फोल्डेबल डिस्प्ले (2690×1136 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन)     कवर डिस्प्ले: 2.14 इंच का OLED पैनल, जो 480×480 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन के साथ आता है. दोनों डिस्प्ले में राउंड कॉर्नर डिज़ाइन दिया गया है. मुख्य स्क्रीन P3 वाइड कलर गैमट सपोर्ट करती है और इसमें 120Hz LTPO एडाप्टिव रिफ्रेश रेट, 1440Hz हाई-फ्रीक्वेंसी PWM डिमिंग, और 300Hz टच सैंपलिंग रेट दी गई है. इन फीचर्स की वजह से डिस्प्ले बेहद स्मूद और रिस्पॉन्सिव अनुभव देता है. प्रोसेसर और सॉफ्टवेयर हुआवे ने फिलहाल इस फोन के चिपसेट और RAM की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन टेक रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें वही Kirin 8000 प्रोसेसर दिया गया है, जो पिछले Nova Flip मॉडल में इस्तेमाल हुआ था. कैमरा स्पेसिफिकेशन हुआवेई नोवा फ्लिप एस में डुअल रियर कैमरा सेटअप है:     50 मेगापिक्सल प्राइमरी कैमरा (f/1.9 अपर्चर)     8 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा (f/2.2 अपर्चर) मुख्य कैमरा 4K वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करता है और कंपनी का दावा है कि फोटो क्वालिटी अलग-अलग शूटिंग मोड्स में बेहतर रिजल्ट देती है. सेल्फी के लिए, इनर स्क्रीन पर 32 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा (f/2.2 अपर्चर) दिया गया है. बैटरी और चार्जिंग फोन में 4,400mAh की बैटरी दी गई है, जो 66W फास्ट वायर्ड चार्जिंग सपोर्ट करती है. कंपनी का कहना है कि यह बैटरी कुछ ही मिनटों में फोन को 50% तक चार्ज कर सकती है. फोन अनफोल्ड होने पर इसकी मोटाई सिर्फ 6.88mm है और वजन 195 ग्राम है, जो इसे हल्का और स्टाइलिश बनाता है. अन्य फीचर्स     साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर, जो तेज और सटीक काम करता है.     क्लैमशेल फोल्डिंग डिजाइन, जिससे यह कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल बन जाता है.     कंपनी ने फोन की मजबूती को ध्यान में रखते हुए हिंज सिस्टम को भी अपग्रेड किया है. हुआवेई नोवा फ्लिप एस अपने प्रीमियम लुक, शानदार कैमरा, तेज चार्जिंग और मजबूत डिस्प्ले के साथ मिड-रेंज फोल्डेबल फोन मार्केट में एक बेहतरीन विकल्प बनकर आया है. लगभग ₹42,000 की कीमत में यह फोन Samsung, Oppo और Motorola के फोल्डेबल स्मार्टफोनों को कड़ी टक्कर दे सकता है.

दुर्गापुर गैंगरेप मामले में अहम सबूत मिले, तो क्या 12 लोग शामिल थे?

दुर्गापुर दुर्गापुर गैंगरेप केस में कंडोम की एंट्री हुई है। मामले में पुलिस को अबतक का सबसे बड़ा सबूत हाथ लगा है। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में MBBS छात्रा से गैंगरेप केस में पुलिस ने 12 कंडोम जब्त किया है। 11 कंडोम पीड़िता के बॉयफ्रेंड के कमरे से और एक कंडोम जंगल से बरामद हुआ है। वहीं पीड़िता का बॉयफ्रेंड लगातार अपने बयान बदल जिससे उसकी भूमिका संदिग्ध हो गई है। 12 कंडोम मिलने के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या 11 लोगों ने मिलकर MBBS छात्रा से गैंगरेप किया था। दरअसल पुलिस ने शुक्रवार को पीड़िता के बॉयफ्रेंड के कमरे और जंगल (रेप वाली जगह) पर तलाशी ली। इस दौरान पीड़िता के बॉयफ्रेंड के कमरे से कंडोम का पैकेट बरामद हुआ, जिसमें 11 कंडोम है। पैकेट में कुल 11 अनयूज्ड कंडोम रखे हुए थे। वहीं एक कंडोम वारदात की जगह पर मिला। पुलिस अब इसे भी अहम सबूत के रूप में देख रही है। बता दें कि पुलिस ने इस गैंगरेप की वारदात के बाद अब तक 5 आरोपियों और पीड़िता के बॉयफ्रेंड को पहले ही गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूरे मामले में अब जांच शुरू की और आरोपियों से पूछताछ की। वहीं पीड़िता के साथ जहां पर रेप हुआ उस जगह पर भी पुलिस ने जांच की है और बॉयफ्रेंड का रूम भी अच्छे से खंगाला। पुलिस ने बताया कि पीड़िता का बॉयफ्रेंड लगातार अपने बयान बदल रहा है, साथ ही पहले जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था उनके बयानों से भी बॉयफ्रेंड के बयानों में काफी अंतर है, जिससे पुलिस का शक बढ़ गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। बॉयफ्रेंड की भूमिका संदिग्ध पुलिस ने बताया कि छात्रा और उसका बॉयफ्रेंड जिस रास्ते जंगल गए थे और उस रास्ते की भी जांच हो रही है। पुलिस घटनास्थल पर आरोपियों को लेकर पहुंची और वहां पर सीन रीक्रिएट किया, जिससे आरोपियों की भूमिका तय हो सके। पुलिस ने आरोपियों के उन कपड़ों को भी बरामद किया है जो कि उन्होंने वारदात के वक्त पहने थे। पीड़िता के बॉयफ्रेंड के खिलाफ भी पुलिस अब सबूत इकट्ठा कर रही है और इसी कड़ी में उसके रूम की तलाशी ली गई। पुलिस ने बताया कि उसके रूम से 12 कंडोम वाला पैकेट बरामद हुआ है जिसमें 11 कंडोम ही बरामद हुए हैं। 14 अक्टूबर को बॉयफ्रेंड को अरेस्ट किया गया था पुलिस ने मंगलवार को पीड़ित के दोस्त वासिफ अली को गिरफ्तार किया था। इससे पहले पुलिस ने मुख्य आरोपी सफीक एसके को भी गिरफ्तार कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य आरोपी की बड़ी बहन रोजीना ने अपने फरार भाई को गिरफ्तार कराने में मदद की। रोजीना ने बताया कि 13 अक्टूबर को जब उसका भाई दुर्गापुर में अंडाल पुल के नीचे उससे मिलने पहुंचा तो वह पुलिस को लेकर वहां पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले एसके रियाजुद्दीन, अपू बरुई और फिरदौस एसके को 12 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। रियाजुद्दीन पहले पीड़ित छात्रा के मेडिकल कॉलेज में गार्ड था। उसे पांच साल पहले नौकरी से निकाल दिया था। दुर्गापुर पुलिस मंगलवार को पांचों आरोपियों और पीड़ित के दोस्त को लेकर जंगल में घटनास्थल पर पहुंची और उनसे 10 अक्टूबर की रात गैंगरेप के समय अपना-अपना रोल दोहराने को कहा।

त्योहारों के अवसर पर मिलावटखोरों के खिलाफ योगी सरकार की सख्त कार्रवाई जारी

प्रदेशभर में 5 करोड़ की मिलावटी सामग्री जब्त, 3 करोड़ की सामग्री नष्ट त्योहारों के अवसर पर मिलावटखोरों के खिलाफ योगी सरकार की सख्त कार्रवाई जारी अब तक कुल 6075 निरीक्षण करते हुए 2740 छापे डाले गए, जिनमें 3767 नमूने संग्रहीत किए गए 3548 क्विंटल सामग्री जब्त की गई, जबकि 1871 क्विंटल सामग्री नष्ट कराई गई लखनऊ में 223 किलोग्राम घी तथा 5077 किलोग्राम खोया एवं मिठाई जब्त कर नष्ट की गई बिजनौर में 15,886 किलोग्राम मिठाई एवं 317 कार्टन उत्पादों का जब्तीकरण किया गया लखनऊ त्योहारों के अवसर पर आमजन के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में मिलावटी एवं दूषित खाद्य पदार्थों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के  आदेश पर जारी ‘दीपावली विशेष अभियान (8 से 17 अक्टूबर 2025)’ के तहत प्रदेशभर में प्रवर्तन दलों द्वारा निरंतर निरीक्षण और छापेमारी की जा रही है। आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत अब तक कुल 6075 निरीक्षण करते हुए 2740 छापे डाले गए, जिनमें से 3767 नमूने संग्रहीत किए गए हैं। इस दौरान 3548 क्विंटल सामग्री जब्त की गई, जिसका अनुमानित मूल्य ₹4.97 करोड़ है, जबकि 1871 क्विंटल सामग्री नष्ट कराई गई, जिसकी कीमत ₹2.89 करोड़ आँकी गई है। लखनऊ और बिजनौर में बड़ी करवाई प्रदेश के विभिन्न जनपदों में हुई प्रमुख कार्यवाहियों में लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़, सम्भल, गाजीपुर, बाराबंकी, मुरादाबाद, कन्नौज, बिजनौर, कानपुर नगर, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, झांसी, गाजियाबाद और रामपुर शामिल हैं। लखनऊ में सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 223 किलोग्राम घी तथा 5077 किलोग्राम खोया एवं मिठाई (कुल ₹26 लाख से अधिक मूल्य) जब्त कर नष्ट की गई। वहीं बिजनौर में 15,886 किलोग्राम मिठाई एवं 317 कार्टन उत्पादों का जब्तीकरण किया गया, जिनका मूल्य लगभग ₹28 लाख है। हेल्पलाइन पर करें शिकायत विभाग ने जनमानस से अपील की है कि वे मिठाई या खाद्य पदार्थ खरीदते समय बिल अवश्य लें, खुली या संदिग्ध रंग-गंध वाली मिठाइयों का सेवन न करें। किसी भी प्रकार की मिलावट या संदिग्ध खाद्य सामग्री की सूचना खाद्य सुरक्षा विभाग की हेल्पलाइन 1800-180-5533 या व्हाट्सएप नंबर 9793429747 पर दें। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि शीघ्र नष्ट होने वाले खाद्य पदार्थों को मौके पर ही जब्त कर विनष्ट किया जा रहा है ताकि वे दोबारा बाजार में न पहुंच सकें। यहां हुई बड़ी कार्रवाई 1. वाराणसी: 1891 किग्रा खाद्य तेल (₹2,93,796) और 422 किग्रा मिठाई (₹92,600) नष्ट। 2. आजमगढ़: 3000 किग्रा खोया-पनीर व मिठाई (₹5,91,000) नष्ट। 3. सम्भल: 475 लीटर तेल (₹80,000) व 2500 लीटर दूध (₹1,62,000) नष्ट। 4. गाजीपुर: 1138 किग्रा रिफाइंड तेल (₹1,45,664) जब्त। 5. लखनऊ: 223 किग्रा घी (₹1,22,650) और 5077 किग्रा खोया व मिठाई (₹26,01,275) नष्ट। 6. बाराबंकी: 400 किग्रा रसभरी रसगुल्ला (₹50,000) और 900 किग्रा दूध, खोया व पनीर (₹3,15,000) नष्ट। 7. मुरादाबाद: 3766 लीटर सरसों तेल (₹6,40,220) जब्त। 8. कन्नौज: 2000 किग्रा मिठाई (₹3,00,000) नष्ट और 170 किग्रा अपमिश्रक (₹6,800) जब्त। 9. बिजनौर: 15,886 किग्रा चीनी व मिठाई और 317 कार्टन विभिन्न मिठाईयों (₹28,00,000) जब्त। 10. कानपुर नगर: 1200 किग्रा मिलावटी खोया (₹24,32,000) नष्ट। 11. आगरा: 873 किग्रा खाद्य तेल (₹1,48,000) और 670 किग्रा खोया-दूध (₹1,88,000) नष्ट। 12. मेरठ: 178 किग्रा घी और 60 लीटर सरसों तेल (₹1,34,000) जब्त। 13. गोरखपुर: 1000 किग्रा नमकीन व मिठाई (₹1,25,000) नष्ट। 14. झांसी: 950 किग्रा सरसों (₹1,60,000) जब्त। 15. गाजियाबाद: 300 किग्रा छेना मिठाई (₹1,03,000) नष्ट। 16. रामपुर: 160 किग्रा पनीर (₹50,000) नष्ट।

शहर भर में सुरक्षा अलर्ट: अमृतसर के प्रमुख मार्गों पर कड़ी नाकाबंदी, भारी पुलिस बल की तैनाती

अमृतसर दिवाली पर्व व बंदी छोड़ दिवस के पावन अवसर पर शहर की शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमृतसर पुलिस ने व्यापक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं।पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर, आई.पी.एस. के नेतृत्व में शहर के अंदरूनी और बाहरी रास्तों पर सख्त नाकाबंदी की गई है। 350 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और प्रत्येक वाहन की गहन जांच की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। भीड़भाड़ वाले बाजारों में पैदल गश्त और पी.सी.आर. वाहनों की तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे नागरिक बेफिक्र होकर उत्सव मना सकें। आयुक्त भुल्लर ने बताया कि ये सभी इंतजाम शहरवासियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए किए गए हैं। अपराधी तत्वों की किसी भी बुरी मंशा को कुचलने के लिए पुलिस टीमें हाई अलर्ट पर हैं। 1 से 15 अक्तूबर तक 21 हथियार बरामद कर अपराधियों की साजिश को किया नाकाम हाल ही में अमृतसर पुलिस ने अपनी सजगता से बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। 1 अक्टूबर 2025 से 15 अक्टूबर 2025 तक विभिन्न अभियानों में 21 से अधिक अवैध हथियार बरामद किए गए, जो सीमा पार से ड्रोन के जरिए तस्करी किए जा रहे थे। इनमें 10 आधुनिक पिस्तौलें, 6 साधारण पिस्तौलें, 3 ग्लॉक पिस्तौलें, 1 एके-47 राइफल और अन्य घातक सामग्री शामिल हैं। इसके अलावा, 500 ग्राम अफीम और बड़ी मात्रा में कारतूस भी जब्त किए गए। ये हथियार गैंगस्टरों को आपूर्ति कर पंजाब में हिंसा भड़काने की साजिश का हिस्सा थे, लेकिन पुलिस की तत्परता ने इस खतरे को टाल दिया। स्निफर डॉग व स्वाट कमांडो की सहायता से बाजारों की तलाशी ली इसी मध्य ए.डी.सी.पी. विशालजीत सिंह के नेतृत्व में ए.सी.पी. सैंट्रल जसपाल सिंह, थाना ई-डिवीजन के इंस्पेक्टर हरमनजीत सिंह और एंटी-सेबोटाज टीमों ने कटरा जैमल सिंह, शास्त्री मार्कीट, कर्मो डीउड़ी और गुरु बाजार का गहन निरीक्षण किया। स्निफर डॉग और स्वाट कमांडो की सहायता से बाजारों की तलाशी ली गई। शहर अंदरुनी और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सफेद वर्दी में पुलिस वाले तैनात किए गए हैं, ताकि वह भीड़ में आम लोगों की तरह रहकर बुरे तत्वों पर नजर रख सके। इसके अतिरिक्त प्रत्येक बाजारों में वहां की एसोसिएशंस के साथ बैठकें की जा रही हैं, ताकि सुरक्षा के मध्य नजर यातायात समस्या किसी प्रकार की रुकावट न बने।  

राष्ट्रपति का सम्मान: छत्तीसगढ़ को आदि कर्मयोगी अभियान और पीएम जनमन योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए किया गया सम्मानित

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं मंत्री नेताम ने दी बधाई एवं शुभकामनाएं राष्ट्रपति के हाथों राज्य सरकार की ओर से प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने किया सम्मान ग्रहण रायपुर, छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर राष्ट्रीय पटल पर अपनी सशक्त पहचान दर्ज कराई है। आदि कर्मयोगी अभियान और प्रधानमंत्री जनमन योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए राज्य को आज भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य’ के रूप में सम्मानित किया गया। यह सम्मान राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। राज्य सरकार और जनजातीय विकास विभाग की ओर से यह सम्मान प्रमुख सचिव  सोनमणि बोरा ने राष्ट्रपति के करकमलों से प्राप्त किया। प्रमुख सचिव  बोरा ने इस मौके पर पीएम जनमन योजना और धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में जनजातियों और विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यो के संबंध में विस्तार से प्रस्तुती दी। वहीं मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी की कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिलों में जनजातियों के विकास में किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी। कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुआल ओराम तथा राज्य मंत्री श्री दुर्गा दास उइके, जनजातीय कार्य मंत्रालय के सचिव विभु नायर भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस उपलब्धि पर समस्त विभागीय अधिकारियों और फील्ड टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान राज्य के उन कर्मयोगियों के परिश्रम और समर्पण की पहचान है, जिन्होंने जनजातीय सशक्तिकरण को धरातल पर साकार किया है। कार्यक्रम में धमतरी और कोरिया जिलों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही जनजाति विभाग के स्टेट ट्रेनर ललित शुक्ला को भी व्यक्तिगत श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त हुआ। आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत मोहला-मानपुर, बालोद, दंतेवाड़ा और धमतरी जिलों को ‘स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड’ मिला, जो इस बात का प्रमाण है कि जनजातीय सेवा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को राज्य के प्रत्येक जिले में प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। इस मौके धमतरी कलेक्टर अविनाश मिश्रा, कोरिया कलेक्टर चंदन संजय त्रिपाठी, बालोद कलेक्टर दिव्या मिश्रा एवं दंतेवाड़ा कलेक्टर कुणाल दुदावत उपस्थित थे। आदिम जाति विकास मंत्री राम विचार नेताम ने इस उपलब्धि पर पूरे विभाग को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जनजातीय विकास विभाग ने जन-कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्वक लागू किया है। उन्होंने कहा कि “यह पुरस्कार हमारे अधिकारियों, फील्ड कर्मचारियों और उन जनप्रतिनिधियों की मेहनत का परिणाम है, जो राज्य के दूरस्थ अंचलों तक योजनाओं की रोशनी पहुँचाने में दिन-रात जुटे हैं।” गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ ने हाल के वर्षों में जनजातीय शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य और प्रशिक्षण के क्षेत्र में कई अभिनव कदम उठाए हैं। आदि कर्मयोगी अभियान ने प्रशासनिक दक्षता को नई दिशा दी है, वहीं पीएम जनमन योजना ने आदिवासी समाज के जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार लाया है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के जनजातीय कल्याण विभागों के अधिकारी, परियोजना निदेशक, विकास सहयोगी संस्थाएँ और जनजातीय प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।

अफगानिस्तान में पाकिस्तान की बमबारी से क्रिकेटर्स की मौत, राशिद खान का फूटा गुस्सा

काबुल  पाकिस्तान के हवाई हमलों में अफगानिस्तान के 3 क्रिकेटरों समेत आठ लोगों की मौत हुई, वहीं सात घायल हुए हैं. पाकिस्तान की इस हरकत के बाद अफगान‍िसतान में शोक और गुस्सा दोनों का माहौल है. अफगानिस्तान के सबसे बड़े क्रिकेटर राशिद खान ने इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे “बर्बर, अनैतिक और अमानवीय” करार देते हुए पाकिस्तान की जमकर खबर ली.  राशिद खान ने कहा- नागरिकों और युवा खिलाड़ियों को निशाना बनाना किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है. वहीं उन्होंने अफगान‍िसतान क्रिकेट बोर्ड के पाकिस्तान के खिलाफ आगामी मैचों से वापसी के निर्णय का समर्थन किया है.  राश‍िद ने इसे लेकर एक्स पर एक पोस्ट भी शेयर किया और लिखा- मैं अफगानिस्तान पाकिस्तानी हवाई हमलों में नागरिकों की जानें गंवाने की घटना से बेहद दुखी हूं. यह एक त्रासदी है जिसमें महिलाओं, बच्चों और उन युवा क्रिकेटरों की जानें गईं, जो वर्ल्ड लेवल पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखते थे.  राश‍िद ने आगे ल‍िखा- स‍िव‍िलयन इंफ्रास्टक्चर पर निशाना बनाना पूरी तरह अनैतिक और बर्बर है, ये अन्यायपूर्ण और अवैध कृत्य मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं और इन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए.  राश‍िद यहीं नहीं रुके और पाकिस्तान को लताड़ते हुए उन्होंने लिखा- निर्दोष और जान गंवाने वाले लोगों के साथ हुई इस हरकत पर पाकिस्तान के खिलाफ मैचों से अफगान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के वापसी के निर्णय का स्वागत करता हूं इस कठिन समय में मैं अपने लोगों के साथ खड़ा हूं, हमारी राष्ट्रीय गरिमा हमेशा सबसे पहले होनी चाहिए. पाकिस्तान के हमले में किन 3 क्रिकेटर्स की मौत हुई?  पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक में अफगान‍िस्तान के 3 क्रिकेटरों कबीर, सिबगातुल्‍ला और हारून सहित आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्‍य घायल हुए हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अफगान‍िस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) एक्शन में आया और उसने पाकिस्तान संग होने वाली ट्रांयगुलर सीरीज से हटने का फैसला किया. यह टी20 सीरीज अगले महीने नवंबर में अफगानिस्‍तान, श्रीलंका और पाकिस्‍तान के बीच खेली जानी थी.  मौत पर एक्शन में अफगानिस्तान बोर्ड  पाकिस्तान के हमले में अफगान‍िस्तान के 3 क्रिकेटरों की मौत हो गई है. यह हृदयविदारक घटना पक्त‍िका प्रांत के उरगुन जिले में हुई, जहां पाकिस्‍तानी हमले में अफगान क्रिकेटर कबीर, सिबगातुल्‍ला और हारून सहित आठ लोगों की मौत हो गई. वहीं सात अन्‍य घायल हुए हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अफगान‍िस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) एक्शन में आ गया है.  AC B ने पाकिस्‍तान की सैन्‍य कार्रवाई में पक्त‍िका प्रांत में घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों की शहादत के बाद पाकिस्‍तान और श्रीलंका के साथ होने वाली आगामी त्रिकोणीय सीरीज में भाग न लेने का फैसला किया है. क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों की शहादत पर गहरा शोक व्‍यक्‍त करते हुए इसे देश के खेल जगत, खासकर क्रिकेट के लिए बड़ी क्षति बताया है.  यह त्रिकोणीय टी20 सीरीज अगले महीने नवंबर में अफगानिस्‍तान, श्रीलंका और पाकिस्‍तान के बीच खेली जानी तय थी.  ध्यान रहे पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनातनी चल रही थी. दोनों देशों के बीच शुक्रवार को 48 घंटे के युद्धविराम (Ceasefire) को आपसी सहमति से आगे बढ़ाने पर सहमति बनी थी. लेकिन इसके चंद घंटों बाद ही तालिबान ने पाकिस्तान पर अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में एयर स्ट्राइक करने का आरोप लगाया था. पाकिस्तान ने डूरंड लाइन से सटे पक्तिका प्रांत के कई जिलों में हवाई हमले किए.  अफगानिस्‍तान बोर्ड (ACB) ने इसे लेकन एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर किया और बताया कि कबीर, सिबगातुल्‍ला और हारून क्रिकेटर्स सह‍ित इस अटैक में  आठ लोगों की मौत हो गई, वहीं सात घायल हुए हैं. जिन क्रिकेटर्स की मौत हुई वो पक्तिका की राजधानी शराना में एक फ्रेंडली मैच खेलने गए थे. घर लौटने के बाद उरगुन जिले में एक सभा के दौरान उन पर यह हमला हुआ. ACB ने अपने बयान में कहा-अल्‍लाह (SWT) शहीदों को जन्‍नत में ऊंचा दर्जा दे, घायलों को जल्‍द ठीक हो जाएं करे और परिवारों को इस कठिन समय में सब्र और ताकत दे. ACB ने अपने बयान में जताया शोक, लिया ये एक्शन  ACB ने पाकिस्‍तान की सैन्‍य कार्रवाई में पक्त‍िका प्रांत में घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों मौत के बाद एक पोस्ट शेयर किया और इन ख‍िलाड़‍ियों की मौत पर संवेदना व्यक्त की. बोर्ड ने खिलाड़ियों की शहादत पर गहरा शोक व्‍यक्‍त करते हुए इसे देश के खेल जगत, खासकर क्रिकेट के लिए बड़ी क्षति बताया है.   ACB ने इसे लेकर अपने पोस्ट में पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया. पोस्ट में बताया गया कि तीनों क्रिकेटर्स पक्तिका की राजधानी शराना में एक फ्रेंडली मैच खेलने गए थे. घर लौटने के बाद उरगुन जिले में एक सभा के दौरान उन पर यह अटैक हुआ.  

BRICS करेंसी के बिना ही झटका अमेरिका को? चीन में रूसी तेल का पेमेंट और भारत की भूमिका

नई दिल्ली पिछले दिनों इंटरनेशनल एनर्जी मार्केट से एक खबर महत्वपूर्ण थी. रिपोर्ट के अनुसार अब रूस से कच्चा तेल खरीदकर भारत ने चीन की मुद्रा युआन में भुगतान करना शुरू कर दिया है. यानी कि भारत कच्चा तेल रूस से खरीद रहा है लेकिन रूस को पेमेंट चीनी मुद्रा युआन में कर रहा है. ये डॉलर के प्रभुत्व को खत्म करने एक बड़ी कोशिश है.  हालांकि भारत के टोटल डील की तुलना में चीनी मुद्रा में होने वाला भुगतान कम है लेकिन इससे भारत की ओर से पेमेंट सिस्टम में होने वाले शिफ्ट का पता चलता है और इससे यह भी बात समझ में आती है कि भारत-चीन और रूस ने बिना ब्रिक्स करेंसी बनाए ही ट्रंप के डॉलर अभिमान को किनारे लगाना शुरू कर दिया है.  बता दें कि अभी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाजार में एक युआन की कीमत 12.34 भारतीय रुपये है. भारत का यह कदम भले ही छोटा हो लेकिन इसके भू-राजनीतिक असर तगड़े हैं और मैसेज देते हैं. रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने पुष्टि की है कि भारत अभी भी मुख्य रूप से रूबल यानी कि रूसी मुद्रा में भुगतान कर रहा है, लेकिन युआन का उपयोग भी बढ़ रहा है. यह कदम बिना किसी ब्रिक्स मुद्रा के ही भारत, चीन और रूस के त्रिकोणीय गठजोड़ को मजबूत कर रहा है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'डॉलर डिप्लोमेसी' को झटका दे रहा है.  Investing live नाम की वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हाल ही में भारत की सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने हाल ही में दो से तीन रूसी तेल कार्गो के लिए युआन में भुगतान किया है.  यह कदम 2023 से एक बदलाव का संकेत देता है, जब चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों के दौरान सरकारी असहजता के बीच सरकारी रिफाइनरियों ने युआन से भुगतान रोक दिया था, जबकि निजी रिफाइनर इस मुद्रा का इस्तेमाल जारी रखे हुए थे.  भारत की ओर से चीनी मुद्रा में फिर से भुगतान शुरू करना इस बात की ओर भी संकेत देता है कि दोनों देशों (भारत-चीन) के बीच संकेत मधुर हुए हैं. ट्रंप की धमकी को याद कीजिए भारत द्वारा कच्चे तेल के पेमेंट सिस्टम में बदलाव का लिंक राष्ट्रपति ट्रंप के एक बयान से है. अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) देशों को नई मुद्रा बनाने या डॉलर के विकल्प का समर्थन करने पर सख्त चेतावनी दी थी. ट्रंप ने 30 नवंबर 2024 को ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा था कि, "ब्रिक्स देश नई मुद्रा न बनाएं, वरना 100% टैरिफ लगेगा और ये देश अमेरिकी बाजार से विदा हो जाएंगे."   ट्रंप का ये बयान उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति का हिस्सा है, जहां ट्रंप डॉलर की वैश्विक प्रभुता (Global dominance) को हर कीमत पर बचाए रखना चाहते हैं. ट्रंप का तर्क है कि डॉलर वैश्विक व्यापार का 58% हिस्सा है, ब्रिक्स की कोशिशें इसे कमजोर करेंगी.  डी-डॉलरीकरण क्यों चाहते हैं ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण (De-dollarization) वैश्विक वित्तीय व्यवस्था से अमेरिकी डॉलर की प्रभुता को कम करने की प्रक्रिया है. यह मुख्य रूप से ब्रिक्स देशों द्वारा संचालित हो रही है, जो वैश्विक जीडीपी का लगभग 40% और आबादी का 45% प्रतिनिधित्व करते हैं. 2025 तक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में डॉलर का वैश्विक हिस्सा 73% से घटकर 54% रह गया है.   ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण चाहते हैं ताकि अमेरिकी डॉलर की वैश्विक प्रभुता कम हो, और इन देशों की आर्थिक और भू-राजनीतिक स्वायत्तता को बढ़े. यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगाए और रूस को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से बार कर दिया. इससे ब्रिक्स देशों को एहसास हुआ कि अमेरिका डॉलर का इस्तेमाल 'हथियार' के रूप में कर सकता है.  भारत-चीन-रूस ने निकाला बीच का रास्ता ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन ये रफ्तार धीमी है. ट्रंप की धमकी के बाद ब्रिक्स देशों ने ब्रिक्स की नई करेंसी का प्रस्ताव तो फिलहाल धीमा कर दिया है. दक्षिण अफ्रीका ने कहा है कि नई मुद्रा की कोई योजना नहीं है.  ब्रिक्स ने 2025 रियो शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त मुद्रा की योजना को स्थगित कर दिया. इसके बजाय स्थानीय मुद्राओं में व्यापार पर जोर दिया गया.अब ब्रिक्स पे एक डिसेंट्रलाइ्ज्ड भुगतान प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित हो रहा है. जो स्विफ्ट का विकल्प बनेगा. 2025 में ब्रिक्स व्यापार का 90% स्थानीय मुद्राओं में हो रहा है. रूस-चीन व्यापार में युआन का हिस्सा 44% है. अब भारत द्वारा रूस से कच्चा तेल खरीदने पर चीनी मुद्रा में भुगतान करना ब्रिक्स करेंसी से इतर बीच का रास्ता है. जिससे भारत का काम भी निकल जाएगा और डॉलर के प्रभुत्व को भी चुनौती मिलेगी.  इसलिए भारत, चीन और रूस का यह युआन-आधारित व्यापार उसी 'पहले चरण' का वास्तविक स्वरूप है.  विश्व के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता भारत ने सितंबर में रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 2.5 बिलियन यूरो खर्च किए. ये पिछले महीने की तुलना में 14 प्रतिशत कम है. भारत का यह युआन प्रयोग अभी भू-राजनीतिक कदम से अधिक एक व्यावहारिक मैकेनिज़्म है.  ताकि रूसी तेल सस्ते में मिले और पश्चिमी प्रतिबंधों से निपटा जा सके. इसके रणनीतिक निहितार्थ गहरे हैं. 

भारत-पाक बॉर्डर पर नहीं होगा हाथ मिलाना, रिट्रीट सेरेमनी का टाइम बदला

नई दिल्ली  भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा अटारी बॉर्डर पर होने वाला रिट्रीट सेरेमनी का समय बदल दिया गया है। अब सर्दियों के चलते यह आधा घंटा पहले शुरू होगा। बीएसएफ के प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण महल ने बताया कि अब यह समारोह शाम 5 बजे से 5:30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। पहले इसका समय शाम 5:30 बजे से 6 बजे तक था। नया समय तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों के चलते अब भारत-पाक सीमा गेट बंद रहेंगे और इस दौरान दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच कोई पारंपरिक अभिवादन या रस्में नहीं होंगी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बंद किया था समारोह पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर छह व सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इसके बाद 7 मई से रिट्रीट सेरेमनी पर सात मई को विराम लगा दिया था। भारत-पाकिस्तान के बीच 10 दिन के युद्धविराम के बाद सीमा सुरक्षा बल ने 20 मई को पंजाब के अटारी-वाघा, हुसैनीवाला और फाजिल्का सीमाओं पर छोटे स्तर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह फिर से शुरू किया था। अटारी, हुसैनीवाला और सादकी बॉर्डर पर रोजाना समारोह जारी है, चाहे पाकिस्तानी पक्ष शामिल हो या नहीं। हर मौसम के मुताबिक बदलता है समय बीटिंग रिट्रीट अमृतसर के पास दोनों देशों की सीमा पर साल 1959 से हो रही है, जिसमें राष्ट्रीय झंडे उतारने की प्रक्रिया शामिल होती है। अटारी-वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रोजाना होती है। यह समारोह बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों द्वारा साझा रूप से आयोजित किया जाता है। इस समारोह को देखने के लिए देश और विदेश से लोग आते हैं। समारोह का समय हर मौसम के मुताबिक बदलता रहता है।

मुख्यमंत्री साय ने 90 करोड़ रुपये के 26 निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में आयोजित सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के 13वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 90 करोड़ रुपये की लागत से 26 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री साय ने जिले के प्रत्येक विकासखंड में 50-50 लाख रुपये की लागत से एक-एक सामुदायिक भवन के निर्माण तथा पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों में ओबीसी विद्यार्थियों की सीटों में वृद्धि करने की घोषणा की। कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव तथा वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार पिछड़ा वर्ग के विकास और हितों को लेकर पूरी तरह संवेदनशील और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक अधिकार प्रदान किए गए हैं, जिसके लिए पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन केवल प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि बस्तर के विकास में सबसे बड़ी बाधा नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि शासन की नीतियों और रीति-नीति से प्रभावित होकर जगदलपुर में आज 210 भटके हुए लोग मुख्यधारा में लौटे हैं तथा उन्होंने 153 हथियार भी जमा किए हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी को पूर्ण करने के लिए प्रदेश सरकार पिछले 22 महीनों से  समर्पण के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वायदे के अनुरूप तेंदूपत्ता खरीदी की कीमत में वृद्धि की, 3100 रुपये प्रति क्विंटल के मान से धान खरीदा, रामलला दर्शन योजना लागू की तथा मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना को पुनः प्रारंभ किया। इसके अतिरिक्त भी अनेक जनहितकारी और महत्वाकांक्षी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए समाजजनों से शासन की योजनाओं से जुड़कर विकास में सहभागी बनने की अपील की। इससे पूर्व उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने समाजजनों को बधाई देते हुए समाज में अपनी भूमिका को और सशक्त करने का आह्वान किया। वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग समाज मेहनतकश और कर्मठ है। उन्होंने आने वाली पीढ़ी को बेहतर ढंग से शिक्षित करने और अपने अधिकारों के प्रति सजग एवं जागरूक रहने की अपील की। उन्होंने जिले में संचालित ‘मावा मोदोल कोचिंग संस्थान’ की सराहना करते हुए अधिक से अधिक युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। मुख्यमंत्री साय ने सर्व पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के दौरान कुल 90 करोड़ 06 लाख 88 हजार रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 56 करोड़ 51 लाख 40 हजार रुपये की लागत से 14 विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 33 करोड़ 55 लाख 48 हजार रुपये की लागत से 12 निर्माण कार्यों का लोकार्पण सम्मिलित है।कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने ओबीसी वर्ग के तीन मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद भोजराज नाग, अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी, भानुप्रतापपुर विधायक  सावित्री मंडावी, कांकेर विधायक आशाराम नेताम, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, प्रदेश मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।