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BJP का ‘बंगाल मिशन’ एक्टिव! विधानसभा चुनाव से पहले बनी नई रणनीतिक टीम

कोलकाता पिछली गलतियों से सबक लेते हुए भाजपा अगले साल बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार में इस बार मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर व्यक्तिगत हमलों से परहेज करेगी। भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा नेताओं को इस संबंध में सावधान किया है। पार्टी के एक वर्ग के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस पर राजनीतिक हमला तेज करते हुए मुख्यमंत्री पर निजी जुबानी हमले नहीं दोहराए जाएंगे। मालूम हो कि 2021 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं ने तृणमूल पर निशाना साधते हुए ममता पर निजी हमले किए थे। भाजपा की रणनीति में बदलाव तृणमूल ने इसे मुद्दा बना दिया। इसलिए भाजपा नेताओं को लगता है कि बंगाल की जनता ने ममता पर निजी हमलों को पसंद नहीं किया और पार्टी पिछले चुनाव में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी। इसलिए इस बार भाजपा सतर्क है। बताते चलें कि 2021 के चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावी जनसभाओं में ममता को दीदी ओ दीदी…कहकर संबोधित किया था, जिसपर तृणमूल ने कड़ी आपत्ति जताई थी। तृणमूल ने इसे महिला मुख्यमंत्री का अपमान बताया था। तृणमूल ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। दूसरे राज्यों से पांच इंटरनेट मीडिया एक्सपर्ट बंगाल लाएगी भाजपा दूसरी ओर, राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर डिजिटल प्लेटफार्म पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के अभियानों का जवाब देने के लिए भाजपा दूसरे राज्यों से पांच इंटरनेट मीडिया विशेषज्ञों को बंगाल लाने जा रही है। वे चुनाव तक यहां रहेंगे। इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने को लेकर बंगाल भाजपा के नेताओं ने कोलकाता में एक विशेष बैठक व कार्यशाला भी आयोजित की है। इसमें भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल में पार्टी के सह-प्रभारी अमित मालवीय, प्रदेश भाजपा के संगठन महासचिव अमिताभ चक्रवर्ती, आइटी सेल के प्रदेश संयोजक सप्तर्षि चौधरी व अन्य मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार, इस कार्यशाला में फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का अधिक से अधिक इस्तेमाल, बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार करने आदि के तरीके पर चर्चा की गई। मालूम हो कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने डिजिटल योद्धा नाम से इंटरनेट मीडिया पर एक नई लड़ाई (अभियान) की हाल में घोषणा की है। जिसके बाद भाजपा ने भी इसके जवाब में डिजिटल मोर्चे पर लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा- श्रीकृष्ण और सुभद्रा के स्नेह में झलकता है भाई-बहन के प्यार का अटूट बंधन

प्रेम, सुरक्षा और विश्वास का पर्व है भाईदूज प्रदेश की लाड़ली बहने होंगी शामिल भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा का रिश्ता भाई-बहन के प्रेम और संरक्षण की सबसे सुंदर मिसाल है। जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने हर परिस्थिति में बहन सुभद्रा की सुरक्षा और सम्मान का ध्यान रखा, उसी भावना से हमारी सरकार भी प्रदेश की हर लाड़ली बहन के सुख, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की साथी है। श्रीकृष्ण और सुभद्रा का संबंध इस बात की याद दिलाता है कि भाई का स्नेह केवल वचन निभाना ही नहीं, कर्म से निभाई जाने वाली जिम्मेदारी भी है। हमारी सरकार इसी दृष्टि से सांस्कृतिक परंपरा को निभाते हुए आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे लिये बहनों की खुशी, उनकी सुरक्षा और आत्मविश्वास सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूवार को भाईदूज के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित होने वाले भाईदूज कार्यक्रम में सम्मलित होने वाली लाड़ली बहनों को यह संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाईदूज का पर्व भारतीय संस्कृति में प्रेम, स्नेह और जिम्मेदारी का प्रतीक है। यह केवल एक त्यौहार नहीं बल्कि उस रिश्ते का उत्सव है, जिसमें भाई अपनी बहन के सुख-दुख, सुरक्षा और सम्मान का वचन निभाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहनों की मुस्कान ही समाज की समृद्धि का आधार है और हर भाई का यह कर्तव्य है कि वह अपने आचरण और कर्म से इस भावना को मजबूत बनाए। शासन में संवेदना, त्यौहारों में अपनापन मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह परंपरा बनाई है कि प्रदेश का हर पर्व जनता के जीवन में नई उमंग और नई आशा लेकर आए। दीपावली, रक्षाबंधन, गोवर्धन पूजा और अब भाईदूज जैसे पर्व शासन के मानवीय स्वरूप का प्रतीक बन चुके हैं। लाड़ली बहनें : सशक्त समाज की आधारशिला मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की लाड़ली बहनें केवल योजनाओं की लाभार्थी नहीं, बल्कि परिवार और समाज की आत्मा हैं। लाड़ली बहना योजना ने बहनों को आत्मनिर्भर, जागरूक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 44,917.92 करोड़ रूपये की राशि सीधे बहनों के खातों में पहुंचाई जा चुकी है, जो प्रदेश की एक करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों के प्रति स्नेह और सम्मान का जीवंत उदाहरण है। मुख्यमंत्री निवास पर आने वाली लाड़ली बहनों का मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर और विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री हेमंत खण्डेलवाल भी उपस्थित रहेंगे।

सड़क पर कहर: थार की टक्कर से 4 की मौत, 3 गंभीर घायल, देखें वीडियो

जयपुर  राजस्थान की राजधानी जयपुर के चोमू इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर बुधवार तड़के एक भीषण सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह भयानक हादसा तब हुआ जब एक तेज रफ्तार थार एसयूवी ने नियंत्रण खोकर तीन मोटरसाइकिलों को टक्कर मार दी। खाटूश्याम दर्शन कर लौट रहा था परिवार पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के शिकार सभी पीड़ित सीकर जिले में स्थित खाटूश्याम मंदिर में दर्शन करने के बाद अपने घर लौट रहे थे। दुर्घटना का कारण: तेज गति से चल रही थार वाहन ने नियंत्रण खो दिया और आगे चल रही तीन बाइकों को टक्कर मार दी। टक्कर की तीव्रता: टक्कर इतनी भीषण थी कि मोटरसाइकिलें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर थार के नीचे कुचल गईं। एक व्यक्ति की मौके पर मौत, 3 ने अस्पताल जाते हुए दम तोड़ा दुर्घटना के बाद स्थानीय निवासी तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मृतक संख्या: चार (एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई।) घायल: तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज एसएमएस अस्पताल में चल रहा है। दुर्घटना का शिकार: सभी सातों पीड़ित एक ही परिवार के सदस्य थे और जयपुर के करधनी थाना क्षेत्र के नांगल जैसा बोहरा के रहने वाले थे। हादसे में घायल छह लोगों को पास के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां एक महिला सहित तीन घायलों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मृतकों और घायलों की पहचान मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है: वीरेंद्र श्रीवास्तव (55, मूल निवासी वाराणसी, जयपुर के वैद्यजी का चौराहा निवासी) सुनील श्रीवास्तव (50, मूल निवासी वाराणसी) लकी श्रीवास्तव (30, जयपुर के ब्रजवाड़ी कॉलोनी निवासी) श्वेता श्रीवास्तव (26, जयपुर के ब्रजवाड़ी कॉलोनी निवासी)

लापता मां-बेटी की खुशखबरी: केरल से मिली बेटियों ने दीपावली पर परिवार को किया खुशहाल!

नरसिंहपुर नरसिंहपुर पुलिस ने अपनी अथक मेहनत और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एक परिवार को दीपावली से ठीक पहले खुशियों का अनमोल उपहार दिया है। पुलिस ने लगभग डेढ़ वर्ष से लापता एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला और उसकी अबोध बच्ची को सुदूर केरल राज्य से सकुशल दस्तयाब कर लिया और उन्हें उनके परिजनों से मिला दिया। यह मामला गाडरवारा थाना की चौकी सालीचौका से शुरू हुआ था, जहाँ प्रार्थी ने पत्नी (जो मानसिक रूप से विक्षिप्त थी) और बच्ची के गुमशुदा होने की सूचना दी थी। प्रार्थी की हर संभव तलाश नाकाम रहने पर 05 जुलाई 2024 को गुम इंसान का मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक डा. ऋषिकेश मीना ने अति. पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया के मार्गदर्शन और एसडीओपी गाडरवारा रत्नेश मिश्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने गुमशुदा की तलाश के लिए इश्तेहार जारी किए और अंतरराज्यीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया। अथक तकनीकी प्रयासों के बाद पुलिस को जानकारी मिली कि गुमशुदा महिला और बच्ची त्रिसुर, केरल में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल केरल रवाना हुई और 16 अक्टूबर 2025 को शासकीय महिला मंदिरम, रामावरमपुरम से मां-बेटी को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की। विधिवत प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों को परिजनों को सौंप दिया गया। निरीक्षक विक्रम रजक, उप निरीक्षक वर्षा धाकड़, प्रधान आरक्षक मनोज भारद्वाज और आरक्षक जमना प्रसाद रजक की टीम की अहम भूमिका रही।

बुजुर्ग से चटवाई गई पेशाब की घटना ने मचाई खलबली, CM योगी ने लिया संज्ञान

लखनऊ  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से इंसानियत को झकझोर कर देने वाली घटना सामने आई है,, जहां एक दलित बुजुर्ग को पेशाब चाटने पर मजबूर किया गया,,इस अमानवीय घटना ने एक बार फिर समाज के उस विकृत रुप को उजागर किया है,,जिसका सामना दलित लोग अक्सर करते आ रहे हैं। ये किसी से छिपा नहीं है कि भारत में दलितों पर अत्याचार अब भी जारी है, लेकिन, इस घटना में जिस तरीके से दबंग आरोपी ने सारी हदों को पार किया है, उसने मानवता पर कई सवाल खड़े दिए है। जानकारी के लिए बता दें, 70 साल के बुजुर्ग के साथ पेशाब चटवाने की शर्मसार घटना काकोरी नगर पंचायत के शीतला देवी मंदिर परिसर में हुई है। बताया जा रहा है,,70 साल के रामपाल ने गलती से मंदिर परिसर में पेशाब कर दी,,इसी से गुस्साए दबंग ने दलित व्यक्ति को मूत्र चटवाई,,जमीन को धुलवाया और आइंदा से मंदिर के अंदर न जाने की धमकी तक दी,,दबंग इतने में नहीं रुका और उसने बुजुर्ग को जातिसूचक गालियां तक दी। ‘अस्मिता के साथ खिलवाड़ वाली घटना’ बता दें कि, पीड़ित रामपाल रावत की शिकायत पर अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है इस मामले का सीएम योगी ने भी संज्ञान लिया है,,वहीं, दलित अस्मिता के साथ खिलवाड़ वाली इस घटना पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित से उसके घर पहुंचकर मुलाकात की है,,इसके अलावा, सपा सांसद आरके चौधरी ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर दलित अस्मिता पर किसी भी प्रकार के समझौता न करने की बात कही। दलित बुजुर्ग के साथ हुई इस घटना पर अब सियासत भी शुरु हो गई,,वहीं इस घटना ने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव की पोल खोल दी है,,और समाज की उस विकृत मानसिकता को उजागर किया है,, जिसका सामना अक्सर समाज में दलितों को करना पड़ता है।  

दीवाली के धमाकों के बावजूद साफ आसमान! AQI 40 वाला शहर दिखा प्रदूषण में मिसाल, दिल्ली परेशान

रायपुर दिवाली के बाद देश की राजधानी दिल्ली समेत कई बड़े शहरों की हवा तेजी से प्रदूषित हुए, इन शहरों के लोगों को तो सांस लेने तक में दिक्कत रही है। लेकिन वहीं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबको हैरान कर दिया। दरअसल दिवाली में जमकर पटाखे फोड़ने के बावजूद रायपुर का आसमान बिल्कुल साफ दिख रहा है, हवा में भी कोई प्रदूषण नहीं है, लोगों को सांस लेने में भी कोई दिक्कत नहीं हो रही है। छत्तीसगढ़ के प्रमुख औद्योगिक और ऊर्जा केंद्रों में इस समय वायु गुणवत्ता बेहद संतोषजनक स्थिति में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार शाम 4 बजे राज्य के चार बड़े शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का स्तर कम दर्ज किया गया। दिल्ली की हवा बेहद गंदी राजधानी रायपुर का AQI 40 दर्ज किया गया, जो ‘अच्छी श्रेणी’ में आता है। वहीं इस्पात नगरी भिलाई का AQI 47 रहा — यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि भारी उद्योगों की मौजूदगी के बावजूद यहां की हवा काफी स्वच्छ है। राज्य की ‘ऊर्जाधानी’ कही जाने वाली कोरबा में, जहां कोयला खनन, बिजली और एल्यूमीनियम उत्पादन होता है, वहां भी AQI केवल 67 दर्ज हुआ — यानी हवा ‘संतोषजनक श्रेणी’ में है। दुर्ग में भी वायु गुणवत्ता का स्तर AQI 50 के आसपास बना रहा। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यह आंकड़े छत्तीसगढ़ के लिए उत्साहजनक संकेत हैं। स्वच्छ हवा बनाए रखने के लिए उद्योगों में पर्यावरणीय नियमों का पालन और हरित पहल की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। 

गौसेवा के संकल्प संग मनाई गोवर्धन पूजा, मुख्यमंत्री ने मांगी जनता की खुशहाली की दुआ

रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास रायपुर में स्थित गौशाला में गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौमाता की पूजा-अर्चना की और गौ माता को खिचड़ी खिलाकर गोसेवा की परंपरा निभाई। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली की मंगलकामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गोवर्धन पूजा प्रकृति, गौवंश और पर्यावरण के प्रति आभार व्यक्त करने का पावन पर्व है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी। पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद वितरण के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने गौशाला में सेवा कर रहे गौसेवकों को अपने हाथों से मिठाई खिलाकर सम्मानित किया। उन्होंने गौसेवा के लिए उनकी सराहना करते हुए सभी से गौवंश की रक्षा एवं संरक्षण के कार्यों में आगे आने का आग्रह किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने  गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौसेवकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौशाला में गौवंश की देखरेख की सभी व्यवस्था मौजूद है।  मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गोवर्धन पूजा हमारे जीवन में प्रकृति, अन्न और पशुधन के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। गाय भारतीय संस्कृति की आधारशिला है, जो न केवल हमारे ग्रामीण जीवन से जुड़ी है, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था और आस्था दोनों का केंद्र भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मिट्टी में गोसेवा और प्रकृति पूजन की भावना गहराई से रची-बसी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय, अन्न और धरती का सम्मान करना उस मातृशक्ति को प्रणाम करना है, जिससे हमारा जीवन जुड़ा है। जब हम इन्हें नमन करते हैं, तब हम अपनी संस्कृति की जड़ों, अपनी आत्मा की गहराइयों और समृद्धि के स्रोतों को स्पर्श करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में गाय गौमाता के रूप में पूजनीय है, और इसी भावना के साथ राज्य सरकार गोसेवा को ग्रामीण विकास की धुरी बनाने के लिए कार्य कर रही है।

25 लाख भारतीयों के लिए खुशखबरी: सऊदी अरब ने खत्म किया विवादित ‘कफाला सिस्टम’

नई दिल्ली सऊदी अरब ने इस महीने आधिकारिक तौर पर 50 साल पुरानी कफाला (स्पॉन्सरशिप) सिस्टम को खत्म कर दिया है, जिसे आधुनिक दौर की गुलामी कहा जाता था। इस व्यवस्था के तहत विदेशी कर्मचारियों के जीवन पर उनके नियोक्ता पर पूरा नियंत्रण होता था, वह उसका पासपोर्ट तक रख सकता था और यह तय करता था कि वे कब नौकरी बदल सकते हैं या देश छोड़ सकते हैं। इस निर्णय से करीब 1.3 करोड़ विदेशी मजदूरों को राहत मिलेगी, जिनमें लगभग 25 लाख भारतीय शामिल हैं। यह फैसला क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की 'विजन 2030' सुधार योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद सऊदी अरब की वैश्विक छवि को सुधारना और विदेशी निवेश को आकर्षित करना है।   क्या था कफाला सिस्टम? 1950 के दशक में शुरू हुई यह व्यवस्था मूल रूप से विदेश मजदूरों की निगरानी के लिए बनाई गई थी। हर विदेशी श्रमिक को एक कफील से जोड़ा जाता था, जो उसकी नौकरी, वेतन और यहां तक कि रहने की जगह पर भी नियंत्रण रखता था। सबसे चिंताजनक बात यह थी कि मजदूर अपने ही उत्पीड़क के खिलाफ शिकायत तक नहीं कर सकते थे, जब तक कि वही कफील अनुमति न दे। इस सिस्टम में महिलाओं की स्थिति सबसे खराब रही। कई भारतीय महिलाओं ने शारीरिक और यौन शोषण की शिकायत की। 2017 में गुजरात और कर्नाटक की महिलाओं के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के मामले भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद ही सुलझ पाए। एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसी संस्थाओं ने इसे मानव तस्करी का रूप बताया। क्यों खत्म किया गया कफाला सिस्टम? अंतरराष्ट्रीय दबाव, मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्ट और विदेशी नागरिकों की नाराजगी इस फैसले के पीछे की बड़ी वजह रही। आखिरकार क्राउन प्रिंस ने देश की वैश्विक साख और निवेश माहौल सुधारने के लिए कफाला सिस्टम को खत्म करने का फैसला लिया। हालांकि, यह व्यवस्था अब भी कुवैत, ओमान, लेबनान और कतर जैसे देशों में जारी है।  

Bhai के करियर में सफलता पाने का आसान तरीका: भाई दूज पर इस दिशा में करें तिलक

नई दिल्ली  कल यानी 23 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बहने अपने भाई का तिलक कर उनकी लंबी उम्र और तरक्की की कामना करती हैं। बदले में भाई भी अपनी बहन को गिफ्ट देते हैं। बता दें कि शुभ मुहूर्त पर ही बहनों को भाइयों का तिलक करना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में- 23 अक्टूबर को भाई दूज के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:45 से सुबह के 05:36 तक है, जो स्नान के लिए उत्तम समय माना जाता है। उस दिन का शुभ समय यानी अभिजीत मुहूर्त दोपहर में 11:43 से दोपहर 12:28 तक है। अमृत काल शाम में 06:57 से रात 08:45 तक रहेगा। शास्त्रों के अनुसार, भाई को तिलक लगाते समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। इस दिशा में तिलक करने से भाई के करियर और आर्थिक जीवन में स्थिरता आती है।   भाई दूज पर बहनें सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें। फिर एक थाली तैयार करें और इस थाली में गोला, कलावा, रोली, अक्षत, दीया और मिठाई रखें। थाली की सबसे पहले पूजा करें, फिर शुभ मुहूर्त में इस थाली में रखी रोली को भाई के माथे पर लगाएं। इसके बाद हाथ में कलावा बांधें। फिर दीपक से आरती उतारें और भाई का मुंह मीठा करें। अंत में, बहन-भाई एक साथ भोजन करें।  

चलती ट्रेन में विस्फोट से दहशत! आनंद विहार-सहरसा अमृत भारत एक्सप्रेस में मची अफरा-तफरी

बस्ती आनंद विहार से चलकर सहरसा जाने वाली 15558 डाउन ट्रेन में विस्फोट के बाद ट्रेन के एक बोगी में भगदड़ मच गई। इसकी जीआरपी बस्ती इसकी छानबीन कर रही है। बुधवार की भोर करीब 2:45 पर आनंद विहार से चलकर सहरसा जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन जैसे ही गौर रेलवे स्टेशन के आगे ओवर ब्रिज के समय पहुंची वैसे ही यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। एक बोगी में बैठे यात्री उतरकर इधर-उधर भागने लगे। पूछने पर यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में विस्फोट हो गया है। डर और दहशत से बदहवास लोग ट्रैक पर ही दौड़ने लगे। बाद में घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर गौर पुलिस पहुंच गई और यात्रियों को समझा बूझकर ट्रेन में बैठाया । इस बीच ट्रेन लगभग 34 मिनट ओवर ब्रिज के नीचे खड़ी रही बाद में सिग्नल होने पर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। स्थानीय लोगों के मुताबिक ट्रेन में बैठे दो यात्री झुलस भी गए थे, अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रेन में कोई यात्री पटाखा लेकर यात्रा कर रहा था और अचानक उसमें विस्फोट होने से यह स्थिति उत्पन्न हुई। इस संबंध में जीआरपी इंस्पेक्टर बस्ती पंकज कुमार ने बताया कि ट्रेन में कुछ धमाके की आवाज होने की बात सामने आई है। मामले की जांच चल रही है। ट्रैक किनारे मिला युवक का शव बुधवार की सुबह गौर रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर पर डाउन ट्रैक किनारे ही एक लगभग 31 वर्षीय युवक का शव पाया गया है। मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर उसकी पहचान करने में घंटों जुटी रही पर उसकी पहचान नहीं हो पाई। चर्चा है की कहीं ट्रेन में हुई भगदड़ के बाद उसी ट्रेन से ही युवक के गिर जाने के कारण मौत तो नहीं हो गई। फिलहाल मामले की जांच जीआरपी कर रही है। इस संबंध में जीआरपी इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि भगदड़ के समय युवक के गिरने की पुष्टि नहीं है।