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क्रिकेट जगत की दिग्गज जोड़ी रोहित और कोहली पर यह बयान, जानें किसने कहा!

नई दिल्ली  भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच ग्रेग चैपल का मानना ​​है कि विराट कोहली का जुनून और व्यक्तिगत गौरव को अधिक तवज्जो नहीं देना तथा रोहित शर्मा की विनम्रता और कलात्मकता सिर्फ रिकॉर्ड बुक में ही नहीं, बल्कि प्रशंसकों के दिलों में भी हमेशा के लिए अंकित रहेगी। अपने आखिरी ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर आए रोहित और कोहली करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं और चैपल को लगता है कि इस जोड़ी की विरासत आंकड़ों से कहीं आगे जाती है। चैपल ने लिखा, ‘‘अब जैसे-जैसे क्रिकेट की दुनिया आगे बढ़ेगी तो नए नाम उभरेंगे। नए कप्तान नेतृत्व करेंगे, लेकिन यह स्वर्णिम अध्याय – कोहली-रोहित युग – सिर्फ रिकॉर्ड बुक में ही नहीं, बल्कि हर उस प्रशंसक के दिलों में अंकित रहेगा जो समझता था कि वे किस लिए खड़े हैं।’’ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज चैपल का मानना ​​है कि कोहली को सिर्फ महान बल्लेबाजों की श्रेणी में रखना उनके साथ अन्याय होगा। उन्होंने लिखा, ‘‘कोहली कभी सिर्फ बल्लेबाज नहीं थे। वह एक मूवमेंट थे। उन्होंने वो दिखाया जो बहुत कम लोग कर पाते हैं – एक योद्धा जैसी मानसिकता। उन्होंने भारत की एकदिवसीय टीम को एक तेज, केंद्रित और पूरी तरह से फिट टीम में बदल दिया जो घर हो या बाहर, जीतने के लिए खेलती थी।’’ इसके बाद उन्होंने उनके खेल और व्यक्तित्व का विश्लेषण किया और बताया कि दोनों किस चीज के प्रतीक थे। चैपल ने लिखा, ‘‘कोहली का जुनून, उनका समझौता नहीं करना, आंकड़ों से अधिक विरासत में उनका विश्वास। रोहित की शान, उनकी विनम्रता और उनकी वापसी की कहानी, जिसने हम सभी को याद दिलाया कि क्रिकेट में और जिंदगी में – टाइमिंग ही सब कुछ है।’’ चैपल यह बताना नहीं भूले कि कोहली अपने कुछ पूर्ववर्तियों के विपरीत आंकड़ों के मोह में नहीं थे। उन्होंने लिखा, ‘‘जो बात उन्हें (कोहली) उनसे पहले आए दिग्गजों से अलग करती थी वह थी व्यक्तिगत आंकड़ों को अधिक तवज्जो नहीं देना। जहां दुनिया शतकों और कुल स्कोर की वाहवाही कर रही थी, वहीं कोहली को सिर्फ नतीजों की परवाह थी। उन्होंने एक बार कहा था कि वह भारत के लिए खेलते हैं रिकॉर्ड के लिए नहीं – एक ऐसा बयान जिसने उनके नेतृत्व को परिभाषित किया। व्यक्तिगत उपलब्धियां अक्सर भारत की क्रिकेट कहानी का केंद्र बिंदु होती थीं, लेकिन कोहली कुछ बड़ा चाहते थे। उनकी पहचान विरासत थी, आंकड़े नहीं।’’ रोहित के मामले में, पारी की शुरुआत उन्हें लाल गेंद के एक ऐसे दिग्गज खिलाड़ी में बदल गई जो विरोधियों को बेहद सटीकता से ध्वस्त कर सकता था। चैपल ने लिखा, ‘‘जहां कोहली का उदय तेजी से हुआ और उनके जुनून ने उन्हें परिभाषित किया तो वहीं रोहित का सफर धीमी गति से महानता की ओर बढ़ने वाला था। वर्षों तक उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपनी चमक बिखेरी। उनकी टाइमिंग, संयम और प्रतिभा ने उन्हें घर-घर में जाना-पहचाना नाम बना दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह आसान नहीं था। उन्होंने 2007 में पदार्पण किया था, लेकिन प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और मध्यक्रम के संघर्ष ने उन्हें अपनी जगह पक्की करने से रोक दिया, खासकर बड़े टूर्नामेंट में। फिर 2013 आया। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में उन्हें पारी का आगाज करने का मौका दिया गया। उन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ इस मौके का फायदा उठाया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक लगाया। शानदार शतक, जिनमें से पहला शतक भी उसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘स्विंग करती गेंद के खिलाफ अचानक सहजता आ गई। कुछ बदल गया था – सिर्फ तकनीक में ही नहीं, बल्कि विश्वास में भी। इसके बाद जो हुआ वह भारतीय क्रिकेट में सबसे उल्लेखनीय बदलाव में से एक था। रोहित ने ना सिर्फ एकदिवसीय क्रिकेट के साथ तालमेल बिठाया बल्कि उस पर विजय भी प्राप्त की।’’  

काम पूरा होने से पहले भूलकर भी न बताएं ये 6 बातें, वरना बिगड़ सकता है सब कुछ

हमारी जिंदगी में ऐसा बहुत कुछ होता है, जो हम दूसरों से शेयर करना चाहते हैं। खासतौर से जिन्हें हम अपना समझते हैं। लेकिन कई बार आपने नोटिस किया होगा कि आपका काम सिर्फ बातों तक ही रह जाता है, वो कभी पूरा हो ही नहीं पाता। इसके पीछे एक वजह है लोगों की बुरी नजर लगना। जब आप अपनी हर बात लोगों से शेयर कर देते हैं, तो जाहिर है लोगों के मन में जलन और नेगेटिविटी की भावना पैदा होती है। ऐसे में कई बार इविल आई यानी बुरी नजर लगने की वजह से आपका काम ही ठप हो जाता है। तो आइए जानते हैं वो कौन से बातें हैं, जो आपको लोगों से बिल्कुल शेयर नहीं करनी हैं। खासतौर से जबतक वो पूरी ना हो जाएं। अपनी सक्सेस को प्राइवेट रखें अपनी सक्सेस के बारे में ज्यादा लोगों के आगे गुणगान करने से बचना चाहिए। ऐसा कर के आप जाने-अनजाने लोगों की नेगेटिविटी, जलन की भावना अपनी तरफ अट्रैक्ट करते हैं। किसी चीज की तैयारी भी कर रहे हैं, तो पहले से ढिंढोरा ना पीटें। मेहनत में लगे रहें, काम जब होगा तब दुनिया खुद जान जाएगी। अपनी लव लाइफ अपनी लव लाइफ को जितना प्राइवेट हो सके रखना चाहिए। आजकल लोग रिलेशनशिप शुरू होते ही सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पोस्ट डालना शुरू कर देते हैं। रिजल्ट होता है, कुछ दिनों बाद ही ब्रेकअप। इसलिए बेहतर है कि उसे प्राइवेट रखें, जब तक वो परमानेंट ना हो जाए। अपनी प्लानिंग और स्ट्रैटजी आप अपने करियर, लाइफ या किसी भी जरूरी चीज में आगे क्या प्लान कर रहे हैं, ये भी हर किसी से बताना जरूरी नहीं है। ऐसा करने से भी आप लोगों की जजमेंट और बुरी नजर के शिकार बन सकते हैं। अपने प्लान खुद तक सीमित रखें और उनपर काम करें। जब वो हो जाएंगे तो लोग खुद-ब-खुद देख ही लेंगे। अपनी इनकम और उसके सोर्स हर किसी के सामने अपनी इनकम के बारे में बताने से भी परहेज करें। कई लोग बढ़-चढ़कर बताते हैं कि वो कितना पैसा कमा रहे हैं, कहां-कहां से कितना पैसा आ रहा है। ये सब आपके जीवन में लोगों की बुरी नजर अट्रैक्ट करता है। अपनी खुशियां सोशल मीडिया पर हर कोई आजकल अपने स्पेशल मूमेंट्स साझा करने में लगा हुआ रहता है। कुछ हद तक ये ठीक है लेकिन लोगों के साथ हर स्पेशल मूमेंट शेयर करने से बचें। कुछ खुशियां आपकी पर्सनल होती हैं, जिन्हें हर किसी के साथ शेयर करना ठीक नहीं है। लोगों की जलन और नेगेटिविटी को फालतू में भला अपनी लाइफ में क्यों अट्रैक्ट करना। अपने ट्रैवल प्लान कोई ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो पूरी दुनिया को बताने की जरूरत नहीं है। आप जाएंगे तो वो देख ही लेंगे। बहुत से लोग यही करते हैं, फिर कहीं जा ही नहीं पाते। जब आप पहले ही बखान कर देते हैं, तो लोगों के दस ओपिनियन सुनते हैं, जजमेंट सुनते हैं और जेलेसी भी अट्रैक्ट करते हैं।

राम चरण-उपासना के घर फिर गूंजेगी किलकारी, खुशखबरी से परिवार खुशहाल

मुंबई  साउथ सिनेमा के फेमस एक्टर राम चरण के घर फिर से किलकारी गूंजने वाली है. वो एक बार फिर पापा बनने वाले हैं. राम की पत्नी उपासना कोनिडेला ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर ये गुड न्यूज शेयर की. मालूम हो कि राम चरण और उपासना एक बेटी क्लिन कारा के पेरेंट्स हैं. प्रेग्नेंट हैं उपासना उपासना ने वीडियो शेयर घर में सभी के खुश चेहरे दिखाए. राम चरण इस खुशखबरी से फूले नहीं समा रहे हैं. वो प्यार से पत्नी के चेहरे को निहारते दिखाई दिए. वहीं सभी ने उपासना की गोद भरी और उन्हें आशीर्वाद दिया. वीडियो में पूरा परिवार उपासना और राम चरण के लिए चीयर करता और उनकी खुशी शामिल होता नजर आया.  इस प्यारे से वीडियो को शेयर कर उपासना ने भी लिखा कि- इस दिवाली का मतलब था दोगुना उत्सव, दोगुना प्यार और दोगुना आशीर्वाद. उपासना ने पोस्ट के जरिए बताया कि उनके जीवन में दोगुनी खुशी आने वाली है.    इस मौके पर चिरंजीवी ने घर में राम लला की मूर्ति भी स्थापित की, जो कि हूबहू अयोध्या के राम मंदिर में स्थापित मूर्ति जैसी है. सभी उनके दर्शन कर पूजा करते भी दिखाई दिए. वहीं वीडियो के अंत में पैरों के छाप के साथ नई शुरूआत का सेलिब्रेशन लिखकर बताया कि घर में नन्हा मेहमान आने वाला है.  खुशी से झूमे फैंस उपासना की दी इस गुड न्यूज ने फैंस का भी दिन बना दिया है. दोस्तों के साथ-साथ चाहने वाले भी कमेंट सेक्शन में इस लवली कपल को बधाई देते दिख रहे हैं. वहीं कुछ ये भी कह रहे हैं कि अब तो घर में जूनियर राम चरण आने वाला है. तो वहीं कुछ ने बच्चे की अच्छी सेहत की कामना की. मालूम हो कि राम चरण और उपासना को एक बेटी क्लिन कारा है. इनका जन्म 2023 में हुआ था, वो दो साल की हो चुकी है. कपल ने अभी तक बेटी का चेहरा रिवील नहीं किया है, लेकिन उपासना अक्सर क्लिन की प्यारी झलक सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं. राम और उपासना की शादी 2012 में हुई थी, कपल ने बेटी का 11 साल बाद अपनी लाइफ में वेलकम किया था.

IPS डांगी पर SI की पत्नी ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, ट्रांसफर की धमकी का भी दावा

रायपुर   छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के आइपीएस अफसर और वर्तमान में आइजी पर एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने यौन उत्पीड़न और शारीरिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि आईपीएस ने बीते सात सालों से उसका शारीरिक और मानसिक शोषण करते आ रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। पीड़िता का आरोप- सात साल से उत्पीड़न बिलासपुर में पदस्थ एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने आला अधिकारियों को दिए पत्र में आरोप लगाया कि आइजी ने सात वर्षों तक उसका शारीरिक शोषण किया। महिला ने कहा कि जब उसने आइजी से दूरी बनाने की कोशिश की, तो उस पर धमकियों और दबाव के जरिए संबंध बनाए रखने को मजबूर किया गया। महिला का आरोप है कि डांगी पिछले 7 सालों से उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। वहीं, इस मामले में IPS डांगी का कहना है कि महिला उन्हें बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए ये सब कर रही है। फिलहाल DGP ने शिकायत की जांच के निर्देश दिए है। 15 अक्टूबर को हुई है शिकायत जानकारी के मुताबिक, पीड़िता ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर 15 अक्टूबर को औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि साल 2017 में रतनलाल डांगी से उसकी मुलाकात कोरबा में हुई थी, जब IPS डांगी वहां एसपी पद पर तैनात थे। शुरूआती बातचीत सोशल मीडिया पर हुई, जो आगे बढ़ती गई। दंतेवाड़ा में पदस्थापना के दौरान वह वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें योग सिखाती थी। बाद में राजनांदगांव और सरगुजा में आईजी बनने के बाद डांगी ने कथित रूप से उसे परेशान करना शुरू किया। बिलासपुर आईजी रहते हुए उत्पीड़न का सिलसिला और बढ़ गया। शिकायत में महिला ने बताया है कि IPS डांगी उसे अपनी पत्नी की गैरमौजूदगी में बंगले पर बुलाते थे और न आने पर तबादले की धमकी देते थे। चंद्रखुरी पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में तबादले के बाद भी वह वीडियो कॉल के जरिए सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क करने का दबाव बनाते थे। महिला ने यह भी दावा किया है कि उसके पास कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य मौजूद हैं। डांगी बोले- महिला ब्लैकमेल कर रही शिकायत मिलते ही विभाग ने प्राथमिक जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। महिला के आरोपों पर दैनिक भास्कर ने आईपीएस रतनलाल डांगी से बात की।  चर्चा के दौरान रतनलाल डांगी ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। इस मामले की शिकायत उन्होंने पूर्व में ही सीनियर अफसरों से की है। महिला को इस बात की जानकारी मिली तो उसने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर शिकायत की है। महिला मुझे बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए ये सब कर रही है। कौन है IPS रतनलाल डांगी IPS रतनलाल डांगी छत्तीसगढ़ के 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे बीजापुर, कांकेर, कोरबा और बिलासपुर जैसे जिलों में एसपी रह चुके हैं, जबकि सरगुजा, दुर्ग और बिलासपुर रेंज में आईजी पद पर भी कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वे चंद्रखुरी स्थित पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में निदेशक के रूप में पदस्थ हैं। आईजी रैंक के अफसर को मिली है जांच की जिम्मेदारी IPS रतनलाल डांगी की शिकायत की जांच पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आईजी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। अब तक मामले में जांच शुरू नहीं हुई है। बताया जा रहा है जांच अधिकारी पहले महिला से पूछताछ करके बयान और डिजिटल साक्ष्य लेंगे। महिला से बयान लेने के बाद IPS रतनलाल डांगी का बयान रिकॉर्ड किया जाएगा। जांच टीम में महिला अफसरों को भी शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट कब तक आएगी? इस संबंध में जांच टीम और पुलिस मुख्यालय के अफसरों ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है।. वीडियो कॉल से नजर महिला का आरोप है कि अधिकारी सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक कई बार वीडियो कॉ पर नजर रखने का दबाव डालते थे। शिकायत में लिखा है कि वह अब तक चुप रही क्योंकि उसके पति की नौकरी खतरे में पड़ सकती थी। आरोप है कि आईपीएस अधिकारी अक्सर उसे धमकी देते थे कि ’अगर तुमने विरोध किया तो तुम्हारे पति को नक्सल क्षेत्र में तबादला कर दूंगा।’ आईपीएस को महिला कर रही ब्लैकमेल इधर, आईपीएस ने डीजीपी अरुणदेव गौतम को लिखित शिकायत देकर खुद पर लगे आरोपों को झूठा और साजिशन बताया है। उन्होंने कहा कि सब-इंस्पेक्टर की पत्नी पिछले कई वर्षों से उन्हें ब्लैकमेल कर रही है और उनके परिवार को मानसिक प्रताड़ना दे रही है। अधिकारी ने डीजीपी को सौंपे पत्र में लिखा है कि महिला ने उनके वाशरूम और निजी पलों के वीडियो बनाकर उन्हें धमकाना शुरू किया। अधिकारी द्वारा डीजीपी को लिखे पत्र के प्रमुख बिंदु – महिला जहर की शीशी लेकर कार्यालय आई और मुझे अपनी पत्नी से संबंध न रखने की कसम खिलवाई। उसने कई शर्तें रखीं, पत्नी से बात नहीं करना, तस्वीर नहीं खिंचवाना, जन्मदिन या सालगिरह नहीं मनाना। – उसने कहा कि मैं रात में बालकनी में सोऊं और आठ घंटे तक लाइव लोकेशन और वीडियो कॉल चालू रखूं ताकि उसे भरोसा रहे कि मेरे साथ कोई नहीं है। – स्नान, व्यायाम और वाशरूम जाते समय भी वीडियो कॉल चालू रखने की शर्त लगाई गई थी। – उसने वाशरूम में फोटो लिए और दिखाकर धमकाया कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगा तो ये तस्वीरें वायरल कर देगी। – विरोध करने पर उसने ब्लेड से खुद का हाथ काटा और आत्महत्या का नाटक किया ताकि मैं डर जाऊं। – दावा किया कि उसने मेरी सिफारिश से जिन लोगों की मदद की, उनसे रुपये वसूले और अब वह कहती है कि मैं झूठे रिकार्ड में फंसा दिया जाऊंगा। – कई मौकों पर वह जहर की शीशी लेकर कार्यालय आती और कहती कि अगर उसकी बात नहीं मानी तो यहीं आत्महत्या कर मुझे फंसा देगी। – उसने मेरी पत्नी और बेटों से मुझे अलग कर दिया। मैं पिछले दो वर्षों से अपने घर में मानसिक अवसाद में जी रहा हूं। – करवा चौथ के दिन उसने धमकी दी कि अगर मैं पत्नी के साथ पूजा में शामिल हुआ तो वह आत्महत्या कर लेगी। – महिला मेरे घर में जबरन घुसी, स्टाफ को अश्लील तस्वीरें दिखाईं और हंगामा किया।  

शहर की सड़कों पर डिजिटल बदलाव: उज्जैन में दौड़ेगी पाड टैक्सी, ट्रैफिक व्यवस्था होगी स्मार्ट

उज्जैन मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृहनगर उज्जैन को आधुनिक और स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करने की दिशा में सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग ने शहर में पाड टैक्सी चलाने को 1900 करोड़ रुपये की हाईटेक योजना तैयार कर राज्य सरकार को भेजी है। यह परियोजना उज्जैन को देश के चुनिंदा आधुनिक परिवहन वाले शहरों में शामिल करेगी। योजना के तहत 25.46 किलोमीटर लंबे दो रूट पर कुल 13 स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। पाड टैक्सी को सिंहस्थ कार्यों से जुड़ी संभाग स्तरीय समिति की अनुशंसा के बाद अब राज्य स्तरीय पर्यवेक्षण समिति की बैठक में स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। यह प्रोजेक्ट स्वीकृत होने पर उज्जैन देश का ऐसा पहला धार्मिक और तीर्थ नगर होगा जहां मेट्रो जैसी सुविधा पाड टैक्सी के रूप में उपलब्ध होगी।   बताया कि पाड टैक्सी एक स्वचालित, चालक-रहित और इलेक्ट्रिक वाहन प्रणाली है जो ऊंचे स्टील ट्रैक पर चलती है। इसमें ड्राइवर नहीं होता, बल्कि कंप्यूटर और सेंसर के ज़रिए इसका संचालन होता है। कॉम्पैक्ट कार जैसी दिखने वाली यह टैक्सी एक बार में 4 से 6 यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा सकती है। ट्रैफिक जाम से मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल यह व्यवस्था शहरी परिवहन को आधुनिक और व्यवस्थित बनाने में मददगार साबित होगी। उज्जैन में इसे लागू करने से पर्यटन, धार्मिक आवागमन और शहरी गतिशीलता में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। परियोजना को सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि पाड टैक्सी न केवल शहर की छवि को आधुनिक बनाएगी, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधाजनक यात्रा अनुभव भी प्रदान करेगी। इससे उज्जैन में ट्रैफिक का दबाव कम होगा और पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी। ये फायदे ट्रैफिक से मुक्ति: ऊंचे ट्रैक पर चलने के कारण सामान्य सड़क यातायात में कोई बाधा नहीं। तेज़ और कुशल: बिना रुके सीधे गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाने की सुविधा। कनेक्टिविटी: अंतिम मील तक पहुंचने में मदद और अन्य सार्वजनिक परिवहन से बेहतर लिंक। पर्यावरण संरक्षण: बिजली से चलने के कारण कार्बन उत्सर्जन में कमी। दो रूट प्रस्तावित पहला रूट : देवासगेट बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन से टावर चौक, तीन बत्ती चौराहा, शास्त्री नगर, संत नगर, मलखंभ स्टैच्यू, ऋषि नगर, विश्वविद्यालय, इस्कान मंदिर, नानाखेड़ा बस स्टैंड, महामृत्युंजय द्वार। दूसरा रूट : महाकाल महालोक से जंतर-मंतर, जीवनखेड़ी, त्रिवेणी हिल्स, तपोभूमि।

Apple का iPhone Air फ्लॉप, कम बिक्री के कारण प्रोडक्शन में बड़ी कटौती

नई दिल्ली  Apple को लगा था कि iPhone Air अपने सुपर-थिन डिज़ाइन और प्रीमियम हल्की बॉडी की वजह से मार्केट में धूम मचा देगा. एप्पल ने इस साल जब iPhone 17 Series को लॉन्च किया था, तो कंपनी के ट्रेडिशनल मॉडल से ज्यादा अपने लाइनअप में शामिल हुए एक नए मॉडल iPhone Air की चर्चा हो रही थी. एप्पल ने दुनिया सबसे पतला फोन लॉन्च किया, जो दिखने में काफी शानदार, पतला और हल्का है. एप्पल को लगा था कि यूज़र्स को उनका यह स्लिम डिज़ाइन फोन काफी पसंद आएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं है. हाल ही में आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक iPhone Air की डिमांड पूरी तरह से फेल हो हई है. आइए हम आपको इसके बारे में बताते हैं. एप्पल डिवाइस के एक प्रसिद्ध एनालिस्ट Ming-Chi Kuo के मुताबिक, कंपनी के सप्लाई चेन पार्टनर्स iPhone Air की प्रोडक्शन को 80% तक घटाने जा रहे हैं. इसके अलावा कई कंपोनेंट्स जिनका लीड टाइम लंबा है, उन्हें 2025 के आखिर तक बंद कर दिया जाएगा. एप्पल को क्यों लगा ऐसा झटका रिपोर्ट्स के मुताबिक, iPhone 17 और iPhone 17 Pro पहले से ही एप्पल के हाई-एंड यूज़र्स की जरूरतें पूरी कर रहे हैं. इस कारण iPhone Air के लिए एप्पल की कोई अलग ऑडियंस बची ही नहीं है. इसका मतलब साफ है कि एप्पल की आईफोन की लाइनअप में बेस, प्रो और प्रो मैक्स के अलावा चौथा स्लॉट यानी – Mini, Plus या Air – बार-बार फ्लॉप हो रहे हैं.   iPhone Variant Strategy नतीजा iPhone mini (5.4-inch) Compact lovers के लिए सेल्स बहुत कम iPhone Plus Affordable big-screen option उम्मीद पर खरा नहीं उतरा iPhone Air (5.6mm thin) हल्का, पतला, premium लुक Sales almost zero क्या कहती हैं नई रिपोर्ट्स?     Nikkei ने लिखा कि iPhone Air की "virtually no demand" है.     Japan’s Mizuho Securities का कहना है कि Apple ने 1 मिलियन यूनिट्स का प्रोडक्शन घटाया है.     Ming-Chi Kuo का कहना है कि 2026 की पहली तिमाही तक सप्लायर्स अपनी कैपेसिटी 80% तक कम कर देंगे. एप्पल का अगला कदम क्या होगा? अब एप्पल शायद अपना फोकस iPhone Air से हटाकर 2026 में लॉन्च होने वाले iPhone 18 lineup और अपने पहले फोल्डेबल आईफोन (foldable iPhone) पर शिफ्ट कर सकता है. इसका मतलब है कि शायद एप्पल आने वाले साल में अपने नए “Air” का कॉन्सेप्ट बंद कर सकता है और अब एप्पल अपने आईफोन लाइनअप की चौथी पोजिशन को फोल्डेबल आईफोन या किसी नई कैटेगिरी में बदल सकती है. एप्पल को टक्कर देने वाली सैमसंग का हाल स्लिम स्मार्टफोन की फ्लॉप कहानी के मामले में एप्पल अकेली कंपनी नहीं है. सैमसंग ने भी अपना एक सुपर स्लिम स्मार्टफोन लॉन्च किया था, जिसका नाम Galaxy S25 Edge है. इस फोन से सैमसंग को भी काफी शानदार उम्मीदें थी, लेकिन सेल्स इतनी खराब रहीं कि कंपनी ने इसका अगला वर्ज़न ही कैंसिल कर दिया. एप्पल और सैमसंग का ऐसा हाल देखकर समझ में आता है कि स्लिम और अल्ट्रा स्लिम स्मार्टफोन की मांग काफी कम है.

हर्षित राणा की धमाकेदार बल्लेबाजी: ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका, हेड पवैलियन लौटे

नई दिल्ली इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया दूसरा वनडे इंटरनेशनल मैच आज एडिलेड में खेला जा रहा है। भारत ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 265 रनों का लक्ष्य दिया है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम के कप्तान मिचेल मार्श ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। ऑस्ट्रेलिया की टीम में 3 बदलाव हुए।  भारतीय टीम बिना किसी बदलाव के उतरी। तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया था। ऐसे में टीम इंडिया के लिए ये मैच करो या मरो की स्थिति वाला है, क्योंकि इस मैच में भारत हारा तो सीरीज भी गंवा बैठेगा। इस मुकाबले में भारत को अच्छी शुरुआत नहीं मिली। शुभमन गिल 8 और विराट कोहली लगातार दूसरे मैच में बिना खाता खोले आउट हो गए। रोहित शर्मा ने 73, श्रेयस अय्यर ने 61 और अक्षर ने 44 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए एडम जैम्पा ने 4, जेवियर बार्टलेट ने 3 विकेट निकाले और दो विकेट मिचेल स्टार्क को मिले।   ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका, हर्षित राणा ने हेड को किया आउट ऑस्ट्रेलिया को 54 रन के स्कोर पर दूसरा झटका लगा है। हर्षित राणा ने ट्रेविस हेड को विराट कोहली के हाथों कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया। हेड ने 40 गेंद में 28 रन बनाए।

दिल्ली से पटना के लिए उड़ान में खराबी आई, विमान को वापस लैंड कराया गया

 नई दिल्ली दिल्ली से पटना के लिए उड़े विमान में तकनीकी खराबी की वजह से इसे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर दोबारा उतारा गया। आसमान में पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का अहसास हुआ जिसके बाद विमान को वापस दिल्ली में लैंड कराने का फैसला किया गया। यात्रियों और एयरपोर्ट प्रबंधन ने तब राहत की सांस ली जब विमान ने सुरक्षित लैडिंग की।  एक रिपोर्ट के मुताबिक, विमान संख्या SG 497 ने दिल्ली से सुबह 9.41 पर उड़ान भरी थी। टेकऑफ के कुछ देर बाद पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का अहसास हुआ। पायलट ने एटीसी को इसकी सूचना देते हुए बोइंग 737-8A विमान को दोबारा एयरपोर्ट पर उतारने की अनुमति मांगी। विमान को आनन-फानन में लैंड कराया गया। एयरपोर्ट पर लैडिंग के बाद विमान की गहनता से जांच की जा रही है। यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई। दो महीने पहले भी स्पाइसजेट के एक विमान को इसी तरह दिल्ली में दोबारा उतारा गया था। 200 से अधिक यात्रियों को लेकर श्रीनगर के लिए उड़ान भरे विमान की इमर्जेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। इसके अलावा अगस्त में दुबई जा रहे विमान को अहमदाबाद में उतारा गया था। उस विमान ने सूरत से टेकऑफ किया था।

घाटों पर भीड़ से बचने के लिए छठ पूजा की प्री-बुकिंग, शहर के प्रमुख 50 घाटों पर होगा आयोजन

भोपाल  दिवाली के बाद चार दिनों तक शहर में छठ की छटा बिखरेगी। शहर में इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। छठ पूजा महोत्सव 25 से 28 तक होगा। शहर में तकरीबन 50 घाटों पर छठ पूजा के सामूहिक आयोजन होंगे। शहर के घाटों पर साफ-सफाई सहित अन्य सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। घाटों पर भीड़ न लगे इसके लिए शहर के कुछ घाटों पर पूजा के लिए प्री-बुकिंग भी की जा रही है। शहर में समाज की आबादी 3 लाख से अधिक है। राजधानी में निवासरत भोजपुरी समाज के लोग छठ पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाएंगे। चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव की शुरुआत 25 अक्टूबर को नहाए खाए के साथ होगी और समापन 28 अक्टूबर को होगा। वेदियों का निर्माण, प्री-पंजीयन भी दिवाली के साथ ही घाटों पर पूजा के लिए वेदियां बनाने का काम भी शुरू हो गया है। सरस्वती घाट बरखेड़ा में तकरीबन 2 हजार वेदियां तैयार की जाएगी। आयोजन समिति के सत्येंद्र कुमार ने बताया कि वेदी निर्माण शुरू हो गया है। अब तक 500 से अधिक वेदियां बनकर तैयार कर ली है, यहां तकरीबन 2 हजार वेदियां बनाई जाएगी।  पूजा के दौरान अव्यवस्था न हो, इसके लिए पहले से पंजीयन किए जा रहे हैं। अब तक 600 से अधिक लोगों ने प्री-बुकिंग कराई है। नौका विहार, दीपदान और आतिशबाजी भोजपुरी एकता मंच समिति की ओर से शीतलदास की बगिया गंगा छठ घाट में मुख्य आयोजन किया जाएगा। मंच के अध्यक्ष कुंवर प्रसाद ने बताया कि 27 अक्टूबर शाम को यहां डूबते हुए सूर्य की आराधना की जाएगी और आतिशबाजी के साथ ही विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। छठ पूजा में कब क्या -25 अक्टूबर नहाए खाए। -26 अक्टूबर खरना। -27 अक्टूबर अर्घ्य, डाला छठ। -28 अक्टूबर सुबह अर्घ्य और पारायण।

वास्तु शास्त्र की चेतावनी: शाम को इन वस्तुओं का उधार देना बढ़ा सकता है आर्थिक और पारिवारिक संकट

वास्तु शास्त्र में ऐसे कई नियम बताए गए हैं, जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति को जीवन में अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको वास्तु के अनुसार,  किन चीजों को शाम के समय किसी को भी उधार के रूप में नहीं देना चाहिए, चाहे वह आपका कितना ही करीबी क्यों न हो।  चलिए जानते हैं इस बारे में। इन चीजों का न करें दान वास्तु शास्त्र में शाम के नियमों के अनुसार, सूर्योदय के बाद आपको किसी सफेद वस्तु जैसे नमक, दही, चीनी आदि किसी को भी उधार के रूप में नहीं देना चाहिए। शाम के समय दही का दान करने से कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर हो सकती है। जिससे घर में सुख और वैभव की कमी हो सकती है। वहीं अगर शाम के समय किसी को नमक दिया जाए, तो इससे भी आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा असर शाम के समय आपको किसी को हल्दी भी दान के रूप में नहीं देनी चाहिए। इससे कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है और आपकी सुख-समृद्धि पर प्रभाव पड़ सकता है। वहीं हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत ही पूजनीय माना गया है। ऐसे में अगर आप शाम के समय किसी को तुलसी के पौधे का दान करते हैं, तो इससे भी आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मां लक्ष्मी हो सकती है नाराज वास्तु शास्त्र में शाम के समय किसी को पैसे उधार देना शुभ नहीं माना गया और न ही इस समय में पैसों से जुड़ा लेन-देन करना शुभ माना जाता है। इसके पीछे यह मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसे में अगर आप इस समय पैसों से जुड़ा लेन-देन या दान करते हैं, तो लक्ष्मी जी घर से जा सकती हैं। जिससे आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बढ़ सकती हैं परेशानियां कभी-कभी जरूरत पड़ने पर हम शाम के समय किसी से सुई आदि मांग लेते हैं या फिर किसी और को जरूरत पड़ने पर हम भी शाम के समय सुई आदि दे देते हैं। लेकिन वास्त शास्त्र की मानें, तो ऐसा करने से आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।