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हेड कोच का बड़ा ऐलान: ACB के रवैये से परेशान, अफगानिस्तान टीम में हो सकता है बड़ा बदलाव

अफगानिस्तान  अफगानिस्तान के हेड कोच जोनाथन ट्रॉट (Jonathan Trott) ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें बोर्ड से पिछले कुछ हफ्तों से कोई संवाद नहीं मिला। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगर संवाद की कमी जारी रही, तो वह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। ACB से संवाद की कमी पर ट्रॉट की चिंता ट्रॉट ने ज़म्बाब्वे के समाचार से बातचीत में बताया, “मैंने टीम के चयन पर कोई इनपुट नहीं दिया। मैंने पिछले कुछ हफ्तों से बोर्ड और चीफ सेलेक्टर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। यह समस्या सिर्फ इस टीम तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पिछली कुछ टीमों पर भी असर डाला है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं चाहता हूं कि बोर्ड के साथ संवाद खुला हो। मुझे बताया गया है कि मेरी जिम्मेदारी T20 विश्व कप 2026 तक रहेगी, और उसके बाद मुझे तय करना होगा कि मैं जारी रखना चाहता हूं या नहीं।” ट्रॉट का अफगानिस्तान के साथ प्रदर्शन ट्रॉट की देखरेख में अफगानिस्तान ने ICC टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है। 2023 ODI विश्व कप में टीम सेमीफाइनल के बेहद करीब पहुंची, जबकि 2024 T20 विश्व कप में पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। आगामी मुकाबले अफगानिस्तान अब ज़िम्बाब्वे के खिलाफ तीन मैचों की T20 सीरीज खेलेंगे, जो 29 अक्टूबर से शुरू होगी।  

शादी के सीजन में होटल वालों को मिली चेतावनी, ये नियम अब अनिवार्य होंगे

रूपनगर  शादी के सीजन के बीच होटल, ढाबों, सराओं और रेस्टोरैंट में ठहरने वाले व्यक्तियों की जानकारी न रखने पर संज्ञान लेते हुए, जिला मैजिस्ट्रेट वरजीत वालिया ने संबंधित प्रतिष्ठानों के मालिकों को निर्देश दिए हैं कि वे अब प्रत्येक व्यक्ति से 5 प्रकार के पहचान पत्र प्राप्त करें और इस रिकॉर्ड के संबंध में एक रजिस्टर बनाए रखें ताकि जिले में कोई अप्रिय घटना न घटे। वरजीत वालिया ने बताया कि इन स्थानों पर ठहरने वाले व्यक्तियों के संबंध में एक रजिस्टर बनाए रखा जाएगा और उस व्यक्ति से पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसैंस, भारत सरकार/राज्य सरकार/सार्वजनिक क्षेत्र/पब्लिक लिमिटेड जैसे 5 प्रकार के पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। कंपनियों के कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र/बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक/पैन कार्ड, भारत के महापंजीयक द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा योजना के अंतर्गत जारी जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज़, सांसदों/विधायकों/विधानसभा सदस्यों को जारी अधिकारी कार्ड और आधार कार्ड। सार्वजनिक स्थानों पर 5 या अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध जिला मैजिस्ट्रेट रूपनगर ने रूपनगर जिले में सार्वजनिक स्थानों पर 5 या अधिक लोगों के एकत्रित होने, रैलियां निकालने, धरना देने आदि पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं। ये आदेश अर्धसैनिक बलों, सैन्य बल और सरकारी ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों के जमावड़े, धार्मिक समारोहों, विवाह या निजी समारोहों और मृतकों के दाह संस्कार, और जुलूसों/सभाओं/धरनों पर लागू नहीं होंगे, जिनके लिए प्रबंधकों के लिखित अनुरोध पर संबंधित उप-मंडल मैजिस्ट्रेट/सक्षम पुलिस अधिकारी से लिखित अनुमति प्राप्त की गई हो। नंबर प्लेट बनाते और नंबर लिखते समय रजिस्टर रखने के निर्देश जिले में बदमाश, गैंगस्टर मोटरसाइकिल/स्कूटर/कार/वाहनों पर फर्जी नंबर लगाकर लूटपाट व अन्य अपराध करते हैं, जिससे उन्हें गिरफ्तार करना मुश्किल हो जाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए, जिला मैजिस्ट्रेट रूपनगर वरजीत वालिया ने बताया कि जिला रूपनगर की सीमा में बिना रजिस्टर बनाए नंबर प्लेट लगाने और नम्बर लिखने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। इस संबंध में, जिले में नंबर प्लेट बनाने और नंबर लिखते समय रजिस्टर रखने के निर्देश दिए गए हैं।   प्लास्टिक लिफाफों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध उक्त आदेशों के तहत, जिला मैजिस्ट्रेट ने जिले में प्लास्टिक लिफाफों के निर्माण, वितरण, बिक्री, भंडारण और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने पंजाब प्लास्टिक और कैरी बैग (निर्माण, उपयोग और निपटान) नियंत्रण अधिनियम-2005 के तहत प्लास्टिक लिफाफों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। शाम 7 से सुबह 6 बजे तक गोवंश की ढोया ढुआई पर पूर्ण प्रतिबंध जिला मैजिस्ट्रेट ने कहा कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत उनमें निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं रूपनगर जिले में शाम 7 से सुबह 6 बजे तक गोवंश की ढोया ढुआई पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहा हूं और मैंने उन लोगों को आदेश दिया है जिन्होंने गोवंश रखा है, वे पशुपालन विभाग के साथ पंजीकरण करवाएं। जिन लोगों के पास पशु हैं, वे अपने पशुओं का पंजीकरण संबंधित क्षेत्र के पशुपालन अधिकारी के पास अवश्य करवाएं ताकि भविष्य में पशुओं को लेकर कोई अप्रिय घटना न घटे और पशुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जा सकें। सैन्य रंग की जीपों/मोटरसाइकिलों/मोटर वाहनों के प्रयोग व संचालन पर प्रतिबंध उक्त आदेशों में यह भी कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति रूपनगर जिले में जैतूनी हरे (सैन्य रंग) रंग की जीपों/मोटरसाइकिलों/मोटर वाहनों का प्रयोग नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि कोई भी गैर-सामाजिक तत्व सैन्य वर्दी व जैतूनी हरे रंग (सैन्य रंग) का प्रयोग करके हिंसक घटनाएं कर सकते हैं, जिसके चलते आम जनता को इन रंगों का प्रयोग न करने के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह आदेश सैन्य अधिकारियों पर लागू नहीं होगा।  

ROKO ने जीत के जश्न में फैन्स के साथ बांटे भावुक पल, बोले—‘ऑस्ट्रेलिया आना दोबारा मुश्किल’

सिडनी  भारतीय टीम ने शनिवार (25 अक्टूबर) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी वनडे में 9 विकेट से शानदार जीत हासिल की. भारतीय टीम की जीत में रोहित शर्मा और विराट कोहली का अहम रोल रहा. रोहित ने नाबाद 121 रन बनाए. वहीं विराट कोहली के बल्ले से नाबाद 74 रन निकले. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम वनडे सीरीज का स्कोर 1-2 करने में सफल रही. वनडे सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले मेजबान टीम ने जीते थे. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. रोहित शर्मा और विराट कोहली का ये आखिरी ऑस्ट्रेलिया दौरा माना जा रहा हैं, ऐसे में फैन्स का सैलाब उमड़ना स्वाभाविक था. मुकाबले में जीत के बाद रोहित-कोहली (ROKO) ने एडम गिलक्रिस्ट और रवि शास्त्री से बात की. दोनों से अपने बयानों से फैन्स को भावुक कर दिया. रोहित ने कहा उन्हें मालूम नहीं हैं कि वे दोबारा भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया आ पएंगे या नहीं. दोनों ने फैन्स का आभार जताया. विराट कोहली ने कहा, 'आपने भले ही लंबे समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला, लेकिन यह खेल हर बार आपको कुछ नया सिखा देता है. मैं कुछ ही दिनों में 37 साल का होने वाला हूं, लेकिन टारगेट का पीछा करते हुए हमेशा मैं बेहतरीन प्रदर्शन करता हूं. रोहित के साथ मैच जिताऊ साझेदारी करना शानदार रहा. शुरुआत से ही हमने हालात को अच्छी तरह समझा और यही चीज हमें एक जोड़ी के तौर पर हमेशा मजबूत बनाती रही है. यहां पर खेलना पसंद है: कोहली-रोहित विराट कोहली ने आगे कहा, 'अब शायद हम सबसे अनुभवी जोड़ी हैं. लेकिन जब हम युवा थे, तब भी हमें पता था कि बड़ी साझेदारी करके हम विपक्षी टीम को पछाड़ सकते हैं. यह सब 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज से शुरू हुआ था. अगर हम मिलकर बड़ा साझेदारी करते हैं, तो हम जानते हैं कि टीम को जीत तक ले जा सकते हैं. हमें इस देश में खेलना हमेशा पसंद रहा है, हमने यहां कुछ अच्छा क्रिकेट खेला है. दर्शकों का बहुत धन्यवाद, जो बड़ी संख्या में हमें समर्थन देने आए.' रोहित शर्मा ने कहा, 'मुझे हमेशा यहां आकर खेलने में मजा आता है. सिडनी में क्रिकेट खेलना तो खास तौर पर बेहद यादगार होता है. 2008 की यादें ताज़ा हो गईं, जब मैं पहली बार ऑस्ट्रेलिया आया था. यह मजेदार रहा, पता नहीं आगे हम यहां दोबारा खेलने आएंगे या नहीं, लेकिन हर पल का हमने आनंद लिया है. हमने हमेशा खेल का मजा लिया है, चाहे कितने भी अवॉर्ड्स और तारीफें मिली हों. पिछले 15 सालों में जो हुआ उसे भूल जाइए, मुझे यहां खेलना हमेशा अच्छा लगा है. मुझे यकीन है विराट के लिए भी यह एहसास वैसा ही है. शुक्रिया ऑस्ट्रेलिया.' रोहित शर्मा 'प्लेयर ऑफ द मैच' और 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' रहे. रोहित ने बताया, 'ऑस्ट्रेलिया में आप यही उम्मीद करते हैं, यह आसान नहीं होता है. आपको परिस्थिति को समझना होता है. लंबे समय से नहीं खेला था, ऐसे में यहां आने से पहले अच्छी तैयारी की थी. हम सीरीज नहीं जीत सके, लेकिन फिर भी बहुत सारी सकारात्मक चीजें हुई हैं. युवाओं को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.' रोहित शर्मा कहते हैं, 'जब मैं पहली बार आया था, तो सीनियर्स ने काफी मदद की थी. संदेश देना हमारा काम है. विदेश जाकर क्रिकेट खेलना कभी आसान नहीं होता. खिलाड़ी काफी प्रतिभाशाली हैं, आपके पास कोई गेम-प्लान होना चाहिए. मुझे ऑस्ट्रेलिया में खेलना बहुत पसंद है. सिडनी से अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं, शानदार जगह और शानदार दर्शक. मुझे अपना काम करना पसंद है और उम्मीद है कि मैं ऐसा करता रहूंगा.'

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्थलीय निरीक्षण

उत्तर प्रदेश के विकास का प्रतीक बनेगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्टः सीएम योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्थलीय निरीक्षण डोमेस्टिक टर्मिनल, सुरक्षा और उद्घाटन समारोह स्थल का लिया जायजा एयरपोर्ट के शुभारंभ की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ की विस्तृत समीक्षा सीएम ने दिए गुणवत्ता, समयबद्धता और यात्री सुविधा को विशेष प्राथमिकता देने के निर्देश उच्च मानकों के अनुरूप सभी निर्माण और सुरक्षा कार्य संपन्न कराए जाएंः मुख्यमंत्री उद्घाटन समारोह की तैयारियों में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाएः सीएम योगी गौतमबुद्धनगर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने डॉमेस्टिक टर्मिनल, उद्घाटन समारोह स्थल, सुरक्षा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और अन्य निर्माण कार्यों की प्रगति का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के बोर्डरूम में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) और एयरपोर्ट निर्माण एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में परियोजना की प्रगति, आगामी कार्ययोजना और उद्घाटन समारोह की तैयारियों पर पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। इस दौरान, सीएम योगी ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रदेश के विकास का प्रतीक बनेगा, इसलिए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता, समयबद्धता और समन्वय सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में उच्च मानकों के अनुरूप पूरे किए जाएँ और उद्घाटन समारोह की तैयारियों में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण, स्वच्छता और यात्री सुविधा सुनिश्चित करने पर जोर दिया। साथ ही सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए ठोस और समन्वित कार्ययोजना तैयार करने को कहा। एयरपोर्ट से जुड़ी सड़क और मेट्रो लिंक परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने नागरिक उड्डयन, सुरक्षा, विस्फोटक निरोधक दस्ता, नियंत्रण इकाई, उप स्टेशन और आधारभूत संरचना से संबंधित अद्यतन जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने हवाई अड्डे के संचालन से जुड़े सभी तकनीकी, सुरक्षा एवं प्रशासनिक पहलुओं की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीओओ किरण जैन ने एनआईए अनुज्ञा निर्गमन, यात्री सुरक्षा, रनवे, वायुसंचालन परीक्षण और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री ने हवाई अड्डे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुदृढ़ और चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए तथा कहा कि किसी भी प्रकार की शिथिलता अस्वीकार्य होगी। गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान मुख्यमंत्री ने हवाई अड्डे से सड़क संपर्क, माल परिवहन संपर्क, अग्निशमन केंद्र, जल शोधन संयंत्र, जलभराव निस्तारण एवं वाहन पार्किंग की व्यवस्थाओं की भी विस्तार से समीक्षा की। नायल के सीईओ राकेश कुमार सिंह और नोडल अफसर शैलेन्द्र भाटिया ने प्रगति और कनेक्टिविटी के सम्बन्ध में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों को सुगम एवं सुरक्षित अनुभव प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां निर्धारित समय सीमा में पूरी कर ली जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि हवाई अड्डे के सभी कार्यों की प्रगति नियमित रूप से समीक्षा कर गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। जनसभा स्थल तक सभी मार्गों पर यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था हो दुरुस्त मुख्यमंत्री ने आगामी जनसभा एवं रैली की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभा स्थल पर भूमि समतलीकरण, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पुलिस सुरक्षा, पेयजल, शौचालय और अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त रखा जाए ताकि आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जनसभा स्थल तक पहुंचने वाले सभी मार्गों पर यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था सुचारू रखी जाए तथा संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध, स्वच्छता एवं प्रकाश की व्यवस्था उच्च स्तर की सुनिश्चित की जाए। 150 उड़ानें प्रतिदिन हो सकेंगी संचालित जेवर एयरपोर्ट का लोकार्पण कराए जाने वाले हिस्से का क्षेत्रफल 3,300 एकड़ है, जबकि कुल 6,700 एकड़ भूमि का अब तक अधिग्रहण किया जा चुका है शेष 5,100 एकड़ भूमि अगले तीन माह में ली जाएगी। भूमि क्रय की लागत लगभग ₹5,000 करोड़ और एयरपोर्ट निर्माण की लागत ₹7,000 करोड़ है। उद्घाटन के समय एयरपोर्ट एक रनवे के साथ क्रियाशील होगा और इसकी वार्षिक यात्री क्षमता 1.2 करोड़ होगी। साथ ही, औसतन प्रतिदिन 150 उड़ानें यहां से संचालित होंगी। भविष्य में यात्रियों की संख्या 1 करोड़ से अधिक होने पर दूसरे रनवे का निर्माण शुरू हो जाएगा और दोनों रनवे मिलकर 7 करोड़ यात्रियों की सेवा करेंगे। जेवर एयरपोर्ट के पूर्ण स्वरूप में कुल 5 रनवे होंगे, इसका कुल क्षेत्रफल 11,750 एकड़ होगा और यह प्रतिवर्ष 30 करोड़ यात्रियों को सेवा देने में सक्षम होगा। उत्तर प्रदेश में 24 एयरपोर्ट्स, 16 संचालित उत्तर प्रदेश में कुल 24 एयरपोर्ट्स हैं, जिनमें से 16 संचालित हो चुके हैं। वहीं जेवर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है और अब इसका जल्द ही शुभारंभ होने वाला है। वहीं, 7 एयरपोर्ट्स निर्माणाधीन हैं। संचालित एयरपोर्ट्स में घरेलू स्तर पर आगरा, त्रिशूल (बरेली), गोरखपुर, हिंडन (गाजियाबाद), प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट और सहारनपुर शामिल हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर और अयोध्या एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ होते ही उत्तर प्रदेश 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला देश का इकलौता राज्य बन जाएगा। निर्माणाधीन एयरपोर्ट्स की बात करें तो सोनभद्र, ललितपुर, मेरठ, गाजीपुर, झांसी, अमेठी और पलिया में भी इस पर तेजी से कार्य चल रहा है जो भविष्य में प्रदेश के वायु संपर्क और पर्यटन को और मजबूत करेंगे। योगी सरकार में सिविल एविएशन की तीव्र प्रगति उत्तर प्रदेश अब सिविल एविएशन के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो रहा है। वर्ष 2024-25 में करीब 1.5 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की, जिसमें 1.3 करोड़ घरेलू यात्री तो वहीं 13 लाख से ज्यादा इंटरनेशनल यात्री शामिल रहे। 2017 से 2025 के बीच यात्री संख्या में 10.1 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से वृद्धि हुई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की शुरुआत से लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है। वहीं, बेहतर एयर कनेक्टिविटी से प्रदेश में पर्यटन को भी नया आयाम मिला है, विशेषकर अयोध्या और वाराणसी जैसे धार्मिक स्थलों पर … Read more

पूर्व DGP के बेटे की मौत की जांच में नया मोड़, डायरी से मिली अहम जानकारी

पंचकूला पंजाब के पंचकूला में पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के 35 वर्षीय बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. एसआईटी जांच में अकील की डायरी से ऐसे कई राज खुले हैं, जो उसके आखिरी वीडियो से मिलते-जुलते हैं. पुलिस का दावा है कि डायरी में वही बातें दर्ज हैं, जो अक़ील ने अपनी वीडियो में कही थीं, लेकिन कुछ पन्नों में लिखे नोट्स उससे उलट भी हैं. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख एसीपी विक्रम नेहरा ने बताया कि डायरी की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी. अकील की हैंडराइटिंग का मिलान भी कराया जाएगा, ताकि यह तय किया जा सके कि लिखावट उसी की है या किसी और ने उसमें कुछ जोड़ा है. पुलिस को अकील के कमरे से ऐसी वस्तुएं भी मिली हैं, जिन पर ड्रग्स कनेक्शन का शक जताया जा रहा है. एसआईटी टीम और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स अब उन वस्तुओं की वैज्ञानिक जांच करा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक अकील का मोबाइल फोन और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अभी तक बरामद नहीं हुए हैं, जिनसे जांच को बड़ा सुराग मिल सकता है. अकील की डायरी उसके परिवार ने ही पुलिस को सौंपी है. डायरी की लिखावट और उसमें दर्ज बातों ने एसआईटी को उलझा दिया है. इसमें दर्ज कुछ नोट्स ऐसे हैं जिनमें अकील ने अपनी मानसिक स्थिति का जिक्र किया है, तो कुछ में उसने घर के अंदर की परेशानियों की बात कही है. पुलिस इन दोनों एंगल्स को समानांतर ट्रैक पर जांच रही है. इस केस में एफआईआर मलेरकोटला के रहने वाले शमसुद्दीन चौधरी की शिकायत पर दर्ज की गई है. वो खुद को अकील अख्तर के परिवार का पड़ोसी बताते हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में अकील अख्तर की मौत पर संदेह जताया है. इसके साथ ही इसके पीछे साजिश की आशंका जताई है. हालांकि, उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि अब जांच का नया मुद्दा बन गई है. वह पहले आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. साल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में मलेरकोटला से प्रत्याशी मोहम्मद जमील-उर-रहमान के लिए प्रचार कर चुके हैं. इस चुनाव में अकील की मां रजिया सुल्ताना को जमील-उर-रहमान ने हराया था, जो तीन बार की कांग्रेस विधायक रह चुकी हैं. रहमान का कहना है कि शमसुद्दीन चौधरी थोड़े समय के लिए पार्टी से जुड़े थे. उससे पहले वे अकाली दल से भी जुड़े रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि शमसुद्दीन कभी उनके पीए नहीं थे. उनके खिलाफ शिकायतें आने के बाद ऑफिस आने से रोक दिया था. पंजाब के पूर्व डीजीपी (मानवाधिकार) मोहम्मद मुस्तफा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा, ''मैं पुलिस केस का स्वागत करता हूं. जांच होगी तो सच्चाई सामने आएगी.'' उन्होंने दावा किया कि उनका बेटा अकील अख्तर पिछले 18 सालों से साइकोटिक डिसऑर्डर से जूझ रहा था. उसे नशे की लत भी थी. शिकायतकर्ता धोखेबाज है. उन्होंने कहा, ''शमसुद्दीन चौधरी कभी मेरा पड़ोसी नहीं रहा. मेरा घर मलेरकोटला से दो किलोमीटर दूर है. वह दावा करता है कि वह मेरे ससुराल वालों को जानता है, लेकिन मैंने उसे उनके घर पर भी कभी नहीं देखा. वह किसी के इशारों पर काम कर रहा है. एसआईटी चाहे तो उसे मेरे सामने बिठा सकती है, ताकि मैं खुद उससे सवाल कर सकूं. उसका झूठ सामने आ जाएगा.'' शमसुद्दीन चौधरी ने बताया कि 27 अगस्त को अकील अख्तर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था, जिसमें उसने अपने पिता और पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए थे. उसने कहा था कि उसे अपनी जान का खतरा है. लेकिन कुछ हफ्ते बाद उन्होंने ही एक नया वीडियो जारी कर कहा, ''पहले जो वीडियो डाला था, वो मेरी मानसिक बीमारी की वजह से था. मुझे बहुत अच्छा परिवार मिला है.'' इस मामले में 20 अक्टूबर को शिकायत मिलने के बाद पंचकूला पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) (हत्या) और 61 (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है. इस एफआईआर में अकील के माता-पिता मोहम्मद मुस्तफा और रजिया सुल्ताना के अलावा उनकी पत्नी और बहन का भी नाम शामिल है. फिलहाल पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है.

छठ मनाने के बाद लंबी यात्रा नहीं होगी परेशानी, रेलवे की स्पेशल ट्रेनें मददगार

नई दिल्ली  रेलवे ने दीपावली और छठ महापर्व को मनाने के बाद वापस लौटने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए व्यापक तैयारी की है, जिसमें 6181 विशेष ट्रेनों का परिचालन शामिल है। रेलवे की ओर से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि यात्रियों की त्योहारों की यात्रा को सुगम और आरामदायक बनाने के लिए देशभर में 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनों की सेवाएं संचालित की जा रही है।  इन स्टेशनों पर बनेंगे होल्डिंग एरिया  यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, गुजरात के उधना, महाराष्ट्र के पुणे, मुंबई और कर्नाटक के बेंगलुरु सहित देशभर के स्टेशनों पर सुविधाओं से युक्त होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। रेलवे कर्मचारी चौबीसों घंटे यात्रियों का मार्गदर्शन करने, व्यवस्था बनाए रखने और सभी को सुरक्षित रूप से उनके घर तक पहुंचाने में जुटे हैं, ताकि वे अपने परिजनों के साथ त्योहार मना सकें। रेलवे ने कहा कि अब दिवाली और छठ पूजा के बाद यात्रियों की सुरक्षित और आरामदायक वापसी यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे पूरी तरह तैयार है। इसके लिए 28 अक्टूबर से नवंबर महीने तक 6181 विशेष ट्रेन सेवाएं चलाई जाएंगी। बढ़ती मांग को देखते हुए नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी जोड़े जा रहे हैं।  स्टेशनों पर RPF के जवान पर्याप्त संख्या में तैनात   प्रमुख स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया को मौसम रोधी बनाया गया है ताकि यात्रियों को ट्रेनों के प्रस्थान से पहले सुविधाजनक प्रतीक्षा स्थल मिल सके। बिहार के पटना, दानापुर, राजेंद्र नगर टर्मिनल, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया, समस्तीपुर, बरौनी तथा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बलिया और बनारस जैसे स्टेशनों पर ये व्यवस्थाएं की जा रही हैं। रेलवे के अनुसार इसके अतिरिक्त, यात्रियों की सुविधा के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम), पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरए) काउंटर और मोबाइल अनरिजर्व्ड टिकटिंग (एम-यूटीएस) जैसी सुविधाओं को भी बढ़ाया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा और संचालन की सुचारू व्यवस्था के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है।  यात्री सहायता बूथ, सूचना काउंटर, कतार प्रबंधन प्रणाली और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम को भी और सशक्त किया गया है। प्रमुख स्टेशनों पर स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और सैनिटेशन सुविधाओं की लगातार निगरानी की जा रही है। रेल भवन, ज़ोनल और मंडल स्तर पर समर्पित वार रूम चौबीसों घंटे कार्यरत हैं ताकि संचालन की वास्तविक समय में निगरानी की जा सके और यात्रियों की किसी भी आवश्यकता पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। रेलवे ने बताया है कि पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, सहरसा आदि स्टेशनों पर मेडिकल बूथ स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता दी जा सके। राज्य सरकार, अग्निशमन विभाग और एंबुलेंस सेवाओं के साथ समन्वय स्थापित कर आपातकालीन सेवाओं को तत्पर रखा गया है।

नक्सलवाद पर उपमुख्यमंत्री शर्मा बड़ा बयान: आत्मसमर्पण स्वागत योग्य, अभियान नहीं रुकेगा

जगदलपुर बस्तर संभाग प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सलियों का सरकार लाल कालिन पर मुख्यधारा में स्वागत कर रही है. लेकिन जो नक्सली नहीं आएंगे, उनके खिलाफ आर्म्ड फोर्सेज कार्रवाई करेंगे. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि एक मिनट के लिए भी किसी को भी विश्राम करने का समय नहीं है. नक्सलियों के खिलाफ फिर से ऑपरेशन लॉन्च किए जाएंगे. जवानों के भुजाओं की ताकत के आधार पर ही निर्णय हो रहा है. बता दें कि उप मुख्यमंत्री शर्मा बीजापुर और सुकमा के दौरे पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने आत्म समर्पण करने वाले माओवादियों से मुलाकात की. साथ ही शासन द्वारा किए जा रहे पुनर्वास करने वाले माओवादियों के लिए रोजगारमुखी कार्यों को भी देखा. इस दौरान जगदलपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए उप मुख्यमंत्री ने उक्त बयान दिया.

आंवला और एलोवेरा से पाएं डैंड्रफ और हेयर फॉल से छुटकारा – जानें 4 आसान तरीके

सुंदर और मजबूत बालों की ख्वाहिश तो हर कोई रखता है। लेकिन प्रदूषण, खराब खान-पान और केमिकल के ज्यादा इस्तेमाल के कारण बाल कमजोर, रूखे और बेजान हो जाते हैं। ऐसे में बालों को फिर से हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसे में आंवला और एलोवेरा बालों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। ये दोनों ही ऐसे गुणों से भरपूर होते हैं, जो बालों को मजबूत और घना बनाने में मदद करते हैं। आइए जानें बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाने के लिए आंवला और एलोवेरा का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। क्यों फायदेमंद हैं आंवला और एलोवेरा? आंवला विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। यह बालों को जड़ों से मजबूत बनाता है, रूसी दूर करता है और समय से पहले सफेद होने से रोकता है। वहीं एलोवेरा में मॉइस्चराइजिंग, कूलिंग और हीलिंग गुण होते हैं। यह स्कैल्प को शांत करता है, खुजली और जलन को कम करता है तथा बालों को नेचुरल चमक देता है। आंवला और एलोवेरा का इस्तेमाल कैसे करें? आंवला और एलोवेरा का हेयर मास्क यह मास्क बालों को गहराई से पोषण देकर मजबूत और चमकदार बनाता है। सामग्री-     2 चम्मच ताजा आंवला पाउडर     2 चम्मच ताजा एलोवेरा जेल     1 चम्मच दही या नींबू का रस बनाने की विधि-     सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाकर एक स्मूथ पेस्ट बना लें।     इस पेस्ट को स्कैल्प और बालों की जड़ों में अच्छी तरह लगाएं।     लगभग 30-45 मिनट तक लगा रहने दें।     ठंडे पानी से बाल धो लें।     हफ्ते में एक बार इस मास्क का इस्तेमाल करें। आंवला और एलोवेरा का कंडीशनिंग हेयर रिन्स यह एक प्राकृतिक कंडीशनर का काम करता है और बालों को मुलायम बनाता है। सामग्री-     1 कप पानी     2 चम्मच आंवला पाउडर     3 चम्मच एलोवेरा जेल बनाने की विधि-     आंवला पाउडर को पानी में उबालकर ठंडा होने दें।     इसमें एलोवेरा जेल मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स कर लें।     शैम्पू करने के बाद, इस मिश्रण से बालों को अच्छी तरह रिंस करें।     इसे 5-10 मिनट तक लगा रहने दें, फिर साफ पानी से धो लें। आंवला तेल और एलोवेरा का मिश्रण यह मिश्रण बालों के विकास को बढ़ावा देने और रूसी को दूर करने में मददगार है। सामग्री-     2 बड़े चम्मच आंवला तेल     1 बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल बनाने की विधि-     आंवला तेल और एलोवेरा जेल को मिलाकर हल्का गर्म कर लें।     इस मिश्रण से स्कैल्प की 10-15 मिनट तक मालिश करें।     1-2 घंटे के लिए छोड़ दें या रात भर के लिए लगा रहने दें।     माइल्ड शैम्पू से बाल धो लें।     सप्ताह में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं। ताजे आंवले और एलोवेरा का पैक अगर आपके पास ताजा आंवला उपलब्ध है, तो यह विधि बहुत फायदेमंद रहेगी। सामग्री-     2-3 ताजे आंवले     2 बड़े चम्मच एलोवेरा जेल बनाने की विधि-     आंवलों का रस निकाल लें या उन्हें बारीक पीसकर पेस्ट बना लें।     इसमें एलोवेरा जेल मिलाकर अच्छी तरह मिक्स करें।     इस पेस्ट को स्कैल्प और बालों पर लगाएं।     45 मिनट बाद बाल धो लें। इन बातों का रखें ध्यान     पहली बार इस्तेमाल करने से पहले, एलोवेरा जेल से एलर्जी की जांच करने के लिए त्वचा के एक छोटे से हिस्से पर पैच टेस्ट जरूर कर लें।     अगर बाल बहुत ज्यादा रूखे हैं, तो इन मास्क में थोड़ा-सा नारियल तेल या जोजोबा ऑयल मिला सकते हैं।     बालों को हेल्दी रखने के लिए सही हेयर केयर देखभाल और हेल्दी डाइट लेना भी उतना ही जरूरी है।  

निजी अस्पताल पर CM फ्लाइंग का एक्शन: न लाइसेंस, न डॉक्टर, सख्त कार्रवाई की तैयारी

बाढडा  सीएम फ्लाइंग रोहतक की टीम ने बाढड़ा कस्बे के जुई रोड स्थित एक निजी अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान टीम को अनियमितताएं मिलने पर दवाएं सील कर पुलिस को सौंप दिया। टीम को निजी अस्पताल में ना लैब का लाइसेंस मिला और ना ही समक्ष चिकित्सक। पुलिस ने लैब संचालित करने वाले एक युक्क को गिरफ्तार किया है। टीम में शामिल चिकित्सक व पुलिस अधिकारियों ने टेस्ट लैब का मुआयना कर लाइसेंस मांगा तो वहां लैब संचालक व चिकित्सा प्रभारी कोई कागजात पेश नहीं कर पाए। टीम ने उसके बाद रजिस्टर की जांच की तो पाया गया कि यहां पर एमबीबीएस चिकित्सक की जगह बीएएमएस चिकित्सक हड्डियों, श्वांस, वायरल बुखार का उपचार कर रहे थे। सीएम फ्लाइंग प्रभारी सब इंस्पेक्टर पूनम, चिकित्सक दयाल, एएसआइ सोमबीर सिंह ने बताया कि अस्पताल में समक्ष चिकित्सक, रजिस्टर्ड लैब लाइसेंस ना होने के बाद भी चिकित्सक मनमर्जी से मरीजों का अलग-अलग टेस्ट व उपचार कर रहा है।  

सख्त एक्शन: J&K SSP ने 8 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित, वजह ने सबको चौंकाया

कठुआ   राजबाग थाना के अंतर्गत जखोल पुलिस चौकी के जुथाना क्षेत्र में एक वाहन में सवार लोगों पर स्थानीय कुछ गांववासियों द्वारा किए गए तेजधार हथियारों से हमले के वायरल हुए वीडियो के बाद उस समय मौके पर मौजूद सब इंस्पैक्टर सहित 8 पुलिस कर्मियों को एस.एस.पी. मोहिता शर्मा ने सस्पैंड कर दिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए हैं। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश जारी है। राजबाग थाना में इस मामले में दर्ज एफ.आई.आर. में मुख्य आरोपी रवींद्र सिंह उर्फ ठेला है, जिसके साथ अन्य भी हमले के आरोपी हैं। राजबाग पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी रवींद्र सिंह ठेला पर पहले भी कई ऐसे आपराधिक मामले दर्ज हैं, गत वीरवार की वायरल वीडियो में साफ दिख रहा था कि हमलावर गांव में एक वाहन को रोक कर उसमें सवार लोगों पर तेजधार हथियारों से हमला करना शुरू कर देते हैं और मौके पर मौजूद जखोल चौकी के प्रभारी सहित अन्य 7 पुलिस कर्मी उनको हमला करने से रोकने में पूरी तरह से असमर्थ दिख रहे हैं। हमले के दौरान वाहन में सवार महिलाएं और अन्य बचाव के लिए चिल्लाते रहे ,लेकिन पुलिस कुछ भी नहीं कर पाई। जिसका एस.एस.पी. ने कड़ा संज्ञान लिया और तत्काल प्रभाव से 8 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड कर दिया है। हालांकि बाद में कुछ गांववासियों ने हमलावरों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए इस हमले के पीछे का कारण दक्षिण भारत के केरल से इसाई प्रचारकों के जहां धर्म परिवर्तन का मामला बताया, जिसके कारण गुस्साए गांववासियों ने उन पर हमला किया है। हालांकि पुलिस के अनुसार उनके पास धर्म परिवर्तन का कोई मामला अभी तक दर्ज नहीं है। राजबाग पुलिस के अनुसार कुछ दूसरे राज्य के लोग किसी के घर में आए थे और गांव से वापस जा रहे थे, जिन पर धर्म परिवर्तन का शक होने पर हमलावरों ने उन पर हमला कर मारपीट की। पुलिस के अनुसार इस मामले में 8 से 10 लोगों की पहचान करके उन पर मामला दर्ज किया गया है,  जिनमें मुख्य आरोपी रवींद्र सिंह ठेला और जखोल के रोहित शर्मा की पहचान कर ली गई है,रो हित शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। रवींद्र सिंह ठेला कुछ माह पहले स्थानीय वरिष्ठ पत्रकार पर भी हमले का आरोपी है और उसके बाद घाटी औद्योगिक क्षेत्र में इकाई के प्रबंधन को स्थानीय लोगों को रोजगार न देने पर पुलिस के समक्ष धमकाने का भी वीडियो वायरल हो चुका है।