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राहुल-प्रियंका, अखिलेश समेत कई सांसद हिरासत में, ‘वोट चोरी’ पर गरमाया माहौल

नई दिल्ली  ‘वोट चोरी’ को लेकर इंडिया ब्लॉक के सांसदों का संसद से लेकर चुनाव आयोग मुख्यालय तक पैदल मार्च निकाला। पैदल मार्च में राहुल गांधी-प्रियंका समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहें। हालांकि रास्ते में दिल्ली पुलिस ने परमिशन नहीं लेने का हवाला देते हुए बैरिकेडिंग कर मार्च को रोक दिया। इसके बाद सांसद सड़क पर बैठ गए। दिल्ली पुलिस ने राहुल-प्रियंका और अखिलेश समेत कई सांसदों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी को वैन में बैठकर ले गई है। प्रोटेस्ट में बेहोश हुईं महुआ मोइत्रा वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा भी प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गईं। इस दौरान वे पुलिस की बस में थीं। महुआ मोइत्रा को बस में ही राहुल गांधी ने पानी पिलाया। पश्चिम बंगाल के आरामबाग से ही एक दूसरे सांसद मिताली बाग प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गईं। उन्हें सड़क पर लिटाकार साथी नेताओं ने पानी के छींटे मारे। इसके बाद राहुल गांधी उन्हें पकड़कर ले गए। इससे पहले संसद के मानसून सत्र के 16वें दिन यानी आज लोकसभा में प्रश्नकाल की शुरुआत के साथ ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। सांसद सदन में वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगाते हुए वेल के पास पहुंच गए। इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे बाद विपक्ष के करीब 300 सांसदों ने मकर द्वार से चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च शुरू किया विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रगान गाया। ये सभी हाथों में ‘वोट बचाओ’ के बैनर लेकर चल रहे हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस ने कहा था कि INDIA ब्लॉक ने मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं मांगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि सरकार सुनना ही नहीं चाहती। अखिलेश यादव बैरिकेड्स फांदकर कूदे दिल्ली पुलिस ने इस दौरान सुरक्षा के कई लेयर का इंतजाम किया था। इस दौरान अखिलेश यादव विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच बैरिकेड्स फांदकर कूद गए। बैरिकेड से कूदे अखिलेश यादव को वहां मौजूद दूसरे नेताओं ने संभाल लिया। थरूर बोले- सवाल गंभीर हैं, जवाब मिलना चाहिए मार्च में शामिल कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- मेरे लिए यह मुद्दा बहुत सीधा है। राहुल गांधी ने कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं, जिनका जवाब मिलना चाहिए। चुनाव आयोग की न सिर्फ देश के प्रति जिम्मेदारी है, बल्कि उसकी अपनी भी जिम्मेदारी है कि जनता के मन में हमारे चुनावों की विश्वसनीयता को लेकर कोई संदेह न रहे।चुनाव पूरे देश के लिए मायने रखते हैं। हमारा लोकतंत्र इतना अनमोल है कि इसे इस संदेह से खतरे में नहीं डाला जा सकता कि कहीं डुप्लीकेट वोटिंग तो नहीं, कहीं कई पते तो नहीं, या कहीं फर्जी वोट तो नहीं।अगर लोगों के मन में कोई संदेह है, तो उसका समाधान किया जाना चाहिए। इन सवालों के जवाब उपलब्ध हो सकते हैं, लेकिन ये जवाब विश्वसनीय होने चाहिए। मेरा बस यही अनुरोध है कि चुनाव आयोग इन सवालों को लेकर उनका समाधान करे। चुनाव आयोग ने लिखा जयराम रमेश को पत्र इधर भारत निर्वाचन आयोग सचिवालय ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश को पत्र लिखा है। उसने पत्र में लिखा, चुनाव आयोग ने आज दोपहर 12:00 बजे बातचीत के लिए समय दिया है। अनुरोध है कि स्थान की कमी के कारण, कृपया अधिकतम 30 व्यक्तियों के नाम सूचित करें। चुनाव आयोग ने जयराम रमेश को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी है। कांग्रेस ने पहले ही चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा था। फिलहाल कांग्रेस की तरफ से प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों के नाम सामने नहीं आए हैं। देखना होगा कि कौन-कौन विपक्षी नेता चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा। आज पेश हो सकते हैं 3 नए बिल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में आज रिवाइज्ड इनकम टैक्स बिल 2025 पेश कर सकती हैं। 31 सदस्यों वाली सिलेक्शन कमेटी की ओर से बदलाव के सुझावों के बाद 8 अगस्त को सीतारमण ने न्यू इनकम टैक्स बिल 2025 को वापस ले लिया था। संसदीय समिति ने 21 जुलाई को लोकसभा में रिपोर्ट पेश की थी। कमेटी ने सुझाव दिए थे कि बिल में चीजों को और ज्यादा स्पष्ट और सख्त करना चाहिए। अस्पष्ट चीजों को हटाना और नए कानून को मौजूदा फ्रेमवर्क के साथ जोड़ना चाहिए। सिलेक्शन कमेटी ने 4584 पन्नों की रिपोर्ट में कुल 566 सजेशन और रिकमेंडेशन दिए थे। इनके अलावा राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक 2025 और भारतीय बंदरगाह विधेयक 2025 भी पेश किया जाएगा।

महाकाल की पांचवीं सवारी में आज ओरछा, मां बगलामुखी और मां शारदा शक्तिपीठ की झलक

उज्जैन  आज सोमवार 11 अगस्त को श्री महाकालेश्वर भगवान की पांचवीं सवारी निकलेगी। सवारी शाम 4:00 बजे मंदिर प्रांगण से निकलेगी। भगवान महाकाल सवारी में भक्तों को पांच स्वरूप में दर्शन देंगे। कल निकलने वाली इस भव्य सवारी की तैयारी कर ली गई है। महाकाल की सवारी में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है, जैसे कि कल सोमवार को भी भक्त बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उमड़ सकते हैं। सवारी निकलने से पहले मंदिर के सभा मंडप में भगवान श्री चंद्रमोलेश्वर का पूजन-अर्चन किया जाएगा। पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर भगवान भक्तों को दर्शन देंगे, जबकि हाथी पर श्री मनमहेश को भक्त निहार सकेंगे। इसके साथ ही, करोड़ रथ पर श्री शिव तांडव, नंदी रथ पर श्री उमा महेश और ढोल रथ पर श्री होलकर स्टेट के मुखारविंद शामिल रहेंगे। जानिए सवारी का मार्ग वहीं, महाकाल मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजित भगवान को सलामी देंगे। हर बार की तरह महाकाल की सवारी परंपरागत मार्ग से ही निकलेगी महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्शी बाजार और कहारवाड़ी से होकर सवारी रामघाट तक पहुंचेगी। जैसे ही रामघाट पर सवारी पहुंचेगी, घाट पर नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन किया जाएगा। अभिषेक-पूजन के बाद सवारी रामानुज कोट मोड़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, हाथी का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार होते हुए महाकालेश्वर मंदिर लौटेगी। यह रहेगा सवारी का मार्ग महाकाल मंदिर से शुरू होकर सवारी कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां पूजा अर्चना के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौरहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7 बजे पुन: मंदिर पहुंचेगी। जनजातीय एवं लोक नृत्य कलाकारों के दल देंगे प्रस्तुति सवारी को भव्य स्वरूप देने के लिए चार जनजातीय कलाकारों के दल सवारी में सहभागिता करेंगे। बैतूल से मिलाप इवने के नेतृत्व में गौंड जनजातीय ठाट्या नृत्य, खजुराहो से गणेश रजक के नेतृत्व कछियाई लोक नृत्य, दमोह से पंकज नामदेव नेतृत्व में बधाई लोक नृत्य एवं डिण्डोरी के सुखीराम मरावी के नेतृत्व में गेडी जनजातीय नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी। जनजातीय नृत्य भी होगा इस बार सवारी में पालकी भजन मंडली के अलावा चार जनजातीय कलाकारों के दल भी प्रस्तुति देंगे। बैतूल से गौंड जनजातीय ठाट्या नृत्य, खजुराहो से कछियाई लोक नृत्य, दमोह से बधाई लोक नृत्य और डिंडौरी के गेड़ी जनजातीय नृत्य की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होंगी। सवारी के साथ मध्यप्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों की झांकियां भी शामिल होंगी। इनमें श्री राजाराम लोक ओरछा, मां बगलामुखी माता मंदिर, मां शारदा शक्तिपीठ मैहर और देवीलोक मां श्री बिजासन माता धाम सलकनपुर की प्रतिकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। लाइव प्रसारण की भी व्यवस्था भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी के सुगमतापूर्वक दर्शन के लिए श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा चलित रथ की व्यवस्था की गई है। जिसके दोनों ओर एलईडी के माध्यम से सवारी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिससे श्रद्धालु भगवान के दर्शनों का लाभ सकेंगे। साथ ही उज्जैन के अन्य स्थानों जैसे फ्रीगंज, नानाखेड़ा, दत्त अखाड़ा क्षेत्रों पर भी सवारी के लाइव प्रसारण को देख सकेंगे। भगवान के दर्शनों का लाभ ले सकेंगे। क्या कुछ रहेगा ख़ास? भगवान महाकाल की पांचवीं सवारी बेहद खास होने वाली है। दरअसल, सवारी के साथ मध्य प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों की झांकियां भी देखने को मिलेंगी। इन झांकियों में मां शारदा शक्तिपीठ मैहर, राजारामलोक ओरछा, मां बगलामुखी माता मंदिर और देवी लोक मां श्री बिजासन माता धाम सलकनपुर की झांकियां शामिल रहेंगी। इसके साथ ही, सवारी में चार जनजातीय कलाकारों के दल भी प्रस्तुति देंगे। इनमें बैतूल से गोंद जनजातीय तात्या नृत्य, खजुराहो से कछिया लोक नृत्य, दमोह से बधाई लोक नृत्य और डिंडोरी से गेड़ी जनजाति नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी।

सदन में गर्मा-गर्मी: सीएम योगी का बयान बना चर्चा का विषय

लखनऊ यूपी विधानसभा का मानसून सत्र के सोमवार को शुरू होते ही सदन में और विधानसभा से बाहर मुख्य द्वार पर प्रतिपक्ष में सपा विधायक नारेबाजी और हंगामा करते रहे. विगत दिनों नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेये के गोरखपुर दौरे के दौरान उनके अपमान का मुद्दा बनाकर गुस्साए सपा विधायक नारेबाजी करने लगे. इस बीच माता प्रसाद पांडेय के आरोप पर सीएम योगी ने भी पलटवार किया. CM योगी ने कहा कि गोरखपुर और प्रदेश के व्यापारियों में आपके (सपा) प्रति आक्रोश है. व्यापारी इसी बात को लेकर आशंकित थे कि उनके विकास के लिए कोई काम नहीं हुआ है, व्यापारियों ने तो आपका सम्मान किया लेकिन यदि कोई और होता तो बहुत कायदे से जवाब देते. सपा से यह उम्मीद ही नहीं की जा सकती है कि वे सुरक्षा की बात करेगी और विकास का काम करेगी या लोकतंत्र की बात करेगी. विपक्ष को घेरते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में विकास के लिए अतिक्रमण हटाकर सड़के बनाई जा रही हैं. समाजवादी पार्टी ने अपने समय में कोई कार्य विकास का नहीं किया है और कोई एजेंडा भी नहीं था. बाबजूद इसके भाजपा सरकार के विकास का भी विरोध कर रहे हैं. नेता विपक्ष गोरखपुर में राजनीति करने गए थे तब गोरखपुर के व्यापारियों ने आपका विरोध किया था. स्थानीय व्यापारियों में गुंडा टैक्स की वसूली को लेकर जो भय था यह उसका विरोध था, इसी का खामियाजा आपको भुगतना पड़ा.

जैस्मिन भसीन ने बताया कास्टिंग काउच का दर्द, डायरेक्टर ने होटल के कमरे में की थी आपत्तिजनक मांग

मुंबई  टेलीविजन की दुनिया में काफी पॉपुलर हुई एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन ने अपने साथ हुए एक गंभीर हादसे का जिक्र किया है. उन्होंने कई सालों के बाद खुलासा किया है कि वो भी अपने करियर में कास्टिंग काउच का शिकार बन चुकी हैं. जैस्मिन आज के समय में टीवी की टॉप पर्सनैलिटी में से एक हैं. उन्होंने अपने साथ हुई इस घटना को काफी विस्तार से बताया है. कैसे कास्टिंग काउच का शिकार बनीं जैस्मिन भसीन? जैस्मिन 'बिग बॉस', 'द ट्रेटर्स' जैसे बड़े-बड़े रियलिटी शोज का हिस्सा रह चुकी हैं. वो करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से इंडस्ट्री में मौजूद हैं और लगातार अच्छा काम कर रही हैं. मगर एक्ट्रेस ने भी अपने करियर को बड़ा बनाने में परेशानियां झेली है. वो इस बीच कास्टिंग काउच का शिकार भी बनीं जिसका जिक्र उन्होंने हाल ही में अपने इंटरव्यू में किया.  जैस्मिन ने हिमांशु मेहता के शो पर बताया, 'मुझे मुंबई एक ऑडिशन देने आना पड़ा था और मैं जुहू के किसी होटल में गई थी जहां एक मीटिंग रखी गई. वहां बहुत सारी लड़कियां, एक्ट्रेसेज थीं जो होटल की लॉबी में इंतजार कर रही थीं. कई सारे और भी लोग मौजूद थे. सभी जाकर मीटिंग कर रहे थे. और जब मेरी बारी आई, तब सबसे पहले मैं बहुत डर गई थी.' 'एक आदमी ड्रिंक कर रहा है और मुझे ऑडिशन देने को कह रहा है. वहां मौजूद कोऑर्डिनेटर भी रूम से बाहर चला जाता है. मुझे इस दौरान बहुत डर लगा था. फिर उसने मुझसे कहा कि आपको ये सीन करना है. मैंने उनसे कहा कि ठीक है सर मैं इसे तैयार करके कल वापस आती हूं. उसने कहा नहीं आपको ये सीन अभी करके दिखाना है.' डरी जैस्मिन, किस तरह की हरकत पर उतर आया था डायरेक्टर? जैस्मिन आगे बताती हैं कि डायरेक्टर उन्हें अपने मुताबिक सीन करने के लिए कह रहा था. इस दौरान वो एक्ट्रेस संग गलत हरकत करने की कोशिश भी कर रहा था. जैस्मिन बताती हैं, 'डायरेक्टर ने मुझसे कहा कि सीन ढंग से करके दिखाओ. वो मुझसे कह रहे थे कि खड़ी हो जाओ और सीन इस तरह करो कि तुम्हारा लवर तुमसे दूर जा रहा है और तुम्हें उसे रोकना है. मैंने जैसा उसने कहा, वैसा किया.' 'मगर फिर वो कहने लगा कि ऐसे करो…इस दौरान उसने कमरा अंदर से बंद कर दिया. वो कुछ गलत हरकत करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन फिर मैंने अपनी स्किल्स का इस्तेमाल किया और वहां से भाग गई. उस दिन के बाद से मैंने फैसला किया कि मैं आज के बाद अपनी जिंदगी में कभी कोई मीटिंग होटल के कमरे में नहीं करूंगी.' कास्टिंग काउच पर क्या हैं जैस्मिन की राय? जैस्मिन का कहना है कि इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच जैसी चीज मौजूद है. उनका मानना है कि जो लोग कास्टिंग के लिए लोगों को कॉल करते हैं वो असलियत में कास्टिंग डायरेक्टर्स नहीं होते. वो सिर्फ लोगों का फायदा उठाने के लिए मौजूद हैं. जैस्मिन ने उन एक्टर्स को भी सलाह दी है जो एक्टिंग की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं. उनका कहना है कि किसी भी कास्टिंग कॉल को ध्यान से समझना बेहद जरूरी है. वो मानती हैं कि सभी को काम की जरूरत हैं, मगर कभी-कभी वो हमें गलत स्पेस में भी डाल देती है. बात करें जैस्मिन की पर्सनल लाइफ की, तो वो एक्टर अली गोनी को डेट कर रही हैं. फैंस उनकी शादी जल्द से जल्द होते देखना चाहते हैं.

खतरे के निशान के पास पहुंची यमुना, 32 गांवों में सतर्कता बढ़ी

नई दिल्ली सावधान! दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर फिर से खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके चलते प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. गाजियाबाद में यमुना और हिंडन नदी के किनारे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है, इसलिए जिला प्रशासन ने इन नदियों के किनारे स्थित लगभग 32 गांवों में निगरानी शुरू कर दी है. इसके साथ ही, डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण करने वालों को भी चेतावनी दी गई है. प्रशासन के अनुसार, रविवार को पुराने लोहे के पुल के पास जलस्तर 204.05 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी स्तर 2024.50 मीटर से थोड़ा कम है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर से अभी भी नीचे है. इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही सावधानी बरतने का निर्णय लिया है. हिंडन नदी गाजियाबाद से होकर गौतमबुद्धनगर में यमुना में मिलती है, जबकि यमुना नदी लोनी क्षेत्र से दिल्ली में प्रवेश करती है और गौतमबुद्धनगर के रास्ते मथुरा की ओर बढ़ती है. गाजियाबाद में यमुना और हिंडन के किनारे लगभग 32 गांव स्थित हैं. नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने पर बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है, और वर्तमान में पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. रविवार को यमुना का जल स्तर 209.00 मीटर दर्ज किया गया, जो दो दिन पहले 209.50 मीटर था. हथनी कुंड से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण अगले दो से तीन दिनों में जलस्तर में और वृद्धि की संभावना है, इसलिए इन नदियों के तटबंधों की निगरानी की जा रही है. हाल ही में हिंडन नदी में पानी का स्तर तेजी से बढ़कर 1900 क्यूसेक तक पहुंच गया है, जबकि कुछ दिन पहले यह मात्र 660 क्यूसेक था. इस वृद्धि के कारण डूब क्षेत्र में खतरा उत्पन्न हो गया है. दो साल पहले जब हिंडन में पानी का स्तर 2000 क्यूसेक से अधिक था, तब बाढ़ आई थी, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया था और सिटी फोरेस्ट पूरी तरह से जलमग्न हो गया था. अब एक बार फिर हिंडन में पानी बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका बढ़ गई है. सिचाई विभाग ने डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण करने वालों को चेतावनी दी है. विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन गांवों के निकट स्थित डूब क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधि या अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाना चाहिए. इसके अलावा, सिचाई विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन ने भी यह स्पष्ट किया है कि यदि इस क्षेत्र में जनधन की हानि होती है, तो संबंधित व्यक्ति इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होगा. हिंडन किनारे आवासीय क्षेत्र में प्रवेश कर जाता है पानी सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार वर्ण ने जानकारी दी कि बरसात के मौसम में हिंडन नदी का पानी कई किलोमीटर तक आवासीय क्षेत्रों में घुस जाता है. इसे रोकने के लिए नदी के किनारे तटबंध बनाए गए हैं और बाढ़ की एक सीमा निर्धारित की गई है, जिसे डूब क्षेत्र कहा जाता है. इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण या स्थायी निर्माण की अनुमति नहीं है, फिर भी धीरे-धीरे यहां अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है. यमुना और हिंडन के डूब क्षेत्र में बाढ़ की संभावना को लेकर चेतावनी जारी की गई है, और अवैध अतिक्रमण के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है. जलस्तर पर नजर रख रहा प्रशासन प्रशासन यमुना के बढ़ते जलस्तर पर लगातार निगरानी रख रहा है. अधिकारियों का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर राहत और बचाव कार्य तुरंत आरंभ किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि यमुना में 204.5 मीटर पर चेतावनी, 205.3 मीटर पर खतरा और 206 मीटर पर निकासी की प्रक्रिया शुरू होती है. इस स्तर पर प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाता है. केंद्रीय बाढ़ कक्ष के अनुसार, जलस्तर में वृद्धि का प्रमुख कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड से हर घंटे बड़ी मात्रा में पानी का प्रवाह है. इसके अलावा, हरियाणा और उत्तराखंड के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश भी जलस्तर को लगातार बढ़ा रही है. जानकारी के अनुसार, वजीराबाद बैराज से लगभग 30,800 क्यूसेक और हथिनीकुंड बैराज से लगभग 25,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे दिल्ली में चेतावनी के स्तर के करीब पहुंचने की संभावना बढ़ गई है.

नेतन्याहू का हमास पर हमला: गाजा में बच्चों की हड्डियों की तस्वीरें हैं भ्रामक प्रचार

तेल अवीव हमास के झूठ पर आंखें खोलें… इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को जब मीडिया से मुखातिब हुए. तब उन्होंने प्रेस के सामने हमास के झूठ की पोल खोलने का दावा किया. इधर गाजा भूख से बिलख रहा है और उधर नेतन्याहू ने इसी गाजापट्टी को लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. वह बार-बार कह रहे हैं कि उनका इरादा गाजा पर पूर्ण नियंत्रण का नहीं है तो ऐसे में सवाल उठता है कि फिर आखिर उनका इरादा क्या है? नेतन्याहू ने रविवार को इंटरनेशनल मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जितनी जल्दी हो सके, वह उतनी जल्दी गाजा में युद्ध को खत्म करना चाहते हैं. गाजा सिटी को कैप्चर करना सभी 50 इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका है.  इस दौरान नेतन्याहू ने कहा कि उनका लक्ष्य गाजापट्टी से हमास को पूरी तरह खत्म करना है. उनका कहना है कि हमास का पूरी तरह से खात्मा किए बिना गाजा में स्थायी शांति संभव नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि गाजा पर इजरायल का नियंत्रण स्थायी कब्जे के लिए नहीं है, बल्कि हमास के सैन्य ढांचे को नष्ट करने और क्षेत्र को सैन्यीकरण से मुक्त कराने के लिए है.  नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल का इरादा गाजा पर शासन करने या उसे अपने देश में मिलाने का नहीं है. इसके बजाय गाजा में एक नागरिक प्रशासन स्थापित किया जाएगा जो ना तो इजरायल के लिए खतरा और क्षेत्र में शांति बनाए रखे. नेतन्याहू ने कहा कि गाजा को किसी ऐसी अस्थायी सरकार को सौंपा जाएगा. जो ना तो हमास हो और न ही इजरायल के लिए खतरा पैदा करने वाला कोई संगठन हो. उन्होंने गाजा में बंधकों की रिहाई को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि हमास के साथ युद्ध और बंधकों की रिहाई के लक्ष्य आपस में जुड़े हुए हैं. हालांकि, बंधकों के परिवारों और कुछ आलोचकों का कहना है कि गाजा पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण की उनकी योजना बंधकों की जान को खतरे में डाल सकती है. इससे पहले इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने नेतन्याहू की योजना को मंजूरी दी, जिसमें गाजा और अन्य प्रमुख क्षेत्रों पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण स्थापित करना शामिल है. इसका उद्देश्य हमास के बचे हुए ठिकानों को खत्म करना और क्षेत्र में इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. गाजा युद्ध खत्म करने के 5 तरीके – हमास अपने हथियार डाल दे – सभी इजरायली बंधकों को रिहा किया जाए – गाजा का विसैन्यीकरण हो – गाजा में इजरायल का सैन्य प्रभुत्व – गाजा में ऐसी व्यवस्था तैयार करना, जो ना तो हमास के नियंत्रण में हो और ना हो फिलीस्तीनी प्राधिकरण के इजरायली पीएम नेतन्याहू ने बताया कि गाजापट्टी में हमास के अभी भी दो गढ़ बचे हुए हैं, जो गाजा सिटी और सेंट्रल कैंप्स ऑफ मोआसी हैं. नेतन्याहू ने कहा कि हमास को पूरी तरह खत्म करना इजरायल की सुरक्षा के लिए आवश्यक है और इसके बिना कोई समाधान टिकाऊ नहीं होगा. गाजा में भुखमरी और मानवीय संकट के सवालों पर नेतन्याहू ने इन आरोपों को खारिज करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि मीडिया में भूख से बिलखते बच्चों की जो तस्वीरें गाजा की बताकर शेयर की जा रही है. दरअसल वो प्रोपेगैंडा है. ये तस्वीरें गाजा की नहीं हैं. उन्होंने बकायदा प्रेजेंटेशन के साथ इंटरनेशनल मीडिया में छप रही इन बच्चों की तस्वीरों का ब्योरा दिया और दावा किया कि इन्हें गाजा का बताकर इजरायल को बदनाम किया जा रहा है.  बता दें कि नेतन्याहू ने यूरोपीय देशों और संयुक्त राष्ट्र की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि इजरायल एक लोकतांत्रिक देश है जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करता है और उनकी कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ हैं.जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों ने गाजा पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण की योजना की आलोचना की है. संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है.

धमतरी सड़क हादसे की दर्दनाक घटना: बीच सड़क पलटा वाहन, एक की मौत, आठ घायल

धमतरी धमतरी जिले में फिर एक सड़क हादसा हुआ है। जिसके चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि लगभग आठ लोग घायल हो गए है। इस घटना से वाहन में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 10 अगस्त को पटेल समाज का शपथ ग्रहण कार्यक्रम सिहावा गए थे। कार्यक्रम होने के बाद सभी तूफान वाहन से वापस लौट रहे थे, तभी सिक्सलेन विशाखापट्टनम रोड से वापस आ रहे थे कि राजपुर के आगे सड़क पर रखे मुरुम के ऊपर वाहन चढ़ने से वाहन पलट गया। इस हादसे के बाद वाहन में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। दुर्घटना में मेघा निवासी बुजुर्ग सुखाऊ राम पटेल 65 वर्ष पुत्र बुधराम की मौत हो गई। जबकि लगभग आठ लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर कुरूद और मगरलोड पुलिस पहुंच गई थी। घायलों को 108 एंबुलेंस से कुरूद इलाज के लिए भेजा गया। मृतक का शव पंचनामा के बाद मगरलोड पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घायलों में कुमार पटेल 58 वर्ष पुत्र ठाकुर राम ग्राम मंदरौद, मनोज पटेल 46 वर्ष पुत्र भीषण पटेल ग्राम खैरा, पुरुषोत्तम पटेल 32 वर्ष पुत्र ललित पटेल ग्राम मेघा, तुलसीराम पटेल 45 वर्ष पुत्र गुलाब राम ग्राम कोकड़ी, नीरज पटेल 35 वर्ष पुत्र थनेश्वर पटेल ग्राम सेलदीप इसके अलावा लगभग चार लोग और घायल हैं। बताया जा रहा है कि मृतक सुखाऊ राम पटेल वाहन मालिक था, इनका कोई रिश्तेदार वाहन चला रहा था। ग्रामीणों ने बताया है कि सिक्स लेन निर्माण के दौरान ठेकेदार की बड़ी लापरवाही है। सड़क के बीचों बीच मुरूम रख दिया गया है। वहां पर लगभग सड़क पूरा बन चुका है और कई वाहन आना-जाना भी कर रहे हैं। रात के अंधेरे में बीच में रखा मुरूम नहीं दिखा। इस पर चढ़ने के बाद वाहन पलट गया। सड़क अभी पूरी बनी भी नहीं है और हादसे होने लगे हैं।

पीएम मोदी ने सांसदों को दिए नए आवास, नई दिल्ली में किया लोकार्पण

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर बने 184 नए टाइप-7 बहुमंजिला फ्लैट्स का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम सुबह 10 बजे हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने सिंदूर का पौधा भी लगाया। यह परिसर सांसदों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। प्रत्येक फ्लैट में 5,000 वर्ग फुट क्षेत्रफल है, जिसमें कार्यालय और स्टाफ के लिए जगह भी है। यह परियोजना गृह 3-स्टार रेटिंग और राष्ट्रीय भवन संहिता के अनुरूप है। इमारतें भूकंपरोधी हैं और दिव्यांगों के लिए अनुकूलित हैं।   जानकारी के अनुसार इस परिसर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डिजाइन किया गया है और यह संसद सदस्यों की कार्यात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए आधुनिक सुविधाओं की पूरी श्रृंखला से सुसज्जित है। हरित प्रौद्योगिकी को सम्मिलित करते हुए, यह परियोजना जीआरआईएचए 3-स्टार रेटिंग के मानकों का पालन करती है और राष्ट्रीय भवन संहिता (एनबीसी) 2016 का अनुपालन करती है। इन पर्यावरणीय रूप से स्थायी विशेषताओं से ऊर्जा संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन और प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन में योगदान मिलने की आशा है। उन्नत निर्माण तकनीक (विशेष रूप से, एल्युमीनियम शटरिंग के साथ मोनोलिथिक कंक्रीट) के उपयोग ने संरचनात्मक स्थायित्व सुनिश्चित करते हुए परियोजना को समय पर पूरा करना संभव बनाया। यह परिसर दिव्यांगजनों के अनुकूल भी है, जो समावेशी डिज़ाइन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। संसद सदस्यों के लिए अनुकूल आवास की कमी के कारण इस परियोजना का विकास आवश्यक हो गया था। भूमि की सीमित उपलब्धता के कारण, भूमि उपयोग को अनुकूलित करने और रखरखाव लागत को न्यूनतम करने के ध्येय से ऊर्ध्वाधर आवास विकास पर लगातार बल दिया गया है। प्रत्येक आवासीय इकाई में लगभग 5,000 वर्ग फुट का कार्पेट क्षेत्र है, जो आवासीय और आधिकारिक दोनों कार्यों के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है। कार्यालयों, कर्मचारियों के आवास और एक सामुदायिक केंद्र के लिए समर्पित क्षेत्रों को शामिल करने से संसद सदस्यों को जन प्रतिनिधि के रूप में अपनी उत्तरदायित्वों को पूरा करने में मदद मिलेगी। परिसर के सभी भवनों का निर्माण आधुनिक संरचनात्मक डिज़ाइन मानदंडों के अनुरूप भूकंपरोधी बनाया गया है। सभी निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक और सुदृढ़ सुरक्षा तंत्र कार्यान्वित किया गया है।

रूफटॉप सोलर वेंडर्स के कौशल विकास के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

भोपाल मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा रूफटॉप सोलर के वेंडर्स के लिए प्रदेश के 10 जिलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। विभिन्न 10 जिलों के लिए अलग-अलग तारीखों का निर्धारण किया गया है। इसकी शुरुआत 11 अगस्त को भोपाल से होने जा रही है। कार्यशाला इंदौर में 13, जबलपुर में 18, ग्वालियर में 20 सागर में 22 उज्जैन 25 रीवा 27 मुरैना 29 नर्मदापुरम में एक सितंबर और शहडोल में 4 सितंबर को होगी। भोपाल में कार्यशाला सोमवार 11 अगस्त को कार्यालय, मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम प्रातः 10 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की गई है। कार्यशाला में वेंडर्स को सोलर रूफटॉप की उच्च गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक जानकारियां प्रदान की जाएगी। कार्यशाला में वेंडर की क्षमता संवर्धन के लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा इससे प्रदेश द्वारा तय की गई निर्धारित सीमा में लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी।  

समाजसेवा की प्रतीक मिनीमाता को सीएम साय ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

रायपुर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद और समाजसेविका स्वर्गीय मिनीमाता जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मिनीमाता जी ने अपना संपूर्ण जीवन समाज के वंचित वर्गों, महिलाओं, दलितों और गरीबों के अधिकारों की रक्षा एवं उत्थान के लिए समर्पित किया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मिनीमाता जी ने सामाजिक कुरीतियों, बाल विवाह, दहेज प्रथा और छुआछूत जैसी बुराइयों के खिलाफ दृढ़ता से आवाज़ उठाई और संसद में रहते हुए कई महत्वपूर्ण सामाजिक सुधारों की दिशा में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनकी कार्यशैली में सदैव सेवा, सरलता और संवेदनशीलता झलकती थी। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मिनीमाता जी का जीवन संघर्ष और सेवा का अद्वितीय उदाहरण है, जो आने वाली पीढ़ियों को समाज में समानता, न्याय और भाईचारे की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हम सब मिलकर उनके आदर्शों को अपनाएँ और एक न्यायपूर्ण एवं समावेशी समाज के निर्माण में योगदान दें।