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हरियाणा के कपिल बैंसला गोल्ड मेडल के साथ लौटे, गांव में जश्न का माहौल

पलवल  कजाकिस्तान में आयोजित की गई 16वीं एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में पलवल के खिलाड़ी कपिल बैंसला ने देश की झोली में गोल्ड मेडल डालने का काम किया। कपिल बैंसला का रविवार को उनके पैतृक गांव मुनीरगढ़ी में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता और कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कपिल बैसला के निवास पर पहुंचकर उन्हें बधाई दी।  खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता और कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि कपिल बैंसला की इस उपलब्धि पर पलवल जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि कपिल बैसला ने देश की झोली में मेडल डालकर युवाओं को प्रेरणा देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पहले पलवल जिला खेलों में पीछे रहता था लेकिन अब पलवल जिला खेलों में किसी भी प्रकार से पीछे नहीं रहेगा। गौरव गौतम ने कहा कि सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए। नशा परिवारों को बर्बाद करता है। इसलिए युवाओं को खेलों में भाग लेना चाहिए। कपिल बैसला ने कहा कि देश के लिए खेलना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेलों में भाग लेना चाहिए और देश का नाम रोशन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्धि में उनके माता पिता के साथ समाज के सभी लोगों का योगदान है। उनकी बदौलत ही यह मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्य मंत्री नायब सैनी और खेल मंत्री गौरव गौतम खेलों को बढ़ावा दे रहे है।   गौरव गौतम ने कहा कि सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए। नशा परिवारों को बर्बाद करता है। इसलिए युवाओं को खेलों में भाग लेना चाहिए। कपिल बैसला ने कहा कि देश के लिए खेलना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेलों में भाग लेना चाहिए और देश का नाम रोशन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्धि में उनके माता पिता के साथ समाज के सभी लोगों का योगदान है। उनकी बदौलत ही यह मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्य मंत्री नायब सैनी और खेल मंत्री गौरव गौतम खेलों को बढ़ावा दे रहे है। 

हरियाणा का नया टोल: मासिक पास 50 हजार तक, सिंगल यात्रा का किराया 235–2260

गुरुग्राम  हरियाणा में बने अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) ने टोल रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस एक्सप्रेसवे से गुजरने पर 235 से 2260 रुपए तक का टोल चुकाना होगा। इसके अलावा मासिक पास 50 हजार तक का है। इसके अलावा टोल प्लाजा के 20 किमी के दायरे में रहने वाले लोगों को गाड़ियों के लिए 350 रुपए का पास लेना होगा। यह टोल प्लाजा मुंडका–बक्करवाला में बनाया गया है। यह टोल एक्सप्रेसवे के 46 किमी हिस्से से गुजरने के बदले देना होगा। PM नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रोहिणी से 17 अगस्त को द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ इसका उद्घाटन किया था। महंगे टोल से लोग नाराज, पहले दिन बहस हुई तो पुलिस बुलाई टोल की यह वसूली रविवार को ही शुरू हुई। जैसे ही लोगों ने महंगे रेट देखे तो टोल कर्मियों से उनकी बहस हो गई। आसपास के लोगों ने भी कहा कि इसके बारे में पूरी जानकारी तक नहीं दी गई। अचानक टोल वसूली ने उन्हें चौंका कर रख दिया। कंपनी बोली- भारी लागत आई है टोल की वसूली का जिम्मा रिद्दी कंपनी को दिया गया है। इस बारे में कंपनी के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि UER–2 महत्वपूर्ण परियोजना है। जिसके निर्माण में 7,700 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसके रखरखाव में भी बड़ा खर्चा होगा। इस वजह से टोल की दरें ज्यादा हैं। 17 अगस्त को रोहिणी, दिल्ली में PM मोदी ने कहा कि UER-2 रोड से गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट तक सफर सिर्फ एक घंटे में पूरा होगा, बिना ब्रेकर और ट्रैफिक लाइट के। भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट में दावा लगभग सही निकला, लेकिन सफर आसान नहीं, महंगा होगा। जल्द ही इस रोड पर टोल लगेगा, जहां 235 से 350 रुपए तक देना होगा। 

IAS अधिकारी सचिन शर्मा और आस्था का वैवाहिक बंधन, हिमाचल डिप्टी CM की बेटी बनी दुल्हन

गुरुग्राम/ शिमला  हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री आईएएस सचिन शर्मा के साथ विवाह बंधन में बंधेंगी। ऐसे में डिप्टी सीएम की इकलौती बेटी गुरुग्राम की बहू बनेंगी। रविवार को हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने एक्स पर इस गुड न्यूज को साझा किया। उन्होंने लिखा है कि परिणय सूत्र में बंधेंगे डॉ. आस्था अग्निहोत्री एवं सचिन शर्मा (IAS), हालांकि अभी शादी की तारीख की घोषणा नहीं की गई है। सचिन शर्मा मूलरूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। सचिन शर्मा हरियाणा कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं। डिप्टी सीएम की बेटी आस्था हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। सचिन शर्मा 2022 के बैच आईएएस हैं। दोनों के रिश्ते की काफी दिनों से चर्चा थी। पिता मुकेश अग्निहोत्री ने खुद इसका ऐलान किया है। अग्निहोत्री ऊना जिले की हरोली विधानसभा से 2022 में तीसरी बार जीते थे। ऊना के अंब में तैनात हैं सचिन शर्मा सचिन शर्मा ने 2022 में पहली ही कोशिश में यूपीएसपी परीक्षा पास की थी और 233वीं रैंक हासिल की। उन्होंने गुरुग्राम के सेक्टर-14 स्थित DAV स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक की डिग्री प्राप्त की और बीटेक के बाद एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में कई साल तक नौकरी की। उनका गांव हरियाणा के झज्जर जिले में आते हैं। वह अभी हिमाचल प्रदेश के ऊना के अंब में तैनात है। वह अभी एसडीएम की पोस्ट पर हैं। तो वहीं दूसरी ओर डिप्टी सीएम की बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) शिमला में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उनकी मां सिम्मी अग्निहोत्री, भी HPU के कार्मिक प्रशासन विभाग में प्रोफेसर थीं। जिनका 9 फरवरी 2024 को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। डिप्टी सीएम पिता के लिए भावुक क्षण रविवार को हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को इस गुड न्यूज को साझा करने से पहले अपनी पत्नी और बेटी की तस्वीरों वाला एक वीडियो साझा किया। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की विवाह बंधन में जल्द बंधने की जानकारी साझा की। 9 अक्तूबर, 1952 के जन्में मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल के पहले डिप्टी सीएम हैं। उन्होंने 11 दिसंबर, 2022 को कार्यभार संभाला था। अग्निहोत्री मूलरूप से पंजाब के संगरूर के रहने वाले हैं। बाद में उनकी शादी हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री से हो गई थी। अग्निहोत्री की बेटी ने कानून की पढ़ाई की है। मुकेश अग्निहोत्री पहली बार 2003 में विधायक बने थे। कौन हैं आईएएस सचिन शर्मा? सचिन शर्मा गुरुग्राम शहर के साथ लगते जहाजगढ़ गांव के रहने वाले हैं। 2022 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बने। उनको हिमाचल प्रदेश कैडर मिला। फिलहाल वह हिमाचल प्रदेश के अंब में एसडीएम के तौर पर कार्यरत हैं। सचिन शर्मा ने सेक्टर 14 के डीएवी स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की। उसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रानिक में बीटेक की डिग्री की। बीटेक करने के बाद एक निजी कंपनी में नौकरी के दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की। 16 से 18 घंटे लगातार पढ़ाई करने के बाद उन्होंने यूपीएससी पास करने का अपना लक्ष्य हासिल किया। हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत इंस्पेक्टर सुनील दत्त के सबसे छोटे बेटे सचिन शर्मा की इस उपलब्धि पर सभी को नाज हैं। परिवार और क्षेत्र में खुशी का माहौल सचिन शर्मा 5 भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। सबसे बड़े भाई विपिन शर्मा है। उसके बाद उनकी बहन वंदना, मनीषा और वर्षा है। सचिन शर्मा सबसे छोटे हैं। वर्षा की शादी बजघेड़ा गांव के अरुण कौशिक के साथ हुई है। सचिन शर्मा के जीजा अरुण कौशिक का कहना है कि सचिन शर्मा और आस्था अग्निहोत्री के शादी के बंधन में बनने के समाचार से सभी को खुशी है। बजघेड़ा गांव के राकेश राणा बजघेड़ा का कहना है कि जब सचिन शर्मा ने यूपीएससी की परीक्षा पास की थी तो क्षेत्र के सभी लोगों को बेहद खुशी हुई थी। अब वह उपमुख्यमंत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री के साथ शादी कर रहे हैं। उनके शादी के समाचार से भी लोगों में खुशी का माहौल है। सचिन शर्मा के जीजा अरुण कौशिक ने बताया कि अभी कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश में ही हुआ है। नवरात्र में रिंग सेरेमनी का कार्यक्रम तय किया गया है। शादी की तिथि अभी तय नहीं है। शादी के बाद रिसेप्शन का कार्यक्रम गुरुग्राम के किसी होटल में करने का विचार किया जा रहा है।

अटकलों को खत्म करते हुए CM ने दी खुशखबरी, पुलिस विभाग में होगी 5600 भर्तियां

हरियाणा  हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पुलिस भर्तियों को लेकर छिड़ी अटकलों पर विराम लगा दिया है। प्रदेश में सीईटी के परिणाम के बाद ही अटकी हुई भर्तियां होंगी। हरियाणा में पिछले कई दिनों से पुलिस भर्तियों का मुद्दा गरमाया हुआ है। दरअसल हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने प्रदेश में 5600 पुलिस कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया 17 अगस्त 2024 को शुरू की थी। इसके लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया था। प्रदेश में उसी समय चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव आयोग को शिकायत करते हुए भर्ती प्रक्रिया तुरंत रोकने की मांग की। चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार को भर्ती प्रक्रिया रोकने के निर्देश जारी कर दिए। 17 अक्टूबर को हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार ने कार्यभार संभाल लिया। सरकार की घोषणा के बावजूद अभी तक पुलिस कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।   कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाते हुए सरकार ने पुलिस भर्तियों के मामले में जवाब मांगा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इसके जवाब में कहा है कि सरकार द्वारा इस भर्ती से पहले सीईटी की परीक्षा का आयोजन करने का फैसला लिया गया था। प्रदेश में 26 व 27 जुलाई को सीईटी की परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है। आयोग द्वारा पहले सीईटी का परिणाम घोषित किया जाएगा। इसके बाद पुलिस भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

खनिज लाने वाले वाहनों पर सरकार का सख्त कदम, हरियाणा में लागू हुआ ISTP टैक्स सिस्टम

हरियाणा  हरियाणा सरकार ने प्रदेश में खनिज लाने वाले वाहनों पर इंटरस्टेट ट्रांजिट पास (ISTP) लागू करने का फैसला लिया है। इसका उद्देश्य खनिज से लदे वाहनों पर टैक्स लगाकर राजस्व बढ़ाना और सड़कों को होने वाले नुकसान को कम करना है। इससे उम्मीद है कि दूसरे राज्यों से हरियाणा में आने वाले खनिज वाहनों से ज्यादा राजस्व प्राप्त होगा। हालांकि, इससे खनिज की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे आम जनता को बिल्डिंग निर्माण और अन्य कार्यों में अधिक खर्च करना पड़ेगा। पहले खनिज वाहनों पर कोई टैक्स नहीं था, जिसके कारण प्रदेश की सीमाओं पर हजारों गाड़ियों का आवागमन होता रहता था और सड़कों को नुकसान होता था। जबकि अन्य राज्यों में पहले से ही खनिज वाहनों पर टैक्स लगाया जाता है। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने 2 अगस्त से ISTP लागू कर दिया है। राजस्व में वृद्धि की संभावना ISTP के तहत, प्रदेश की सीमा के अंदर खनिज लाने वाले वाहनों पर 100 रुपये प्रति मैट्रिक टन और सीमा से बाहर ले जाने वाले वाहनों पर 20 रुपये प्रति मैट्रिक टन टैक्स लगाया जाता है। पहले वाहन संचालक 20 रुपये का ही टैक्स कटवाते थे, जिससे सरकार को राजस्व कम मिलता था। इसलिए सरकार ने 19 अगस्त से सभी वाहनों पर 80 रुपये प्रति मैट्रिक टन के हिसाब से टैक्स लगाया है, जिससे राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है।   खनिज आने वाले प्रमुख क्षेत्र हरियाणा की अधिकांश सीमा राजस्थान से लगती है। महेंद्रगढ़, सिरसा, हिसार, भिवानी, रेवाड़ी, पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद और मेवात जैसे जिले राजस्थान से लगे हुए हैं, जहाँ से अधिक मात्रा में खनिज आता है। खासतौर पर नारनौल की सीमा तीन तरफ से राजस्थान से जुड़ी है, जहाँ से रोड़ी, डस्ट, पत्थर और बजरी का दोहन होता है। खेतड़ी, सीकर और जयपुर से खनिज से लदे ट्रक निकलते हैं। फरीदाबाद में भी खनन का काम ज्यादा होता है। राजस्थान से हरियाणा आने वाले खनिज वाहनों पर नारनौल खनन विभाग की कड़ी निगरानी रहती है। खनन अधिकारी रात के समय भी सीमा पर गश्त करते हैं। सख्त कार्रवाई और नाके जिला खनन अधिकारी अनिल कुमार के अनुसार, सरकार के आदेश के बाद बॉर्डर वाले इलाकों को चिन्हित कर नाके लगाने की तैयारी की जा रही है। बिना ISTP के वाहनों के खिलाफ अब तक करीब 10 लाख रुपये के चालान किए जा चुके हैं। ISTP लागू होने के बाद खनन विभाग को लगभग 40 लाख रुपये का राजस्व मिला है।

3 मुख्यमंत्रियों से ज्यादा दौलतमंद हैं CM सैनी, रिपोर्ट में सामने आई चौंकाने वाली बातें

चंडीगढ़ हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पंजाब के मख्यमंत्री भगवंत मान, उत्तर प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अमीर हैं। वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हरियाणा के सीएम सैनी और पंजाब के सीएम मान दोनों से अधिक अमीर हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की तरफ से देश के सभी 27 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों के 30 मुख्यमंत्रियों की संपत्तियां, योग्यता, व्यवसाय सहित आपराधिक मामलों का विवरण जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे कम संपत्तियों में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पहले नंबर पर हैं। उनके पास 15.38 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति है। दूसरे नंबर पर 55.24 लाख रुपये अधिक संपत्ति वाले जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर है।  दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की संपत्ति सीएम नायब सैनी के बराबर पांच करोड़ रुपये है। रेखा गुप्ता का पैतृक गांव हरियाणा के जुलाना स्थित अपने पैतृक गांव नंदगढ़ है। सीएम रेखा गुप्ता प्रोफेशनल एडवोकेट हैं और उन्होंने ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है। इसी तरह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की संपत्ति एक करोड़ है, वह ग्रेजुएट हैं। सीएम योगी के आय का साधन एक जनप्रतिनिधि (पूर्व सांसद और विधायक) के रूप में वेतन और भत्ते हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं  रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ एक भी आपराधिक मुकदमा नहीं दर्ज है। पंजाब के सीएम मान के खिलाफ चंडीगढ़ में एक मामला और सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ हिमाचल में चार मामले दर्ज हैं। मुख्यमंत्री सैनी के पास पांच करोड़ रुपये की संपत्ति है। सीएम सैनी ग्रेजुएट प्रोफेशनल हैं और उनका स्टोन क्रशर का काम है। इसी तरह पंजाब के सीएम मान के पास एक करोड़ रुपये की संपत्ति है और वह 12वीं पास हैं। सीएम मान का व्यवसाय नेता (राजनीति) है। हिमाचल के पोस्ट ग्रेजुएट सीएम सुक्खू के पास 7 करोड़ की संपत्ति हैैं। सुक्खू ने अपने व्यवसाय में पेंशनभोगी, निजी ठेकेदार, स्व-नियोजित और पार्टी नेता दर्शाया है।   रिपोर्ट से अनुसार पहले नंबर पर आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू हैं। उनके पास 931 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू 332 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति के साथ दूसरे व कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया 51 करोड़ से अधिक संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं।  

ड्यूटी के दौरान हरियाणा के लाल ने दी शहादत, लेह में ऑक्सीजन की कमी बनी वजह

सोहना  सोहना खंड के गाँव अभयपुर के रहने वाले 34 वर्षीय प्रीतम सिंह 14 साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए थे, जो कि 14 साल तक मां भारती की रक्षा में तैनात रहने के बाद ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। शहीद प्रीतम सिंह फिलहाल लेह में तैनात थे। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन कम होने की वजह से शहीद प्रीतम सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई, जिनको उपचार के लिए शीघ्र अस्पताल में दाखिल कराया गया, लेकिन वह मौत से जिंदगी की जंग हार गए। पार्थिव शरीर को सैन्य टुकड़ी द्वारा उनके पैतृक गांव अभयपुर में लाया गया, जहा में हजारों लोगों के काफिले के साथ बंदे मातरम व भारत माता की जय के उदघोषों के बीच उनको गांव की शमशान भूमि ले जाया गया। जहां पर सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के 12 वर्षीय पुत्र प्रतीक ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। बता दें कि हवलदार शहीद प्रीतम सिंह फिलहाल लेह की 5014 ASC बटालियन में तैनात थे, जिनके पिता व चाचा ताऊ भी भारतीय सेना में रहकर मां भारती के लिए समर्पित रह चुके है।14 साल पहले प्रीतम सिंह भी मां भारती की रक्षा करने के लिए भारतीय सेना में भर्ती हुए थे, जो अपनी शहादत देने के बाद अपनी वीरांगना पत्नी 12 वर्षीय बेटा प्रतीक व 9 वर्षीय बेटी पंछी छोड़ गए है। इस मौके पर गांव की तरफ से गांव के सरकारी स्कूल का नाम शहीद प्रीतम सिंह के नाम से किए जाने की माग की गई है।

मौसम बना बाधा: सीएम सैनी का कार्यक्रम रद्द, वन महोत्सव में नहीं पहुंच पाएंगे

हरियाणा  हरियाणा में लगातार तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। उधर, बारिश के चलते सीएम नायब सिंह सैनी का प्रोग्राम कैंसिल हो गया है।  दरअसल सीएम सैनी को सोनीपत के IMT खरखौदा एक प्रोग्राम में जाना था। यहां पर 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सीएम सैनी मुख्यातिथि के रूप में शामिल होना था। बता दें मौसम विज्ञान केंद्र ने हरियाणा के कई जिलों बारिश का अलर्ट जारी किया। दूसरी ओर हथिनीकुंड बैराज पर जलस्तर 44 हजार क्यूसेक दर्ज किया गया, जिसमें से यमुना नदी में 29479 क्यूसेक, पश्चिमी यमुना नहर में 13010 क्यूसेक और उत्तर प्रदेश को 1510 क्यूसेक पानी की सप्लाई दी गई। अब हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर घट रहा है। 

अब हरियाणा के इन सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम से होगी पढ़ाई

हरियाणा  हरियाणा से खबर आ रहा है कि अब हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू होगी। अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई उन स्कूलों में होगी जो हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से मान्यता प्राप्त हैं। जल्द ही यह तय किया जाएगा कि कितने स्कूलों में यह पढ़ाई शुरू की जाएगी। वहीं अब तक 500 सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई कराई जा रही है, लेकिन ये CBSC से मान्यता प्राप्त हैं।  बताया जा रहा है कि हरियाणा के सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम अब राज्य सरकार की ओर से वोकल फॉर लोकल के तहत जैविक खेती, बागवानी और फ्लोरीकल्चर सब्जेक्ट्स को भी शामिल किया जाएगा। पहले यह प्रदेश के हर जिले के एक स्कूल से शुरू होगी।

नशे के खिलाफ बड़ी सफलता: हरियाणा के 4200 गांव नशामुक्त, 18 हजार लोग अब भी पीड़ित

चंडीगढ़ हरियाणा सरकार ने स्वीकार किया है कि प्रदेश में ड्रग्स की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार के रिकार्ड के अनुसार इस समय प्रदेश में 18 हजार 847 युवा नशा पीड़ित हैं। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन रानियां से विधायक अर्जुन चौटाला ने कानून-व्यवस्था तथा अन्य विषयों से संबंधित सवाल पूछा। सदन में हंगामे के चलते सदन में चर्चा नहीं हो सकी लेकिन सरकार ने आज इसका जवाब दे दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी के हवाले से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक कुल 18 हजार 847 नशा पीड़ितों की पहचान की गई है। वर्तमान में 11 हजार 558 नशा पीड़ित विभिन्न केंद्रों में उपचार प्राप्त कर रहे हैं।  हरियाणा सरकार ने दावा किया है कि राज्य में 4238 गांवों तथा 913 वार्डों को नशा मुक्त घोषित किया जा चुका है। नशा तस्करी के मामलों में कार्रवाई के लिए गठित एचएसएनसीबी की सराहना करते हुए सरकार ने कहा है कि नशे के खिलाफ प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।