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दिल्लीवासियों के लिए बड़ी खबर: प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियां होंगी बंद

नई दिल्ली दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। 1 नवंबर से राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाले व्यावसायिक वाहनों (कमर्शियल व्हीकल्स) का प्रवेश पूरी तरह से बंद रहेगा। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) (सीएक्यूएम) ने शुक्रवार को यह फैसला लिया और आदेश दिया कि सभी बॉर्डर पॉइंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई गाड़ी नियम तोड़कर न घुसे। सीएक्यूएम की 25वीं बैठक में यह तय किया गया कि अब दिल्ली में सिर्फ BS-VI, CNG, LNG या इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही माल ढोने के लिए प्रवेश कर पाएंगी। हालांकि, दिल्ली में रजिस्टर्ड BS-IV श्रेणी की हल्की, मझोली और भारी गाड़ियां को थोड़ी राहत दी गई है। उन्हें 31 अक्तूबर 2026 तक अस्थायी रूप से चलने की अनुमति दी जाएगी। पराली जलाने पर अब सख्त कानूनी कार्रवाई सीएक्यूएम ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश (एनसीआर क्षेत्र) और राजस्थान के जिलों के अधिकारियों को अब सीधा अधिकार दिया गया है कि अगर कोई अधिकारी पराली जलाने पर कार्रवाई नहीं करता, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इसका मकसद है कि खेतों में पराली जलाने की घटनाओं पर तुरंत रोक लगाई जा सके। पुरानी डीजल और पेट्रोल गाड़ियों पर फिलहाल राहत सीएक्यूएम ने यह भी कहा कि 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को हटाने वाले अपने पुराने आदेश को फिलहाल स्थगित रखा जाएगा। ऐसा सुप्रीम कोर्ट के उस निर्देश के बाद किया गया है जिसमें अदालत ने इन गाड़ियों के मालिकों पर जबरदस्ती कार्रवाई रोकने के आदेश दिए हैं। सर्दियों के लिए एक्शन प्लान की समीक्षा बैठक में आयोग ने दिल्ली और एनसीआर राज्यों के विंटर एक्शन प्लान की भी समीक्षा की। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों को आदेश दिया गया है कि वे फसलों के अवशेष के प्रबंधन को और सख्ती से लागू करें और निगरानी बढ़ाएं ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सके। ग्रीन पटाखों पर भी नियंत्रण के आदेश सीएक्यूएम ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि ग्रीन पटाखों की बिक्री केवल 18 से 20 अक्तूबर तक ही एनसीआर के चुने हुए स्थानों पर हो सकेगी। वहीं, पटाखे फोड़ने की अनुमति सिर्फ दिवाली की रात और उसके पहले की शाम कुछ तय घंटों में ही होगी। CPCB और राज्य बोर्ड करेंगे निगरानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को निर्देश दिया गया है कि वे 14 से 25 अक्तूबर के बीच वायु गुणवत्ता पर नजर रखें। इसके साथ ही उन इलाकों से रेत और पानी के सैंपल भी लिए जाएंगे जहां पटाखों का अधिक उपयोग होता है। सभी एजेंसियों को कहा गया है कि वे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रदूषण नियंत्रण उपायों की लगातार समीक्षा करें। और उन्हें सख्ती से लागू करें ताकि सर्दियों में दिल्ली की हवा और जहरीली न बने।

स्कूलों में जल्द शुरू होगी AI एजुकेशन, जानें शिक्षा मंत्रालय की योजना

नई दिल्ली  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की धमक अब दुनिया भर में महसूस की जा रही है-और भारत भी इससे अछूता नहीं रहना चाहता। लंबे समय से स्कूल शिक्षा में AI को शामिल करने की मांग उठ रही थी, जिसे लेकर अब केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय देशभर के स्कूलों में कक्षा 3 से AI एजुकेशन लागू करने की रूपरेखा तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि ये बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से नजर आने लगेंगे। सभी विषयों के छात्रों के लिए होगी AI शिक्षा मंत्रालय की योजना के तहत AI एजुकेशन केवल तकनीकी या विज्ञान के छात्रों तक सीमित नहीं रहेगी। कक्षा 3 से ऊपर की सभी कक्षाओं के छात्रों को AI की मूल समझ दी जाएगी। यानी हर विषय के विद्यार्थी को इसका हिस्सा बनना होगा। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि AI एजुकेशन को अनिवार्य बनाया जाएगा या वैकल्पिक रखा जाएगा। स्कूल शिक्षा सचिव ने दी अहम जानकारी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आने वाले दो से तीन वर्षों में छात्रों और शिक्षकों को AI तकनीक से जोड़ने के लिए तेजी से कदम उठाने होंगे। उन्होंने बताया कि देशभर के एक करोड़ से अधिक शिक्षकों को AI शिक्षा से प्रशिक्षित करना बड़ी चुनौती होगी। इस दिशा में एक पायलट प्रोजेक्ट पहले से चल रहा है, जिसके तहत शिक्षकों को पाठ योजनाएं तैयार करने में AI टूल्स का इस्तेमाल सिखाया जा रहा है। लक्ष्य है- शिक्षक और शिक्षार्थी, दोनों को डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करना। फिलहाल 9वीं से 12वीं तक वैकल्पिक विषय के रूप में इस समय AI एजुकेशन केवल CBSE स्कूलों में शामिल है। देशभर के 18,000 से अधिक CBSE स्कूलों में कक्षा 6 के बाद 15 घंटे का AI स्किल मॉड्यूल उपलब्ध है। वहीं कक्षा 9 से 12 तक AI एक वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है।   खत्म हो जाएंगी नौकरियां नीति आयोग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, AI के बढ़ते उपयोग से करीब 20 लाख पारंपरिक नौकरियां समाप्त हो सकती हैं। लेकिन, अगर देश में सही AI इकोसिस्टम तैयार हो जाए, तो करीब 80 लाख नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं। यानी, आने वाला समय सिर्फ पढ़ाई ही नहीं- रोज़गार की दिशा भी बदलने वाला है।  

शराब के शौकीनों के लिए खबर: दिल्ली में आज कोई दुकान नहीं खुलेगी

नई दिल्ली दिवाली के पावन पर्व के अवसर पर आज दिल्ली में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि सोमवार को राजधानी में किसी भी शराब की दुकान को संचालित करने की अनुमति नहीं होगी। यह निर्णय त्योहार के दौरान शांति और मर्यादा बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। विभाग ने सभी शराब विक्रेताओं को निर्देश दिया है कि वे इस आदेश का सख्ती से पालन करें। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में हर साल त्योहारों के दौरान शराब की बिक्री पर रोक लगाने की परंपरा रही है, ताकि उत्सव का माहौल शांतिपूर्ण रहे। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे इस नियम का सम्मान करें।  

दिल्ली ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट में भीषण आग, राज्यसभा सांसदों के घरों में हड़कंप

नई दिल्ली  दिल्ली में बड़ा हादसा हो गया है। यहां ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट में भीषण आग लग गई है। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की 6 गाड़ियों को मौके पर भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक जिस जगह ये आग लगी है वहा सांसदों के आवास बताए जा रहे हैं। हालांकि ये आग कैसे लगी, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बिल्डिंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2020 में किया था। इसमें कई राज्यसभा सांसदों के घर होने की खबर भी सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट्स राज्यसभा सांसदों के लिए एक आवासीय परिसर है, जो नई दिल्ली में डॉ. बिशम्भर दास मार्ग पर स्थित है। आग लगने के बाद वहां रह रहे लोगों में दहशत फैल गई है। आग बिल्डिंग की ऊपरी मंजिलों में से एक में लगी है, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई। ये संसद से केवल 200 मीटर की दूरी पर बताई जा रही है। उधर तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने भी इस घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जानकारी दी और मौके पर दमकल की गाड़ियों की अनुपलब्धता पर चिंता जताते हुए दिल्ली की बीजेपी पर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, दिल्ली के बीडी मार्ग स्थित ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट में भीषण आग लग गई है। सभी निवासी राज्यसभा सांसद हैं। यह इमारत संसद भवन से 200 मीटर की दूरी पर है। 30 मिनट से कोई दमकल नहीं आई है। आग अभी भी जल रही है और बढ़ती जा रही है। बार-बार कॉल करने के बावजूद दमकल की गाड़ियां गायब हैं। दिल्ली सरकार, कुछ तो शर्म करो।  

खुशखबरी! दिवाली से पहले डाक कर्मियों के खाते में आएगा दोगुना बोनस

नई दिल्ली  त्योहारों का मौसम आते ही कर्मचारियों के चेहरे पर खुशियों की लहर दौड़ जाती है। इस बार केंद्र सरकार ने डाक विभाग के कर्मचारियों के लिए दिवाली गिफ्ट का ऐलान किया है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पोस्ट ऑफिस ने उत्पादकता आधारित बोनस (PLB) को मंजूरी दे दी है, जो राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद जारी किया गया। इसके तहत कर्मचारियों को दो महीने की सैलरी के बराबर बोनस मिलेगा। किन कर्मचारियों को मिलेगा फायदा इस बोनस का लाभ ग्रुप C, मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS), अराजपत्रित ग्रुप B, ग्रामीण डाक सेवक (GDS) और पूर्णकालिक आकस्मिक श्रमिकों को मिलेगा। इस कदम से लाखों कर्मचारियों को आर्थिक मदद मिलेगी और त्योहार की खुशियां दोगुनी हो जाएंगी। बोनस कर्मचारियों के उत्साह और उमंग को भी बढ़ाएगा। बोनस की गणना का तरीका बोनस की राशि कर्मचारियों के औसत वेतन के आधार पर तय होगी। नियमित कर्मचारियों के लिए फॉर्मूला इस प्रकार रहेगा: औसत वेतन × 60 दिन ÷ 30.4 इस गणना में बेसिक पे, महंगाई भत्ता (DA), विशेष भत्ता, ड्यूटी भत्ता और ट्रेनिंग भत्ता शामिल होंगे। बोनस की अधिकतम वेतन सीमा ₹7,000 प्रति माह तय की गई है। ग्रामीण डाक सेवकों के लिए बोनस की राशि उनके टाइम-रिलेटेड कंटीन्यूटी अलाउंस (TRCA) और महंगाई भत्ते के आधार पर तय की जाएगी।

दिल्ली में प्रदूषण अलर्ट: दिवाली से पहले हवा हुई ‘बहुत खराब’, ये लोग रहें सावधान

नई दिल्ली दिल्ली में दिवाली से पहले ही लोगों का प्रदूषण से दम घुटने लगा है। दिल्ली में शनिवार सुबह कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के पार रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 11 बजे तक आनंद विहार में सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 387 दर्ज किया गया, जोकि 'बहुत खराब' श्रेणी है। बवाना में एक्यूआई 312 दर्ज किया गया। बढ़ते वायु प्रदूषण के बारे में चिंता जताते हुए, गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "एक्यूआई में काफी वृद्धि हुई है। यह सीओपीडी, अस्थमा या तपेदिक जैसे रोगों का इतिहास रखने वाले लोगों के लिए श्वसन संबंधी समस्याओं को बढ़ाता है, जिससे खांसी, बुखार, सांस फूलना और सीने में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।" उन्होंने खराब वायु गुणवत्ता से बचाव के लिए सभी को बाहरी गतिविधियों के दौरान एन-95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह दी है। सीपीसीबी के अनुसार, सुबह 11 बजे आईजीआई हवाई अड्डा (टी3) में (206), बुराड़ी क्रॉसिंग (272), चांदनी चौक (261), आईटीओ (274), लोधी रोड पर (200) एक्यूआई दर्ज किया गया। जानें एक्यूआई रीडिंग के मानक एक्यूआई रीडिंग को अच्छा (0-50), संतोषजनक (51-100), मध्यम प्रदूषित (101-200), खराब (201-300), बहुत खराब (301-400), और गंभीर (401-500) श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।  

चलती ट्रेन में आग का कहर! लुधियाना-दिल्ली गरीब रथ में मचा हड़कंप

नई दिल्ली लुधियाना से दिल्ली जा रही गरीब रथ ट्रेन के एक डिब्बे में अचानक आग लग गई। यह घटना कोच संख्या 19 में हुई, जिसमें कई यात्री सवार थे। आग लगने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और वे अपनी जान बचाने के लिए बाहर कूद पड़े। इस घटना में कई यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुँचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया गया और ट्रेन रवाना हो गई। ट्रेन सुबह 7 बजे सरहिंद स्टेशन से गुज़री। इसी बीच, एक यात्री ने एसी कोच संख्या 19 से धुआँ निकलते देखा। उसने तुरंत शोर मचाया और चेन खींच दी। धुएँ के साथ आग की लपटें उठने लगीं तो अफरा-तफरी मच गई। उसी समय, कई यात्री उतरने लगे, जिनमें से कुछ घायल हो गए। टीटीई और ट्रेन पायलट घटनास्थल पर पहुँचे और तुरंत रेलवे कंट्रोल को सूचित किया। रेलवे टीम ने जाँच शुरू की रेलवे की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि आज सुबह 7:30 बजे पंजाब के सरहिंद स्टेशन पर ट्रेन संख्या 12204 अमृतसर-सहरसा के एक डिब्बे में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यात्रियों को दूसरे डिब्बों में स्थानांतरित कर दिया और आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। शुरुआती जाँच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। रेलवे इंजीनियरों की एक टीम फिलहाल कारण की जाँच कर रही है। इस अफरा-तफरी में उतरते समय कई यात्री घायल हो गए और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।

रामायण थीम पर सजेगा कर्तव्य पथ, लाखों दीयों के साथ लेजर-ड्रोन शो बनाएगा माहौल खास

 नई दिल्ली दिल्ली में इस बार दिवाली का जश्न भव्य तरीके से मनाया जाएगा. कर्तव्य पथ पर 18 और 19 अक्टूबर को दो लाख मिट्टी के दीये जलाकर रौशनी की अनोखी झिलमिलाहट बिखेरी जाएगी. बीजेपी सरकार रामायण थीम पर आधारित लेजर और ड्रोन शो के साथ इस दिवाली को खास बनाने जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, यह समारोह अयोध्या के दीपोत्सव की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा. बीते आठ सालों में अयोध्या का दीपोत्सव वैश्विक पहचान बना चुका है, जहां सरयू नदी के तट और प्रमुख मंदिरों पर लाखों दीये जलाकर कई विश्व रिकॉर्ड बनाए गए हैं. दोनों दिन जलाए जाएंगे दो-दो लाख दीये एक अधिकारी ने बताया, '18 अक्टूबर को कर्तव्य पथ पर दो लाख दीये जलाए जाएंगे और अगले दिन भी उतनी ही संख्या में दीये जलेंगे. इस मौके पर रामायण थीम पर आधारित लेजर और ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा.' इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उनके कैबिनेट मंत्री, विधायक और बीजेपी सांसद शामिल होंगे. 'दिल्ली की सत्ता में आने के बाद पहला बड़ा त्योहार' अधिकारी ने कहा, 'बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह पहला बड़ा त्योहार है. सच्ची दिवाली वही है, जब हर कोना रोशनी से जगमगाए. कर्तव्य पथ इस बार दीपों की रौशनी में अपनी पूरी भव्यता के साथ चमकेगा.' गौरतलब है कि बीजेपी ने इस साल फरवरी में 26 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की और दो-तिहाई बहुमत से आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया था.

यमुना को खतरा! आप नेता सौरभ भारद्वाज का सरकार पर तंज, मंत्री प्रवेश वर्मा पर सवाल

नई दिल्ली  दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. सौरभ ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता के दौरान सीएम रेखा और मंत्री प्रवेश वर्मा पर यमुना नदी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार थी तो बीजेपी के यही नेता नोटंकी करते थे. अधिकारियों से बदसलूकी करते थे और उनके कामों का विरोध करते थे. सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि यमुना नदी को साफ करने के लिए जो काम उनकी सरकार कर रही थी, वही काम आज रेखा गुप्ता की सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि आज से 5 साल पहले डी फॉमिंग का टेंडर दिया गया था. यमुना नदी से उठने वाले झागों और फोम को खत्म करने का शुरू किया गया था, लेकिन प्रवेश वर्मा ने काम करने नहीं दिया. वो बार-बार वहां पहुंच जाते थे और अधिकारियों से बदतमीजी करते थे. क्योंकि इनकी पुलिस है तो कोई भी बदतमीजी कर सकता है. दिल्ली में झूठे लोगों की सरकार सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब से पहले यमुना में उनकी सरकार द्वारा केमिकल डालकर उसे साफ किया जा रहा था. उस समय बीजेपी नेता इसका विरोध करते थे. आज पुराने ही केमिकल को टेंडर जारी कर यमुना को साफ किया जा रहा है. अगर ऐसा था तो पहले इसका विरोध क्यों करते थे. असल में ये राजीनितक रोटियां सेंक रहे हैं. पहले ये बोलते थे कि ये यमुना नदी में केमिकल है छठ में इसमें नहीं नहाएं, अब उसी में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जा कर राजनीति कर रही हैं.   भाजपा और प्रवेश वर्मा पर की थी राजनीति बुराड़ी विधानसभा से आप विधायक संजीव झा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है. इस वीडियो में संजीव झा यमुना नदी पर दिखाई दे रहे हैं. संजीव झा एक केमिकल केन पर इशारा करके बताते हैं कि अब छठ को देखते हुए यमुना नदी को साफ करने के लिए केमिकल डाला जा रहा है. करीब 5 साल पहले इसी केमिकल को डालने को लेकर प्रवेश वर्मा और भाजपा के सभी नेता आप सरकार को घेरते थे. कहते थे कि आप सरकार यमुना नदी में जहर डलवा रही है. आज बीजेपी उसी केमिकल को यमुना में डलवा रही है.   दिल्ली के लोगों से माफी मांगे प्रवेश वर्मा संजीव झा ने आगे कहा कि ऐसे में प्रवेश को यह बताना पड़ेगा वो ये केमिकल क्या डलवा रहे हैं. अगर उन्होंने आप सरकार के दौरान झूठ बोला था तो उन्हें दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए. प्रवेश वर्मा की पुरानी वीडियो भी उनके पास है. संजीव ने कहा कि उन्हें भाजपा सरकार और प्रवेश वर्मा के जवाब का इंतजार रहेगा. आप विधायक ने पुरानी प्रवेश वर्मा और भाजपा प्रवक्ता की पुरानी पुरानी वीडियो को भी एक्स पर पोस्ट कर भाजपा सरकार पर सवाल दागा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यमुना को लेकर बेहद घटिया राजनीति की थी. दूसरी पार्टी की सरकारों को काम करने से रोकती है भाजपा आप प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस-जिस राज्य में दूसरी पार्टी की सरकार है. भाजपा उन्हें करने से रोक रही है. बंगाल में टीएमसी सरकार को काम करने से रोकते हैं. दिल्ली अरविंद केजरीवाल को काम करने रोकते थे. पंजाब में आप की भगवंत मान को काम करने रोक रहे हैं. अगर केंद्र सरकार राज्य सरकारों को काम करने से रोकेगी तो देश पीछे चला जाएगा. असल में इनकी यही राजनीति है.  

पटाखों की धमाल, लेकिन हवा रहेगी फ्रेश! दिल्ली में लागू हुई सुपर-कूल तकनीक

नई दिल्ली  दिल्ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण बढ़ने लगा है. बीते दिन दिल्ली के 5 अलग-अलग सेंटरों आनंद विहार, नॉर्थ कैंपस, मथुरा रोड, द्वारका, वजीरपुर में एक्यूआई 300 के पार दर्ज किया गया. इसी बीच दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराए जाने की तैयारियां चल रही हैं. तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण पर दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली में क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. दिल्ली सरकार के मंत्री ने कहा कुछ चुनिंदा इलाकों में दिवाली के एक दिन बाद प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कृत्रिम बारिश कराए जाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका एक सैंपल लिया जाएगा. हालाकिं इसके लिए मौसम विभाग से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. उन्होंने कहा कि हम जल्द बादलों के छाने का इंतजार कर रहे हैं. एक प्लेन भेजकर कृत्रिम बारिश के लिए काम शुरू कर सकते हैं. दिल्ली सरकार ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं. इतना ही नहीं 2 पायलट इसके लिए 4 दिन तक ट्रेनिंग ले चुके हैं. 3 घंटे में इसका असर नजर आ जाएगा. इधर, दिल्ली से लगे नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘खराब’ हो गई थी. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 14 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में GRAP-1 लागू किया था. नोएडा प्राधिकरण ने वायु प्रदूषण के प्रभावों को कम करने के लिए GRAP-1 उपायों के तहत सड़कों पर पानी का छिड़काव करा रहा है. दिल्ली में प्रदूषण का लेवल दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार में दर्ज किया गया. यहां एक्यू्आई 345 दर्ज किया गया. वहीं डीयू नॉर्थ कैंपस में 307, सीआरआरआई मथुरा रोड में 307, द्वारका सेक्टर-8 में 314 गया. जबकि वजीरपुर में प्रदूषण का स्तर 325 बेहद खराब कैटेगरी में दर्ज किया गया. दिल्ली के 20 सेंटरों पर AQI खराब कैटेगरी में दर्ज किया, जबकि 13 सेंटरों पर यह मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया. प्रदूषण की वजह पराली जलाना दरअसल, उत्तर और मध्य भारत में दिवाली के बाद किसान पराली जलाना शुरू कर देते है. इसी वजह से प्रदूषण बढ़ने की रफ्तार भी तेज हो जाती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के सबसे नजदीक हरियाणा और पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जलाई जाती है. 2015 में एनजीटी ने पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाए जाने से किसानों को पराली का सफाया करने में परेशानी होने लगी. केंद्र सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) अधिनियम 2021 के तहत पराली जलाने पर नियम लागू किए. इसके मुताबिक 2 एकड़ से कम जमीन पर पराली जलाने पर 5,000 रुपए के जुर्माना लगाने की बात कही गई. 2 से 5 एकड़ जमीन पर 10,000 रुपए और 5 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पराली जलाने पर 30,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाता है. AQI 400 के पार पहुंचने पर लगाया जाता है GRAP वायु प्रदूषण की जांच के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटा गया है. इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कहते हैं. इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है. दरअसल, 201 से 300 तक एक्यूआई होने पर धूल पर नियंत्रण और खुले में कचरा जलाने पर रोक लगाई जाती है. 301 से 400 तक डीजल जनरेटर चालाने पर रोक लगाई जाती है और पानी का छिड़काव शुरू कर दिया जाता है. 401 से 450 एक्यूआई होने पर गैरजरूरी निर्माण और ईंट भट्टों पर पाबंदियां लगा दी जाती हैं. वहीं एक्यूआई 450 से अधिक होने पर भारी वाहन पर रोक, निर्माण पर रोक और स्कूलों को बंद कर दिया जाता है. दिल्ली सरकार ने कृत्रिम बारिश की तैयारियां कर ली है. दरअसल, कृत्रिम बारिश के लिए पहले से तैयारियां की जाती हैं. हेलीकॉप्टर, विमान या ड्रोन से बादलों के पास सिल्वर आयोडाइड छोड़ा जाता है. जिससे भाप इसके संपर्क में आते ही ठंडी होकर बारिश की बूदों में बदल जाती है. इस प्रक्रिया को संघनन कहा जाता है. जानकारी के अनुसार 50 से अधिक देश बारिश के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं.