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बिलासपुर में भव्य छठघाट की तैयारी, 50 हजार श्रद्धालुओं की उम्मीद, 25 ट्रक मलबा हटाया गया

 बिलासपुर   छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में दिवाली के बाद अब आस्था के महापर्व छठ पूजा की धूम मचने वाली है. देश के सबसे बड़े स्थाई छठ घाट के तौर पर मशहूर तोरवा छठ घाट पर तैयारियां ज़ोरों पर हैं. यह घाट करीब 7.5 एकड़ में फैला हुआ है. आयोजन समिति ने बताया है कि इस घाट पर 1 किलोमीटर के एरिया में पूजा और अर्घ्य देने के लिए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं, जहां एक ही समय में 50,000 से ज़्यादा भक्त सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं. बिहार और उत्तर प्रदेश जहां से छठ पूजा की शुरुआत हुई वहां भी इतना बड़ा और स्थाई घाट नहीं है. दिवाली के बाद छठ पूजा की तैयारी, 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा माता की प्रतिमा विसर्जन के बाद अब छठ पूजा की धूम मचने वाली है। आयोजन समिति ने इस महापर्व की तैयारी शुरू कर दी है। यहां देश के सबसे बड़े छठ घाट में एक साथ 50,000 से अधिक लोग सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। इस बार यह पर्व 25 नवंबर से 28 नवंबर तक मनाया जाएगा। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश का महापर्व अब छत्तीसगढ़ में भी छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश का पर्व है, लेकिन पिछले एक दशक में छत्तीसगढ़ में भी इसका उत्साह बढ़ा है। शहर में बसे पूर्वांचल के लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी इस पर्व को मनाने लगे हैं। बिलासपुर का घाट 7 एकड़ में फैला है, जो कि देश में सबसे बड़ा घाट माना जाता है। यहाँ एक किलोमीटर के क्षेत्र में पूजा और अर्घ्य के लिए बेदी बनाई जा रही है। घाट की सफाई में जुटी समिति, मलबा हटाने का काम जारी दुर्गा विसर्जन के दौरान घाट पर इकट्ठे हुए मलबे को हटाने का काम तेजी से जारी है। अब तक 25 ट्रक मलबा निकाल लिया गया है। घाट से निकलने वाले मलबे में लकड़ी के टुकड़े, बांस की बल्लियां, मिट्टी के टूटे हुए बर्तन, रंग-बिरंगे कागज और प्लास्टिक की थैलियां शामिल हैं। इससे न केवल घाट की सफाई प्रभावित हुई है, बल्कि नदी का जल भी प्रदूषित हो रहा है। महापर्व की शुरुआत नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत 25 अक्टूबर से नहाय खाय के साथ होगी। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा समेत अन्य पदाधिकारी अरपा नदी के तट पर बने छठ घाट की सफाई और रंग-रोगन के काम में जुटे हुए हैं। समिति ने महापर्व के सफल आयोजन के लिए सभी को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। छठ घाट का महत्व और श्रद्धालुओं की भागीदारी पर्व मनाने के लिए घाटों, नदियों या तालाबों का विशेष महत्व होता है। यहां डूबते और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए श्रद्धालु छठी मैया की पूजा-अर्चना करते हैं। बिलासपुर के छठ घाट का आकार इसे विशेष बनाता है, जो कि बिहार के कई घाटों से भी बड़ा है। साफ-सफाई का काम और घाट का दृश्य घाट में सफाई का काम तेजी से चल रहा है। सफाई मशीनों के साथ कर्मचारी भी इस काम में जुटे हुए हैं। आयोजन समिति ने नगर निगम के साथ मिलकर घाट से मलबा निकालने का कार्य किया है, ताकि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। छठ पूजा कार्यालय की स्थापना दुर्गा पूजा के बाद अब बिलासपुर में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर है। यहां तोरवा स्थित छठ घाट में छठ पूजा कार्यालय की स्थापना की गई है, जहां समिति के पदाधिकारी और सदस्य घाट पर व्यवस्था बनाने के लिए जुटे हुए हैं। इस कार्यालय के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं का संचालन किया जाएगा। पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की पूरी संभावना है। पिछले साल की तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि इस पर्व के दौरान अरपा नदी के तट पर भीड़ काफी बढ़ जाती है। लोग उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत को पूरा करते हैं। समापन छठ पूजा की तैयारी तेज हो चुकी है और सभी व्यवस्थाएं अंतिम चरण में हैं। बिलासपुर का छठ घाट इस बार और भी सुंदर और व्यवस्थित नजर आएगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव प्राप्त होगा। सभी भक्तों को इस महापर्व की शुभकामनाएं। नहाय खाय के साथ 25 अक्टूबर से पर्व की शुरुआत शहर में छठ पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा समेत पदाधिकारी अरपा नदी के तट पर बने छठघाट की साफ-सफाई और रंग-रोगन के काम में जुट गए हैं। समिति के पदाधिकारियों ने महापर्व के सफल आयोजन के लिए तैयारियों का निरीक्षण कर सभी को जिम्मेदारियां सौंपी है। 7 एकड़ में बना छठघाट, 50 हजार श्रद्धालु होंगे शामिल पर्व मनाने घाटों, नदी या तालाब के घाटों का विशेष महत्व है। यहां डूबते और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा के लिए बिहार में सैकड़ों घाट हैं। बिलासपुर जैसा स्थायी और बड़ा घाट तो पर्व के उद्गम स्थल बिहार में भी नहीं है। छठ मुख्य रूप से बिहार प्रांत का पर्व है। बिलासपुर के तोरवा स्थित छठ घाट साढ़े 7 एकड़ में फैला हुआ है। यहां एक किलोमीटर एरिया में पूजा और अर्घ्य के लिए बेदी बनाई जाती है। जिसमें 50 हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ सूर्य देव को अर्घ्य दे सकते हैं। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद 25 ट्रक निकला मलबा शहर सहित आसपास के क्षेत्रों की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन के लिए छठघाट में व्यवस्था की गई थी। नदी को गंदा होने से बचाने के लिए यहां कोई अलग से इंतजाम नहीं किया गया था। लोगों ने मनमाने तरीके से नदी में घाट के पास ही प्रतिमा विसर्जन कर दिया, जिससे वहां गंदगी का अंबार लग गया है। जगह-जगह फैली गंदगी से नदी का जल भी प्रदूषित हो रहा है। प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद स्थिति और बदहाल हो गई है। कहीं लकड़ी के टुकड़े, बांस की बल्लियां, मिट्टी के टूटे हुए बर्तन, पानी में भीगे रंग-बिरंगी कागज, प्लास्टिक की थैलियां, मां की प्रतिमाओं पर चढ़ाई गई लाल और हरे रंग की चुनरी पड़ी हुई हैं। आयोजन समिति ने नगर निगम की मदद से घाट से 25 ट्रक मलबा निकलवाया है। अरपा नदी के … Read more

रायपुर स्टेशन पर यात्रियों के लिए नई सुविधाएं: बड़ा होल्डिंग एरिया, सस्ता खाना और हेल्थ पैकेज

रायपुर  दीपावली के बाद, बड़ी संख्या में यात्री अपने घरों और कार्य स्थलों की ओर लौटने के लिए तैयार हैं। साथ ही, छठ पूजा के अवसर पर भी यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है। इस स्थिति में, रायपुर रेलवे स्टेशन पर भीड़ को संभालने के लिए आवश्यक तैयारी की गई है। मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) दयानंद ने 21 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया और बताया कि स्टेशन पर यात्री प्रबंधन के लिए विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए, स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं, ताकि सभी यात्रियों को कंफर्म टिकट मिल सके। इसके साथ ही, स्टेशन पर खाद्य पदार्थों की कीमतें भी कम रखने की कोशिश की गई है, जिससे सभी यात्रियों को उचित दर पर भोजन मिल सके। स्टाफ की संख्या बढ़ाकर 90 से अधिक ऑफिस स्टाफ को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। 21 अक्टूबर को खुद मंडल रेल प्रबंधक (DRM) दयानंद रायपुर स्टेशन भी पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया है। उन्होंने बताया क्राउड मैनेजमेंट के स्टेशन पर स्पेशल होल्डिंग एरिया बनाया गया। सबको कंफर्म टिकट मिले लिए इसके लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। इसके अलावा स्टेशन पर कम दाम में खाने-पीने की चीज उपलब्ध कराने की कोशिश की गई है। 90 से अधिक ऑफिस स्टाफ की शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगाई गई है। लोगों के लिए न्यूनतम दरों पर जनता खाना ₹15 में, इकोनॉमी मील ₹20 में, और रेल नीर ₹14 में उपलब्ध है। रायपुर में 6000 स्क्वायर मीटर का होल्डिंग एरिया रेलवे स्टेशनों पर अक्टूबर में अब तक एवरेज फुट-फॉल 60 हजार के करीब रहा है। दुर्ग में इसका आधा है। छठ पर ये संख्या बढ़ेगी। ऐसे में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्लेटफॉर्म पर अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। रायपुर स्टेशन पर लगभग 6000 स्क्वायर मीटर (30 x 200 फीट) का विशाल होल्डिंग एरिया बनाया गया है। 1000 से अधिक लोग रुक सकेंगे, 15 रूपए में खाना इस होल्डिंग एरिया में 1000 से अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता है। 600 चेयर की व्यवस्था की गई है। यहां यात्रियों की सुविधा के लिए सीसीटीवी कैमरा, एयर कूलर और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था है। खान-पान के लिए न्यूनतम दरों पर जनता खाना ₹15 में, इकोनॉमी मील ₹20 में, और रेल नीर ₹14 में उपलब्ध है। दुर्ग और दूसरे स्टेशनों पर भी बनाए गए होल्डिंग एरिया ​इसी तरह, दुर्ग स्टेशन पर 1000 स्क्वायर मीटर एरिया का होल्डिंग एरिया (लगभग 1000 यात्री क्षमता और 200 चेयर), भाटापारा रेलवे स्टेशन पर 400 स्क्वायर मीटर एरिया का होल्डिंग एरिया (50 चेयर), और भिलाई पावर हाउस स्टेशन पर 250 स्क्वायर मीटर एरिया का होल्डिंग एरिया (100 चेयर) की व्यवस्था की गई है। इन सभी होल्डिंग एरिया में पानी की सुविधा, टिकट लेने की सुविधा, व्हील चेयर, स्ट्रेचर और सीसीटीवी कैमरा उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि प्लेटफार्म पर किसी भी तरह की भगदड़ न हो।

बलिदान को मिला सम्मान: शहीद एएसपी की पत्नी की डीएसपी पद पर नियुक्ति

रायपुर  छत्तीसगढ़ सरकार ने बलिदानी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरिपूंजे की पत्नी स्नेहा गिरिपूंजे को अनुकंपा के आधार पर उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर नियुक्त किया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल द्वारा पहले ही लिया जा चुका था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपूंजे नौ जून को सुकमा जिले में माओवादियों द्वारा किये गये आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की चपेट में आने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री साय ने उनकी मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया था। हाल ही में स्नेहा का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे किसी अन्य विभाग का विकल्प चुन सकती थी, लेकिन उन्होंने पुलिस को सेवा को ही चुना। यह वह विभाग है, जिसे वह सबसे अच्छी तरह समझती हैं। उनका कहना है कि उनके पति ने उन्हें कभी कमजोर नहीं समझा। वह सभी चुनौतियों को स्वीकार कर सकती हैं। उनका कहना है कि वर्दी हमेशा साहेब यानी उनके बलिदानी पति को उनके करीब रखेगी।

चैतन्य बघेल ने जेल में मनाई दिवाली, बेटे से न मिल पाने पर भावुक हुए भूपेश बघेल

रायपुर  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दीपावली के अवसर पर अपने बेटे चैतन्य बघेल से मिलने की अनुमति न मिलने पर भावुक हो गए। चैतन्य बघेल शराब घोटाले के आरोप में जेल में बंद हैं और उन्हें जमानत याचिका खारिज होने के बाद भी मिलने की इजाजत नहीं मिली। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक द्वेष और अमानवीय कृत्य बताते हुए भाजपा सरकार को घेरा है। शराब घोटाले में जेल में बंद बेटा दीपावली के शुभ अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बेटे चैतन्य बघेल से मुलाकात की अनुमति न मिलने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। चैतन्य बघेल शराब घोटाले के मामले में जेल में बंद हैं और इस दीपावली पर वे अपने पिता से मिल नहीं सके। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भूपेश बघेल ने एक भावुक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की। मोदी और शाह की कृपा से… उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, 'दो दशक पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बाबूजी को जेल भेजा था। लेकिन दीपावली के दिन उनसे मिलने की छूट मिल गई थी। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कृपा से बेटा जेल में है। आज दीपावली है पर मुझे उससे मिलने की अनुमति नहीं है। बहरहाल, सबको दीपावली की शुभकामनाएं।' बीजेपी पर तीखा हमला इस ट्वीट के बाद कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेताओं ने इसे एक पिता की वेदना करार दिया और आरोप लगाया कि चैतन्य बघेल को फर्जी मामलों में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते दीपावली जैसे पवित्र दिन पर भी उन्हें अपने बेटे से मिलने नहीं दिया गया, जिसे उन्होंने अमानवीय कृत्य बताया। ऐसी भावना अस्वीकार कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'आज हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार के दिन भूपेश बघेल को अपने परिवार से मिलने से रोका गया। छत्तीसगढ़ की जनता इस तरह की भावना को स्वीकार नहीं करती है। भारतीय जनता पार्टी ने बदले की इंतहा को पार कर दिया है।' पिता की वेदना बता कर हमला कांग्रेस ने इस पूरे मामले को 'एक पिता की वेदना' बताते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उनका कहना है कि चैतन्य बघेल को 'फर्जी मुकदमों' के तहत गिरफ्तार किया गया है और दीपावली के दिन मिलने से रोकना जनता की भावनाओं के विपरीत है। क्या है पूरा मामला यह उल्लेखनीय है कि चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 18 जुलाई 2025 को गिरफ्तार किया था। ईडी का दावा है कि छत्तीसगढ़ में लगभग 2,500 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में उनका नाम शामिल है और वे इसमें लगभग 1,000 करोड़ रुपये के अवैध प्रबंधन में संलिप्त थे। उनके खिलाफ दाखिल की गई जमानत याचिका को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने हाल ही में खारिज कर दिया था। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रही है और इसे भाजपा सरकार की बदले की कार्रवाई के रूप में पेश कर रही है। वहीं, भाजपा की ओर से इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है।  

26 अक्टूबर से रायपुर-दिल्ली के लिए इंडिगो की नई उड़ान, यात्रियों को मिलेगा सस्ता सफर

रायपुर   26 अक्टूबर से शुरू हो रहे टर्मिनल-2 पर एअर इंडिया के बाद अब इंडिगो ने भी अपनी उड़ानों को शुरू करने की घोषणा की है। यहां से इंडिगो अपनी घरेलू उड़ानों को शुरू करने जा रही है। जानकारी के अनुसार, इंडिगो की जिन उड़ानों का नंबर 6ई-2000 से 6ई-2999 के बीच होगा, वे टर्मिनल 2 से संचालित होंगी। शेष उड़ानें या तो टर्मिनल 1 या टर्मिनल 3 से संचालित होंगी यानी इंडिगो अपनी उड़ानें 26 अक्टूबर से तीनों टर्मिनल से संचालित करने जा रही है। इंडिगो के अनुसार, आईजीआई एयरपोर्ट पर नई व्यवस्था 26 अक्टूबर से लागू हो जाएगी। नई व्यवस्था के अनुसार उड़ान संख्या 6ई-5000 से 6ई-5999 तक की सभी उड़ानें और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें टर्मिनल 3 से संचालित होंगी। शेष (6ई-2000 से 6ई-2999 के बीच व 6ई-5000 से 6ई-5999 तक को छोड़कर ) उन्हें टर्मिनल 1 से संचालित किया जाएगा। यह रहेगा प्रस्तावित शेड्यूल इंडिगो की नई फ्लाइट दोपहर के समय संचालित की जाएगी। प्रस्तावित शेड्यूल के अनुसार, फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12:10 बजे उड़ान भरेगी और रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर 2:05 बजे पहुंचेगी। वहीं फ्लाइट रायपुर से दोपहर 2:35 बजे रवाना होकर शाम 4:45 बजे दिल्ली पहुंचेगी। 24 उड़ानें रोजाना संचालित हो रही स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर एयरपोर्ट से 24 उड़ानें रोजाना संचालित हो रही हैं। 26 अक्टूबर से इंडिगो की उड़ान शुरू होने के बाद संख्या बढ़ जाएगी। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी और मजबूत होगी। दिल्ली-रायपुर-दिल्ली सेक्टर में बढ़ेगे फ्लाइट के विकल्प 26 अक्टूबर से दिल्ली-रायपुर-दिल्ली सेक्टर में फ्लाइट के कई विकल्प यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इंडिगो की उड़ान संख्या 6E-2120 दिल्ली से सुबह 10:15 बजे उड़ान भरेगी और 12:15 बजे रायपुर पहुंचेगी। वापसी में उड़ान 6E-6640 दोपहर 12:45 बजे रायपुर से रवाना होकर 2:45 बजे दिल्ली पहुंचेगी। इंडिगो ने जोड़ी नई दिल्ली–रायपुर उड़ान: कुल संख्या हुई 5 वर्तमान में इंडिगो की 4 उड़ानें संचालित होती हैं, जबकि नई उड़ान के साथ यह संख्या 5 हो जाएगी। फ्लाइट का नया विकल्प मिलने से दिल्ली और रायपुर के बीच यात्रा समय में लचीलापन मिलेगा और यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में भी राहत मिलेगी।  

राज्योत्सव 2025: एयर शो से लेकर डिजिटल संग्रहालय तक, PM मोदी देंगे बच्चों से मुलाकात और आवास की सौगात

रायपुर  छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर को 25वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा. वहीं इस बार राज्योत्सव को 3 दिन से बढ़ाकर 5 दिन तक मनाया जाएगा. 1 से 5 नवंबर तक नवा रायपुर में भव्य आयोजन होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, जबकि उपराष्ट्रपति समापन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. 1 से 5 नवंबर तक नवा रायपुर में भव्य आयोजन होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे, जबकि उपराष्ट्रपति समापन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। पीएम 31 अक्टूबर की शाम को रायपुर पहुंचेंगे। इसके साथ प्रदेश में पहली बार भारतीय वायुसेना की टीम एयर शो करेगी। देश के पहले आदिवासी डिजिटल संग्रहालय का होगा उद्घाटन भी किया जाएगा। राज्योत्सव में वायुसेना की सूर्यकिरण टीम करेगी एयरशो वहीं राज्योत्सव के मौके पर पहली बार छत्तीसगढ़ में पहली बार भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम शानदार एयर शो पेश करेगी. यह प्रदर्शन 5 नवंबर की सुबह सेन्ध तालाब के ऊपर होगा. करीब 40 मिनट तक चलने वाले इस शो में 9 फाइटर जेट्स और एयरक्राफ्ट आसमान में एक साथ फॉर्मेशन फ्लाइंग और एयरोबेटिक स्टंट्स का रोमांचक प्रदर्शन करेंगे, जो राज्योत्सव के 25वें वर्ष को खास बना देगा। आवास योजना के तहत गृह प्रवेश कराया जाएगा गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि यह आयोजन सिर्फ सांस्कृतिक नहीं होगा, बल्कि इस दौरान लाखों परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह प्रवेश भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा, “राज्योत्सव छत्तीसगढ़ की आत्मा को महसूस करने और उसे नई ऊंचाई देने का अवसर बनेगा।” पहली बार राज्योत्सव में एयर-शो छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर राजधानी रायपुर में पहली बार भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम शानदार एयर शो पेश करेगी। यह प्रदर्शन 5 नवंबर की सुबह सेन्ध तालाब के ऊपर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है। करीब 40 मिनट तक चलने वाले इस शो में 9 फाइटर जेट्स और एयरक्राफ्ट आसमान में एक साथ फॉर्मेशन फ्लाइंग और एयरोबेटिक स्टंट्स का रोमांचक प्रदर्शन करेंगे, जो राज्योत्सव के 25वें वर्ष को खास बना देगा। ’25 सालों की विकास यात्रा’ थीम पर लगेगी प्रदर्शनी राज्योत्सव में ’25 सालों की विकास यात्रा’ थीम पर आधारित प्रदर्शनी लगायी जाएंगी. इसमें विभिन्न विभागों के विकास योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यकमों में स्थानीय कलाकार भी प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. देश का पहला आदिवासी डिजिटल संग्रहालय होगा शुरू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर में बने शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर तैयार यह देश का पहला डिजिटल संग्रहालय होगा. इसके अलावा वे सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे. राज्य सरकार ने इन कार्यक्रमों को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. सुरक्षा व्यवस्था से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, हर पहलू को भव्य और जनभागीदारी से भरपूर बनाने की कोशिश हो रही है. देश के पहले आदिवासी डिजिटल संग्रहालय का होगा उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर में बने शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर तैयार यह देश का पहला डिजिटल संग्रहालय होगा। इसमें छत्तीसगढ़ के 16 आदिवासी विद्रोहों की झलक देखने-सुनने को मिलेगी। संग्रहालय में वीर नारायण सिंह, सोनाखान विद्रोह, भूमकाल आंदोलन जैसे प्रसंगों की डिजिटल प्रस्तुति की गई है। सरगुजा कलाकारों की नक्काशी, 1400 वर्ष पुराने साल वृक्ष की प्रतिकृति और 14 थीम आधारित गैलरियां इसकी खासियत होंगी। यह संग्रहालय आदिवासी शौर्य, बलिदान और गौरवगाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रतीक बनेगा। नए विधानसभा भवन का शुभारंभ करेंगे मोदी नवा रायपुर में निर्मित छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया भवन अब पूरी तरह तैयार है। 1 नवंबर को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। यह भवन आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त है, जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाई देगी। सदन की सीलिंग में धान की बालियों की सुंदर नक्काशी की गई है। भवन को 3 सेक्टरों में विभाजित किया गया है और सभी सिविल कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शांति शिखर का शुभारंभ, बच्चों से मिलेंगे पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवा रायपुर में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग सेंटर “एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड- शांति शिखर” का शुभारंभ करेंगे। यह केंद्र विश्व शांति, आध्यात्मिकता और मानव मूल्यों के प्रसार के लिए समर्पित रहेगा। इसी दिन प्रधानमंत्री सत्य साई हॉस्पिटल में हृदय संबंधी ऑपरेशन करवा चुके बच्चों से भी मुलाकात करेंगे।वे उनके स्वास्थ्य और उपचार की जानकारी लेकर चिकित्सा टीम से भी बातचीत करेंगे। रजत जयंती वर्ष की शुरुआत, पूरे साल चलेगा उत्सव छत्तीसगढ़ को बने 24 साल पूरे हो चुके हैं और अब राज्य अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। सरकार ने इसे “रजत जयंती वर्ष” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, खानपान, लोकनृत्य और खेलों को समर्पित विभिन्न कार्यक्रम होंगे। हर महीने अलग थीम पर आयोजन किए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य है कि गांव से लेकर शहर तक, और पंचायत से लेकर राजधानी तक, हर स्तर पर लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ा जाए। राज्योत्सव में प्रदेश के सभी जिलों से कलाकार, लोक-नर्तक, और हस्तशिल्पी शामिल होंगे। पिछली यात्रा में कई योजनाओं की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले अप्रैल 2024 में छत्तीसगढ़ आए थे। उस दौरान उन्होंने सक्ति, धमतरी और अंबिकापुर में जनसभाएं की थीं। बाद में मार्च 2025 में बिलासपुर दौरे पर कई विकास योजनाओं की शुरुआत की थी। इस बार उनके राज्योत्सव में शामिल होने से बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है। जीत के बाद बीजेपी सरकार का पहला राज्योत्सव 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की थी। कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई थी, जबकि एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली थी। भाजपा सरकार बनने के बाद यह पहला राज्योत्सव है। इसलिए पार्टी और सरकार दोनों इसे “नए छत्तीसगढ़ की शुरुआत” के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करने जा रही हैं। भव्य सजावट, लोक संस्कृति के प्रदर्शन, और विकास योजनाओं की घोषणाओं के साथ यह राज्योत्सव न केवल उत्सव का प्रतीक होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मगौरव यात्रा के 25 सालों का भी उत्सव होगा। तीन डोम … Read more

महासमुंद: विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण के लिए शिविर लगाने के निर्देश जारी

महासमुंद  कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए जिलेभर में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिविरों में विद्यार्थियों के अपार आईडी निर्माण के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे ने बताया कि अपार आईडी निर्माण हेतु सभी दस्तावेजों की ’मूल प्रति साथ लाना अनिवार्य है। व्हाट्सएप अथवा फोटोकॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी। आवश्यक दस्तावेजों में पैन कार्ड, प्रान कार्ड (शासकीय कर्मचारी हेतु), फोटोयुक्त 10वीं/12वीं मार्कशीट, पासपोर्ट, वोटर आईडी/ई-वोटर कार्ड, मेरिज सर्टिफिकेट, फोटोयुक्त विकलांग प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र (18 वर्ष से कम आयु वर्ग हेतु), स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों की वैधता, फोटो की स्पष्टता एवं जन्मतिथि का मिलान आधार कार्ड से अनिवार्य होगा। शिविरों में विद्यार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कर सटीक अपार आईडी जारी की जाएगी ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि या असंगति न रहे।

महासमुंद के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए करेंगे प्रस्थान

महासमुंद : जिले के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए होंगे रवाना महासमुंद के 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा के लिए करेंगे प्रस्थान 26 नवंबर को महासमुंद जिले के 323 हितग्राहियों की तीर्थ यात्रा शुरू महासमुंद में 323 हितग्राही 26 नवंबर को तीर्थ यात्रा पर होंगे रवाना प्रयाग, काशी विश्वनाथ एवं हनुमान मंदिर यात्रा 27 से 31 अक्टूबर तक महासमुंद  मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत महासमुंद जिले के हितग्राहियों के लिए तीर्थ स्थान प्रयाग, काशी विश्वनाथ एवं हनुमान मंदिर यात्रा तिथि 27 से 31 अक्टूबर 2025 तक निर्धारित की गई है। योजना अंतर्गत 26 नवम्बर को 323 हितग्राही यात्रा के लिए जिला मुख्यालय स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी टाउन हॉल से रवाना होंगे। कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायत सीईओ एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हितग्राहियों को दोपहर 12ः00 बजे तक उपस्थित कराना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के 242 हितग्राही जिसमें जनपद पंचायत महासमुंद अंतर्गत 53, बागबाहरा के 46, पिथौरा के 53, बसना के 44 एवं सरायपाली के 46 हितग्राही तथा एवं शहरी क्षेत्र के 81 हितग्राही जिसमें नगर पालिका महासमुंद अंतर्गत 36, बागबाहरा के 13, सरायपाली के 14, नगर पंचायत पिथौरा के 6, बसना के 7 एवं नगर पंचायत तुमगांव के 5 हितग्राही शामिल है।

बालोद में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह भव्य और गरिमामय रूप से आयोजित: कलेक्टर मिश्रा

बालोद : जिले में भव्य एवं गरिमामय ढंग से आयोजित हो जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह: कलेक्टर श्रीमती मिश्रा बालोद में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह भव्य और गरिमामय रूप से आयोजित: कलेक्टर मिश्रा कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने बालोद में भव्य जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का किया उद्घाटन कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश बालोद कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के अवसर पर पूरे राज्य में 02 से 04 नवंबर तक आयोजित होने वाली राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत बालोद जिले में जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन भव्य एवं गरिमामय ढंग से सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिला मुख्यालय बालोद के स्व. सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में आयोजित होने वाली जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के आयोजन के तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुनील चंद्रवंशी, अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, श्री अजय किशोर लकरा एवं श्री नूतन कंवर सहित राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत विभिन्न विभागों को सौंपे गए दायित्वों के संबंध में भी जानकारी दी। श्रीमती मिश्रा ने राज्योत्सव स्थल में विभिन्न विभागों को प्रदर्शनी लगाकर अपने-अपने विभागों के उपलब्धियों एवं विकास कार्यों प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने समारोह में सभ्य, शालिन एवं गरिमामय ढंग से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने राज्योत्सव समारोह के अंतर्गत आमंत्रण पत्रों की छपाई एवं वितरण, निर्बाध विद्युत व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्यों को सुचारू रूप संपादित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने राज्य में 17 नवंबर से शुरू हो रहे समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 15 एवं 16 नवंबर को अवकाश होेने के कारण इस वर्ष 17 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। श्रीमती मिश्रा ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के कार्य को राज्य शासन का विशेष प्राथमिकता वाले कार्य बताते हुए इस कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न कराने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने जिले में सड़क दुर्घटना के रोकथाम सुनिश्चित करने हेतु की जा रही उपायों की भी समीक्षा की। उन्होंने इस कार्य को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिले में सड़क दुर्घटना के रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। इसके अंतर्गत उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। बैठक में श्रीमती मिश्रा ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी विभाग प्रमुखों को निर्धारित समयावधि में लंबित प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में उन्होेंने आगामी नवंबर माह में जिला मुख्यालय बालोद में आयोजित होेने वाली राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता एवं सांसद खेल महोत्सव के सफल आयोजन के तैयारियों की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को इन दोनों महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने बालोद जिले को आदि कर्मयोगी अभियान में स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड दिया

बालोद : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत उल्लेखनीय कार्यों के लिए बालोद जिले को प्रदान किया स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने बालोद जिले को आदि कर्मयोगी अभियान में स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड दिया आदि कर्मयोगी अभियान में बालोद जिले को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने प्रदान किया स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड इस महत्वपूर्ण उलपब्धि के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री कंवर का जिला प्रशासन द्वारा किया गया सम्मान बालोद राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उल्लेखनीय कार्यों के लिए बालोद जिले को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म ने शुक्रवार आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत 17 अक्टूबर को विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में बालोद जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उल्लेखनीय कार्यों के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक आयोजित आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले के चयनित 186 जनजातीय बहुल ग्रामों में निवासरत जनजातीय परिवार के लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर एवं इन ग्रामों में विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के माध्यम से शासकीय योजनाओं को प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के अलावा जमीनी स्तर पर नेतृत्व को सशक्त बनाने तथा जनजातीय लोगों को मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का सराहनीय प्रयास किया गया है। इसके अलावा इस दौरान जिले के चयनित सभी 186 गांवों में ट्राईबल विलेज एक्शन प्लान एवं ट्राईबल विलेज विजन 2030 तैयार किया गया। जिसके फलस्वरूप भारत सरकार के द्वारा बालोद जिले को स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड प्रदान किया गया है। बालोद जिले को प्राप्त  इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए आज बालोद जिला प्रशासन द्वारा सयुंक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री विजय सिंह कंवर सहित एसडीएम श्री सुरेश साहू एवं जनपद पंचायत डौण्डी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डीडी मण्डले सहित इस कार्य में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने वाले अधिकारियों का सम्मान किया गया। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिले को प्राप्त इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की भूरी-भूरी सराहना करते हुए इसके प्रमुख सूत्रधार सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री विजय सिंह कंवर सहित अन्य अधिकारियों के कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की। इसके लिए उन्होंने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित इस कार्य में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।