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एमपी कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव, जिला अध्यक्षों को अधिकार, 1004 ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाएंगे

भोपाल  वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप मध्य प्रदेश में जिला कांग्रेस अध्यक्षों को ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों के लिए फ्री-हैंड यानी सर्वाधिकार दिया गया है। वे संगठन सृजन अभियान के माध्यम से क्षेत्रों के जातीय और स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नियुक्तियां करेंगे। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें जिले के जातिगत समीकरण का डेटा भी भेजा है। प्रदेश में कांग्रेस के 1,004 ब्लॉक हैं नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के लिए 40 दिन का समय दिया गया है। प्रदेश में कांग्रेस के 1,004 ब्लॉक हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा के हाथों कांग्रेस को मिली करारी हार का बड़ा कारण संगठन की कमजोरी को माना गया था। संगठन को सशक्त बनाने के लक्ष्य को लेकर वर्ष 2025 को संगठन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। जिला इकाइयों को मजबूत बनाने के लिए जिला अध्यक्षों का चयन किया गया। अब इन अध्यक्षों को अब अपने नीचे की इकाइयां बनानी हैं। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने जिला अध्यक्षों से कहा है कि वे स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए ऐसी टीम बनाएं जो विपरीत परिस्थितियों में भी विचारधारा से डिगे नहीं। संघर्षशील हो और भाजपा व सरकार का डटकर मुकाबला करे। जिला इकाई सबसे महत्वपूर्ण मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री संजय कामले का कहना है कि संगठन में सबसे महत्वपूर्ण जिला इकाई है। इस नाते जिला अध्यक्षों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए जिला अध्यक्ष नाम निर्धारित करके प्रदेश कांग्रेस को भेजेंगे और यहां से सूची जारी की जाएगी। जिला अध्यक्षों की पहली परीक्षा ब्लॉक स्तर पर नियुक्तियां जिला अध्यक्षों की पहली परीक्षा होगी। इसमें उन्हें न केवल वरिष्ठ नेताओं के साथ जातीय और स्थानीय समीकरणों को साधना होगा बल्कि ऐसी टीम तैयार करनी होगी जो राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप हो यानी जिनके लिए नेता नहीं पार्टी प्रथम हो। इस काम में जिला अध्यक्षों का सहयोग समन्वय समिति करेंगी, जिनकी बैठकें 26 सितंबर तक करने के निर्देश प्रदेश कांग्रेस ने दिए हैं।  

कांग्रेस का नया अभियान: प्रभात फेरी और गौ सेवा, भाजपा ने साधा निशाना

भोपाल   मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए तरह-तरह के प्रयोग किया जा रहे हैं। प्रदेश में अब कांग्रेस प्रभात फेरी निकालेगी साथ ही गौ सेवा और श्रमदान भी करेंगी। यह राहुल गांधी के संगठन सृजन अभियान से जोड़ा गया हिस्सा माना जा रहा है। हालही में नवनियुक्त 71 ग्रामीण और शहर जिला अध्यक्षों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को 10 दिन की ट्रेनिंग देने की तैयारी कांग्रेस कर रही है। जिसमें राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस की कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। इस दौरान जिला अध्यक्षों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। और उन्हें प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा। इधर भाजपा ने इसे लेकर तंज कसा है। मंत्री विश्वास सारंग में कहा है कि कांग्रेस की यह महज चुनावी नौटंकी है। कांग्रेस की पहले से रही है परंपरा एमपी कांग्रेस के संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले ने बताया कि यह कोई नया नहीं है। कांग्रेस की पहले से परंपरा रही है। हमारा सेवादल इस पर पहले से काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस जिला अध्यक्षों 10 दिन की ट्रेनिंग में सिखाया जाएगा कि किस समय प्रभात फेरी निकालना है।  क्या गीत रहेंगे। साथ ही श्रमदान और गौ सेवा की भी जानकारी दी जाएगी। सभी जिलाध्यक्षों को प्रेक्टिकल कराया जाएगा और उसके बाद वे  अपने-अपने जिले में करने के लिए का जाएगा। बीजेपी के एजेंडें पर कांग्रेस कर रही काम गौरतलब है कि एमपी में कांग्रेस 2003 के बाद के 22 साल में से 2 साल छोड़ दे तो सत्ता से बाहर है। यही वजह है कि लंबे वनवास के बाद कांग्रेस अब राहुल गांधी की महत्वाकांक्षी संगठन सृजन अभियान के तहत चुने गए जिला अध्यक्षों के द्वारा गांव-गांव शहर प्रभात फेरी निकालना श्रमदान और गौ सेवा कराने जा रही है। बतादें कि कांग्रेस जन जन तक पहुंचने के लिए उन कार्यक्रमों का सहारा ले रही है जो बरसों से बीजेपी का एजेंडा रहे हैं। गौ सेवा और प्रभात फेरी के जरिये भाजपा ने गांव से लेकर शहर तक हिंदुत्व और सनातन का झंडा फहराया है यही वजह है।  

कांग्रेस की दोहरी रैली: किसान न्याय यात्रा और वोट चोर गद्दी छोड़ का आयोजन उज्जैन में 12 सितंबर

उज्जैन  मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 सितंबर को कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक आयोजन करने जा रही है। इस दिन ‘किसान न्याय यात्रा’ और ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली का आयोजन होगा। इसी दिन कांग्रेस के इस अभियान का समापन भी किया जाएगा। कार्यक्रम में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार, सचिन पायलट, केसी वेणुगोपाल, कमलनाथ समेत प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। संभावना जताई जा रही है कि इस रैली के समापन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। MP के कई जिलों में निकली यात्रा दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाते हुए इस अभियान की शुरुआत की थी। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ यात्रा कई जिलों में निकाली गई। इन सभाओं और रैलियों को कई जगह समर्थन मिला, तो कुछ स्थानों पर विरोध का भी सामना करना पड़ा। राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस से गरमाई राजनीति गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वोट चोरी के आरोप लगाए थे। इसी बयानबाजी के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने बड़े पैमाने पर यह अभियान शुरू किया, जो अब उज्जैन में समापन की ओर बढ़ रहा है। 

ट्रंप के बयान ने कांग्रेस को भड़का दिया, कहा- ‘हम झुकेंगे नहीं

नई दिल्ली  भारत के खिलाफ खूब बयानबाजी करने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम नजर आ रहे हैं। शनिवार को उन्होंने भारत के साथ रिश्ते को बेहद अहम बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके हमेशा ही दोस्त रहेंगे, इसमें कोई चिंता की बात नहीं है। ट्रंप के बयान के बाद प्रधानमंत्री ने भी सराहना करते हुए कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति की भावनाओं का पूर्ण समर्थन करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच बेहद सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक एवं वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है। वहीं इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि ऐसा लगता है हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। कांग्रेस ने भी ट्रंप के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा, डोनाल्ड ट्रंप और नावारो जिस तरह के बयान दे रहे हैं, वह केवल टैरिफ तक सीमित नहीं है बल्कि हमारे आत्मसम्मान से जुड़ा हुआ है। हमने ब्रिटिशर्स का भी सामना किया और उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया। भारत एक रोटी खाएगा लेकिन कभी घुटने नहीं टेकेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन की एससीओ सम्मेलन वाली तस्वीर शेयर करते हुए बयान दिया था। बता दें कि चीन के तियानजिन में हुए एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे। इस बैठक में भारत-रूस और चीन की तिकड़ी दिखाई दी थी। भारत और चीन ने मिलकर संबंधों को सुधारने और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी जताई थी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को संदेश भी दे दिया था कि वह किसी के सामने झुकने वाले नहीं हैं। वाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए भी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत रूस से तेल आयात करके बहुत गलत कर रहा है और इसीलिए उसपर 50 फीसदी का टैरिफ लगाया गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत जिस तरीके से रूस के साथ व्यापार कर रहा है, उससे हमें काफी निराशा है। इसीलिए भारत पर इतना ज्यादा टैरिफ लगाया गया है। लेकिन हमारे संबंध भारत के साथ बहुत अच्छे थे। खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ। कुछ महीने पहले ही रोज गार्डन गए थे और प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।  

मध्य प्रदेश: कांग्रेस 12 सितंबर को उज्जैन में बड़े प्रदर्शन के लिए तैयार, सीएम के गृह क्षेत्र से भिड़ेगी

 उज्जैन   वर्ष 2023 में विधानसभा और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में करारी हार के बाद फिर से खड़ा होने की कोशिश कर रही कांग्रेस राज्य की भाजपा सरकार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह क्षेत्र उज्जैन से ललकारेगी। सरकार को घेरने कांग्रेस 12 सितंबर को उज्जैन में बड़ा प्रदर्शन करेगी। बड़ी रैली के बाद सभा भी होगी। इसमें सिंहस्थ क्षेत्र के भूमि अधिग्रहण, कानून-व्यवस्था, वोट चोरी, अवैध शराब के कारोबार सहित तमाम मुद्दों को उठाया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। बता दें, सिंहस्थ-2028 के लिए किसानों की जमीन लैंड पुलिंग के जरिये लिए जाने का किसान संगठन विरोध कर रहे हैं। संगठन के प्रतिनिधि भाजपा के बड़े नेताओं से भी मिल चुके हैं। प्रदेश में वर्ष 2027 से नगरीय निकायों के साथ चुनाव की शुरुआत होनी है। इसके बाद वर्ष 2028 में विधानसभा और वर्ष 2029 में लोकसभा चुनाव होंगे। कांग्रेस इसके लिए खुद को तैयार कर रही है। दरअसल, विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले वरिष्ठ नेताओं से नाराजगी के चलते कांग्रेस से बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता भाजपा में चले गए थे। इसका असर यह हुआ कि कई मतदान केंद्रों पर बैठाने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं मिले। यह स्थिति आगे न बने और कार्यकर्ता हतोत्साहित न रहें, इसके लिए पीढ़ी परिवर्तन पर काम प्रारंभ किया गया। वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान के जरिये पूरे प्रदेश में माहौल बनाया जा रहा है। इसी क्रम में उज्जैन में बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी है। प्रदर्शन को प्रभावी बनाने का जिम्मा उज्जैन से लगे जिलों की टीम को दिया है। इसकी सफलता के आधार पर नए अध्यक्षों की क्षमता का आकलन भी होगा। नेतृत्व नए नेताओं के हाथ दे रही कांग्रेस मध्य प्रदेश में भाजपा से मुकाबला करने कांग्रेस नया नेतृत्व तैयार कर रही है। ओबीसी वर्ग से आने वाले जीतू पटवारी को जहां प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तो आदिवासी वर्ग के उमंग सिंघार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाकर मौका दिया। संगठन सृजन अभियान चलाकर जिला अध्यक्ष बनाए गए। जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, ओमकार सिंह मरकाम जैसे वरिष्ठ नेताओं को जिला अध्यक्ष बनाकर संदेश दिया कि जिला इकाई सबसे महत्वपूर्ण है। जिले के बाद अब ब्लाक इकाइयों में परिवर्तन की तैयारी है। कार्यकर्ताओं को मिशन 2028 में जुटने का संदेश दिया जाएगा     अधिकतर जिलों में 'वोट चोर-गद्दी छोड़' अभियान के अंतर्गत प्रदर्शन हो चुके हैं इसलिए अब राज्य स्तरीय प्रदर्शन उज्जैन में होना है। मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र होने के साथ-साथ उज्जैन मालवा अंचल का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां बड़ा प्रदर्शन करके पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को मिशन-2028 (विधानसभा चुनाव) में जुटने का संदेश दिया जाएगा। – संजय कामले, प्रदेश संगठन महामंत्री, कांग्रेस  

उत्तराखंड : कांग्रेस की मीटिंग में हंगामा, आपसी भिड़ंत में नेताओं के बीच हाथापाई

देहरादून  उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर में कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आई है. कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत आयोजित बैठक में उस वक्त अफरातफरी का माहौल बन गया जब दो गुट आपस में भिड़ गए. मामला इतना बढ़ा कि बैठक मारपीट में बदल गई और पूरा घटनाक्रम मीडिया के कैमरों में कैद हो गया. आपस में भिड़े दो गुट रुद्रपुर के सिटी क्लब में हुई इस बैठक में एआईसीसी ऑब्जर्वर डॉक्टर नरेश कुमार और कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा मौजूद थे. बैठक के बीच ही कांग्रेसियों के दो गुटों में गाली-गलौज शुरू हो गई. हालांकि ऑब्जर्वर के हस्तक्षेप के बाद मामला अस्थायी रूप से शांत हुआ और बैठक समाप्त कर दी गई.  कांग्रेस नेता के कपड़े फटे जैसे ही बैठक खत्म हुई, सिटी क्लब का माहौल एकदम बदल गया और दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट हो गई. झगड़े के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र मिश्रा पर हमला किया गया और उनके कपड़े तक फट गए.  इस घटना के बाद एक पक्ष सीधे पुलिस चौकी पहुंचा और मामले में कार्रवाई की मांग की. रुद्रपुर की यह बैठक कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी का एक और बड़ा उदाहरण बनकर सामने आई है.

कांग्रेस छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची जांच के लिए चलाएगी बड़ा अभियान

रायपुर  कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा शुरू किया गया ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ अभियान अब छत्तीसगढ़ में भी विस्तार लेगा। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने जिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पत्र जारी कर 2023 के विधानसभा चुनाव की वोटर लिस्ट की जांच करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में वोटर लिस्ट की गहन जांच के लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं को सक्रिय करने को कहा गया है, ताकि मतदाता सूची में किसी भी तरह की अनियमितता को उजागर किया जा सके। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने वोटर लिस्ट की जांच के लिए पांच प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। इनमें डुप्लीकेट मतदाता, फर्जी या अमान्य पते, एक ही पते पर असामान्य रूप से अधिक मतदाता, अमान्य तस्वीरें और फॉर्म 6 के दुरुपयोग की जांच शामिल है। इन बिंदुओं के आधार पर कार्यकर्ताओं को विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची का विश्लेषण करने और किसी भी गड़बड़ी की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को देने के लिए कहा गया है। राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुआ अभियान छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने बताया कि यह अभियान पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी के मार्गदर्शन में शुरू किया गया है, जिन्होंने कर्नाटक और महाराष्ट्र में वोट चोरी के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इसी आधार पर छत्तीसगढ़ में भी मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे जांच में पाई गई अनियमितताओं को उजागर करें और इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपें। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस पर साधा निशाना छत्तीसगढ़ कांग्रेस के इस अभियान पर राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह कदम उनकी हताशा और मति भ्रम को दर्शाता है। साव ने वोट चोरी के आरोप को लोकतंत्र, संविधान और जनता के निर्णय का अपमान बताया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासनकाल में बूथ कैप्चरिंग और वोट चोरी जैसी घटनाएं आम थीं, और अब अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए कांग्रेस इस तरह के निराधार आरोप लगा रही है।

कांग्रेस विधायकों की मांडू में शुरू हुई क्लास, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने किया उद्घाटन,पॉलिटिकल और टेक्निकल …

मांडू  मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी आज से धार जिले के पर्यटन स्थल मांडू में अपने विधायकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रही है. 'चिंतन शिविर' के सत्रों में से एक सत्र 'झूठे मामले और जांच एजेंसियां: लोकतंत्र पर हमला' शीर्षक से होगा. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि ने चूंकि संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, इसलिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी विधायकों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि 64 विधायक अपरिहार्य निजी कार्यों के कारण वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़ेंगे. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने कहा कि वह झूठे मामलों में अपना बचाव कैसे करें, इस बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए विधायकों को संबोधित करेंगे. तन्खा ने कहा, "मैं भाजपा का राजनीतिक रूप से मुकाबला करने और एक ज़िम्मेदार विपक्ष के रूप में लड़ाई लड़ने के तरीकों पर भी बोलूंगा. मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करूंगा कि पार्टी को कैसे मज़बूत किया जाए ताकि 2028 के चुनावों में मध्य प्रदेश में भाजपा से सत्ता छीनी जा सके. मानसून सत्र और सुप्रीम कोर्ट में पूर्व व्यस्तताओं के कारण मैं व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हो पा रहा हूं." एक पार्टी पदाधिकारी ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के मध्य प्रदेश के राजनीतिक मामलों के महासचिव हरीश चौधरी और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी सोमवार को शिविर को संबोधित करेंगे. पदाधिकारी ने बताया, "मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा नेतृत्व, अनुशासन और संगठनात्मक एकता जैसे विषयों पर विधायकों को संबोधित करेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 'मध्य प्रदेश का भविष्य और आर्थिक नीति' विषय पर एक सत्र में वर्चुअल रूप से शामिल होंगे, जिसमें आर्थिक चुनौतियों और विकास रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा." उन्होंने आगे कहा, "दोपहर के भोजन के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा पार्टी विचारधारा के प्रभावी संचार के माध्यम से मीडिया प्रबंधन और कथा निर्माण पर बात करेंगे.  अब जानिए विधायकों को कौन क्या सिखाएगा? पहला दिन: 21 जुलाई 2025 तन्खा बताएंगे, फर्जी मुकदमों से कैसे निपटें? सुबह 11 बजे: मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा विधायकों को जनप्रतिनिधि की भूमिका, नेतृत्व, अनुशासन और संगठनात्मक एकता पर संबोधित करेंगे। दोपहर 12 बजे: राज्यसभा सांसद और सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा फर्जी मुकदमों और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर संवैधानिक प्रतिरोध के उपाय बताएंगे। कमलनाथ बताएंगे आर्थिक नीति पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ वर्चुअली जुड़कर एक सत्र को संबोधित करेंगे। इस सत्र में वे 'मध्यप्रदेश का भविष्य और आर्थिक नीति' विषय पर प्रदेश की आर्थिक चुनौतियों, अवसरों और विकास की रूपरेखा पर अपना वक्तव्य देंगे।दोपहर एक बजे से 45 मिनट का लंच ब्रेक होगा। पवन खेड़ा बताएंगे नरेटिव बिल्डिंग के गुर 1:45 बजे लंच ब्रेक के बाद कांग्रेस के मीडिया और कम्युनिकेशन विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा मीडिया मैनेजमेंट के गुर सिखाएंगे। विधायकों को वे यह बताएंगे कि नरेटिव सेट करने के लिए कम्युनिकेशन के माध्यम से कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती से कैसे प्रस्तुत किया जाए। विधानसभा के पूर्व पीएस बताएंगे सत्ता पक्ष पर कैसे प्रहार करें? 2:15 बजे से शुरू होने वाले सत्र में विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवानदेव इसराणी विधायकों को सत्ता पक्ष पर रणनीतिक प्रहार की रणनीति बताएंगे। सरकार की विफलताओं पर आरटीआई, ऑडिट रिपोर्ट और विधानसभा के नियमों के जरिए घेरने की बारीकियों को बताएंगे। 10-10 विधायकों के ग्रुप बनाकर होगी चर्चा दोपहर 3 से 4 बजे के बीच 10-10 विधायकों के ग्रुप बनाकर समूह चर्चाएं होगी। इनमें एसटी, एसटी, ओबीसी वर्ग के विधायक अलग-अलग विषयों पर मंथन कर रिपोर्ट बनाएंगे। पहले दिन के अंतिम सत्र में जुड़ सकते हैं राहुल गांधी 4 से शाम 5 बजे तक अंतिम सत्र में 2028 के विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक चर्चा होगी। इस सत्र में हर समूह में हुई चर्चा में निकले निष्कर्ष को शेयर किया जाएगा। इसी सत्र में संगठन सृजन अभियान, जातिगत जनगणना के मुद्दे पर चर्चा होगी। इस सत्र में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी वर्चुअली संबोधन दे सकते हैं। दूसरा दिन: 22 जुलाई 2025 अजय माकन बताएंगे कांग्रेस की दिशा दूसरे दिन के पहले सत्र में राज्यसभा सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के मूल सिद्धांत, हमारी वैचारिक दिशा, संविधान वाद, धर्मनिरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय पर फिर से कैसे जुड़ाव हो इसपर संबोधन देंगे। दोपहर 12 बजे से कांग्रेस की स्थापना से लेकर वर्तमान के दौर तक कांग्रेस की संघर्ष गाथा पर केन्द्रित एक वीडियो दिखाया जाएगा। मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवानदास इसरानी सत्तारूढ़ दल की खामियों को उजागर करने के लिए आरटीआई, ऑडिट रिपोर्ट और सदन के नियमों के इस्तेमाल पर विधायकों को जानकारी देंगे." उन्होंने बताया कि एसटी, एससी और ओबीसी समुदायों से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित 10 सदस्यीय विधायक टीमों के बीच समूह चर्चा भी होगी और विचार-विमर्श के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. कांग्रेस पदाधिकारी ने बताया, "मंगलवार को राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन पहले सत्र में कांग्रेस के मूल सिद्धांतों, संविधानवाद, धर्मनिरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय पर बोलेंगे. कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत डिजिटल मीडिया पर केंद्रित रणनीतियों पर सुझाव देंगी, जिसमें एक्स, फेसबुक, लघु वीडियो का उपयोग, ट्रोलिंग से निपटना और छवि निर्माण शामिल हैं." बता दें कि सत्तारूढ़ बीजेपी ने भी पिछले महीने नर्मदापुरम जिले के प्रसिद्ध हिल स्टेशन पंचमढ़ी में अपने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया था.  

युवा कांग्रेस चुनाव में अभिषेक परमार और यश घनघोरिया के बीच सीधा मुकाबला

भोपाल   मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस चुनाव के चलते कांग्रेस में सरगर्मी तेज है। सरगर्मी इसलिए भी है क्योंकि इस चुनाव में युवाओं से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं की सक्रियता दिख रही है। उनका प्रयास यही है कि उनके लोगों को मौका मिले, वे आगे बढ़ें। नामांकन हो चुका है, मतदान और सदस्यता एक साथ चल रही है। अध्यक्ष पद के लिए 18 दावेदार अध्यक्ष पद के लिए 18 उमीदवार मैदान में हैं। वे अपने-अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। युवा कांग्रेस चुनाव में अभिषेक परमार और यश घनघोरिया के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के समर्थक माने जाते हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, विधायक जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, कुणाल चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं का इन्हें अंदरूनी समर्थन माना जा रहा है। वहीं यश घनघोरिया पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के पुत्र हैं। अंदरूनी तौर पर इनको भी कई नेताओं का समर्थन है। हालांकि इस चुनाव में वरिष्ठ नेता सामने तो नहीं हैं, लेकिन पर्दे के पीछे उनकी सक्त्रिस्यता बनी है। ऐसे में यह चुनाव और भी रोचक हो गया है। 4 लाख से अधिक हो चुके हैं सदस्य युवा कांग्रेस के लिए चार लाख से अधिक युवा सदस्यता ले चुके हैं। सदस्यता अभी भी जारी है। युवा कांग्रेस में यह पहली बार हो रहा है कि मतदान के साथ ही संगठन की सदस्यता भी चल रही है। सदस्यता और मतदान प्रक्रिया ऑनलाइन है। ऑनलाइन ही 50 रुपए निर्धारित फीस के साथ कोई भी युवा सदस्यता ले सकता है।