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901 कलशों का अनोखा उत्सव: देर रात रेल ट्रैक पर थमे ट्रेन के पहिए

डोंगरगढ़ शारदीय नवरात्र के समापन पर मां बम्लेश्वरी मंदिर से देर रात एक भव्य शोभायात्रा निकली। इस शोभायात्रा में महिलाएं सिर पर ज्योति कलश लिए मां की जयकारों के साथ आगे बढ़ी। कुल 901 प्रज्वलित कलशों का महावीर तालाब में विसर्जन किया गया। यह अनूठा दृश्य देखने के लिए हजारों श्रद्धालु डोंगरगढ़ पहुंचे और तालाब किनारे आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। डोंगरगढ़ की यह परंपरा धार्मिक आस्था के साथ-साथ ऐतिहासिक धरोहर भी मानी जाती है। विसर्जन यात्रा मंदिर से शुरू होकर छिन्नमस्तिका मंदिर होते हुए रेलवे ट्रैक पार कर मां शीतला मंदिर पहुंची। यहां मां शीतला और मां बम्लेश्वरी के माई ज्योत का मिलन करवाया गया, जो इस पूरे अनुष्ठान की विशेषता है। सबसे खास और अनोखी परंपरा यह है कि इस विसर्जन यात्रा के मार्ग में मुंबई–हावड़ा मुख्य रेलवे लाइन आती है। विसर्जन के दौरान रेल यातायात पूरी तरह थम जाता है। भारतीय रेलवे दोनों ओर से आने वाली गाड़ियों को रोक दिया जाता है। लगभग तीन से चार घंटे तक इस व्यस्त रेलखंड पर मेगा ब्लॉक रहता है। आस्था और परंपरा के इस संगम के आगे आज भी रेलों के पहिए रुक जाते हैं। इस परंपरा की नींव रियासत काल में रखी गई थी। रियासत काल से चली आ रही परंपरा खैरागढ़ के तत्कालीन शासक राजा लाल उमराव सिंह ने 21 अगस्त 1883 को ब्रिटिश सरकार और बंगाल-नागपुर रेलवे के साथ एक समझौता किया था, जिसके तहत रेल लाइन निर्माण के लिए जमीन और न्यायिक अधिकार सौंपे गए। इस समझौते के दस्तावेज (deeds) में डोंगरगढ़ का स्पष्ट उल्लेख मिलता है। बताया जाता है कि राजा लाल उमराव सिंह ने जमीन देने के साथ ही डोंगरगढ़ स्टेशन में रेलों के ठहराव और नवरात्र के समय ज्योति विसर्जन यात्रा के लिए रेल पटरियों पर ब्लॉक देने की शर्त भी रखी थी। इसी परंपरा का असर आज भी जीवित है, जब रेलवे नवरात्र की इस परंपरा के सम्मान में ट्रेनों को रोक देता है। डोंगरगढ़ की नवरात्रि का यह विसर्जन सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि इतिहास, परंपरा और आस्था का ऐसा संगम है, जिसने देशभर के श्रद्धालुओं को दशकों से अपनी ओर आकर्षित किया है।

त्योहारी भीड़ में सहूलियत! पश्चिम रेलवे चलाएगा गुजरात होकर 3 स्पेशल ट्रेनें, देखें स्टॉपेज और समय

अहमदाबाद दिवाली और छठ पर्व पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 3 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। ये ट्रेनें बांद्रा टर्मिनस से अयोध्या कैंट, बांद्रा टर्मिनस से लुधियाना जंक्शन और उधना-जयनगर के बीच आवाजाही करेंगी। इन ट्रेनों की क्या टाइमिंग होंगी? ये ट्रेनें किन स्टेशनों पर रुकेंगी? इस रिपोर्ट में पूरी डिटेल… बांद्रा टर्मिनस-अयोध्या कैंट वीकली स्पेशल यह वीकली स्पेशल ट्रेन गाड़ी नंबर 09095 के नाम से बांद्रा टर्मिनस से अयोध्या कैंट के बीच आवाजाही करेगी। ट्रेन नंबर 09095 बांद्रा टर्मिनस-अयोध्या कैंट वीकली स्पेशल हर बुधवार को बांद्रा टर्मिनस से 11.00 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन 1730 बजे अयोध्या कैंट पहुंचेगी। यह ट्रेन पहली अक्टूबर से 19 नवंबर तक चलेगी। अयोध्या कैंट-बांद्रा टर्मिनस स्पेशल ट्रेन संख्या 09096 अयोध्या कैंट-बांद्रा टर्मिनस स्पेशल ट्रेन हर गुरुवार को अयोध्या कैंट से 21.00 बजे प्रस्थान करेगी और शनिवार को 06.00 बजे बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी। यह ट्रेन 2 अक्टूबर से 20 नवंबर तक चलेगी। कहां-कहां स्टॉपेज? गाड़ी संख्या 09095/09096 बांद्रा टर्मिनस-अयोध्या कैंट ट्रेन कुल 16 फेरे लगाएगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, वडोदरा, दाहोद, मेघनगर, रतलाम, नागदा, उज्जैन, मक्सी, शुजालपुर, सीहोर, संत हिरदाराम नगर, बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, उरई, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ और बाराबंकी स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें एसी-3 टियर, स्लीपर क्लास और जनरल सेकेंड क्लास कोच होंगे। बांद्रा टर्मिनस-लुधियाना जंक्शन ट्रेन ट्रेन नंबर 09097 बांद्रा टर्मिनस-लुधियाना जंक्शन वीकली स्पेशल हर रविवार को बांद्रा टर्मिनस से 2150 बजे प्रस्थान करेगी और मंगलवार को 00.30 बजे लुधियाना जंक्शन पहुंचेगी। यह ट्रेन 5 अक्टूबर से 30 नवंबर तक चलेगी। लुधियाना जंक्शन-बांद्रा टर्मिनस ट्रेन ट्रेन संख्या 09098 लुधियाना जंक्शन-बांद्रा टर्मिनस वीकली स्पेशल हर मंगलवार को लुधियाना जंक्शन से 0400 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन 1020 बजे बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी। यह ट्रेन 7 अक्टूबर से 2 दिसंबर तक चलेगी। इन स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन संख्या 09097/09098 के रूप में बांद्रा टर्मिनस-लुधियाना जंक्शन वीकली स्पेशल कुल 18 फेरे लगाएगी। ट्रेन दोनों दिशाओं में बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड, सूरत, भरूच, वडोदरा, रतलाम, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, मथुरा जंक्शन, नई दिल्ली, पानीपत और अम्बाला स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में एसी-2 टियर, एसी-3 टियर और एसी-3 टियर (इकोनॉमी) क्लास कोच होंगे। उधना-जयनगर स्पेशल ट्रेन ट्रेन संख्या 09151 उधना-जयनगर स्पेशल मंगलवार 30 सितंबर को उधना से 0645 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन 2130 बजे जयनगर पहुंचेगी। जयनगर-उधना स्पेशल ट्रेन संख्या 09152 जयनगर-उधना स्पेशल बुधवार यानी एक अक्टूबर को जयनगर से 2300 बजे रवाना होकर और शुक्रवार को 1745 बजे उधना पहुंचेगी। इन स्टेशनों पर ठहराव ट्रेन संख्या 09151/09152 उधना-जयनगर स्पेशल 2 फेरे लगाएगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सूरत, भरूच, वडोदरा, गोधरा, रतलाम, उज्जैन, शुजालपुर, संत हिरदाराम नगर, बीना, कटनी मुरवारा, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, बक्सर, आरा, दानापुर, पाटलिपुत्र, सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में स्लीपर क्लास और जनरल सेकेंड क्लास कोच होंगे।

भोपाल मेट्रो ट्रायल सफल, CMRS टीम ने की जांच; दिवाली से पहले शुरू हो सकती है सेवा

भोपाल  मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मेट्रो को जल्द से जल्द दौड़ाए जाने की कवायद तेज हो गई हैं। आम यात्रियों के लिए कमर्शियल ट्रेवलिंग शुरू करने के लिए कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम ने खुद यात्रा करके सुरक्षा मानकों की जांच की।  सीएमआरएस कमिश्नर जनक कुमार गर्ग सुभाषनगर स्थित मेट्रो डिपो पहुंचें। सीएमआरएस कमिश्नर ने टीम के साथ यहां पर करीब 3 घंटे तक निरीक्षण किया और मेट्रो में सवार हुए। उनके साथ मेट्रो एमडी एस कृष्ण चैतन्य भी मौजूद रहे। इस दौरान गर्ग ने प्राथमिकता में शामिल कॉरिडोर के 6.22 किलोमीटर रूट तक सफर किया। यह रूट सुभाष नगर से एम्स तक का है। इस निरीक्षण के दौरान वे और उनकी टीम सुभाषनगर स्टेशन पर करीब 30 मिनट और एम्स स्टेशन पर सवा घंटे रुकी। क्या हैं सीएमआरएस दरअसल, किसी भी रेल लाइन या मेट्रो रेल को आम लोगों के लिए प्रारंभ करने से पूर्व सीएमआरएस की जांच आवश्यक होती है। इस टीम की जांच में 'हरी झंडी' मिलने के बाद आम लोगों के लिए मेट्रो दौड़ना यानी कमर्शियल सफर की शुरुआत होती है। इस जांच टीम के अफसर ट्रैक के नट-बोल्ट, सिग्नल, इंट्री-एग्जिट गेट, डिपो सहित सुरक्षा के लिहाज से हर पक्ष की बारीकी से जांच की जाती है। टीम के लौटने के बाद मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही भोपाल में मेट्रो रन प्रारंभ होगा। पीएम मोदी दिखा सकते हैं हरी झंडी बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत तक सीएमआरएस की 'ओके' रिपोर्ट मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। पूरी संभावना है कि वे भोपाल मेट्रो में सफर भी करें। आपको बता दें कि 31 मई को मोदी ने इंदौर मेट्रो को भोपाल से हरी झंडी दिखाई थी।     सीएमआरएस की टीम ने 90 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाई     अचानक ब्रेक लगाकर की सुरक्षा जांच, कंट्रोल रूम का रिस्पांस जांचा     मेट्रो मेन लाइन, स्टेशन का निरीक्षण बाकी, सप्ताहभर बाद फिर जांच 2010 का सपना होगा साकार मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग के नेतृत्व में टीम ने सुभाष नगर से एम्स तक मेट्रो को 90 किमी प्रतिघंटे की फुल स्पीड में दौड़ाया। सीएमआरएस सर्टिफिकेट मिलते ही मेट्रो यात्रियों को लेकर दौडने को तैयार हो जाएगी। 2010 से ही शहरवासियों को मेट्रो में सवारी का दिखाया जा रहा सपना अब पूरा होने को है। निरीक्षण के बाद टीम शाम को रवाना हो गई। अभी मेन लाइन, स्टेशन की जांच बोटगी। टीम ने अत्याधुनिक ट्रेन सेट। सिस्टम के अलावा नट बोल्ट, स्टेशन, सिग्नल आदि की जांच की। मेट्रो के दूसरे फेस में भी काम तेज भोपाल मेट्रो का उद्देश्य यात्रियों के सफर को आसान बनाना है। साथ ही शहर को एक आधुनिक, कुशल शहरी केंद्र के रूप में आकार देना है। भोपाल मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण को लेकर काम तेजी से चल रहा है। इसका दूसरा चरण भदभदा चौराहे से रत्नागिरी चौराहे तक लगभग 15 किमी लंबा होगा। इसमें 14 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे। इस पर भी तेजी से काम चल रहा है। सितंबर में सीएमआरएस का निरीक्षण गुरुवार को सीएमआरएस की टीम ने तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन यानी रोलिंग स्टॉक में यात्री सुरक्षा, सुविधा और ऊर्जा दक्षता की जांच की। इसमें सीसीटीवी की निगरानी, आरामदायक बैठने की व्यवस्था, वातानुकूलित कोच, चार्जिग पॉइंट और वास्तविक समय यात्री सूचना प्रणाली की सुविधा को जांचा गया। इनकी टेस्टिंग की गयी। तीन माह में दो बड़ी जांच जुलाई में आयी थी आरडीएसओ की टीम 9 जुलाई से 21 जुलाई तक 13 दिन मेट्रो ट्रेन के ऑसिलेशन और इमरजेंसी ब्रेकिंग डिस्टेंस का लखनऊ की रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन यानी आरडीएसओ ने परीक्षण किया था। टीम ने 90 किमी प्रतिघंटा पर ट्रेन दौड़ाई थी। इमरजेंसी ब्रेक लगाया हर स्टेशन, ट्रैक के बीच मेट्रों के ऑसिलेशन यानि कंपन को मापा गया था। उस समय परीक्षण में मेट्रो की राइड क्वालिटी, स्थिरता, इमरजेंसी ब्रेकिंग डिस्टेंस, और सम्पूर्ण रोलिंग स्टॉक का मूल्यांकन रिकॉर्ड किया गया था। परीक्षण से रोलिंग स्टॉक यानी ट्रेन की सुरक्षा. विश्वसनीयता और दक्षता के उच्चतम मानकों की स्थिति पता चलती है। तकनीकी सवाल-जवाब भी हुए सीएमआरएस टीम ने मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियर्स से मेट्रो ऑपरेशन के तकनीकी पक्षों से जुड़े सवाल जवाब किए। सुरक्षा प्रोटोकॉल क्या होता है? स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स, रोलिंग स्टॉक की तैयारियों के साथ ही ऑपरेशन के लिए डिपो के सिस्टम से जुड़े सवाल जवाब किए गए। इसका बकायदा प्रजेंटेशन भी लिया गया। इस अवसर पर एमडी मेट्रो एस कृष्ण चैतन्य, निदेशक सिस्टम अरुण कुमार श्रीवास्तव, निदेशक प्रोजेक्ट अजय गुप्ता व अन्य टीम सदस्य उपस्थित रहे। ऑपरेशन कंट्रोल को परखा सुभाष नगर डिपो इंफ्रास्ट्रक्चर की जांच में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर को देखा गया। ट्रेन संचालन, विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा प्रणालियों की केंद्रीकृत निगरानी. डिपो में मेंटेनेंस बे, स्टेबलिंग लाइन, रिपेयर बे के साथ आग लगने की स्थितियों की पहचान कर अग्निशमन सहित अन्य सुरक्षा प्रणालियों को परखा गया। तेज रफ्तार में ट्रेन के ब्रेकिंग सिस्टम की जांच सीएमआरएस ने डिपो में मेट्रो के रैक की जांच करने के दौरान ड्राइवर से इसे एम्स तक ले चलने का कहा। मेट्रो ट्रेन डिपो से सुभाष नगर स्टेशन पहुंची और 90 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ाने का आदेश दिया। तेज रफ्तार ट्रेन देखकर आंबेडकर ब्रिज से गुजरने वाले रूककर देखने लगे। ट्रेन तेज गति से दौड़ी और फिर अचानक रूक गयी। कभी मध्यम गति में चली। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे से एक घंटे तक पांच रैक को इसी तरह दौड़ाया गया। ऐसा रैक की गति और इसके ब्रेकिंग सिस्टम की जांच के लिए किया की टीम ने भी इसी तरह ब्रेकिंग सिस्टम की जांच की थी। मेट्रो के अंदर से ही सीएमआरएस जनक कुमार ने वहां दर्ज आपातकालीन नंबर पर कॉल किया। कंट्रोल रूम में इसे किसी तरह अटेंड किया जाता है। कॉल लगता भी है या नहीं इसे देखा।

कटनी-सतना के बीच मेला स्पेशल ट्रेन शुरू, 24 सितंबर से 6 अक्टूबर तक यात्रियों को मिलेगी सुविधा

 जबलपुर  रेल प्रशासन द्वारा मैहर में नवरात्र मेला के अवसर पर आने-जाने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा और अतिरिक्त यात्री यातायात क्लियर करने के लिए कटनी साऊथ-सतना-कटनी साऊथ के मध्य 13-13 ट्रिप अनारक्षित मैहर मेला स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है, जो मार्ग में पटवारा, झुकेही, पकरिया रोड, अमदरा, घुनवारा, भदनपुर, मैहर, उंचेहरा एवं लगरगवां स्टेशनों पर हॉल्ट लेकर गंतव्य को जा रही है। इस गाड़ी में सामान्य श्रेणी एवं एसएलआरडी के कोच है। मेला स्पेशल ट्रेन की जानकारी गाड़ी संख्या 09015 कटनी साऊथ से सतना अनारक्षित स्पेशल ट्रेन दिनांक 24 सितम्बर 2025 से 06 अक्टूबर 2025 तक प्रतिदिन कटनी साऊथ स्टेशन से प्रातः 05:05 बजे प्रस्थान कर, पटवारा 05:16 बजे, झुकेही 05:28 बजे, पकरिया रोड 05:48 बजे, अमदरा 06:00 बजे, घुनवारा 06:08 बजे, भदनपुर 06:20 बजे, मैहर 06:55 बजे, उंचेहरा 07:20 बजे, लगरगवां 07:58 बजे पहुंचकर और उसी दिन सुबह 08:50 बजे सतना स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09016 सतना-कटनी साऊथ अनारक्षित स्पेशल ट्रेन दिनांक 24 सितम्बर 2025 से 06 अक्टूबर 2025 तक प्रतिदिन सतना स्टेशन से रात 19:25 बजे प्रस्थान कर, लगरगवां 19:32 बजे, उंचेहरा 19:44 बजे, मैहर 20:00 बजे, भदनपुर 20:30 बजे, घुनवारा 20:40 बजे, अमदरा 21:38 बजे, पकरिया रोड 22:08 बजे, झुकेही 22:58 बजे, पटवारा 23:33 बजे, पहुंचकर और उसी दिन रात्रि 23:50 बजे कटनी साऊथ स्टेशन पहुंचेगी। यात्रियों से अनुरोध है मेला स्पेशल ट्रेन की सेवाओं का लाभ उठाएं। ट्रेन की समय-सारणी से सम्बंधित जानकारी हेतु हेल्पलाइन 139 रेल मदद/एनटीईएस या वेबसाइट का उपयोग कर सकते है।

रेलवे का बड़ा ऐलान: 25 नवंबर से 8 जनवरी तक MP की 5 ट्रेनें रद्द, 18 के रूट बदले जाएंगे

ग्वालियर  पुराने साल की विदाई और नए साल के स्वागत को लेकर सैर-सपाटे की योजना बनाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं। वीरंगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन पर वाशेबल एप्रन हटाकर गिट्टी रहित पटरी बिछाने का काम होने के कारण डेढ़ माह तक कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। 25 नवंबर से आठ जनवरी के बीच ग्वालियर होकर चलने वाली पांच जोड़ों ट्रेनों को रेलवे ने रद्द (Cancelled Train in MP) किया है, जबकि कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से संचालित किया जाएगा। ये ट्रेनें रहेंगी रद्द – ट्रेन क्रमांक 11901-11902 वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-आगरा कैंट एक्सप्रेस 25 नवंबर से लेकर नौ जनवरी तक रद्द रहेगी। – ट्रेन क्रमांक 11903-11904 वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-इटावा एक्सप्रेस 25 नवंबर से नौ जनवरी तक रद्द रहेगी। – ट्रेन क्रमांक 05073-05074 बेंगलुरु सिटी-लालकुआं साप्ताहिक ट्रेन को 29 नवंबर से छह जनवरी तक रद्द किया गया है। – ट्रेन क्रमांक 07363-07364 योगनगरी ऋषिकेश-हुबली साप्ताहिक ट्रेन 27 नवंबबर से पांच जनवरी तक रद्द रहेगी। – ट्रेन क्रमांक 06597-06598 योगनगरी ऋषिकेश-यशवंतपुर को 27 नवंबर से एक जनवरी तक रद्द किया गया है। परिवर्तित मार्ग से चलेंगी ये ट्रेनें – ट्रेन क्रमांक 22456 कालका-साईनगर शिरडी एक्सप्रेस को 27 नवंबर से चार जनवरी तक मथुरा-बयाना-सागरिया-रूठियाई-बीना होकर चलाया जाएगा। – ट्रेन क्रमांक 16318 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-कन्याकुमारी एक्सप्रेस 24 नवंबर से पांच जनवरी तक मथुरा-बयाना-सागरिया-रूठियाई-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 20494 चंडीगढ़-मदुरै एक्सप्रेस 28 नवंबर से पांच जनवरी तक मथुरा-बयाना-सागरिया-रूठियाई-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 16032 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-चेन्नई सेंट्रल 25 नवंबर से छह जनवरी तक मथुरा-बयाना-सागरिया-रूठियाई-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 16788 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-तिरुनेलवेली एक्सप्रेस 27 नवंबर से एक जनवरी तक मथुरा-बयाना-सागरिया-रूठियाई-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 14314 बरेली-लोकमान्य तिलक टर्मिनस 29 नवंबर से तीन जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – इसी प्रकार ट्रेन क्रमांक 14320 बरेली-इंदौर एक्सप्रेस 26 नवंबर से सात जनवरी तक तक अपने बदले हुए मार्ग ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 12162 आगरा कैंट-एलटीटी लश्कर एक्सप्रेस 29 नवंबर से तीन जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 22706 जम्मूतवी-तिरुपति 28 नवंबर से दो जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 12752 जम्मूतवी-नांदेड़ 30 नवंबर से चार जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 22408 हजरत निजामुद्दीन-अंबिकापुर एक्सप्रेस 25 नवंबर से छह जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 11078 जम्मूतवी-पुणे झेलम एक्सप्रेस 24 नवंबर से सात जनवरी तक ग्वालियर-गुना-बीना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 09466 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस एक दिसंबर से पांच जनवरी तक बदले हुए मार्ग कानपुर से इटावा-ग्वालियर-गुना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 09465 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस 28 नवंबर से दो जनवरी तक कानपुर-इटावा-ग्वालियर-गुना के रास्ते चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 11123 ग्वालियर-बरौनी मेल 25 नवंबर से आठ जनवरी तक ग्वालियर से इटावा होते हुए कानपुर तक जाएगी। – ट्रेन क्रमांक 11124 बरौनी-ग्वालियर मेल 24 नवंबर से सात जनवरी तक कानपुर-इटावा होते हुए ग्वालियर आएगी। – ट्रेन क्रमांक 04137 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस 26 नवंबर से सात जनवरी तक ग्वालियर-इटावा होते हुए गोविंदपुरी जाएगी। – ट्रेन क्रमांक 04138 बरौनी-ग्वालियर 24 नवंबर से पांच जनवरी तक ग्वालियर-इटावा होते हुए गोविंदपुरी के बीच संचालित होगी। इन ट्रेनों के बदले स्टेशन – ट्रेन क्रमांक 19665 खजुराहो-उदयपुर इंटरसिटी 26 नवंबर से नौ जनवरी तक आगरा कैंट से शुरू होगी। – ट्रेन क्रमांक 19666 उदयपुर-खजुराहो इंटरसिटी 24 नवंबर से सात जनवरी तक आगरा कैंट तक संचालित की जाएगी। – ट्रेन क्रमांक 12279-12280 ताज एक्सप्रेस 25 नवंबर से आठ जनवरी तक ग्वालियर से दिल्ली के बीच संचालित की जाएगी। देरी से चलेंगी ये ट्रेनें – ट्रेन क्रमांक 22196 बांद्रा टर्मिनस-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी मंगलवार और बुधवार को 25 नवंबर से एक जनवरी 2026 तक उत्तर मध्य रेलवे पर 90 मिनट विलंब से चलेगी। – ट्रेन क्रमांक 02200 बांद्रा टर्मिनस-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी शनिवार को 29 नवंबर से तीन जनवरी 2026 तक उत्तर मध्य रेलवे पर 90 मिनट देरी से जाएगी।

त्योहार पर बिहार जाना हुआ आसान: रेलवे की स्पेशल ट्रेनों से छठ–दीवाली पर मिलेगी सुविधा

सीतामढ़ी.  त्योहारों के मौसम में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने दिल्ली से बिहार के सीतामढ़ी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल से चलेगी और लखनऊ होते हुए सीतामढ़ी पहुंचेगी. रेलवे का कहना है कि त्योहारों के दौरान यात्रियों को सुविधा देने और सामान्य ट्रेनों पर दबाव कम करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. इस विशेष ट्रेन के शुरू होने से बिहार आने-जाने वाले यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है, खासकर उन लोगों के लिए जो हर साल छठ, दिवाली और अन्य पर्वों पर अपने घर लौटते हैं. ट्रेन नंबर 04016 आनंद विहार-सीतामढ़ी स्पेशल ट्रेन का संचालन 29 सितंबर से 30 नवंबर तक किया जाएगा. यह ट्रेन हर दिन आनंद विहार से शाम 3.30 बजे प्रस्थान करेगी और दूसरे दिन सुबह 1.20 बजे लखनऊ पहुंचेगी. इसके बाद यह ट्रेन सीतामढ़ी की ओर बढ़ेगी और दोपहर करीब 3.00 बजे गंतव्य तक पहुंच जाएगी. वापसी में यह ट्रेन 04015 सीतामढ़ी-आनंद विहार स्पेशल ट्रेन के रूप में चलेगी. सीतामढ़ी से यह ट्रेन प्रतिदिन शाम 4.30 बजे खुलेगी और दूसरे दिन सुबह 8.40 बजे लखनऊ से गुजरते हुए दिल्ली पहुंचेगी. इसकी वापसी यात्रा 30 सितंबर से 1 दिसंबर तक निर्धारित की गई है. पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि त्योहारों को देखते हुए कई अन्य रूट पर भी विशेष व्यवस्था की जा रही है. लखनऊ होकर जाने वाली वीकली स्पेशल ट्रेनों का संचालन 27 सितंबर से किया जाएगा. इसके अलावा यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गोमती नगर-बेंगलुरु-गोमती नगर ट्रेन के फेरे भी बढ़ा दिए गए हैं. अब यह ट्रेन दिसंबर तक नियमित रूप से चलेगी. रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस निर्णय से यात्रियों को घर लौटने और अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने में आसानी होगी. मऊ-उधना वीकली स्पेशल भी शुरू रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए मऊ-उधना वीकली स्पेशल ट्रेन भी चलाने का ऐलान किया है. ट्रेन नंबर 05017 मऊ-उधना वीकली स्पेशल 27 सितंबर से 1 नवंबर तक हर शनिवार को मऊ से शाम 5.30 बजे खुलेगी. यह ट्रेन उसी रात बादशाहनगर 2.02 बजे और ऐशबाग 2.40 बजे पहुंचेगी और दूसरे दिन दोपहर 12.00 बजे उधना पहुंचेगी. वापसी में ट्रेन नंबर 05018 उधना-मऊ के रूप में 28 सितंबर से 2 नवंबर तक हर रविवार को चलेगी. यह ट्रेन उधना से दोपहर 3.00 बजे खुलेगी और अगले दिन ऐशबाग 2.15 बजे तथा बादशाहनगर 2.47 बजे पहुंचते हुए आगे बढ़ेगी. रेलवे ने इन ट्रेनों के स्टॉपेज और टाइमिंग पहले ही साझा कर दिए हैं ताकि यात्रियों को सुविधा मिल सके और वे अपने यात्रा की योजना बना सकें.

डोंगरगढ़ में ट्रेन सुविधाएं बढ़ीं: नवरात्रि के लिए 1 मेमू स्पेशल, 2 मेमू ट्रेनें अब गोंदिया तक

 रायपुर भारत में नवरात्र का पर्व एक विशेष धार्मिक अवसर है, जिसे भक्तों के लिए यात्रा करना अक्सर चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस समय हर साल रेलवे प्रशासन भक्तों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करता है।इस बार भी, 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक डोंगरगढ़ देवीधाम रेलवे स्टेशन पर 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को 9 दिनों के लिए स्टापेज दिया गया है, जिससे यात्रियों को बहुत राहत मिल सकेगी। इसके साथ ही, 2 मेमू ट्रेनों का गोंदिया तक विस्तार भी किया गया है और 1 स्पेशल मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। दो मेमू का किया विस्तार नवरात्र के दौरान ही गाड़ी संख्या 68741 दुर्ग-गोंदिया मेमू का रायपुर तक विस्तार किया गया है। यह शाम 5.15 बजे रायपुर से रवाना होगी। 68742 गोंदिया-दुर्ग मेमू रात रायपुर रात 10.40 बजे आएगी। इसी तरह रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू का गोंदिया तक विस्तार किया गया है। मेमू 68729 रात 11.40 बजे डोंगरगढ़ से रवाना होकर 1.20 गोंदिया पहुंचेगी। 68730 डोंगरगढ़-गोंदिया मेमू 1.45 गोंदिया से रवाना होकर 3.20 बजे डोंगरगढ़ पहुंचेगी। डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव रेलवे प्रशासन ने नवरात्र पर्व के दौरान डोंगरगढ़ माता मंदिर पहुंचने वाले भक्तों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पांच जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों को डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन पर ठहराव देने की घोषणा की है। इन ट्रेनों में शामिल हैं: दुर्ग-डोंगरगढ़ के बीच स्पेशल श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे डोंगरगढ़-दुर्ग के बीच मेमू स्पेशल चलाएगा। यह मेमू 06886 डोंगरगढ-दुर्ग 1 बजे डोंगरगढ़ से निकलेगी, जो कि 1.05 जतकनहार, 1.11 मुसरा, 1.19 बकल, 1.30 राजनांदगांव, 1.40 परमलकसा, 1.50 मुरहीपार, 1.57 रसमरा, 2.20 बजे दुर्ग पहुंचेगी। इसी प्रकार 06885 दुर्ग- डोंगरगढ़ मेमू दुर्ग से 2.40 बजे निकलेगी, जो कि 2.45 रसमरा, 2.53 मुरहीपार, 3.01 परमलकसा, 3.09 राजनांदगांव, 3.19 बकल, 3.28 मुसरा, 3.35 जतकनहार और 4 बजे      बिलासपुर-भगत की कोठी-बिलासपुर एक्सप्रेस     बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस     बिलासपुर-चेन्नई-बिलासपुर एक्सप्रेस     बिलासपुर-पुणे-बिलासपुर एक्सप्रेस     रायपुर-सिकंदराबाद-रायपुर एक्सप्रेस डोंगरगढ़ स्टेशन पर 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव: 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक डोंगरगढ़ स्टेशन पर 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव दो मिनट के लिए दिया गया है, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी। मेमू ट्रेनों का विस्तार: गोंदिया-दुर्ग मेमू ट्रेन का फेरा 9 दिनों के लिए रायपुर तक बढ़ाया गया है, जबकि रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू ट्रेन को गोंदिया तक बढ़ाया गया है। स्पेशल मेमू ट्रेन: दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच 9 दिनों के लिए एक स्पेशल मेमू ट्रेन चलाई जाएगी, जो यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधा प्रदान करेगी। नवरात्र के दौरान रेलवे प्रशासन की तैयारी: रेलवे प्रशासन ने नवरात्र के पर्व के दौरान यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेन सेवाओं की व्यवस्था की है। विभिन्न एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव: बिलासपुर-भगत की कोठी, बिलासपुर-बीकानेर, बिलासपुर-चेन्नई, बिलासपुर-पुणे और रायपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेनों को डोंगरगढ़ स्टेशन पर 9 दिनों के लिए ठहराव दिया गया है। गोंदिया-दुर्ग मेमू का फेरा रायपुर तक बढ़ाया गया नवरात्र के दौरान गोंदिया से दुर्ग तक चलने वाली मेमू ट्रेन को रायपुर तक बढ़ाया गया है। यह ट्रेन गोंदिया से दुर्ग तक पहुंचने के बाद भिलाई नगर, भिलाई पावर हाउस, भिलाई, देव बलौदा चरौदा, डी-केबिन, कुम्हारी, सरोना होते हुए रायपुर पहुंचेगी। वापसी में यह वही मार्ग अपनाते हुए गोंदिया लौटेगी। यह ट्रेन नवरात्र के दौरान भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्शन बनेगी, जिससे वे आसानी से यात्रा कर सकेंगे और अपनी धार्मिक यात्रा का आनंद ले सकेंगे।  रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू को गोंदिया तक बढ़ाया गया दूसरी ओर, रायपुर से डोंगरगढ़ के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन को भी 9 दिनों के लिए गोंदिया तक बढ़ा दिया गया है। यह ट्रेन डोंगरगढ़ से गुदमा, आमगांव, धानौली, सालेकसा, दरेकसा, बोरतलाव, पनिया-जोब होते हुए गोंदिया पहुंचेगी। वापसी में यह गोंदिया से डोंगरगढ़ होते हुए रायपुर तक पहुंचेगी। यह विस्तार न केवल धार्मिक यात्रियों के लिए एक सुविधा है, बल्कि इससे इस क्षेत्र के अन्य यात्रियों को भी यात्रा में आसानी होगी।  दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच मेमू स्पेशल इसके अतिरिक्त, दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच 9 दिनों के लिए एक विशेष मेमू ट्रेन भी चलायी जाएगी। यह ट्रेन दुर्ग से रसमरा, मुरहीपार, परमलकसा, राजनांदगांव, बकल, मुसरा, जटकन्हार होते हुए डोंगरगढ़ पहुंचेगी। यह स्पेशल ट्रेन नवरात्र पर्व के दौरान यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए चलाई जाएगी। नवरात्र पर रेलवे की तैयारी: भक्तों के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भारतीय रेलवे ने हर साल की तरह इस बार भी नवरात्र के दौरान यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा है। डोंगरगढ़ स्टेशन पर 9 दिनों के लिए 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव, गोंदिया-दुर्ग और रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू ट्रेनों का विस्तार, साथ ही विशेष मेमू ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन सभी उपायों से यह सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों को न केवल धार्मिक यात्रा का आनंद मिले, बल्कि उन्हें यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।   छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ देवी धाम की विशेषताऐं छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव ज़िले में स्थित डोंगरगढ़ देवी धाम को मां बम्लेश्वरी मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह 1,600 फीट ऊँची पहाड़ी पर स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है, जहां लाखों भक्त हर साल दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर तक पहुँचने के लिए भक्तों को लगभग 1,100 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, और जो सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते, उनके लिए रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है।  मां बम्लेश्वरी मंदिर की मुख्य बातें:     स्थान: यह मंदिर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव ज़िले के डोंगरगढ़ शहर में स्थित है।      ऊंचाई: यह 1,600 फीट ऊँची पहाड़ी की चोटी पर बना है।     इतिहास: इस शक्तिपीठ का इतिहास करीब 2,000 वर्ष पुराना माना जाता है।     छोटी बम्लेश्वरी: पहाड़ी के समतल पर एक और मंदिर है जिसे छोटी बम्लेश्वरी के नाम से जाना जाता है।     पहुँच: भक्तों के लिए मंदिर तक पहुँचने के लिए लगभग 1,100 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं।     रोपवे: सीढ़ियाँ न चढ़ पाने वाले भक्तों के लिए रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है।     मेला: नवरात्रि के समय यहाँ विशाल मेले का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। इन ट्रेनों के डोंगरगढ़ में ठहरने का समय दो मिनट के लिए निर्धारित किया गया है। यह यात्रियों को मंदिरों के दर्शन करने के … Read more

त्योहारों पर राहत: रेलवे छत्तीसगढ़ से गुजार रही 4 स्पेशल ट्रेनें

बिलासपुर भारतीय रेलवे ने त्योहारों में इस बार 150 पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से बिलासपुर, रायपुर और पश्चिम मध्य रेलवे से भोपाल, कोटा जैसे स्टेशनों को जोड़ते हुए विशेष ट्रेनें चलाई जाएगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन से दुर्गापूजा, दीपावली और छठ पर्व पर यात्रियों की सुविधा के लिए 4 पूजा स्पेशल ट्रेन चलेगी। इन ट्रेनों की 30 फेरों की घोषणा की गई है। दुर्ग और हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच पूजा स्पेशल ट्रेन के 8 फेरे चलाए जाएंगे। गाड़ी संख्या 08760 दुर्ग से 5 अक्टूबर से 23 नवंबर तक हर रविवार को चलेगी। यह गाड़ी दुर्ग से सुबह 10.45 बजे रवाना होगी और अगली दिन सुबह 11.10 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचेगी। यह ट्रेन रायपुर, उसलापुर, पेंड्रा रोड, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी मुरवारा, दमोह, सागर, झांसी, आगरा कैंट, मथुरा जंक्शन और पलवल स्टेशनों पर ठहरेगी। ट्रेन में 20 कोच होंगे, जिनमें एसी, स्लीपर और जनरल डिब्बों की सुविधा उपलब्ध रहेगी। वहीं गाड़ी संख्या 08761 हजरत निजामुद्दीन से 6 अक्टूबर से 24 नवंबर तक हर सोमवार को रवाना होगी।

रेलवे अपडेट: बिलासपुर-झारसुगुड़ा रूट पर काम, यात्रियों को झेलनी पड़ेगी 8 ट्रेनों की देरी

बिलासपुर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी रेल लाइन का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी परियोजना के तहत रायगढ़ स्टेशन को चौथी रेल लाइन से जोड़ने का काम 31 अगस्त से 15 सितम्बर तक विभिन्न तिथियों पर किया जाएगा। इस दौरान नान-इंटरकनेक्टिविटी कार्य के कारण कुछ यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा। कुल आठ ट्रेनें हैं जो अलग-अलग तिथियों पर विलंब से चलेंगी। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए कार्य को चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। काम पूरा होने के बाद ट्रेनों की रफ्तार और समय पालन में उल्लेखनीय सुधार होगा। यह लाइन न केवल इस व्यस्त मार्ग पर ट्रेनों की गति और समयबद्धता को बेहतर बनाएगी, बल्कि नई गाड़ियों के संचालन का मार्ग भी प्रशस्त करेगी। इस 206 किलोमीटर लंबे खंड में अब तक 150 किलोमीटर से अधिक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इन गाड़ियों की यात्रा प्रभावित 2 सितम्बर – 18477 पुरी-योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस 6 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। 2 सितम्बर – 17007 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस 2 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। 2 सितम्बर – 20917 इंदौर-पुरी एक्सप्रेस 6 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। 3 सितम्बर – 12262 हावड़ा-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस 6 घंटे देरी से रवाना होगी। 3 सितम्बर – 13288 आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस 4 घंटे देरी से रवाना होगी। 3 सितम्बर – 20472 पुरी-श्री गंगानगर एक्सप्रेस 3 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। 3 सितम्बर – 13287 दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस 6 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। 4 सितम्बर – 18478 योगनगरी ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस 6 घंटे 30 मिनट देरी से रवाना होगी। देरी से रवाना होने वाली गाड़ियां आज और कल गेवरा तक नहीं जाएंगी दो ट्रेनें 12.63 किलोमीटर लंबी कोरबा बायपास लाइन का निर्माण किया जा रहा है। इस लाइन को कुसमुंडा ब्लॉक स्टेशन से जोड़ने के लिए 30 और 31 अगस्त को एनआइ कार्य किया जाएगा। इस काम के कारण कुछ लोकल ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहेगा। विशेषकर कोरबा और गेवरा रोड के बीच कुछ सेवाएं दो दिनों तक बंद रहेंगी। रेलवे की ओर से जारी सूचना के अनुसार 30 व 31 अगस्त को 68734 बिलासपुर–गेवरारोड मेमू कोरबा तक ही चलेगी, कोरबा–गेवरारोड के बीच रद रहेगी। परिवर्तित मार्ग से चलेंगी ट्रेनें, सफर से पहले दें ध्यान पूर्वी तटीय रेलवे के सम्बलपुर स्टेशन में यार्ड रीमॉडलिंग का कार्य चल रहा है। यह कार्य अब एक सितम्बर 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इसके चलते दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से संबंधित कई यात्री गाड़ियों का संचालन परिवर्तित मार्ग सरला जंक्शन व सम्बलपुर सिटी होकर किया जाएगा। बिलासपुर से गुजरने वाले यात्रियों को भी इस बदलाव का ध्यान रखना होगा। यात्रा से पहले ट्रेन के मार्ग और समय की जानकारी रेलवे की वेबसाइट से ले सकते हैं।  

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए रीवा और डॉ. आंबेडकर नगर के बीच स्पेशल ट्रेनें शुरू कीं

भोपाल  यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। दशहरा, दिवाली और छठ पूजा पर यूपी-बिहार तरफ जाने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भोपाल रेल मंडल अंतर्गत 100 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया कि त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने रीवा और डॉ. आंबेडकर नगर के बीच फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। पांच-पांच फेरे चलाए जाएंगे ट्रेन 01704-01703 रीवा-डॉ. अंबेडकर नगर-रीवा फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन का संचालन 27 सितंबर से 25 अक्टूबर तक प्रत्येक शनिवार और रविवार को किया जाएगा। इस दौरान कुल पांच-पांच फेरे चलाए जाएंगे। ट्रेन 01704 रीवा से रात 10.20 बजे रवाना होकर इटारसी सुबह 6 बजे, नर्मदापुरम 06.33 बजे, रानी कमलापति 08.40 बजे, भोपाल 9 बजे और संत हिरदाराम नगर 09.33 बजे होते हुए अगले दिन दोपहर 3.05 बजे डॉ. आंबेडकर नगर पहुंचेगी। ट्रेन 01703 डॉ. आंबेडकर नगर से रात 9.20 बजे रवाना होकर संत हिरदाराम नगर रात 02.45 बजे, भोपाल 03.35 बजे, रानी कमलापति 03.52 बजे, नर्मदापुरम सुबह 05.18 बजे, इटारसी 05.40 बजे होते हुए उसी दिन दोपहर 1.30 बजे रीवा पहुंचेगी।