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दक्षिणी मध्यप्रदेश में एक्टिव हुआ सिस्टम, 15 जिलों में बारिश और गरज-चमक की चेतावनी

 इंदौर मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट बदल चुका है। दक्षिणी हिस्से में सक्रिय हुए नए सिस्टम की वजह से मंगलवार से ही आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने बुधवार को भी इंदौर, बुरहानपुर, बैतूल, खरगोन, धार, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट समेत 15 जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। दिवाली की रात जबलपुर में तेज बारिश ने जहां लोगों को चौंका दिया, वहीं मंगलवार को भोपाल और आसपास के जिलों में बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी हुई। विभाग का कहना है कि अगले तीन दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा, जबकि नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर तेजी से बढ़ने की संभावना है। अरब सागर में सिस्टम एक्टिव, असर MP तक दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बना लो प्रेशर एरिया अगले 24 घंटों में और मजबूत हो सकता है। साथ ही, समुद्र में चक्रवातीय गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं, जिनका प्रभाव विशेष रूप से मध्यप्रदेश के दक्षिणी इलाकों में पड़ेगा। रात में ठंड, दिन में गर्मी राज्य में मौसम के इस बदलाव का असर तापमान पर भी साफ नजर आ रहा है। रातें ठंडी हो गई हैं, जबकि दिन में धूप के कारण गर्मी बनी हुई है। भोपाल में रात का तापमान गिरकर 17.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इंदौर में 18.6 डिग्री, ग्वालियर और उज्जैन में 19.5 डिग्री, जबकि जबलपुर में 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सबसे कम तापमान राजगढ़ में 15.4 डिग्री रहा। नवंबर से पड़ेगी कड़ाके की ठंड मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह से तेज ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो जनवरी के अंत तक रहेगा। इस बार फरवरी तक ठंड का असर महसूस किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2010 के बाद यह सबसे सर्द सर्दी हो सकती है। साथ ही, सर्दियों में सामान्य से ज्यादा बारिश की भी संभावना है। विदा हो चुका है मानसून, फिर भी जारी है बारिश मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि मध्यप्रदेश से मानसून 13 अक्टूबर को विदा हो चुका है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाले सिस्टम के कारण छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी है। इस साल प्रदेश में मानसून की एंट्री 16 जून को हुई थी और कुल 3 महीने 28 दिन सक्रिय रहा। बारिश में कई जिलों ने तोड़ा रिकॉर्ड इस मानसून सीजन में प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। गुना सबसे अधिक बारिश वाला जिला रहा, जहां 65.7 इंच पानी गिरा। वहीं श्योपुर में 216.3% बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर-चंबल संभाग में औसत से दोगुनी बारिश हुई। हालांकि, शाजापुर ऐसा जिला रहा जहां सबसे कम 28.9 इंच (81.1%) वर्षा हुई, जो भारी कमी की श्रेणी में आता है। उज्जैन, सीहोर और बैतूल में कोटा पूरा तो नहीं हुआ, लेकिन सामान्य के करीब वर्षा हुई। 

मप्र में बदलेगा मौसम का रंग: अक्टूबर में हल्की बारिश, नवंबर से दस्तक देगी सर्दी

भोपाल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी के चलते मध्य प्रदेश का मौसम एक बार फिर बदल गया है। फिलहाल 22-23 अक्टूबर तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा।खास करके 20 अक्टूबर से प्रदेश के दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा या बूंदाबांदी के आसार हैं।इधर, 21 और 24 अक्टूबर को भी दो नए वेदर सिस्टम सक्रिय होने वाले है, जिसका प्रदेश पर असर देखने को मिलेगा। नवंबर के दूसरे सप्ताह कड़ाके की ठंड़ पड़ना शुरू हो जाएगी जो जनवरी तक बनी रहेगी। इस बार ठंड का असर फरवरी तक जारी रह सकता है।  मध्य प्रदेश में अक्टूबर महीने में मौसम का मिला-जुला असर दिखने को मिल रहा है। जहां रात और सुबह हल्की ठंड महसूस हो रही है, वहीं दिन में धूप का असर भी बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, अक्टूबर में मौसम की मिजाज ऐसे ही रहेंगे, लेकिन नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में तेज ठंड का दौर शुरू होने की संभावना है। मौसम का वर्तमान हाल 18 अक्टूबर को मौसम का मिजाज बदला रहा। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं इंदौर और खंडवा में तेज बारिश हुई। उज्जैन समेत कई शहरों में भी बादल छाए रहे। मौसम विभाग के अनुसार, 20 अक्टूबर से हल्की बूंदाबांदी शुरू होगी। 21 अक्टूबर से दक्षिणी हिस्से के ज्यादातर जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर रह सकता है। मध्य प्रदेश के सभी जिलों में 19 अक्टूबर को मौसम साफ रहेगा। धूप खिली रहेगी, हल्की बारिश की कोई चेतावनी नहीं। अगले 2 दिन कैसा रहेगा मौसम 20 अक्टूबर: बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर जिलों में हल्की बारिश की संभावना। बाकी जिलों में मौसम साफ और धूप रहेगी। 21 अक्टूबर: बैतूल, नर्मदापुरम, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर में गरज-चमक और हल्की बारिश का अलर्ट। बाकी जिलों में तेज धूप। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी की वजह से मौसम का मिजाज बदल रहा है। 22-23 अक्टूबर तक यही स्थिति बनी रहेगी। नवंबर से ठंड का असर मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह से कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा, जो जनवरी तक जारी रहेगा। इस बार ठंड का असर फरवरी तक रह सकता है। 2010 के बाद इस बार सर्दी सबसे भीषण हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और ला-नीना परिस्थितियों के कारण इस सर्दी में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इस साल मानसून का रिकॉर्ड     प्रदेश से मानसून विदा हो चुका है। 16 जून से 13 अक्टूबर तक मानसून 3 महीने 28 दिन सक्रिय रहा।     इस साल प्रदेश में सामान्य से 15% ज्यादा बारिश दर्ज हुई (121% बारिश)।     कुल बारिश: 48 इंच, सामान्य औसत 37.2 इंच।     सबसे ज्यादा बारिश: गुना (65.6 इंच), मंडला-रायसेन (62 इंच), श्योपुर-अशोकनगर (56 इंच से अधिक)।     सबसे कम बारिश: शाजापुर (28.9 इंच)।     ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश का आंकड़ा सामान्य से दोगुना रहा।     अधिकांश जिलों में कोटा पूरा हो गया, जबकि उज्जैन, शाजापुर, बैतूल और सीहोर में बारिश सामान्य स्तर के आसपास रही।

राजस्थान में ठंड का जोर, जानें कब तक जारी रहेगा असर और मिलेगी राहत

सीकर राजस्थान में पिछले चार-पांच दिनों से उत्तरी हवाओं के सक्रिय रहने के कारण सुबह और रात के समय लोगों को गुलाबी सर्दी का एहसास हो रहा है। आज सुबह भी कई जगहों पर इस गुलाबी सर्दी का असर देखा गया। मौसम विभाग के अनुसार, कल से राजस्थान में इन उत्तरी हवाओं का प्रभाव कम हो जाएगा। इससे मौसम में ठंडक भी घटेगी और लोगों को गुलाबी सर्दी से थोड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही, राजस्थान में एक सप्ताह तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है। इस दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी भी दर्ज की जाएगी। पिछले 24 घंटे में राजस्थान का सबसे ठंडा क्षेत्र उदयपुर का डबोक एयरपोर्ट रहा, जहाँ न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त, पिलानी में 16.6 डिग्री, सीकर में 16.7 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। सबसे अधिक तापमान की बात करें तो जैसलमेर में 35.3, जोधपुर में 33.8, चित्तौड़गढ़ में 33, और फलोदी में 34.4 डिग्री अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान में गुलाबी सर्दी के प्रभाव की बात करें तो शेखावाटी और मेवाड़ क्षेत्रों में इसका असर अधिक है। वहीं, हाड़ौती और मरुस्थलीय इलाके, जैसे जैसलमेर और जोधपुर, में गुलाबी सर्दी का असर अपेक्षाकृत कम देखा गया है।

निकालिए गर्म कपड़े! दिवाली तक झारखंड में दस्तक देगी ठंड

रांची देशभर में इस बार हो रही अधिक बारिश ने सभी को हैरान कर दिया है। त्यौहार शुरू हो गए हैं, लेकिन बारिश ने त्योहारों की खुशियों को फीका किया हुआ है। वहीं, झारखंड की बात करें तो यहां 9 अक्टूबर तक हल्की बारिश होने की संभावना बनी हुई है। रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में अब बादल छंट रहे हैं। लगातार बारिश में अब कमी आएगी। अगले 4 दिनों के दौरान हवा में तेजी से बदलाव होंगे। इससे बादल साफ होंगे। इसके साथ ही मानसून वापसी की प्रक्रिया आरंभ होगी। मौसम विभाग के अनुसार 10 अक्टूबर के बाद हल्की ठंड शुरू होने लग जाएगी। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक, झारखंड में 11 अक्टूबर से मानसून की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, 10 अक्टूबर तक कहीं-कहीं हल्की बारिश और वज्रपात की संभावना बनी रहेगी। इसके बाद राज्य में शुष्क मौसम की शुरुआत होगी। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर बना रहेगा, जिससे दोपहर के समय बादल छाने और हल्की बारिश की स्थिति बन सकती है। मानसून की विदाई के बाद झारखंड में मौसम में धीरे-धीरे बदलाव देखा जाएगा। सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस होने लगेगी, जबकि दिन में मौसम खुशनुमा बना रहेगा। अनुमान है कि दिवाली तक राज्य में गुलाबी ठंड का प्रभाव साफ तौर पर दिखने लगेगा।

मौसम का मिज़ाज बदला: प्रदेश के 11 जिलों में ओले गिरने की संभावना, 15 क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश

लखनऊ उत्तर प्रदेश में मानसून के विदा होने से पहले पूरब और पश्चिम दोनों संभागों में जोरदार बारिश देखने को मिली है। अब पश्चिमी विक्षोभ के असर से सोमवार को पश्चिमी यूपी में ओले भी गिरने वाले हैं। माैसम विभाग ने सोमवार के लिए पश्चिमी तराई के सहारनपुर, शामली, बिजनाैर समेत 15 जिलों में गरज चमक के साथ ओले गिरने की आशंका जताई है। वहीं पश्चिम के 13 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दाैरान 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज झोंकेदार हवाएं चलने की भी चेतावनी है। लगभग 38 जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की भी आशंका है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से सोमवार को पश्चिमी यूपी के कई जिलों में भारी बारिश और गरज चमक के साथ ओले गिरने की चेतावनी है। बुधवार से पूर्वी और पश्चिमी यूपी में माैसम के शुष्क रहने के संकेत हैं। आज फिर बदल सकता है मौसम का मिजाज राजधानी में रविवार को दिन चढ़ने के साथ धूप खिली। पारा चढ़ने के साथ गर्मी भी बढ़ी। हवा में नमी ज्यादा होने के कारण दोपहर में तीखी धूप के साथ उमस बेकाबू होती गई। हालांकि सुबह और शाम के वक्त नमी से भरी ठंडी हवाओं के चलते ही गर्मी से थोड़ी राहत रही। रविवार को धूप की तेजी के चलते अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। माैसम विभाग का कहना है कि सोमवार को एक बार फिर राजधानी क्षेत्र में बादलों की सक्रियता बढ़ने के आसार हैं। इससे छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना भी है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से सोमवार को लखनऊ में बादलों की आवाजाही के साथ बूंदाबांदी की परिस्थितियां बन सकती हैं। इससे गर्मी और उमस से राहत मिलेगी। विक्षोभी की तीव्रता ज्यादा रही तो मंगलवार को भी बादल और बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 2.9 डिग्री की उछाल के साथ 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान बिना किसी बदलाव के साथ 24.2 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड हुआ।  

मौसम अलर्ट: छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने की संभावना, बारिश में होगी कमी

रायपुर छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में बारिश में कमी आने की संभावना जताई गई है। रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान लगभग 32° और न्यूनतम 24° डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। हालांकि अब पश्चिमी झारखंड व दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश में सक्रिय कम दबाव क्षेत्र धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने चेताया है कि वर्षा के दौरान बिजली गिरने और जल जमाव की संभावना बनी हुई है। नागरिकों और प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क रहने की अपील की गई है। रायपुर में पांच अक्टूबर को मौसम सामान्यतः मेघमय रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक की संभावना है। हालांकि पिछले दिनों की अपेक्षा तापमान में सामान्य से हल्का अंतर देखा गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बारिश की कमी और दबाव क्षेत्र की स्थिति के कारण अगले दिन हल्की बारिश की संभावना है। शहरवासियों को बिजली गिरने और जल जमाव से सतर्क रहने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ के अन्य जिलो में तापमान बिलासपुर में अधिकतम तापमान 30.6° और न्यूनतम 24.8°, अंबिकापुर में 28° और 22.5°, जगदलपुर में 30.2° और 22.5° डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। पेंड्रारोड और दुर्ग में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। चेतावनी और सावधानियां मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बारिश के दौरान बिजली गिरने और स्थानीय जल जमाव की संभावना बनी हुई है। प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कम दबाव क्षेत्र की स्थिति के कारण आंशिक बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहेगा। आगामी दिनों में मौसम में स्थिरता आएगी और बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे कम होगी। फिर भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। नागरिकों से सड़क, नाले और जल जमाव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतने की अपील की गई है।

ताजा बर्फबारी के बाद लाहौल घाटी में अलर्ट जारी, जानें पूरा मौसम अपडेट

शिमला हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू सहित जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति में मौसम ने फिर करवट ली है। रविवार सुबह से जहां कुल्लू घाटी में झमाझम बारिश हो रही है वहीं, लाहौल घाटी में ताजा बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आई है। लाहौल में यह इस सीजन की पहली बर्फबारी है। रोहतांग दर्रा, बारालाचा समेत पूरी लाहौल घाटी में में ताजा बर्फबारी हो रही है। वहीं, बर्फबारी से रोहतांग मार्ग बंद हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को बारिश और ओलावृष्टि का येलो तथा सोमवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आठ अक्तूबर तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। इस दाैरान उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना भी है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर के साथ बंगाल की खाड़ी से उच्च नमी के संचार व अन्य अनुकूल स्थितियों के प्रभाव के साथ हिमाचल में प्रवेश कर रहा है। शनिवार को राजधानी शिमला सहित अधिकांश जिलों में मौसम साफ रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में 8 अक्तूबर तक लगातार बारिश होने का पूर्वानुमान है। 5 से 7 अक्तूबर के दौरान बारिश की अधिक गतिविधि होने की संभावना है, जिसकी अधिकतम तीव्रता 6 अक्तूबर को होगी। कुछ स्थानों पर 5 से 7 अक्तूबर के दौरान गरज के साथ 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने की संभावना है। इस दौरान अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। 5 अक्तूबर को कुछ स्थानों पर भारी बारिश और 6 अक्तूबर को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 8 अक्तूबर को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 7 अक्तूबर को राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 9 अक्तूबर से पूरे प्रदेश में माैसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। रविवार को ऊना, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व लाहाैल-स्पीति में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 6 अक्तूबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सिरमौर और लाहौल-स्पीति में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश-बर्फबारी व ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, किन्नौर, हमीरपुर व ऊना के लिए येलो अलर्ट है। 7 अक्तूबर को ऊना, चंबा व कांगड़ा के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट है। शिमला जिले के लिए 5 से 7 अक्तूबर तक अंधड़ का अलर्ट है। आगामी दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की कमी आने और अधिकतम तापमान 5 से 9 डिग्री सेल्सियस कम हो सकता है। कहां कितना रहा न्यूनतम पारा शुक्रवार रात को शिमला में न्यूनतम तापमान 14.0, सुंदरनगर में 17.7, भुंतर में 15.0, कल्पा में 7.2, धर्मशाला में 16.6, ऊना में 18.2, नाहन में 19.0, सोलन में 16.3, मनाली में 10.9, कांगड़ा में 17.9, मंडी में 18.5, बिलासपुर में 20.9, हमीरपुर में 19.5, कुकुमसेरी में 6.6, नारकंडा में 10.7, भरमाैर में 12.6, रिकांगपिओ में 11.5 और ताबो में 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

मौसम विभाग की चेतावनी: आज फिर तगड़ी बारिश और तूफ़ानी हवा का कहर

नई दिल्ली देश के विभिन्न हिस्सों में आज और कल जोरदार बारिश होने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, ओडिशा के आंतरिक हिस्सों में नया निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। यह झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास मौजूद है। इसके प्रभाव से पूर्वी भारत के बिहार में 5 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार काफी तेज रहने की आशंका है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी आज भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं, चक्रवात शक्ति के प्रभाव से कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र, कच्छ और गुजरात में 8 और 9 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ अपना असर दिखा रहा है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी के प्रवाह के कारण 5 से 7 अक्टूबर तक भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 6 और 7 अक्टूबर को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। इसके अलावा, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 6 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। नई दिल्ली में रविवार के लिए आंधी-तूफान राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में रविवार के लिए आंधी-तूफान के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। कुछ जगहों पर भारी बरसात भी हो सकती है। इसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने का अलर्ट जारी किया गया है। हवाओं की तेज रफ्तार के चलते कुछ जगहों पर नुकसान भी पहंचने की आशंका है। आईएमडी के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 0.7 डिग्री कम था और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से 2.3 डिग्री अधिक था। शाम साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 64 प्रतिशत था। आईएमडी ने रविवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद जताई है। दिल्ली में शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 114 रहा, जो मध्यम श्रेणी में आता है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट आईएमडी ने सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव होने की चेतावनी दी है। 9 अक्टूबर तक भारी बारिश जारी रह सकती है। कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किए गए हैं। राज्य में 5 और 6 अक्टूबर को कई क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की चेतावनी दी गई है। सबसे तीव्र मौसम गतिविधियां 6 अक्टूबर को होने के आसार हैं। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, ओलावृष्टि और 40-50 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम में 7 अक्टूबर को और बदलाव आएगा, जब ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। उस दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।  

आसमान से फुहार: बिहार में बारिश के संकेत, जानें अगले दिनों का मौसम

पटना बिहार के सभी जिलों में आज यानी शुक्रवार को भी बारिश और वज्रपात के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के अधिकांश भागों में एक या दो स्थानों पर मेघगर्जन, वज्रपात और तेज हवा के साथ बक्सर, भोजपुर, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, बांका, जमुई, जहानाबाद, शेखपुरा, पटना, भोजपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद में एक या दो स्थानों पर बारिश का यलो का अलर्ट जारी किया है। वहीं पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, रोहतास, औरंगाबाद और नवादा में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इधर, गयाजी, कैमूर और पश्चिमी चंपारण में अत्यंत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटे में पटना, बक्सर, समस्तीपुर, पूर्णिया समेत कई जिलों में बारिश हुई। आज सुबह से ही कई जिलों में बारिश हो रही है। कुछ जिलों धूप छांव का खेल जारी है। अगले 48 घंटे में तीन डिग्री तक गिर सकता है अधिकतम तापमान मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र और उससे जुड़ी ट्रफ रेखा के कारण भारी वर्षा की संभावनाएं बनी हुई हैं। तीन अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। इस कारण बिहार के अधिकांश हिस्सों में लगातार हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। तीन, चार और पांच अक्टूबर को पूरे बिहार में अधिकतम स्थानों पर बारिश होगी। वहीं छह से आठ अक्टूबर के बीच वर्षा की तीव्रता धीरे-धीरे घटकर कुछ स्थानों तक सीमित हो जाएगी। अगले 48 घंटे में राज्य के अधिकांश इलाकों में अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री तक कमी होने का पूर्वानुमान हैं। तीन अक्टूबर     गया, कैमूर और पश्चिम चंपारण में अत्यंत भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है     पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, रोहतास, औरंगाबाद, नवादा में भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।     अधिकांश जिलों में तेज हवा चलने और वज्रपात के आसार हैं। चार अक्टूबर     गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण में अत्यंत भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।     सीवान, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज में भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पांच अक्टूबर     पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, भागलपुर, बांका, जमुई में अति भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। छह अक्टूबर     पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं उत्तर, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य बिहार के जिलों  तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना है।