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दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचना हुआ आसान: सोनीपत से 45 मिनट का सफर, यूईआर-2 बनेगा गेमचेंजर

 गुरुग्राम   अब सोनीपत से 45 मिनट और बहादुरगढ़ से करीब 20 मिनट में दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। पहले शहरवासियों को एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कई बार महिपालपुर और सिरहौल बॉर्डर पर जाम के चलते एक-एक घंटे तक का समय लग जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  दिल्ली के रोहिणी से लगभग 11 हजार करोड़ रुपये की लागत की 6 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन व लोकार्पण किया। इनमें हरियाणा के लिए दिल्ली खंड के द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) का उद्घाटन भी शामिल है। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित अन्य नेता मौजूद थे। अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) से 75.71 किलोमीटर लंबा हाईवे शुरू होने से हरियाणा से पश्चिमी-दक्षिणी दिल्ली और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक का सफर आसान होने के साथ दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहन चालकों को जाम से राहत मिलेगी। सबसे ज्यादा फायदा न्यू गुरुग्राम के लोगों को होगा। इस मार्ग के खुलने से रोजाना करीब 50 हजार वाहन चालकों का सफर सुहाना होगा। यह हाईवे दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग से होते हुए दिल्ली के अलीपुर, रोहिणी, मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़, द्वारका से होते हुए महिपालपुर के पास दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर खत्म होगा। तीन प्रमुख राजमार्गों से जुड़ाव यूईआर-2 से फरीदाबाद से सिंघु बॉर्डर जाना भी आसान हो जाएगा। यह हाईवे एनएच-344पी, एनएच-344एम और एनएच-344एन जैसे तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से भी जुड़ेगा। साथ ही हाईवे से बहादुरगढ़ ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों सिरसा, हिसार, भिवानी, रोहतक के अलावा चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से लोगों को दिल्ली आने-जाने में सहूलियत होगी। दिल्ली के अन्य क्षेत्रों से जुड़ाव होगा आसान यूईआर-2 सिर्फ गुरुग्राम के वाहन चालकों को जाम से राहत नहीं दिलाएगा। यह दिल्ली में ही अन्य क्षेत्रों में जाने के लिए काम आएगा। द्वारका से रोहिणी, मुंडका व अन्य क्षेत्रों तक जल्द पहुंच सकेंगे। गुरुग्राम से सोनीपत, पानीपत, करनाल व अन्य स्थानों पर जाने वाले वाहन चालकों को एक और विकल्प मिल गया है। इस मार्ग से भारी वाहनों को भी फायदा होगा। दिल्ली एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी  इस मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा उत्तर भारत का औद्योगिक और कृषि केंद्र है। इस परियोजनाओं का प्रदेश को सीधा लाभ मिलेगा। कुंडली, सोनीपत, बहादुरगढ़, गुरुग्राम और मानेसर की दिल्ली एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी से निर्यात, आयात और निवेश को भी नई गति मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को कई महत्वाकांक्षी और दूरगामी परियोजनाओं से समृद्ध किया है। इनमें वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, रेल कोच रिपेयर फैक्टरी, कुण्डली-मानेसर-पलवल व कुण्डली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेसवे, गुरुग्राम-सिकंदरपुर और फरीदाबाद-बल्लभगढ़ मेट्रो लिंक, रोहतक में देश का पहला एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, रोहतक-महम-हांसी रेलवे लाइन, एम्स झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान और रेवाड़ी में एम्स जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में रिठाला से कुंडली तक मेट्रो कॉरिडोर की सौगात भी प्रदेश को मिली है। 

नई Skoda Kylaq की बड़ी कामयाबी, बिक्री में सबको पछाड़ ₹8.25 लाख से शुरू कीमत

नई दिल्ली भारतीय ग्राहकों के बीच स्कोडा की कारों को खूब पसंद किया जाता है। अगर बीते महीने यानी जुलाई, 2025 में हुई मॉडल वाइज बिक्री की बात करें तो स्कोडा काइलाक (Skoda Kylaq) ने इसमें टॉप पोजीशन हासिल कर लिया। स्कोडा काइलाक को बीते महीने कुल 3,377 नए ग्राहक मिले। बता दें कि भारतीय मार्केट में स्कोडा काइलाक की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.25 लाख से लेकर टॉप मॉडल में 13.99 लख रुपये तक जाती है। कंपनी ने स्कोडा काइलाक को साल 2024 के अंत में लॉन्च किया था। आइए जानते हैं बीते महीने कंपनी के दूसरे मॉडलों की बिक्री के बारे में विस्तार से। सिर्फ 2 यूनिट बिकी स्कोडा सुपर्ब बिक्री की इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर स्कोडा स्लाविया रही। स्कोडा स्लाविया ने इस दौरान 47 पर्सेंट की सालाना बढ़ोतरी के साथ कुल 1,168 यूनिट कार की बिक्री की। जबकि तीसरे नंबर पर बिक्री की इस लिस्ट में स्कोडा कुशाक रही। स्कोडा कुशाक ने इस दौरान 16 पर्सेंट की सालाना गिरावट के साथ कुल 901 यूनिट कार की बिक्री की। इसके अलावा, चौथे नंबर पर बिक्री की इस लिस्ट में स्कोडा कोडियाक रही। स्कोडा कोडियाक ने इस दौरान 56 पर्सेंट की सालाना गिरावट के साथ सिर्फ 106 यूनिट कार की बिक्री की। जबकि 2 यूनिट बेचकर स्कोडा सुपर्ब लास्ट पोजीशन पर रही। कुछ ऐसी है डिजाइन अगर डिजाइन की बात करें तो स्कोडा कायलाक क्लासिक बेस वेरिएंट में बॉडी कलर्ड ORVMs, डोर हैंडल, ORVM पर LED टर्न इंडिकेटर्स, LED हेडलाइट्स, LED DRLs, 16-इंच स्टील व्हील्स के लिए व्हील कवर, ब्लैक-आउट B पिलर और बहुत कुछ मिलता है। धांसू हैं कार के फीचर्स कार के केबिन में हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, टिल्ट और टेलिस्कोपिक स्टीयरिंग व्हील एडजस्ट के साथ एडजस्टेबल फ्रंट एंड रियर हेडरेस्ट जैसे फीचर्स मौजूद हैं। इसके अलावा, एसयूवी में इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और मैनुअल एसी भी दिया गया है। बता दें कि सेफ्टी के लिए एसयूवी को 5-स्टार रेटिंग मिली हुई है। कुछ ऐसा है पावरट्रेन दूसरी ओर एसयूवी के ​​पावरट्रेन में 1.0L 3-सिलेंडर टर्बो पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 114 bhp की पीक पावर और 178Nm का पीक टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। कार के इंजन जो 6-स्पीड MT या AT गियरबॉक्स से जोड़ा गया है।

भारत में विभाजन की स्थिति पर रीवा सांसद का विवादित बयान, बहस गरमाई

रीवा  कांग्रेस पर वोट चोरी का आरोप लगाने के बाद रीवा के भाजपा सांसद एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस बार भारत-पाकिस्तान विभाजन की बात करते-करते उनकी जुबान फिसल गई। सांसद ने धर्म विशेष के लोगों को लेकर एक विवादित बयान दिया है। रीवा के सांसद ने कहा कि वो लोग भारत छोड़कर नहीं गए और अब यहां छाती में बैठकर मूंग दलने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जहां हिंदु बहुसंख्यक था वहां अल्पसंख्यक हो गया। सांसद जनार्दन मिश्रा ने वायरल वीडियो में कहा कि सबसे ज्यादा मुस्लिम उत्तरप्रदेश और बिहार में थे, वो यहीं रह गए और अब यहां रहकर छाती में मेक ठोक रहे हैं(छाती पर बैठकर मूंग दलने वाली कहावत), यह स्थिति रह गई है भारत में विभाजन की। सांसद ने मऊगंज जिले में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विभाजन के समय पाकिस्तान की मांग करने वालो के साथ जा रहे कुछ लोगों को कांग्रेस ने अपने फायदे के लिए रोक लिया था। देश के लगभग 150 जिले है जहां हिन्दू बहुसंख्यक थे, लेकिन अब अल्पसंख्यक हो गए हैं। मुस्लिमों की आबादी बढ़ गई है, ये भारत में रहकर छाती में मेक ठोंक रहे हैं। गौरतलब है कि सांसद जनार्दन मिश्र अक्सर अपने बड़बोले बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते है। उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दिया बयान हो या फिर IPS और IAS अफसरों के लिए मंच पर धमकी। जनार्दन का वायरल होना तय होता है। सोमवार को ही उनका एक और बयान सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें वो वोट चोरी का उदाहरण देते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी पर निशाना साधा था। अब सोमवार को ही उनका एक और विवादित बयान सामने आया है जो मुस्लिम समाज को लेकर है।

भारतीय मिसाइलों से बचने के लिए ईरान बॉर्डर पर छिपे पाकिस्तानी युद्धपोत, ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा

नई दिल्ली 6 और 7 मई की रात को भारतीय हमलों ने पाकिस्तान और पीओजेके में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इसके बाद नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के डीजीएमओ को सूचित किया कि उसका मिशन पूरा हो गया. हालांकि, पाकिस्तान के नेतृत्व ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की बात कही. ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम द्वारा विश्लेषित कराची और ग्वादर बंदरगाहों की सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की नौसेना का रुख रक्षात्मक था. संघर्ष के चरम पर, पाक नौसेना (PN) के युद्धपोतों को कराची के नौसैनिक गोदाम से हटाकर व्यावसायिक टर्मिनलों पर लाया गया, जैसा कि सैटेलाइट तस्वीरों में दिखाई देता है. इस बीच, अन्य युद्धपोत ग्वादर के पश्चिमी बंदरगाह पर शरण लेते नजर आए, जो ईरान की सीमा से महज 100 किमी दूर है, बजाय इसके कि वे भारत की ओर पूर्व की ओर बढ़ें. 8 मई की कराची बंदरगाह की सैटेलाइट तस्वीर बताती है कि पाक नौसेना के युद्धपोत व्यावसायिक बंदरगाह और कंटेनर टर्मिनल पर खड़े थे. शीर्ष सैन्य विशेषज्ञों ने तनाव के दौरान पाकिस्तान नौसेना की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं. सेवानिवृत्त वाइस एडमिरल एस.सी. सुरेश बंगारा, जो दक्षिणी नौसेना कमान के पूर्व कमांडर-इन-चीफ रहे और 1971 में कराची बंदरगाह पर हुए साहसिक हमले में शामिल थे. उन्होंने कहा किचूंकि हमारा आतंकी ढांचे पर 7 मई को हमला हुआ था और पाकिस्तान की तीनों सेनाओं को पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए था, फिर भी उनके अग्रिम युद्धपोत बंदरगाह पर दिखना उनकी कम ऑपरेशनल तैयारियों को दर्शाता है.  उन्होंने आगे एक पैटर्न की ओर इशारा किया, जिसमें पाक नौसेना के जहाज व्यावसायिक टर्मिनलों पर खड़े होते हैं और ऑपरेशन के दौरान व्यावसायिक विमानों की आड़ लेते हैं. उन्हें व्यावसायिक बंदरगाह क्षेत्र में लाना मिसाइल हमलों से बचने की कोशिश है.  उन्होंने इंडिया टुडे से कहा कि उनके सैन्य विमानों को व्यावसायिक उड़ानों के पास उड़ाना उनके नागरिक संसाधनों को बलि चढ़ाने की प्रवृत्ति दिखाता है. पाकिस्तानी युद्धपोत ईरान सीमा के पास शरण लेते हैं ऑपरेशन सिंदूर से ठीक छह महीने पहले, पाकिस्तान की नौसेना ने दावा किया था कि उसने एक नया हथियार-'स्वदेशी रूप से विकसित' P282 शिप-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल जोड़ लिया है. इसकी रेंज 350 किलोमीटर बताई गई थी. इसे 'उच्च सटीकता' वाले हमलों का वादा था. इस परीक्षण को एक सैन्य प्रचार वीडियो में दिखाया गया, जिसमें चीनी निर्मित जुल्फिकार-क्लास (F-22P) फ्रिगेट ने मिसाइल दागी थी. लेकिन जब मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ, तो स्थिति अलग दिखी. अंतरिक्ष कंपनी मैक्सर टेक्नोलॉजीज से मिली उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली व्यावसायिक तस्वीरों से पता चलता है कि इसके आधे जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट और अन्य युद्धपोत पश्चिम में ग्वादर में खड़े थे, जो ईरान की सीमा से महज 100 किलोमीटर दूर है. चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का गहना कहे जाने वाले ग्वादर बंदरगाह को हाल ही में अस्थायी नौसैनिक शरण स्थल में बदल दिया गया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि 10 मई तक इसके कंटेनर भंडारण क्षेत्र खाली थे, लेकिन डॉक पर सैन्य जहाजों की भीड़ थी. इसमें दो जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट, दो बड़े तुगरिल-क्लास फ्रिगेट, नौसेना का एकमात्र अमेरिकी निर्मित ओलिवर हेजर्ड पेरी-क्लास फ्रिगेट, और दो समुद्री गश्ती जहाज शामिल थे. सेवानिवृत्त वाइस एडमिरल बंगारा ने कहा, "ग्वादर, जहां व्यावसायिक गतिविधियां नहीं थीं, वहां अग्रिम पंक्ति के जहाजों को रखना गलत था, क्योंकि वे आसानी से नजर आते थे. ऐसा लगता है कि समुद्र में उनकी एकमात्र ताकत उनकी पनडुब्बियां थीं. भारत की ताकत और पाकिस्तान का दबाव इंटेल लैब के भू-खुफिया शोधकर्ता डेमियन साइमन ने बताया, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत ने अपनी पहली जंगी तैनाती की, जिसकी अरब सागर में गति को पाक नौसेना ने उजागर किया. इससे नई दिल्ली के दबाव का अंदाजा हुआ. भारत के कराची पर संभावित हमले की तैयारी से पाकिस्तान ने अपनी नौसेना को तितर-बितर कर दिया और जहाजों को नागरिक डॉक पर ले गया.  कराची के व्यावसायिक टर्मिनलों पर युद्धपोत पूर्व में, कराची के नौसैनिक गोदाम असामान्य रूप से खाली थे, जबकि 8 मई की सैटेलाइट तस्वीरों में युद्धपोत व्यावसायिक कार्गो टर्मिनलों पर खड़े दिखे. बादलों से आंशिक रूप से ढके चित्रों में कम से कम चार पाकिस्तानी नौसेना (PN) जहाज व्यावसायिक बंदरगाहों और कंटेनर टर्मिनल के पास दिखाई दिए. इसमें PNS अलमगीर, एक बाबर-क्लास कोरवेट, और एक डेमन ऑफशोर पेट्रोल वेसल (OPV) शामिल थे, जो कार्गो जहाज के पास खड़े थे, जहां कंटेनर लोड-अनलोड हो रहे थे. एक और नौसेना फ्रिगेट कंटेनर टर्मिनल पर था, न कि नौसैनिक गोदाम पर. बंगारा ने कहा, "पाक नौसेना का सेना-प्रधान ढांचे में कोई खास रोल नहीं है. भारत ने संयुक्त ऑपरेशन की शानदार योजना बनाई और ऑपरेशन सिंदूर के सभी लक्ष्य हासिल किए. हमने साफ किया कि हम दंडात्मक जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं, जिससे बिना समुद्र से एक भी मिसाइल दागे ऑपरेशन खत्म हुआ. हमारे नौसेना का शक्तिशाली हमला उनके समुद्री संसाधनों को तबाह कर सकता था, जैसे 10 अगस्त को PAF के हवाई ठिकानों को नुकसान हुआ. संयुक्त ऑपरेशन युद्ध को लंबा खींचने के लिए गोला-बारूद बचाते हैं. याद रखें, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ रुका है. ग्वादर का नया इस्तेमाल साइमन ने ग्वादर के उपयोग में बदलाव पर ध्यान दिया. "यह दबाव उस समय आया जब पाकिस्तान की पनडुब्बी शाखा की कई नौकाएं मरम्मत के लिए बाहर थीं, जिससे समुद्री डर कम हो गया. इस बढ़ते दबाव में ग्वादर—एक लंबे समय से संघर्षशील व्यावसायिक बंदरगाह नौसैनिक पीछे हटने का आधार बना. इसके 600 मीटर के डॉक में युद्धपोत और ऑफशोर टैंकरों ने इस्लामाबाद को कराची से दूर मजबूत आधार दिया. भारत की तैयारियां भारतीय नौसेना ने पहले कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो कराची पर हमला करने को तैयार है. मई 2025 में संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने कहा था कि हमारी सेनाएं अरब सागर में मजबूत स्थिति में थीं और समुद्र व जमीन पर, कराची, पर अपने चुने समय पर हमला करने की पूरी तैयारी थी.

एयरटेल का नेटवर्क ठप, तीन घंटे से मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं में दिक्कत

मुंबई   Airtel यूजर्स को कॉल और मैसेज करने में दिक्कत हो रही है. हालांकि कुछ यूजर्स एयरटेल नंबर से कॉल कर पा रहे हैं, लेकिन X पर लगातार लोग शिकायत कर रहे हैं. कॉल करने पर Call Failed का मैसेज आ रहा है. मोबाइल इंटरनेट काम कर रहा है. इतना ही नहीं लोगों को Airtel Thanks ऐप का OTP भी बिना रिक्वेस्ट किए ही मिल रहा है.  Airtel के साथ ही Perplexity की के भी कुछ फीचर्स काम नहीं कर रहे हैं. ये उन यूजर्स के साथ हो रहा है जिन्होंने Perplexity का प्लान अपने एयरटेल नंबर से लिया था. दरअसल Airtel ने Perplexity के साथ करार किया है. इसके तहत एयरटेल यूजर्स को एक साल तक के लिए फ्री Perplexity की सर्विस दी जा रही है.  UPDATE: Airtel के प्रवक्ता ने हमे बताया है कि Delhi-NCR में पिछले कुछ घंटों से लोगों को वॉयस कॉलिंग में दिक्कत हो रही थी. हालांकि अब ज्यादातर जगहों पर इसे ठीक कर दिया गया है. इसे पूरी तरह से ठीक करने के लिए इंजीनियर्स काम कर रहे हैं. माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट X पर पिछले कुछ घंटों से Airtel Down ट्रेंड कर रहा है. Airtel ने अपने ऑफिशियल हैंडल से कहा है कि Airtel में नेटवर्क आउटेज हो रहा है और कंपनी इसे ठीक करने की कोशिश कर रही है. कंपनी ने इसके लिए लोगों से माफी भी मांगी है.  कंपनी ने डिलीट किया पोस्ट? हालांकि यूजर्स Airtel पर आरोप लगा रहे हैं कि कंपनी ने पहले Tweet करके बताया कि Airtel में Network Outage है, लेकिन बाद में इस पोस्ट को X से डिलीट कर लिया गया.  डाउनडिटेक्टर के मुताबिक 3.30 बजे से Airtel Outage शुरू हो गया है और अब तक इसे ठीक नहीं किया गया है. यूजर्स लगातार Downdetector पर भी Airtel Outage को रिपोर्ट कर रहे हैं. दिलचस्प ये है कि ये समस्या सिर्फ Delhi-NCR नहीं, बल्कि पूरे देश में हो रही है.  अलग अलग तरह की प्रॉब्लम्स कई बार टेलीकॉम कंपनियों में जब Outage होता है तो नेटवर्क नहीं आते या फिर मोबाइल नेट नहीं चलता है. लेकिन इस बार हुए आउटेज में कई अलग अलग समस्याएं हो रही हैं. कुछ लोग रिपोर्ट कर रहे हैं कि उनका नेटवर्क जीरो हो चुका है, जबकि कुछ लोगों में नेटवर्क स्ट्रेंथ फुल होने के बावजूद ना कॉल आ रही है और ना ही कॉल लग रही है.  क्या Perplexity की वजह से हो रही है परेशानी? X सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग Airtel के साथ Perplexity को भी रिपोर्ट कर रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि उन्हें लगातार OTP आ रहे हैं और एयरटेल के साथ Perplexity का सब्सक्रिप्शन भी ठीक से काम नहीं कर रहा है.  एयरटेल आउटेज से मोबाइल डेटा भी ठप!  धीरे धीरे Airtel Outage बढ़ रहा है और अब लोगों का मोबाइल इंटरनेट भी काम नहीं कर रहा है. पहले नेटवर्क सिग्नल दिख रहे थे, लेकिन अब सिग्नल भी दिखने बंद हो गए हैं. मोबाइल इंटरनेट भी नहीं काम कर रहा है.  OTP ना आने की वजह से लोगों का हो रहा नुकसान सोशल मीडिया और डाउनडिटेक्टर पर लोग शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें जरूरी ट्रांजैक्शन के लिए OTP चाहिए, लेकिन एयरटेल आउटेज की वजह से 3 घंटे से OTP नहीं आ रहा है. कुछ लोगों की ये भी शिकायत है कि उनका Airtel WiFi काम नहीं कर रहा है. 

पहले मैच में नहीं खेलेंगे ईशान किशन और आकाश दीप, Duleep Trophy 2025 से बाहर रहने की ये है वजह

नई दिल्ली  ईशान किशन की भारतीय टीम में वापसी हो सकती थी, लेकिन वह चोट के कारण टल गई। अब उनको एक और झटका लगा है। दलीप ट्रॉफी के पहले मैच से ईशान किशन बाहर हो गए हैं। वे ईस्ट जोन के लिए दलीप ट्रॉफी में भाग लेने वाले थे, लेकिन एक चोट के कारण वह पहले मैच का हिस्सा नहीं होंगे। इंग्लैंड में नॉटिंघमशायर के लिए क्रिकेट खेलते समय उनको चोट लगी थी, जिससे वे अभी तक पूरी तरह रिकवर नहीं हो पाए हैं। इसी चोट के कारण उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर विकेटकीपर ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद टेस्ट टीम में रिप्लेसमेंट के तौर पर जगह नहीं मिल पाई थी। इसके अलावा तेज गेंदबाज आकाश दीप पर भी अपडेट आया है। फिलहाल के लिए ईशान किशन की जगह ईस्ट जोन टीम में ओडिशा के आशीर्वाद स्वेन को शामिल किया गया है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, ई-बाइक से गिरने के बाद किशन को कई टांके लगे थे और इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट के लिए चोटिल ऋषभ पंत की जगह टीम में शामिल नहीं लिया गया। तमिलनाडु के एन जगदीशन को ध्रुव जुरेल के बैकअप के तौर पर टीम में जगह दी गई थी। हालांकि, ईशान किशन की चोट अभी के लिए गंभीर नहीं है, लेकिन यह एहतियाती कदम है, क्योंकि उनको इंडिया ए के लिए दो मैच आने वाले समय में खेलने हैं। इसके अलावा इंग्लैंड के दौरे पर तीन टेस्ट मैच खेलने वाले आकाश दीप को आराम करने की सलाह दी गई है। वे भी ईस्ट जोन के लिए खेलने वाले थे, लेकिन उनको आराम करने के लिए कहा है। कोई छोटी इंजरी उनको हो सकती है। चौथे टेस्ट मैच में वे चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। 3 टेस्ट मैचों में आकाश दीप ने 13 विकेट निकाले थे। नाइट वॉचमैन के तौर पर उन्होंने एक शानदार अर्धशतक भी आखिरी मैच में जड़ा था। अभिमन्यु ईश्वरन की कप्तानी वाली टीम में असम के मुख्तार हुसैन उनकी जगह लेंगे। ईस्ट जोन अपने अभियान की शुरुआत 28 अगस्त से शुरू होने वाले क्वार्टर फाइनल में शुभमन गिल की अगुवाई वाले नोर्थ जोन के खिलाफ करेगा। सभी मैच बेंगलुरु के बाहरी इलाके में स्थित सीओई में खेले जाएंगे। ऑलराउंडर रियान पराग को ईस्ट जोन का उप कप्तान बनाया गया है। टीम में दो अन्य भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मोहम्मद शमी और मुकेश कुमार भी शामिल हैं। शमी ने पिछले दो वर्षों में केवल एक प्रथम श्रेणी मैच खेला है। दलीप ट्रॉफी के पहले मैच के लिए ईस्ट जोन टीम अभिमन्यु ईश्वरन (कप्तान), आशीर्वाद स्वैन (विकेटकीपर), संदीप पटनायक, विराट सिंह, डेनिश दास, श्रीदाम पॉल, शरणदीप सिंह, कुमार कुशाग्र (विकेटकीपर), रियान पराग (उप-कप्तान), उत्कर्ष सिंह, मनीषी, सूरज सिंधु जयसवाल, मुकेश कुमार, मुख्तार हुसैन और मोहम्मद शमी  

पिछड़ा वर्ग छात्रावासों का होगा आधुनिकीकरण, आधुनिक सुविधाओं से होंगे सुसज्जित – राज्यमंत्री श्रीमती गौर

आधुनिक सुविधाओं के साथ पिछड़ा वर्ग छात्रावासों का हो रहा उन्नयन : राज्यमंत्री श्रीमती गौर पिछड़ा वर्ग छात्रावासों का होगा आधुनिकीकरण, आधुनिक सुविधाओं से होंगे सुसज्जित – राज्यमंत्री श्रीमती गौर राज्यमंत्री श्रीमती गौर का ऐलान: पिछड़ा वर्ग छात्रावासों का उन्नयन, छात्रों को नई सुविधाएं मिलेगी भोपाल पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने भोपाल के भदभदा रोड स्थित पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आगामी तीन वर्षों में प्रदेश के समस्त विभागीय छात्रावासों का आदर्श छात्रावास के रूप में उन्नयन किया जाएगा। आदर्श छात्रावास में गुणवत्तापूर्ण भोजन, निवास की आदर्श परिस्थितियों एवं वातावरण उपलब्ध होने के साथ आवश्यक भौतिक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के 108 छात्रावास संचालित हैं। प्रथम चरण में 30 कन्या छात्रावासों का चयन किया गया है, जिनका उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 50 सीटर इन छात्रावासों में आदर्श किचन आधुनिक मैस, रूफटॉप सोलर संयंत्र, ई-लाइब्रेरी, वाय-फाय, मनोरंजन कक्ष आदि की व्यवस्था सीएसआर मॉडल के माध्यम से की जा रही है। भोपाल के भदभदा स्थित पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में भवन का उन्नयन कार्य, टॉयलेट ब्लॉक, किचन, मैस, डायनिंग हॉल, वॉश एरिया एवं छात्र-छात्राओं के कक्षाओं की आंतरिक साज-सजा का उन्नयन हो चुका है। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की सरकार विद्यार्थियों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जल्द ही सभी छात्रावासों में जिम और लाइब्रेरी की सुविधा भी शुरू की जाएगी। निरीक्षण के दौरान पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण आयुक्त श्री सौरभ सुमन भी उपस्थित थे।  

बाढ़ से प्रभावित पंजाब, अधिकारियों को दिए गए कड़े आदेश

जालंधर  पिछले कई दिनों से पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण पंजाब के डैमों में पानी का स्तर बढ़ने के मद्देनजर पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल ने प्रभावित जिलों में स्थिति का विस्तृत जायजा लेने के लिए सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नरों के साथ टैलीफोन पर बातचीत की। कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए तुरंत राहत प्रबंध करने के सख्त आदेश दिए। पंजाब भवन में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान उन्होंने बताया कि कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर आदि जिलों में से गुजरते दरियाओं के बांधों के अंदरूनी तरफ वाले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि दरियाओं में पानी का स्तर बढ़ रहा है और बाढ़ वाले क्षेत्रों में किसानों द्वारा बनाए गए अस्थाई बांधों में दरारें आ गई हैं। उन्होंने बताया कि कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों का करीब 14,200 एकड़ क्षेत्र बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ है। इसमें से जिला कपूरथला के क्षेत्र में जनसंख्या प्रभावित हुई है जबकि फाजिल्का और फिरोजपुर का प्रभावित क्षेत्र कृषि अधीन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन लोगों की हरसंभव सहायता के लिए मौजूद है।   उन्होंने बताया कि फील्ड में 4 सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर (एस.इज), 10 एक्सियन, 20 एस.डी.ओ. और 200 फील्ड स्टाफ (समेत जे.ई.) निरंतर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि संवेदनशील क्षेत्र को सैक्टरों में बांटा गया है ताकि तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कैम्प स्थापित करने के निर्देश दिए जिससे बेघर हुए लोगों को आश्रय, भोजन और डाक्टरी सहूलतें दी जा सकें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बनाएं बांध सुरक्षित हैं और इन बांधों से पानी का कोई ओवरफ्लो नहीं हुआ है। इन बांधों पर रोस्टर-आधारित मजबूत टीमों द्वारा 24 घंटे सख्त निगरानी की जा रही है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को पशुओं की सुरक्षा और तंदुरुस्ती के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए, जिसमें अलग शैल्टर बनाना, चारा और पीने वाले पानी की सप्लाई को यकीनी बनाना और प्रभावित क्षेत्रों में वैटरनरी टीमों की तैनाती करना शामिल है। 

राज्य स्तर के बाद हर जिले में होगा पुलिस शिकायत प्राधिकरण का गठन, हरियाणा सरकार का ऐलान

चंडीगढ़ हरियाणा सरकार पुलिस विभाग में सुधार को लेकर लगातार प्रयासरत है। हरियाणा में राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण गठित किए जाने के बाद अब सरकार ने सभी जिलों में पुलिस शिकायत प्राधिकरण का गठन करने का फैसला किया है। जिला स्तर पर गठित प्राधिकरण के समक्ष इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी की शिकायत की जा सकेंगी। वहीं सरकार की ओर से गठित राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण में महिला सदस्यों की नियुक्ति भी जल्द ही की जाएगी। गौरतलब है कि 1989 बैच के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी डॉ. आरसी मिश्रा को हाल ही में राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण का चेयरपर्सन और 2014 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ललित सिवाच को सदस्य बनाया गया है।   अब करीब 11 वर्षों के बाद जिला पुलिस शिकायत प्राधिकरण के गठन पर काम शुरू हो गया है। इससे आमजन इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत कर सकेंगे। जिला स्तरीय पुलिस कंप्लेंट अथारिटी का चेयरमैन सेवानिवृत्त जिला जज हो सकता है। सदस्यों के तौर पर सेवानिवृत्त आइएएस और आइपीएस अधिकारी नियुक्त किए जा सकते हैं।   राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण के पास 500 से अधिक शिकायतें लंबित हैं, जिन पर सुनवाई होनी है। इसके अलावा प्राधिकरण ने 70 मामलों में इंस्पेक्टर और उससे नीचे रैंक के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सुनवाई के बाद गृह विभाग को कार्रवाई के लिए लिख दिया है।

युवाओं के लिए आकाश दीप का संदेश – सफलता की चाबी है आत्मविश्वास और अनुशासन

रोहतास भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी आकाश दीप ने हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में बेहतर प्रदर्शन किया था। सीरीज खत्म होने के बाद वे अपने गृहराज्य बिहार पहुंचे। रोहतास में सोमवार को उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए युवाओं को सफलता का मंत्र दिया। तेज गेंदबाज आकाश दीप ने बताया, “पहले जब मैं गांव में क्रिकेट खेलता था, तो काफी मजा आता था, फिर मेरी इसमें रुचि बढ़ी। जब मेरी समझ हुई, तो इसके बारे में मैंने सोचना शुरू किया।” भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के पांचवें टेस्ट की बात करते हुए उन्होंने कहा, “इंग्लैंड सीरीज का आखिरी मैच काफी रोचक था, क्योंकि पांचों दिन कभी ऐसा नहीं लगा कि खेल किसी एक टीम के कंट्रोल में है; हर सेशन में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कभी मेजबान तो कभी मेहमान टीम के पाले में खेल जा रहा था। टेस्ट मैच का असली मजा यही है कि आखिरी दिन तक यह नहीं पता चले कि कौन जीतेगा।” युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा, “सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है। नतीजे हमारे हाथ में नहीं होते, हमारे हाथ में जो चीजें हैं, हम सिर्फ वही कर सकते हैं। हमें खुद पर भरोसा रखने और मेहनत करने की जरूरत है। अनुशासित जीवन जीना चाहिए। अगर यह सभी रहेगा, तो सफलता कभी न कभी मिलेगी ही।” दाएं हाथ के मीडियम पेसर आकाश दीप ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने बर्मिघम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर 10 विकेट चटकाए थे। इस मैच में टीम इंडिया ने 336 रनों से जीत दर्ज की थी। 0-1 से सीरीज में पिछड़ने के बाद टीम इंडिया की वापसी में आकाश दीप ने बेहतरीन भूमिका निभाई थी। तीसरे टेस्ट में उन्होंने एक विकेट चटकाया। वहीं, ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में 66 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। साथ ही, दोनों पारी में एक-एक विकेट चटकाए थे। भारत ने इस मैच में भी जीत दर्ज कर सीरीज को 2-2 से बराबर किया था।