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कल का दिन किसके लिए रहेगा शुभ? जानिए 16 सितंबर का राशिफल और हर राशि की चाल

मेष राशि- मेष राशि वालों का प्रेम जीवन अच्छा रहेगा। रिश्तों की खटास कम होगी। प्यार और भरोसा बढ़ेगा। करियर में प्रमोशन या अच्छे मौके मिल सकते हैं। पढ़ाई और बच्चों पर खर्च करना पड़ेगा। नई योजनाएं बनेंगी। निवेश करने के लिए दिन अच्छा । गाड़ी के रखरखाव पर भी पैसा जा सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। वृषभ राशि- वृषभ राशि वालों के लिए दिन सामान्य रहेगा। आत्मविश्वास से काम करें। अफसरों का सहयोग मिलेगा। घर में खुशियां रहेंगी। गुस्सा और ऑफिस पॉलिटिक्स से दूर रहें। नए लक्ष्यों के लिए मेहनत करें। अनावश्यक बहस से बचें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों को मिलेजुले फल मिलेंगे। व्यापार में फायदा होगा। आर्थिक स्थिति सुधरेगी लेकिन पैसों के फैसले सोच-समझकर लें। खर्च भी सोच-समझकर ही करें। बचत पर ध्यान दें। शादीशुदा जीवन की परेशानियां कम होंगी। जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें। कर्क राशि- कर्क राशि के लोग आज सुखमय जीवन जिएंगे। प्रेम-संबंधों में मिठास आएगी। धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। निवेश सावधानी से करें और बेकार के खर्चों से बचें। नौकरी-कारोबार में माहौल अनुकूल रहेगा। करियर में प्रगति के योग हैं। सिंह राशि- सिह राशि वालो चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जिम्मेदारियां ध्यान से निभाएं। आज मन में कोई अनजाना डर हो सकता है। पॉजिटिव सोच के साथ मेहनत करेंगे तो सफलता मिलेगी। व्यापार बढ़ाने के कई मौके मिलेंगे। कन्या राशि- कन्या राशि वालों को प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की के कई मौके मिलेंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। घर में शुभ काम हो सकता है। बोलचाल में मधुरता आएगी। आज के दिन खर्च सोच-समझकर ही करें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। तुला राशि- सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कई स्तोत्रों से धन आगमन होगा, लेकिन खर्च सोच-समझकर ही करें धन से जुड़े फैसले सावधानी से लें। पढ़ाई में अच्छे नतीजे मिलेंगे। जीवनसाथी से अनबन हो सकती है, बहस से बचें। परिजनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वृश्चिक राशि- पुराने साथी या एक्स से मुलाकात हो सकती है। हर काम में सफलता मिलेगी। कारोबार में आंख मूंदकर किसी पर भी भरोसा न करें। दोस्तों की मदद से दिक्कतें दूर होंगी। धन-लाभ हो सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में थोड़े उतार-चढ़ाव रहेंगे लेकिन दोपहर के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। धनु राशि- धनु राशि वालों के जीवन मे्ं प्यार और रोमांस बढ़ेगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। घर में खुशी का माहौल रहेगा। कामकाज में प्रगति होगी। आय के नए साधन मिलेंगे। क्रोध पर कंट्रोल रखें, जल्दबाजी न करें। सोच-समझकर खर्च करें और निवेश पर ध्यान दें। आज स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मकर राशि- मेहनत करने से सफलता मिलेगी। लिखने-पढ़ने के काम से आय में वृद्धि होगी। नौकरी बदलने के योग बन सकते हैं। किसी दोस्त के सहयोग से नए फायदे मिलेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। संतान से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के घर में खुशियां आएंगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। बाधाएं दूर होंगी। गुस्से और ऑफिस के विवादों से बचें। मेहनत से नई उपलब्धियां हासिल करेंगे। निवेश सोच-समझकर करें और जल्दबाजी में पैसा न खर्च करें। मीन राशि- मीन राशि वालों का दिन अच्छा रहेगा। मन खुश रहेगा। नए साधनों से धन लाभ होगा। धर्म-कर्म में व्यस्त रहेंगे। नई पहचान बनेगी। पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी। मां के सहयोग से फायदे के मौके मिलेंगे। आलस्य से बचें और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें।

खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उछाल, Wholesale Inflation में आई मजबूती

नई दिल्ली  बरसात के मौसम में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ जाने की वजह से देश में थोक महंगाई दर मजबूत होकर 0.52% के स्तर पर पहुंच गई है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2025 में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति 0.52% दर्ज की गई. पिछले दो महीनों तक नकारात्मक रहने के बाद यह दर अब सकारात्मक हो गई है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सीमित स्तर की थोक महंगाई स्वस्थ मानी जाती है, क्योंकि यह उद्योगों और व्यवसायों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती है. खाद्य और विनिर्माण वस्तुओं ने बढ़ाई दर मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में थोक महंगाई दर बढ़ने की मुख्य वजह खाद्य उत्पादों, गैर-खाद्य वस्तुओं, अन्य विनिर्माण उत्पादों, गैर-धात्विक खनिजों और परिवहन उपकरणों की कीमतों में बढ़ोतरी रही. मंत्रालय ने साफ किया कि थोक मुद्रास्फीति में यह उछाल मुख्य रूप से रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों में वृद्धि का परिणाम है. खुदरा मुद्रास्फीति में भी हल्की बढ़ोतरी पिछले सप्ताह जारी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के अनुसार, अगस्त 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति 2.07% रही, जो जुलाई के मुकाबले 46 आधार अंक अधिक है. हालांकि, यह वृद्धि सीमित है और अभी भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 2-6% की सीमा के भीतर है. जुलाई 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 1.55% पर आ गई थी, जो जून 2017 के बाद से सबसे निचला स्तर था. खाद्य मुद्रास्फीति का असर उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) के अनुसार, अगस्त 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति -0.69% रही. ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर -0.70% और शहरी क्षेत्रों में -0.58% दर्ज की गई. हालांकि, सब्जियों, मांस, मछली, तेल, वसा और अंडों की कीमतों में वृद्धि ने हेडलाइन मुद्रास्फीति को ऊपर धकेला. मंत्रालय ने बताया कि अगस्त में मुद्रास्फीति दर सबसे ज्यादा केरल, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और तमिलनाडु में रही. आरबीआई की नीतियां और भविष्य का अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार 11वीं बार अपनी बेंचमार्क रेपो दर को 6.5% पर स्थिर रखा है. फरवरी 2025 में लगभग पांच साल बाद पहली बार दर में कटौती की गई थी. विशेषज्ञों का मानना है कि हाल ही में लागू हुए जीएसटी सुधार और स्थिर मौद्रिक नीतियों ने महंगाई को नियंत्रण में रखने में अहम भूमिका निभाई है. आरबीआई ने घटाया मुद्रास्फीति अनुमान अगस्त 2025 में थोक और खुदरा दोनों मुद्रास्फीति में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली है. हालांकि, यह वृद्धि प्रबंधनीय सीमा में है और अर्थशास्त्री इसे अस्थायी मानते हैं. वर्ष 2025-26 के लिए आरबीआई ने मुद्रास्फीति का अनुमान 4% से घटाकर 3.7% कर दिया है. इससे संकेत मिलता है कि आने वाले महीनों में महंगाई पर काबू पाने और मूल्य स्थिरता बनाए रखने की संभावना मजबूत है.

2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण: तारीख, समय और भारत में दृश्यता की पूरी जानकारी

21 सितंबर को ज्योतिषीय घटना घटित होने जा रही है. दरअसल, इस दिन साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, जो कि भारत में दृश्यमान नहीं होगा. लेकिन, संयोग की बात तो यह है कि साल का आखिरी सूर्य ग्रहण के दिन पितृ पक्ष का समापन होगा और सर्वपितृ अमावस्या का संयोग बनेगा. साथ ही, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अमावस्या तिथि पर लगने जा रहा यह ग्रहण कन्या और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा.  खगोलविदों के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब लगता है  जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी आंशिक रूप या पूर्णरूप से छिप जाती है. इससे पृथ्वी पर एक छाया बनती है, जो पूर्ण, आंशिक या वलयाकार ग्रहण के रूप में दिखाई देती है. तो अब जानते हैं कि क्या इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत पर पड़ेगा और क्या इसका सूतक काल मान्य होगा.  सूर्य ग्रहण की सही टाइमिंग और अवधि  भारतीय समय के अनुसार, 21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और इसका समापन देर रात 3 बजकर 23 मिनट पर होगा. इस ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे से ज्यादा की होगी.   किन किन जगहों पर दिखेगा सूर्य ग्रहण साल का यह अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. बल्कि, यह ग्रहण दक्षिणी गोलार्ध के कई हिस्सों में दिखेगा जिसमें अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिमी प्रशांत महासागर, न्यूजीलैंड और अफ्रीका के कई हिस्से शामिल होंगे, जहां यह ग्रहण नजर आने वाला है.  क्या साल के आखिरी सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा? ज्योतिषियों के अनुसार, भारत में यह ग्रहण दृश्यमान नहीं होगा, इसलिए इसका धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव भारत में नहीं पड़ेगा. इसका मतलब है कि भारत में रहने वाले लोगों के लिए यह दिन सामान्य होगा और उनकी दिनचर्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव केवल उन स्थानों पर पड़ता है जहां यह दृश्यमान होता है.  सूर्य ग्रहण की सावधानियां  सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानियों से बचना चाहिए. जिसमें है कि कुछ खाना नहीं चाहिए, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। लेकिन चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इन नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं है. इस समय का उपयोग ईश्वर की उपासना और ध्यान के लिए किया जा सकता है. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना या दान का संकल्प करना अच्छा माना जाता है.  सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए क्या करें?  सूर्य ग्रहण के दौरान अपने गुरु मंत्रों और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें. साथ ही, इस दिन ग्रहण के मोक्ष काल (ढलते हुए ग्रहण) में दान जरूर करें जैसे- गुड़, अन्न यानी आटा-गेहूं या फिर तांबे के बर्तनों का दान करें. इस दौरान ये सब दान करना बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता है. 

कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर! हाई कोर्ट ने प्रमोशन और पेंशन लाभ का रास्ता किया साफ

कैथल  पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने कैथल जिले के पुलिस कर्मचारियों के पक्ष में बड़ा आदेश सुनाते हुए रोहतक रेंज द्वारा जारी सीनियरिटी और प्रमोशन से जुड़े विवादित आदेश को रद्द कर दिया है। अदालत ने साफ किया कि कैथल पुलिसकर्मियों की वरिष्ठता और प्रमोशन का निर्णय केवल करनाल रेंज कर सकता है। इस फैसले से कैथल के करीब 70 पुलिस कर्मचारियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा, जिनमें एएसआई और एसआई रैंक के अधिकारी शामिल हैं। इनमें से कुछ कर्मचारी अब सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। मामला सब-इंस्पेक्टर मोहिंदर सिंह और अन्य कर्मचारियों द्वारा दायर याचिका से जुड़ा है। याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता कर्मवीर सिंह बनयाना ने अदालत में दलील दी कि उनके मुवक्किल वर्ष 2004 से 2008 के बीच कैथल जिले में हेड कांस्टेबल के रूप में कन्फर्म हुए थे। जबकि उनके जूनियर साथियों को वर्ष 2009 से 2011 के बीच करनाल और पानीपत में कन्फर्म किया गया था। इसके बावजूद 2019 में रोहतक रेंज ने सीनियरिटी सूची बदलते हुए जूनियर्स को सीनियर बना दिया और उन्हें एंटीडेटेड प्रमोशन भी दे दिए। अधिवक्ता ने तर्क दिया कि नियमों के मुताबिक हेड कांस्टेबल तक की सीनियरिटी जिला स्तर पर तय होती है, जबकि एएसआई और एसआई की सीनियरिटी रेंज स्तर पर होती है। ऐसे में कैथल, करनाल और पानीपत के कर्मचारियों की वरिष्ठता और प्रमोशन का फैसला केवल करनाल रेंज कर सकता था। रोहतक रेंज को इसमें हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं था क्योंकि 29-9-2011 में करनाल रेंज के गठन के बाद जिला करनाल, पानीपत और कैथल के पुलिस कर्मियों के बारे में कोई भी निर्णय लेने का अधिकार केवल करनाल रेंज के पास ही है रोहतक रेंज के पास नहीं है। न्यायमूर्ति जगमोहन बंसल ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद माना कि रोहतक रेंज का आदेश पूरी तरह गलत था। अदालत ने इस आदेश को रद्द करते हुए कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरियाणा स्वयं या किसी अन्य अधिकारी को नियुक्त कर तीन माह में उचित आदेश जारी करें। इस फैसले से कैथल जिले के एएसआई और एसआई रैंक के लगभग 70 पुलिस कर्मचारियों को प्रमोशन, वेतनमान और पेंशन लाभ मिलेगा। चूंकि इनमें से कुछ कर्मचारी अब रिटायर हो चुके हैं, इसलिए उन्हें भी एरियर और पेंशन लाभ का फायदा मिल सकेगा। कैथल पुलिस लाइन और थानों में तैनात कर्मचारियों ने हाईकोर्ट के इस आदेश का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह फैसला न केवल वर्षों से लंबित उनके हक की बहाली है बल्कि इससे उनका मनोबल भी ऊँचा होगा। कर्मचारी संगठनों ने भी अदालत के इस निर्णय को ऐतिहासिक करार देते हुए सरकार से अपील की है कि आदेश का पालन समय पर और बिना देरी के किया जाए। हाईकोर्ट का यह आदेश केवल कैथल पुलिसकर्मियों पर लागू होगा। इससे यह भी साफ हो गया है कि सीनियरिटी और प्रमोशन को लेकर भविष्य में किसी अन्य रेंज को कैथल के कर्मचारियों के मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं होगा।

गलत क्लेम करने से भुगतान में होती है देरी, इससे ईमानदारी से काम करने वाले संस्थान भी होते हैं प्रभावितः कटारिया

आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना के स्टेकहोल्डर वर्कशाप का आयोजन रायपुर, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत आज सोमवार को  न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाईन रायपुर में स्टेकहोल्डर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया की परिकल्पना एवं आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला  के मागदर्शन में यह वर्कशॉप आयोजित की गई। योजनांतर्गत जनवरी 2025 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में आयोजित बैठक में जानकारी दी गई थी कि छत्तीसगढ़ में देश में सबसे अधिक फ्रॉड क्लेम पाए गए हैं, और ऐसे अस्पतालों की संख्या के मामले में छत्तीसगढ़ चौथे स्थान पर है। वर्कशॉप में अस्पतालों को जानकारी दी गई कि ट्रिगर क्लेम को कैसे कम किया जा सकता है। साथ ही उन्हे जानकारी दी गई कि भविष्य में भी क्लेम, ट्रिगर नहीं हों। अमित कटारिया द्वारा यह बताया गया कि आयुष्मान योजना गरीब एवं मध्यम वर्ग के नागरिकों के लिए बहुत सहायक है। इस योजना से उन्हें अपने उपचार के लिए अस्पताल का चुनाव करने का विकल्प मिला है। उन्होने बताया कि गलत क्लेम करने से एक दुविधा की शुरुआत हो जाती है। इससे योजना की छवि धूमिल होती है और जनता व अस्पताल का विश्वास डगमगाता है। इससे वास्तविक मरीज जिसे उपचार मिलना चाहिए, अक्सर वंचित रह जाता है। साथ ही अस्पतालों के सही भुगतान में देरी होती है और ईमानदारी से काम करने वाले संस्थान भी प्रभावित होते हैं। और अंततः इसका सबसे बड़ा नुकसान गरीब और वंचित परिवार को उठाना पड़ता है, जिनके लिए यह योजना जीवनरेखा है। साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि योजना में अस्पतालों का सही पंजीयन किया जाये और समय-समय पर उनका निरीक्षण किया जाये। शासकीय अस्पतालों द्वारा भी योजना में क्लेम करने के दौरान पूर्ण दस्तावेज़ अपलोड करें जिससे अनावश्यक क्लेम निरस्त न हों। उन्होने आशा जाहिर की कि हमारा राज्य योजना के सकारात्मक मानकों में पूरे देश में प्रथम स्थान पर आए। इस वर्कशॉप में पूरे दिन में विभिन्न बिन्दुओ जैसे, योजना की सामान्य जानकारी, आयुष्मान कार्ड कैसे बनाया जाता है, वय वंदना योजना में आयुष्मान कार्ड कैसे बनाए जाएं,  सही तरीके से क्लेम कैसे किए जाएं, दस्तावेज़ कैसे सही तरीके से बनाए जाएं, लिपिकीय त्रुटि कम से कम हों, योजना में क्या करना चाहिए व क्या नहीं करना चाहिए, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत आभा आई.डी. का उपयोग एवं कम्प्लांएट सॉफ्टवेयर का उपयोग आदि पर जानकारी दी गई। वर्कशॉप में उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा अपनी शंकाओं को रखा गया जिसका समाधान, वक्ताओं द्वारा किया गया है। इस वर्कशॉप में डॉ. सुरेन्द्र पामभोई, संचालक, राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, छत्तीसगढ़, श्री टी.एन. सिंह, राज्य सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, एन.आई.सी, छत्तीसगढ़, श्री मनीष कोचर, तकनीकी निदेशक, एन.आई.सी, छत्तीसगढ़, डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला, चेयरबोर्ड, हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया, छ.ग., सुश्री पूजा शुक्ला मिश्रा, संयुक्त संचालक (वित्त), एवं डॉ धर्मेंद्र गहवई, प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर, राज्य नोडल एजेंसी, छ.ग., राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार से प्रतिनिधि, छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, जिला आयुष्मान नोडल अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक एवं अस्पताल सलाहकार एवं जिला रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर के निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

फूहड़ता फैलाने वाले गरबा कार्यक्रमों पर लगाएं प्रतिबंध, हिंदू संगठनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

रायपुर राजधानी रायपुर में नवरात्रि के अवसर पर मंदिरों, दुर्गा पंडालों एवं गरबा नृत्य के आयोजन में मर्यादा बनाए रखने को लेकर हिंदू संगठन बजरंग दल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और नवरात्रि में गरबा के नाम पर फूहड़ता फैलाने वाले आयोजन पर रोक लगाने की मांग की। साथ ही आयोजन समितियों के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं. यदि नियमों का उल्लंघन पाया जाता है तो समितियों एवं गैर-धार्मिक तत्वों पर दंडात्मक कार्रवाई करने बजरंग दल प्रतिबद्ध रहेगा. बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा कि 22 सितंबर से क्वांर नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है. नवरात्रि के दौरान शक्ति केंद्रों, मंदिरों एवं दुर्गा पंडालों में भक्त देवी मां को प्रसन्न करने भक्ति और शक्ति के प्रतीक “गरबा नृत्य” का आयोजन करते हैं, यह नृत्य भक्तों की आस्था और भक्ति को व्यक्त करने का एक माध्यम है। मर्यादा में रहकर यह आयोजन होना चाहिए। गरबा के नाम पर फूहड़जा फैलाने वाले आयोजन पर रोक लगनी चाहिए। बजरंग के प्रदेश प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि नवरात्रि के अवसर पर नगर में विभिन्न मंदिरों एव दुर्गा पंडालों में गरबा नृत्य का आयोजन किया जाता है. चूंकि ये हिंदुओं का धार्मिक आयोजन है। एक आदर्श गरबा नृत्य के आयोजन के लिए अपनी संस्कृति का ध्यान रखना होगा। गरबा को लेकर जारी किए ये दिशा-निर्देश     गरबा नृत्य का आयोजन किसी भी मंदिर परिसर या दुर्गा पंडालों में ही आयोजित हो, गरबा नृत्य में देवी गीत, धार्मिक गीत, जसगीत ही बजाए जाने की अनुमति हो, किसी भी प्रकार की फिल्मी या अश्लील गाना न बजाया जाए।     आयोजित किए गए गरबा नृत्य में परंपरागत परिधान और वेशभूषा को ही मान्यता प्रदान की जाए।     गरबा में हिन्दू समाज की माताएं-बहनें बढ़-चढ़ कर भागीदारी निभाती है, अतः उसके सुरक्षा का ध्यान रखते हुए आयोजन समिति को रात्रि 12 बजे तक ही गरबा नृत्य आयोजन की अनुमति प्रदान की जाए।     गरबा नृत्य में आयोजन समिति द्वारा प्रवेश द्वार एवं अन्य व्यवस्था के लिए हिन्दू बाउंसर (बॉडीगार्ड) की ही नियुक्ति हो। पार्किंग की सुविधाजनक व्यवस्था हो, पार्किंग स्थल पर नियुक्त किए गए कर्मचारी भी हिंदू समाज से ही संबंधित हो।     आयोजित गरबा नृत्य में सम्मिलित महिला/पुरुष, लड़ने/लड़कियां गैर हिन्दू समाज से नहीं होना चाहिए।     आयोजित गरवा मैदान स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की नशाखोरी एवं मांसाहार भोजन सामग्री का विक्रय केंद्र न हो। दिशा-निर्देशों की अवहेलना करने पर होगी कार्रवाई बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल रायपुर महानगर की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की अवहेलना किसी भी आयोजन समिति करती है तो विहिप, बजरंग दल रायपुर महानगर अपने स्तर पर समितियों एवं गैर-धार्मिक तत्वों पर दंडात्मक कार्रवाई करने प्रतिबद्ध रहेगा, जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस दौरान प्रांत से ऋषि मिश्रा, विभाग से रमन नायडू, रवि वाधवानी, जिला मंत्री बंटी कटरे, जिला संयोजक विजेंद्र वर्मा, रायपुर महानगर के 14 प्रखंडों के कार्यक्रता उपस्थित थे।

चुनाव से पहले BJP-RSS का तालमेल मजबूत, यूपी में तीन प्रमुख चेहरों पर फोकस

लखनऊ  उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव भले ही अभी दूर हो, लेकिन बीजेपी ने अभी से चुनावी तैयारियां तेज कर दी है। पार्टी का लक्ष्य प्रदेश में लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करना है। इस लक्ष्य को पाने के लिए सत्ताधारी पार्टी हर संभव प्रयास कर रही है। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर बीजेपी ऐक्शन मोड में आ गई है। बीजेपी पंचायत चुनाव को सेमी फाइनल मानकर चल रही है। इसी के तहत सरकार, संगठन और संघ के बीच बेहतर तालमेल बनाने की रणनीति को लेकर बैठक हुई है। इस बैठक में बेहद महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। राजधानी लखनऊ के निरालानगर स्थित संघ भवन में पूर्वी क्षेत्र की तीन दिवसीय समन्वय बैठक की हुई है। इस बैठक में सरकार, संगठन और संघ के बीच बेहतर तालमेल बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि बैठक में सामाजिक समूह और शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से विचार हुआ है। बैठक में बीजेपी के तीन पदाधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिम्मेदारियों के क्रम में मुख्यमंत्री स्तर के मामलों का समन्वय प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह को सौंपी गई है। इसी तरह मंत्रियों से जुड़े मामलों का दायित्व प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को मिला है, जबकि संगठन संबंधी प्रकरणों का जिम्मा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह को दिया गया है। ये तीनों नेता संघ से जुड़े मामलों को संगठन और सरकार तक पहुंचाकर समाधान कराने का काम करेंगे। इसके अलावा बैठक में समाज, छात्र और शिक्षकों के बीच बीजेपी और संघ की पैठ मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया है। बैठक में तय हुआ है कि शिक्षण संस्थानों में माहौल बेहतर बनाने के लिए संघ और बीजेपी मिलकर काम करेंगे। वहीं बाराबंकी के एक शिक्षण संस्थान में छात्रों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद का जिक्र करते हुए यह सहमति बनी कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए समय रहते समन्वय और हस्तक्षेप आवश्यक है। इसके साथ ही बैठक में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा हुई है। पीएम मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के दौरान विभिन्न सामाजिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसका उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक पहुंच बनाना, विचारधारा का विस्तार करना और नए लोगों को संगठन से जोड़ना है। बैठक को पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी और संघ की तैयारी का अहम पड़ाव माना जा रहा है।

भारत रत्न विश्वेश्वरैया को वन मंत्री केदार कश्यप ने किया नमन

अभियंता दिवस के अवसर पर भारत रत्न विश्वेश्वरैया जीवनी का किया उल्लेख रायपुर, भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर अभियंता दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप ने घड़ी चौक में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया। उन्होंने कहा कि विश्वेश्वरैया ने अपने अद्वितीय योगदान और दूरदर्शी सोच से देश के निर्माण और विकास को नई दिशा दी तथा अभियंताओं की भूमिका और उनके योगदान को याद किया।      मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक सिविल इंजीनियर राजनेता और मैसूर के 19वें दीवान थे, जिन्होंने भारत के योगदान में अतुलनीय योगदान दिया। विश्वेश्वररैया की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियां में से एक मांड्या में कृष्ण राजा सागर बांध है। भारत के प्रथम अभियंता विश्वेश्वररैया को वर्ष 1955 में भारत के सर्वाेच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित किया गया था।       कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, छोटेडोंगर सरपंच श्रीमती संध्या पवार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रताप सिंह मण्डावी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पिंकी उसेण्डी जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य एवं नगर पालिका के पार्षदगण, सर्वआदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, एसडीएम अभयजीत मंडावी, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन के अशोक चौधरी, पीएमजीएसवाई के कार्यपालन अभियंता विनय वर्मा सहित जनप्रतिनिधि एवं सभी विभागीय अभियंता उपस्थित थे।

‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ का ट्रेलर रिलीज, प्यार, कॉमेडी और कन्फ्यूजन से भरपूर कहानी

मुंबई, धर्मा प्रोडक्शंस की नई फिल्म ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ का ट्रेलर रिलीज हो गया है। इसने आते ही सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। वरुण धवन और जान्हवी कपूर की जोड़ी एक बार फिर साथ आई है, लेकिन इस बार उनके साथ सान्या मल्होत्रा और रोहित सराफ भी नजर आ रहे हैं, जो कहानी में मजेदार ट्विस्ट लेकर आते हैं। ट्रेलर की शुरुआत दमदार बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ होती है, जिसमें ‘जियो रे बाहुबली’ की आवाज गूंजती है। इस सीन में वरुण धवन ‘बाहुबली’ के गेटअप में चलते दिखाई देते हैं। असल में वरुण का किरदार अनन्या नाम की लड़की को प्रपोज करना चाहता है, जिसकी पसंदीदा फिल्म ‘बाहुबली’ है। यही वजह है कि वह फिल्मी स्टाइल में, बाहुबली बनकर उसे प्रपोज करता है। अनन्या के किरदार में सान्या मल्होत्रा नजर आती हैं, जो वरुण के इस खास अंदाज के बावजूद उसका प्रपोजल ठुकरा देती हैं और शादी से इनकार कर देती हैं। यहीं से कहानी में दिल टूटने का एंगल आता है। इसके बाद एंट्री होती है जान्हवी कपूर और रोहित सराफ की। जान्हवी फिल्म में तुलसी नाम की एक सीधी-सादी स्कूल टीचर का किरदार निभा रही हैं, जबकि रोहित सराफ उनके एक्स-बॉयफ्रेंड के रोल में हैं। कहानी में नया मोड़ तब आता है, जब वरुण जान्हवी को बताता है कि उनकी एक्स और जान्हवी का एक्स दोनों एक-दूसरे से शादी करने वाले हैं। दोनों अपने-अपने टूटे दिलों के साथ एक-दूसरे के करीब आते हैं और मिलकर एक योजना बनाते हैं। दोनों तय करते हैं कि वे अपने पुराने प्यार को वापस पाने की कोशिश करेंगे। इसके लिए वे अपना लुक पूरी तरह बदलते हैं और एक-दूसरे के बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड बनने का नाटक शुरू करते हैं। यहां से कहानी हल्की-फुल्की कॉमेडी, रोमांस और इमोशन के रास्ते पर निकल पड़ती है। दोनों मिलकर सोशल मीडिया पर रोमांटिक रील्स बनाते हैं, साथ घूमते हैं और दिखावा करते हैं कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं। इस दौरान मनीष पॉल की एंट्री होती है, जो एक वेडिंग प्लानर की भूमिका निभा रहे हैं और फिल्म में हंसी का तड़का लगाते हैं। वरुण और जान्हवी को साथ देखकर सान्या और रोहित को जलन होने लगती है। दोनों अपने एक्स को किसी और के साथ देखकर असहज हो जाते हैं और यहीं से कहानी में भावनाओं का खेल तेज हो जाता है। ट्रेलर के आखिर में वरुण एक बड़ी दुविधा में दिखाई देते हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि वह सान्या मल्होत्रा के किरदार के पास वापस लौटें या जान्हवी कपूर की तुलसी को ही अपना सच्चा प्यार मानें। ट्रेलर को देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि फिल्म एक फुल एंटरटेनमेंट पैकेज है। सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ 2 अक्टूबर को रिलीज होगी।  

सिंहस्थ 2028 की तैयारी तेज़: ऊर्जा मंत्री तोमर ने MP ट्रांसको को एक साल पहले कार्य पूरा करने का दिया लक्ष्य

भोपाल  ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि सिंहस्थ-2028 के सफल आयोजन को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) उज्जैन में अपनी पारेषण प्रणाली को और सुदृढ़ बनाये। साथ ही सभी कार्य एक वर्ष पूर्व पूरा करने का लक्ष्य तय करें। मंत्री तोमर की मंशानुसार इस संबंध में साउथ जोन इंदौर स्थित एम.पी. ट्रांसको के प्रशासनिक भवन में समीक्षा बैठक हुई। प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंहस्थ के कार्यों की नियमित निगरानी की जाए और उन्हें समय-सीमा व उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। कार्ययोजना इस प्रकार बनाई जाए कि सिंहस्थ आयोजन से एक वर्ष पूर्व सभी कार्य पूर्ण हो जाएं, जिससे पारेषण तंत्र की स्थिरता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध हो सके। बैठक में इंदौर और उज्जैन मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। चिंतामन सब स्टेशन का निर्माण कार्य प्रारंभ अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजीव अग्रवाल ने जानकारी दी कि सिंहस्थ अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पहले चरण में 132 के.व्ही. चिंतामन सबस्टेशन के निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। त्रिवेणी बिहार, उज्जैन में प्रस्तावित सबस्टेशन के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा 220 के.व्ही. शंकरपुर सबस्टेशन पर वर्तमान 20 एम.व्ही.ए. ट्रांसफार्मर को अपग्रेड कर 50 एम.व्ही.ए. का नया ट्रांसफार्मर स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है। 400 के.व्ही. ताजपुर सबस्टेशन का विस्तार मुख्य अभियंता अग्रवाल ने बताया कि 400 के.व्ही. ताजपुर (उज्जैन) सबस्टेशन में 132 के.व्ही. नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। इसमें 50 एम.व्ही.ए. क्षमता का नया ट्रांसफार्मर स्थापित कर 33 के.व्ही. के चार नए फीडर निकाले जाएंगे।