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राजनीतिक तकरार तेज: पाठक ने राहुल और अखिलेश पर साधा निशाना

बरेली  बरेली पहुंचे यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अखिलेश यादव की पार्टी सत्ता में जब भी आई, राज्य में जंगल राज कायम रहा। उप्र में पुलिस मुठभेड़ पर सपा प्रमुख के आरोपों पर करारा प्रहार करते हुए पाठक ने कहा कि जब-जब अखिलेश यादव की पार्टी सत्ता में आई, उनकी सत्ता में गुंडे माफिया फले फूले, लेकिन जब हम सत्ता में आए तब गुंडे माफिया प्रदेश छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए। राहुल गांधी पर हमला बोलते हुये पाठक ने कहा कि राहुल गांधी को स्वयं ही नहीं पता है कि वह कहां खड़े हैं और क्या करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के जन्म दिवस से लेकर महात्मा गांधी की जयंती तक सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है और आज देश भर में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। पाठक ने बताया कि मैराथन दौड़ में हजारों की तादाद में युवा अपनी भागीदारी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेवा पखवाड़े में जन-जन की सेवा के तहत कार्य किया जा रहा है, जिसका फायदा सीधे तौर पर जनता को मिल रहा है। डिप्टी सीएम ने मैराथन दौड़ का किया शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे सेवा पखवाड़ा के तहत रविवार को बरेली में स्पोर्ट्स स्टेडियम में नमो मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। पांच किलोमीटर की इस मैराथन दौड़ का शुभारंभ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने हरी झंडी दिखाकर किया। ‎भाजपा युवा मोर्चा महानगर के तत्वावधान में आयोजित नमो युवा रन के आयोजन में हजारों की संख्या में शामिल हुए बच्चों ने इस पांच किलोमीटर लंबी मैराथन में जोश और उत्साह के साथ हिस्सा लिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सुबह 6:30 बजे दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मैराथन स्टेडियम से शुरू होकर आईवीआरआई गेट तक गई और वहीं से वापस लौटकर स्टेडियम में समाप्त हुई। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः 5100, 3100, 2100 के नकद पुरस्कार दिए गए। तीन अन्य प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार स्वरूप 1000-1000 की धनराशि दी गई। इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को टी-शर्ट और प्रतिभाग प्रमाणपत्र भी दिए गए। भाजयुमो महानगर अध्यक्ष अमन सक्सेना, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी चंचल मिश्रा के नेतृत्व में आयोजन की सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रहीं। बच्चों के लिए चाय-नाश्ता, पानी और मेडिकल सुविधा की पूरी तैयारी पहले से की गई थी।  

बम्लेश्वरी धाम में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, सुरक्षा व सुविधा के पुख्ता इंतज़ाम

 डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़ का डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी धाम एक बार फिर नवरात्र पर्व के लिए तैयार हो गया है. चैत्र और क्वांर नवरात्र में यहां लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस बार भीड़ के मद्देनज़र मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर सुविधाओं तक हर पहलू पर खास ध्यान दिया है. शारदीय नवरात्र इस साल 22 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चलेगा. डोंगरगढ़ का यह धाम लगभग 1,600 फीट ऊंचाई पर स्थित है, जहां पहुंचने के लिए 1,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे की व्यवस्था की गई है, हालांकि हाल ही में हुए हादसे ने सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया था. तकनीकी जांच और सुधार के बाद रोपवे को दोबारा शुरू किया गया है. इस बार ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि नवरात्र में सुबह से रात तक रोपवे चलेगा और बीच-बीच में नियमित मेंटेनेंस भी होगा. डोंगरगढ़ की कहानी सदियों की आस्था और लोककथाओं का ताना-बाना है: प्राचीन काल में ‘कामावती’ (या कामाख्या नगरी) नाम से प्रसिद्ध यह स्थान लोकमान्य कथाओं के अनुसार राजा कामसेन के राज्य का केन्द्र था, जिनकी तपस्या से मां बगलामुखी/बम्लेश्वरी का यहाँ अवतरण माना जाता है; कुछ वार्ताएं इसे उज्जैन के विक्रमादित्य की कथा से भी जोड़ती हैं और स्थानीय-पुरातात्विक रेकॉर्ड व लोककथाएँ मंदिर को लगभग 2,000–2,200 वर्ष पुराना बताती हैं. ऊँचे पहाड़ी शिखर पर स्थित बड़ी बम्लेश्वरी (लगभग 1,600 फीट) और नीचे की चोटी पर स्थित छोटी बम्लेश्वरी—दोनों ने समय के साथ तीर्थयात्रा की परंपरा गढ़ी; नवरात्र में यहाँ ‘ज्योति कलश’ और श्रद्धालुओं का सैलाब इस धाम को आधुनिक समय में भी जीवित रखता है. विकास के साथ रोपवे और रेल जैसी सुविधाओं ने पहुंच आसान की है, आज मंदिर ट्रस्ट व जिला प्रशासन पारंपरिक आस्था और आधुनिक व्यवस्थाओं को संतुलित करते हुए तीर्थयात्रियों के स्वागत को व्यवस्थित करते हैं. भक्तों की सुविधा के लिए देवी ने पहाड़ी के नीचे भी छोटी बम्लेश्वरी और मंझली रणचंडी के रूप मे यहाँ स्वरूप धारण किया. यही वजह है कि यहां बड़ी और छोटी दोनों माता के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. नवरात्र पर्व के दौरान डोंगरगढ़ की सबसे बड़ी परंपरा है ज्योति कलश प्रज्वलन. इस साल ट्रस्ट के मुताबिक ऊपर वाले मंदिर में करीब 7,000, नीचे वाले मंदिर में 900 और शीतला माता मंदिर में 61 ज्योति कलश जलाए जाएंगे. इनमें देश के अलग-अलग राज्यों से आए भक्तों के साथ ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और नामीबिया जैसे देशों से भी श्रद्धालु अपनी आस्था अर्पित करेंगे. भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रस्ट ने इस बार छिरपानी में विशाल पार्किंग की व्यवस्था की है. रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी महज आधा किलोमीटर है, जहां तक ऑटो या पैदल आसानी से पहुंचा जा सकता है. मंदिर परिसर और चढ़ाई वाले रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. एसी वेटिंग हॉल, कैंटीन, ठंडे पानी की व्यवस्था और चिकित्सा बूथ जैसी सुविधाओं को और सुदृढ़ किया गया है, प्रशासन ने मेले की तैयारियां पूरी कर ली हैं. आस्था और विश्वास का प्रतीक मां बम्लेश्वरी धाम सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है. नवरात्र के दौरान यहां उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ इस बात का सबूत है कि भक्तों के लिए मां बम्लेश्वरी न सिर्फ आस्था का धाम हैं, बल्कि मनोकामनाओं की पूर्ति का विश्वास भी.

नोबेल मेरे लिए बनता है – US राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-पाक संघर्ष को बताया रोकथाम का कारण

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन  अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को व्यापार के माध्यम से सुलझाने का एक बार फिर दावा किया और कहा कि उन्हें ‘‘सात युद्धों को समाप्त कराने'' के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। ट्रंप ने कहा, ‘‘वैश्विक मंच पर हम एक बार फिर ऐसे काम कर रहे हैं जिससे हमें उस स्तर का सम्मान मिल रहा है जो पहले कभी नहीं मिला।'' ट्रंप ने शनिवार को ‘अमेरिकन कॉर्नरस्टोन इंस्टिट्यूट फाउंडर्स डिनर' के वार्षिक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम शांति समझौते करा रहे हैं और युद्ध रोक रहे हैं। तो हमने भारत-पाकिस्तान और थाईलैंड-कंबोडिया के बीच युद्ध को रोका है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के बारे में सोचिए, आप जानते हैं कि मैंने इसे कैसे रोका – व्यापार के जरिए। वे व्यापार करना चाहते हैं और मैं दोनों नेताओं का बहुत सम्मान करता हूं।'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया, ‘‘जरा देखिए भारत-पाकिस्तान, थाईलैंड-कंबोडिया, आर्मेनिया-अजरबैजान, कोसोवो-सर्बिया, इजराइल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया, रवांडा-कांगो- हमने इन देशों के बीच के संघर्ष को रोक दिया और इनमें से 60 प्रतिशत को व्यापार के कारण ही रोका जा सका।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भारत से कहा था कि देखिए आप दोनों के पास परमाणु हथियार हैं। यदि आप युद्ध की शुरुआत करते हैं तो हम आपके साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे। मेरे इतना कहने पर वे रुक गए।'' ट्रंप ने कहा, जैसा कि उन्हें बताया गया था कि यदि वह रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को रोकने में सफल रहते है तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा, अच्छा, बाकी सातों का क्या? मुझे हर एक के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए तो उन्होंने कहा, अगर आप रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष रुकवा दें तो आपको नोबेल मिल जाना चाहिए। मैंने कहा कि मैंने सात युद्ध रोके हैं।''

भूकंप की आफत: पड़ोसी देश में आए झटके, मेघालय में भी हिली ज़मीन

ढाका  भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में रविवार को भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिससे देश के मेघालय राज्य तक धरती हिल गई। हालांकि, राहत की बात यह है कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ। बांग्लादेश में रविवार को चार तीव्रता का भूकंप का झटका आया है। बांग्लादेश में भूकंप आने के बाद इसके झटके मेघालय में भी महसूस किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश से लगती मेघालय की सीमा के पास भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 11.49 बजे भूकंप महसूस किया गया। उन्होंने कहा कि मेघालय में किसी भी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की तत्काल कोई खबर नहीं है। वहीं, गुजरात के कच्छ में भी रविवार को भूकंप का झटका महसूस किया गया। यहां 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। आईएसआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भूकंप दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर आया और इसका केंद्र भचाऊ से लगभग 12 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था। सुबह लगभग छह बजकर 41 मिनट पर भी कच्छ में 2.6 तीव्रता का भूकंप आया था। सुबह आए भूकंप का केंद्र धोलावीरा से 24 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि इसमें जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। कच्छ जिला ‘अत्यधिक जोखिम’ वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है, जहां कम तीव्रता के भूकंप नियमित रूप से आते रहते हैं। कच्छ में वर्ष 2001 में आया भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था। साल 2001 में आए भूकंप में लगभग 13,800 लोगों की मौत हो गई थी और 1.67 लाख लोग घायल हुए थे।  

डीडीए की बड़ी घोषणा: 1172 फ्लैटों के लिए बुकिंग शुरू, जल्द करें आवेदन वरना रह जाएंगे पीछे

नई दिल्ली दिल्ली में आम लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने जनसाधारण आवास योजना 2025 के तहत 1172 फ्लैटों की बिक्री प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और जनता श्रेणी के लिए हैं. बुकिंग प्रक्रिया सोमवार, 22 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है और यह 21 दिसंबर 2025 तक जारी रहेगी. फ्लैटों का आवंटन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा डीडीए की ओर से यह योजना पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर चलाई जा रही है, यानी जो पहले आवेदन करेगा, उसे पहले फ्लैट मिलेगा. इन फ्लैटों की कीमतें अपेक्षाकृत कम रखी गई हैं ताकि आम लोग भी अपना घर बनाने का सपना पूरा कर सकें. फ्लैट कहां-कहां उपलब्ध हैं? ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स, नरेला, लोकनायकपुरम, द्वारका सेक्टर-14, द्वारका सेक्टर-19बी और मंगलपुरी, जनता फ्लैट्स, टोडापुर और रोहिणी को आवेदन के हिसाब से आवंटित किया जाएगा. योजना का लाभ लेने से पहले जान लें ये बात योजना की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. सभी फ्लैट्स रेडी टू मूव इन (तत्काल रहने योग्य) के आधार पर होगा. ये फ्रीहोल्ड प्रॉपर्टी होंगी. इच्छुक खरीदार साइट विजिट भी कर सकते हैं. आवेदक की वार्षिक आय 10 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. आवेदन के लिए ₹2500 की नॉन-रिफंडेबल रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी. योजना का लाभ लेने के लिए यहां से लें जानकारी इन फ्लैटों से जुड़ी सभी जानकारियां डीडीए की आधिकारिक वेबसाइट [https://dda.gov.in/](https://dda.gov.in/) पर उपलब्ध हैं. इसके अलावा, DDA के टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800110332 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है. 

ऑस्ट्रेलिया में वैभव का जलवा: पारी में मचाई तूफानी तबाही, बाउंड्री की बारिश!

नई दिल्ली   भारतीय U19 टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। 21 सितंबर से ODI सीरीज का आगाज हुआ। ब्रिसबेन के इयान हीली ओवल में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय गेंदबाजों ने पहले ही मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान ऑस्ट्रेलियन टीम को 9 विकेट पर 225 के स्कोर पर रोक दिया। भारतीय गेंदबाजों में हेनिल पटेल ने कमाल किया। उन्होंने 3 विकेट चटकाए। वहीं, किशन कुमार और कनिष्क चौहान ने 2-2 विकेट अपने नाम किए। आरएस अंबरीश के हाथ एक सफलता लगी। ऑस्ट्रेलिया के स्कोर का पीछा करने उतरी वैभव सूर्यवंशी और कप्तान आयुष म्हात्रे की जोड़ी ने भारतीय पारी का आगाज ताबड़तोड़ अंदाज में किया। वैभव और कप्तान ने ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजों की जमकर खबर ली। दोनों ने मिलकर महज 4 ओवर में ही 45 रन स्कोरबोर्ड पर टांग दिए। तूफानी अंदाज में किया पारी आगाज वैभव सूर्यवंशी ने तीसरे ओवर में 3 शानदार चौके जड़े। इसके बाद चौथे ओवर में 1 छक्के सहित बैक टू बैक तीन बाउंड्री जड़ते हुए ऑस्ट्रेलियन खेमें में दहशत मचा दी। 4 ओवर की समाप्ति तक वैभव ने महज 22 गेंदों पर 38 रन अपने खाते में कर लिए थे। अगला यानी 5वां ओवर ऑस्ट्रेलियन तेज गेंदबाज हेडन शिलर करने आए। वैभव की नजरें इस ओवर में भी तूफानी बल्लेबाजी करते हुए जमकर रन बटोरने की थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। इस ओवर की पहली 5 गेंदों का कप्तान आयुष ने सामना करने के बाद स्ट्राइक वैभव को थमा दी। ओवर की आखिरी गेंद पर हेडन शिलर ने शानदार गेंद फेंकी, जिसने वैभव सूर्यवंशी को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। इस तरह स्टार बल्लेबाज की तूफानी पर विराम लग गया। अर्धशतक से 12 रन दूर रह गए 14 साल के वैभव ने 22 गेंदों पर 7 चौके और 1 छक्के की मदद से 38 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 172.73 का रहा। उन्होंने महज 24 मिनट क्रीज पर बिताए, लेकिन अपनी तूफानी बैटिंग से महफिल लूट ली। पहले मैच में भले ही वैभव का बल्ला नहीं चल पाया, लेकिन उनके पास प्रतिभा दिखाने का अभी भी शानदार मौका है। ODI सीरीज के अगले 2 मैचों में उनके पास बड़ी पारी खेलने का बेहतरीन चांस होगा। 

नदी पार करते वक्त बह गया हाथी का शावक, बाद में झाड़ियों में मिला शव

कोरबा हसदेव नदी के किनारे झाड़ी में हाथी के शावक की लाश मिली है. बताया जा रहा है कि हाथी शावक नदी पार करने के दौरान बह गया था. सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने शव बरामद कर लिया है. जानकारी के अनुसार, कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज के पनगंवा में 54 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. इस झुंड में उनके बच्चे भी हैं. इन्ही में से एक शावक के नदी पार करने के दौरान बहने की जानकारी है. वन टीम ने केंदई रेज के ओड़ार बहरा के पास हाथी शावक के शव को बरामद किया है. बताया जा रहा है कि नदी में बहकर शव यहां पहुंच गया है. रेंजर अभिषेक दुबे ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हसदेव नदी के बहाव के साथ बहकर शव के आने की संभावना है. उसकी मौत कैसे हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा. शुरुआती जांच में नदी पार करते समय पानी में बहने से होना माना जा रहा है. एक सप्ताह पहले ही सखोदा में हथिनी ने बच्चों को जन्म दिया था. इसके बाद 27 हाथियों का झुंड आगे बढ़ गया था.

बाढ़ प्रभावित इलाकों में दिड़बा से मिली मदद, तीन एम्बुलेंस भेजीं गईं

संगरूर  पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज हलका दिड़बा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को तत्काल चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए स्थानीय रेस्ट हाउस से तीन एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रभावित इलाकों के लोगों को सेहत सुविधाएं मुहैया करवाने के आदेश देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों, नर्सों और फार्मासिस्टों से लैस ये एम्बुलेंसें बाढ़ के बाद उत्पन्न स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगी और पानी से फैलने वाली और अन्य बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए यह सेवा अगले 15 दिनों के लिए चलाई जाएगी। इस दौरान लोगों को मुफ्त चिकित्सीय जांच और दवाइयां उपलब्ध होंगी, जबकि गंभीर मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार बाढ़ पीड़ितों को बेहतर मुआवजा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि आगामी सत्र में आपदा प्रबंधन अधिनियम, खनन अधिनियम और अन्य संबंधित कानूनों में जरूरी संशोधन कैबिनेट की मंजूरी के बाद प्रस्तुत किए जाएंगे। रंगला पंजाब चढ़दी कला फंड अभियान को सफल करार देते हुए चीमा ने कहा कि विदेशों में बसे पंजाबियों के बड़े योगदान ने पुनर्बहाली के प्रयासों को मजबूती प्रदान की है।

हमेशा राष्ट्र प्रथम की भावना रखें, तभी भारत बनेगा दुनिया का सिरमौर: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि तन और मन की शुचिता के साथ इनका स्वस्थ रहना भी हम सबके लिए बेहद जरूरी है। मनुष्य को पहला सुख निरोगी काया से ही मिलता है। इसलिए हमेशा फिजिकली फिट रहने की कोशिश करें और किसी भी प्रकार के नशे के सेवन से बचें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार की सुबह अटल पथ पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के सभी नागरिकों विशेषत: युवाओं से यह अपील की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केन्द्र सरकार द्वारा संचालित फिट इंडिया मूवमेंट और नशामुक्त भारत अभियान के संकल्प पूर्ति एवं जन-जागरूकता के लिए आयोजित नमो युवा रन (मैराथन दौड़) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। इस पखवाड़े के दौरान नमो युवा रन का आयोजन हम सबको देश की सेवा के लिए आगे आने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कार्यक्रम में नमो युवा रन के मोमेंटों (लोगो) का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने स्वयं स्पोर्ट्स ट्रेक सूट में मैराथन दौड़ में शिरकत कर हजारों की संख्या में नमो युवा रन में शामिल प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। हम सदैव अपनी सोच में, अपने विचारों में, अपने मूल्यों में 'देश सबसे पहले' की भावना रखें। हमेशा स्वदेशी वस्तुओं का ही उपयोग करें, तभी हमारा राष्ट्र पूरी दुनिया का सिरमौर बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व पटल पर एक अलग प्रतिष्ठा स्थापित की है। मध्यप्रदेश ने भी प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच और उनके विजन से कदम से कदम मिलाते हुए देश-दुनिया में अपनी अलग जगह और नई पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने खेलों के मामले में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। देश के साथ मध्यप्रदेश का भी खेल स्पर्धाओं में प्रदर्शन दिनों-दिन सुधर रहा है। मध्यप्रदेश के हॉकी खिलाड़ी श्री विवेक सागर, ऑलिम्पिक में पदक विजेता टीम के सदस्य रहे। यह हमें खेल के क्षेत्र में और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से आह्वान किया कि यह संकल्प लें कि हम खुद को फिट रखेंगे, नशे से दूर रहेंगे और अपने-अपने काम और कर्तव्यों में भी हमेशा अव्वल रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा फिट इंडिया मूवमेंट और नशामुक्त भारत अभियान के संबंध में एक वीडियो संदेश प्रसारित किया गया। वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री ने देश के सभी युवाओं से फिट रहने और नशा नहीं करने की भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि नशामुक्त भारत के लिए हमने राष्ट्रीय योजना तैयार की है। जो एडिक्ट्स हो चुके हैं उन्हें शिक्षित कर उनके उपचार और पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स, केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों के सभी विभाग भारत को नशामुक्त बनाने की दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। वीडियो संदेश में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह एवं केन्द्रीय खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने भी देश के सभी युवाओं से शरीर की तंदरूस्ती के लिए रोजाना व्यायाम करने और नशे से बचने का विशेष आह्वान किया। नमो युवा रन मैराथन दौड़ कार्यक्रम में खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, भोपाल सांसद श्री आलोक शर्मा, विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री हेमंत खण्डेलवाल, विधायक श्री भगवानदास सबनानी, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय, श्री हितानंद शर्मा, श्री वैभव पंवार, श्री रविन्द्र यति, श्री रणजीत चौहान, श्री महेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।

H-1B वीजा शुल्क पर ट्रंप का नया नियम प्रभावी, जानें अब तक की पूरी कहानी

वॉशिंगटन अमेरिका आज से एच-1बी वीजा के लिए नए आवेदकों से एक लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपए) शुल्क वसूलेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को व्हाइट हाउस में इस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। नए नियम आज (अमेरिकी समयानुसार) यानि 21 सिंतबर से लागू हो रहे हैं। ट्रंप सरकार के इस फैसले से प्रवासियों के बीच काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि व्हाइट हाउस ने नए नियमों को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने शनिवार को स्पष्ट किया कि हाल ही में घोषित एक लाख डॉलर का एच-1बी वीजा शुल्क केवल नए वीजा आवेदनों पर लागू होगा और यह वार्षिक शुल्क नहीं है। वहीं, अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने भी स्पष्ट किया कि नया नियम केवल नए आवदेकों पर ही लागू होगा। यह स्पष्टीकरण राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा वीजा फीस बढ़ाने के आदेश पर हस्ताक्षर करने के एक दिन बाद आया है। व्हाइट हाउस ने दूर की भ्रम की स्थिति     यह कोई वार्षिक शुल्क नहीं है। यह एकमुश्त शुल्क है जो केवल नये एच-1बी आवेदन पर लागू होगा।     जिन लोगों के पास पहले से ही एच-1बी वीजा है और जो इस समय देश से बाहर हैं, उनसे पुनः प्रवेश के लिए 100,000 डॉलर का शुल्क नहीं लिया जाएगा।     एच-1बी वीजा धारक देश से बाहर जा सकते हैं और पुनः प्रवेश कर सकते हैं। कल की घोषणा से उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।     यह केवल नए वीजा पर लागू होता है। नवीनीकरण पर नहीं और न ही वर्तमान वीजा धारकों पर।      यह प्रावधान सबसे पहले आगामी एच-1बी लॉटरी चक्र से लागू होगा। यूएससीआईएस ने भी नियमों को लेकर बनी अस्पष्टता को लेकर साफ की स्थिति यूएससीआईएस भी इस संबंध में एक्स पर पोस्ट कर नई जानकारी दी है। यूएससीआईएस ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप के नए एच-1बी वीजा नियम केवल नए, संभावित आवेदनों पर लागू होते हैं, जो अभी तक दायर नहीं किए गए हैं। 21 सितंबर, 2025 से पहले प्रस्तुत आवेदन प्रभावित नहीं होंगे।' भारतीय दूतावास ने मदद के लिए जारी किया मोबाइल नंबर इस बीच, अमेरिका में भारतीय दूतावास आपातकालीन सहायता चाहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए मोबाइल नंबर जारी किया है। दूतावास ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'आपातकालीन सहायता चाहने वाले भारतीय नागरिक मोबाइल नंबर +1-202-550-9931 (और व्हाट्सएप) पर कॉल कर सकते हैं। इस नंबर का उपयोग केवल तत्काल आपातकालीन सहायता चाहने वाले भारतीय नागरिकों द्वारा किया जाना चाहिए, न कि नियमित वाणिज्य दूतावास संबंधी पूछताछ के लिए।' नैस्कॉम ने सदस्य कंपनियों से किया एच-1बी धारकों को अमेरिका वापस लाने का आग्रह नैस्कॉम के उपाध्यक्ष शिवेंद्र सिंह ने कहा कि शीर्ष उद्योग निकाय ने अपनी सदस्य कंपनियों से आग्रह किया है कि उनके जो एच-1बी धारक इस वक्त अमेरिका से बाहर हैं, उनको तत्काल अमेरिका वापस लाएं। यह अपील खासतौर से एक दिन की समय सीमा के मद्देनजर की गई है। सिंह ने एच-1बी वीजा को अमेरिकी और भारतीय दोनों कंपनियों के संचालन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। सिंह ने कहा, यह विशेष कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब तकनीक इतनी तेजी से विकसित हो रही है। एआई और अन्य अत्याधुनिक तकनीकें अमेरिका को नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जगह बना रही हैं। अमेरिकी नवाचार नेतृत्व को बनाए रखने की आवश्यकता है। यह कुछ ऐसा है जो कुछ समय के लिए व्यवस्था को बाधित करेगा, क्योंकि पर्याप्त संक्रमण समय नहीं दिया गया था। पेशेवरों के लौटने के लिए एक दिन की समय सीमा है। सिंह ने कहा, हमने अपनी सदस्य कंपनियों को सलाह दी है कि वे अमेरिका से बाहर रह रहे अपने कर्मचारियों को 21 सितंबर से पहले वापस लाने का प्रयास करें। नैसकॉम का मानना है कि इस तरह का महत्वपूर्ण कदम उठाने से पहले उद्योग के साथ और अधिक विचार-विमर्श किया जाना चाहिए था। भारतीय एच-1बी धारकों ने दिवाली-शादियों के लिए स्वदेश यात्राएं की रद्द एच-1बी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी वाले आदेश के बाद अमेरिका में बसे भारतीयों में व्यापक दहशत, भ्रम और चिंता है। कई लोगों ने दिवाली और शादियों के लिए भारत यात्रा की अपनी योजना रद्द कर दी है। जहां कई लोगों ने भारत की उड़ान भरने से पहले अंतिम समय में अपनी यात्रा रद्द कर दी, वहीं भारत में पहले से मौजूद कई लोग स्पष्टता के अभाव में वापस लौटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक व्यक्ति अपनी शादी के लिए भारत आने वाला था और उसने इस घोषणा के बाद अनिश्चितता के बीच अपनी योजना रद्द कर दी है।   अमेजन के बाद एच-1बी वीजा का दूसरा सबसे बड़ा लाभार्थी टीसीएस: यूएससीआईएस अमेरिका के संघीय आंकड़ों के अनुसार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 2025 तक 5,000 से अधिक स्वीकृत एच-1बी वीजा के साथ इस कार्यक्रम की दूसरी सबसे बड़ी लाभार्थी है। इस लिहाज से पहले स्थान पर अमेजन है। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाओं (यूएससीआईएस) के अनुसार, जून 2025 तक अमेजन के 10,044 कर्मचारी एच-1बी वीजा का इस्तेमाल कर रहे थे। दूसरे स्थान पर 5,505 स्वीकृत एच-1बी वीजा के साथ टीसीएस रही। इनके अलावा शीर्ष लाभार्थियों में माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (5,189), मेटा (5,123), एपल (4,202), गूगल (4,181), कॉग्निजेंट (2,493), जेपी मॉर्गन चेज (2,440), वॉलमार्ट (2,390) और डेलॉइट कंसल्टिंग (2,353) हैं। शीर्ष 20 की सूची में इंफोसिस (2,004), एलटीआईमाइंडट्री (1,807), एचसीएल अमेरिका (1,728), विप्रो (1523) और टेक महिंद्रा अमेरिकाज (951) शामिल हैं। वीजा शुल्क का यह झटका ऐसे समय में आया है जब 283 अरब डॉलर का भारतीय आईटी क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़े आउटसोर्सिंग बाजार में अशांत कारोबारी माहौल से पहले ही जूझ रहा है। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से अमेरिका में भारतीय आईटी और पेशेवर कर्मचारी गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। जुलाई में, यूएससीआईएस ने कहा था कि उसे वित्तीय वर्ष 2026 के लिए कांग्रेस की ओर से निर्धारित 65,000 एच-1बी वीजा नियमित सीमा और 20,000 एच-1बी वीजा यूएस उन्नत डिग्री छूट तक पहुंचने के लिए पर्याप्त याचिकाएं प्राप्त हुई हैं।