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61 साल बाद यूपी को मिला गौरव, योगी के नेतृत्व में लखनऊ बनेगा युवाओं का वैश्विक केंद्र

19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी के लिए लखनऊ में बनेगी विश्वस्तरीय टेंट सिटी, संपन्न हुआ भूमिपूजन 61 साल बाद यूपी को मिला गौरव, योगी के नेतृत्व में लखनऊ बनेगा युवाओं का वैश्विक केंद्र  योगी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना, गुलाब देवी व संदीप सिंह भूमिपूजन कार्यक्रम में हुए शामिल – पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन, राष्ट्रपति मुर्मू के भी शामिल होने की संभावना – लखनऊ में 35 हज़ार स्काउट्स-गाइड्स जुटेंगे, बनेगी विश्वस्तरीय टेंट सिटी लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से प्रदेश युवाओं के लिए वैश्विक मंच बन रहा है। इसी क्रम में लखनऊ में पहली बार भारत स्काउट्स और गाइड्स की डायमंड जुबली ग्रैंड फिनाले एवं 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी का भव्य आयोजन आगामी 23 से 29 नवम्बर तक होने जा रहा है। वृंदावन योजना स्थित डिफेन्स एक्सपो ग्राउंड में आयोजित होने वाले इस विश्वस्तरीय शिविर का भूमि पूजन सोमवार को मंत्रोच्चार और विधिविधान के साथ हुआ।  भूमिपूजन समारोह में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह और भारत स्काउट्स एवं गाइड्स उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को उत्तर प्रदेश के लिए “गौरव का अवसर” बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया। 23 से 29 नवंबर तक आयोजित होगा जम्बूरी डॉ. महेंद्र सिंह ने जम्बूरी की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि 23 से 29 नवंबर 2025 तक चलने वाला यह आयोजन भारत के 30,000 और विभिन्न देशों के 2,000 स्काउट्स-गाइड्स, साथ ही 3,000 अधिकारियों-स्टाफ को आकर्षित करेगा। यहां कुल 35,000 प्रतिभागी इकट्ठा होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे, जबकि समापन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शामिल होने की संभावना है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इसे युवाओं का वैश्विक उत्सव करार देते हुए कहा कि जम्बूरी केवल एक शिविर नहीं, बल्कि भाईचारे, संस्कृति और नेतृत्व का मंच है। यह आयोजन 1953 में हैदराबाद में पहली राष्ट्रीय जम्बूरी के बाद 18 सफल आयोजनों के बाद उत्तर प्रदेश को 61 वर्षों बाद मिला है, पिछली बार 1964 में प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) में हुआ था। आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी जम्बूरी, होंगे विभिन्न कार्यक्रम जम्बूरी के लिए डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में एक सप्ताह के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस ‘टेंट सिटी’ तैयार की जाएगी, जिसमें 3,500 टेंट, 1,600 शौचालय-स्नानागार, 25,000 क्षमता का एरिना, 64 रसोईघर, 100 बिस्तरों का अस्पताल, 15 डिस्पेंसरी, 100 प्रदर्शनी स्टॉल, जम्बूरी मार्केट, ग्लोबल विलेज, एडवेंचर जोन, वाई-फाई जोन और दो दिवसीय ड्रोन शो शामिल होंगे। एयर फोर्स के एयर अग्निवीर प्रदर्शनी, HAM रेडियो स्टेशन और आईटी हब भी आकर्षण का केंद्र होंगे। योगी सरकार ने सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, परिवहन और पर्यावरणीय संतुलन के लिए विश्वस्तरीय प्रबंध सुनिश्चित किए हैं। ‘टेंट सिटी’ ग्रीन और सर्कुलर इकोनॉमी सिद्धांतों पर आधारित होगी। पीएम मोदी की प्राथमिकताओं पर आधारित थीम जम्बूरी की थीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं—आत्मनिर्भर स्वदेशी भारत, स्वच्छ एवं विकसित भारत, ग्रीन एवं सस्टेनेबल भारत, और विकसित युवा-विकसित भारत पर केंद्रित है। यह आयोजन युवाओं में नेतृत्व, अनुशासन और आत्मनिर्भरता का विकास करेगा, साथ ही राष्ट्रीय एकता, वैश्विक भाईचारा, संस्कृति का आदान-प्रदान और सेवाभावी नागरिकों को प्रोत्साहित करेगा।

सामंथा की जिंदगी में नए मोड़ की आहट? पोस्ट में लिखा– सच्चा प्यार मुझे ढूंढ लेगा

मुंबई  सामंथा रूथ प्रभु प्रोफेशनल से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. राज निदिमोरू को वो डेट कर रही हैं. ऐसा कहा जा रहा है. लेकिन सामंथा या राज, दोनों में से अबतक किसी की भी ओर से इस रिश्ते पर मुहर नहीं लगी है. हाल ही में सामंथा ने इंस्टाग्राम पर 'सच्चा प्यार' को लेकर एक पोस्ट शेयर की.  सामंथा की पोस्ट वायरल सामंथा, कैमरे के सामने बैठी नजर आ रही हैं. इसके साथ उन्होंने लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी है. सामंथा ने लिखा- मैं और मेरी दोस्त कल बात कर रहे थे और इस बात ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया. वो ये कि 30 की उम्र के बाद आपकी जिंदगी नीचे की ओर जाने लगती है. आपके चेहरा का ग्लो फीका पड़ता है.  ब्यूटी स्टैंडर्स कम होते हैं और उस दौरान आप सोचने लगते हैं कि 20 में हम कितने अच्छे लगता है. चलो अब भी वैसे ही लगना शुरू करते हैं, लेकिन आप कुछ भी कर लें. नहीं लग पाएंगे. न परफेक्ट फेस होगा, न परफेक्ट बॉडी और न ही परफेक्ट लाइफ. लगेगा कि समय आपके हाथ से जा रहा है. मेरे 20s काफी लाउडनेस में बीते. मैं आराम नहीं करती थी. मैं बस भाग रही थी. अच्छा दिखने के लिए, अच्छा महसूस करने के लिए और खुद को पूरा करने के लिए.  सामंथा ने कही दिल की बात मैं ये लोगों को दिखा रही थी कि मैं कितना खुश हूं, लेकिन मैं कितनी अकेली हूं अंदर से, ये मैं ढकने की कोशिश कर रही थी. किसी ने मुझे बताया नहीं कि प्यार, सच्चा प्यार मुझे ढूंढ लेगा. और इसमें मुझे किसी दूसरे के लिए खुद को बदलने की जरूरत नहीं होगी.फिर मैं अपने 30s में आई. कुछ बदला और मैं पहले से थोड़ी नरम दिल वाली बनी.  कुछ तो ओपन हुआ. मैंने जो गलतियां की थीं, वो मैंने दोहरानी बंद कर दीं. किसी जगह पर फिट होना बंद कर दिया. मैंने दो जिंदगियां जीनी बंद कर दीं. एक वो जो मैंने दुनिया को दिखाई और दूसरी वो जिसे मैंने शांति में जिया. और अचानक से मैं वो हो गई जो असल में थी. शांति में जो सामंथा थी, वही दुनिया के भी सामने दिखने लगी. उस समय मैंने महसूस किया कि मैं अब जिंदा हुई हूं. हर लड़की ऐसा महसूस करे, मैं ये दुआ करती हूं. वो भागना बंद करे और थककर जब घर लौटे तो उसको शांति मिले. क्योंकि जब आप खुद में रहते हो और बिना किसी गिल्ट के गलतियां भी करते हो तो ये करके आप खुद को फ्री करते हो.  सामंथा के वर्कफ्रंट की बात करें तो 'रक्त ब्रह्मांडः द ब्लडी किंगडम' पर वो काम कर रही हैं. इसे राज निदिमोरू और कृष्णा डीके ने प्रोड्यूस किया है. ये नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी. 

जालंधर वालों के लिए अलर्ट! आज से बदल गया ट्रैफिक सिस्टम

जालंधर  शहर में अब वाहन चालकों का ट्रैफिक नियम तोड़ना आसान नहीं होगा। दरअसल जालंधर पुलिस ने शहर में आधुनिक व्यवस्था लागू करते हुए सीसीटीवी कैमरों के जरिए ऑनलाइन चालान प्रणाली शुरू करने का फैसला लिया है, जोकि कल से शुरू हो जाएगा। इस नई व्यवस्था के तहत अगर कोई वाहन चालक सफेद पट्टी (जैब्रा क्रॉसिंग) पार करता है, रॉन्ग साइड से निकलता है या अन्य नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसका चालान सीधे घर पहुंच जाएगा। सोमवार से लागू होगी सख्ती पुलिस के अनुसार यह कार्रवाई 29 सितंबर, सोमवार से शुरू हो जाएगी। इसके लिए शहर के प्रमुख चौकों पर विशेष नाके लगाए जाएंगे। इनमें पी.ए.पी. चौक, बी.एस.एफ. चौक, बी.एम.सी. चौक, गुरु नानक मिशन चौक और नकोदर चौक शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर ट्रैफिक नियम पालन सुनिश्चित करने के लिए जैब्रा लाइन भी स्पष्ट रूप से खींची जा चुकी हैं।   1000 से ज्यादा कैमरों की नजर शहर में पहले से ही 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जा चुके हैं। ये कैमरे चौक-चौराहों, मुख्य बाजारों और व्यस्त सड़कों पर लगाए गए हैं, ताकि किसी भी वाहन चालक द्वारा की गई छोटी से छोटी गलती भी कैमरे में कैद हो सके। चालान पहुंचेगा घर ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक चालान की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होगी। यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन का नंबर प्लेट तुरंत कैमरे में दर्ज हो जाएगा और उसकी जानकारी ऑनलाइन सिस्टम से जुड़ जाएगी। इसके बाद वाहन मालिक के पते पर चालान भेज दिया जाएगा। पुलिस की अपील पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और ट्रैफिक पुलिस के साथ सहयोग करें। उनका कहना है कि इस कदम का मकसद लोगों को परेशान करना नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा को मजबूत करना है। साथ ही, ट्रैफिक व्यवस्था को और सुचारू बनाना इसका मुख्य उद्देश्य है। पुलिस ने साफ किया है कि जो लोग चालान का भुगतान समय पर नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नियम तोड़ने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया जा सकता है।  

सिवनी सड़क चौड़ीकरण परियोजना की टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू, काम में होगा तीन-चार माह का इंतजार

सिवनी  सिवनी शहर के भीतर सड़क चौड़ीकरण का कार्य तीन से चार माह बाद ही शुरु हो पाएगा। हालांकि शासन की तरफ से रिवाइज बजट स्वीकृत कर दिया गया है। टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरु होगी। जिसके बाद शहर के भीतर मुख्य मार्ग की सुरत बदलेगी। वहीं यातायात सिग्नल भी सुधरेगी। सड़कों का होगा चौड़ीकरण, लगेंगे 3 महीने बता दें कि, नगर पालिका चौक से लेकर छिंदवाड़ा चौक तक सड़क की चौड़ाई कम होने एवं लगातार अतिक्रमण बढ़ने से यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। वहीं चौक चौराहे पर लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल भी वर्षों से बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में मनमर्जी से लोग वाहन को चौराहे से लेकर निकल जाते हैं। इससे कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है। वहीं बेतरतीब वाहन चलाने से लोग घायल भी हो रहे हैं और कई बार तो लड़ाई-झगड़े तक की नौबत आ रही है। शाम के समय हालात और ज्यादा खराब हो जाते हैं। लाखों रुपए की लागत से चौराहों पर लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल वर्षों से धूल खा रहे हैं। नगर पालिका चौराहे जैसे व्यस्ततम इलाके का ट्रैफिक सिग्नल भी बंद है। इसके अलावा छिंदवाड़ा चौक, कचहरी चौक सहित अन्य जगह ट्रैफिक सिग्नल की यही स्थिति है। वर्ष 2020 के अक्टूबर माह में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सात दिनों के भीतर नगर के ट्रैफिक सिग्नलों को शुरु करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अब तक कार्य पूरा नहीं हुआ। पांच चौराहे पर लगा था यातायात सिग्नल नगर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए वर्ष 2013-14 में नगर पालिका ने लाखों रुपये की लागत से कचहरी चौक, नगर पालिका चौक, छिंदवाड़ा चौक, सर्किट हाउस चौक, बाहुबली चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे। हालांकि कुछ ही दिनों में सिग्नल बंद हो गए। इसके बाद जिम्मेदारों ने सुधारने को लेकर जहमत नहीं उठाई। बड़ी बात यह है कि क जगह लगे ट्रैफिक सिग्नल के पो भी गायब हो गए हैं। पुलिस कंट्रो रूम, सर्किट हाउस एवं बाहुबल चौक के तरफ लगे सिग्नल के पो गायब हैं। लगेगा तीन माह से अधिक समय एमपीआरडीसी द्वारा शहर के भीतरी हिस्से में नगझर से सीलादेही तक फोरलेन का काम कराया जा रहा है। विभाग ने सड़क चौड़ीकरण को लेकर दोबारा प्रस्ताव शासन को भेजा था। जिसे मंजूर कर लिया गया है। टेंडर की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। सड़क चौड़ीकरण के बाद ही सिग्नल का भी सुधार कार्य होगा या फिर नए सिग्नल लगेंगे। दरअसल वर्ष 2022 में नगर पालिका परिषद ने बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नल को सुधारने के लिए प्रस्ताव रखा गया था। 22 लाख 56 हजार रुपए से सिग्नलों को सुधारने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इस बीच एमपीआरडीसी ने नगर पालिका को पत्र लिखकर सड़क चौड़ीकरण का कार्य पूरा होने के बाद ही सिग्नल का सुधार कार्य करने का आग्रह किया था। तब से मामला ठंडे बस्ते में है।

सफर हुआ हरा-भरा: हरियाणा में शुरू हुई इलेक्ट्रिक बस सेवा, कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन

यमुनानगर  हरियाणा के यमुनानगर से रादौर तक इलेक्ट्रिक बस की शुरूआत हुई। हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ रादौर से यमुनानगर तक इलेक्ट्रिक बस में सफर कर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक बसें चलाए जाने से पर्यावरण शुद्ध होगा। सी उद्देश्य के तहत 2047 के विकसित भारत की ओर एक कदम के रूप में इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की गई है।  कृषि मंत्री ने बताया कि सामान्य बसों में गर्मी रहती है और वातावरण अस्वच्छ हो जाता है, जबकि इस इलेक्ट्रिक बस में आरामदायक और स्वच्छ वातावरण मिलता है। यह विकसित भारत की तस्वीर है, और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। मंत्री श्याम सिंह राणा ने यह भी बताया कि हरियाणा की अनाज मंडियों में धान की खरीद लगातार जारी है। इस बार धान की खरीद एक सप्ताह पहले शुरू की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के किसान जागरूक हैं और पराली जलाने की घटनाएं सामने नहीं आएंगी।

दशहरा की धूम नटेरन में, रावण पूजा और राम-रावण सेना के बीच पत्थर युद्ध का महा नाटक

विदिशा विजयादशमी पर्व (Dussehra) में अब केवल तीन दिन शेष है। शहर से लेकर गांव तक बड़े आयोजनों को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। देश भर में जहां दशहरा पर्व पर बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया जाता है। वहीं जिले के नटेरन तहसील पूजा की जाती है। दूसरी ओर वर्षों में स्थित रावण गांव में रावण बाबा की पुरानी परंपरा के अनुसार आनंदपुर क्षेत्र के कालादेव गांव में राम-रावण सेना के बीच पत्थर युद्ध होगा। विदिशा शहर में जैन कॉलेज मैदान में बड़े मेले का आयोजन होगा। मेले में 35 फीट के रावण के पुतला का दहन किया जाएगा। राम-रावण दृश्य का मंचन भी किया जाएगा। यहां रावण की होती है पूजा नटेरन के रावण गांव में लंकापति रावण की पूजा की परंपरा है। मान्यता है कि गांव के पास स्थित बूधों की पहाड़ी में प्राचीन काल में एक दानव रहा करता था। स्थानीय निवासी उससे परेशान थे। रावण ने इस दानव का वध कर ग्रामीणों की रक्षा की थी। इसके बाद से गांव के लोग रावण को रावण बाबा के नाम से बुलाते है। दशहरा पर जहां पूरे देश में रावण का पुतला दहन किया जाता है। वहीं इस गांव में रावण बाबा की पूजा की जाती है। गांव में करीब 40 वर्ष पहले मंदिर का निर्माण कराया गया, जहां आराम की मुद्रा में लेटे हुए रावण की 8 फीट की लंबी प्रतिमा है। दशहरा पर्व पर मंदिर में भंडारा का आयोजन भी होता है। मंदिर के पुजारी सुमित तिवारी ने बताया कि आयोजन को लेकर मंदिर में तैयारी शुरू कर दी गई है। ग्रामीण संतोष धाकड़ बताते है कि रावण बाबा के प्रति पूरा गांव श्रद्धाभाव रखता है। सभी शुभ कार्यों में उन्हें पहला निमंत्रण दिया जाता है। बच्चों के जन्म पर सबसे पहले रावण बाबा के ही दर्शन कराए जाते हैं। गांव के युवा भी हाथों पर जय लंकेश का टैटू बनवाते हैं। गांव के घरो व वाहनों में भी जय लंकेश लिखा देखने को मिलता है।  राम व रावण सेना में पत्थर मार युद्ध आनंदपुर क्षेत्र के पास ग्राम कालादेव में भी रावण के पुतले का दहन नहीं किया जाता है। वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार इस बार भी कालादेव गांव में राम व रावण सेना के बीच पत्थर मार युद्ध (Patthar Maar Yudh) का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीणों की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। मान्यता के अनुरूप पत्थर मार युद्ध में गोफन से पत्थर राम सेना पर फेंके जाते हैं। गांव के सरपंच प्रतिनिधि रामेश्वर शर्मा ने बताया कि नवदुर्गा के प्रारंभ से ही कालादेव में रामलीला का मंचन स्थानीय कलाकारों द्वारा किया जाता है। दशहरे पर रामलीला के अंतिम दिन राम-रावण सेना के बीच युद्ध होता है। दशहरे के दिन हजारों दर्शकों के सामने यह पत्थर युद्ध होता है। इसमें दशहरे मैदान के बीच में राम दल का ध्वज गाड़ा जाता है। उससे करीब 200 मीटर दूरी पर रावण सेना में भील व बंजारा समूह के लोग शामिल होकर गोफान से पत्थर मारने के लिए तैयार खड़े रहते हैं। राम सेना के रूप में कालादेव के स्थानीय निवासी होते हैं, जो ध्वज से लगभग 200 मीटर दूर खड़े रहते हैं। वे राम की जय-जयकार करते हुए जब ध्वज की परिक्रमा करते हैं। तभी रावण सेना के लोग गोफान से पत्थर मारते हैं। राम सेना ध्वज का तीन चक्कर लगाती है। दूसरी ओर रावण सेना उन पर पत्थर बरसाती रहती है। ध्वज के तीन चक्कर पूरे होने के बाद रावण वध होता है। इसके बाद भगवान राम का राजतिलक किया जाता है।

तिलक वर्मा के लिए ‘चक दे इंडिया’ बना करियर का खास मोड़

दुबई भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप फाइनल में 69 रन की नाबाद पारी को अपने कैरियर की सबसे खास पारियों में से एक बताया। तिलक के अर्धशतक की मदद से भारत ने शुरूआती झटकों से उबरते हुए पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया। तिलक ने मैच के बाद एक घंटे विलंब से शुरू हुए पुरस्कार वितरण समारोह में ‘प्लेयर आफ द मैच’ का पुरस्कार लेने के बाद कहा, ‘‘दबाव था। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की। मैं संयम के साथ खेलने की कोशिश कर रहा था। मेरे कैरियर की सबसे खास पारियों में से एक। चक दे इंडिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हर क्रम पर खेलने को तैयार रहते हैं। लचीलापन होना जरूरी है। मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिये तैयार था। मुझे अपने खेल पर भरोसा था। जब विकेट धीमे होते हैं तो मैने गौती सर से इस पर बात की है और उनके साथ काफी मेहनत की है।’’ तिलक ने अहम साझेदारियों के लिये संजू सैमसन और शिवम दुबे की भी तारीफ की। उन्होंने कहा,‘ सैमसन की शानदार पारी। दुबे ने दबाव में जिस तरह से खेला, वह टीम के लिये बहुत जरूरी था।’’ ‘प्लेयर आफ द टूर्नामेंट’ चुने गए अभिषेक शर्मा ने कहा, ‘‘विश्व कप जीतने वाली इस टीम में जगह बनाना किसी सलामी बल्लेबाज के लिये आसान नहीं था। मैने अपने खेल पर बहुत मेहनत की। कोच और कप्तान का साथ मुझे टूर्नामेंट में शुरूआत से मिला।’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं अच्छा खेलता हूं तो टीम को जीतना चाहिये। कई बार आप नाकाम भी होते हो लेकिन प्रक्रिया का अनुसरण करना अहम है।’’ पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा ने कहा कि इस हार को पचाना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस हार को पचाना आसान नहीं होगा। हमने बल्लेबाजी के दौरान विकेट गंवाये। गेंदबाजी अच्छी की लेकिन रन नाकाफी थे। हम स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाये और विकेट गिरते रहे।’’  

भक्ति का बड़ा चमत्कार: नवरात्रों में माता रानी ने बरसाई अपार कृपा, चमकी किस्मत

फाजिल्का   नवरात्रों के पवित्र दिनों के दौरान माता रानी की अपार कृपा फाजिल्का के एक परिवार पर हुई। शहर की मशहूर रूप चंद लॉटरी की दुकान से खरीदी गई टिकट ने एक व्यक्ति की जिंदगी खुशियों से भर दी। यह खुशकिस्मत व्यक्ति हैं गुरविंदर सिंह, जिन्हें कम नंबर 56062 के साथ दूसरा इनाम 45 हजार रुपये का मिला। गुरविंदर सिंह अपने बेटे की शादी के लिए सामान खरीदने फाजिल्का शहर आए थे। वापसी के दौरान वह रूप चंद लॉटरी की दुकान पर रुके और एक टिकट खरीदी। किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह टिकट उनकी किस्मत के दरवाजे खोल देगी। दुकान के संचालक बोबी बवेजा ने बताया कि अभी उनकी दुकान पर माता रानी के चरण भी नहीं पड़े थे कि माता ने गुरविंदर सिंह को अपनी कृपा से नवाज दिया। यह खबर मिलते ही गुरविंदर सिंह के चेहरे पर खुशी स्पष्ट थी। परिवार के सदस्यों ने इस खुशी को साझा करते हुए नवरात्रों के पकौड़ों के साथ सोस लगाकर मुंह मीठा करवाया। मौके पर मौजूद लोगों ने भी गुरविंदर सिंह को बधाई दी और माता रानी का धन्यवाद किया। रूप चंद लॉटरी के संचालक बोबी बवेजा ने बताया कि उनकी दुकान का पुराना इतिहास भी इनामों से भरपूर रहा है। शरादों के दौरान केवल 13 दिनों में उनकी दुकान से 14 इनाम निकले थे, जिसने इलाके में चर्चा पैदा कर दी थी। इसके अलावा, एक ही दिन में चार इनाम निकलने का रिकॉर्ड भी उनकी दुकान के नाम है, जिसे अब तक किसी और लॉटरी संचालक ने नहीं तोड़ा।

गौरेला पेंड्रा मरवाही : श्रमिक पंजीयन एवं नवीनीकरण के लिए चिन्हित 10 पंचायतों में 6 अक्टूबर से लगेगा मोबाइल शिविर

गौरेला पेंड्रा मरवाही श्रमिकों के कल्याण एवं विकास के लिए श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए श्रमिक पंजीयन एवं नवीनीकरण के लिए 6 से 31 अक्टूबर की अवधि में जिले के चिन्हित 10 ग्राम पंचायतों में मोबाइल शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर सुबह 11 से शाम 4 बजे तक लगेगा। श्रमिक पंजीयन-नवीनीकरण के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता, राशन कार्ड, नॉमिनी का आधार कार्ड एवं प्रथम दो बच्चों का आधार कार्ड की मूल प्रति एवं मोबाइल ओटीपी के साथ हितग्राही को शिविर में स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चुकतीपानी में 6 अक्टूबर को, आमाडांड़ में 8 अक्टूबर को, बगड़ी में 9 अक्टूबर को, देवरगांव में 13 अक्टूबर को, बचरवार में 14 अक्टूबर को, भदौरा में 15 अक्टूबर को, भर्रीडांड़ में 16 अक्टूबर को, धनौली में 17 अक्टूबर को, तरईगांव में 30 अक्टूबर को और भस्कुरा में 31 अक्टूबर को मोबाइल शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

मंगलवार है डेडलाइन: पंजाबियों, आज ही पूरा करें ये अहम काम वरना होगा नुकसान

जालंधर नगर निगम के प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के सुपरिटेंडेंट महीप सरीन, भूपेंद्र सिंह, बठिंडा और राजीव ऋषि ने बताया कि जो लोग मंगलवार 30 सितंबर तक अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाएंगे, उन्हें 10 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसके पश्चात टैक्स की पूरी राशि अदा करनी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्षों के प्रॉपर्टी टैक्स पर लगने वाले ब्यास और पेनल्टी में 50 प्रतिशत की छूट की अंतिम तिथि भी 30 सितंबर ही है। अतः इस तिथि तक टैक्स भरने वालों को दोनों प्रकार की छूट का लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि टैक्स वसूली के लिए निगम ने शनिवार और रविवार को सरकारी छुट्टी के बावजूद अपने कलेक्शन सेंटर खुले रखे जिस दौरान 2 करोड़ रुपए तक का प्रॉपर्टी टैक्स प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि अब घरों और दुकानों के आगे लगाई गई यूआईडी नंबर प्लेटों के कारण विभाग के पास प्रत्येक संपत्ति का टैक्स विवरण उपलब्ध है। निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वालों की सूची तैयार कर ली है और 1 अक्तूबर से बकायेदारों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। असिस्टेंट कमिश्नर विक्रांत वर्मा ने नागरिकों से अपील की है कि वे घरों के आगे लगी नंबर प्लेट से यूआईडी नंबर लेकर अपना प्रॉपर्टी टैक्स मंगलवार तक जमा करवा दें और छूट का लाभ प्राप्त करें।