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सिखों के नरसंहार पर कांग्रेस की 40 साल बाद माफी, AAP सांसद ने चिदंबरम को घेरा

पंजाब  कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान पर आम आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि 40 साल बाद आखिरकार कांग्रेस ने मान लिया कि उनके द्वारा किया गया सिखों का नरसंहार गलत था. कांग्रेस आज भी सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और कमलनाथ जैसे नेताओं पर मेहरबान क्यों है, जो सिख नरसंहार के लिए जिम्मेदार थे? मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि कांग्रेस द्वारा श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त पर किए गए हमले को कभी भुलाया नहीं जा सकता. इस मामले में कांग्रेस और इंदिरा गांधी को क्लीन चिट देना सिखों के जख्मों को और गहरा करना है. इससे पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि चिदंबरम का बयान गैर-जिम्मेदाराना है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान का हाथ साफ है, लेकिन सिख भावनाओं को आहत न करें. चिदंबरम के बयान सेकांग्रेस आलाकमान नाराज सूत्रों के मुताबिक, चिदंबरम के बयान से कांग्रेस आलाकमान बेहद नाराज है. पार्टी हाई कमान ने कहा कि वरिष्ठ नेता को ऐसे बयान देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए, इससे पार्टी की फजीहत हो रही है. वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि गांधी परिवार का देश के लिए बलिदान सब जानते हैं. यह बयान पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण है. चिदंबरम के बयान पर किसने क्या कहा? चिदंबरम के बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि चिदंबरम पहले 26/11 पर विदेशी दबाव का खुलासा कर चुके हैं, अब यह बयान. कांग्रेस का इतिहास कमजोरियों से भरा है. बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि चिदंबरम ने सच्चाई कही, लेकिन बहुत देर से. यह कांग्रेस की राजनीतिक साजिश थी. कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह बयान कांग्रेस की सिख-विरोधी गलती को उजागर करता है. ऐतिहासिक अपराध था. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि इंदिरा ‘आयरन लेडी’ थीं. ऑपरेशन जरूरी था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण. कांग्रेस ने खुद भिंडरांवाले को बढ़ावा दिया. दरअसल, चिदंबरम ने हिमाचल के कसौली में एक कार्यक्रम में ऑपरेशन ब्लूस्टार को गलत बताया.  

PAK के हमले का जवाब: तालिबान ने दिया खतरनाक सबक, सीमा पर बढ़ा तनाव

इस्लामाबाद   पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अफगान सुरक्षा बलों द्वारा किए गए ‘‘अकारण’’ हमलों के जवाब में 19 अफगान चौकियों और कथित आतंकवादी ठिकानों पर कब्जा कर लिया। वहीं, अफगान अधिकारियों का दावा है कि उनकी जवाबी कार्रवाई में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 30 घायल हुए। तालिबान सरकार के रक्षा मंत्रालय ने रविवार तड़के हमलों की पुष्टि की और कहा कि यदि कोई पक्ष अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है, तो उनके सशस्त्र बल पूरी ताकत से जवाब देने के लिए तैयार हैं। अफगान सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा में अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर और चित्राल के साथ-साथ बलूचिस्तान के बारामचा में पाक चौकियों को निशाना बनाया।   खबर के अनुसार, तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि शनिवार रात एक अभियान के दौरान अफगान बलों ने 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया और कम से कम 30 को घायल किया। इस दौरान 20 पाक चौकियों को नष्ट कर दिया गया और बड़ी संख्या में हथियार और सैन्य उपकरण जब्त किए गए। अफगान सैनिकों की हताहत संख्या 9 है और 16 घायल हुए। कतर और सऊदी अरब की मध्यस्थता पर मध्यरात्रि को अभियान रोक दिया गया। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने अफगान हमलों को ‘‘अकारण’’ करार दिया और उन पर आम नागरिकों पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने तेजी और प्रभावी तरीके से जवाब दिया। हमारी सेनाएं सतर्क हैं और किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’   सीमा पर तनाव तब बढ़ा जब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) कथित तौर पर अफगान धरती का इस्तेमाल कर लगातार पाकिस्तान में आतंकवादी हमले कर रहा था। इसी क्रम में खैबर पख्तूनख्वा के ओरकजई जिले में एक हमला हुआ, जिसमें 11 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए, जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर भी शामिल थे। अफगान सुरक्षा बलों ने शनिवार रात पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें तोप, टैंक, हल्के और भारी हथियारों के साथ-साथ हवाई संसाधनों और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, अब तक 19 अफगान चौकियों पर पाकिस्तान का कब्जा हो चुका है। इस पूरी स्थिति ने डूरंड लाइन पर दोनों देशों के बीच तनाव को और भड़काया है और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता पैदा कर दी है।  

PAK vs SA: बाबर आजम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में रचा इतिहास

नई दिल्ली  पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में पहले टेस्ट मैच में आमने-सामने हैं। यूएई में ट्राई सीरीज और एशिया कप 2025 में पाकिस्तान टीम से बाहर रहे बल्लेबाज बाबर आजम भी खेल रहे हैं। रविवार को बाबर ने वापसी पर छोटी पारी खेली मगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में इतिहास रच डाला। वह डब्ल्यूटीसी में तीन हजार रन बनाने वाले पहले एशियन बल्लेबाज बन गए हैं। उनके खाते में फिलहाल डब्ल्यूटीसी में 37 टेस्ट मैचों में 3021 रन हैं।   बाबर ने लाहौर टेस्ट की पहली पारी में 48 गेंदों में 23 रन बनाए, जिसमें चार चौके शामिल हैं। वह अपनी पारी में दूसरा रन बनाते ही डब्ल्यूटीसी में तीन हजारी बने। वह डब्ल्यूटीसी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में सातवें नंबर पर हैं। बाबर के बाद डब्ल्यूटीसी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियन बल्लेबाज शुभमन गिल हैं। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान गिल ने 39 टेस्ट में 2826 रन जोड़े हैं। गिल ने दिल्ली में जारी वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नाबाद 129 रनों की पारी खेली थी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत साल 2019 में हुई थी। डब्ल्यूटीसी इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट के नाम दर्ज है। वह डब्ल्यूटीसी में 69 टेस्ट मैचों में 6080 रन बना चुके हैं। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ हैं। उन्होंने 55 टेस्ट में 4278 रन जुटाए हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच अगले महीने से पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। WTC इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले प्लेयर 6,080 – जो रूट (इंग्लैंड) 4,278 – स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया) 4,225 – मार्नस लाबुशेन (ऑस्ट्रेलिया) 3,616 – बेन स्टोक्स (इंग्लैंड) 3,300 – ट्रैविस हेड (ऑस्ट्रेलिया) 3,288 – उस्मान ख्वाजा (ऑस्ट्रेलिया) 3,041 – जैक क्रॉली (इंग्लैंड) 3,021 – बाबर आजम (पाकिस्तान) मैच की बात करें पाकिस्तान ने पहले दिन स्टंप्स तक पांच विकेट के नुकसान पर 313 रन बनाए। इमाम उल हक ने 93 और कप्तान शान मसूद ने 76 रनों का योगदान दिया। विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान 62 और सलमान आगा 52 रन बनाकर नाबाद हैं। पाकिस्तान के नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में अपनी पहली सीरीज खेल रहा है।  

RJD में संकट: दो बड़े नेताओं ने छोड़ा दल, अब नीतीश का हाथ थामेंगे

पटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, अब नवादा और रजौली से मौजूदा विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, दोनों ही विधायक जदयू में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, नवादा सीट से विधायक विभा देवी और रजौली (सुरक्षित) से प्रकाश वीर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों विधायकों ने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को सौंपा, जिसे अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। इन दोनों विधायकों के इस्तीफे से बिहार की सियासत में खलबली मच गई है। इस्तीफे पर बोलते हुए, प्रकाश वीर ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पार्टी में लौटने का कोई सवाल ही नहीं है। मैंने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया है… वह (राजद नेता तेजस्वी यादव) एक बार नवादा में यात्रा के लिए गए थे, लेकिन उन्होंने हमें आमंत्रित नहीं किया, इसलिए हम नहीं गए। भीड़ में से कोई उन्होंने कहा, "मैंने चिल्लाकर कहा, 'तेजस्वी भैया, प्रकाश वीर को हटाओ'…इससे मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है…(राजद में वापस जाने का) कोई सवाल ही नहीं उठता।" इसी तरह, राष्ट्रीय जनता दल की नेता विभा देवी यादव ने पद से इस्तीफा देते हुए, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अच्छा काम किया है। विभा देवी यादव बिहार विधानसभा में नवादा का प्रतिनिधित्व कर रही थीं। उन्होंने कहा, "मैंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है…मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा और बिहार में अच्छा काम किया है। वह आगे भी ऐसा ही करते रहेंगे…जनता विकास की उम्मीद करती है। जनता सवाल उठाएगी कि विकास हुआ है या नहीं…" इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दो चरणों वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर परिवार को सरकार देने के अपने चुनावी वादे को दोहराया।  

क्रिकेट कमेंट्री में हुई मज़ेदार भूल, शॉन पोलाक ने भारत का कप्तान बताया शान मसूद

नई दिल्ली  पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला गद्दाफी स्टेडियम में खेला जा रहा है। पहले दिन पाकिस्तान की पारी के दौरान दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज शॉन पोलॉक से कमेंट्री के दौरान बड़ी गलती हुई। उन्होंने ऑन एयर पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद को भारत का कप्तान कह दिया। हालांकि उन्होंने अपनी गलती सुधारी भी नहीं। पाकिस्तान ने अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन 90 ओवर में 5 विकेट खोकर 313 रन बनाए। टीम के लिए इमाम उल हक ने सर्वाधिक 93 रन बनाए। यह घटना पाकिस्तान की पारी के 40वें ओवर में हुई जब शान मसूद के खिलाफ अपील हुई और फैंस चाहते थे कि मसूद बाहर जाएं और बाबर आएं। शान मसूद और इमाम उल हक के बीच दूसरे विकेट के लिए 161 रन की साझेदारी हुई। जिसके कारण फैंस को बाबर आजम की बल्लेबाजी देखने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। अफ्रीका गेंदबाज कई ओवरों में मसूद के खिलाफ आउट की अपील करते दिखे और इस दौरान फैंस का रिएक्शन देख पोलाक ने कहा कि फैंस मसूद को आउट होते हुए देखना चाहते हैं, जिससे बाबर क्रीज पर आ सके। शॉन पोलाक ने कहा, ''मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि वे शान मसूद जोकि भारत के कप्तान हैं, उन्हें फैंस आउट होते देखना चाह रहे, जिससे बाबर क्रीज पर आ सके। मुझे लगता है कि हमें इन समर्थकों से बात करने की जरूरत है।" पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट खोकर 313 रन बना लिए हैं। उनकी शुरुआत खराब रही और अब्दुल्ला शफीक पहले ही ओवर में 2 रन बनाकर कगिसो रबाडा का शिकार बन गए। इसके बाद ओपनर इमाम-उल-हक और कप्तान शान मसूद ने पारी को संभाला और दूसरे विकेट के लिए 161 रनों की बेहतरीन साझेदारी की। इमाम और शान मसूद के आउट होने के बाद पाकिस्तान का मध्यक्रम लड़खड़ाया। बाबर आजम 23 रन बनाकर आउट हुए। मोहम्मद रिजवान ) और सलमान अली आगा ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए शतकीय साझेदारी निभाई।  

कद्दू के बीज के सौंदर्यवर्धक लाभ

कद्दू के बीज स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ-साथ त्वचा और बालों के सौंदर्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं। कद्दू के बीज में अमीनो एसिड, जिंक, विटामिन ई आदि बहुत सारे उपयोगी पोषक तत्व होते हैं। कद्दू के बीज कोशिकाओं को रिपेयर करने के साथ-साथ नई कोशिकाओं के निर्माण में भी काफी मददगार होते हैं। ये त्वचा की कोशिकाओं में नए कोलेजन बनाने में मदद करते हैं इसलिए खूबसूरत त्वचा के लिए कद्दू के बीज काफी फायदेमंद होते हैं। सौंदर्यवर्धक लाभ कद्दू के बीज के- 1.मुंहासों से बचाता है: कद्दू के बीजों में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो कि मुंहासों की सूजन और लालपन को कम करने में मदद करते हैं। कद्दू के बीजों के पाउडर को दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे नहीं होते हैं। 2. झुर्रियों को कम करता है: कद्दू के बीजों में जिंक और विटामिन ई पर्याप्त मात्रा में होते हैं इसलिए यह त्वचा में कसावट लाते हैं और झुर्रियां पैदा नहीं होने देते हैं। इसलिए कद्दू के बीजों को अपनी डाइट में शामिल करें। 3. बालों को घना बनाते हैं: कद्दू के बीजों में आयरन और L-लाइसिन जैसे दो पोषक तत्व होते हैं जो कि बालों को झड़ने से रोकते हैं और ग्रोथ बढ़ाते हैं। बालों के लिए कद्दू के बीजों का सेवन करने और कद्दू के बीज के तेल की मालिश करना फायदेमंद होता है। 4.त्वचा को निखारता है: विटामिन ए नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और कद्दू के बीजों में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए होता है। कद्दू के बीजों का सेवन करने से शरीर में विटामिन ए की कमी नहीं होती है और त्वचा निखरी हुई बनती है। 5.बालों को रेशमी बनाता है: विटामिन ई बालों को पोषण देता है और रेशमी बनाता है। कद्दू के बीज में विटामिन ई पर्याप्त मात्रा में होता है जिससे ये बालों को सुंदर और रेशमी बनाने में मदद करते हैं।  

मांझी की पार्टी और HAM के बीच सीट बंटवारे पर फैसला, उम्मीदवारों की घोषणा जल्द

पटना बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनडर एनडीए में सीट शेयरिंग पर जारी खींचतान के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) और उसकी सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। इसी बीच जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं अपनी अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहूंगा। सूत्रों के मुताबिक, जीतन राम मांझी की पार्टी HAM को 6 विधानसभा सीटें दी जाएंगी। इसके साथ ही भविष्य में एक विधान परिषद (MLC) सीट देने पर भी बातचीत हुई है। मांझी ने स्पष्ट किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा, 'अभी मैं पटना निकल रहा हूं..वैसे एक बात बता दूं, मैंने पहले भी कहा था और आज फिर से कह रहा हूं। मैं जीतन राम मांझी अपने अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ रहूंगा।' उन्होंने कहा- 'बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी जी की सरकार होगी।' बता दें कि यह फैसला शनिवार को दिल्ली में हुई एनडीए की मैराथन बैठक के बाद आया है, जो लगभग 8 घंटे चली। बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर लंबी चर्चा हुई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार मांझी भाजपा से नाराज चल रहे थे, लेकिन अब बात बन गई है। HAM सूत्रों के अनुसार, सीटों पर अंतिम सहमति के बाद जीतन राम मांझी पटना के लिए रवाना हो गए हैं और जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी की जा सकती है।

सर्दियों की जल्दी दस्तक: दिल्ली के मौसम में इस बदलाव ने सभी को चौंकाया

नई दिल्ली  दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से मौसम ठंडा हो गया है। पिछले दिनों में हुई बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में इस साल दिल्ली समेत पूरे देश में ठंड समय से पहले दस्तक दे सकती है। पिछले हफ्ते श्रीनगर में समय से पहले बर्फबारी हुई और जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों में भी मध्यम से बारिश हुई जिससे हवा में ठंडक बढ़ गई। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भी पूरे हफ्ते बर्फबारी जारी रही और राज्य के निचले इलाकों में भी बारिश हुई। इसका सीधा असर हिमाचल और पंजाब के तापमान में दिखाई दिया। इस बीच मौसम एक्सपर्ट्स का मानना है कि समय में पहले ठंड की दस्तक की वजह मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह के तापमान में गिरावट के कारण विकसित हो रही ला नीना स्थितियां हैं । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के विशेषज्ञों के अनुसार, ला नीना के कारण भारत के कई हिस्सों, खासकर उत्तरी भारत में, कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। इसका मतलब है कि पहाड़ी इलाकों में शीतलहर और बर्फबारी भी बढ़ सकती हैं। IMD ने अक्टूबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान लगाया है, और इस महीने औसत 75.4 मिमी वर्षा का लगभग 115 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है। क्या है ला नीना ला नीना मौसम को प्रभावित करने वाली एक बड़ी घटना है, जिसका संबंध प्रशांत महासागर से है। यह एल नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) नाम के पूरे चक्र का एक हिस्सा है। ENSO के तीन चरण होते हैं – गर्म (अल नीनो), ठंडा (ला नीना), और न्यूट्रल जो दो से सात वर्षों के चक्रों में होते हैं। ला नीना चरण के दौरान हवाएं सामान्य से अधिक तेज हो जाती हैं और पश्चिमी प्रशांत महासागर की ओर ज्यादा मात्रा में पानी धकेलती हैं, जिससे यह गर्म हो जाता है। इसके चलते दुनिया के पूर्वी भाग में स्थित भारत ठंडा हो जाता है। इससे बारिश में वृद्धि हो जाती है और तापमान में कमी आती है।  

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा- तमिलनाडु की दवा कंपनी में हुई लापरवाही पर दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

कफ सिरप निर्माताओं की करें सघन जांच मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर डीईजी और ईजी परीक्षण जनरल मोनोग्राफ में शामिल दवा निर्माण में रसायनों की अनिवार्य जांच होगी सुनिश्चित औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने ड्रग मॉनिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन का मसौदा शीघ्र होगा तैयार खाद्य एवं औषधि प्रशासन व्यवस्था की वृहद समीक्षा की भोपाल उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने निवास कार्यालय भोपाल में खाद्य एवं औषधि प्रशासन व्यवस्था की वृहद समीक्षा की। उन्होंने छिंदवाड़ा की दुखद घटना पर की जा रही कार्रवाई की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु शासन एवं प्रशासन से सतत संपर्क में रहकर दोषियों सख्त कार्यवाही चिन्हांकन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है जिसमें मध्यप्रदेश ने अपने अनमोल चिराग़ों को खोया है। इस घटना में लिप्त निजी कंपनी के कर्मचारियों के साथ-साथ ऐसे अधिकारी जिन्होंने जांच में कोताही बरती है, उन पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि घटना में तथ्यात्मक और प्रक्रियात्मक त्रुटियों को स्पष्ट करते हुए संबंधित अधिकारियों की भूमिका का स्पष्ट चिन्हांकन कर तमिलनाडु शासन को पत्राचार कर अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्यवाही नितांत आवश्यक है जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित हो। साथ ही अन्य ड्रग मैन्युफैक्चरर सजग हों और नियमों का पालन सुनिश्चित हो। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने व्यापक पैमाने पर अभियान चलाकर सीडीएससीओ के साथ संयुक्त रूप से मध्यप्रदेश के कफ सिरप निर्माताओं की सघन जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि औषधियों की गुणवत्ता, विक्रय व्यवस्था और कोडीन आधारित दवाओं के दुरुपयोग के नियंत्रण के लिए नियमों का सख्त पालन सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की संयुक्त जांच में कोल्ड्रिफ़ सिरप, रिलाइफ़ सिरप और रिस्पीफ़्रेश टीआर सिरप की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई है। इन उत्पादों की बिक्री, स्टॉक और जब्ती संबंधी कार्यवाही की दैनिक मॉनिटरिंग करें। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने डायथाइलीन ग्लाइकोल और इथिलीन ग्लाइकोल के परीक्षण को इंडियन फार्माकोपिया के जनरल मोनोग्राफ में शामिल कर लिया है, जिससे दवा निर्माण में इन रसायनों की अनिवार्य जांच सुनिश्चित होगी। कोडीन आधारित औषधियों की बिक्री पर नियंत्रण के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अब सी एंड एफ एजेंसी से होलसेलर को अधिकतम 1000 बॉटल्स और होलसेलर से रिटेलर को अधिकतम 50 बॉटल्स प्रति माह से अधिक बिक्री की सूचना औषधि निरीक्षक को देना अनिवार्य होगा। साथ ही, कोडीन युक्त दवाओं की बिक्री केवल पंजीकृत चिकित्सक के पर्चे पर ही की जा सकेगी। शेड्यूल औषधियों की बिक्री केवल पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि शेड्यूल औषधियों की बिक्री केवल पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति में ही की जाए। बिना फार्मासिस्ट के बिक्री पाए जाने पर कठोर कार्रवाई करें। सभी दवा विक्रेता बिक्री रजिस्टर में चिकित्सक का नाम, पर्चे की तिथि, रोगी का विवरण और अन्य प्रावधानों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कार्रवाई का उद्देश्य दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना, दुरुपयोग पर रोक लगाना और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने ड्रग मॉनिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन का मसौदा शीघ्र करें तैयार उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि औषधि गुणवत्ता नियंत्रण आधारभूत संरचनाओं, लैब और मैनपावर को सशक्त किया जाये जिससे शीघ्र टेस्टिंग सुनिश्चित की जा सके। राज्य में औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ड्रग मॉनिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन योजना के मसौदे को शीघ्र अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। इस योजना में भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर स्थित राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं का उन्नयन और सभी प्रयोगशालाओं में माइक्रोबायोलॉजी व स्टरलिटी लैब स्थापित की जाएंगी। प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक उपकरण जैसे एचपीएलसी, जीएलसी, जीसीएमएसएम, एलसीएमएस, आईआर, यूवी, डिसॉलूशन टेस्टर और डिज़िंटीग्रेशन टेस्टर लगाए जाएंगे। सभी प्रयोगशालाओं को एनएबीएल मान्यता की कार्यवाही भी जाएगी। संपूर्ण राज्य में डेटा एंट्री ऑपरेटर, सैंपलिंग असिस्टेंट, एनालिस्ट, केमिस्ट, लैब असिस्टेंट आदि नए पद सृजित किए जाएंगे। साथ ही कानूनी एवं प्रोजेक्ट प्रबंधन इकाई और एन्फोर्समेंट सेल की स्थापना की जाएगी, जिससे प्रवर्तन, निगरानी और त्वरित कार्रवाई की क्षमता बढ़ेगी। फील्ड स्तर पर पोर्टेबल हैंडहेल्ड डिवाइसेस से औषधियों की गुणवत्ता की त्वरित जांच सुनिश्चित होगी, जबकि नियमित प्रशिक्षण और ई-लर्निंग प्रोग्राम से अधिकारियों की दक्षता में वृद्धि होगी।  

पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है भुजपीड़ासन योग

डॉक्टर्स मानते हैं कि शरीर के ज्यादातर रोगों का कारण हमारे पेट की गड़बड़ी होती है। पेट की मांसपेशियों की मजबूती के लिए भुजपीड़ासन बहुत फायदेमंद आसन है। इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन आता है और अंगों में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। इसके अलावा इस आसन की खास बात ये है कि इसके नियमित अभ्यास से आप पेट की सभी बीमारियों जैसे- कब्ज, बदहजमी, गैस और पेट पर जमा चर्बी की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कैसे कर सकते हैं ये आसन और क्या हैं इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ। ऐसे करें भुजपीड़ासन- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और आगे की तरफ झुकते हुए अपनी हथेलियों को आगे की तरफ कर लें। आपके आपके पैरों से थोड़ी दूरी पर होने चाहिए। अब अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ उठाएं। घुटनों को थोड़ा मोड़ें और अपने पैरों को (जो अब तक पीछे हैं) अपने हाथों के पास लाएं (अब आपकी हथेलियां और तलवे एक सीध में जमीन पर हों) अब अपने दाएं हाथ को उठाकर अपनी दाईं एड़ी के ऊपर (जहां से पैर की मोटाई शुरू होती है) का हिस्सा पकड़ें। इसी तरह बाएं हाथ को भी उठाकर अपनी बाईं एड़ी (जहां से पैर की मोटाई शुरू होती है) के ऊपर का हिस्सा पकड़ें। शरीर का पूरा भार अपने दोनों तलवों पर दें ताकि आपका बैलेंस न बिगड़े। अब धीरे-धीरे एक तलवे को इस तरह ऊपर उठाएं कि आपका अंगूठा जमीन को न छोड़े। 5-7 सेकंड इसी पोजीशन में रहें और फिर तलवों को जमीन पर पूरा रख दें। इसके बाद दूसरे पैर को भी इसी तरह उठाएं कि आपका अंगूठा जमीन न छोड़ें। इस पैर से भी 5-7 सेकंड इसी पोजीशन में रहें और फिर तलवों को जमीन पर पूरा रख दें। अपनी हथेलियों को पैरों से थोड़ा पीछे करते हुए जमीन पर रख दें। अब धीरे-धीरे हथेलियों पर सारे शरीर का भार डाल दें और शरीर को हवा में लटकता हुआ छोड़ दें। क्या हैं इस आसन के लाभ: पेट की सभी समस्याओं में फायदेमंद है भुजपीड़ासन। इस आसन से आपके एब्डोमेन में खिंचाव आता है जिससे आपका पाचन बेहतर होता है। ये आसन आपकी एकाग्रता और स्मरण शक्ति भी बढ़ाता है। इसका अभ्यास करने से आपकी कलाई, हाथ और आपके अपर बॉडी में मजबूती आती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है। भुजपीड़ासन का अभ्यास करने से आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसका अभ्यास आपके सिरदर्द को ठीक करने में भी मदद करता है। आसन में बरतें ये सावधानी: अगर आपको कलाई, कोहनी, लोअर बैक और कंधे पर किसी प्रकार की चोट लगी है तो इस आसन को नहीं करें। अगर आपको सर्वाइकल स्पॉडिलाइटिस और ब्लड प्रेशर की भी समस्या है तो भी इस आसन को मत करें। इस आसन को करने के लिए किसी योगा इन्सट्रक्टर की मदद जरूर लें।