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राजभर का बड़ा कदम: बिहार में 6 और सीटों पर उतारे उम्मीदवार

पटना  ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने शनिवार को दो चरणों वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए छह उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की।  इन उम्मीदवारों को मिला टिकट-     रामनगर से वशिष्ठ पासवान     रामगढ़ से घूरेलाल राजभर      काराकाट से राम वकील राजवंशी      वजीरगंज से रवींद्र राजभर     रानीगंज से राजेश रजवार      कुटुंबा से राधेश्याम रजवार राजभर ने एनडीए से मांगी थी 4-5 सीटें एसबीएसपी ने बिहार में अपने पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर द्वारा एनडीए द्वारा कोई सीट न दिए जाने पर असंतोष व्यक्त करने के बाद अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी पहले ही 47 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर चुकी है। राजभर ने बिहार चुनाव के लिए एनडीए से 4-5 सीटों की मांग की थी, लेकिन भाजपा और जेडीयू के प्रमुख गठबंधन ने इसके खिलाफ जाने का फैसला किया, जिससे एसबीएसपी को अकेले चुनाव लड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। गठबंधन पर अपना असंतोष व्यक्त करते हुए, राजभर ने आरोप लगाया कि भाजपा ने "गठबंधन धर्म" का पालन नहीं किया।  इससे पहले, राजभर ने कहा, "आप (भाजपा) 'गठबंधन धर्म' निभाना नहीं जानते; आपने अपने नेतृत्व को गलत फीडबैक दिया। हम अपने 'गठबंधन धर्म' का पालन करने के लिए तैयार हैं।" एनडीए ने सीट बंटवारे पर सहमति जताई है जिसके तहत भाजपा और जेडी(यू) 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) छह-छह सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।   243 विधानसभा सीटों के लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होगा, और मतगणना 14 नवंबर को होगी। यह आगामी चुनावी मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और जनता दल (यूनाइटेड) (JD(U)) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के बीच होगा। इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस पार्टी, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (CPI-ML), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) भी शामिल हैं। इसके अलावा, प्रशांत किशोर की जन सुराज ने भी राज्य की सभी 243 सीटों पर दावा ठोका है

दिवाली से पहले भोपाल में पटाखा गन हादसा: आंख डैमेज, एम्स ने दी सावधानी बरतने की सलाह

भोपाल भोपाल में पटाखा गन से 11 साल के बच्चे की आंख की पलक जल गई। पुतली पर सफेदी (ल्यूकोकोरिया) छा गई। इस साल दिवाली का यह पहला केस गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) के नेत्र विभाग में पहुंचा है। अब बच्चे की आंख बचाने के लिए शनिवार को सर्जरी की जाएगी। बच्चा पटाखा गन लोड करने के बाद चेक कर रहा था। ऊस वक्त गन चल गई, जिससे पटाखा उसकी आंख में लग गया। GMC के नेत्र विभाग के मुताबिक बच्चे को प्राथमिक उपचार दे दिया गया है। सभी जांचें पूरी कर ली गई हैं। रिपोर्ट आने के बाद नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएस कुबरे सर्जरी करेंगे।दूसरी ओर, भोपाल एम्स ने दिवाली को लेकर एडवाइजरी जारी की है। जिसमें बताया है कि इस त्योहार पटाखे फोड़ते वक्त क्या करना चाहिए और किससे बचना है। बता दें, पिछली दिवाली पर ऐसे ही हादसों में 52 लोग झुलसे थे। पिछली दिवाली पर 91 वर्षीय बुजुर्ग की साड़ी में दीये से आग लग गई थी। 70% झुलसने के बाद उन्हें एम्स भोपाल लाए थे। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, जलने के 15 मरीज एम्स, 13 जेपी और 24 हमीदिया पहुंचे थे। 6 मरीजों को सर्जरी की जरूरत पड़ी थी। आंखों के सबसे ज्यादा मरीज दिवाली पर सबसे ज्यादा मरीज आंखों की चोटों के साथ अस्पताल पहुंचते हैं। बीते साल एम्स में 14 साल के बच्चे और 29 वर्षीय युवक की आंखों की रोशनी चली गई थी। वहीं, हमीदिया में दो मरीज 50% से ज्यादा झुलसे थे। उनका इलाज बर्न एंड प्लास्टिक विभाग में हुआ था और करीब 20 दिन बाद डिस्चार्ज किया गया। एम्स ने जारी की एडवाइजरी एम्स भोपाल ने कहा कि दीपावली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और सामूहिक कल्याण का अवसर है। इस अवसर पर एम्स के बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने जरूरी सावधानियां साझा की हैं। केमिकल और थर्मल इंजरी के साथ आते हैं मरीज गांधी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग की विशेषज्ञ डॉ. अदिति दुबे ने बताया कि दिवाली पर बर्न से संबंधित कई इंजरी आती हैं। मुख्य रूप से ये केमिकल और थर्मल दो प्रकार की होती हैं। केमिकल इंजरी में आंखों में चूना या सफाई और रंगरोगन में उपयोग होने वाली सामग्री चली जाती है। वहीं, थर्मल इंजरी के अधिकतर केस पटाखों से जलने के होते हैं। डॉ. दुबे ने कहा कि पटाखों से लगने वाली चोटें लंबे समय तक दिक्कत देती हैं, क्योंकि विस्फोट से पहले थर्मल बर्न होता है और उसके बाद उसमें मौजूद केमिकल से हुआ नुकसान देर तक असर दिखाता है। हर साल की तरह इस बार भी नेत्र विभाग पूरी तरह अलर्ट है। उन्होंने अपील की कि यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह से जले तो सीधे अस्पताल पहुँचे। आंखों में समय रहते इलाज मिलने से रोशनी बचने की संभावना अधिक रहती है।

रिटायर्ड डीएसपी सहित तीन लोगों के खिलाफ सतना में बिजली चोरी की कार्रवाई

 सतना सतना जिले के बिरसिंहपुर विद्युत वितरण केन्द्र के अंतर्गत आने वाले गुझवां गांव में शुक्रवार को विद्युत विभाग के जेई सुनील मिश्रा के नेतृत्व में विषुत विभाग की जांच टीम ने छापा मारते हुए सेवानिवृत्त डीएसपी समेत दो अन्य पर विद्युत चोरी का मामला दर्ज किया है। इस बड़ी कार्रवाई से पूरे गांव में हलचल मचा दी है और अन्य लोगों में भी विद्युत चोरी को लेकर दशहत का माहौल है। विद्युत विभाग की टीम के मुताबिक रिटायर्ड डीएसपी रामकीर्ति शुक्ला के परिसर में अवैध रूप से 'कटिया फांस' कर बिजली का उपयोग किया जा रहा था। इस मामले में बिजली चोरी का एक प्रकरण दर्ज किया गया है। इसी अभियान के तहत, गुझवा गांव के गुलाब गुप्ता के खिलाफ भी बिजली चोरी का एक अन्य प्रकरण दर्ज किया गया है। विद्युत वितरण केंद्र ने इन दोनों ही मामलों में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। जेई सुनील मिश्रा ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।  

आपात स्थिति में मदद अब सिर्फ कॉल दूर! PGI ने दिया नया 24×7 संपर्क नंबर

चंडीगढ़  पी.जी.आई. के एडवांस्ड आई सेंटर ने दिवाली की पूरी तैयारी के साथ अपनी आपातकालीन सेवाओं को और मजबूत कर दिया है। दिवाली से जुड़ी सभी संभावित आंखों की आपात स्थितियों से निपटने के लिए पी.जी.आई. ने विशेष टीमें बनाई हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि 22 डॉक्टरों और एक अलग एनेस्थीसिया टीम वाली विशेष टीमें 20 से 22 अक्टूबर तक 24 घंटे तैनात रहेंगी। खास तौर पर दिवाली के दिन 20 अक्टूबर को पूरी टीम दिन-रात आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहेगी। आंखों के सभी ऑपरेशन बिना किसी इंतजार के किए जाएंगे और इस्तेमाल होने वाला सारा सामान मुफ्त दिया जाएगा। डॉक्टरों के अनुसार पांच साल के आंकड़े बताते हैं कि हर साल औसतन 60 से ज्यादा लोग पटाखे फोड़ते समय आंखों में चोट लगने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। इनमें से 60 से 70 प्रतिशत गंभीर होते हैं, जिससे कभी-कभी हमेशा के लिए आंखों की रोशनी चली जाती है। इसलिए इस बार जन जागरूकता और बचाव पर विशेष जोर दिया गया है। इस तरह करें आंखों की रक्षा  दिवाली खुशी और रोशनी का त्योहार है, लेकिन पटाखों से निकलने वाली गर्मी, रोशनी और रसायन आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए थोड़ी सी सावधानी इस त्योहार को और भी सुरक्षित बना सकती है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि पटाखे फोड़ते समय कम से कम 6 से 8 फीट की दूरी बनाए रखें और सुरक्षा चश्मा पहनें। पटाखों का इस्तेमाल केवल खुली जगहों पर ही करें और बच्चों को अकेले पटाखे न फोड़ने दें। पास में पानी की एक बाल्टी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें। सूती कपड़े पहनना ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि सिंथेटिक कपड़े जल्दी आग पकड़ सकते हैं। ऐसा न करें अगर आपकी आंखों में चिंगारी या धूल चली जाए, तो उन्हें रगड़ने के बजाय तुरंत अपने नजदीकी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। अगर आपको कोई जलन या चोट लगे, तो अपनी आंखों को हल्के कपड़े से ढक लें और तुरंत अस्पताल जाएं। दोबारा पटाखे न फोड़ें और न ही दूसरों पर फेंकें। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि दिवाली के दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। आंखों से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति के लिए, लोग मोबाइल नंबर 9814014464 और लैंडलाइन नंबर 0172-2756117 पर संपर्क कर सकते हैं। पीजीआई टीम ने दिवाली पर सुरक्षा और संवेदनशीलता, दोनों का ध्यान रखने की अपील की है, क्योंकि एक पल की लापरवाही आंखों की रोशनी छीन सकती है। सुरक्षित रहें, जिम्मेदारी से त्योहार मनाएं और इस दिवाली को सचमुच 'रोशनी की दिवाली' बनाएं, न कि अंधेरे की।

पशुपति पारस का निर्णय: महागठबंधन नहीं, RLJP अकेले चुनाव में

पटना  राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने पुष्टि की है कि उनकी पार्टी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्हें पहले चरण में "अच्छी संख्या में सीटें" जीतने की उम्मीद है। पारस ने कहा कि विपक्षी महागठबंधन के साथ गठबंधन बनाने के प्रयासों के कोई परिणाम नहीं निकलने के बाद यह निर्णय लिया गया। चुनाव के पहले चरण में हम अच्छी संख्या में सीटें जीतेंगे  आरएलजेपी प्रमुख पारस ने कहा, "हमने महागठबंधन के साथ गठबंधन बनाने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन गठबंधन नहीं हो पाया। दलित सेना के समर्थन से हमारी पार्टी बिहार में मजबूत है। हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हमलोगों ने पहले चरण की 33 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव के पहले चरण में हम अच्छी संख्या में सीटें जीतेंगे।" बता दें कि बिहार चुनाव 2025 के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रक्रिया में शुक्रवार को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तिथि होने के बावजूद महागठबंधन के घटक दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। महागठबंधन से कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी रही जिसने आधिकारिक तौर पर अपनी सूची जारी करते हुए 48 उम्मीदवारों की घोषणा की। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) जैसे अन्य सहयोगी दलों ने औपचारिक सूची जारी किए बिना आखिरी समय तक चुनाव चिन्हों का वितरण जारी रखा। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आंतरिक विवादों को सुलझाने के प्रयासों के बावजूद महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर आखिरी समय तक खींचतान जारी रही  

बिहार चुनाव: JMM के लिए चर्चा जारी, सुदिव्य कुमार सोनू ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की

रांची झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को उन सीटों के बारे में सूचित कर दिया है, जिन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बिहार में चुनाव लड़ने को इच्छुक है। घाटशिला सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में, छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी। सोनू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने हाल में पटना में एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी, जिसमें झामुमो की भागीदारी से ‘इंडिया' गठबंधन को मिलने वाले संभावित लाभों को रेखांकित किया गया था, विशेष रूप से मतों के एकीकरण के संदर्भ में। मंत्री ने कहा कि उन्होंने छह अक्टूबर को राजद के साथ हुई गठबंधन की बैठक में ये मुद्दे उठाए थे। मंत्री ने बताया कि उसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव आपस में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। घाटशिला में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बारे में सोनू ने कहा कि यह सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है। मालूम हो कि घाटशिला उपचुनाव मतदान 11 नवंबर को होगा जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस निर्वाचन क्षेत्र में 2.56 लाख मतदाता हैं, जिनमें 1.31 लाख महिला मतदाता हैं। एक अधिकारी ने बताया कि कुल 231 स्थानों पर 300 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।  

लालघाटी चौराहे पर भीखमंगाई पर कड़ा अभियान, भोपाल प्रशासन का सख्त कदम

भोपाल राजधानी को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन पिछले 10 महीनों से प्रयासरत है। साल की शुरुआत में अभियान चलाकर भिक्षुकों को समझाया गया था और कईयों को सुधार गृह तक भेजा गया था। कुछ मामलों में एफआइआर भी दर्ज हुई थी, लेकिन वक्त के साथ अभियान धीमा पड़ गया। नतीजा यह हुआ कि शहर के चौक-चौराहों, धार्मिक स्थलों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भिक्षुकों की संख्या फिर से बढ़ गई। इसी को देखते हुए प्रशासन ने भिक्षावृत्ति रोकने के लिए सात टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम की जिम्मेदारी एसडीएम को दी गई है। शुक्रवार को संत हिरदाराम नगर क्षेत्र की टीम ने लालघाटी चौराहे पर निरीक्षण किया। टीम ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को समझाया कि वे भीख न मांगें और अपने घर लौट जाएँ। चेतावनी दी गई कि यदि दोबारा भीख मांगते पकड़े गए तो कार्रवाई की जाएगी। छह घंटे चला अभियान तहसीलदार हर्ष विक्रम सिंह के नेतृत्व में सुबह 10 बजे शुरू हुआ अभियान शाम चार बजे तक चला। नगर निगम सहायक प्रभारी उद्यान अवध नारायण मकोरिया की अगुवाई में टीम लालघाटी चौराहे पर पहुंची। टीम को देखकर कई भिक्षुक भाग निकले, लेकिन कुछ वहीं लौटकर वाहन चालकों से पैसे मांगने लगे। टीम ने जब आधार कार्ड देखे तो पाया कि अधिकांश भिक्षुक राजस्थान और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। उन्हें समझाया गया कि भोपाल में भिक्षावृत्ति पूरी तरह प्रतिबंधित है, इसलिए वे अपने गृह राज्य लौट जाएँ। मासूम बच्चों के साथ मिली महिला निरीक्षण के दौरान लालघाटी फ्लाईओवर के नीचे एक महिला अपने छोटे बच्चों के साथ बैठी मिली। पूछताछ में उसने बताया कि वह महाराष्ट्र की रहने वाली है और इलाज के लिए भोपाल आई है। उसके पति यहां मजदूरी कर रहे हैं। टीम ने उसे भी चेतावनी दी कि सड़क पर बैठकर भिक्षा न मांगे। नहीं माने तो होगी एफआईआर हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि यदि भिक्षुक समझाईश के बाद भी नहीं मानते और भीख मांगते पाए जाते हैं तो लेने और देने वाले दोनों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसके बाद भिक्षुकों को सुधार गृह भेजकर स्वजनों से संपर्क कर सौंपा जाएगा। नोडल अधिकारी और जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी ने बताया कि शहर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के लिए सभी एसडीएम के नेतृत्व में टीमें गठित की गई हैं। अभी भिक्षुकों को समझाया जा रहा है, लेकिन आगे सड़क से हटाकर सुधार गृह भेजने और एफआइआर दर्ज करने की कार्रवाई होगी।

स्वर्ण से सजी मिठाई: एक किलो ‘स्वर्ण प्रसादम’ की कीमत जानकर हो जाएंगे हैरान

जयपुर शहर में एक मिठाई की दुकान ने दीपावली और त्योहारी सीजन के मौके पर भारत की सबसे महंगी मिठाई ‘स्वर्ण प्रसादम’ बाजार में उतार दी है। इस मिठाई की कीमत 1 लाख 11 हजार रुपये रखी गई है। दुकान की मालिक अंजलि जैन ने बताया कि यह मिठाई न सिर्फ स्वाद में खास है, बल्कि पैकेजिंग और रूप में भी बेहद प्रीमियम है। स्वर्ण प्रसादम को एक गहनों के बॉक्स में पैक किया गया है और इसकी बनावट में सबसे महंगी और प्रीमियम ड्राय फ्रूट चिलगोजा का इस्तेमाल किया गया है। मिठाई में 24 कैरेट का शुद्ध सोना, जिसे स्वर्ण भस्म या गोल्ड ऐश भी कहा जाता है, मिलाया गया है। इसके अलावा मिठाई पर जैन मंदिर से प्राप्त गोल्ड वर्क भी किया गया है, जो पशु क्रूरता मुक्त है। अंजलि जैन ने बताया कि मिठाई के ऊपर के हिस्से में केसर लगाया गया है और चिलगोजा के टुकड़े सजाए गए हैं, इसलिए इसकी कीमत बहुत अधिक रखी गई है। उन्होंने बताया कि इसमें शामिल गोल्ड ऐश भारतीय आयुर्वेद से प्राप्त किया गया है, जिससे यह पूरी तरह भारतीय परंपरा और विरासत को दर्शाता है। दुकान मालिक ने कहा कि जो भी चीज भारतीय परंपरा को दर्शाती है, उसकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती। यही कारण है कि यह मिठाई इतनी खास और महंगी है।

ईडी गिरफ्तारी पर चुनौती: चैतन्य बघेल की याचिका हाईकोर्ट ने ठुकराई

बिलासपुर ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली चैतन्य बघेल की याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा की सिंगल बेंच में यह निर्णय लिया गया है. दोनों पक्षों को सुनने के बाद 24 सिंतबर को फैसला सुरक्षित रखा गया था. याचिका में ईडी की कार्रवाई को असंवैधानिक और नियम विरुद्ध बताया गया था. ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन पर 18 जुलाई को भिलाई निवास से धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया था। शराब घोटाले की जांच ईडी ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत एसीबी/ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस घोटाले के कारण प्रदेश के खजाने को भारी नुकसान हुआ और करीब 2,500 करोड़ रुपये की अवैध कमाई (पीओसी) घोटाले से जुड़े लाभार्थियों की जेब में पहुंचाई गई। ईडी की जांच में पता चला है कि चैतन्य बघेल को शराब घोटाले के 16.70 करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने इस पैसे का इस्तेमाल अपनी रियल एस्टेट फर्मों में किया है। इस पैसे का उपयोग उनके प्रोजेक्ट के ठेकेदार को नकद भुगतान, नकदी के खिलाफ बैंक प्रविष्टियों आदि के माध्यम से किया गया था। उन्होंने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ भी मिलीभगत की और अपनी कंपनियों का उपयोग एक योजना तैयार करने के लिए किया, जिसके अनुसार उन्होंने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के कर्मचारियों के नाम पर अपने “विठ्ठलपुरम प्रोजेक्ट” में फ्लैटों की खरीद की आड़ में अप्रत्यक्ष रूप से 5 करोड़ रुपये प्राप्त किए। बैंकिंग ट्रेल है जो इंगित करता है कि लेन-देन की प्रासंगिक अवधि के दौरान त्रिलोक सिंह ढिल्लों ने अपने बैंक खातों में शराब सिंडिकेट से भुगतान प्राप्त किया। पहले से गिरफ्त में हैं कई बड़े चेहरे ईडी ने शराब घोटाला मामले में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लों, अनवर ढेबर, ITS अरुण पति त्रिपाठी और पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, मामले में आगे की जांच जारी है।

तीन युवकों की दर्दनाक मौत: उज्जैन में कार और डंपर की भयानक टक्कर

उज्जैन  आगर रोड पर घट्टिया के ग्राम जैथल के पास कार और डंपर की आपस में आमने-सामने भिड़ंत हो गई। भिड़ंत इतनी खतरनाक थी कि कार का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया। घटना में कार में सवार चार में तीन युवकों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर है। युवक बड़नगर और उज्जैन के रहने वाले हैं और नलखेड़ा में बगलामुखी माता मंदिर के दर्शन कर वापस लौट रहे थे। बड़नगर के इंगोरिया निवासी आदित्य पंड्या उम्र 22 वर्ष, अभय पंडित उम्र 20 वर्ष, उज्जैन के राजेश रावल उम्र 50 वर्ष व शैलेन्द्र आचार्य उम्र 20 वर्ष नलखेड़ा में दर्शन कर पुन: उज्जैन लौट रहे थे। जैथल के पास रात को 12.30 बजे गलत दिशा से आ रहे डंपर से कार की टक्कर हो गई। डंपर अलिसा फूड कंपनी का बताया जा रहा है। टक्कर में आदित्य पंड्या, अभय पंडित, राजेश रावल की मौत हो गई। शैलेंद्र आचार्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। डंपर चालक फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया। कार में मृत युवकों को ग्रामीणों से मदद से बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर विधायक सतीश मालवीय मौके पर पहुंचे।