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15 नवंबर से 5 दिसंबर तक दुनिया भर में होगा गीता उत्सव, भारतीय संस्कृति की अंतरराष्ट्रीय धूम

चंडीगढ़ कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 15 नवंबर से 5 दिसंबर, 2025 तक मनाया  जाएगा, जिसमें 51 देशों के मिशन इसी  तरह के कार्यक्रम आयोजित करेंगे।  हरियाणा टीम ने सीजीआई, ओसाका  से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक  आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत  अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव और आगामी सूरजकुंड मेले में  जापानी मंडलियों की भागीदारी की  संभावना तलाशने का भी कार्य चल  रहा है।  पिछले दिनों जब सी एम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार का प्रतिनिधि मंडल जापान गया था तो  जापान के ओसाका स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास के  चंद्रू अप्पार को श्रीमद्भागवत गीता (जापानी संस्करण) की 100 प्रतियाँ भेंट कीं थी।ओसाका विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर  विकास पांडे और कुरुक्षेत्र की रहने वाली निकिता, जो अब टोक्यो में रहती हैं, ने ये प्रतियाँ भेंट कीं थी। इस कार्यक्रम में केबीडी के उपेंद्र सिंघल, मुख्यमंत्री कार्यालय के  पवन चौधरी, एचएसआईआईडीसी के संजय गर्ग, हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की  हीना बिंदलिश और प्रवासी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने वाले  अजय नरूला ने भाग लिया था। इस बैठक में जापान और अन्य देशों में गीता के शाश्वत संदेश के प्रसार हेतु विचारों का गहन आदान-प्रदान भी हुआ।सीजीआई, ओसाका ने जापानी छात्रों के लिए ऑनलाइन गीता शिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।         सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से लिया जाएगा सहयोग मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शोभायात्रा निकली जाएगी। गीता महोत्सव के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए सभी धार्मिक, सामाजिक, अन्य संगठनों और जन भागीदारी के साथ एक विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि कुरुक्षेत्र की पावन धरा स्वच्छ और सुंदर बने।  21 दिनों तक दिखेगा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उल्लास का संग गीता महोत्सव 21 दिन चलेगा और महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम आठ दिन चलेंगे। इस महोत्सव से पहले ही कई कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा। इसमें 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज, 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा तथा रोजाना सायं के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा। मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से एक दिसंबर तक हाेंगे महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इसमें हरियाणा पवेलियन, पार्टनर स्टेट, पुस्तक मेला, जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर दिन और सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 24 नवंबर: गीता यज्ञ, गीता पूजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमदभगवद गीता और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

इटली से आई पिस्टल और देसी हथियारों के साथ राजस्थान से पकड़ा गया लॉरेंस का शातिर गुर्गा

नारनौल राजस्थान पुलिस ने 19 अक्तूबर की रात को कोटपूतली-बहरोड़ जिले से हरियाणा के 25 हजार के इनामी बदमाश संजय जाट को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महेंद्रगढ़ जिले के नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव कालबा का रहने वाला और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य है। पुलिस को आरोपी से 12 देसी और विदेशी हथियार मिले हैं। पुलिस पता लगा रही है कि वह इन हथियारों को कहां से और किस वारदात के लिए लाया था या ले जा रहा था। कोटपूतली के एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि गुप्त सूचना पर घेराबंदी कर बिंजाहेड़ा मोड़ से बदमाश को गिरफ्तार किया गया। संजय की बोलेरो कैंपर से 12 हथियार और गोली-बारूद बरामद हुआ। इनमें एक इटली में बनी बरेटा पिस्टल व 11 देसी पिस्टल हैं, इसके 6 कारतूस और दो मैगजीन के अलावा देसी कट्टे के 5 और पिस्टल के 9 कारतूस शामिल हैं। एसपी ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की गोवर्धन पूजा, बोले—‘प्रदेश में हर ओर शांति और समृद्धि फैले’

रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय, बगिया (जशपुर) में सपरिवार गोवर्धन पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की माता श्रीमती जसमनी देवी साय, धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण की उस प्रेरणादायी लीला की स्मृति है, जिसमें उन्होंने गोकुलवासियों को प्रलयकारी वर्षा और संकट से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा उंगली पर उठाकर सभी को शरण दी थी। यह पर्व हमें बताता है कि जब समाज एकजुट होकर विश्वास और सहयोग के साथ कार्य करता है, तब कोई भी संकट अजेय नहीं रहता। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि कृतज्ञता, सह-अस्तित्व और प्रकृति-पूजन का प्रतीक है। इस दिन गोवंश की पूजा की जाती है, जो भारतीय संस्कृति की आत्मा — गौ-संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण — को जीवंत रखती है।

बाजार में मंदी की चमक: दिवाली के बाद सोना सस्ता, चांदी ₹10 हजार सस्ती हुई

इंदौर  दिवाली के बाद आज बुधवार को सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है. 22 अक्टूबर 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 1 लाख 23 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के ज्यादा है. इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, सोमवार 20 अक्टूबर की शाम को 916 शुद्धता यानी 22 कैरेट गोल्ड का रेट (Gold Rate) 116912 रुपये प्रति 10 ग्राम था जो बुधवार, 22 अक्टूबर को गिरावट के साथ 113499 रुपये तक आ गया है. इसी तरह चांदी का रेट भी धड़ाम से गिरा है. आइए जानते हैं सोना-चांदी का लेटेस्ट रेट क्या है. Gold-Silver Price Today 22 October: सोना-चांदी का लेटेस्ट रेट     शुद्धता सोमवार शाम का रेट बुधवार शाम का रेट कितना महंगा हुआ गोल्ड/सिल्वर सोना (प्रति 10 ग्राम) 999 (24 कैरेट) 127633 123907 3726 रुपये सस्ता सोना (प्रति 10 ग्राम) 995 (23 कैरेट) 127122 123411 3711 रुपये सस्ता सोना (प्रति 10 ग्राम) 916 (22 कैरेट) 116912 113499 3413 रुपये सस्ता सोना (प्रति 10 ग्राम) 750 (18 कैरेट) 95725 92930 2795 रुपये सस्ता सोना (प्रति 10 ग्राम) 585 (14 कैरेट) 74665 70486 4179 रुपये सस्ता चांदी (प्रति 1 किलो) 999  163050 152501 10549 रुपये सस्ती बता दें कि बीते दिन यानी 21 अक्टूबर को दिवाली के दिन सर्राफा बाजार की कीमतें जारी नहीं की गई थीं. जबकि सोमवार, 20 अक्टूबर को सोना-चांदी के रेट में बढ़ोतरी देखी गई थी. सोमवार को सुबह की तुलना में शाम को दाम बढ़े थे. सोने का भाव(999 शुद्धता): सुबह का रेट: ₹126730  प्रति 10 ग्राम शाम का रेट: ₹127633 प्रति 10 ग्राम चांदी का भाव (999 शुद्धता) : सुबह का रेट: ₹160100 प्रति किलो शाम का रेट: ₹163050 प्रति किलो इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी किए गए भाव पूरे देश में मान्य होते हैं, लेकिन इनमें जीएसटी शामिल नहीं होता है. ध्यान दें कि गहने खरीदते समय सोने या चांदी की कीमत टैक्स समेत होने के कारण अधिक होती है. IBJA की ओर से केंद्र सरकार द्वारा घोषित भाव शनिवार, रविवार और केंद्र सरकार की छुट्टियों पर जारी नहीं किए जाते.

मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मुंबई  मुंबई शहर और महानगरीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश हुई. लक्ष्मी पूजन के दौरान अचानक हुई बारिश से खरीदारी करने आए लोगों और सड़क पर सामान बेचने वालों को असुविधा हुई. मुंबई और आसपास के इलाकों में सुबह से ही उमस थी. अचानक हुई बारिश से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन दिवाली की खरीदारी करने वालों और दुकानदारों को असुविधा भी हुई. दरअसल दादर, बांद्रा, लालबाग, पवई, बायकुला, कुर्ला और कई अन्य क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश हुई. नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि नवी मुंबई के कई इलाकों में भारी बारिश के साथ बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की भी खबर है. इस बीच, मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. मुंबई समेत राज्य के कई हिस्सों में बारिश नेरुल, बेलापुर, वाशी, सीवुड्स, सानपाड़ा और घनसोली सहित कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई. इससे कई सड़कें आंशिक रूप से जलमग्न हो गईं और व्यस्ततम आवागमन समय के दौरान यातायात धीमा हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले कुछ घंटों में नवी मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. लोगों को हुई भारी परेशानी राज्य में एक बार फिर बारिश शुरू हो गई है, मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है. दिवाली से ठीक पहले अचानक हुई बारिश के कारण लोगों को खरीदारी के लिए निकलने में दिक्कतें हुईं. मुंबई, कल्याण, ठाणे, पटाखा व्यापारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बलदापुर और नासिक जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है. मुंबई के दादर इलाके में मध्यम बारिश मुंबई में मंगलवार शाम के आसपास बारिश ने दस्तक दे दी. मुंबई के दादर इलाके में हल्की से मध्यम बारिश हुई. बारिश अचानक तब शुरू हुई जब दिवाली के मौके पर खरीदारी के लिए दादर के बाज़ार में भारी भीड़ थी.उधर, ठाणे में भी भारी बारिश हुई है. इस बारिश से खरीदारी के लिए घरों से बाहर निकले नागरिकों को काफी परेशानी हुई. कल्याण में मौसम में अचानक बदलाव आया और उसके कुछ ही देर बाद शहर और आसपास के इलाकों में गरज और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने लगी. तेज हवाओं के कारण वाहन चलाते समय चालकों को काफी तनाव में रहना पड़ रहा है. निचले इलाकों में जलभराव की आशंका कुछ क्षेत्रों में बारिश शुरू होते ही बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे नागरिकों को दिवाली के दौरान अंधेरे में रहना पड़ा. अचानक हुई मूसलाधार बारिश से लोग भी इधर-उधर भागने को मजबूर हो गए. वहीं, अगर बारिश जारी रही तो निचले इलाकों में जलभराव की आशंका है.उधर, बदलापुर में भी बारिश ने दस्तक दे दी है. शहर में हल्की से मध्यम बारिश हुई. इस बारिश से हवा में ठंडक होने के साथ ही नागरिकों को गर्मी से राहत मिली है. नासिक जिले में बारिश दूसरी ओर, मुंबई के अलावा, नासिक जिले के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई है. नासिक के निफाड़ में पिछले कुछ समय से अच्छी बारिश हो रही है और इस बारिश से खेती पर असर पड़ने की संभावना है.  

BCCI का एशिया कप ट्रॉफी पर बड़ा फैसला, क्या मोहसिन नकवी पर ICC नरम होगा?

नई दिल्ली एशिया कप 2025 में खिताबी जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने ट्रॉफी नहीं उठाई थी. भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चीफ मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर चले गए थे. बाद में ये ट्रॉफी एसीसी के ऑफिस में रख दी गई. भारतीय टीम को अब तक एशिया कप ट्रॉफी हासिल नहीं हुई है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अब मोहसिन नकवी की शिकायत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से करने का फैसला किया है. आईसीसी की बोर्ड मीटिंग 4 से 7 नवंबर तक दुबई में होने वाली है, जहां बीसीसीआई पूरे मामले को उठाएगा. बीसीसीआई के एक टॉप सूत्र ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, 'चूंकि एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष अब भी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं, इसलिए हम इस मुद्दे को ICC की बैठक में उठाएंगे. हम उनके जवाब को स्वीकार नहीं करेंगे, जो उन्होंने ट्रॉफी हैंडओवर के संबंध में दिया है.' बीसीसीआई ने मोहसिन नकवी को आधिकारिक रूप से ईमेल भेजकर एशिया कप ट्रॉफी जल्द से जल्द भारत को सौंपने को कहा था, लेकिन एसीसी चीफ नकवी की अकड़ कम नहीं हुई. मोहसिन नकवी ने क्या जवाब दिया था? एसीसी प्रमुख मोहसिन नकवी ने बीसीसीआई को अपने जवाब में कहा था कि ट्रॉफी एसीसी के ऑफिस से ली जा सकती है. लेकिन इसके लिए बीसीसीआई के अधिकारी या खिलाड़ी को आकर उनसे ट्रॉफी लेनी होगी. नकवी ने जवाब में कहा था, 'ट्रॉफी दुबई ऑफिस से ली जा सकती है. बीसीसीआई का कोई अधिकारी या खिलाड़ी वहां आकर एसीसीस प्रमुख से ट्रॉफी प्राप्त कर सकता है.' अब देखना दिलचस्प होगा कि दुबई में होने वाली ICC मीटिंग में यह मुद्दा कैसे उठाया जाता है और क्या कोई समाधान निकलता है. वैसे आईसीसी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और एसीसी के चीफ मोहसिन नकवी के तेवर जरूर ढीले करेगी. भारतीय टीम ने एशिया कप ट्रॉफी जीती हैं, ऐसे में 'मेन इन ब्लू' को ट्रॉफी अब तक नहीं सौंपना बिल्कुल उचित नहीं है. एशिया कप 2025 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को लगातार तीन मैचों में हराया था. सबसे पहले भारतीय टीम ने ग्रुप स्टेज में पाकिस्तानी टीम को सात विकेट से धोया था. फिर सुपर-चार मुकाबले में उसने पाकिस्तान पर 6 विकेट से जीत हासिल की. इसके बाद खिताबी मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से परास्त किया. खिताबी जीत के बाद सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम मैदान पर काफी देर तक इंतजार करती रही. भारतीय टीम चाहती थी कि एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के वाइस चेयरमैन उन्हें ट्रॉफी दें, लेकिन मोहसिन नकवी ऐसा करने को तैयार नहीं हुए.

यूपी में EV खरीदना हुआ फायदेमंद, सरकार दे रही रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट

लखनऊ  उत्तर प्रदेश में सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदारी को बढ़ावा देने के लिए ग्राहकों को एक तगड़ी सौगात दी है. अब यूपी में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारी और भी किफायती होगी. लखनऊ में धनतेरस और दीपावली पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) खरीदने वालों को अब रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क वापस मिलेगा. सरकार ने ईवी खरीदारों को अगले दो साल तक इन शुल्कों से छूट देने का फैसला किया है. औद्योगिक विकास विभाग ने 17 अक्टूबर को वित्तीय प्रोत्साहन बढ़ाने का आदेश जारी किया, अब परिवहन विभाग पोर्टल में संशोधन करेगा. इससे पहले भी नीति लागू होने के समय खरीदारों को रिफंड मिल चुका है. 14 अक्टूबर से पहले तक ईवी खरीदने वालों को 10 लाख रुपये तक के वाहन पर 9% और 10 लाख से ऊपर के वाहन पर 11% रोड टैक्स देना पड़ रहा था. दोपहिया वाहन मालिकों से 300 रुपये और चारपहिया वाहन स्वामियों से 600 रुपये पंजीकरण शुल्क लिया गया था. अब फेस्टिवल मे गाड़ी लेने वालो को यह पूरा शुल्क वापस किया जाएगा और भविष्य में भी दो साल तक ईवी पर रोड टैक्स या पंजीकरण शुल्क नहीं देना होगा. नीति लागू होने के समय यानी 13 अक्टूबर 2022 को भी इसी तरह रिफंड की प्रक्रिया अपनाई गई थी. उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट ने ईवी नीति को मंजूरी दी थी. किस वाहन पर कितनी सब्सिडी आदेश व पोर्टल अपडेट में समय लगने के बावजूद सभी खरीदारों को छूट का लाभ मिला था. इस बार भी आदेश लागू होने के बाद टैक्स रिफंड प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. इस नीति के तहत दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों पर 5 हजार, चारपहिया पर 1 लाख और इलेक्ट्रिक बस पर 20 लाख रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. नीति में तय वाहनों की बिक्री पूरी न होने पर जुलाई 2024 में संशोधन हुआ था, अब सब्सिडी 2027 तक सशर्त जारी रहेगी. नीति के तहत 25 हजार चारपहिया, 2 लाख दोपहिया, 400 ई-बस और 1000 ई-गुड्स कैरियर को सब्सिडी दी जानी है. अब तक लगभग 17 हजार चारपहिया ईवी को सब्सिडी मिल चुकी है और त्योहारों में बिक्री बढ़ने से यह संख्या और बढ़ गयी है.

बिलासपुर में भव्य छठघाट की तैयारी, 50 हजार श्रद्धालुओं की उम्मीद, 25 ट्रक मलबा हटाया गया

 बिलासपुर   छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में दिवाली के बाद अब आस्था के महापर्व छठ पूजा की धूम मचने वाली है. देश के सबसे बड़े स्थाई छठ घाट के तौर पर मशहूर तोरवा छठ घाट पर तैयारियां ज़ोरों पर हैं. यह घाट करीब 7.5 एकड़ में फैला हुआ है. आयोजन समिति ने बताया है कि इस घाट पर 1 किलोमीटर के एरिया में पूजा और अर्घ्य देने के लिए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं, जहां एक ही समय में 50,000 से ज़्यादा भक्त सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं. बिहार और उत्तर प्रदेश जहां से छठ पूजा की शुरुआत हुई वहां भी इतना बड़ा और स्थाई घाट नहीं है. दिवाली के बाद छठ पूजा की तैयारी, 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा माता की प्रतिमा विसर्जन के बाद अब छठ पूजा की धूम मचने वाली है। आयोजन समिति ने इस महापर्व की तैयारी शुरू कर दी है। यहां देश के सबसे बड़े छठ घाट में एक साथ 50,000 से अधिक लोग सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। इस बार यह पर्व 25 नवंबर से 28 नवंबर तक मनाया जाएगा। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश का महापर्व अब छत्तीसगढ़ में भी छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश का पर्व है, लेकिन पिछले एक दशक में छत्तीसगढ़ में भी इसका उत्साह बढ़ा है। शहर में बसे पूर्वांचल के लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी इस पर्व को मनाने लगे हैं। बिलासपुर का घाट 7 एकड़ में फैला है, जो कि देश में सबसे बड़ा घाट माना जाता है। यहाँ एक किलोमीटर के क्षेत्र में पूजा और अर्घ्य के लिए बेदी बनाई जा रही है। घाट की सफाई में जुटी समिति, मलबा हटाने का काम जारी दुर्गा विसर्जन के दौरान घाट पर इकट्ठे हुए मलबे को हटाने का काम तेजी से जारी है। अब तक 25 ट्रक मलबा निकाल लिया गया है। घाट से निकलने वाले मलबे में लकड़ी के टुकड़े, बांस की बल्लियां, मिट्टी के टूटे हुए बर्तन, रंग-बिरंगे कागज और प्लास्टिक की थैलियां शामिल हैं। इससे न केवल घाट की सफाई प्रभावित हुई है, बल्कि नदी का जल भी प्रदूषित हो रहा है। महापर्व की शुरुआत नहाय खाय से छठ पूजा की शुरुआत 25 अक्टूबर से नहाय खाय के साथ होगी। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा समेत अन्य पदाधिकारी अरपा नदी के तट पर बने छठ घाट की सफाई और रंग-रोगन के काम में जुटे हुए हैं। समिति ने महापर्व के सफल आयोजन के लिए सभी को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। छठ घाट का महत्व और श्रद्धालुओं की भागीदारी पर्व मनाने के लिए घाटों, नदियों या तालाबों का विशेष महत्व होता है। यहां डूबते और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए श्रद्धालु छठी मैया की पूजा-अर्चना करते हैं। बिलासपुर के छठ घाट का आकार इसे विशेष बनाता है, जो कि बिहार के कई घाटों से भी बड़ा है। साफ-सफाई का काम और घाट का दृश्य घाट में सफाई का काम तेजी से चल रहा है। सफाई मशीनों के साथ कर्मचारी भी इस काम में जुटे हुए हैं। आयोजन समिति ने नगर निगम के साथ मिलकर घाट से मलबा निकालने का कार्य किया है, ताकि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। छठ पूजा कार्यालय की स्थापना दुर्गा पूजा के बाद अब बिलासपुर में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर है। यहां तोरवा स्थित छठ घाट में छठ पूजा कार्यालय की स्थापना की गई है, जहां समिति के पदाधिकारी और सदस्य घाट पर व्यवस्था बनाने के लिए जुटे हुए हैं। इस कार्यालय के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं का संचालन किया जाएगा। पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की पूरी संभावना है। पिछले साल की तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि इस पर्व के दौरान अरपा नदी के तट पर भीड़ काफी बढ़ जाती है। लोग उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत को पूरा करते हैं। समापन छठ पूजा की तैयारी तेज हो चुकी है और सभी व्यवस्थाएं अंतिम चरण में हैं। बिलासपुर का छठ घाट इस बार और भी सुंदर और व्यवस्थित नजर आएगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव प्राप्त होगा। सभी भक्तों को इस महापर्व की शुभकामनाएं। नहाय खाय के साथ 25 अक्टूबर से पर्व की शुरुआत शहर में छठ पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा समेत पदाधिकारी अरपा नदी के तट पर बने छठघाट की साफ-सफाई और रंग-रोगन के काम में जुट गए हैं। समिति के पदाधिकारियों ने महापर्व के सफल आयोजन के लिए तैयारियों का निरीक्षण कर सभी को जिम्मेदारियां सौंपी है। 7 एकड़ में बना छठघाट, 50 हजार श्रद्धालु होंगे शामिल पर्व मनाने घाटों, नदी या तालाब के घाटों का विशेष महत्व है। यहां डूबते और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा के लिए बिहार में सैकड़ों घाट हैं। बिलासपुर जैसा स्थायी और बड़ा घाट तो पर्व के उद्गम स्थल बिहार में भी नहीं है। छठ मुख्य रूप से बिहार प्रांत का पर्व है। बिलासपुर के तोरवा स्थित छठ घाट साढ़े 7 एकड़ में फैला हुआ है। यहां एक किलोमीटर एरिया में पूजा और अर्घ्य के लिए बेदी बनाई जाती है। जिसमें 50 हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ सूर्य देव को अर्घ्य दे सकते हैं। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद 25 ट्रक निकला मलबा शहर सहित आसपास के क्षेत्रों की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन के लिए छठघाट में व्यवस्था की गई थी। नदी को गंदा होने से बचाने के लिए यहां कोई अलग से इंतजाम नहीं किया गया था। लोगों ने मनमाने तरीके से नदी में घाट के पास ही प्रतिमा विसर्जन कर दिया, जिससे वहां गंदगी का अंबार लग गया है। जगह-जगह फैली गंदगी से नदी का जल भी प्रदूषित हो रहा है। प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद स्थिति और बदहाल हो गई है। कहीं लकड़ी के टुकड़े, बांस की बल्लियां, मिट्टी के टूटे हुए बर्तन, पानी में भीगे रंग-बिरंगी कागज, प्लास्टिक की थैलियां, मां की प्रतिमाओं पर चढ़ाई गई लाल और हरे रंग की चुनरी पड़ी हुई हैं। आयोजन समिति ने नगर निगम की मदद से घाट से 25 ट्रक मलबा निकलवाया है। अरपा नदी के … Read more

‘थामा’ का दीपावली पर रिलीज होना मेरे लिए स्पेशल: आयुष्मान खुराना

मुंबई बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना की फिल्म 'थामा' रिलीज हो चुकी है। इसमें वह रश्मिका मंदाना के साथ पहली बार बड़े पर्दे पर साथ दिखाई दे रहे हैं। आयुष्मान ने बताया कि 'थामा' उनके करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्म है। अभिनेता ने एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि हर साल वह अपने परिवार के साथ किसी सुपरस्टार की फिल्म देखने सिनेमाघरों में जाते थे, मगर इस बार उन्होंने अपनी फिल्म के साथ उस खुशी का अनुभव किया। इस फिल्म ने पहले दिन करीब 25 करोड़ रुपए की कमाई की। 'थामा' के बारे में बात करते हुए आयुष्मान खुराना ने कहा, "मैं एक एंटरटेनर हूं, इसलिए दीपावली की इस बड़ी छुट्टी के दौरान लोगों को 'थामा' और मेरे अभिनय को पसंद करते और पसंद करते देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।" उन्होंने कहा, "जब निर्माता दिनेश विजान ने मुझे बताया कि 'थामा' दीपावली पर रिलीज हो रही है, तो मैं बहुत खुश हुआ क्योंकि इस पल का मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था कि मेरी भी कोई फिल्म बड़े स्टार्स की तरह दीपावली पर रिलीज हो।" आयुष्मान खुराना ने आगे कहा, "एक ऐसा त्योहार जिस पर बड़े-बड़े सुपरस्टार अपनी फिल्में रिलीज करते आए हैं, 'थामा' मेरे करियर की सबसे बेहतरीन फिल्म है और मैं खुशकिस्मत हूं कि इसे दीपावली पर रिलीज करने का मौका मिला। हर साल मैं अपने परिवार के साथ किसी सुपरस्टार की फिल्म देखने सिनेमाघरों में जाता था। इस बार मैं अपने परिवार के साथ अपनी फिल्म देखने सिनेमाघरों में गया। यह अविश्वसनीय लगता है।" आयुष्मान खुराना ने निर्माता दिनेश विजान का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "मैं दिनेश विजान का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मुझ पर एक ऐसे किरदार को निभाने का भरोसा दिखाया, जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। एक 'बेताल' के रूप में मेरे किरदार को दर्शकों द्वारा देखा जाना और सराहा जाना, मेरे लिए वाकई एक अद्भुत अहसास है।" आयुष्मान खुराना ने आखिर में बताया कि 'थामा' को पहले दिन जो दर्शकों को प्यार मिला, उसने यह मिथक तोड़ा कि लोग दीपावली पर सिर्फ सीक्वल, रीमेक और बड़े सुपरस्टार की फिल्में देखना चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री गोयल करेंगे जर्मनी दौरा, निवेश और व्यापार के नए अवसरों की तैयारी

नई दिल्ली वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बातचीत के लिए 23 अक्टूबर से जर्मनी के दौरे पर हैं। मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, बर्लिन यात्रा जर्मनी के साथ भारत के जुड़ाव को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। वर्ष 2025 भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ का भी वर्ष है, जो द्विपक्षीय संबंधों की गहराई और दीर्घकालिक मजबूती को उजागर करता है। केंद्रीय मंत्री गोयल की बैठकें दोनों देशों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, इंडस्ट्री लीडर्स और व्यापार संघों के साथ उच्च-प्रभावी बातचीत को आगे बढ़ाएगी। इस यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री गोयल जर्मन संघीय आर्थिक मामले एवं ऊर्जा मंत्री कैथरीना रीचे और फेडरल चांसलरी में आर्थिक एवं वित्तीय नीति सलाहकार तथा जर्मनी के जी7 एवं जी20 शेरपा डॉ. लेविन होले के साथ उच्च स्तरीय द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। बैठक के दौरान गतिशील भारत-जर्मनी आर्थिक साझेदारी को मजबूत बनाने और व्यापार एवं निवेश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्री गोयल द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूत करने के अलावा, लक्जमबर्ग की आगामी भारत राजकीय यात्रा, वर्तमान क्षेत्रीय घटनाक्रमों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लक्जमबर्ग के उप प्रधान मंत्री और विदेश मामलों एवं व्यापार मंत्री जेवियर बेटेल के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक भी करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अपनी बर्लिन यात्रा के दौरान गोयल तीसरे बर्लिन ग्लोबल डायलॉग (बीजीडी) में एक वक्ता के रूप में भाग लेंगे। यह एनुअल समिट ग्लोबल इकोनॉमी को आकार देने वाले मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए व्यापार, सरकार और शिक्षा जगत के नेताओं को एक साथ लाता है। 'लीडर्स डायलॉग : ग्रोइंग टूगेदर- ट्रे़ एंड अलायंस इन अ चेंजिंग वर्ल्ड' टाइटल के सेशन में केंद्रीय मंत्री गोयल एक पैनलिस्ट होंगे। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री गोयल की इस यात्रा में शेफलर ग्रुप, रेन्क व्हीकल मोबिलिटी सॉल्यूशंस, हेरेनक्नेच्ट एजी, इनफिनियन टेक्नोलॉजीज एजी, एनरट्रैग एसई और मर्सिडीज-बेंज ग्रुप एजी जैसी प्रमुख जर्मन कंपनियों के सीईओ के साथ आमने-सामने की कई बैठकें शामिल होंगी। वे जर्मन मिटेलस्टैंड कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और प्रमुखों के साथ एक राउंडटेबल की अध्यक्षता भी करेंगे और फेडरेशन ऑफ जर्मन इंडस्ट्रीज (बीडीआई) तथा एशिया-पैसेफिक एसोसिएशन ऑफ जर्मन बिजनेस (एपीए) के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे।