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दिवाली से पहले खुशखबरी! हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों का बढ़ा महंगाई भत्ता

पंचकूला हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सरकारी कर्मचारियों को दीवाली गिफ्ट दिया है। सरकार ने उनके महंगाई भत्ते में इजाफा किया है। इसके साथ ही राज्य के पेंशनभोगियों/पारिवारिक पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता और महंगाई राहत की दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। महंगाई भत्ता एवं राहत की दर 55 प्रतिशत से बढ़ाकर 58 प्रतिशत कर दी गई है, जो 1 जुलाई, 2025 से प्रभावी होगी। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, जिनके पास वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का दायित्व भी है, द्वारा इस सम्बन्ध में एक पत्र जारी किया गया है। बढ़ी हुई दरों के अनुसार महंगाई भत्ते/राहत का भुगतान अक्टूबर, 2025 के वेतन और पेंशन के साथ किया जाएगा, जबकि जुलाई से सितंबर, 2025 तक का एरियर नवंबर माह में दिया जाएगा।  

चित्रों में श्रद्धांजलि: कोरबा के बच्चों ने याद किए शहीदों को

 कोरबा पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन कोरबा के सामुदायिक भवन में चित्रकला प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम पुलिस परिवार के द्वारा आयोजित गया एसपी कोरबा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा की गरिमामयी उपस्थिति में विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए। पुलिस परिवार के बच्चों ने शहीद जवानों के बलिदान, वीरता और कर्तव्यनिष्ठा को अपने रंगीन चित्रों में जीवंत किया। प्रतियोगिता का उद्देश्य नई पीढ़ी में शहीदों के प्रति श्रद्धा और पुलिस बल के योगदान के प्रति सम्मान जगाना था। रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा ने पुरस्कार वितरण करते हुए कहा, “बच्चों की यह रचनाएँ न केवल कला का प्रदर्शन हैं, बल्कि शहीदों की अमर गाथा को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम भी हैं।” कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस अधिकारियों, जवानों और परिवारजनों ने शहीदों को दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा ने बताया कि इस तरह के आयोजन करने का उद्देश्य केवल और केवल युवाओं को और बच्चों को देश के लिए शहीद हुए जवानों के बारे में उनकी शहादत के बारे में जानकारी देना है ताकि आने वाला पीढ़ी उनसे अवगत हो। इस आयोजन में पुलिस परिवार के लगभग 30 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया और अपनी कला के माध्यम से शहीद हुए जवानों को प्रदर्शित किया। छोटे-छोटे बच्चों ने चित्रकला के माध्यम से अलग-अलग रूपों में चित्रकला का प्रदर्शन किया। जिसमें भारत माता की तस्वीर, शहीद हुए जवानों की और शहीद हुए नेताओं को प्रदर्शित किया।

सिर्फ 5 महीने में BSF में प्रमोशन पाकर यूपी की शिवानी बनी मिसाल

दादरी आज के समय में लड़कियां बढ़-चढ़कर डिफेंस सेक्टर में शामिल हो रही हैं और काफी अच्छा कर रही हैं. वहीं इन दिनों उत्तर प्रदेश की एक बेटी अभी काफी चर्चा में हैं. उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (BSF) में शामिल होने के पांच महीने के अंदर ही प्रमोशन पा लिया. ऐसा कहा जा रहा है कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पूरे छह दशक के इतिहास में पहली बार किसी के ज्वॉइनिंग के बाद इतनी जल्दी किसी को प्रमोशन दिया है.  यूपी की बेटी ने रचा इतिहास  उत्तर प्रदेश में दादरी की रहने वाली शिवानी ने BSF में इतनी तेजी से पहचान हासिल करने वाली पहली महिला कांस्टेबल के रूप में इतिहास रच दिया है. वे बढ़ई की बेटी हैं. वे अपने परिवार की पहली सदस्य हैं जो भारत के डिफेंस सेक्टर में अपनी सेवा दे रही हैं.  विश्व वुशु चैंपियनशिप में जीता रजत पदक  दरअसल, 31 अगस्त से 8 सितंबर 2025 तक ब्राजील में आयोजित 17वीं विश्व वुशु चैंपियनशिप (World Wushu Championship 2025) में रजत पदक जीतने के बाद शिवानी को हेड कांस्टेबल के पद पर प्रमोशन मिला है. BSF के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने सीमा सुरक्षा बल के एक शिविर में कांस्टेबल शिवानी की खाकी वर्दी पर हेड कांस्टेबल का रिबन लगाया और उनके प्रमोशन की घोषणा की.  बीएसएफ कांस्टेबल को प्रमोशन मिलने में कितना वक्त मिलता है?  बीएसएफ कांस्टेबल को प्रमोशन मिलने में आमतौर पर 15-18 वर्ष का समय लगता है. हालांकि, शिवानी ने महज 21 साल की उम्र में BSF हेड कांस्टेबल के पद पर प्रमोशन पाकर इतिहास रच दिया है.  स्वर्ण पदक जीतने की तैयारी शिवानी ने इसी साल (2025) में जून महीने में बीसीएफ ज्वॉइन किया था. वे हर दिन करीब 4 घंटे ट्रेनिंग लेती हैं. उन्होंने 2025 के विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था. वहीं उनका अगला गोल विश्व कप है और वे इसकी तैयारी कर रही हैं. वे स्वर्ण पदक जीतने की तैयारी करेंगी.  

एनकाउंटर में सौरभ हत्याकांड का आरोपी घायल, पुलिस ने दबोचा

गयाजी सौरभ हत्याकांड में गया जी पुलिस ने एक अपराधी को एनकाउंटर में घायल कर गिरफ्तार किया है। घायल अपराधी की पहचान बंटी कुमार के रूप में की गई है और उसे इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है। मामला बीते बुधवार का है, जब गया नगर के कोतवाली थाना क्षेत्र, बैरागी मोहल्ला में अपराधियों ने भाजपा नेता उपेंद्र प्रसाद के 19 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार की फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और आज सुबह हत्या में शामिल कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान बंटी कुमार को गोली मारकर जख्मी किया गया। इस मामले में गया नगर निगम के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान को भी आरोपी बनाया गया है। सीनियर एसपी आनंद कुमार का बयान इस संबंध में सीनियर एसपी आनंद कुमार ने बताया कि सौरभ हत्याकांड में पुलिस ने चार अपराधियों को बकरौर गांव से गिरफ्तार करने गई थी। इसी दौरान गुरुआ और गुरारू बार्डर पर स्थित असनी गांव के पास हथियार बरामदगी के दौरान अपराधियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जबाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। जिसमें अपराधी बंटी कुमार को दो गोली लगी। जिसमें बंटी घायल हो गया। पुलिसिया कार्रवाई में सौरभ हत्याकांड में शामिल नीतीश और राहुल समेत चार को गिरफ्तार की है। घायल अपराधी को पुलिस कस्टडी में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सीएम भगवंत मान का बड़ा ऐलान: बेरोजगार युवाओं को मिलेगी नौकरी, खुलेंगे नए अवसर

पंजाब  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार युवाओं को नौकरी मांगने वालों की बजाय नौकरी देने वाला बनाकर उनकी तकदीर बदलने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। यहां शहीद सूबेदार मेवा सिंह स्कूल ऑफ एमिनेंस के विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में शैक्षिक क्रांति के एक नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने एक बयान में कहा कि यह क्रांति छात्रों को प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार करके और उन्हें जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनाकर वांछित परिणाम दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने 2022 में ‘‘शिक्षा क्रांति'' शुरू की है ताकि पंजाब के बच्चों को अपने सपनों को हकीकत में बदलने और जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिल सके। मान ने दावा किया कि अतीत पर नजर डालने पर यह देखना वास्तव में निराशाजनक है कि कैसे दोषपूर्ण नीतियों के कारण गरीब बच्चों को शिक्षा के उनके अधिकार से वंचित किया गया। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में ‘‘क्रांतिकारी'' कदम उठाए हैं, जिनकी देशभर में व्यापक सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में 231.74 करोड़ रुपये के निवेश से 118 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' स्थापित किए जा रहे हैं। मान ने कहा कि इन स्कूलों को वंचित बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक उल्लेखनीय शुरुआत माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में विद्यार्थियों को निःशुल्क वर्दी उपलब्ध कराई जा रही है तथा विशेषकर लड़कियों के लिए निःशुल्क बस सेवा की व्यवस्था की गई है, ताकि एक भी लड़की शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रह जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को नीट, जेईई और एनआईएफटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' और अन्य सरकारी स्कूलों से 265 छात्रों ने जेईई मेन्स, 44 ने जेईई एडवांस और 848 छात्रों ने नीट में सफलता प्राप्त की।

एक लाख के इनामी शूटर फैसल को एनकाउंटर में किया खत्म, संजीव जीवा गैंग पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

शामली  यूपी के शामली में झिंझाना क्षेत्र के वेदखेड़ी मार्ग पर देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच भोगीमजरा के जंगल में मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में झिंझाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को मार गिराया, जबकि एक सिपाही घायल हो गया। मारा गया बदमाश संजीव जीवा गैंग का सक्रिय शूटर बताया जा रहा है, जो लंबे समय से पुलिस की पकड़ से दूर था। गुरुवार रात करीब आठ बजे कुछ बदमाश वेदखेड़ी मार्ग पर लूटपाट कर रहे थे। इस दौरान बदमाशों ने वेदखेड़ी निवासी जीतराम पुत्र रामचन्द्र से नगदी, मोबाइल व बाइक लूट ली। सूचना पर झिंझाना थाना पुलिस व एसओजी टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मारा गया बदमाश संजीव जीवा गैंग का शूटर फैसल निवासी खालापार मुजफ्फरनगर था और उस पर हत्या, लूट और रंगदारी समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं। मुठभेड़ के दौरान एसओजी के एक सिपाही दीपक निर्वाण को भी गोली लगी है, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक बदमाश का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस टीमों ने जंगल में कॉम्बिंग अभियान चलाया है। मौके से पुलिस ने दो बाइक, दो पिस्टल, कई जिंदा कारतूस और खोखे बरामद किए हैं। झिंझाना थाना प्रभारी ने बताया कि फरार बदमाश की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायल सिपाही का हालचाल लिया। इस मुठभेड़ के बाद इलाके में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह भी घटना स्थल का मुयायना करने पहुंचे। एसपी ने बताया कि मृतक संजीव जीवा गैंग का शूटर था। उस पर विभिन्न थानों में लूट हत्या डकैती आदि के मुकदमे दर्ज है।

कोरबा में हाथियों का उत्पात जारी, ग्रामीणों की नींद उड़ी – खेतों में भारी नुकसान

कोरबा वन मंडल कोरबा में हाथियों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है। 10 हाथी धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज से पहुंचे हैं। हाथियों ने 32 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। फसल को बचाने ही ग्रामीण हाथियों को भगाने में जुटे हैं। इसकी वजह से हाथियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। कुदमुरा रेंज में एक दंतैल हाथी अलग से घूम रहा है। करतला रेंज में सबसे अधिक 52 हाथी घूम रहे हैं। इनमें नवापारा में 20, कोटमेर में 31 और चोरभट्टी में एक दंतैल घूम रहा है। कोरबा रेंज के घेराव 80 हाथी घूम रहे हैं। कोरबा वनमंडल का कुदमुरा रेंज धरमजयगढ़ वन मंडल से लगा हुआ है। मांड नदी पार करते ही छाल रेंज आ जाता है। वहां से हाथियों को भगाने पर कुदमुरा होते हुए दूसरे रेंज में पहुंच जाते हैं। धान की फसल अब पकने को तैयार है। ऐसे समय में किसानों को अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। नवापारा के किसानों ने बताया कि लंबे समय बाद हाथी इस क्षेत्र में पहुंचे हैं, लेकिन ग्राम के आसपास नहीं आ रहे हैं। धान की फसल को दिन में भी खा रहे हैं। कटघोरा वन मंडल में 54 हाथी अलग-अलग रेंज में घूम रहे हैं। हाथियों की निगरानी के लिए वन विभाग की टीम लगी है, लेकिन फसल को नुकसान होने से नहीं रोक पा रहे हैं। ड्रोन कैमरे से भी हाथियों की निगरानी हो रही है। उनके मूवमेंट के आधार पर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ रजत जयंती विशेष : समय पर छात्रवृत्ति वितरण से शिक्षा बनी सुलभ, सुशासन की नई पहल पर फोकस

रायपुर मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय की विशेष पहल पर राज्य के शैक्षणिक संस्थानों, आश्रम-छात्रावासों और तकनीकी एवं प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में पढ़ाई करने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को शिष्यवृत्ति एवं छात्रवृत्ति का भुगतान निर्धारित समय-सीमा में उनके बैंक खाते में ऑनलाईन होने से अब उक्त वर्ग के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की राह आसान हो गई है। मुख्यमंत्री  साय ने हाल ही में मंत्रालय, महानदी भवन से इन वर्गों के लगभग 2 लाख विद्यार्थियों के बैंक खातों में 84.66 करोड़ रूपए की शिष्यवृत्ति एवं छात्रवृत्ति ऑनलाईन अंतरित की है।  उल्लेखनीय है कि विद्यार्थियों को शिष्यवृत्ति और छात्रवृत्ति ऑनलाईन भुगतान की शुरूआत मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय के हाथों पहली बार 10 जून 2025 को हुई। राज्य में संचालित सभी प्री. मैट्रिक छात्रावासों एवं आश्रमों में प्रवेशित बच्चों को शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पूर्व ही शिष्यवृति की प्रथम किश्त राशि 77 करोड़ रूपए एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों में अध्ययनरत छात्रों हेतु भोजन सहाय की प्रथम किश्त के रूप में राशि 8.93 करोड़ रूपए, इस प्रकार कुल 85 करोड़ रूपए की राशि जारी कर एक अभिनव पहल की गई थी। इसके ठीक बाद दूसरे चरण में 17 जून 2025 को 8370 विद्यार्थियों को छात्रवृति की राशि 6.2 करोड़ रूपए का ऑनलाइन अंतरण किया गया था।  मुख्यमंत्री  साय के हाथों आश्रम-छात्रावासों के 1 लाख 86 हजार 50 विद्यार्थियों को शिष्यवृति की द्वितीय किश्त की राशि 79 करोड़ 27 लाख रूपए एवं पो. मैट्रिक छात्रवृत्ति के 12 हजार 142 विद्यार्थियों को 5 करोड़ 38 लाख 81 हजार रूपए उनके बैंक खातों में राशि अंतरित की गई है।  गौरतलब है कि मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने शिक्षा को सबके लिए आसान बनाने  के उद्देश्य से अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग तथा कमजोर वर्गों के छात्र-छात्राओं की शिक्षा चिंता की और उन्होंने आदिमजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम -छात्रावास में रहकर शिक्षा अध्ययन कर रहे के बच्चों के शिक्षा को आसान बनाने के लिए यह नयी पहल की है। आदिम जाति विकास मंत्री  रामविचार नेताम के नेतृत्व और विभाग के प्रमुख सचिव  सोनमणी बोरा के गहन प्रयासों से  कमजोर वर्गाें के विकास एवं उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने बिना रूकावट के शिक्षा ग्रहण हेतु सुविधा प्रदान करने का यह प्रयास सार्थक हो रहा है।  आदिम जाति कल्याण विकास विभाग के प्रमुख सचिव  सोनमणि बोरा के प्रयासों से प्री. मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति तथा शिष्यवृत्ति भुगतान के लिए नयी व्यवस्था में माह जून, सितंबर, अक्टूबर एवं दिसंबर में विद्यार्थियों को अब ऑनलाईन भुगतान किया जा रहा है। इस पहल से विद्यार्थियों को शैक्षणिक अध्ययन के दौरान होने वाली आर्थिक समस्या से निजात मिली है। यहां यह उल्लेखनीय है कि इस नयी व्यवस्था से पूर्व विद्यार्थियों को दिसंबर एवं फरवरी-मार्च में वर्ष में एक बार छात्रवृति एवं शिष्यवृति की राशि प्रदान की जाती थी।    दरअसल आश्रम छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी हो या यहां रहकर अध्ययन कर चुके विद्यार्थी हो अथवा आश्रम छात्रावासों में रहकर उच्च पदों में कार्य कर रहे विद्यार्थी क्यों न हो। वे समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण की परेशानियों से भलीभांति वाकिफ हैं। वास्तव में एक विद्यार्थी को अध्ययन सामग्री क्रय करने के लिए जब पैसे की जरूरत हो उस वक्त छात्रवृत्ति और शिष्यवृत्ति की राशि उनके बैंक खातों में पहुंचना बेहद महत्वपूर्ण होता है। छात्रावासी विद्यार्थियों की इस परेशानी को दूर करने के लिए प्रमुख सचिव  सोनमणि बोरा सहित विभागीय अमलों ने संवेदनशीलता के साथ कितनी मशक्कत की होगी यह किसी से छिपा नहीं है। इसी का परिणाम है कि विभाग आश्रम छात्रावास के बच्चों के छात्रवृत्ति के लिए की गई तय सीमा से लाखों विद्यार्थियों को लाभ मिलना लाजिमी है। छात्रावास में रहने वाले बच्चों की अधिकतर आवश्यकताएँ सरकार द्वारा पूरी की जाती हैं, लेकिन छात्रवृत्ति उन्हें व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने की स्वतंत्रता देती है। इससे वे किताबें, स्टेशनरी व अन्य जरूरी सामान स्वयं खरीद सकते हैं। जब यह सहायता समय पर मिलती है, तो विद्यार्थी बिना किसी चिंता के अपनी पढ़ाई जारी रख पाते हैं और उनका ध्यान पढ़ाई से भटकता नहीं है। समय पर छात्रवृत्ति मिलने से बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।  समय पर छात्रवृत्ति मिलने से न केवल बच्चों की शैक्षिक यात्रा आसान होती है, बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा की ओर बढ़ने का प्रोत्साहन भी मिलता है। वे यह सोचने लगते हैं कि यदि अभी उन्हें सहायता मिल रही है तो आगे भी मिलेगी, जिससे वे कॉलेज या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की ओर अग्रसर होते हैं। इससे राज्य में एक शिक्षित, आत्मनिर्भर और जागरूक युवा पीढ़ी का निर्माण होता है। अंत में, यह कहा जा सकता है कि विद्यार्थियों को निर्धारित समय पर स्कॉलरशिप देने की प्रक्रिया से छत्तीसगढ़ में समावेशी शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में आसान होगी।  डॉ. ओम प्रकाश डहरिया

PM मोदी ने समस्तीपुर में किया कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण, श्रद्धांजलि अर्पित

समस्तीपुर  बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले राज्य का सियासी तापमान हाई हो गया है. नेताओं के बीच सियासी जुबानी जंग तेज हो गई है. वहीं, एनडीए के चुनाव अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 अक्टूबर (शुक्रवार) को बिहार का दौरा करेंगे. पीएम मोदी अपने दौरे की शुरुआत समस्तीपुर के कर्पूरी गांव से करेंगे और नेता कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद वे समस्तीपुर के दुधपुरा और बाद में बेगूसराय में चुनावी रैलियां करेंगे.  अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचेंगे और 24 अक्टूबर को सीवान और बक्सर में, फिर 25 अक्टूबर को बिहारशरीफ, मुंगेर और खगड़िया में रैलियों को संबोधित करेंगे. वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव 24 अक्टूबर से बिहार में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. 24 अक्टूबर को तेजस्वी का अभियान सिमरी बख्तियारपुर में एक रैली के साथ शुरू होगा, जिसके बाद वे केवटी, पारू और उजियारपुर में रुकेंगे. तेजस्वी का चुनावी दौरा सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और वैशाली में भी होगा. बिहार चुनाव की हर अपडेट के लिए बने रहिए जी बिहार झारखंड के साथ. यहां आपको हर सियासी जानकारी मिलेगी.  ‘हमारी सरकार में कानून का राज’, समस्तीपुर रैली में CM नीतीश ने कहा ‘वो अपने परिवार के लिए काम करते हैं’, समस्तीपुर रैली में CM नीतीश का RJD पर हमला ‘बिहार को बड़ी आर्थिक मदद दी’, समस्तीपुर रैली में बोले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  ‘1.2 करोड़ महिलाओं को रोजगार दिया’, समस्तीपुर रैली में बोले CM नीतीश बिहार के समस्तीपुर में भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के परिजनों से PM नरेंद्र मोदी मिले

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने यूक्रेन युद्ध में खोए सैनिकों को किया याद, स्मारक निर्माण की तैयारी

फियोंगयांग यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस का खुलकर समर्थन करने वाला उत्तर कोरिया अब अपने सैनिकों के लिए स्मारक बनवा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस-यूक्रेन के युद्ध में उत्तर कोरिया के हजारों सैनिक मारे गए हैं। उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसियों के मुताबिक राजधानी प्योंगयांग में इस स्मारक की नींव रखी गई है। शिलान्यास कार्यक्रम में उत्तर कोरिया में रूस के राजदूत और खुद किम जोंग उन शामिल हुए थे। किम ने कहा कि यह म्यूजियम सच्चे देशभक्तों के लिए बनाया जा रहा है। बता दें कि उत्तर कोरिया जो कि दुनियाभर में सबसे अलग-थलग देश माना जाता है, उसकी रूस के साथ खूब बन रही है। पश्चिमी रूस से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने के लिए किम जोंग उन ने हथियार और हजारों सैनिक रूस भेजे थे। दक्षिण कोरिया की मीडिया के मुताबिक इस युद्ध में उत्तर कोरिया के करीब 6 हजार सैनिक मारे गए हैं और हजारों सैनिक घायल हुए हैं। किम जोंग उन ने रूस की मदद करने के लिए अपने सैनिकों की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय उन सैनिकों को समर्पित है जिन्होने राष्ट्रभक्ति की भावना का परिचय देते हुए रूस के लिए लड़ते हुए अपनी जान दे दी। इस मौके पर सेना के बड़े अधिकारियों के साथ उन सैनकों के परिवारवाले भी मौजूद थे जिनकी रूस में मौत हो गई है। बता दें कि रूस और उत्तर कोरिया में बड़ा सैन्य समझौता हुआ है जिसके मुताबिक युद्ध की स्थिति में दोनों को एक दूसरे के साथ खड़े होना है। वहीं उत्तर कोरिया लगातार नए-नए हथियारों का परीक्षण करता रहता है। हाल के वर्षों में उत्तर कोरिया ने विभिन्न हाइपरसोनिक हथियार प्रणालियों का परीक्षण किया है। ये हथियार ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक गति से उड़ान भरने में सक्षम बताए जाते हैं और अपने मार्ग से मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भ्रमित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। हालांकि विशेषज्ञों ने यह सवाल उठाया है कि क्या उत्तर कोरियाई मिसाइलें वास्तव में परीक्षणों के दौरान उतनी ही गति से उड़ान भर रही हैं जितनी गति का दावा किया जाता है।