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20 वर्षों में पहली बार भारत हुआ कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए प्राथमिक विकल्प

नई दिल्ली  भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गुड न्यूज है.भारत में 20 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हो सकता है. कॉमनवेल्थ गेम्स के कार्यकारी बोर्ड ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबान शहर के रूप में अहमदाबाद के नाम की सिफारिश की. राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी अहमदाबाद को देने पर आखिरी फैसला 26 नवंबर को ग्लास्गो में राष्ट्रमंडल खेल आमसभा की बैठक में लिया जाएगा. इससे पहले भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन साल 2010 में नई दिल्ली में हुआ था. भारत को नाइजीरिया से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा था लेकिन राष्ट्रमंडल खेल ने भविष्य के खेलों के लिए इस अफ्रीकी देश की मेजबानी की महत्वाकांक्षाओं को ‘समर्थन और गति प्रदान करने के लिए एक रणनीति विकसित करने’ का निर्णय लिया है. जिसमें 2034 खेलों की मेजबानी पर विचार भी शामिल है. 100वीं सालगिरह अहमदाबाद में 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 में अपने 100वें पड़ाव पर होगा. कॉमनवेल्थ गेम्स अपनी 100वीं सालगिरह अहमदाबाद में मनाएगा. कॉमनवेल्थ गेम्स की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "कॉमनवेल्थ गेम्स की एक्ज़ेक्यूटिव बोर्ड- कार्यकारी बोर्ड ने आज पुष्टि कर दी है कि वह अमदाबाद, भारत को 2030 सेंटेनरी कॉमनवेल्थ खेलों के लिए प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में सिफारिश करेगा." इस प्रेस रीलीज़ में कहा गया है,"अमदावाद (जिसे गुजरात राज्य में अहमदाबाद के नाम से भी जाना जाता है) को अब पूरे कॉमनवेल्थ गेम्स की सदस्यता के सामने रखा जाएगा, जिसमें 26 नवंबर को ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम्स के जनरल बॉडी -आमसभा में अंतिम फैसला लिया जाएगा."  अमित शाह का आया रिएक्शन अमित शाह ने भारत की मेजबानी का रास्ता साफ होने पर ट्वीट कर कहा,"भारत के लिए बेहद खुशी और गर्व का दिन. अहमदाबाद में राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी के लिए भारत की बोली को राष्ट्रमंडल संघ द्वारा मंजूरी दिए जाने पर भारत के प्रत्येक नागरिक को हार्दिक बधाई. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य समर्थन है. भारत को विश्व खेल मानचित्र पर स्थान दिलाने के लिए जी के अथक प्रयास. विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा खड़ा करके और देश भर में खेल प्रतिभाओं का समूह तैयार करके मोदी जी ने भारत को एक अद्भुत खेल स्थल बना दिया है." भारत ने रेस में नाइजीरिया को हराया कॉमनवेल्थ गेम्स  की कार्यकारी बोर्ड ने बुधवार को अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ खेलों के लिए मेजबान शहर के रूप में सिफारिश की. भारत ने इन खेलों की मेज़बानी की रेस में नाइजीरिया को पीछे छोड़ दिया. कॉमनवेल्थ गेम्स की एक्ज़ेक्यूटिव बोर्ड ने अफ्रीकी देश की मेजबानी की को भी आनेवाले खेलों के आयोजन का आश्वासन दिया है. इसके लिए एक रणनीति बनाने का फैसला भी किया गया है. मुमकिन अगला मौका 20234 में नाइजिरिया को मिले. कैसे रंग लाई भारत की मुहिम? भारतीय ओलिंपिक संघ ने इसी साल अगस्त में भारत सरकार की सहमति के बाद मेज़बानी के लिए कॉमनवेल्थ बिड सबमिट किया था. फिर सितंबर में लंदन में भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, गुजरात के गृह और खेल मंत्री हर्ष सांघवि, भारतीय ओलिंपिक संघ के सीईओ रघुराम अय्यर और सेक्रेटरी अश्वनि कुमार की टीम ने खेलों के लिए प्रेज़ेन्टेशन भी दिया. अहमदाबाद ने प्रेज़ेन्टेशन के ज़रिये भी फैसला अपने हकॉ में करवा लिया.  इतने मेडल जीत चुका है भारत 1934 में राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत के बाद से भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में 564 पदक जीते हैं. भारतीय एथलीटों ने 1934 में राष्ट्रमंडल खेलों, जिसे तब ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था, में डेब्यू किया था. लंदन 1934 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल में छह एथलीट शामिल थे, जिन्होंने 10 ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं और एक कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया था. भारत ने अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों में एक पदक जीता था. पिस्टल निशानेबाज जसपाल राणा राष्ट्रमंडल खेलों में 15 पदक – नौ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य के साथ सबसे सफल भारतीय एथलीट हैं.1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने शूटिंग सर्किट पर दबदबा बनाया. 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के दौरान भारतीय निशानेबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. नई दिल्ली 2010 में, भारत ने 101 पदक – 39 स्वर्ण पदक, 26 रजत और 36 कांस्य जीतकर पदक लीडरबोर्ड पर दूसरा स्थान हासिल किया था. नई दिल्ली 2010 भारत का अब तक का सबसे सफल राष्ट्रमंडल खेल बना हुआ है. राष्ट्रमंडल खेल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘राष्ट्रमंडल खेल के कार्यकारी बोर्ड ने आज पुष्टि की है कि वह 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में भारत के अहमदाबाद की सिफारिश करेगा.’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘अहमदाबाद को अब पूर्ण राष्ट्रमंडल खेल सदस्यता के लिए प्रस्तावित किया जाएगा जिस पर अंतिम फैसला 26 नवंबर को ग्लासगो में राष्ट्रमंडल खेल महासभा में लिया जाएगा.’ भारत ने 2010 के सत्र की मेजबानी नयी दिल्ली में की थी.  

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया, सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की

पर्थ  इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मैच आज यानी रविवार, 19 अक्टूबर को पर्थ में खेला गया। ये मैच बारिश से बाधित रहा, जिसमें टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से इस मैच को जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। ये मैच बारिश के कारण 26-26 ओवर का हुआ। भारत ने 9 विकेट खोकर 136 रन बनाए। डीएलएस मेथड की वजह से ऑस्ट्रेलिया को 131 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे कप्तान मिचेल मार्श की 46 रनों की पारी की बदौलत 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 8 तो विराट कोहली बिना खाता खोले आउट हुए। वहीं, कप्तान शुभमन गिल ने भी निराश किया और 10 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद श्रेयस अय्यर भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाए। केएल राहुल ने 38 और अक्षर पटेल ने 31 रन बनाए। 19 रन नितीश रेड्डी ने बनाए। जोश हेजलवुड, मिचेल ओवेन और मैथ्यू कुहनेमन को 2-2 विकेट मिले, जबकि मिचेल स्टार्क और नाथन एलिस को 1-1 विकेट मिला। ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्श ने 46, जोश फिलिप ने 37 और रेन शॉ ने 21 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया टीम इंडिया को पर्थ वनडे मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा। बारिश से बाधित मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की। इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। बारिश की वजह से गिल एंड कंपनी का गणित बिगड़ गया।

सेमीफाइनल की दहलीज़ पर टीम इंडिया! इंदौर में इंग्लैंड से भिड़ंत, होम ग्राउंड पर क्रांति गौड़ पर दारोमदार

इंदौर  साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो हार के बाद भारतीय महिला टीम रविवार (19 अक्टूबर) को महिला वर्ल्ड कप के अहम मुकाबले में इंग्लैंड से भिड़ेगी। इंग्लैंड की टीम यह मैच जीती तो वह सेमीफाइनल में पहुंचने वाली तीसरी टीम होगी। भारतीय टीम के लिए सेमीफाइनल की राह आसान नहीं है। भारत के अभी तीन मैच बाकी हैं और अगले दौर में जगह बनाने के लिए उसे इनमें से दो में जीत की जरूरत है। बल्लेबाजी में गहराई के लिए भारतीय टीम 3 ऑलराउंडर्स के साथ उतर रही है। इससे गेंदबाजी काफी कमजोर दिखाई दे रही है। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में 6 गेंदबाजी विकल्प के साथ उतर सकता है। रेणुका सिंह ठाकुर को मैच में मौका मिल सकता है। भारतीय टीम टूर्नामेंट में अभी तक कुल चार मैचों में मैदान पर उतरी है, जिसमें से उसे 2 में जीत और 2 में हार का सामना पड़ा है. यही कारण है कि टीम इंडिया सिर्फ 4 अंक लेकर चौथे स्थान पर हैं. वहीं इंग्लैंड के पास 4 मैच में 7 अंक है वह तीसरे स्थान पर काबिज है. सेमीफाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीम क्वालिफाई कर लिया है. ऐसे में अब अंतिम चार में पहुंचने के लिए सिर्फ दो स्लॉट बचे हैं, लेकिन उससे पहले आइए जानते हैं भारत और इंग्लैंड की महिला टीम का वनडे में क्या रिकॉर्ड रहा है. भारत बनाम इंग्लैंड महिला टीम का वनडे में रिकॉर्ड विश्व कप से पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था. इस दौरे पर टीम इंडिया ने दमदार जीत हासिल की थी. हालांकि, ओवर ऑल रिकॉर्ड की बात करें को तो ये टक्कर का है. भारत और इंग्लैंड की महिला टीम अब तक कुल 79 मैच में मैदान पर उतरी है, जिसमें टीम इंडिया ने 36 मुकाबलों में जीत हासिल की और 41 में इंग्लैंड ने बाजी मारी है। वहीं 2 मैच ऐसे रहे जिसका नतीजा नहीं निकल पाया. विश्व कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन औसत आईसीसी वनडे विश्व कप 2025 में टीम इंडिया के प्रदर्शन की बात करें तो वह काफी औसत रहा है. हालांकि, भारतीय टीम ने शुरुआत बहुत अच्छी की थी. पहले ही मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराया था. उसके बाद टीम इंडिया ने पाकिस्तान को भी रौंदा, लेकिन अगले दो मैच में उसे पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर साउथ अफ्रीका से निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा.  

भारत का धमाकेदार आगाज़, केएल राहुल ने पर्थ में मचाया तूफ़ान

नई दिल्ली इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मैच आज यानी रविवार, 19 अक्टूबर को खेला जा रहा है। बारिश की वजह से मैच रुका हुआ है। मैच को अब और भी छोटा कर दिया गया है। पहले 35-35 ओवर का मैच होना था, जो बाद में 32-32 ओवर का खेला जाना था, लेकिन बारिश नहीं रुकी तो इसे 26-26 ओवर का कर दिया गया है। 2 बजे मैच शुरू होगा। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 8 तो विराट कोहली बिना खाता खोले आउट हुए।  वहीं, कप्तान शुभमन गिल ने भी निराश किया और 10 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद श्रेयस अय्यर भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और 11 रन बनाकर पवेलियन लौटे। जोश हेजलवुड ने 2 तो मिचेल स्टार्क और नाथन एलिस को 1-1 विकेट मिला है। बारिश की वजह से फिर मैच रोका गया है। केएल राहुल और अक्षर पटेल नाबाद हैं। अक्षर पटेल लौटे पवेलियन अक्षर पटेल 38 गेंदों में 31 रनों की पारी खेलकर आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 3 चौके जड़े। वे तेज गति से रन बनाना चाहते थे, क्योंकि ये मैच 26-26 ओवर का हो गया है। उनको कुहनेमन ने मैट रेन शॉ के हाथों कैच आउट कराया। क्रीज पर अब वॉशिंगटन सुंदर आए हैं।

पर्थ वनडे में बारिश ने रोका खेल, अब होगा 26-26 ओवर का मुकाबला

नई दिल्ली इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मैच आज यानी रविवार, 19 अक्टूबर को खेला जा रहा है। बारिश की वजह से मैच रुका हुआ है। मैच को अब और भी छोटा कर दिया गया है। पहले 35-35 ओवर का मैच होना था, जो बाद में 32-32 ओवर का खेला जाना था, लेकिन बारिश नहीं रुकी तो इसे 26-26 ओवर का कर दिया गया है। 2 बजे मैच शुरू होगा। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 8 तो विराट कोहली बिना खाता खोले आउट हुए।  वहीं, कप्तान शुभमन गिल ने भी निराश किया और 10 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद श्रेयस अय्यर भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और 11 रन बनाकर पवेलियन लौटे। जोश हेजलवुड ने 2 तो मिचेल स्टार्क और नाथन एलिस को 1-1 विकेट मिला है। बारिश की वजह से फिर मैच रोका गया है। केएल राहुल और अक्षर पटेल नाबाद हैं। भारत (प्लेइंग इलेवन): रोहित शर्मा, शुभमन गिल (कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेट कीपर), नीतिश कुमार रेड्डू, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह ऑस्ट्रेलिया (प्लेइंग इलेवन): ट्रैविस हेड, मिशेल मार्श (कप्तान), मैथ्यू शॉर्ट, जोश फिलिप (विकेट कीपर), मैट रेनशॉ, कूपर कोनोली, मिशेल ओवेन, मिशेल स्टार्क, नाथन एलिस, मैथ्यू कुहनेमैन, जोश हेज़लवुड बारिश रुकी, मैच 2 बजे होगा शुरू पर्थ में बारिश रुक गई है। मैदान को सुखाया जा रहा है और पिच से कवर हटा लिए गए हैं। मैच अब 2 बजे शुरू होगा, जबकि मैच को अब 26-26 ओवर का किया गया है। 

बड़ा मुकाबला, बड़ी निराशा: ROKO-गिल फ्लॉप, कोहली ने रचा गलत इतिहास

पर्थ  भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला है. इस मुकाबले के जरिए विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की है. रोहित-कोहली (ROKO) ने इससे पहले भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था, जो खिताबी मुकाबला था. तब भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर खिताब अपने नाम किया. अब कमैबक मैच में विराट कोहली और रोहित शर्मा कुछ खास नहीं कर पाए. रोहित शर्मा ने 14 गेंदों पर 8 रन बनाए. वहीं कोहली ने 8 गेंदों का सामना किया और वो अपना खाता नहीं खोल सके. रोहित को दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने थोड़ी शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद पर दूसरी स्लिप में मैथ्यू रेनशॉ के हाथों कैच आउट कराया. रोहित ने गेंद पर जोर से बल्ला चलाया, लेकिन टाइमिंग बिल्कुल सही नहीं रही. गेंद बल्ले का किनारा लेकर फील्डर के पास पहुंची. किंग कोहली कैसे हुए आउट? विराट कोहली की बात करें तो उन्हें खब्बू तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने चलता किया. ऑफ स्टम्प के बाहर डाली गई गेंद पर कोहली ने अपने शरीर से रहकर ड्राइव मारना चाहा. लेकिन यहां भी टाइमिंग सही नहीं थी, ऐसे में गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ गई. वहां मौजूद कूपर कोनोली ने अपनी बाईं ओर डाइव लगाकर कैच लपका. विराट कोहली ने इसी के साथ एक शर्मनाक रिकॉर्ड बना दिया. कोहली ऑस्ट्रेलिया में पहली बार वनडे इंटरनेशनल में शून्य पर आउट हुए हैं. कोहली ऑस्ट्रेलिया में अब 30 वनडे इनिंग्स खेल चुके हैं. मिचेल स्टार्क ऐसे दूसरे गेंदबाज हैं, जिन्होंने वनडे इंटरनेशनल में विराट कोहली को दो बार डक पर आउट किया है. स्टार्क से पहले इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ही ऐसा कर पाए थे. कप्तान शुभमन गिल का बल्ला भी नहीं चला और वो 8 रनों के निजी स्कोर पर नाथन एलिस की गेंद पर विकेटकीपर जोश फिलिप को कैच थमा बैठे. रोहित (8), गिल (10) और कोहली (0) ने मिलाकर कुल 18 रन बनाए. किसी वनडे इंटरनेशनल में ये तीनों का संयुक्त न्यूनतम स्कोर है, जहाँ तीनों ने बल्लेबाजी की. पिछला न्यूनतम स्कोर 25 रन था. पाकिस्तान के खिलाफ साल 2023 में पल्लेकेल वनडे में रोहित 11, गिल 10 और कोहली 4 बनाकर आउट हुए थे. 2023 के बाद से भारत के सबसे कम पावरप्ले स्कोर (वनडे इंटरनेशनल) 27/3 बनाम ऑस्ट्रेलिया, चेन्नई 2023 27/3 बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ 2025 * 35/2 बनाम इंग्लैंड, लखनऊ 2023 37/3 बनाम न्यूजीलैंड, दुबई, 2025 39/3 बनाम ऑस्ट्रेलिया, वानखेड़े, 2023  

साई सुदर्शन से खतरा बढ़ा, नंबर-3 की जगह लेने को तैयार टेस्ट में धाकड़ प्रदर्शन

नई दिल्ली  भारतीय टेस्ट टीम में नंबर-3 बल्लेबाज को लेकर करीब 2 सालों से संघर्ष चल रहा है. महान राहुल द्रविड़ के बाद एक दशक तक चेतेश्वर पुजारा ने इसे संभाला, लेकिन उनके आउट ऑफ फॉर्म होने और फिर संन्यास लेने के बाद इस पर किसी ने अपना वर्चस्व नहीं जमाया है. इस दौरान केएल राहुल, शुभमन गिल, देवदत्त पडिक्कल, करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाजों को उतारा गया, लेकिन वे उतना प्रभाव नहीं छोड़ पाए. सुदर्शन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली टेस्ट के दौरान प्रभावित किया था. उन्होंने पहली पारी में 87 और दूसरी पारी में 39 रन बनाकर खुद को साबित करने का प्रयास किया. सुदर्शन का खराब रिकॉर्ड सुदर्शन 5 टेस्ट मैचों में 30.33 की औसत से 601 रन बना चुके हैं. 9 पारियों में उन्होंने सिर्फ दो अर्धशतक लगाए हैं. अभी तक सुदर्शन के बल्ले से एक भी शतक नहीं आया है. ऐसे में उनकी जगह अभी तक टीम में पक्की नहीं हो पाई है. सुदर्शन के ऊपर हमेशा तलवार लटकी रहती है. अगर साउथ अफ्रीका के आगामी सीरीज में उनका बल्ला फेल रहा तो उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर करने की मांग तेज हो जाएगी. ऐसे में टीम इंडिया के सामने नए विकल्प को तलाशने के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं बचेगा. टेस्ट टीम वापसी को तैयार यह स्टार भारतीय क्रिकेट के लिए ये अच्छी बात है कि घरेलू क्रिकेट में 2-3 खिलाड़ी हमेशा नेशनल टीम में किसी की भी जगह लेने के लिए तैयार रहते हैं. मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर हैं और वह वापसी की राह देख रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें 3 मैचों में मौका मिला था. फरवरी 2024 में वह इस दौरान 6 पारियों में कुल 63 रन ही बना पाए थे. उसके बाद उनका सेलेक्शन भारतीय टेस्ट टीम में नहीं हुआ है. दोहरा शतक से मचाई सनसनी रजत ने एक बार फिर से वापसी के लिए कमर कस ली है. उन्होंने इंदौर में पंजाब के खिलाफ 2025−26 रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में बल्लेबाजी का शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना पहला फर्स्ट क्लास दोहरा शतक जड़ा. रजत 332 गेंदों में 26 चौकों की मदद से 205 रन बनाकर नाबाद रहे, जिससे मध्य प्रदेश ने तीसरे दिन स्टंप्स तक 519/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया और पंजाब पर 287 रन की जबरदस्त बढ़त हासिल की. उनकी पारी धैर्य, बेहतरीन टाइमिंग और आक्रामकता से भरी थी. उसने यह दिखाया कि उन्हें भारतीय घरेलू क्रिकेट की सबसे प्रतिभाशाली प्रतिभाओं में से एक क्यों माना जाता है. कप्तानी में भी सुपरहिट रजत ने हाल ही में सेंट्रल जोन को एक दशक में पहला दलीप ट्रॉफी खिताब दिलाया था. वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को उनका पहला आईपीएल चैंपियनशिप जिता चुके हैं. इससे वह एक लीडर और मैच-विनर दोनों के रूप में अपनी क्षमता साबित कर चुके हैं.सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में प्रभावशाली प्रदर्शन सहित पाटीदार के हालिया प्रदर्शन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम में उनकी संभावित वापसी की चर्चा को हवा दे दी है. 

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित शर्मा करेंगे इतिहास, शाहिद अफरीदी के रिकॉर्ड को चुनौती

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और अपने जमाने के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी, जो दुनिया भर में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे, अब भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा के निशाने पर हैं। आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 से 25 अक्टूबर तक होने वाली तीन वनडे मैचों की सीरीज में रोहित सलामी बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरेंगे। यदि वे इस सीरीज में 8 छक्के लगा देते हैं, तो वे शाहिद अफरीदी के लंबे समय से कायम रिकॉर्ड को तोड़कर वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। रोहित शर्मा ने अपने वनडे करियर में 273 मैचों की 265 पारियों में 11,168 रन बनाए हैं, जिसमें 264 रनों की शानदार पारी भी शामिल है। उनके नाम 32 शतक और 58 अर्धशतक हैं। रोहित ने 1,045 चौके और 344 छक्के जड़े हैं, जिसके साथ वे वर्तमान में वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में शाहिद अफरीदी के बाद दूसरे स्थान पर हैं। रोहित ने अपने करियर में तीन दोहरे शतक भी बनाए हैं, जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने 398 वनडे मैचों की 369 पारियों में 8,064 रन बनाए। उनके खाते में 6 शतक, 39 अर्धशतक, 730 चौके और 351 छक्के दर्ज हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित का बल्ला चला तो पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर का यह रिकॉर्ड ध्वस्त हो सकता है। भारतीय फैंस भी चाहेंगे कि रोहित इस दौरे पर पाकिस्तानी क्रिकेटर का रिकॉर्ड ध्वस्त कर शीर्ष पर पहुंचे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह वनडे सीरीज 19 अक्टूबर को पर्थ स्टेडियम में पहले मैच के साथ शुरू होगी। इसके बाद 23 अक्टूबर को एडिलेड ओवल में दूसरा और 25 अक्टूबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में तीसरा और अंतिम वनडे खेला जाएगा। इस बार भारतीय टीम नए वनडे कप्तान शुभमन गिल के युवा नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उतरेगी। गिल, जो अब तक टेस्ट टीम की कप्तानी संभाल रहे थे, अब वनडे टीम की कमान भी संभालेंगे। रोहित शर्मा और विराट कोहली की करीब छह महीने बाद वनडे टीम में वापसी से भारतीय टीम को मजबूती मिली है। इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी से टीम का संतुलन और आत्मविश्वास बढ़ा है। बता दें कि आगामी सीरीज रोहित शर्मा के लिए न केवल एक रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है, बल्कि भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर अपनी बादशाहत साबित करने का भी अवसर है।

इंदौर में रोमांचक जंग! भारतीय महिला टीम के सामने इंग्लैंड की चुनौती, बनेगा सेमीफाइनल का रास्ता

इंदौर आईसीसी महिला विश्व कप 2025 अपने रोमांचक चरण में पहुंच चुका है और अब भारतीय महिला टीम के सामने करो या मरो की स्थिति है। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया 19 अक्टूबर को इंग्लैंड से भिड़ेगी। लगातार दो हार के बाद भारत की सेमीफाइनल उम्मीदें अधर में लटकी हैं, लेकिन घरेलू दर्शकों का जोश और इंदौर की स्पिन-अनुकूल पिच टीम को वापसी का मौका दे सकती है। पिछले मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से 3 विकेट से करीबी हार झेलनी पड़ी थी। ओपनर स्मृति मंधाना और युवा प्रतीका रावल ने 155 रनों की शानदार साझेदारी की थी, लेकिन मध्यक्रम बिखर गया। इस बार टीम को कप्तान हरमनप्रीत, जेमिमा रोड्रिग्स और ऋचा घोष से बड़े प्रदर्शन की उम्मीद है। भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी स्पिन जोड़ी — दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा — होंगी। होलकर स्टेडियम की पिच गेंद को टर्न देती है, और जैसे-जैसे दिन बढ़ेगा, बल्लेबाजी और मुश्किल होगी। ऐसे में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को बड़ा स्कोर बनाना होगा। इंग्लैंड की टीम अब तक टूर्नामेंट में अजेय रही है, लेकिन उसका मध्यक्रम थोड़ा अस्थिर दिखा है। अगर भारत के स्पिनर लय में आए और मंधाना-रावल की जोड़ी फिर चमकी, तो भारत की वापसी तय है। होलकर में रिकॉर्ड भी भारत के पक्ष में हैं — यहां पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को फायदा हुआ है। ऐसे में टॉस का महत्व बढ़ जाएगा। भारत के पास दर्शकों का साथ है, और यही ऊर्जा इस मुकाबले को यादगार बना सकती है। भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, प्रतीका रावल, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, स्नेह राणा, क्रांति गौड़, श्री चरणी। इंग्लैंड टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन: नैट शिवर-ब्रंट (कप्तान), टैमी ब्यूमोंट, एमी जोन्स (विकेटकीपर), हीथर नाइट, सोफिया डंकले, एलिस कैप्सी, चार्लोट डीन, सोफी एक्लेस्टोन, सारा ग्लेन, एम्मा लैम्ब, लिंसे स्मिथ।  

क्रिकेटर स्मृति मंधाना करने जा रही हैं शादी! इंदौर के फिल्म निर्देशक पलाश मुछाल बने हमसफ़र

इंदौर   फिल्म निर्देशक और संगीतकार पलाश मुछाल ने  इंदौर में एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार खिलाड़ी स्मृति मंधाना के साथ विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं। पलाश ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “स्मृति जल्द ही इंदौर की बहू बनेगी। इंदौर मेरे अंदर बसता है।” इंदौर में हैं स्मृति, पलाश जाएंगे मैच देखने पलाश ने जानकारी दी कि महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना इन दिनों इंदौर में ही हैं। वे यहां चल रहे वीमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही हैं। 19 अक्टूबर को भारत और इंग्लैंड के बीच एक महत्वपूर्ण मैच खेला जाएगा। पलाश ने कहा कि वे स्टेडियम जाकर भारतीय टीम और विशेषकर स्मृति का मनोबल बढ़ाएंगे। ‘राजू बैंड वाला’ फिल्म में दिखेगा इंदौर का हुनर पलाश मुछाल वर्तमान में अपनी नई फिल्म ‘राजू बैंड वाला’ का निर्देशन कर रहे हैं। यह फिल्म बैंड बजाने वालों के जीवन, उनके संघर्ष और उनकी भावनाओं पर आधारित है। फिल्म में 'पंचायत' वेब सीरीज से चर्चित हुए अभिनेता चंदन रॉय मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, जबकि 'बालिका वधू' फेम अविका गौर नायिका हैं। पलाश ने बताया कि इस फिल्म में कई बड़े सितारे कैमियो रोल में नजर आएंगे और यह फिल्म बैंड उद्योग को एक श्रद्धांजलि होगी। इंदौर में प्रोडक्शन हाउस खोलने की तैयारी पलाश ने इंदौर में अपनी योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, “इंदौर में तकनीकी साधनों की कमी हो सकती है, लेकिन खूबसूरत लोकेशन्स की कोई कमी नहीं है। यहां के लोग बहुत सहयोगी हैं।” इसी को देखते हुए वे इंदौर में एक प्रोडक्शन हाउस शुरू करने की योजना बना रहे हैं। ‘राजू बैंड वाला’ का पहला शूटिंग शेड्यूल पूरा हो चुका है और दूसरा शेड्यूल दिसंबर में इंदौर में ही शूट किया जाएगा। यह फिल्म अगले साल अप्रैल में एक प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी। कलाकारों ने साझा किए अनुभव फिल्म के नायक चंदन रॉय ने 'राजू बैंड वाला' को अपने करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण रोल बताया। उन्होंने इस किरदार के लिए ट्रंपेट बजाने की ट्रेनिंग भी ली है। वहीं, अभिनेत्री अविका गौर ने कहा कि वे अपने काम को सर्वोपरि मानती हैं और अपनी शादी की तैयारियों के बावजूद शूटिंग के लिए इंदौर में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि दर्शकों की पसंद का दबाव इंडस्ट्री को सुधारने का काम करता है।