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दुबई में ट्रॉफी चोरी का मामला तूल पकड़ता गया, नकवी पर गिर सकती है जेल की गाज

दुबई / नई दिल्ली भारत ने मैदान में पसीना बहाकर एशिया कप 2025 जीता, लेकिन ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमा बैठे हैं मोहसिन नकवी! एशियन क्रिकेट काउंसिल के चीफ पर सनसनीखेज़ आरोप है कि उन्होंने विजेता टीम को ट्रॉफी सौंपने की बजाय उसे होटल ले जाकर ‘हथिया’ लिया. यह हरकत ना सिर्फ खेल भावना के खिलाफ है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट की साख पर भी सवाल खड़े कर रही है. बीसीसीआई इस बेशर्मी से तिलमिलाई हुई है और अब दुबई पुलिस में चोरी का मामला दर्ज करवाने पर गंभीरता से विचार कर रही है. सवाल अब ये खड़ा होता है कि क्या एशिया कप की ट्रॉफी अब खेल का सम्मान है या सियासी मोहरा बन चुका है जहां व्यक्तिगत अहम् एक दूसरे पर भारी पड़ रहा है. मोहसिन नकवी पर पुलिस केस! भारत के फाइनल जीते अब 72 घंटे से ज़्यादा हो चुके हैं और मोहसिन नकवी ने ना तो ट्रॉफी भारत को सौंपी है और ना ही उसको एशियन क्रिकेट काउंसिल के दफ़्तर भेजा है.  ACC की बैठक में ज़ोर-शोर से ये विवाद उठा और कई देशों के प्रतिनिधियों ने इसका विरोध भी किया पर मोहसिन नकवी अपनी ज़िद पर अड़े रहे और ट्राफ़ी उनके होटल के कमरे में पड़ी रही. अब बीसीसीआई ने सख़्त क़दम उठाने का मन बना लिया है और वो मोहसिन नकवी पर ट्रॉफी चोरी और जबरन क़ब्ज़ा की शिकायत लिखित रूप से दुबई पुलिस को करने का मन बना चुके हैं . सूत्रों की मानें तो बोर्ड ने मोहसिन नकवी के 72 घंटे का समय दिया है और इस दौरान वे ट्रॉफ़ी ACC के आफिस नहीं पहुँचाते तो अधिकारिक रूप से दुबई पुलिस में केस दर्ज कराया जाएगा और ऐसा होता है तो मोहसिन नकवी कीं गिरफ़्तारी होना तय है और उनको जेल भी जाना पड़ सकता है . मोहसिन नकवी दुबई छोड़कर कर ट्रॉफी के साथ पाकिस्तान ना भाग पाएँ इसके लिए भी बीसीसीआई यूएई में लगातार बात कर रही है. दुबई का क़ानून सख्त है दुबई में अपराध दर कम है और यहाँ के कानून हर तरह की आपराधिक गतिविधि पर सख्त सज़ा का प्रावधान करते हैं.एक कर्मचारी द्वारा नियोक्ता की संपत्ति चुराने पर भी 5 से 7 साल तक की कैद की सज़ा हो सकती है, और इस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है. दुबई में चोरी या जबरन कब्ज़े के लिए सजा अपराध की गंभीरता पर निर्भर करती है, और इसमें कम से कम 6 महीने की कैद से लेकर 3 साल तक की कैद के साथ जुर्माना शामिल हो सकता है. कुछ गंभीर चोरी के मामलों में 3 से 15 साल तक की कैद हो सकती है. यानि यूएई के क़ानून के हिसाब से जाए और मोहसिन नकवी के खिलाफ मामला दर्ज होता है तो उनको लंबे समय तक जेल में रहना पड़ सकता है.

दीप्ति शर्मा ने किया कमाल, महिला वनडे विश्व कप में दोबारा कायम किया अनोखा कारनामा

गुवाहाटी भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को गुवाहाटी में खेले गए ‘महिला विश्व कप 2025’ के पहले मुकाबले में डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर 59 रन से जीत दर्ज की। दीप्ति शर्मा को इस मुकाबले में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया, जिन्होंने बल्ले के बाद गेंद से अपनी चमक बिखेरते हुए ‘अनूठा कारनामा’ दोहराया। दीप्ति शर्मा ने वनडे क्रिकेट में दूसरी बार 50+ स्कोर के साथ 3 विकेट हासिल किए। उनके अलावा, इस लिस्ट में सिर्फ दो ही भारतीय महिला खिलाड़ियों का नाम शामिल है। छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरीं दीप्ति शर्मा ने 53 गेंदों में तीन चौकों के साथ 53 रन की पारी खेली। इसके बाद उन्होंने 10 ओवरों में 54 रन देकर 3 विकेट हासिल करते हुए भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले, साल 2017 में दीप्ति ने आयरलैंड के विरुद्ध नाबाद 51 रन बनाने के साथ 20 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे। दीप्ति के अलावा, जेमिमा रोड्रिग्स और शिखा पांडे यह कारनामा करने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। जेमिमा ने साल 2023 में बांग्लादेश के विरुद्ध 86 रन बनाने के साथ महज 3 रन देकर 4 विकेट हासिल किए थे। वहीं, शिखा पांडे साल 2014 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 59 रन बनाने के अलावा, 19 रन देकर 3 विकेट ले चुकी हैं। मंगलवार को बारसापरा क्रिकेट स्टेडियम में टॉस हारकर बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम ने बारिश से प्रभावित मुकाबले में 47 ओवरों में 8 विकेट खोकर 269 रन बनाए। टीम के लिए अमनजोत कौर ने सर्वाधिक 57 रन बनाए, जबकि दाप्ति शर्मा ने 53 रन की पारी खेली। इनके अलावा, हरलीन देओल ने 48 रन टीम के खाते में जोड़े। विपक्षी खेमे से इनोका रणवीरा ने सर्वाधिक 4 विकेट हासिल किए। डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर श्रीलंका को जीत के लिए 271 रन का टारगेट मिला, लेकिन श्रीलंकाई टीम 45.4 ओवरों में महज 211 रन पर सिमट गई। कप्तान चामरी अथापथु ने सर्वाधिक 43 रन बनाए, लेकिन श्रीलंका को जीत नहीं दिला सकीं। भारत के लिए दीप्ति शर्मा ने सर्वाधिक 3 विकेट झटके, जबकि स्नेह राणा और श्री चरणी को 2-2 सफलताएं हाथ लगीं।  

ग्रीव्स, रदरफोर्ड और वारिकन को क्रिकेट वेस्टइंडीज का अनुबंध मिला

नई दिल्ली क्रिकेट वेस्टइंडीज ने 2025-26 सीजन के लिए पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय रिटेनर कॉन्ट्रैक्ट्स की सूची में तीन बदलाव किए हैं। जस्टिन ग्रीव्स, शेरफेन रदरफोर्ड और जोमेल वारिकन को 15 सदस्यीय सूची में शामिल किया गया है। पूर्व टेस्ट कप्तान क्रेग ब्रैथवेट, विकेटकीपर-बल्लेबाज जोशुआ डी सिल्वा और ऑलराउंडर केवेम हॉज को इस बार सूची में जगह नहीं मिली है। ये कॉन्ट्रैक्ट्स 1 अक्टूबर 2025 से लागू होंगे। महिलाओं के अंतरराष्ट्रीय रिटेनर की सूची में, तेज गेंदबाज जैनिलिया ग्लासगो और शॉनिशा हेक्टर को 13 खिलाड़ियों के साथ शामिल किया गया है, लेकिन शमिलिया कॉनेल, चेरी एन फ्रेजर, चेडियन नेशन और रशदा विलियम्स सूची में अपनी जगह नहीं बना सकीं। पुरुष खिलाड़ियों में शाई होप, शमार जोसेफ, ब्रैंडन किंग, अल्जारी जोसेफ, गुडाकेश मोती और जेडन सील्स को रिटेन किया गया है। वहीं महिलाओं की लिस्ट में हेली मैथ्यूज, स्टेफनी टेलर, डिएंड्रा डॉटिन और शेमाइन कैंपबेल शामिल हैं। इसके अलावा, 15 पुरुष और 14 महिला खिलाड़ियों को एकेडमी अनुबंध दिए गए हैं। वेस्टइंडीज पुरुष अनुबंध 2025-26 : सीनियर पुरुष : एलिक अथानाजे, कीसी कार्टी, रोस्टन चेज, जस्टिन ग्रीव्स, शाई होप, अकील होसेन, अल्जारी जोसेफ, शमर जोसेफ, ब्रैंडन किंग, गुडाकेश मोती, रोवमैन पॉवेल, शेरफेन रदरफोर्ड, जेडन सील्स, रोमारियो शेफर्ड, जोमेल वारिकन। स्टार्टर अनुबंध : ज्वेल एंड्रयू, जेदिया ब्लेड्स, जोहान लेयने। पुरुष एकेडमी : ऐकीम अगस्टे, रयान बंदू, जेडीया ब्लेड्स, रिवाल्डो क्लार्क, मावेंद्र डिंडयाल, जियोवोंटे डेपेइजा, नाथन एडवर्ड, डेमल एवलिन, अमारी गुडरिज, मबेकी जोसेफ, जोहान लेने, जिशान मोटारा, केल्विन पिटमैन, रेनिको स्मिथ, कार्लोन टकेट। वेस्टइंडीज महिला अनुबंध 2025-26 : सीनियर महिला : आलियाह अलीन, शेमाइन कैंपबेल, डिएंड्रा डॉटिन, अफी फ्लेचर, जानिलिया ग्लासगो, शॉनिशा हेक्टर, चिनेले हेनरी, जैदा जेम्स, किआना जोसेफ, हेली मैथ्यूज, अश्मिनी मुनिसर, स्टेफनी टेलर, करिश्मा रामह्रैक। स्टार्टर अनुबंध : जहजारा क्लैक्सटन, रीलेना ग्रिमोंड। महिला एकेडमी : अबीगैल ब्राइस, असाबी कॉलेंडर, नैजानी कंबरबैच, शबिका गजनबी, ब्रायना हरीचरन, त्रिशन होल्डर, जेनाबा जोसेफ, निया लिचमैन, समारा रामनाथ, अमृता रामटहल, सेलेना रॉस, शुनेले सॉह, स्टेफी सोग्रीम, केट विल्मोट।  

तमीम इकबाल ने बीसीबी चुनावों से नामांकन लिया वापस

ढाका बंगलादेश के पूर्व कप्तान तमीम इकबाल ने छह अक्टूबर को होने वाले बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के चुनाव से अपनी बुधवार को उम्मीदवारी वापस ले ली है। बाए हाथ के इस सलामी बल्लेबाज ने आज औपचारिक रूप से अपना नामांकन पत्र वापस लेने के लिए बीसीबी मुख्यालय का दौरा किया। बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आप जानते हैं कि आज हमने अपना नामांकन वापस ले लिया है। मुझे मिलाकर हममें से लगभग 14-15 लोगों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इस वापसी का कारण सभी को पता है मुझे नहीं लगता कि आपको कोई विवरण या स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता है।” तमीम ने शुरुआत में बीसीबी चुनाव में निदेशक पद के लिए चुनाव लड़ने में रुचि दिखाई थी, लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपना मन बदल लिया। नामांकन दाखिल करने के बाद, उन्होंने खुले तौर पर इस प्रक्रिया में सरकारी हस्तक्षेप का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैं शुरू से ही एक बात कहता रहा हूं और अब आप सभी इस बारे में स्पष्ट हैं… यह चुनाव किस दिशा में जा रहा है या इसे कैसे संचालित किया जा रहा है। जो भी किसी भी समय सही लगता है, जो भी वे करना चाहते हैं, किया जा रहा है। वास्तव में चुनाव नहीं है और यह किसी भी तरह से क्रिकेट के अनुकूल नहीं है। मुझे यकीन है कि जब चुनाव आयोग आज नाम वापस लेने वालों की सूची देगा, तो आप उनके नाम देखकर समझ जाएंगे कि वे सभी अपने आप में बड़े नाम हैं, और उनका वोट बैंक भी बहुत मजबूत है। यह हमारा विरोध करने का तरीका है कि हम इस गंदगी का हिस्सा नहीं बन सकते।” उन्होंने कहा, “मैं यह भी कहना चाहूंगा, मुझे नहीं पता कि कितने लोग इसे स्वीकार करेंगे, लेकिन आज और भी कई लोग पीछे हट जाते। उन्हें रोकने के लिए तरह-तरह से समझाया या दबाव डाला गया है। लेकिन उनके अलावा, आज कई लोग पीछे हट जाते। फिर भी अगर आज 15 लोगों ने ऐसा किया है, अगर मैं सही हूं, तो यह एक बड़ी संख्या है। लगभग पचास प्रतिशत लोग पीछे हट गए हैं। मैं इस बारे में आपसे बाद में विस्तार से बात करुंगा।”  

अभिषेक शर्मा की ऐतिहासिक छलांग, पाक खिलाड़ी ने छीना हार्दिक से नंबर-1 का ताज

नई दिल्ली  अभिषेक शर्मा करियर के उस मुकाम पर पहुंच चुके हैं, जहां इससे पहले दुनिया का कोई दूसरा क्रिकेटर नहीं पहुंच पाया था.इंडियन क्रिकेट के नए पोस्टर बॉय अभिषेक शर्मा ने ICC मेंस टी20I बैटर्स रैकिंग में 931 अंक हासिल कर लिए हैं. इसी के साथ रैंकिंग में उनकी बादशाहत भी जारी है. T20I इतिहास की सर्वकालिक बेस्ट रेटिंग यह किसी भी टी20I बल्लेबाज द्वारा हासिल की गई पिछली सर्वश्रेष्ठ रेटिंग से ज्यादा है. इससे पहले इंग्लैंड के विस्फोटक ओपनर डाविड मलान साल 2020 में 919 रेटिंग पॉइंट तक पहुंचे थे. क्रिकेट के मैदान पर रोज नए रिकॉर्ड बना रहे अभिषेक के लिए ये एक अद्भुत उपलब्धि है.अभिषेक ने बड़ा इतिहास रच डाला है। वह आईसीसी टी20 रैंकिंग में सबसे ज्यादा रेटिंग पॉइंट्स हासिल करने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उनके खाते में फिलहाल 931 अंक हैं। 25 वर्षीय ओपनर ने इंग्लैंड के डेविड मलान का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा है। मलान 919 अंकों तक पहुंचे थे। अभिषेक का एशिया कप में जमकर बल्ला चला। उन्होंने 7 मैचों में सर्वाधिक 314 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टू्र्नामेंट रहे। भारत ने फाइनल में पाकिस्तान पर पांच विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की थी। श्रीलंका के खिलाफ पारी के बाद कमाल एशिया कप 2025 के सात मैच में 314 रन बनाकर अभिषेक शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया था. टूर्नामेंट में लगातार तीन अर्धशतक बनाने वाले इस खब्बू बल्लेबाज ने क्रमश: 30, 31, 38, 74, 75, 61 और 5 का स्कोर बनाया था. अभिषेक ने श्रीलंका के खिलाफ 61 रन की पारी खेलकर यह उपलब्धि हासिल की और टूर्नामेंट के अंत में 926 अंकों के साथ एक पड़ाव का अंत किया. दूसरे नंबर पर मौजूद फिल साल्ट काफी पीछे दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज अभिषेक के बाद दूसरे नंबर पर मौजूद इंग्लैंड के फिल साल्ट 82 अंक पीछे हैं. उन्होंने इसी सप्ताह बांग्लादेश के खिलाफ मैच विजयी 75 रन की पारी भी खेली, जिससे उनका दबदबा कायम रहा. आईसीसी रैंकिंग में तिलक वर्मा कहां? इस बीच तिलक वर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ 49 और पाकिस्तान के खिलाफ 69 रन की नाबाद पारियों के बाद 28 अंक हासिल किए, लेकिन रैंकिंग में तीसरे स्थान पर बने हुए हैं. गेंदबाजों में भारत के कुलदीप यादव फाइनल में चार विकेट लेने के बाद नौ पायदान ऊपर चढ़कर 12वें स्थान पर पहुंच गए, जबकि भारत के जसप्रीत बुमराह 12 पायदान ऊपर चढ़कर 29वें स्थान पर पहुंच गए.

टीम इंडिया बनाम वेस्ट इंडीज: बुमराह बाहर, गिल ने प्लेइंग 11 पर किया बड़ा खुलासा

नई दिल्ली  एशिया कप फाइनल के 3 दिन बाद ही टीम इंडिया को वेस्टइंडीज के साथ टेस्ट मैच खेलना है. ये मुकाबला गुरुवार यानी 2 अक्तूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. लेकिन इस मैच से पहले सबसे बड़ा सवाल प्लेइंग इलेवन को लेकर है. जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी बीच, भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की भूमिका को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है.  बुमराह को टीम में शामिल किया गया है, लेकिन एशिया कप 2025 की जीत के तुरंत बाद टेस्ट क्रिकेट में उनकी सीधी वापसी पर सवाल उठ रहे हैं. प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल से बुमराह के उपयोग पर सवाल किया गया. यह सीरीज़ भारत के लिए नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की पहली घरेलू सीरीज़ है और पिछले साल न्यूज़ीलैंड से 3-0 की हार के बाद पहली टेस्ट सीरीज़ भी है. ऐसे में बुमराह की तेज़ी अहम मानी जा रही है. हालांकि गिल ने कहा कि बुमराह की भूमिका मैच दर मैच तय होगी.   बुमराह को लेकर क्या बोले गिल गिल ने कहा, 'हम मैच के हिसाब से फैसला करेंगे कि खेल कितनी लंबी चलती है और गेंदबाज़ कितने ओवर फेंकता है. कुछ भी पहले से तय नहीं है. एशिया कप में बुमराह सात में से पांच मैच खेले थे और कुल सात विकेट लिए थे. उन्होंने पावरप्ले में नियमित रूप से तीन ओवर फेंके और अपनी फिटनेस साबित की. भारत के असिस्टेंट कोच रायन टेन डोशेट ने भी कहा था कि एशिया कप ने बुमराह को टेस्ट के लिए अच्छी तैयारी दी है.' रायन ने कहा, 'उन्होंने टूर्नामेंट में लगभग 25-26 ओवर फेंके, जो टेस्ट से पहले workload management के लिहाज़ से सही है.' इंग्लैंड के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज़ में बुमराह सिर्फ तीन टेस्ट खेले थे और रोटेशन नीति की काफी आलोचना हुई थी. इस बार मैनेजमेंट का रुख बदला हुआ लगता है, हालांकि बुमराह को पहले टेस्ट से पहले वार्म-अप मैच से आराम दिया गया.   वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के लिहाज से अहम है सीरीज वेस्टइंडीज़ इस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया से 3-0 की हार के बाद उतर रही है. दूसरी ओर भारत इंग्लैंड के खिलाफ 2-2 ड्रॉ से उभरा है और घरेलू मैदान पर क्लीन स्वीप कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप अंक जुटाने पर ध्यान देगा. ऐसे में बुमराह की उपलब्धता और प्रदर्शन बेहद अहम होंगे. भारत के पास बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और नितीश कुमार रेड्डी जैसे पेस विकल्प भी मौजूद हैं.

संघर्ष से शिखर तक: रिंकू हुड्डा का स्वर्ण पदक, अब पैरालंपिक में गोल्ड की तैयारी

रोहतक मैं पिछली बार वल्र्ड पैरा एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने से चूक गया था, इसलिए जब मैं मैदान पर उतरा तो थोड़ा नवर्स था क्योंकि यहां मुकाबला आसान नहीं था, लेकिन आज सब चीजें मेरे अनुरूप हुईं और यही वजह है कि मैं पहली बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा। यह कहना है भारत के 25 वर्षीय भालाफेंक एथलीट रिंकू हुड्डा का, जिन्होंने सोमवार को यहां वल्र्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। रिंकू हुड्डा भी अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हैं और उन्होंने कहा कि अब उनका लक्ष्य 2028 पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है। रिंकू ने पुरुषों की भालाफेंक एफ-46 स्पर्धा में 66.37 मीटर के साथ चैंपियन बनें। वहीं, उनके हमवतन खिलाड़ी सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.76 मीटर के साथ रजत पदक जीता।  विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए रोहतक के रिंकू हुड्डा ने स्वर्ण पदक जीत जिले का नाम रोशन किया है। यह प्रतियोगिता दिल्ली में आयोजित की जा रही है। रिंकू के बड़े भाई अनुज ने बताया कि वर्ष 2003 में रिंकू खेत में काम करने के बाद वहीं सो गया था। इस दौरान धान से भूसा अलग करने वाला पंखा उनके बाएं हाथ पर गिर गया। पंखे की पंखुड़ियों में हाथ फंसकर शरीर से अलग हो गया। इसके बाद उसे पैरा खोलों के के बारे में जानकारी दी गई। फिर वर्ष 2013 में रिंकू पैरा खेलों से जुड़ा। हाथ गंवाने से पहले रिंकू क्रिकेट खेलता था। अनुज ने बताया कि वर्ष 2014 में पहली स्पर्धा राज्यस्तर पर पंचकूला में खेली। वर्ष 2015 में गांधी नगर गुजरात में हुए राष्ट्रीय खेलों में कांस्य पदक जीता। 16 वर्ष की आयु में पहला 2016 के पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया और पांचवां स्थान हासिल किया। रिंकू की इस संघर्ष यात्रा में परिवार का सहयोग रहा। रिंकू जिले के धामड़ गांव का निवासी हैं। यह हैं रिंकू हुड्डा की उपलब्धियां रिंकू ने वर्ष 2019 नेशनल पैरा गेम्स में स्वर्ण पदक जीता व वर्ल्ड चैंपियनशिप दुबई में चौथा स्थान हासिल किया। वर्ष 2020, 2021, 2022 व 2023 में नेशनल पैरा गेम्स में स्वर्ण पदक जीते। 2023 एशियन पैरा गेम्स में रजत पदक और वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।  सपना सच होने जैसा रिंकू ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, यह भारत में मेरी पहली प्रतियोगिता है। मैदान पर मुझे अच्छा लग रहा था और विश्व चैंपियनशिप रेकॉर्ड के साथ गोल्ड जीतना एक सपने का सच होने जैसा है। आज मेरा दिन था, इसलिए सब कुछ मेरे पक्ष में था। मैंने जो किया वह मेरे लिए एक नया अनुभव था। मेरी कोशिश अब अपने प्रदर्शन को और ज्यादा बेहतर करने पर है।  बचपन में बांया हाथ गंवाया हरियाणा के रोहतक के बाहरी इलाके में स्थित धमार गांव के एक किसान परिवार में जन्मे रिंकू का बायां हाथ खेत में खेलते समय धान बोने वाली मशीन में फंस गया था। हालांकि उन्हें इस घटना के बारे में याद नहीं है क्योंकि उस समय उनकी उम्र बहुत कम थी लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें आठ साल की उम्र में इसके बारे में बताया था। स्पर्धा देखने वालों की लगी भीड़ रिंकू हुड्डा अपने गांव में काफी लोकप्रिय हैं और यही वजह है कि रोहतक से तीन घंटे का सफर करके उनके परिजन, दोस्त और बड़ी संख्या में गांव के लोग उनकी स्पर्धा देखने के लिए पहुंचे। रिंकू ने कहा, दर्शकदीर्घा में परिजन और दोस्तों की मौजूदगी से मेरी काफी हौसलाअफजाई हुई। अच्छी बात यह है कि मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सका। इस तरह बने एथलीट रिंकू के चाचा वजीर सिंह ने बताया कि आखिर रिंकू एथलीट कैसे बने। उन्होंने कहा, जब रिंकू हादसे का शिकार हुआ तो हम सभी बेहद दुखी थे। वो दुखी रहने लगा और खाली समय में घर के सामने झील में पत्थर फेंका करता था। मैंने देखा कि वो बहुत दूर तक पत्थर फेंक रहा है तो मुझे ख्याल आया कि क्यों नहीं इसे एथलेटिक्स में डाल दिया जाए। इसके बाद हमने इसे नौ साल की उम्र में रोहतक स्टेडियम में भेजा। यहां से रिंकू का एथलीट बनने का सफर शुरू हुआ।     2018 : एशियाई पैरा खेलों में कांस्य पदक जीता     2023 : वल्र्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत जीता     2023 : एशियाई पैरा खेलों में रजत पदक हासिल किया

हरमन ब्रिगेड का विजयी आगाज़, वर्ल्ड कप में श्रीलंका को दी करारी शिकस्त

गुवाहाटी  आईसीसी वुमेंस वनडे वर्ल्ड कप का आगाज हो गया है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मंगलवार को आईसीसी महिला विश्व कप के अपने पहले मुकाबले में श्रीलंका को डकवर्थ-लुईस-स्टरन (DLS) पद्धति के तहत 59 रनों से हराकर शानदार शुरुआत की.  दरअसल, दो बार बारिश के कारण मैच को 50 से घटाकर 47 ओवर का करना पड़ा था. डीएलएस द्वारा 271 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की टीम 45.4 ओवर में 211 रनों पर ऑल आउट हो गई, जिसमें दीप्ति ने 54 रन देकर 3 विकेट चटकाए. अमनजोत कौर (56 गेंदों पर 57 रन) और दीप्ति शर्मा (53 गेंदों पर 53 रन) की सातवें विकेट के लिए 103 रनों की शानदार साझेदारी ने भारत को मुश्किल स्थिति से उबारकर 47 ओवरों में 269/8 का मजबूत स्कोर खड़ा करने में मदद की. शुरुआत में लड़खड़ाई भारत की पारी पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही. श्रीलंका की स्पिनर इनोका राणावीरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 46 रन देकर चार विकेट चटकाए, जिसके चलते भारत 124/6 की मुश्किल स्थिति में पहुंच गया था. शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर जैसे बड़े नाम जल्दी पवेलियन लौट गए. लेकिन इसके बाद अमनजोत कौर और दीप्ति शर्मा ने पारी को संभाला. दोनों ने सतर्क और आक्रामक बल्लेबाजी का मिश्रण पेश करते हुए 103 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. अमनजोत ने अपनी 57 रनों की पारी में आक्रामकता दिखाई, जबकि दीप्ति ने संयम के साथ 53 रन बनाए. श्रीलंका 211 पर ढेर 271 रनों के डीएलएस लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत कप्तान चमारी अटापट्टू (43 रन) और निलाक्षिका सिल्वा (35 रन) ने संभाली, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. दीप्ति शर्मा ने झटके 3 विकेट दीप्ति शर्मा ने अपनी ऑफ-स्पिन से 3 विकेट झटके, जबकि स्नेह राणा (2/32) और श्री चरणी (2/37) ने भी दो-दो विकेट लेकर श्रीलंका की पारी को 45.4 ओवरों में 211 रनों पर समेट दिया. भारत की क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी में चुस्ती ने श्रीलंका को दबाव में रखा, जिसके चलते वे लक्ष्य से काफी पीछे रह गए. श्रीलंका प्लेइंग इलेवन : चमारी अटापट्टू (कप्तान), हासिनी परेरा, हर्षिता समरविक्रमा, विशमी गुणरत्ने, कवीशा दिलहारी, नीलाक्षिका सिल्वा, अनुष्का संजीवनी (विकेटकीपर), सुगंधिका कुमारी, अचिनी कुलसुरिया, उदेशिका प्रबोधनी, इनोका राणावीरा. भारत प्लेइंग इलेवन: स्मृति मंधाना, प्रतीका रावल, हरलीन देओल, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष (विकेटकीपर), दीप्ति शर्मा, अमनजोत कौर, स्नेह राणा, क्रांति गौड़, श्री चरणी. बता दें कि इस वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया शानदार फॉर्म में है. टूर्नामेंट में कुल 28 मैच खेले जाने हैं. फाइनल मैच 2 नवंबर को होना है. भारतीय टीम अपनी पहली ट्रॉफी की तलाश में है. अबतक दो बार भारत वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंची है, लेकिन उसे दोनों ही बार हार का सामना करना पड़ा है. लेकिन इस बार भारत ट्रॉफी की प्रबल दावेदार मानी जा रही है. भारत का अगला मैच 5 अक्टूबर को पाकिस्तान के साथ होना है.

क्रिकेट का रोमांच: ऑस्ट्रेलिया की न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत की लगन जारी

इंदौर लगातार पंद्रह हार का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड की महिलाओं पर भारी पड़ रहा है क्योंकि वे कल यहां होलकर स्टेडियम में आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के दूसरे मैच में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया महिलाओं से भिड़ने के लिए तैयार हैं। व्हाइट फर्न्स की अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ आखिरी वनडे जीत फरवरी 2017 में आई थी, और तब से ऑस्ट्रेलिया अडिग है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस विश्व कप में शानदार फॉर्म और आत्मविश्वास के साथ उतर रही है, जिसने भारत में 2-1 से सीरीज जीत ली है। उनका शीर्ष क्रम अपने आप में एक मिसाल है: एलिसा हीली कप्तान और विकेटकीपर के रूप में अपना दबदबा कायम रखती हैं, बेथ मूनी भारत के खिलाफ तीन पारियों में 233 रन बनाकर मजबूत स्थिति में हैं, एलिस पेरी बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जबकि जॉर्जिया वोल और फोएबे लिचफील्ड युवा जोश से भरपूर हैं। एश्ले गार्डनर और ताहलिया मैक्ग्रा मध्यक्रम में ताकत प्रदान करती हैं, जिनमें किसी भी आक्रमण को अस्थिर करने के लिए पर्याप्त गहराई है। गेंदबाजी में, मेगन शट्ट और किम गार्थ एक शक्तिशाली नई गेंद की जोड़ी बनाती हैं, जिसे अलाना किंग की लेग-स्पिन, वेयरहैम की विविधताओं और मैक्ग्रा की तेज गेंदबाजी का समर्थन प्राप्त है। गार्डनर एक और विकल्प जोड़ती हैं, जिससे ऑस्ट्रेलिया को उनकी बल्लेबाजी क्षमता के अनुरूप एक संतुलित शस्त्रागार मिलता है। न्यूजीलैंड की टीम श्रीलंका की महिलाओं को घरेलू मैदान पर 2-0 से हराने के बाद शांत आशावाद के साथ उतरी है। अनुभवी सूजी बेट्स, कप्तान सोफी डिवाइन और बहुमुखी अमेलिया केर उनकी बल्लेबाजी की धुरी हैं, जबकि जॉर्जिया प्लिमर और ब्रुक हॉलिडे मजबूती प्रदान करती हैं। फॉर्म में चल रही विकेटकीपर इसाबेला गेज, जिन्होंने अभ्यास मैच में शतक लगाया था, महत्वपूर्ण अंतर पैदा करने वाली साबित हो सकती हैं। ऑस्ट्रेलिया के दबदबे को रोकने के लिए उन्हें प्रेरणा की जरूरत होगी। होलकर स्टेडियम की परिस्थितियाँ ज़्यादा राहत नहीं देतीं: सिर्फ़ 56 मीटर वर्ग की बाउंड्री, तेज आउटफ़ील्ड और स्ट्रोक खेलने को बढ़ावा देने वाली पिच। पार स्कोर 280-300 के आसपास रहता है, और टॉस जीतने वाले कप्तान से पहले बल्लेबाजी करने की उम्मीद की जाती है ताकि दूधिया रोशनी में स्कोरबोर्ड पर दबाव बनाया जा सके। मौसम के पूर्वानुमान ज़्यादातर बादल और उमस भरे मौसम का संकेत देते हैं, और बारिश के खेल में बाधा डालने की बहुत कम संभावना है। कागज़ों पर, ऑस्ट्रेलिया की जीत की संभावना 87 प्रतिशत है, जबकि न्यूजीलैंड की 13 प्रतिशत। ये आँकड़े हाल के आमने-सामने के मुकाबलों में भारी अंतर को दर्शाते हैं। फिर भी, विश्व कप उलटफेरों पर आधारित होते हैं, और व्हाइट फर्न्स उस कहानी को फिर से लिखने की उम्मीद में मैदान पर उतरेंगे जो लंबे समय से एकतरफ़ा रही है। फिर भी, संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड पर लगातार 16वीं जीत के साथ अपनी पकड़ मजबूत कर लेगा—एक ऐसा सिलसिला जो उनके वर्चस्व का पैमाना और एक ऐसा बोझ बन गया है जिससे उनके प्रतिद्वंद्वी नहीं उबर पाएँगे।  

ACC AGM में हंगामा: एशिया कप ट्रॉफी कहां रखी गई, BCCI और मोहसिन नकवी की बयानबाज़ी

दुबई  भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भारत को एशिया कप 2025 की विजेता ट्रॉफी प्रदान न किए जाने पर ‘कड़ा ऐतराज’ जताया, लेकिन एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी अपने रुख पर बरकरार हैं। भारत को रविवार को ट्रॉफी नहीं दी गई थी क्योंकि भारतीय टीम ने पाकिस्तान सरकार में मंत्री और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। इस एजीएम में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने किया। एशिया कप की ट्रॉफी दुबई स्थित एसीसी के कार्यालय में ही रखी हुई है और यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि इसे विजेता टीम के पास कब तक पहुंचाया जाएगा।   ‘नकवी अब भी ट्रॉफी देने पर सहमत नहीं’ एसीसी के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘ट्रॉफी न सौंपे जाने और मैच के बाद पुरस्कार समारोह के दौरान एसीसी अध्यक्ष (नकवी) द्वारा किए गए कारनामों पर भारत ने आज की बैठक में कड़ा ऐतराज जताया।’’ सूत्र ने आगे कहा, ‘‘शुक्ला ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रॉफी विजेता टीम को सौंपी जानी चाहिए। यह एसीसी की ट्रॉफी है और किसी एक व्यक्ति की नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि नकवी हालांकि अब भी ट्रॉफी देने पर सहमत नहीं हुए हैं। सूत्र कहा, ‘‘शुक्ला और शेलार ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रॉफी विजेता टीम को सौंप दी जानी चाहिए। यह एसीसी की ट्रॉफी है और किसी एक व्यक्ति की नहीं है। नकवी ने इससे मना नहीं किया, लेकिन वह जिम्मेदारी टाल रहे थे।’’ ‘नकवी को करनी पड़ी भारत की तारीफ’ उन्होंने कहा, ‘‘नकवी इस बात पर अड़े रहे कि इस मामले पर एजीएम में चर्चा नहीं होनी चाहिए और इसे किसी और समय अलग से उठाया जाना चाहिए। बैठक का एकमात्र एजेंडा उपाध्यक्ष का चुनाव करना था, लेकिन उसे भी टाल दिया गया।’’ यह पता चला है कि नकवी ने एशिया कप जीतने के लिए बीसीसीआई सदस्यों को बधाई नहीं दी लेकिन शेलार द्वारा जोर दिए जाने पर उन्हें सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व वाली अजेय टीम की औपचारिक रूप से प्रशंसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। सूत्र ने कहा, ‘‘जब बैठक शुरू हुई, तो अध्यक्ष (नकवी) ने अपनी संक्षिप्त शुरुआती टिप्पणी में वेस्टइंडीज के खिलाफ नेपाल को जीतने और एसीसी सदस्य बनने के लिए मंगोलिया को बधाई देकर अपनी बात समाप्त कर दी।’’ BCCI इस मामले को ICC के पास ले जाएगा उन्होंने कहा, ‘‘तभी शेलार ने यह सवाल उठाया कि ‘आप एशिया कप खिताब के लिए भारत को बधाई क्यों नहीं दे रहे हैं?’ उन्होंने नकवी को बधाई देने के लिए मजबूर किया और पीसीबी प्रमुख सहमत हुए और विधिवत बधाई दी।’’ बीसीसीआई अब इस मामले को आईसीसी के पास ले जाएगा, जिसकी बैठक नवंबर में होनी है। सूत्र ने कहा, ‘‘शुक्ला और शेलार ने तर्क दिया कि एसीसी को ट्रॉफी कार्यालय में रखनी चाहिए और बीसीसीआई उसे वहां से एकत्र करवा लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम वैध विजेता के रूप में ट्रॉफी चाहते हैं।' नकवी इसके लिए मना नहीं कर रहे थे, लेकिन साथ ही जिम्मेदारी भी टाल रहे थे।’’ 'कार्टून जैसा महसूस कर रहे थे नकवी' सूत्र ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट कर दिया गया था कि बीसीसीआई आईसीसी से शिकायत करेगा और शेलार संक्षेप में बैठक छोड़कर चले गए।’’ सूत्र ने यह भी बताया कि नकवी ने कहा कि वह विजयी भारतीय टीम का मंच पर इंतजार करते समय ‘एक कार्टून जैसा’ महसूस कर रहे थे और शर्मिंदा थे। दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ तीन बार खेला और फाइनल सहित हर बार भारत जीता। इस आयोजन के दौरान भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ ‘हाथ न मिलाने की नीति’ अपनाई, जिससे पीसीबी नाराज हो गया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच शत्रुता चरम पर है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 भारतीय पर्यटकों को गोली मार दी थी। भारत ने इसके बाद सीमा पार आतंकी ढांचों को नष्ट करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य कार्रवाई शुरू की थी।