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सुहागरात पर उठाया अनोखा कदम, दुल्हन ने पति के साथ बिस्तर साझा करने से किया इनकार

किशनगढ़ अजमेर जिले के किशनगढ़ में हुई एक शादी इन दिनों हर ओर चर्चा का विषय बनी हुई है. मंडप में गूंजते ढोल-नगाड़े, मेहमानों की चहकती हंसी और दुल्हन की सजी-धजी एंट्री. सब कुछ बिल्कुल आम लग रहा था. लेकिन जैसे ही पहली रात आई, दुल्हन ने पति के साथ एक ही बिस्तर पर सोने से साफ इंकार कर दिया. कहने लगी हमारे यहां परंपरा है, इसके बाद वह बोली सास के गहने भी पहना दो,. इसके बाद रात में जब सच सामने आया तो सबके होश उड़ गए. नई नवेली दुल्हन गहनों और नकदी के साथ आधी रात को घर से रफूचक्कर हो चुकी थी. सात फेरे, रौनक और नई उम्मीदें राकेश नाम के युवक की शादी जयपुर में धूमधाम से कराई गई थी. परंपरागत रस्मों के बीच दुल्हन आगरा से आई और पूरे रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लेकर दूल्हे के साथ किशनगढ़ पहुंची. मां ने बहू का स्वागत किया, सोने के गहनों से सजाया और परिवार के लोग खुशी से झूम उठे. सबको लग रहा था कि अब घर में नई रौनक छा जाएगी. सुहागरात का अनोखा बहाना शादी के बाद दूल्हा जब अपने कमरे में पहुंचा तो उसने सोचा कि अब नए रिश्ते की शुरुआत होगी. लेकिन दुल्हन ने अचानक कहा हम आज एक साथ नहीं सो सकते, हमारे रीति-रिवाज में ऐसा नहीं होता. परिवार ने सोचा कि हो सकता है किसी परंपरा की बात हो, इसलिए किसी ने ज्यादा जोर नहीं दिया. मगर दुल्हन का यह बहाना दरअसल एक बड़े खेल की शुरुआती चाल थी. रात के अंधेरे में गायब करीब तीन बजे जब दूल्हा पानी पीने के लिए उठा तो उसे कुछ अजीब लगा. कमरे का दरवाजा आधा खुला था और अलमारी अस्त-व्यस्त. जैसे ही उसने गौर से देखा, समझ आया कि दुल्हन गायब है. केवल वही नहीं, अलमारी से सोने के जेवर और नकदी भी साफ हो चुके थे. पूरे घर में हड़कंप मच गया. रिश्तेदार और पड़ोसी इकट्ठा हो गए, लेकिन दुल्हन का कोई सुराग नहीं मिला. 2 लाख का सौदा और दलाल का खेल पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह रिश्ता जितेंद्र नाम के एक दलाल ने पक्का कराया था. आगरा की इस युवती के लिए दलाल ने पूरे दो लाख रुपये लिए थे. परिवार को विश्वास दिलाया गया था कि लड़की अच्छे घराने से है और यह रिश्ता बिल्कुल सही है. शादी जयपुर में परंपरागत तरीके से हुई और सबकुछ सामान्य लगा. किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह शादी ठगी का हिस्सा है. शिकायत और पुलिस जांच घटना के बाद पीड़ित युवक राकेश और उसके परिवार ने मदनगंज थाना पहुंचकर पूरी कहानी सुनाई. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार चल रहे दलाल जितेंद्र व युवती की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक यह गैंगबाज़ी का हिस्सा हो सकता है, जहां शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं. हर ओर इसी शादी की चर्चा किशनगढ़ और आसपास के इलाकों में यह मामला अब चर्चा का केंद्र बना हुआ है. लोग हैरान हैं कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते को किस तरह से अपराधियों ने ठगी का जरिया बना लिया. मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पीड़ित परिवार सीधा-सादा है और दलाल पर अंधा विश्वास कर बैठा. यही उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई. बढ़ती घटनाएं और ठगी का पैटर्न राजस्थान में यह कोई पहली घटना नहीं है. पिछले कुछ वर्षों में शादी के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसमें एक संगठित गिरोह शामिल होता है दलाल रिश्ता तय करता है, लड़की दुल्हन बनकर शादी करती है और फिर पहली रात या कुछ दिनों के भीतर गहने-नकदी लेकर फरार हो जाती है. कुछ दिन बाद वही लड़की किसी दूसरे शहर या इलाके में नई पहचान के साथ फिर से यही खेल खेलती है. परिवार का दर्द दूल्हा राकेश और उसका परिवार सदमे में है. मां, जिसने अपनी नई बहू को सोने के गहनों से सजाया था, अब हर पल उस पल को कोस रही है. रिश्तेदारों के बीच यह मामला चर्चा का विषय है और हर कोई परिवार को ढांढस बंधा रहा है. लेकिन भीतर से पूरा घर टूटा हुआ है. पुलिस की चुनौती मामला दर्ज हो चुका है लेकिन पुलिस के लिए यह आसान नहीं है. दुल्हन और दलाल दोनों फरार हैं और इस तरह के गिरोह पहचान बदलने में माहिर होते हैं. हालांकि पुलिस का दावा है कि उनके पास कुछ पुख्ता सुराग हैं और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.

गहलोत सरकार में बड़ा बदलाव, जल्द शामिल होंगे 6 नए मंत्री

जयपुर  राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह कदम सीधे तौर पर आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों से जुड़ा है। भाजपा चाहती है कि ये चुनाव उसकी महत्वाकांक्षी योजना “वन स्टेट, वन इलेक्शन” के तहत कराए जाएं, ताकि पूरे राज्य में एक ही बार में शक्ति प्रदर्शन हो सके। राजस्थान में कुल 30 मंत्री पदों की मंजूरी है, लेकिन फिलहाल केवल 24 मंत्री हैं। ऐसे में 6 पद खाली पड़े हैं और इन्हीं पर हर गुट की नज़र टिकी हुई है। वर्तमान में परिषद में 12 कैबिनेट मंत्री, 9 राज्यमंत्री, 2 उपमुख्यमंत्री और खुद मुख्यमंत्री शामिल हैं। साफ है कि इन 6 कुर्सियों पर तगड़ा दांव-पेच चलेगा। भाजपा का मकसद सिर्फ मंत्रियों की संख्या बढ़ाना नहीं, बल्कि उन समुदायों को साधना है जो अब तक उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। खासकर गुर्जर और मेघवाल समाज को प्रतिनिधित्व देने की मांग लगातार उठ रही है। इसी कड़ी में राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेदम (गुर्जर) और मंजू बाघमार (मेघवाल) का प्रमोशन लगभग तय माना जा रहा है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दो से तीन जूनियर मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार भी मिल सकता है। भाजपा के भीतर सत्ता समीकरण सिर्फ मुख्यमंत्री तक सीमित नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव जैसे बड़े नाम भी अपने-अपने समर्थकों को जगह दिलाने के लिए जोर-आजमाइश कर रहे हैं। कटारिया के करीबी फूल सिंह मीणा और ताराचंद जैन को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। राजस्थान की सियासत में धर्म और अध्यात्म का भी खासा दखल है। भाजपा के पास विधानसभा में चार संत विधायक हैं। इनमें से ओटा राम देवासी पहले ही मंत्री हैं। अब टीजारा विधायक बाबा बालकनाथ का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। बताया जा रहा है कि गोरखनाथ पीठ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद उनके पक्ष में संकेत दिए हैं। पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती शेखावाटी, पूर्वी राजस्थान और आदिवासी क्षेत्र बने हुए हैं। इन इलाकों में भाजपा को विधानसभा और लोकसभा, दोनों चुनावों में झटका लगा था। यही वजह है कि मंत्रिमंडल विस्तार में इन क्षेत्रों से नए चेहरे लाने या मौजूदा जूनियर मंत्रियों को मजबूत भूमिका देने की तैयारी है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ अपनी टीम बनाएंगे। माना जा रहा है कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को संगठन में भेजा जाएगा, ताकि पार्टी ढांचा भी मजबूत हो और चुनावी रणनीति भी सटीक बने। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, “ये चुनाव ही सरकार के पूरे कार्यकाल में होने वाले बड़े स्थानीय चुनाव होंगे। इनके नतीजे सीधे तौर पर भजनलाल शर्मा सरकार की लोकप्रियता का पैमाना तय करेंगे। ऐसे में भाजपा किसी भी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं है।  

राहुल को धमकी पर गहलोत का वार – BJP पर नफरत फैलाने का आरोप

जयपुर  राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता की उस कथित धमकी की सोमवार को निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को गोली मार दी जाएगी। गहलोत ने इसे सत्तारूढ़ पार्टी की मानसिकता का खतरनाक प्रतिबिंब बताया। गहलोत ने वीडियो बयान में कहा, "पूरा देश जानता है कि इस देश में महात्मा गांधी व इंदिरा गांधी को किस प्रकार गोली मारी गई थी। वे देश को एक व अखंड रखने का संकल्प किए हुए थे। आज भाजपा के एक प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर टिप्पणी की है कि इनकी छाती में गोली मार देंगे।” गहलोत ने इस मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की चुप्पी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "अगर एक प्रवक्ता टीवी पर प्रसारित चर्चा में खुलेआम यह कह सकता है और पार्टी अध्यक्ष कोई प्रतिक्रिया नहीं देते, तो यह गंभीर सवाल खड़े करता है। देश को चिंतित होना चाहिए।" कांग्रेस नेता ने कहा, “ये हम बार बार कहते हैं कि इससे भाजपा की नफरत की राजनीति उजागर हुई है।” उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी की सार्वजनिक यात्रा की जानकारी मीडिया में साझा किए जाने के सुरक्षा निहितार्थों पर भी सवाल उठाया। गहलोत ने पूछा, "जब राहुल गांधी देश-विदेश की यात्रा करते हैं, तो उनकी लोकेशन भी सार्वजनिक कर दी जाती है। क्या यह सुरक्षा का उल्लंघन नहीं है?" भाजपा पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष से देश से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी महंगाई, बेरोजगारी और वोट चोरी की बात करते हैं। वह इसे देशभर में मुद्दा बना रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहिए कि यह मामला उनके संज्ञान में आ गया है और दोषियों को पार्टी से निकाला जाएगा और गृह मंत्रालय ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।" उन्होंने कहा, "मैं इस पूरी घटना की निंदा करता हूं। जिस प्रकार की सोच रखने वाले लोग आज सत्ता में बैठे हुए हैं इनका लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है। विश्वास होता तो शायद ऐसी स्थिति नहीं होती। पूरा देश देख रहा है, समय आने पर जवाब देगा।" पुलिस ने भाजपा नेता प्रिंटू महादेवन के खिलाफ टेलीविजन पर चर्चा के दौरान उनकी कथित टिप्पणी के लिए सोमवार को मामला दर्ज किया। उन्होंने कथित रूप से था कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गोली मार दी जाएगी। केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के सचिव श्रीकुमार सी.सी. की शिकायत के आधार पर पेरामंगलम पुलिस ने यह मामला दर्ज किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पूर्व नेता महादेवन ने 26 सितंबर को एक मलयालम समाचार चैनल पर चर्चा के दौरान बांग्लादेश और नेपाल में विरोध प्रदर्शनों पर चर्चा करते हुए यह टिप्पणी की। 

भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सेवा पखवाड़ा, आमजन के काम आसान

जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता और संकल्प के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश को प्रगति की ऊंचाईयों पर पहुंचाना हमारा मुख्य ध्येय है। उन्होंने कहा कि सांगानेर न केवल जयपुर का, बल्कि पूरे राजस्थान का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और सांस्कृतिक केंद्र है। हम सांगानेर को विकास के पायदान पर आगे खड़ा रहने की प्राथमिकता से कार्य कर रहे है। जिससे विकसित राजस्थान के संकल्प में यह क्षेत्र अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। शर्मा सोमवार को जयपुर में सांगानेर क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सांगानेर में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए है। राज्य सरकार द्वारा सांगानेर में बिजली के क्षेत्र में ही लगभग 100 करोड़ रुपये के कार्य किए गए। इस विधानसभा क्षेत्र में ‘यूनिटी मॉल‘, जयपुर मेट्रो, सांगानेर फ्लाईओवर से चौरड़िया पेट्रोल पंप तक एलीवेटेड रोड का निर्माण सहित विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे है, जिससे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। सांगानेर को मिली लगभग 700 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगात मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सांगानेर को लगभग 700 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगात मिलने जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत सांगानेर में विद्युत, सड़क, शिक्षा, नगरीय विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों के 529 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। साथ ही, आज सांगानेर स्टेडियम में करीब 171 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि आज लगभग 218 करोड़ से अधिक की लागत वाली गोपालपुरा बाईपास पर त्रिवेणी नगर आरओबी से गुर्जर की थड़ी के पास तक एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में हुए अभूतपूर्व कार्य शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी डबल इंजन की सरकार का लक्ष्य है कि राजस्थान देश का अग्रणी प्रदेश बने। प्रधानमंत्री नरेन्द्र के जन्मदिवस के अवसर पर सेवा पखवाड़ा आरम्भ हुआ है। सेवा पखवाड़े के तहत राज्य सरकार ने भी ग्रामीण एवं शहरी सेवा शिविरों की शुरूआत की है। इन शिविरों के माध्यम से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय का संकल्प साकार हो रहा है तथा जनोपयोगी कार्य प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। इन शिविरों से अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इन शिविरों में वे अधिक से अधिक लाभ उठाएं तथा अपने आस-पास के लोगों को इन शिविरों में लाभ उठानें के लिए प्रेरित करें। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में हमारी सरकार जनकल्याण को प्राथमिकता मानते हुए निरंतर निर्णय ले रही है। इसी कड़ी में आज सांगानेर में विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जीएसटी में किए गए बदलाव से आमजन को बड़ी राहत मिली है। हमारी डबल इंजन की सरकार प्रदेश को देश के अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए सामग्री वितरण एवं दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरित की। शर्मा ने एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले मुख्यमंत्री का आमजन ने जगह-जगह माला पहनाकर स्वागत-अभिनंदन किया। इस अवसर पर नगरीय एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा, सांसद घनश्याम तिवाड़ी, विधायक कैलाश वर्मा, जयपुर ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर, उपमहापौर पुनीत कर्णावट सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

कोटा रेल मंडल के यात्रियों के लिए त्योहारी स्पेशल ट्रेन, MP-महाराष्ट्र के रूट पर चलेगी

कोटा दिवाली और छठ पूजा सहित अन्य त्योहारों को देखते हुए अतिरिक्त यात्री भार को कम करने के लिए रेलवे की ओर से महत्वपूर्ण मार्गों पर स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। ऐसे में महाराष्ट्र और यूपी जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे प्रशासन ने दो और स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। ये विशेष ट्रेनें ज्यादा किराए पर चलाई जा रही हैं। ये दोनों ट्रेनें कोटा से गुजरेंगी, जिससे कोटा से महाराष्ट्र और दिल्ली सहित जयपुर जाने वाले यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। इसके पहले 5 विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा हो चुकी है, जिसमें यात्रियों को रेलवे की अधिकारिक वेबसाइट से टिकट मिल सकेंगे। बांद्रा-सांगानेर वीकली सुपर फास्ट एसी स्पेशल ट्रेन रेलवे की ओर से चलाई जा रही बांद्रा-सांगानेर विकली सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन 2 अक्तूबर से 28 नवंबर के बीच चलेगी। ट्रेन नंबर 09023 बांद्रा टर्मिनस से सांगानेर के बीच हर गुरुवार शाम 4ः45 बजे बांद्रा टर्मिनस से रवाना होगी, जो कि अगले दिन सुबह 8ः25 बजे कोटा और दोपहर 12ः30 बजे सांगानेर पहुंचेगी। इसी तरह ट्रेन नंबर 09024 सांगानेर से बांद्रा टर्मिनस के बीच हर शुक्रवार शाम 4ः50 बजे रवाना होकर रात 8ः10 पर कोटा और अगले दिन सुबह 11ः15 बजे बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी। ये ट्रेन आते और जाते समय बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड़, सूरत, भरूच, वडोदरा, रतलाम, नागदा, चैमहला, शामगढ़, भवानी मंडी, रामगंज मंडी, कोटा व सवाई माधोपुर स्टेशन रुकेगी। इसमें थर्ड एसी इकोनामी, थर्ड एसी, सेकेंड और फर्स्ट एसी के कोच लगाए गए। इंदौर-हजरत निजामुद्दीन वीकली सुपरफास्ट एसी स्पेशल ट्रेन ये ट्रेन 3 अक्तूबर से 1 दिसंबर तक चलाई जाएगी। ट्रेन नंबर 09309 इंदौर से हजरत निजामुद्दीन के लिए 3 अक्तूबर से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में दो बार शुक्रवार और रविवार को इंदौर से चलेगी। ट्रेन शाम 5ः00 बजे इंदौर से रवाना होकर रात 10ः35 बजे कोटा और अगले दिन सुबह 5ः00 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 09310 हजरत निजामुद्दीन से इंदौर के बीच 4 अक्तूबर से 1 दिसंबर के बीच हर सोमवार और शनिवार को चलेगी। ट्रेन निजामुद्दीन से सुबह 8ः20 बजे रवाना होगी। दोपहर 2ः35 बजे कोटा और रात 9ः00 बजे इंदौर पहुंचेगी। रास्ते में मथुरा, भरतपुर, गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर, कोटा, रामगंज मंडी, शामगढ़, नागदा, उज्जैन और देवास रुकेगी। इसमें केवल थर्ड और सेकंड एसी कोच रहेंगे।

500 करोड़ का साइबर स्कैम: बैंककर्मियों ने उजागर किया ग्राहकों के डेटा बेचने का जाल

जयपुर  जिले में चल रहे ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत अलवर पुलिस ने एक सनसनीखेज साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें बैंककर्मियों की सीधे तौर पर मिलीभगत सामने आई है। यह संगठित गिरोह सैकड़ों करंट/कॉर्पोरेट खातों (म्यूल अकाउंट्स) को ऊंचे कमीशन पर साइबर अपराधियों को बेच रहा था, जिससे 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया गया। एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि थाना वैशाली नगर की टीम ने अपनी कार्रवाई को तेज करते हुए इस मामले में 4 बैंक कर्मियों और 1 मास्टरमाइंड सहित 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की कुल संख्या 16 हो गई है। 500 करोड़ का संदिग्ध लेन-देन पुलिस जांच में पता चला है कि इन म्यूल अकाउंट्स में 500 करोड़ रुपये से अधिक के स्कैम फंड का लेन-देन हुआ है। इन खातों के खिलाफ अकेले एनसीआरपी पोर्टल पर 4,000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं। गिरफ्तार हुए 6 नए आरोपियों में मास्टरमाइंड वरूण पटवा (40) निवासी हिरणमगरी उदयपुर हाल गुरुग्राम, हरियाणा व सतीश कुमार जाट (35) निवासी उकलाना जिला हिसार हरियाणा है। चारों बैंककर्मी एक्सिस बैंक हिसार में कार्यरत है, जिनमे साहिल अग्रवाल (33) व गुलशन पंजाबी (33) निवासी नरवाल जिला जींद सेल्स मैनेजर, आसु शर्मा (23) निवासी खेड़ाचोपड़ा हिसार मर्चेंट इंक्वारी बिजनेस (MIB) और आंचल जाट (24) निवासी उकलाना हिसार सेल्स ऑफिसर है। कैसे काम करता था यह नेटवर्क बैंक कर्मी ग्राहकों को कमीशन देकर, फर्जी फर्मों के नाम, पते और टर्नओवर के आधार पर करंट अकाउंट खुलवाते थे। ये अकाउंट्स मास्टर माइंड और दलाल द्वारा व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप्स में साइबर ठगों को बेचे जाते थे। आरोपी बैंक से लिंक मोबाइल नंबर को दूसरे फोन में डालकर, APK फाइल इंस्टॉल करवाकर, ठगों को ओटीपी और इंटरनेट बैंकिंग का सीधा एक्सेस दे देते थे। इन खातों का उपयोग बेटिंग, गेमिंग फ्रॉड और क्रिप्टो एक्सचेंजों (जैसे Binance) के माध्यम से बड़ी मात्रा में ठगी की रकम निकालने के लिए किया जाता था। बड़ी मात्रा में बरामदगी पुलिस ने कार्रवाई के दौरान ₹2.51 लाख नकद जब्त किए हैं और लगभग ₹5 लाख की अपराध राशि 10 खातों में फ्रीज करवाई है। इसके अलावा 26 एटीएम कार्ड, 33 मोबाइल फोन, 34 सिम कार्ड, 12 चेक बुक, 06 बैंक पासबुक, 12 हस्ताक्षरयुक्त चेक, एक-एक आधार व पैन कार्ड, दो पहचान पत्र, तीन आरसी, मोहर, रसीद बुक और दो कारें भी जब्त की गई हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कांबले शरण गोपीनाथ के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम मामले की गहनता से जाँच कर रही है, ताकि इस पूरे रैकेट के सरगना और बचे हुए अन्य सदस्यों को पकड़ा जा सके। पूर्व में भी मामले में इस टीम द्वारा 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

छात्रसंघ चुनाव की उठाई मांग, जॉस्लिन नंदिता चौधरी ने महिलाओं को राजनीति में सक्रिय होने की दी अपील

जोधपुर जोधपुर में पहुंचीं दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र नेता जोस्लिन नंदिता चौधरी ने कहा कि महिलाओं को राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए क्योंकि यह निर्णय लेने की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण स्थान है। जॉस्लिन रविवार को जोधपुर पहुंचीं, जहां एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी चाहिए कि वे बच्चों को सपोर्ट करें, चाहे वे लड़के हों या लड़कियां। उन्होंने अपने चुनावी अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उन्हें लोगों का बहुत प्यार और समर्थन मिला, जिससे काफी कुछ सीखने को भी मिला। जॉस्लिन ने कहा, “यह पहली बार हुआ जब राजस्थान से दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में टिकट आई। इतनी दूर जाकर चुनाव लड़ने का अनुभव काफी प्रेरणादायक रहा। मैं ऐसे क्षेत्र से आती हूं, जहां वर्षा भी ठीक से नहीं होती, लेकिन वहां के किसान कभी आत्महत्या नहीं करते। यह अपने आप में बड़ी सीख है।” उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में भी छात्र संघ चुनाव होने चाहिए क्योंकि यहां के छात्र-छात्राएं राजनीति में सक्रिय हैं और मध्यम वर्ग से आने वाले छात्र छात्र राजनीति के जरिए आगे बढ़ सकते हैं। जॉस्लिन ने बताया कि सभी नेता उनके प्रेरणा स्रोत हैं और उन्होंने उनसे सीखकर ही आगे बढ़ने का प्रयास किया है। चुनाव के दौरान संसाधनों और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। मारवाड़ के लोगों ने हमेशा सहयोग किया और किसी भी कमी को महसूस नहीं होने दिया। उन्होंने अंत में कहा कि वे हमेशा छात्र हितों के लिए काम करती रहेंगी और मेहनत के साथ आगे बढ़ती रहेंगी।  

त्योहार के दिन दर्दनाक घटना: लूनकरणसर में झाड़ियों में मिली परित्यक्त नवजात

बीकानेर एक ओर जहां नवरात्र के दिनों में जब घर-घर में कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर उनके चरण पखारने की परंपरा निभाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर जिले लूनकरणसर के कालाबास गांव से एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने समाज की संवेदनाओं को झकझोर दिया। झाड़ियों में लावारिस हालत में एक नवजात बालिका पाई गई। सूचना मिलते ही टाइगर फोर्स के महिपाल सिंह मौके पर पहुंचे और मासूम को बाहर निकालकर तुरंत अस्पताल पहुंचाया। लूनकरणसर अस्पताल प्रभारी डॉ. वीरेंद्र मांझु ने बताया कि बच्ची झाड़ियों में फेंके जाने से चोटिल हो गई थी और मिट्टी से सनी हुई थी। डॉक्टरों ने मासूम का उपचार कर ऑक्सीजन पर रखा। पास में भर्ती एक महिला ने बच्ची को दूध पिलाने की कोशिश भी की, लेकिन बच्ची ने दूध नहीं लिया। स्थिति को देखते हुए बच्ची को बीकानेर रेफर किया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह मासूम को लेकर बीकानेर रवाना हो गए हैं। नवरात्र में जहां कन्याओं को देवी मानकर उनकी आरती उतारी जाती है, वहीं उसी कन्या को झाड़ियों में मरने के लिए छोड़ देना हमारे समाज के दोहरे चेहरे को उजागर करता है। यह सवाल हर उस इंसान से है जो कन्या के चरण पखारता है,क्या सच में हम कन्या को देवी मानते हैं, या सिर्फ रस्म निभाते हैं?

सोनम वांगचुक के समर्थन में प्रदर्शन, जोधपुर में शख्स हिरासत में

जोधपुर लद्दाख में राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के दो दिन बाद पुलिस ने जलवायु कार्यकर्ता और प्रदर्शनकारी नेता सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया है। इसी बीच शनिवार (27 सितंबर) सुबह जेल के बाहर एक व्यक्ति तिरंगा लेकर पहुंचा और भारत माता की जय के नारे लगाने लगा। यह व्यक्ति सोनम वांगचुक का समर्थन कर रहा था और कह रहा था कि सोनम वांगचुक देशभक्त हैं। उसने यह भी कहा कि लेह और लद्दाख के सभी नागरिक देशभक्त हैं, जिन्होंने कारगिल की घुसपैठ के बारे में भारतीय सेना को जानकारी दी थी। प्रदर्शनकारी ने अपना नाम और पता सुजानगढ़ निवासी विजयपाल बताया। पुलिस ने उसे डिटेन कर लिया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना के दौरान जेल परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रशासन ने बताया कि फिलहाल किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है और स्थिति नियंत्रण में है। बता दें कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लेह में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बाधित हैं। यहां चौथे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा और स्कूल व शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए हैं। हालांकि शुक्रवार को किसी भी जगह हिंसक घटनाओं की खबर नहीं आई और प्रशासन ने हालात धीरे-धीरे सामान्य होने की जानकारी दी।

जोधपुर जेल: लॉरेंस बिश्नोई से सलमान तक, अब वांगचुक का नया पड़ाव

जोधपुर लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के आने के साथ जोधपुर सेंट्रल जेल दुनिया भर में सुर्खियों में है। सोनम वांगचुक को शुक्रवार की शाम को जोधपुर सेंट्रल जेल लाया गया। इसके बाद शनिवार को जेल के बाहर वांगचुक के समर्थन में लोग जुटने शुरू हो गए। इसे देखते हुए जेल के भीतर और बाहर सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है। जेल के बाहर करीब 100 मीटर पर बैरिकेडिंग की गई है। जोधपुर सेंट्रल जेल पहले भी कई बार हाई प्रोफाइल कैदियों को लेकर सुर्खियों में रही है। पूरे देश में तिहाड़ जेल के बाद सबसे सुरक्षित जेल जोधपुर को माना जाता है। जोधपुर सेंट्रल जेल रातानाडा इलाके में स्थित है और 20 फीट ऊंची दीवारों से घिरी है। जेल में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा है, दीवारों के ऊपर कंटीले तार लगे हैं जिनमें करंट रहता है जिसके चलते इसे अभेद माना  जाता है। जेल के बाहर मुख्य द्वार पर सुरक्षा जांच होती है। इसके बाद जेल में प्रवेश करने के दौरान आरएसी के जवानों के द्वारा सुरक्षा जांच की जाती है। वहीं सामान की जांच स्कैनर की मदद से की जाती है। उसके बाद मुख्य जेल के दोनों गेट खोलकर कैदी को अंदर लिया जाता है। जेल के भीतर की सुरक्षा भी सख्त है, जेल में जगह-जगह वॉच टावर भी लगाए गए हैं। लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को 26 सितंबर को जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। आज (शनिवार) सुबह सवा दस बजे उनके समर्थन में एक युवक तिरंगा लिए जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर पहुंच गया। भारत माता की जय के नारे लगाने लगा। युवक ने अपना नाम विजयपाल बताया। वह चूरू जिले के सुजानगढ़ का रहने वाला है। उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। जोधपुर की सेंट्रल जेल में जम्मू कश्मीर के अलगाववादियों के अलावा बब्बर खालसा से जुड़े आतंकियों को भी रखा गया था। जोधपुर में पकड़ी गई आतंकियों की स्लीपर सेल के आरोपियों को भी इसी जेल में रखा गया। वहीं, इस जेल में भंवरी देवी अपहरण और हत्या के मामले में तत्कालीन कांग्रेस के मंत्री महिपाल मदेरणा सहित बड़े राजनेता भी रह चुके हैं। साल 2017 में लॉरेंस बिश्नोई को जोधपुर के सेंट्रल जेल में ही कैद किया गया था। हालांकि फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई साबरमती जेल में कैद है। वहीं, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान भी काला हिरण शिकार मामले में 2018 में जोधपुर सेंट्रल जेल में कैदी रह चुके हैं। सलमान को यहां कैदी नंबर 106 का बिल्ला दिया गया था। अभी इसी जेल में आसाराम बापू कैद है, वह दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। आसाराम फिलहाल जमानत पर बाहर है।