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सीएम योगी की मंशा के अनुरूप चल रहे महाभियान ने बनाया व्यापक जनसंपर्क व संवाद का रिकॉर्ड

फीडबैक देने में शीर्ष पांच जनपदों में जौनपुर, संभल, प्रतापगढ़, बिजनौर और गोरखपुर शामिल लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन ‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047: समृद्धि का शताब्दी पर्व महाभियान’ के अंतर्गत प्रदेशभर में जनता से सीधे संवाद और विकास के रोडमैप पर फीडबैक जुटाने का अभियान निरंतर जारी है। 25 अक्टूबर, 2025 तक जनता की राय एवं सुझाव एकत्र करने के लिए बनाए गए पोर्टल samarthuttarpradesh.up.gov.in पर 53 लाख से अधिक फीडबैक प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 41.50 लाख से अधिक सुझाव ग्रामीण क्षेत्रों से और 11.50 लाख से अधिक सुझाव नगरीय क्षेत्रों से आए हैं। इनमें करीब 26 लाख सुझाव 31 वर्ष से कम आयु वर्ग से, करीब 25 लाख सुझाव 31 से 60 वर्ष आयु वर्ग से तथा 2.5 लाख से ज्यादा सुझाव 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग से प्राप्त हुए हैं। कृषि क्षेत्र से सर्वाधिक फीडबैक विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त सुझावों में कृषि क्षेत्र में सर्वाधिक 13 लाख सुझाव मिले हैं, इसके अलावा शिक्षा क्षेत्र से 12.50 लाख से ज्यादा और अर्बन डेवलेपमेंट से 10.77 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा पशुधन एवं डेयरी,, इंडस्ट्री, आईटी व टेक, पर्यटन, ग्रामीण विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर, समाज कल्याण, नगरीय एवं स्वास्थ्य तथा सुरक्षा से जुड़े विषयों पर भी व्यापक पैमाने पर सुझाव प्राप्त हुए हैं।  सर्वाधिक सुझाव देने में जौनपुर अव्वल जनपदवार फीडबैक के अनुसार शीर्ष पांच जनपदों में जौनपुर, संभल, प्रतापगढ़, बिजनौर और गोरखपुर शामिल हैं। जौनपुर से 3.21 लाख से ज्यादा, संभल से 3 लाख से ज्यादा, प्रतापगढ़ से 1.76 लाख से ज्यादा, बिजनौर से 1.67 लक्ष्य ज्यादा और गोरखपुर से 1.58 लाख से ज्यादा फीडबैक मिले हैं। इसके अलावा बरेली से 1.28 लाख से अधिक,  बाराबंकी से करीब 1.25 लाख, सोनभद्र से 1.20 लाख से ज्यादा, गोंडा से 1.12 लाख से अधिक और हरदोई से करीब 1.15 लाख सुझाव मिले हैं। जनसहभागिता के लिए व्यापक आयोजन महाभियान के तहत जनजागरूकता व संवाद के लिए प्रदेशभर में व्यापक आयोजन भी किए गए हैं। अब तक 15 नगर निगमों, 212 नगर पालिकाओं, 528 नगर पंचायतों, 56 जिला पंचायतों, 713 क्षेत्र पंचायतों तथा 42,666 ग्राम पंचायतों में बैठकों, सम्मेलनों और गोष्ठियों का सफल आयोजन किया जा चुका है। इन आयोजनों के माध्यम से स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों के बीच संवाद व सहभागिता को और अधिक सशक्त किया गया है।

राजस्थान की सर्द रात: महेंद्रगढ़ में 14.5 डिग्री, नारनौल की हवा सबसे साफ

हिसार  प्रदेश में मौसम में बदलाव तेजी से हो रहा है। प्रदूषण बढ़ने के साथ ही रात का तापमान भी नीचे आया है। प्रदेश में महेंद्रगढ़ में रात सबसे ठंडी रही। वहां न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसी प्रकार एयर क्वालिटी इंडेक्स में नारनौल प्रदेश में सबसे साफ शहर रहा। वहां का एक्यूआइ 63 रहा। वहीं बहादुरगढ़ की हवा सबसे ज्यादा खराब रही। वर्ष का एक्यूआइ 318 तक पहुंच गया है। जिलों में हवा को साफ करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। रात ठंडी हो रही है तो दिन के समय में धूप खिलने के कारण तापमान अभी 31 डिग्री आसपास चल रहा है। अभी आने वाले दिनों में दिन के तापमान में ज्यादा बदलाव होने की उम्मीद है। प्रदेश में महेंद्रगढ़ में रात सबसे ठंडी रही। वहीं हिसार का न्यूनतम तापमान भी नीचे गिरकर 15.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों की मानें तो आने वाले समय में दिन के तापमान में बदलाव नहीं होगा लिए लेकिन रात का तापमान नीचे जा सकता है। बीएएमएस चिकित्सक हड्डियों, श्वांस, वायरल बुखार का उपचार कर रहे थे। सीएम फ्लाइंग प्रभारी सब इंस्पेक्टर पूनम, चिकित्सक दयाल, एएसआइ सोमबीर सिंह ने बताया कि अस्पताल में समक्ष चिकित्सक, रजिस्टर्ड लैब लाइसेंस ना होने के बाद भी चिकित्सक मनमर्जी से मरीजों का अलग-नगह अलग टेस्ट व उपचार कर रहा है। कम नहीं हो रहा AQI प्रदेश में अधिकतर जिलों का एक्यूआइ कम नहीं हो रहा है। तीन जिलों का एक्यू आइ 300 के पार चल रहा है तो 11 जिलो एक्यूआइ 200 से 300 के बीच में है। इसको सुधारने के लिए लगातार पानी का छिड़काव हो रहा है मगर वह कम नहीं हो रहा। वहीं बल्लभगढ़ और नारनौल का एक्यूआइ 100 से नीचे होने के कारण उन शहरों की हवा सबसे साफ है।

उप मुख्यमंत्री ने किया मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत लग रहे शिविरों का लिया जायजा भोपाल  उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने शनिवार को सतना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझगवां का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत प्रदेश के सभी सामुदायिक केन्द्रों में प्रतिमाह 9 और 25 तारीख को लग रहे स्वास्थ्य जांच शिविरों की गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के विभिन्न वार्डो, आपरेशन थियेटर, पैथालॉजी, प्रसूति वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों को दी जारी उपचार सेवायें, जांच सुविधाओं और साफ-सफाई का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य मंत्री और उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मझगवां के ओपीडी, आयुष्मान कक्ष, चिकित्सक कक्ष, रसोई, प्रतीक्षा कक्ष, प्रसूति वार्ड, नेत्र परीक्षण कक्ष, जनरल भर्ती वार्ड, टू्र नॉट प्रयोगशाला में डीएन एक्सटेक्शन मशीन, पैथालॉजी में सैम्पलिंग और जांच प्रक्रिया का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं और विकासखण्ड मझगवां की स्वास्थ्य केन्द्र संस्थाओं में दी जा रही सुविधाओं और उपचार सेवाओं की जानकारी ली। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत सभी सामुदायिक केन्द्रों में प्रतिमाह 9 और 25 तारीख को लगाये जा रहे शिविरों में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करे तथा इसका बेहतर प्रचार-प्रसार कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ दिलायें। स्वास्थ्य मंत्री ने टेली मेडीसिन के संबंध में जानकारी ली और सेटअप जमा कर इसकी निगरानी भी करने के निर्देश दिये।  

डॉ. खेमरिया बने दिव्यांगजन आयुक्त

भोपाल  राज्य शासन ने शिवपुरी में दिव्यांगजनों के लिए संचालित मंगलम संस्था के संचालक डॉ. अजय खेमरिया को मप्र का दिव्यांगजन आयुक्त नियुक्त किया है। डॉ. खेमरिया का पद राज्य सरकार के सचिव के समकक्ष रहेगा। आयुक्त का कार्यालय दिव्यांगजन न्यायालय के रूप में कार्य करता है एवं दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रवर्तन का कार्य करता है। डॉ. खेमरिया का चयन तीन सदस्यीय राज्य स्तरीय सर्च कमेटी की अनुशंसा पर शासन द्वारा किया गया है। डॉ. खेमरिया वर्तमान में मंगलम संस्था के संचालक भी हैं। इससे पूर्व वे, नागरिक सहकारी बैंक, पीजी कॉलेज प्रबंधन समिति के साथ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य रहे हैं। 

उपचुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, पंजाब में उठा नया राजनीतिक तूफ़ान

तरनतारन आगामी उपचुनावों से ठीक पहले तरनतारन जिले में कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के दो कांग्रेस नेता आज दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में ब्लॉक समिति के अध्यक्ष और पी.पी.सी.सी. समन्वयक रणजीत सिंह ढिल्लों (राणा गंदीविंड) और पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गंदीविंड के अध्यक्ष एडवोकेट जगमीत सिंह ढिल्लों गंदीविंड शामिल हैं। दोनों नेताओं को आज दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ की उपस्थिति में भाजपा में शामिल किया गया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और देशहित में किए जा रहे प्रयासों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं। 

नगरीय निकायों के पेंशनर्स को भी राज्य शासन के पेंशनर्स के समान मंहगाई राहत

भोपाल  नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने नगरीय निकायों के पेंशनरों एवं परिवार पेंशनरों को राज्य शासन के पेंशनरों के समान महंगाई राहत का लाभ प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त श्री संकेत भोंडवे ने आदेश जारी किये हैं। आदेश के अनुसार अब नगरीय निकायों के पेंशनरों और परिवार पेंशनरों को 1 सितम्बर 2025 से देय महंगाई राहत सातवें वेतनमान में 55 प्रतिशत तथा छठवें वेतनमान में 252 प्रतिशत की दर से प्राप्त होगा। राज्य शासन के इस निर्णय से नगरीय निकायों के पेंशनरों और परिवार पेंशनरों को प्रभावी राहत मिलेगी तथा उन्हें राज्य शासन के पेंशनरों के समान आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे। नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त श्री संकेत भोंडवे ने बताया कि इस संबंध में सभी संबंधित को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं ताकि पेंशनरों को समय पर महंगाई राहत का लाभ मिल सके।  

भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा परंपरा को संजोये हुए है सांदीपनि विद्यालय

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मध्यप्रदेश में सांदीपनि विद्यालयों की उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बेहतर परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। उन्होंने यह निर्णय भगवान श्रीकृष्ण के गुरू आचार्य सांदीपनि के सम्मान में लिया है। उच्च गुणवत्ता शिक्षा, अनुशासन और बेहतर शिक्षण शोध के संगम से सांदीपनि विद्यालय एक उत्कृष्ट उदाहरण बन गए हैं। नीमच जिले के उपखण्ड मुख्यालय मनासा का सांदीपनि विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है। यहाँ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है, जिससे यह विद्यालय क्षेत्र में एक आदर्श शैक्षणिक संस्थान के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। इस विद्यालय ने शिक्षा के साथ ही अनुशासन संस्कार और आधुनिक तकनीकी शिक्षण में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल की है। सांदीपनि  स्कूल के नवाचार घर से विद्यालय तक के नवाचार सभी कक्षाओं के लिए सुबह उठने के बाद माता-पिता के चरण स्पर्श करने, विद्यालय आते समय दादा-दादी, नाना-नानी या जो भी बड़े हों, उनका आशीर्वाद लेने जैसे संस्कार विद्यालय को अनूठा बना रहे हैं। बस के लिए अनुशासन में खड़े रहने, बस में अनुशासन से चढ़ने व बैठने, विद्यालय पहुंचते ही पंक्तिबद्ध होकर उतरने,विद्यालय की दहलीज को नमन करने, गुरुजनों को नमन करने, मां सरस्वती को नमन करना, अपने पगवेश (जूते) पंक्तिबद्ध तरीके से रखने, प्रार्थना सभा के लिए पंक्तिबद्ध होकर आने, कॉरिडोर में हमेशा हाथ बांधकर चलने, प्रार्थना सभा में सक्रिय सहभागिता करने, प्रार्थना सभा समाप्त होने पर मौन होकर कक्षा में जाने जैसे अनुशासन ने इस विद्यालय को उच्च संस्कार से सुशोभित किया है। कक्षा के प्रवेश द्वार पर कक्षा अध्यापक का आशीर्वाद एवं अनुमति लेकर प्रवेश करने, विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए कक्षा के नियमों का पालन करने, कक्षा की शुरुआत संस्कारों की बातों से करने,सभी विषयों का गहन अध्ययन करने, भोजन से पहले हाथ धोने, भोजन प्रार्थना एक स्वर में बोलने, थाली में झूठा भोजन न छोड़ने और न नीचे गिराने,एक साथ भोजन करने और भोजन के बाद अपनी थाली उठाने, छुट्टी समय पंक्तिबद्ध होकर कक्षा से बाहर आने,कक्षा की लाइट व पंखे बंद करने, रूट नंबर के अनुसार लाइन बनाने एवं अनुशासन से बस में बैठने सम्बधी नवाचार किए जा रहे है। कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश मेरिट सूची में आने पर विद्यार्थी के नाम से कक्षा का नामकरण किया जा रहा है। एक दिन का प्राचार्य विद्यालय में कक्षा 8वीं, 10वीं एवं 12वीं अर्द्धवार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त तीन विद्यार्थियों को “एक दिन का प्राचार्य” बनाया जाता है। ऑनलाइन टेस्ट-सीरीज के माध्यम से विषय सामग्री को सरल और रोचक बनाया गया है।, जिससे विद्यार्थी बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें। विद्यालय की प्रत्येक गतिविधि में विचारशील व कर्मशील व्यक्तियों का सम्मान किया जाता है। ताकि विद्यार्थियों को प्रेरणा मिल सके।  उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यार्थियों को एक दिवस का प्राचार्य बनाया जाता है, जिससे उनमें नेतृत्व व प्रबंधन कौशल का विकास हो सके। सर्वसुविधा युक्त विद्यालय विद्यालय में चार मंज़िला भव्य इमारत निर्मित है। भवन सर्वसुविधा युक्त एवं आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप है। संपूर्ण विद्यालय परिसर में विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सभी गतिविधियों पर सुरक्षा गार्ड एवं कैमरों की निगरानी रहती है। विद्यार्थियों के लिए बड़ा खेल मैदान उपलब्ध है। विद्यालय परिसर में बगीचा एवं बाल-बगीचा बच्चों के मनोरंजन व विकास हेतु बनाया गया है। विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था है। साफ-सुथरे सुविधा घर उपलब्ध हैं। पूरा विद्यालय भवन वातावरणानुकूल बनाया गया है जिससे विद्यार्थियों को स्वस्थ व सुखद वातावरण मिल रहा है। प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थियों के लिए सुंदर व आरामदायक फर्नीचर उपलब्ध है। शासन द्वारा सांदीपनि विद्यालय में  विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन की व्यवस्था की गई है। 17 बसों से 1220 विद्यार्थी दूरस्थ क्षेत्रों से आसानी से विद्यालय पहुँच रहे हैं। यह सुविधा पूर्णतः निशुल्क है और सभी बसों में ड्राइवर पुरुष है और कंडक्टर महिलाएं हैं। विषय विशेषज्ञ अनुभवी शिक्षक विद्यालय में सभी विषयों के लिए विषय विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक हैं, जिनकी कुल संख्या 56 है। प्रत्येक विषय में बच्चों को स्मार्ट बोर्ड, ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी और प्रयोगशालाओं के माध्यम से आधुनिक शिक्षा दी जाती है जिसमें संगीत एवं खेलकूद एवं व्यायाम शिक्षकों द्वारा भी विद्यार्थियों को दक्षता प्रदान की जा रही है गुणात्मक एवं मात्रात्मक दृष्टिकोण से परीक्षा परिणाम श्रेष्ठतम आ रहे हैं। विद्यालय में भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान की लेब सर्व संसाधनों से युक्त है जिसका लाभ विद्यार्थी ले रहे है और अपने कौशल विकास मे प्रमुख परफॉर्मेंस प्रदर्शित कर रहे हैं । केमिस्ट्री लैब: नवीनतम उपकरणों के साथ रासायनिक प्रयोग की सुविधा है। फिजिक्स लैब से सिद्धांतों को व्यवहार में समझने का अवसर उपलब्ध हो रहा है। बायोलॉजी लैब जीवन विज्ञान से जुड़े प्रयोगों और अध्ययन के लिए संसाधन उपलब्ध है। आईटी विषय में विद्यालय में 172 विद्यार्थी नामांकित है विद्यार्थी सूचना प्रौद्योगिकी लैब के माध्यम से कौशल विकास पर कार्य कर रहे हैं  नेटवर्किंग एनालिसिस प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम तकनीकी ज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक प्रयोगों के लिए विशेष लैब की सुविधा भी इस विद्यालय मे उपलब्ध है। इस विषय मे वर्तमान में 139 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्यार्थियों को सर्किट प्रोटेक्शन, पीसीबी डिजाइनिंग, रोबोटिक तकनीक, एम्बेडेड सिस्टम, माइक्रोप्रोसेसिंग एवं माइक्रोकंट्रोलिंग, और आधुनिक विकासात्मक प्रोजेक्ट्स पर कार्य करने की जानकारी दी जा रही है। विद्यालय में जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान हेतु संसद लैब स्थापित की गई है। यहाँ विद्यार्थी विभिन्न विषयों पर तकनीकी अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। विद्यार्थी स्वयं प्रयोग कर रहे हैं और विज्ञान की गहराई को समझते हुए अपने कौशल को विकसित कर रहे हैं। जिले में 9 विद्यार्थियों का चयन। विशेष मॉडल प्रस्तुति: होनहार विद्यार्थी लकी राज ने “स्वचालित कपड़ा संरक्षण प्रणाली” तैयार की। डिजिटल और इंटरएक्टिव शिक्षा के माध्यम से पढ़ाई को रोचक और प्रभावी बनाया गया है। विद्यालय में सुसज्जित पुस्तकालय है जिसमें 100 बच्चों की बैठक व्यवस्था है। पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ सामान्य ज्ञान, प्रतियोगी परीक्षाओं, प्रेरणादायक साहित्य और ज्ञानवर्धक पुस्तकें उपलब्ध हैं। संदीपनी विद्यालय में दो छात्रावास संचालित है। दूरदराज़ से आने वाले विद्यार्थियों के लिए 100 सीटर बालिका हॉस्टल और 100 सीटर बालक हॉस्टल है। सुरक्षित, अनुशासित और घर जैसे वातारण में बच्चे,योग कक्षाओं और संस्कारी गतिविधियों के माध्यम से सर्वांगीण विकास कर रहा है।  

अल्लावरु की असफलता के बाद कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला, बिहार प्रभारी बने अविनाश पांडे

पटना बिहार चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता अविनाश पांडेय को बिहार चुनाव को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसको लेकर सियासी चर्चा का दौर भी शुरू हो गया है। टिकट को लेकर बिहार कांग्रेस में हुए घमासान और मजबूत सीटें लेने में पार्टी विफल रही है। अपनी दो सीटिंग सीट भी गंवा दी है। माना जा रहा है कि बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु बिहार संभालने में नाकाम रहे हैं। जिसके बाद पार्टी ने अविनाश पांडेय को बड़ा टास्क दिया है। कांग्रेस आलाकमान से मिली जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए अविनाश पांडेय ने एक्स पर पोस्ट भी किया था। और लिखा कि -कल से बिहार प्रवास पर रहूंगा, जहां आगामी चुनावों के लिए संगठनात्मक समन्वय और रणनीति निर्माण की ज़िम्मेदारी संभालूंगा। यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि बिहार की दिशा और दशा तय करने वाला निर्णायक अवसर है। एनडीए सरकार ने राज्य को बेरोज़गारी, पलायन और विकासहीनता की ओर धकेला है-अब जनता परिवर्तन के लिए तैयार है। कांग्रेस के इस कदम को चुनाव से पहले पार्टी में डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है। टिकट को लेकर पार्टी के ही कई नेताओं ने बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में मचे घमासान के बीच अब अविनाश पांडेय को बिहार बुलाया गया है। अविनाश पांडेय मूलरूप से नागपुर के रहने वाले हैं। वे देश के जाने माले वकील भी रह चुके हैं। अविनाश पांडेय महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। 2010 में महाराष्ट्र से राज्य सभा सांसद भी चुने गए थे। राहुल गांधी ने 2023 में उन्हें यूपी में प्रभारी महासचिव बनाया था। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के साथ मिलकर कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया था। और बीजेपी 240 पर सिमट गई थी। वहीं शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अविनाश पांडेय ने केंद्र पर हमला बोला। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने छठ महापर्व पर बिहार के लोगों का अपमान किया है। पूरे देश में रेलगाड़ियों की संख्या 13 हजार है। पीएम नरेंद्र मोदी इसमें से 12 हजार रेल गाड़ी छठ पर्व चलाने की बात कहते हैं तो कहां से चलाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि छठ महापर्व पर घर पहुंचने के लिए लोग रेलगाड़ी में शौचालय तक में यात्रा करने को मजबूर हैं। उन्होंने मांग की कि पीएम इस झूठ के लिए बिहार से माफी मांगे।  

भोपाल में राज्य स्तरीय कला उत्सव का रंगारंग समापन

स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं भोपाल  स्कूल शिक्षा विभाग का राज्य स्तरीय कला उत्सव का रंगारंग समापन भोपाल में शनिवार को हुआ। राजधानी भोपाल स्थित वाल्मी संस्थान में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय कला उत्सव में स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस कला उत्सव में प्रदेश के विभिन्न संभागों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने गायन, वादन, नृत्य, लोकगीत, लोकनृत्य, नाटक, कहानी वाचन, मूर्तिकला, चित्रकला एवं स्थानीय शिल्प जैसी 12 श्रेणियों में अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने अपनी कला प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में अपर परियोजना संचालक श्रीमती मनीषा सेतिया ने विजेता विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और पुरस्कार वितरित किये। कला उत्सव का उद्देश्य स्कूल विद्यार्थियों में भारतीय कला परंपरा की समझ विकसित करना तथा उनके सर्वांगीण विकास में कला की भूमिका को सशक्त बनाना है। प्रतियोगिता परिणाम संगीत वादन – तबला: भोपाल संभाग के आश्रय जायसवाल प्रथम, उज्जैन की गीत अखंड द्वितीय एवं रीवा के श्लोक तिवारी तृतीय स्थान पर रहीं। संगीत वादन स्वर – सागर संभाग के एकांश भट्ट को प्रथम, भोपाल के अंश पाटीदार को द्वितीय तथा शहडोल के अनमोल केवट को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। लोक वाद्य समूह – वादन में भोपाल के लक्ष्मण नारायण एवं समूह प्रथम, उज्जैन के सत्यम पाटीदार एवं समूह द्वितीय, नर्मदापुरम के कपिल परिहार एवं समूह तृतीय स्थान पर रहे। कहानी वाचन : ग्वालियर संभाग प्रथम, जबलपुर द्वितीय एवं भोपाल तृतीय स्थान पर रहा। नाटक वर्ग में ग्वालियर संभाग ने रानी अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित नाटिका को प्रस्तुत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। डॉ. भीमराव अंबेडकर पर आधारित नाटिका पर जबलपुर को द्वितीय एवं रानी दुर्गावती पर आधारित नाटिका की प्रस्तुति पर भोपाल संभाग तृतीय रहा। लोकनृत्य में भोपाल संभाग प्रथम, सागर संभाग द्वितीय (बधाई लोकनृत्य) एवं ग्वालियर संभाग तृतीय (धीमीराई लोकनृत्य) स्थान पर रहा। शास्त्रीय नृत्य (एकल) : इंदौर की तपस्या त्रिपाठी प्रथम, जबलपुर की अवनी अग्रवाल द्वितीय एवं रीवा की प्रांजल जोशी तृतीय रहीं। कला उत्सव में शास्त्रीय गायन : एकल में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय रीवा के सृजन मिश्रा प्रथम, ग्वालियर की भारती यादव द्वितीय एवं भोपाल के कुणाल ठाकुर तृतीय स्थान पर रहे। स्थानीय शिल्प में शासकीय श्रमोदय विद्यालय जबलपुर के साहिल नाथ एवं दिव्यांशी पांडे को प्रथम, नर्मदापुरम के स्नेह एवं राहुल को द्वितीय स्थान मिला। मूर्तिकला में श्रमोदय विद्यालय जबलपुर के दिनेश विश्वकर्मा को प्रथम, भोपाल की रेचल गौर को द्वितीय एवं नर्मदापुरम के सत्यम नामदेव को तृतीय पुरस्कार मिला। चित्रकला में भोपाल की विदिका जैन प्रथम, ग्वालियर के प्रतीक बलिया द्वितीय एवं जबलपुर की कशिश मिश्रा तृतीय स्थान पर रहीं। राष्ट्रीय स्तर पर चयन राज्य स्तरीय कला उत्सव में चयनित सभी प्रतिभागी आगामी 15 नवंबर को पुणे, महाराष्ट्र में आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015 से एनसीईआरटी के सहयोग से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए कला उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय कला परंपरा को सजीव रखना, विद्यार्थियों में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को विकसित करना तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान, संस्कृति और विरासत से जोड़ना है।  

‘मुझे तो 10-10 थप्पड़ मारते थे’ — SDM छोटूलाल पर पत्नी पूनम के गंभीर आरोप से मचा हड़कंप

भीलवाड़ा भीलवाड़ा सीएनजी पंप विवाद में निलंबित आरएएस अधिकारी छोटूलाल शर्मा का मामला अब नया मोड़ ले चुका है। एक ओर जहां शर्मा ने अपनी पत्नी दीपिका व्यास के साथ सामने आकर खुद को निर्दोष बताया था, वहीं अब उनकी पहली पत्नी पूनम जखोड़िया भी खुलकर सामने आई हैं और कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पूनम ने न केवल घरेलू हिंसा की बात कही है, बल्कि यह भी दावा किया है कि दोनों के बीच तलाक की प्रक्रिया अभी न्यायालय में लंबित है।   ‘मैं आज भी उनके नाम का सिंदूर भरती हूं’ पिलानी निवासी पूनम जखोड़िया ने कहा कि वह आज भी छोटूलाल शर्मा के नाम का सिंदूर भरती हैं और उन्हें अपना पति मानती हैं। उन्होंने बताया कि जब शर्मा संघर्ष के दौर में थे, तब उन्होंने गरीबी में पढ़-लिखकर परिवार को संभाला और हर मुश्किल में उनका साथ दिया। लेकिन जैसे ही छोटूलाल आरएएस अधिकारी बने, उनका व्यवहार पूरी तरह बदल गया। पूनम ने भावुक होकर कहा कि गरीबी के दिनों में मैंने बच्चों को पालने के लिए खुद मेहनत की, लेकिन आरएएस बनते ही उनका दिमाग फिर गया। अब वह मुझे और बच्चों को नजरअंदाज करते हैं।   ‘मुझे थप्पड़ मारते थे, बच्चे डर से कुर्सियों के पीछे छिप जाते थे’ पूनम जखोड़िया ने अपने बयान में दावा किया कि छोटूलाल शर्मा का स्वभाव हिंसक था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि उन्होंने पंप वाले को एक थप्पड़ मारा, लेकिन मुझे तो 10-10 थप्पड़ मारते थे। बच्चे डर के मारे बिस्तर और कुर्सियों के पीछे छिप जाते थे।   पूनम ने आगे बताया कि उन्होंने 2022 में भी छोटूलाल शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि शर्मा उन्हें धमकाते थे और कहते थे कि मैं आरएएस हूं, कानून और पुलिस मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। उनका दावा है कि कई बार पुलिसकर्मी खुद उनके घर के बाहर खड़े रहते थे और शर्मा को सलाम करते थे। इस वजह से वह लंबे समय तक शिकायत करने से डरती रहीं।