samacharsecretary.com

टोल कंपनी पर हिंसक तांडव, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर सात घायल

दौसा दौसा जिले के भांडारेज टोल प्लाजा पर शुक्रवार को घटित हुई हिंसक घटना ने प्रशासन और स्थानीय लोगों को हिला दिया। एक्सप्रेसवे टोल कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर स्थानीय बदमाशों ने सुनियोजित तरीके से अचानक हमला कर दिया। बदमाशों ने टोलकर्मियों-अधिकारियों पर लाठी-डंडे और सरियों से हमला किया। मारपीट में टोल कंपनी के सात अधिकारी और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें पुलिस ने जिला अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के भांडारेज टोल पर बदमाशों ने शुक्रवार को जमकर उत्पात मचाया, जिससे टोल कम और अखाड़ा ज्यादा बनता नजर आया। घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तब तक बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर हमलावरों की तलाश में जुट गई है। सदर थाना पुलिस के अनुसार यह हमला टोल कंपनी में बदलाव के बाद पुरानी कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को टोल पर काम पे लगाने का विवाद का परिणाम माना जा रहा है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घायल कर्मचारियों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा। घायल कर्मचारियों में कंपनी के प्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई गई है। पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू की घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना कर बदमाशों की तलाश में टीमें रवाना कर स्थिति पर नियंत्रण पाया। पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज की और अलग-अलग टीमों का गठन कर हमलावरों की खोज शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों के बयान लिए गए हैं। इस मामले ने एक्सप्रेसवे और टोल संचालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि टोल प्लाजा पर सुरक्षा के कोई माकूम इंतजाम नहीं हैं। पुलिस टोल पर सुरक्षा के लिए गशत कर निगरानी रखे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके। भय के साये में टोलकर्मी और अधिकारी अचानक हुए हमले के बाद टोल पर अफरातफरी मच गईं टोल कर्मियों व अधिकारियों ने इधर उधर दुबककर जान बचाई। घटना के बाद टोल पर भय का माहौल बना हुआ है। टोलकर्मी और अधिकारी इतने भयभीत हैं कि अनहोनी की आशंका के चलते कोई भी कुछ कहने को बोलने को तैयार नहीं है। टोल प्लाजा पर सुरक्षा बढ़ाई गई स्थानीय लोग भी इस घटना से चिंतित हैं। उनका कहना है कि यह घटना टोल प्लाजा पर आम जनता और कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरे में डालती है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही हमलावरों को पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस और प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। घायल कर्मचारियों का इलाज चल रहा है और घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर आने वाले यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।

आमेर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला, आदेश की पूरी जानकारी

जयपुर राजस्थान पुलिस विभाग को बड़ी राहत देते हुए, सुप्रीम कोर्ट की पीठ जिसमें जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह शामिल थे, ने आज जयपुर के आमेर स्थित पुलिस विभाग की विशाल भूमि पर वर्तमान स्थिति बनाए रखने (status quo) का आदेश दिया है, जहाँ वर्तमान में पुलिस प्रशिक्षण एवं अन्य विभागीय सुविधाएं संचालित हो रही हैं। राज्य की ओर से उपस्थित अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी और अतिरिक्त महाधिवक्ता शिव मंगल शर्मा ने यह दलील दी कि यह भूमि वर्ष 1992 से पुलिस विभाग के निरंतर उपयोग और कब्जे में है तथा यह कानून-व्यवस्था एवं प्रशिक्षण के लिए आवश्यक सरकारी ढांचे का अभिन्न अंग है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सरकारी भूमि है, जिस पर प्रतिवादियों और उनके पूर्वजों द्वारा झूठे दावे प्रस्तुत किए गए हैं, जो आरटीआई से प्राप्त कुछ फोटो कॉपी दस्तावेजों के आधार पर किए गए हैं, जिनकी न तो कोई कानूनी वैधता है और न ही स्वामित्व का कोई ठोस आधार। माननीय न्यायालय ने इन दलीलों पर गौर करते हुए, निचली अदालत के उस आदेश के अनुपालन में चल रही सभी निष्पादन कार्यवाहियों (execution proceedings) पर रोक लगा दी, जिसके तहत भूमि को निजी डिक्री धारकों को सौंपे जाने का निर्देश दिया गया था, जिसे उच्च न्यायालय ने भी बरकरार रखा था। इस अंतरिम संरक्षण के साथ, पुलिस विभाग अब आमेर परिसर पर अपना कब्जा बनाए रखेगा और वहीं से अपना कार्य संचालन जारी रखेगा, जब तक कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आगे कोई आदेश पारित नहीं किया जाता।

नशे के कारोबार पर करारा प्रहार: करोड़ों की अवैध अफीम डोडा चूरा जब्त

बांसवाड़ा बांसवाड़ा सदर थाना पुलिस ने उदयपुर मार्ग पर डांगपाड़ा गांव के समीप नाकाबंदी के दौरान एक पिकअप से 7 क्विंटल 88 किलो से अधिक ग्राम अवैध अफीम डोडा चूरा पकड़ा। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ 18 लाख से अधिक बताई जा रही है। पुलिस ने अवैध रूप से डोडा चूरा परिवहन करने पर जोधपुर निवासी चालक को गिरफ्तार किया है। साथ ही डोडाचूरा और पिकअप को जब्त कर लिया है। पुलिस के अनुसार महानिरीक्षक उदयपुर रेंन्ज गौरव श्रीवास्तव एवं जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन पर सदर थाना अधिकारी बुधाराम विश्नोई के नेतृत्व में की जा रही नाकाबंदी के दौरान यह सफलता मिली। थानाधिकारी विश्नोई के नेतृत्व में थाना सदर की टीम उदयपुर मार्ग पर डांगपाडा में नाकाबंदी कर रही थी। नाकाबंदी के दौरान प्रतापगढ की तरफ से तेज गति से एक पिकअप वाहन आया। पुलिस ने चालक को रूकने का ईशारा किया, लेकिन चालक नाकाबंदी तोड़कर पिकअप सहित भागने लगा। भागने पर पुलिस टीम ने पीछा कर करीब 300-400 मीटर की दूरी पर ओवरटेक कर पिकअप रुकवाई। इस पर चालक भागने की कोशिश करने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया। पूछने पर उसने अपना नाम फैसल खान पिता अब्दुल गफार निवासी उचियारडा थाना सदर बिलाडा जिला जोधपुर बताया। नाकाबंदी तोड़कर भागने का कारण पूछा तो वह कोई संतोष जनक जबाव नहीं दे पाया। पिकअप में भरे माल के बारे पूछने पर घबरा गया। उसने पिकअप में अफीम का डोडा चूरा भरा होना बताया। पुलिस ने मौके पर ही कार्रवाई कर आरोपी फैसल के कब्जे से 37 कट्टों में भरा 7 क्विटल 88 किलो 556 ग्राम अवैध अफीम डोडाचूरा जब्त किया। इसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 1 करोड़ 18 लाख 35 हजार रुपए बताई गई।    

असमय ठंड ने दी आहट: क्यों गिर रहा है पारा अक्तूबर में ही?

जयपुर राजस्थान में इस बार पिछले साल के मुकाबले सर्दी जल्दी पड़नी शुरू हो गई है। प्रदेश में अक्टूबर के शुरुआती सप्ताह में बारिश और उसके बाद उत्तरी हवाओं के प्रभाव से तापमान में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। सीकर, झुंझुनूं, दौसा और अजमेर जैसे इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 7 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है, जिससे सुबह-शाम ठंड का अहसास बढ़ गया है। सीकर में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि झुंझुनूं में 17.1, दौसा में 16.4, अजमेर में 16, और भीलवाड़ा में 17.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जयपुर में 19.4, अलवर में 18.4, कोटा में 20.1, चित्तौड़गढ़ में 18.3, प्रतापगढ़ में 18.1 और करौली में 18.9 डिग्री तापमान रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक राज्यभर में मौसम शुष्क बना रहेगा। रात के तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन दिन में अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री तक की मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। दिन के समय धूप खिली रहने से हल्की गर्माहट महसूस की जा रही है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट बीते 24 घंटों में कई जिलों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। सीकर में दिन का तापमान 29.5 डिग्री, झुंझुनूं में 29.2, अजमेर में 30.2, जयपुर में 31, अलवर में 30, और भीलवाड़ा में 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं बाड़मेर में सबसे अधिक 35.4 डिग्री और जैसलमेर में 35.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। अन्य प्रमुख शहरों में तापमान इस प्रकार रहा:     कोटा: 30.9     चित्तौड़गढ़: 32.3     जोधपुर: 32.7     बीकानेर: 32.4     श्रीगंगानगर: 32.5     नागौर: 31.5     जालौर: 33.5     पाली: 29.6     करौली और दौसा: 30.4     प्रतापगढ़: 30.1     सिरोही: 31.4     फतेहपुर: 30.7     लूणकरणसर: 31.8 आगे कैसा रहेगा मौसम? मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अक्टूबर के मध्य तक प्रदेश में वर्षा की कोई संभावना नहीं है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा, और केवल हल्की सर्दी का अहसास बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगेगी।

फिर दहला राजस्थान: युवक पर भीड़ का हमला, अस्पताल में तोड़ा दम

अलवर राजस्थान में एक बार फिर से मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. अलवर में बख्तल चौकी के पास कार से आ रहे युवक पर एक समुदाय विशेष के 10 से 15 लोगों ने गुरुवार की रात लाठी व डंडो से हमला कर दिया. परिजनों ने गंभीर हालत में युवक को एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया. शुक्रवार रात अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. इस मौत के बाद परिजनों व हिन्दू संगठनों ने अस्पताल में हंगामा किया. पुलिस ने इस मामले में परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या मॉब लिंचिंग की धाराएं जोड़ती है? वहीं दूसरी ओर युवक के साथ मारपीट करते हुए वीडियो सामने आया है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. फरसे और रॉड से किया हमला  मृतक के परिजनों ने बताया कि अलवर देसूला निवासी चिन्टू मल्होत्रा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी से घर लौट रहे थे. जैसे ही वो लोग बख्तल चौकी स्थित आईसीआईसीआई बैंक के पास पहुंचे. इस दौरान वहां पहले से घात लगाए बैठे समुदाय विशेष के 10 से 15 लोगों ने अचानक उनकी गाड़ी को घेरकर लाठी, फरसी, लोहे की रॉड और देसी कट्टे से हमला कर दिया. हमले में गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया और जान से मारने की नीयत से लाठी-डंडों से जमकर हमला किया. इस दौरान चिन्टू का भाई करण, अमित और अंगद भी मौके पर पहुंच गए. जिन्होंने बीच बचाव की कोशिश की तो आरोपियों ने करण के सिर पर फरसी और रॉड से वार कर दिया. जिससे करण घायल हो गया. जिसके बाद करण को तुरंत अलवर के सानिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी हालात गम्भीर थी. शुक्रवार रात को इलाज के दौरान करण की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि हमला करने वाले मेव समुदाय के लोग थे. जो घटना के दौरान अल्लाह हू अकबर और सर तन से जुदा जैसे नारे लगा रहे थे. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो रहा है. वीडियो में लोग हाथ में डंडे लेकर भागते नजर आए. पीड़ित पक्ष ने पुलिस को बताया कि हमला करने वाले अली, शारूप, मुनफेद, दीनू, साहिल उर्फ सांडा, पाले, अजरू, इरफान, आसू, युसूफ, इकबाल, साहिल सहित अन्य 10-15 लोग थे. सभी बख्तल के पास और कमला कॉलोनी देसूला के रहने वाले हैं. परिजनों का आरोप है कि करण की मौत पहले ही हो गई थी. लेकिन डॉक्टर ने जानबूझकर छुपाया. आरोप यह भी है कि हमलावरों ने धार्मिक नारे लगाते हुए हमला किया. इसकी सूचना के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता भी मौके पर पहुंचे, उन्होंने भी कार्रवाई की मांग की. अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर तैयब खान ने बताया कि मरीज को रात में भर्ती कराया गया था और उसकी हालत ज्यादा सीरियस थी.सिर में गंभीर चोट आई थी. गुरुवार रात को ऑपरेशन किया गया. उसके बाद उसकी मौत हो गई. उसकी मौत की सूचना सुनने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया. घटना से आक्रोशित हिंदू संगठनों ने भी किया विरोध प्रदर्शन परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पहले हो गई थी. लेकिन डॉक्टरों ने जानबूझकर इसकी सूचना लेट दी. इधर सूचना पर अलवर डीएसपी अंगद शर्मा, एनईबी पुलिस थाना प्रभारी दिनेश कुमार एवं एमआईए सब इंस्पेक्टर मोहन सिंह गुर्जर अस्पताल पहुंचे. जहां डीएसपी ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन परिजन मांग करने लगे कि हम डेड बॉडी को सुबह लेकर जाएंगे. वहीं अस्पताल प्रशासन ने कानूनन डेड बॉडी रखने से इनकार कर दिया. हालांकि परिजनों को काफी देर समझाने के बाद मृतक युवक की डेड बॉडी को राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के मोर्चरी में शिफ्ट किया गया. जहां शनिवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. परिजनों ने बताया कि मृतक युवक दो भाई हैं. मां की मृत्यु कुछ दिन पहले हो गई थी और पिता एक बीमारी से ग्रसित हैं. जिनका लगातार इलाज चल रहा है. अब घर में कमाने वाला कोई नहीं है. फिलहाल गांव में सुरक्षा को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गई है. घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव के हालात हैं. पुलिस ने कहा कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी. आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. इस घटना के विरोध में हिंदू संगठन भी सड़क पर आ गए हैं. 

अंता उपचुनाव को लेकर वसुंधरा राजे से महत्वपूर्ण बैठक, जानें क्या हुआ फैसला

जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच मुलाकात से सियासी हलचल पैदा हो गई। तीनों नेताओं के बीच अंता विधानसभा उपचुनाव को लेकर विचार-विमर्श हुआ, लेकिन इस मुलाकता और भी मायनों में देखा जा रहा है। अंता विधानसभा सीट वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह के लोकसभा क्षेत्र में आती है। हाड़ौती अंचल को हमेशा से राजे का राजनीतिक क्षेत्र माना जाता रहा है। ऐसे में इस चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है। यही वजह है कि भाजपा ने अभी तक अंता सीट से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस चुनाव में राजे की राय को अहम मान रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ उनके आवास पर पहुंचे। अंता उपचुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, जबकि भाजपा में टिकट को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। वसुंधरा राजे कंवरलाल मीणा के परिवार को टिकट देना चाहती हैं, लेकिन पार्टी के भीतर इस पर एकराय नहीं है। कंवरलाल मीणा, जो मनोहरथाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और पहले विधायक भी रह चुके हैं, को स्थानीय नेता बाहरी मानते हैं। इसके अलावा कोर्ट से उन्हें दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी आपराधिक छवि भी पार्टी के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। जातिगत और राजनीतिक समीकरणों के अनुसार पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी इस सीट के लिए सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि, वसुंधरा राजे उनके नाम पर पूरी तरह सहमत नहीं हैं। कभी प्रभुलाल सैनी को राजे समर्थक नेताओं में शामिल किया जाता था, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद स्थितियां बदल गई हैं।

सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन, राजस्थान के कई हिस्सों में ठंड का असर

 जयपुर बारिश थमने के साथ ही उत्तर-पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो गई हैं, जिससे राजस्थान में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और वहां से आने वाली ठंडी हवाओं ने राज्य में सर्दी का असर बढ़ा दिया है। सिरोही में रात का तापमान गिरकर 15.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही। वहीं शेखावाटी, हनुमानगढ़, बीकानेर और गंगानगर क्षेत्रों में भी न्यूनतम तापमान लगातार 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल राज्य में अगले कुछ दिन मौसम शुष्क रहेगा। दिन में धूप खिलने से अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी, लेकिन सुबह-शाम उत्तरी हवाओं के चलते ठंडक बनी रहेगी। पिछले 24 घंटों में जयपुर, अलवर, सीकर, नागौर, बीकानेर, चूरू और पिलानी सहित अधिकांश शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। सीकर का अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे कम रहा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण हो रही बर्फबारी का असर मैदानी राज्यों तक पहुंच रहा है। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में सुबह हल्का कोहरा और ठंडी हवाएं महसूस की जा रही हैं। ग्रामीण इलाकों में अब रात के समय पंखे और कूलर बंद हो चुके हैं, वहीं लोग हल्के गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव रहेगा लेकिन सर्द हवाओं का असर जारी रहेगा। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के प्रमुख जिलों का न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा- अजमेर 18.6, जयपुर 20.8, सीकर 17.5, कोटा 21.7, चित्तौड़गढ़ में 21.2, बाड़मेर में 22.6, जैसलमेर 25.0, जोधपुर 21.5, बीकानेर में 20.4 डिग्री, चूरू में 19.4 डिग्री और श्री गंगानगर में 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 14-15 अक्टूबर को उत्तरी इलाकों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। ऐसे में दीपावली के आसपास फिर से बारिश होने की आशंका है।

अंता विधानसभा उपचुनाव में वरिष्ठ मतदाताओं को मिलेगी सुविधा, पोस्टल बैलेट से कर पाएंगे मतदान

जयपुर अंता विधानसभा उपचुनाव 2025 को लेकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और आवश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा दी जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 60(सी) के तहत यह प्रावधान अधिसूचित किया है। इस सुविधा के तहत 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता और मानक दिव्यांगता वाले मतदाता फॉर्म 12D भरकर, मतदान की अधिसूचना जारी होने के पांच दिनों के भीतर, अपने बीएलओ (BLO) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद विशेष मतदान दल घर जाकर उनका वोट दर्ज करेगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य, अग्निशमन, विद्युत, परिवहन, एंबुलेंस, विमानन जैसी आवश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी भी अपने विभागीय नोडल अधिकारी के माध्यम से डाक मतपत्र की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। मतदान दिवस पर कार्यरत मान्यता प्राप्त मीडिया प्रतिनिधि भी इस सुविधा के पात्र होंगे। सेवा मतदाताओं  को डाक मतपत्र ETPBS (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम) के माध्यम से भेजा जाएगा। उन्हें डाक खर्च वहन नहीं करना होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को इन प्रावधानों की जानकारी दें। अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,27,563 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से 1,013 मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के, 1,170 दिव्यांग मतदाता और 39 सेवा मतदाता हैं। ये सभी डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करने के पात्र होंगे। त्रिकोणीय मुकाबले की जमीन तैयार अंता विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बीजेपी ने अब तक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी के पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी यहां से प्रमोद जैन भाया को हराकर विधायक रह चुके हैं। इनके अलावा नरेश मीणा भी इस सीट पर अपना दांव आजमाना चाहते हैं। नरेश ने सोशल मीडिया के जरिए राहुल गांधी से इस सीट के लिए टिकट मांगा था। अब कांग्रेस अपना प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है तो नरेश मीणा निर्दलीय यहां से ताल ठोक सकते हैं। 

रंग, परंपरा और उत्सव का संगम: थार महोत्सव की शुरुआत भव्य शोभायात्रा से

बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आज भव्य शोभायात्रा के साथ थार महोत्सव 2025 का शुभारंभ हुआ। इस वर्ष महोत्सव की थीम रंग रेगिस्तान रखी गई है, जिसके अंतर्गत दो दिनों तक विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने गांधी चौक से शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। शोभायात्रा गांधी चौक से रवाना होकर स्टेशन रोड, अहिंसा सर्किल और नेहरू नगर ओवरब्रिज से होते हुए आदर्श स्टेडियम तक पहुंची। इस दौरान पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश रखी महिलाओं ने यात्रा की शोभा बढ़ाई। ऊंट, घोड़े और ऊंटगाड़ी पर सवार लोक कलाकारों ने राजस्थानी लोकगीतों और नृत्यों से सभी का मन मोह लिया। आदर्श स्टेडियम पहुंचने पर कलेक्टर टीना डाबी ने आसमान में गुब्बारे छोड़कर विभिन्न प्रतियोगिताओं की शुरुआत की। यहां मटका दौड़, रस्साकशी समेत कई पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। महोत्सव के पहले दिन मिस थार, मिस्टर थार, सुंदर मूंछ जैसी आकर्षक प्रतियोगिताएं भी आयोजित होने वाली हैं। शाम 8 से 10 बजे तक लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।   कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि थार महोत्सव 2025 का आयोजन पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव न केवल मरु संस्कृति का उत्सव है, बल्कि स्थानीय कला, शिल्प और लोक परंपराओं को प्रोत्साहन देने का भी अवसर है। गौरतलब है कि आखिरी बार थार महोत्सव का आयोजन 2023 में हुआ था। पिछले वर्ष चुनावों के चलते कार्यक्रम नहीं हो सका था। करीब दो साल बाद अब इस महोत्सव के आयोजन से शहर में उत्साह और उमंग का माहौल है।  

बच्चों से भरी बस हादसे का शिकार, 12 बच्चे घायल, ग्रामीणों ने लगाया सड़क जाम

सवाई माधोपुर जिले के शिवाड़-ईसरदा मार्ग पर बुधवार को हुए एक भयानक सड़क हादसे में बच्चों को लेकर जा रही एक निजी स्कूल की बस अनियंत्रित होकर बजरी से भरे डंपर में जा टकराई और पलट गई। हादसे के समय बस में लगभग 40 बच्चे सवार थे। टक्कर के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। करीब 12 बच्चों को चोटें आई हैं। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। बच्चों को बस से बाहर निकालकर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत की बात है कि किसी बच्चे को गंभीर चोट की सूचना नहीं है और सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। हादसे के बाद ग्रामीणों में भारी रोष फैल गया। उनका आरोप है कि इलाके में बजरी के डंपर तेज रफ्तार और लापरवाही से चलते हैं, जिसके कारण यह हादसा हुआ। गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया और अन्य डंपरों को रोक लिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराने तथा यातायात बहाल करने के प्रयास किए। पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।