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झारखंड पुलिस की बड़ी जीत: TSPC संगठन के दो एरिया कमांडर ने किया आत्मसमर्पण

रांची  झारखंड में चतरा और पलामू जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय खतरनाक टीएसपीसी नक्सली संगठन के दो बड़े एरिया कमांडर कुलदीप गंझू उफर् पत्थर (कुणाल) और रोहनी गंझू उफर् रोहनी पाहन ने शुक्रवार को चतरा में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण समारोह चतरा समाहरणालय के सभाकक्ष में बोकारो प्रक्षेत्र के आईजी सुनील भास्कर और चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल की मौजूदगी में संपन्न हुआ। कुलदीप गंझू के खिलाफ चतरा जिले के कुंदा, सदर, मनातु, छतरपुर, प्रतापपुर और गिद्धौर थाना क्षेत्रों में कुल 16 गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं, रोहनी गंझू पर कुंदा और मनातु थाना क्षेत्रों में 10 आपराधिक मामले हैं। नक्सलियों ने पुलिस को हथियार भी सौंपे। रोहनी गंझू ने एसएलआर राइफल समेत 82 जिंदा राउंड और कुलदीप ने सेमी ऑटोमैटिक राइफल के साथ 103 राउंड जिंदा गोला-बारूद सौंपा। ये दोनों नक्सली क्षेत्र में कई कुख्यात वारदातों में शामिल रहे हैं, जिनमें 25 मई 2024 को पंकज बिरहोर और उनके पिता बिफा बिरहोर की निर्मम हत्या और 7 फरवरी 2024 को अफीम विनष्टिकरण से लौट रहे पुलिस जवानों पर हमले की घटना प्रमुख हैं। उस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि यह सफलता लगातार चलाए जा रहे पुलिस अभियान और झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति‘नई दिशा'के व्यापक प्रचार-प्रसार का नतीजा है। पुलिस ने नक्सली परिवारों को इस नीति के बारे में गांव-गांव जाकर जानकारी दी और मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया। टीएसपीसी संगठन के अंदर भी उत्पन्न तनाव और पुलिस की प्रभावी दबिश के कारण ये नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का कदम उठाया।

पर्यटन प्रेमियों के लिए खुशखबरी: झारखंड में टाइगर सफारी की तैयारी शुरू

रांची झारखंड अपनी पहली ‘टाइगर सफारी' परियोजना शुरू करने की तैयारी कर रहा है और यह राज्य के वन्यजीव पर्यटन तथा वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रस्तावित ‘टाइगर सफारी' परियोजना की विस्तृत प्रस्तुति की शुक्रवार शाम रांची स्थित अपने सरकारी आवास में समीक्षा की। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पलामू बाघ अभयारण्य के बाहर स्थित लातेहार जिले के पुटुवागढ़ क्षेत्र में विकसित करने का प्रस्ताव है।  

मौसम ने किया उल्टा, झारखंड में दिवाली पर होगी बारिश और ठंड

रांची भीषण सर्दी का मौसम आने वाला है। इस मौसम में लोगों का हाल बेहाल हो जाता है। वहीं, झारखंड में ठंड का सिलसिला अभी से ही शुरू हो गया है तो जनवरी तक लोगों का हाल बेहाल ही होने वाला है। राज्य में दिन ढलते ही तापमान में गिरावट आ रही है और रात के समय ठंडक बढ़ती जा रही है। लोग बिना कंबल के रात को नहीं सो पा रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अक्टूबर के अंत तक पूरा राज्य ठंड की चपेट में आ जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक 18 अक्टूबर को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा और धनबाद जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, हालांकि मौसम शुष्क बना रहेगा। झारखंड में सुबह धूप निकल रही है, लेकिन दोपहर तक आसमान में बादल छा जा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, दिवाली के दिन पलामू क्षेत्र में बारिश की संभावना है। इससे दिवाली की तैयारियां प्रभावित हो सकती हैं। अगले कुछ दिनों में और भी ठंड बढ़ सकती है। खासकर, रात के समय में, तापमान में गिरावट के चलते सर्दी का अनुभव अधिक होगा।

नक्सलियों पर शिकंजा: झारखंड पुलिस का बड़ा ऑपरेशन, सितंबर में 328 माओवादी गिरफ्तार या ढेर

रांची झारखंड पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीते मंगलवार को कहा कि सितंबर के अंत तक राज्य में 266 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं, 32 मारे गए हैं और 30 ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में भाकपा (माओवादी) और उसके अलग हुए समूहों से जुड़े दो क्षेत्रीय समिति सदस्य, एक जोनल कमांडर, दो सब-जोनल कमांडर और नौ एरिया कमांडर शामिल हैं। महानिरीक्षक (अभियान) और झारखंड पुलिस के प्रवक्ता माइकल राज एस. ने संवाददाताओं से कहा, “एक जनवरी से सुरक्षाबलों से हुईं मुठभेड़ में कुल 32 नक्सली मारे गए। विवेक उर्फ ​​प्रयाग मांझी और अनुज उर्फ ​​सहदेव सोरेन मुठभेड़ों में मारे गए प्रमुख नक्सली थे। दोनों भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्य थे और उन पर एक-एक करोड़ रुपये का इनाम था।” बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त अधिकारी ने कहा कि इस अवधि के दौरान कुल 30 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वालों में भाकपा (माओवादी) के जोनल कमांडर रवींद्र यादव और सब-जोनल कमांडर आनंद सिंह तथा झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) का सब-जोनल कमांडर लवलेश गंझू उर्फ ​​लोकेश गंझू भी शामिल था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एक जनवरी से 30 सितंबर की अवधि के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया।  

माओवादी फिर सक्रिय: झारखंड में मोबाइल टावर जलाया, पर्चे के जरिए पुलिस को धमकी

पश्चिम सिंहभूम झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सलियों ने कल देर रात छोटानागरा थाना क्षेत्र के बहदा गांव में स्थित मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया है। वहीं घटनास्थल पर नक्सलियों ने पर्चा भी फेंका है।     मोबाइल नेटवर्क बाधित होने से ग्रामीण परेशान    ग्रामीणों ने आज बताया कि घटना के वक्त करीब एक दर्जन हथियारबंद नक्सली रात के अंधेरे में अचानक गांव पहुंचे और लोगों को घरों में रहने की चेतावनी दी और फिर टावर के पास मौजूद बैटरी और पैनल उपकरणों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। कुछ ही मिनटों में टावर धधक उठा और पूरे इलाके में लपटें दिखने लगीं। आग लगने के बाद टावर के उपकरणों के जलने और फटने से रह-रहकर तेज आवाजें आती रहीं। ग्रामीणों ने बताया कि रात करीब एक बजे तक पूरे क्षेत्र में धमाकों जैसी आवाजें सुनाई दे रही थीं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है इस आगजनी के कारण मोबाइल नेटवर्क बाधित हो गया है, जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह संचार टूट गया है और वे बाहरी संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।   ऑपरेशन‘कगार'के विरोध में 8 से 14 अक्टूबर तक प्रतिशोध सप्ताह      इधर पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कारर्वाई में जुट गई है। वहीं पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि घटना स्थल पर नक्सलियों ने कई पोस्टर और पर्चे भी छोड़े हैं, जिनमें उन्होंने अपने मारे गए साथियों का बदला लेने की चेतावनी दी है। पोस्टर में ऑपरेशन‘कगार'के विरोध में 8 से 14 अक्टूबर तक प्रतिशोध सप्ताह और 15 अक्टूबर को झारखंड, बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और असम में कांड करने का आह्वान किया गया है। पुलिस और सुरक्षा बल तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।

उपचुनाव से पहले सुरक्षा समीक्षा: झारखंड पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के साथ की बैठक

रांची झारखंड में 11 नवंबर को होने वाले घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा प्रबंधों को अंतिम रूप देने में पुलिस सक्रिय हो गई है। इस कड़ी में आईजी अभियान ने बीते शुक्रवार को रांची स्थित पुलिस मुख्यालय सभागार में पश्चिम बंगाल और ओडिशा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक की। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में चुनाव से पहले सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत बनाना था। बैठक में तीनों राज्यों के बीच अंतररज्यीय समन्वय को बढ़ावा देने और संयुक्त कारर्वाई पर जोर दिया गया। विशेष रूप से अवैध शराब, मादक पदार्थों, अवैध हथियारों और अवैध धन की आवाजाही को रोकने की रूपरेखा पर चर्चा हुई। इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में मिरर चेक पोस्ट स्थापित करने और उनकी सक्रियता बढ़ाने का निर्णय लिया गया। घाटशिला निर्वाचन क्षेत्र के आसपास के जिलों जैसे पश्चिम बंगाल के झारग्राम और पुरुलिया तथा ओडिशा के मयूरभंज में विशेष मिरर चेक पोस्ट बनाए जाएंगे और उन्हें चौबीसों घंटे सक्रिय रखा जाएगा। यह कदम न सिर्फ अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि सीमा पार से अपराधियों और नक्सलियों की गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखने में सहायक होगा। बैठक में अंतररज्यीय वांछित अपराधियों, वारंटियों और हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई करने और खुफिया जानकारी साझा करने पर भी सहमति बनी। इससे प्रभावी और तेज पुलिसिया कार्रवाई सुनिश्चित होगी और संगठित अपराधियों की सक्रियता को कम करने में मदद मिलेगी। इन सभी तैयारियों का उद्देश्य उपचुनाव के दौरान एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करना है, ताकि सभी मतदाता भयमुक्त होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।  

हादसे में तबाह ट्रक, उजड़े घर: सासाराम में टक्कर के बाद झारखंड चालक की मौत, दूसरा गंभीर

पटना बिहार के सासाराम में शनिवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में झारखंड के एक ट्रक ड्राईवर की जान चली गई जबकि उत्तर प्रदेश के ट्रक चालक की हालत नाजुक बनी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, घटना अहले सुबह सासाराम चौसा पथ पर अमवलिया चर्च के समीप की है। मृतक शख्स की पहचान झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ निवासी टुनटुन उर्फ धनेश्वर कुमार के रुप में हुई है जबकि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिला का निवासी अर्जुन यादव घायल हो गया। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अर्जुन यादव प्लाईवुड लोड कर सासाराम जा रहे थे। वहीं धनेश्वर कुमार टाटा कंपनी का सरिया लोड कर बक्सर जा रहे थे। इस दौरान सासाराम चौसा पथ पर अमवलिया चर्च के पास दोनों गाड़ियों में आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भयावह थी कि ट्रक गहरे पानी में पलट गया और झारखंड के ड्राईवर धनेश्वर कुमार की मौके पर मौत हो गई और यूपी चालक अर्जुन यादव घायल हो गया और उसका अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया है।  

झारखंड में जन्मे दो नवजातों का अवैध सौदा, स्वास्थ्यकर्मी बर्खास्त, सात आरोपियों पर FIR

गुमला झारखंड के गुमला ज़िले में एक महीने से भी कम उम्र के दो नवजात शिशुओं को बेच दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. हालांकि बाद में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन दोनों बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया. इस वारदात के बारे में पुलिस ने बुधवार को जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि इस अवैध कृत्य में शामिल होने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिनमें से पांच की पहचान हो गई है, जबकि दो अज्ञात लोग शामिल हैं. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने अधिकारियों को रविवार को सामने आए मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. जिल के रायडीह थाने के प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार यादव ने एक न्यूज़ अजेंसी को बताया कि दोनों नवजात शिशुओं को दो पक्षों को बेचा गया था. बाद में पुलिस ने एक बच्चा रांची से और दूसरा गुमला से बरामद किया है. इंस्पेक्टर संदीप कुमार यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि मामला अवैध गोद लेने से संबंधित है, क्योंकि गोद लेने के कानून के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया था और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कथित तौर पर माता-पिता को शिशुओं को सौंपने के लिए राजी किया था. पुलिस अधिकारी ने कहा कि नवजात शिशुओं की खरीद-फरोख्त में कथित रूप से शामिल सात लोगों के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि उनमें से पांच की पहचान हो गई है और दो लोग अज्ञात हैं. एसएचओ यादव ने कहा कि पुलिस ने पूरे मामले जांच शुरू कर दी है. गुमला के सिविल सर्जन शंभू नाथ चौधरी ने बताया कि जांच में रायडीह के बांसडीह की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, शंख मोड़ की सहिया पार्वती देवी और ब्लॉक टीम ट्रेनर (बीटीटी-ग्रामीण) सुमन कुजूर की संलिप्तता सामने आई है. उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक मामले में उनके और संबंधित पक्षों के बीच एक-एक लाख रुपये का लेन-देन पाया गया. उप-मंडल अधिकारी की अध्यक्षता वाली एक समिति के समक्ष अपनी संलिप्तता स्वीकार करने के बाद तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. चौधरी ने बताया कि शिशुओं को गुमला स्थित बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया गया है. सिविल सर्जन शंभू नाथ चौधरी ने दावा करते हुए बताया कि एक शिशु का जन्म गुमला के रायडीह स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ, जबकि दूसरे शिशु का जन्म छत्तीसगढ़ के लोरो घाटी स्थित एक निजी अस्पताल में एक अविवाहित महिला से हुआ. बाद में मां ने ब्लॉक आदिवासी कल्याण अधिकारी से संपर्क किया और शिशु को बेच दिया. सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष नेम्हंती तिग्गा ने बताया कि दोनों नवजात शिशु चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ हैं. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी द्वारा परिवार के सदस्यों को आमंत्रित किया जाएगा और कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

निकालिए गर्म कपड़े! दिवाली तक झारखंड में दस्तक देगी ठंड

रांची देशभर में इस बार हो रही अधिक बारिश ने सभी को हैरान कर दिया है। त्यौहार शुरू हो गए हैं, लेकिन बारिश ने त्योहारों की खुशियों को फीका किया हुआ है। वहीं, झारखंड की बात करें तो यहां 9 अक्टूबर तक हल्की बारिश होने की संभावना बनी हुई है। रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में अब बादल छंट रहे हैं। लगातार बारिश में अब कमी आएगी। अगले 4 दिनों के दौरान हवा में तेजी से बदलाव होंगे। इससे बादल साफ होंगे। इसके साथ ही मानसून वापसी की प्रक्रिया आरंभ होगी। मौसम विभाग के अनुसार 10 अक्टूबर के बाद हल्की ठंड शुरू होने लग जाएगी। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक, झारखंड में 11 अक्टूबर से मानसून की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, 10 अक्टूबर तक कहीं-कहीं हल्की बारिश और वज्रपात की संभावना बनी रहेगी। इसके बाद राज्य में शुष्क मौसम की शुरुआत होगी। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर बना रहेगा, जिससे दोपहर के समय बादल छाने और हल्की बारिश की स्थिति बन सकती है। मानसून की विदाई के बाद झारखंड में मौसम में धीरे-धीरे बदलाव देखा जाएगा। सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस होने लगेगी, जबकि दिन में मौसम खुशनुमा बना रहेगा। अनुमान है कि दिवाली तक राज्य में गुलाबी ठंड का प्रभाव साफ तौर पर दिखने लगेगा।

दुर्गा पूजा मेले में भारी बारिश से दुकानदारों का नुकसान, व्यापारियों में बढ़ी चिंता

रांची झारखंड में भारी बारिश ने न सिर्फ दुर्गा पूजा उत्सव मनाने वालों के उत्साह को कम कर दिया, बल्कि त्योहारी खरीदारी से बेहतर लाभ की उम्मीद लगाए बैठे छोटे और मध्यम व्यापारियों को भी बड़ा झटका दिया। व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य की राजधानी रांची, औद्योगिक केंद्र जमशेदपुर और कोयला क्षेत्र धनबाद के व्यापारियों को डर है कि उनके नुकसान 25 प्रतिशत से 60 प्रतिशत के बीच हो सकते हैं। ‘फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज' (एफजेसीसीआई) के अध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ​​ने को बताया कि हालिया जीएसटी कटौती के कारण व्यापारियों को पिछले साल की तुलना में अधिक बिक्री की उम्मीद थी, लेकिन बारिश ने उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया। मल्होत्रा ​​ने कहा, ‘‘हमें त्योहारों के दौरान अच्छे कारोबार की उम्मीद थी और प्रमुख औद्योगिक इकाइयों ने पूजा से पहले बोनस की घोषणा की थी। केंद्र द्वारा हाल ही में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की घोषणा किए जाने से उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें भी कम हुई हैं। हालांकि, मूसलाधार बारिश के कारण हमारी सारी उम्मीदें धराशायी हो गईं।'' व्यापारी संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि भारी बारिश के कारण दुर्गा पूजा के दौरान रांची में व्यापार में पिछले वर्षों की तुलना में लगभग 60 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ है। यह स्पष्ट रूप से जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में खुदरा विक्रेताओं के लिए हाल के वर्षों में त्योहार के दौरान सबसे खराब बिक्री का आंकड़ा था। यहां 300 से अधिक दुर्गा पूजा आयोजित की गई थी। ‘सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज' के एक वरिष्ठ पदाधिकारी विजय आनंद मूनका ने कहा, ‘‘बारिश के कारण लोग दुकानों पर नहीं आए और अपनी जरूरत की चीज़ें ऑनलाइन ऑर्डर कर दीं। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार 25 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।'' बड़ी संख्या में कोयला खदानों वाले धनबाद में व्यापारियों ने अन्य वर्षों की तुलना में 60 प्रतिशत तक नुकसान का अनुमान लगाया है। ‘फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज' के सचिव अजय नारायण लाल ने छोटे दुकानदारों की परेशानियों के बारे में कहा, ‘‘बारिश के कारण उनका कारोबार चौपट हो गया, जिससे वे बेहद परेशान हैं। उन्होंने सामान खरीदने, पूजा पंडालों के पास जगह बुक करने और स्टॉल पर कर्मचारियों की व्यवस्था करने में भारी निवेश किया था। हालात ऐसे हैं कि वे अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार नुकसान 60 प्रतिशत तक पहुंच गया है।'' रांची मौसम कार्यालय ने कहा कि राज्य में सितंबर तक 17 प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हुई है।