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शिव के आशीर्वाद के 5 गुप्त संकेत, जो बदल सकते हैं आपका भविष्य

सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है। इस महीने में जैसे सारा माहौल भगवान शिव में डूबा हुआ नजर आता है। सड़कों पर कांवड़ियों की भीड़, मंदिरों के बाहर शिवभक्तों की लंबी-लंबी कतारें, भोलेनाथ का जयकारा लगाते हुए लोग; ऐसा अहसास कराते हैं कि भगवान शिव हमारे आसपास ही मौजूद हैं। कण-कण में बसने वाले भोलेनाथ की जब अपने भक्तों पर असीम कृपा होती है, तो वो पल-पल उन्हें ये संकेत देते रहते हैं कि वो उनके साथ ही हैं। जरूरत है तो सिर्फ उन संकेतों को पहचानने की। जीवन में हताश हैं या फिर समझ ही नहीं आ रहा कि लाइफ किस मोड़ पर ले जा रही है, तो थोड़ा ठहरें और देखें कि क्या आप कुछ अलग महसूस कर रहे हैं। अगर ये संकेत आपको अपने जीवन में दिखाई पड़ें तो समझ जाएं कि भगवान शिव आपके साथ हैं और जल्द ही आपका जीवन बदलने वाला है। आसपास दिखने लगें शिव से जुड़े संकेत यदि आप पर भगवान शिव की विशेष कृपा है, तो आप नोटिस करेंगे कि आपको हमेशा ही उनसे जुड़ी कुछ चीजें नजर आती रहती हैं। कभी अचानक से डमरू की आवाज या कहीं त्रिशूल का दिख जाना। बार-बार भगवान शिव का कोई भजन या ॐ नमः शिवाय का जाप सुनाई देना। आप किसी ना किसी तरह भगवान शिव से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। कभी आपको उनसे जुड़े सपने आएंगे तो कभी आप अचानक उनका नाम लेता हुआ पाएंगे। ये सभी बातें बताती हैं कि आप कहीं ना कहीं भगवान शिव के बहुत करीब हैं और उनसे जुड़े हुए हैं। जब अकेलापन आपको पसंद आने लगे व्यक्ति जब अंदर से आध्यात्मिक होने लगता है, तो सबसे पहले उसका जुड़ाव बाहरी दुनिया से कम और भीतरी दुनिया से ज्यादा होने लगता है। अगर आप खुद के साथ ज्यादा वक्त बिताने लगे हैं, बाहरी दुनिया के दिखावे अब आपको अपनी तरफ आकर्षित नहीं करते, तो यह सबसे बड़ा संकेत है कि आप शिव की ओर बढ़ रहे हैं। जब व्यक्ति खुद के साथ जुड़ने लगता है वो भी गहरे स्तर पर, तो ये शिव की ऊर्जा का ही संकेत होता है। जब आप भीतर से शांत रहने लगें दुनिया में सबसे बड़ी चुनौती ही खुद को शांत रखना है, बाहर से भी और भीतर से भी। कभी गुस्से के क्षणों में तो कभी तनाव और उलझन के समय में भी। लेकिन जब आप शिव की ओर बढ़ते हैं, तो मन अपने आप शांत होने लगता हैं। आप पाते हैं कि जो चीजें पहले आपको गुस्सा या तनाव देती थीं, आप उनका आप पर ज्यादा खास असर पड़ता ही नहीं है। आप में एक ठहराव और शांति सी आ गई है, तो शिव तत्व का संकेत है। भौतिक चीजें का आकर्षण कम होने लगे बचपन से बुढ़ापे तक अक्सर हम भौतिक चीजों के पीछे ही भागते रहते हैं। महंगी गाड़ी, कपड़े, शॉपिंग, दिखावा और कॉम्पिटिशन; यही सब चलता रहता है। लेकिन जो व्यक्ति शिव तत्व की ओर बढ़ने लगता है, उसमें इन चीजों के प्रति आकर्षण कम होने लगता है। ऐसे व्यक्ति अक्सर संतुष्ट पाए जाते हैं, किसी और को देखकर उनके मन में किसी तरह का लालच या ईर्ष्या का भाव पैदा नहीं होता। बल्कि उन्हें तो ये दौड़ भाग व्यर्थ की लगती है। अगर आप इस लेवल पर पहुंच जाएं, तो समझ लीजिएगा कि आप शिव की ओर बहुत हद तक बढ़ चुके हैं। हर स्थिति में आपको सुरक्षित महसूस हो अगर आपको बुरी से बुरी स्थिति में भी सुरक्षा का भाव महसूस होता है, तो समझ लें भगवान शिव आपके साथ ही हैं। आसान शब्दों में कहें तो अगर आप किसी बुरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन आपके अंदर से जैसे आवाज आ रही है कि कुछ गलत नहीं होगा। आप में एक अजीब आ आत्मविश्वास है, जिसकी कोई ठोस वजह भी नहीं है लेकिन फिर भी आपको लग रहा है कि कुछ तो है, जो हर चीज को ठीक कर देगा। ये कुछ और नहीं बल्कि भगवान शिव की मौजूदगी का अहसास होता है, जो सिर्फ कुछ खास लोगों के साथ ही होता है।  

रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार शुभमन, 25 रन बनाते ही होगा बड़ा कारनामा

नई दिल्ली भारत और इंग्लैंड के बीच 23 जुलाई (बुधवार) से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर टेस्ट मैच खेला जाना है. भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे हैं, ऐसे में ये मुकाबला उसके लिए 'करो या मरो' का है. अगर भारत मैनचेस्टर टेस्ट हारता है या ड्रॉ करता है, तो सीरीज जीतने का मौका गंवा देगा. इस मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल पर सबकी निगाहें होंगी. शुभमन गिल के पास बड़ा रिकॉर्ड बनाने का मौका शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट में नया कीर्तिमान रचने के बेहद करीब हैं. यदि शुभमन मैनचेस्टर टेस्ट मैच में 25 रन बनाते हैं, तो वो 19 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर देंगे. शुभमन 25 रन बनाते ही इंग्लैंड में किसी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई बल्लेबाज बन जाएंगे. फिलहाल ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद यूसुफ के नाम दर्ज है. दाएं हाथ के बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने साल 2006 में इंग्लैंड में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 90.14 की बेहतरीन औसत से 631 रन बनाए थे. अब शुभमन गिल के पास मोहम्मद यूसुफ को पछाड़ने का सुनहरा मौका है. शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में अब तक 3 मैचों में 607 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत 101.16 रहा और उन्होंने तीन शतक लगाए. भारतीय कप्तान का मौजूदा सीरीज में सर्वोच्च स्कोर 269 रन रहा है, जो उन्होंने बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में बनाया. इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन (एशियाई बैटर) मोहम्मद यूसुफ (पाकिस्तान) – 4 मैच, 631 रन, 2006 शुभमन गिल (भारत)- 3* मैच, 607 रन, 2025 राहुल द्रविड़ (भारत)- 4 मैच, 602 रन, 2002 विराट कोहली (भारत)– 5 मैच, 593 रन, 2018 सुनील गावस्कर (भारत)– 4 मैच, 542 रन, 1979 सलीम मलिक (पाकिस्तान)- 5 मैच, 488 रन, 1992 भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने शुभमन गिल को लेकर बड़ी बात कही है. चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइंफो में अपने कॉलम में लिखा, 'ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट शुभमन गिल के अब तक के करियर की सबसे बड़ी परीक्षा होगी. सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर नहीं, बल्कि कप्तान के तौर पर भी.' चैपल का मानना है कि गिल के पास सीखने का समय बहुत कम है और वो अपनी भावनाएं नहीं दिखा सकते. भारतीय टीम ने तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी 2025 की शुरुआत लीड्स टेस्ट में पांच विकेट से हार झेलकर की. इसके बाद टीम इंडिया ने एजबेस्टन टेस्ट मैच में जबरदस्त वापसी की और मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ 336 रनों की रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की. हालाकि, लॉर्ड्स टेस्ट मैच में मिली 22 रनों से हार ने उसे बैकफुट पर ढकेल दिया.

PAK की फीकी शुरुआत, बांग्लादेश से पहले मुकाबले में करारी शिकस्त

ढाका  बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला 20 जुलाई (रविवार) को ढाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेला गया. इस मुकाबले में मेजबान बांग्लादेश ने पाकिस्तानी टी पर 7 विकेट से धमाकेदार जीत हासिल की. मुकाबले में बांग्लादेश ने 111 रनों का लक्ष्य 15.3 ओवर्स में ही हासिल कर लिया. टी20 सीरीज का अगला मुकाबला 22 जुलाई (मंगलवार) को इसी मैदान पर खेला जाएगा. पहले टी20 में बांग्लादेश की जीत के हीरो रहे सलामी बल्लेबाज परवेज हुसैन इमोन और तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान रहे. परवेज हुसैन इमोन ने 39 गेंदों पर नाबाद 56 रन बनाए, जिसमें 5 छक्के और 3 चौके शामिल रहे. परवेज हुसैन इमोन और तौहीद हृदोय (36 रन) के साथ बीच तीसरे विकेट के लिए 73 रनों की साझेदारी हुई, जिसमें बांग्लादेश का काम आसान कर दिया. गेंदबाजी में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान ने कमाल कर दिखाया. मुस्ताफिजुर ने 4 ओवर्स में सिर्फ 6 रन देकर 2 विकेट लिए. उन्होंने डेथ ओवर्स में पाकिस्तान की रन गति पर पूरी तरह नियंत्रण रखा. तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 22 रन देकर 3 विकेट लिए. पाकिस्तान के लिए किसने बनाए सबसे ज्यादा रन? टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तानी टीम 19.3 ओवर्स में सिर्फ 110 रनों पर सिमट गई. सलामी बल्लेबाज फखर जमां को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं सका. जमां ने 34 बॉल पर 44 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और एक सिक्स शामिल रहा. पाकिस्तानी टीम की हालत इतनी खराब थी कि टॉप-6 में से पांच बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके. पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बीच तालमेल का भी अभाव दिखा. फखर जमां और मोहम्मद नवाज रन आउट हुए. पाकिस्तानी टीम के लिए गेंदबाजी में डेब्यूटेंट सलमान मिर्जा ने लगातार ओवरों में तंजीद हसन और कप्तान लिटन दास को आउट करके उम्मीद जगाई. लेकिन उन्हें बाकी गेंदबाजों का साथ नहीं मिला. फील्डिंग में चूक भी पाकिस्तानी टीम को भारी पड़ा. तौहीद हृदोय को दो बार जीवनदान मिला, जिससे बांग्लादेश मैच में पूरी तरह हावी हो गया और उसने आसान जीत हासिल की. परवेज हुसैन इमोन 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुने गए.    

कांवड़ यात्रा को लेकर सपा विधायक इकबाल महमूद के बयान से बवाल, कहा– यह आस्था नहीं, अराजकता

संभल समाजवादी पार्टी (सपा) के संभल से विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने दावा किया कि कांवर यात्रा में शिवभक्तों से ज्यादा गुंडे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग तोड़फोड़ और गुंडागर्दी कर रहे हैं. उनके इस बयान ने कांवड़ यात्रा की पवित्रता और उसमें शामिल लोगों के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं, जिससे राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है. सपा विधायक ने हुड़दंग कर रहे कांवड़ियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा में शिवभक्तों से ज्यादा गुंडे हैं. उन्होंने दावा किया कि ये लोग सड़कों पर तोड़फोड़ और गुंडागर्दी कर रहे हैं और उनकी जगह जेल में है. उन्होंने सरकार से इन उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजने की मांग की है. महमूद ने मुजफ्फरनगर की घटना का किया जिक्र महमूद ने मुजफ्फरनगर में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां कांवर यात्रियों ने बच्चों को ले जा रही एक स्कूल वैन में तोड़फोड़ की. उन्होंने चिंता जताई कि कांवर यात्रा में सच्चे शिव भक्तों की संख्या कम है, जबकि उपद्रव करने वालों की तादाद ज्यादा है. 'इसका हिसाब परलोक में होगा' उन्होंने कहा, 'ये लोग अच्छे कर्म नहीं कर रहे, बल्कि दूसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इनके कर्मों का फल इन्हें परलोक में भुगतना पड़ेगा.' योगेंद्र राणा की टिप्पणी का किया विरोध इससे पहले इकबाल महमूद ने करनी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र राणा के द्वारा समाजवादी पार्टी की सांसद इकरान पर निकाह कुबूल है, कुबूल है वाली टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. इकबाल महमूद ने कहा कि ये सभी गलत लोग हैं और उनकी जगह जेल में होनी चाहिए. हमारे समाज में सभी वर्गों के लोग रहते हैं. उन्होंने हिंदू समाज से अपील करते हुए कहा कि लोग सामने आए और इस तरह की बयानबाजी करने वाले व्यक्ति का विरोध करें और इसको जेल में डलवाने की कोशिश करें. इस व्यक्ति के द्वारा जो घृणात्मक बयान दिया गया है वह अशोभनीय है और ऐसे आदमी की जगह जेल के अलावा कहीं और नहीं है. हमारे उत्तर प्रदेश के मुखिया सीएम योगी को इसका संज्ञान लेना चाहिए और इस मामले में सख्त कार्रवाई करें.

प्रिया सरोज का अनोखा अंदाज़, सांसद होते हुए भी खेत में बहाई पसीना

वाराणसी यूपी के मछलीशहर से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद प्रिया सरोज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में प्रिया सरोज धान की रोपाई करती नजर आ रही हैं. वीडियो को खुद उन्होंने शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा है- 'हमारा गांव…' इस पोस्ट पर यूजर्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं.  जानकारी के मुताबिक, सांसद प्रिया सरोज  वाराणसी के पिंडरा तहसील क्षेत्र स्थित अपने गांव करखियांव पहुंची थीं. यहां उन्होंने अपनी सहेलियों और गांव की महिलाओं के साथ धान की रोपाई की. वीडियो में प्रिया सरोज नंगे पांव एकदम देसी अंदाज में पानी भरे खेत में धान लगाते देखी जा सकती हैं. सांसद ने करीब आधे घंटे तक खेत में मेहनत की. इस दौरान उन्होंने सपा व पीडीए के उपलब्धियां के बारे में किसानों को बताया. आपको बता दें कि प्रिया सरोज लोकसभा के लिए चुनी गई सबसे युवा उम्मीदवारों में से एक हैं. वह तीन बार के सांसद और वर्तमान विधायक तूफानी सरोज की बेटी हैं. हाल ही में प्रिया की सगाई क्रिकेटर रिंकू सिंह के साथ हुई है. इस कार्यक्रम में सपा मुखिया अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव सहित कई दिग्गज शामिल हुए थे. बीते दिनों प्रिया सरोज का एक और पोस्ट वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर निशाना साधा था. दरअसल अनिरुद्धाचार्य द्वारा अखिलेश यादव पर की गई टिप्पणी के बाद उन्होंने कथावाचक का वीडियो शेयर करते हुए लिखा- जब एक बाबा कृष्ण जी का नाम बताने में असफल हो जाता है, तो अपनी छवि सुधारने के लिए वह राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का नाम हिंदू-मुस्लिम जोड़ कर देश-प्रदेश का माहौल खराब कर देता है. क्या यही सिखाते है अपने प्रवचन में..?

पत्रकारिता को समाज सेवा से जोड़ा प्रभाष जी ने: उप मुख्यमंत्री शुक्ल का सम्मानपूर्ण वक्तव्य

प्रभाष जी की पत्रकारिता जनहित के लिए समर्पित रही: उप मुख्यमंत्री शुक्ल पत्रकारिता को समाज सेवा से जोड़ा प्रभाष जी ने: उप मुख्यमंत्री शुक्ल का सम्मानपूर्ण वक्तव्य नई दिल्ली में "प्रभाष प्रसंग” कार्यक्रम में हुए शामिल भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि स्वर्गीय प्रभाष जोशी ने पत्रकारिता को केवल पेशा नहीं, बल्कि लोकमंगल का माध्यम बनाया। उन्होंने जनचेतना को जागृत करने, लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने और सामाजिक सरोकारों को मुखर स्वर देने में अपनी लेखनी के माध्यम से अद्वितीय योगदान दिया है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल नई दिल्ली स्थित सत्याग्रह मंडप, राजघाट परिसर में प्रख्यात पत्रकार स्व. प्रभाष जोशी की स्मृति में “प्रभाष प्रसंग” कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने प्रख्यात पत्रकार स्व. प्रभाष जोशी को उनकी विचारशील पत्रकारिता, सामाजिक प्रतिबद्धता एवं सांस्कृतिक चेतना के लिए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि आज के समय में जब सूचना के माध्यमों की प्रामाणिकता और जिम्मेदारी पर प्रश्नचिह्न उठते हैं, ऐसे में प्रभाष जी जैसे उत्कृष्ट मानक स्थापित करने वाले पत्रकारों की स्मृति और मूल्य और अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं। उनकी विरासत नई पीढ़ी के पत्रकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, पद्मभूषण रामबहादुर राय, पद्मजवाहरलाल कौल सहित अनेक गणमान्यजन एवं पत्रकारिता, साहित्य एवं संस्कृति से जुड़े प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने प्रभाष जोशी जी के जीवन, विचार और कार्यशैली पर प्रकाश डाला और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।  

संसद सत्र से पहले पीएम का प्रहार: आतंक पर लोकतंत्र भारी, पाकिस्तान का चेहरा उजागर

नई दिल्ली  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद के मानसून सत्र शुरू होने से पहले अपने संबोधन में कहा कि मानसून नवसृजन और नवीनता का प्रतीक है। मानसून सत्र विजयोत्सव राष्ट्र उत्सव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस सत्र के दौरान अच्छी चर्चा और कामकाज होगा। पीएम मोदी ने कहा कि अबतक जो खबरें मिली हैं देश में मौसम बहुत ही अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। कृषि को लाभदायक मौसम की खबरें हैं। बारिश किसानों की अर्थव्यवस्था, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में अब तक जो मुझे जानकारी दी गई है उस हिसाब से पिछले 10 वर्ष में जो पानी का भंडार हुआ, इस बार करीब करीब तीन गुना हुआ है। इसका आने वाले दिनों में देश के अर्थतंत्र को काफी लाभ होगा। ये सत्र राष्ट्र के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण सत्र है… पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा कि ये सत्र राष्ट्र के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण सत्र है। ये मानसून सत्र राष्ट्र के लिए अपने आप में विजयोत्सव का रूप है और जब मैं कहता हूं कि ये सत्र राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र है तो सबसे पहले मैं पहली बार इंटरनेशल स्पेस स्टेशन पर भारत का तिरंगा झंडा वहां लहराना ये हर देशवासी के लिए गौरव के पल हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में साइंस तकनीक के प्रति इनोवेशन के प्रति नया उमंग और उत्साह भरने वाली ये सफल यात्रा रही है और पूरी संसद लोकसभा राज्यसभा दोनों सदन देशवासी जिस गौरव का अनुभव कर रहे हैं। उसमें एक स्वर से जुड़ेंगे एक स्वर से इसका यशगान होगा जो भारत को अंतरिक्ष में नई ऊंचाई पर पहुंचाने वाले जो भावी कार्यक्रम है उनके लिए भी प्रेरक बनेगा। ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने सभी टारगेट पूरे किए- पीएम प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मानसून सत्र एक विजयोत्सव है पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का भारत के सैन्य के सामर्थ्य का रूप देखा है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था उसे 100 फीसदी अचीव किया। आतंकियों के आकाओं के घर में जाकर 22 मिनट के भीतर ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसको जमींदोज कर दिया गया। मैंने बिहार के कार्यक्रम में इसकी घोषणा की थी कि हमारी सैन्य शक्ति ने बहुत ही कम समय में सिद्ध करके दिखा दिया और इसमें मेन इन इंडिया सैन्य शक्ति का ये नया स्वरूप पर दुनिया आकर्षित हुई है। 21 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र संसद का मानसून सत्र 21 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र 32 दिन तक चलेगा। इस दौरान 21 बैठकें होंगी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए संसद के दोनों सदन 12 अगस्त से 17 अगस्त तक स्थगित रहेंगे। इसके बाद 18 अगस्त को सत्र फिर से शुरू होगा। विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार से जवाब की मांग कर रहा है। सबसे अहम मुद्दा ऑपरेशन सिंदूर है, जिस पर बहस होगी। यह बहस 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हो रही है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। ऑपरेशन सिंदूर, ट्रंप के दावे पर विपक्ष मांग रहा जवाब विपक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे पर बयान देने की मांग की है और साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच शांति मध्यस्थता के बार-बार किए गए दावों पर जवाब मांगा है। सत्र के दौरान बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। विपक्षी दलों ने इस प्रक्रिया की पारदर्शिता और समय को लेकर चिंता जताते हुए सरकार पर आगामी राज्य चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। इन विधेयक को पेश करने की तैयारी में सरकार इस सत्र के दौरान सरकार कई अहम विधेयक पेश करने की भी तैयारी में है। इनमें जीएसटी सुधार, टैक्सेशन कानून, सार्वजनिक विश्वास नियमन, खेल प्रशासन, बंदरगाह और खनिज और भू-विरासत स्थलों के संरक्षण से संबंधित प्रस्तावित कानून शामिल हैं। लोकसभा में नए आयकर विधेयक, 2025 पर संसदीय पैनल की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाएगी। इसके अलावा, संसद में एक न्यायाधीश को हटाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की संभावना है। संसद सत्र से एक दिन पहले ही हुई सर्वदलीय बैठक संसद सत्र की शुरूआत से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ये राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे हैं। सरकार इनसे पीछे नहीं हट रही और ना कभी हटेगी, बल्कि नियमों और परंपराओं के दायरे में चर्चा के लिए हमेशा खुली है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार के लिए नियम और परंपराएं बहुत महत्वपूर्ण हैं। पीएम ने अपने संबोधन में कहा, अबतक जो खबरें मिली हैं देश में मौसम बहुत ही अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। कृषि को लाभदायक मौसम की खबरें हैं। बारिश किसानों की अर्थव्यवस्था, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक अहम अबतक जो मुझे जानकारी दी गई है उस हिसाब से पिछले 10 वर्ष में जो पानी का भंडार हुआ है इस बार जो करीब करीब तीन गुना हुआ है जिसका आने वाले दिनों में देश के अर्थतंत्र को काफी लाभ होगा. राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण है यह सत्र: पीएम मोदी ये सत्र राष्ट्र के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण सत्र है ये मॉनसून सत्र राष्ट्र के लिए एक अपने आप में विजयोत्सव का रूप है। मैं जब यह कहता हूं कि ये सत्र राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र है, तो सबसे पहले तो मैं पहली बार इंटरनेशल स्पेस स्टेशन पर भारत का तिरंगा झंडा वहां लहराना ये हर देशवासी के लिए गौरव के पल हैं। देश में साइंस तकनीक के प्रति ,इनोवेशन के प्रति, नई उमंग और उत्साह भरने वाली ये सफल यात्रा रही है। आज पूरी संसद लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदन, देशवासी जिस गौरव का अनुभव कर रहे हैं उसमें एक स्वर से जुड़ेंगे। एक स्वर से इसका यशगान होगा जो भारत को अंतरिक्ष में नई ऊंचाई पर पहुंचाने वाले जो भावी कार्यक्रम है उनके लिए भी प्रेरक बनेगा। भारतीय सेना ने टारगेट का 100 प्रतिशत किया एचीव प्रधानमंत्री ने कहा, ये मॉनसून सत्र एक विजयोत्सव है पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति … Read more

जेठालाल के बिना होगा ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’? प्रमोटर का साफ बयान—जल्द खुलने वाला राज

मुंबई  तारक मेहता का उल्टा चश्मा बीते 17 सालों से दर्शकों को लुभाता आया है. शो की सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन-फॉलोइंग है. फैंस एक भी एपिसोड को मिस नहीं करते हैं. इसलिए तो ये चार हफ्तों से टीआरपी चार्ट में टॉप पर बनी हुई है. लोकप्रिय सिटकॉम अपने कॉमेडी एपिसोड्स से हर दिन नए मुकाम हासिल कर रहा है. अब असित कुमार मोदी ने जेठालाल उर्फ दिलीप जोशी के शो छोड़ने पर रिएक्ट किया है. तारक मेहता का उल्टा चश्मा को लेकर आ रही अफवाहों पर क्या बोले असित कुमार मोदी निर्माता असित कुमार मोदी ने टाइम्स ऑफ इंडिया संग बातचीत में दिलीप जोशी के शो छोड़ने की अफवाहों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, TMKOC को लेकर जब भी कोई खबर आती है, तो वो खूब सुर्खियां बटोरती है. कई बार तो शो के बारे में संवेदनशील या भ्रामक बातें भी लिखी जाती हैं, लेकिन सच कहूं तो मैं इसकी ज्यादा परवाह नहीं करता. अगर मैं हर अफवाह पर जवाब देने लगूं, तो ये कभी खत्म ही नहीं होंगी. असित कुमार मोदी ने जेठालाल के शो छोड़ने पर क्या कहा हाल ही में, जेठालाल (दिलीप जोशी जी) अपनी निजी व्यस्तताओं के कारण कुछ समय के लिए शो में नजर नहीं आए, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्होंने शो छोड़ दिया है. कहानी का हमेशा एक ही किरदार के इर्द-गिर्द घूमना मुमकिन नहीं होता. लोग कुछ भी मान लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन मैं कहानी पर ध्यान केंद्रित रखता हूं और इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देता. क्या है तारक मेहता का उल्टा चश्मा की जान प्रोड्यूसर ने कहा, हमारे शो की जान उसका हास्य है. इतने सालों बाद भी, उसका सार वही है. ताजा और मजेदार कंटेंट बनाना आसान नहीं है, खासकर जब दर्शक एपिसोड बार-बार देखते हैं और दोहराव को तुरंत पहचान लेते हैं. यही चुनौती है, हम लगातार चीजों को नया और मनोरंजक बनाए रखने के लिए खुद को प्रेरित करते हैं. यह जानते हुए कि दर्शक समझदार हैं और इससे कम की उम्मीद नहीं करते. हर दिन एक नई कहानी, लेकिन ऐसी जो लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़े. वे 17 सालों से यह शो देख रहे हैं, और वे मुझ पर भरोसा करते हैं.

कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए 4 करोड़ 37 लाख मिली प्रशासकीय स्वीकृति

रायपुर : मुख्यमंत्री के विशेष प्रयास से कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 56 पदों की मिली स्वीकृति सीएम के प्रयासों का असर: कोतबा स्वास्थ्य केंद्र के लिए 56 नए पद स्वीकृत कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए 4 करोड़ 37 लाख मिली प्रशासकीय स्वीकृति अस्पताल अधीक्षक, सर्जन, मेडिकल विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य पदों को शीघ्र भरा जाएगा  रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जशपुर जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। पत्थलगांव विकास खंड के कोतबा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उन्नयन करके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण करने के लिए 4 करोड़ 37 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति भी दे दी है। कोतबा में लोगों तक बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 56 पद स्वीकृत किए हैं। इनमें अस्पताल अधीक्षक, सर्जन, मेडिकल विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग सिस्टर, लैब टेक्नीशियन, ओटी टेक्नीशियन, स्टाप नर्स, लेखापाल, फार्मासिस्ट, सहायक ग्रेड 3, ड्रेसर, वार्ड बॉय, आया और भृतय के पद स्वीकृत किया गया है। शीघ्र ही उनकी पदस्थापना की जाएगी जिसमें लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जा सके।

कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए 4 करोड़ 37 लाख मिली प्रशासकीय स्वीकृति

रायपुर : मुख्यमंत्री के विशेष प्रयास से कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 56 पदों की मिली स्वीकृति सीएम के प्रयासों का असर: कोतबा स्वास्थ्य केंद्र के लिए 56 नए पद स्वीकृत कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए 4 करोड़ 37 लाख मिली प्रशासकीय स्वीकृति अस्पताल अधीक्षक, सर्जन, मेडिकल विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य पदों को शीघ्र भरा जाएगा  रायपुर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जशपुर जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। पत्थलगांव विकास खंड के कोतबा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उन्नयन करके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कोतबा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण करने के लिए 4 करोड़ 37 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति भी दे दी है। कोतबा में लोगों तक बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 56 पद स्वीकृत किए हैं। इनमें अस्पताल अधीक्षक, सर्जन, मेडिकल विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग सिस्टर, लैब टेक्नीशियन, ओटी टेक्नीशियन, स्टाप नर्स, लेखापाल, फार्मासिस्ट, सहायक ग्रेड 3, ड्रेसर, वार्ड बॉय, आया और भृतय के पद स्वीकृत किया गया है। शीघ्र ही उनकी पदस्थापना की जाएगी जिसमें लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जा सके।