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किसानों पर विवादित बयान: कंगना रनौत को सुप्रीम कोर्ट से झटका

मंडी  बॉलीवुड एक्ट्रेस और BJP सांसद कंगना राणावत को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. कंगना रनौत के खिलाफ चल रहा मानहानि केस जारी रहेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कंगना रनौत की मानहानि केस को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनौत ने किसानों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी, जिसके चलते उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया गया था.   कंगना के वकील ने पेश की यह दलील बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कगंना रनौत का पक्ष रखते हुए उनके वकील ने दलील दी थी कि उन्होंने महज एक ट्वीट को रि-ट्वीट किया था. कई और लोगों ने भी उस ट्वीट को रि-ट्वीट किया था. इस दलील के जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह महज रि-ट्वीट नहीं था, बल्कि इसमे कंगना रनौत की टिप्पणी भी शामिल थी. यह ट्रायल का विषय है तो आप निचली अदालत में अपनी बात रखिए. वहां से फैसला आने के बाद ही आगे मामले को देखा जाएगा, अगर बेंच के पास आया तो.   कंगना के खिलाफ क्या है मामला? बता दें कि कंगना रनौत के खिलाफ मानहानि की शिकायत साल 2021 में पंजाब की बठिंडा कोर्ट में 73 साल की महिंदर कौर ने दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया कि कंगना ने एक पोस्ट को रि-ट्वीट करके उनके खिलाफ टिप्पणी की, जिससे उनकी मानहानि हुई है. कंगना ने अपने रि-ट्वीट में महिंदर कौर की फोटो वाले ट्वीट को रि-ट्वीट करके कहा था कि यह वही बिलिकिस बानो दादी हैं, जो शाहीन बाग प्रदर्शन का हिस्सा थीं. यह 100 रुपये में उपलब्ध हो जाती हैं. हाई कोर्ट खारिज कर चुकी याचिका बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट भी कंगना रनौत की याचिका खारिज कर चुकी है. हाई कोर्ट ने कंगना की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि कंगना रनौत एक्ट्रेस हैं. उनके खिलाफ शिकायतकर्ता की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के आरोप लगे हैं. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि कंगना के रि-ट्वीट और टिप्पणी से उसकी इमेज खराब हुई है. रि-ट्वीट और टिप्पणी करके कंगना की इमेज पर भी असर पड़ रहा है, शिकायतकर्ता ने किसी दुर्भावना से केस दर्ज नहीं कराया है। इसलिए मामले की जांच होनी चाहिए.  

हिमाचलवासियों के लिए अलर्ट: 21 जिलों में तेज बारिश, सुरक्षित रहें भूस्खलन और बिजली गिरने से

नई दिल्ली मानसून की विदाई का वक्त भले ही करीब हो, लेकिन उत्तर भारत का मौसम एक बार फिर असरदार करवट लेता नजर आ रहा है। दिल्ली समेत कई मैदानी राज्यों में बारिश थमने के बाद जहां उमस और गर्मी बढ़ती जा रही है, वहीं यूपी और बिहार में एक बार फिर बादल सक्रिय हो चुके हैं। दूसरी ओर, हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश अब लोगों की मुसीबतें बढ़ा रही है। दिल्ली में बारिश का इंतजार, उमस से बेहाल राजधानी राजधानी दिल्ली में बारिश का सिलसिला अब थमता दिख रहा है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 3 से 4 दिन तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। तापमान: शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33°C तक पहुंचने की उम्मीद है। मौसम का हाल: गर्मी के साथ उमस लोगों को परेशान कर सकती है। बादलों की हल्की आवाजाही रहेगी, लेकिन कोई बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सक्रिय हुआ मानसून, 21 जिलों में अलर्ट उत्तर प्रदेश में गुरुवार से मौसम ने अचानक करवट ली है और मानसून फिर से सक्रीय हो गया है। आज शुक्रवार को पश्चिमी यूपी में तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। पूर्वी यूपी में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लखनऊ मौसम केंद्र के अनुसार, जिन 21 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें ये प्रमुख हैं: बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, सहारनपुर मुजफ्फरनगर, मेरठ, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, बस्ती सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, संत कबीरनगर, देवरिया चेतावनी: बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में मूसलधार बारिश का रेड अलर्ट बिहार में भी एक बार फिर भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, आज कई जिलों में मूसलधार बारिश हो सकती है।   प्रभावित जिले: पश्चिम चंपारण, बांका, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और सारण इन जिलों में बिजली गिरने की आशंका को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हिमाचल और उत्तराखंड में पहाड़ों पर बरस रहा कहर उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बारिश की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही। हिमाचल प्रदेश: 12 से 14 सितंबर तक मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। आज के लिए ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में येलो अलर्ट है। बिजली गिरने और भूस्खलन की भी संभावना बनी हुई है। कई स्थानों पर सड़कें बंद हो चुकी हैं और यातायात बाधित है। उत्तराखंड: देहरादून समेत 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तेज आंधी, बिजली गिरने और मूसलधार बारिश की चेतावनी दी गई है। पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड और नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है। पंजाब में अब भी बाढ़ जैसे हालात हालांकि पंजाब में बारिश की तीव्रता कुछ कम हुई है, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। बांधों से लगातार छोड़ा जा रहा पानी कई निचले इलाकों में तबाही ला रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के कई गांव अभी भी जलमग्न हैं। फसलें और घर प्रभावित हुए हैं, और राहत कार्य जारी है। क्यों बदला मौसम अचानक? विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर के इस समय में मानसून की विदाई शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली नमी के कारण दोबारा सक्रियता देखने को मिल रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम के पैटर्न में असामान्य बदलाव हो रहे हैं। इसकी वजह से देर से होने वाली भारी बारिश का खतरा बढ़ता जा रहा है, खासकर पहाड़ी और निचले इलाकों में।  

उद्धव ठाकरे पर भरोसा नहीं! मंत्री नितेश राणे ने शिवसेना (UBT)-MNS गठबंधन पर किया कटाक्ष

मुंबई  महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने उद्धव ठाकरे को अविश्वासनीय व्यक्ति करार देते हुए कहा कि उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही मनसे-शिवसेना (उद्धव) गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि कौन किसके साथ जाता है, यह उनके दल का विषय है. राणे ने आरोप लगाया कि मातोश्री पर गए कांग्रेस नेताओं को खुद उद्धव ठाकरे ने बाहर निकाला था. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस, मनसे उम्मीदवार को स्वीकार करेगी? महाराष्ट्र की सियासत में इंडिया गठबंधन में मनसे को भी शामिल करने की बात चल रही है. ऐसी अटकलें हैं कि निकाय चुनाव में मनसे के नेता राज ठाकरे इंडिया गठबंधन की पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. जो औरंगजेब की बात करेगा, उसे वापस भेजा जाएगा मालवणी/धाराशिव में औरंगजेब नारेबाजी पर नितेश राणे ने कहा, “हमारा देश हिंदू राष्ट्र है. यहां यदि कोई औरंगजेब का उदारीकरण करेगा, तो उन्हें पाकिस्तान भेजा जाएगा.” हैदराबाद गजट पर चुनौती पर उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने की आजादी है. किसी को भी कोर्ट जाने का अधिकार है.” रश्मी शुक्ला-नाना पटोले पर राणे ने कहा, “रश्मी शुक्ला के खिलाफ साजिश की जा रही है, यह हम पहले दिन से कह रहे हैं. अब सबके सामने आ गया है.” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “नाना पटोले कितनी बार मुंह के बल गिरेंगे, इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाना चाहिए.” ओबीसी आरक्षण से नहीं होगी कोई छेड़छाड़ ओबीसी आरक्षण पर आश्वासन पर राणे ने कहा कि ओबीसी आरक्षण से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. मंत्री नितेश राणे ने कोंकण में हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य कोंकण की इकोनॉमी को मजबूत करना है. इस चर्चा में कोंकण को काजू, आम और मछली का एक प्रमुख केंद्र बनाने और जयगढ़ बंदरगाह के विकास पर चर्चा हुई. इसके साथ ही जल परिवहन से जोड़ने के लिए एक डीपीआर तैयार करने पर भी बैठक में विचार किया गया.  

पशु चिकित्सक रिश्वत लेते धरा गया! उज्जैन में लोकायुक्त ने 9 हजार की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

उज्जैन मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बावजूद घूसखोरी के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहें हैं। ताजा मामला उज्जैन से सामने आया है। यहां पशु चिकित्सक को गाय का पोस्टमार्टम करने के लिए घूस लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा है। 9 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को उज्जैन के इंगोरिया में पदस्थ पशु चिकित्सा मनमोहन सिंह पवैया को 9 हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिन ने रंगें हाथ पकड़ा है। दरअसल, पशु चिकित्सा कार्यालय पर गाय का पोस्टमार्टम करने के एवज में मनमोहन सिंह पवैया ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। उसी रिश्वत राशि में 9000 लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने डॉ मनमोहन सिंह पवैया को गिरफ्तार किया। शिकायत के बाद कार्रवाई बता दें कि, ग्राम सरसाना बड़नगर तहसील के रहने शख्स ने लोकायुक्त कार्यालय में मामले की शिकायत की थी। फरियादी की शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्ट चिकित्सक के खिलाफ एक्शन लिया। फिलहाल भ्रष्टाचार के विभिन्न अधिनियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है।

धर्म और जाति भूलो, वर्दी की गरिमा निभाओ! सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस को लगाई फटकार

मुंबई  सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस को फटकार लगाई है. पुलिस को यह फटकार साल 2023 के मारपीट के एक मामले की जांच ना करने पर लगाई गई है. कोर्ट ने कहा, पुलिस की वर्दी पहनने के बाद व्यक्ति को धर्म और जाति सहित सभी तरह के पूर्वाग्रहों से ऊपर उठना चाहिए और कानून के अनुसार कर्तव्य निभाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के गृह सचिव को निर्देश दिया है. कोर्ट ने कहा है हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की एक SIT गठित कर जांच कराए. कोर्ट ने क्यों लगाई फटकार? दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश उस याचिका पर दिया है जिसमें मई 2023 में महाराष्ट्र के अकोला में हुए सांप्रदायिक दंगे की जांच में लापरवाह पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. अपने कर्तव्यों की निष्क्रियता और पक्षपातपूर्ण जांच के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग की गई थी. याचिकाकर्ता ने खुद को हत्या का चश्मदीद बताया और कहा कि असली दोषी के बजाय मुस्लिम व्यक्तियों पर FIR दर्ज की गई. याचिकाकर्ता ने दंगों के दौरान खुद पर हमले का भी आरोप लगाया था. इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी, यह कहते हुए कि याचिकाकर्ता ने समय पर पुलिस को जानकारी नहीं दी. हाईकोर्ट ने यह भी कहा था कि पीड़ित के परिजन खुद कोर्ट नहीं पहुंचे और याचिका किसी “छिपे मकसद” से दायर लगती है. क्या था पूरा मामला? दरअसल, महाराष्ट्र के अकोला में 13 मई को दो समुदाय में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी और 8 लोग घायल हुए थे. इस मामले में शुरू में पुलिस ने 6 FIR दर्ज की थी. इस मामले में महाराष्ट्र के अकोला दंगों में गंभीर रूप से घायल मोहम्मद अफजल मोहम्मद शरीफ ने याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी. याचिका में आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने मामले की सही जांच नहीं की और गंभीर चोटों के बावजूद मेडिकल रिपोर्ट की अनदेखी की. याचिका में पुलिस जांच में खामियों और न्याय मिलने में विफलता का मुद्दा उठाया गया है. याचिका में इसका भी ज़िक्र है कि घायल चश्मदीद गवाह (मो हम्मद अफ़ज़ल) को अभियोजन पक्ष के गवाहों की सूची से बाहर रखना और घटनाओं की जांच उसके पक्ष में न करना पुलिस अधिकारियों की बदनीयती का संकेत है. अब सुप्रीम कोर्ट नें इसी मामले में सुनवाई करते हुए पुलिस को फटकार लगाई है.  

बस्तर दशहरा में शामिल होंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तैयारियां तेज

रायपुर छत्तीसगढ़ के विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा उत्सव इस बार ऐतिहासिक बनने जा रहा है। राज्य गठन के बाद पहली बार केंद्रीय मंत्री बस्तर दशहरा के मुरिया दरबार में जनता की बात सुनेंगे। सांसद महेश कश्यप ने गृहमंत्री को बस्तर दशहरा में आने का निमंत्रण दिया। इस दौरान अमित शाह ने बस्तर आने की बात कही। केंद्रीय गृहमंत्री ने 4 नवंबर को बस्तर आने की बात कही है। इस दौरान वे बस्तर में 3 घंटे रहेंगे, साथ ही मिशन 2026 के तहत नक्सल उन्मूलन अभियान पर चर्चा करेंगे। साथ ही जिस समय केंद्रीय गृहमंत्री का आगमन बताया जा रहा है उसी दौरान बस्तर में बस्तर दशहरा पर्व का प्रमुख रस्म मुरिया दरबार रहेगा, जिसमें अमित शाह जनता की बात सुनेंगे। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी मौजूद रहेंगे। मुरिया दरबार का आयोजन चार अक्टूबर को सिरहासार भवन में किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, प्रदेश मंत्रिमंडल के मंत्री एवं बस्तर संभाग के जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। बस्तर सांसद और दशहरा कमेटी के अध्यक्ष महेश कश्यप ने बुधवार को राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को उत्सव में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने पुष्टि की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस बार बस्तर दशहरा का हिस्सा होंगे। सांसद के मीडिया प्रभाग के अनुसार, बस्तर दहशरा में देश और प्रदेश के अन्य बड़े नेता भी पहुंचेंगे। बस्तर दहशरा का ऐतिहासिक महत्व बस्तर दशहरा केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि आदिवासी परंपराओं, जनसंवाद और सामाजिक समरसता का प्रतीक माना जाता है। मुरिया दरबार में आमजन अपनी समस्याओं और सुझावों को सीधे तौर पर नेताओं और प्रशासन के सामने रखते हैं। अमित शाह की मौजूदगी से इस बार का आयोजन और भी खास होने जा रहा है। इस बार मुरिया दरबार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर की जनता की समस्याएं सुनेंगे।

शिवसेना की चुनावी रणनीति: BMC चुनाव के लिए एकनाथ शिंदे ने बनाई कमेटी, जानें क्या है प्लान

मुंबई  महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में स्थानीय निकाय चुनाव हो सकते हैं. सभी दलों ने अब अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. महायुति के प्रमुख नेताओं की ओर से कई बार स्पष्ट किया जा चुका है कि हम राज्य में महायुति के रूप में चुनाव लड़ेंगे, वहीं दूसरी ओर, इन चुनावों को लेकर महाविकास अघाड़ी की तस्वीर साफ नहीं है, खासकर तब जब आज मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच एक अहम बैठक हुई, जिसने उत्सुकता और बढ़ा दी है. इस पूरी पृष्ठभूमि में शिवसेना शिंदे गुट ने महानगरपालिका चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. मुंबई महानगरपालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में शिवसेना की मुख्य कार्यकारी समिति की घोषणा कर दी गई है. इस टीम में 21 प्रमुख नेताओं को शामिल किया गया है. आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों की पृष्ठभूमि में, शिवसेना ने पार्टी की मुख्य कार्यकारी समिति का गठन किया है. इसमें पार्टी के प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे समेत 21 शिलाधारक शामिल हैं. जानें मुख्य कार्यकारी समिति में कौन-कौन नेता हैं शामिल महानगरपालिका चुनावों में पार्टी स्तर पर महत्वपूर्ण निर्णय इसी समिति के माध्यम से लिए जाएंगे. इस समिति में शिवसेना के शीर्ष नेताओं, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों और पूर्व विधायकों को शामिल किया गया है. 1) एकनाथ शिंदे, प्रमुख नेता 2) रामदास कदम, नेता 3) गजानन कीर्तिकर, नेता 4) आनंदराव अडसुल, नेता 5) मीनाताई कांबले, नेता 6) डॉ. श्रीकांत शिंदे, सांसद 7) रवींद्र वायकर, सांसद 8) मिलिंद देवड़ा, राज्यसभा – सांसद 9) राहुल शेवाले, पूर्व सांसद 10) संजय निरुपम, पूर्व सांसद 11) प्रकाश सुर्वे, विधायक 12) अशोक पाटिल, विधायक 13) मुरजी पटेल, विधायक 14) दिलीप लांडे, विधायक 15) तुकाराम काटे, विधायक 16) मंगेश कुडालकर, विधायक 17) श्रीमती। मनीषा कायंदे, विधान परिषद, विधायक 18) सदा सरवणकर, पूर्व विधायक 19) यामिनी जाधव, पूर्व विधायक 20) दीपक सावंत, पूर्व विधायक 21) शिशिर शिंदे, पूर्व विधायक. महाराष्ट्र में जल्द निकाय चुनाव का होगा ऐलान पूर्व सांसद राहुल शेवाले, पूर्व विधायक सदा सर्वणकर, यामिनी जाधव और शिशिर शिंदे को भी समिति में जगह मिली है. भारत के सबसे धनी नगर निकाय, बीएमसी, जिसका 2025-26 का बजट 74,427 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था, के चुनाव मार्च 2022 से होने हैं. बीएमसी के अलावा, महाराष्ट्र में कई ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं.  

37 साल की उम्र में चाइनीज एक्टर Yu Menglong का दर्दनाक निधन, बिल्डिंग से गिरने से हुई मौत

चाइनीज सिंगर, एक्टर और मॉडल यू मेंगलोंग को लेकर बुरी खबर सुनने को मिल रही है. 37 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है. गुरुवार को बीजिंग में एक बिल्डिंग से गिरने के बाद उनकी मौत हो गई. सिंगर की मैनेजमेंट टीम ने उनके आकस्मिक निधन की खबर को कंफर्म किया है. मेंगलोंग ने दुनिया को कहा अलविदा रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी टीम ने स्टेटमेंट ने बताया कि पुलिस ने सिंगर की मौत मामले में किसी भी आपराधिक साजिश के होने से इनकार किया है. बयान में लिखा है- काफी दुख के साथ ये बताना पड़ रहा है कि हमारे प्यारे मेंगलोंग की 11 सितंबर को मौत हो गई है. पुलिस ने किसी भी आपराधिक साजिश से इनकार किया है. हम दुआ करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले. मेंगलोंग के अपनों को इस दुख को सहने की ताकत मिले. मेंगलोंग के साथ क्या हुआ था? इससे पहले पैपराजी ने मेंगलोंग की मौत की न्यूज को एक पोस्ट के जरिए शेयर किया था. अब वो पोस्ट डिलीट हो चुका है. उसमें लिखा था- 'एटरनल लव' और 'गो प्रिंसेस गो' के एक्टर मेंगलोंग का निधन हो चुका है. वो बीजिंग में किसी इमारत से नीचे गिरे. मुझे किसी इनसाइडर ने बताया कि मेंगलोंग अपने 5-6 अच्छे दोस्तों के साथ उनके घर पर 9 सितंबर को खाना खा रहे थे. 11 सितंबर को सुबह करीबन 2 बजे मेंगलोंग अपने बेडरूम में सोने के लिए गए थे. दरवाजा अंदर से बंद था. सुबह 6 बजे जब उनके दोस्त जाने लगे तो किसी ने मेंगलोंग को नहीं देखा. जब वो नीचे पहुंचे तो उन्हें मेंगलोंग की लाश पड़ी दिखी. सिंगर की बॉडी को वहां अपने डॉगी को घुमाने निकले एक पड़ोसी ने देखी. उसी ने पुलिस को इंफॉर्म किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मेंगलोंग के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने 2007 में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने टैलेंट रियलिटी शो 'माय शो, माय स्टाइल' में पार्टिसिपेट किया था. इसके बाद उन्होंने 'द लिटिल प्रिंस' नाम की शॉर्ट फिल्म में काम किया था. मेंगलोंग ने कई चाइनजी सीरीज में काम कर लोगों का दिल जीता था.  इनमें एटरनल लव, गो प्रिंसेस गो, लव गेम इन ईस्टर्न फैंटेसी शामिल थीं. वो कई म्यूजिक प्रोजेक्ट्स में भी नजर आए थे. एक्टर होने के साथ वो म्यूजिक वीडियो डायरेक्टर भी थे. दुखी हैं मेंगलोंग के फैंस सोशल मीडिया पर जबसे फैंस को अपने चहेते सिंगर मेंगलोंग की मौत की जानकारी मिली है वे हैरत में हैं. फैंस ने सिंगर की आत्मा को शांति मिलने की दुआ की है. सेलेब्स ने भी मेंगलोंग के आकस्मिक निधन पर शोक जताया है. फैंस का कहना है Menglong को उनके शानदार काम के लिए हमेशा याद रखा जाएगा.

कांग्रेस शुरू कर रही ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान, PCC चीफ बैज बोले – पूरे प्रदेश में हुआ फर्जीवाड़ा

रायपुर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट और वरिष्ठ नेताओं ने वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान की घोषणा की है। 16, 17 और 18 सितंबर को छत्तीसगढ़ में पदयात्रा व सभाएं आयोजित की जाएगी। साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाकर आमजन तक पहुंच बनाई जाएगी। सचिन पायलट 16 सितंबर को रायगढ़ से कोरबा, 17 को मुंगेली और कोरबा और 18 सितंबर को राजनांदगांव से दुर्ग तक पदयात्रा करेंगे। प्रदेश में SIR को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट कहा कि SIR तो छत्तीसगढ़ में होना ही चाहिए। राहुल गांधी दो तरह की विरोधाभासी बातें न करें। वो एक बार वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की बात करते हैं, दूसरी ओर SIR पर सवाल खड़े करते हैं। SIR तो होना ही चाहिए, छत्तीसगढ़ में भी SIR होना चाहिए। वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी पलटवार करते हुए कहा, SIR तो होना ही चाहिए, गृहमंत्री 20 लोगों का नाम लेकर दावा कर रहे हैं। चुनाव आयोग के माध्यम से भाजपा ने पूरे प्रदेश में फर्जीवाड़ा किया है। चुनाव आयोग और भाजपा का गठबंधन है। हम एटम बम नहीं, हाइड्रोजन बम लाने वाले हैं। SIR होना चाहिए, लेकिन SIR के नाम पर बिहार में किनका वोट काटा जा रहा है? जो जिंदा है उसे मरा, जो मरा है उसे जिंदा साबित किया जा रहा है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सल मामले पर कहा कि प्रदेश में 10 नक्सलियों को न्यूट्रिलाइज किया गया है। इसमें 1 करोड़ का इनामी सक्रिय सीसी मेंबर बालकृष्णन उर्फ मनोज और 25 लाख का इनामी नक्सली प्रमोद उर्फ पांडा भी मारा गया। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में सीसी मेंबर की संख्या कम हो रही है। सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा है कि मैं फोर्स को शुभकामनाएं देता हूं। इस विषय पर मार्च 2026 के बाद बात करेंगे। नक्सल गतिविधियां बढ़ रही है। शिक्षा दूतों की हत्या हो रही है। नक्सली संगठन को मजबूत कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है। सरकार कुछ भी दावा कर ले, इस मुद्दे पर मार्च 2026 के बाद बात करेंगे। ‘प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं’ प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर पीसीसी चीफ ने कहा , प्रदेश में रोज वारदातें हो रही हैं। आम जनता डरी हुई है। अपराध और अपराधी भाजपा सरकार में बेलगाम हैं। रायगढ़ में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या, राजनांदगांव में तीन लोगों की हत्या, राजधानी में गैंगवार हुआ है। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। इतनी बड़ी वारदातें हो रही है और सरकार का कोई बयान नहीं आ रहा। रोटी बनाने की मशीन की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप पीसीसी चीफ दीपक बैज ने रोटी बनाने की मशीन की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 50-60 हजार की मशीन को करीब 8 लाख रुपये में खरीदा गया है। यह मशीन रायपुर ट्राइबल विभाग ने हॉस्टल के लिए खरीदी है। खरीद प्रक्रिया में लगातार गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है।

सुरजेवाला का BJP पर हमला – कहा, राहत नहीं, किसानों को मिला धोखा

हरियाणा  कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के किसान और गरीब एससी-बीसी परिवार इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। एक ओर बाढ़ की भीषण तबाही, दूसरी ओर भाजपा सरकार की बेरुख़ी और धोखाधड़ी। सरकारी आंकड़े खुद गवाही दे रहे हैं कि प्रदेश के 6,017 गांवों के 3,80,156 किसानों ने 22 लाख 41 हजार 637 एकड़ से अधिक भूमि में फसलों के नुकसान की जानकारी पोर्टल पर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि इन दुखों के बीच किसानों को राहत के नाम पर केवल पोर्टल की लंबी प्रक्रियाओं और मज़ाक़ जैसे मुआवज़े का सामना करना पड़ रहा है। भूमिहीन मज़दूरों को अब तक एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। किसान संगठन आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा सरकार ने त्रासदी में भी गरीब परिवारों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। सुरजेवाला ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या धान किसानों की है। उन्होंने बाक़ायदा बीमा प्रीमियम भरा, मगर न तो बीमा कंपनियां क्लेम दे रही हैं और न ही सरकार अपने पोर्टल पर आवेदन स्वीकार कर रही। हालत यह है कि 12 जिलों में लाखों एकड़ धान की फसल तबाह हो गई, फिर भी किसान मुआवज़े और बीमा क्लेम से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एंड कंपनी ने हर सीजन बीमा कंपनियों के ज़रिए किसानों को लूटने का एक सुनियोजित तंत्र खड़ा कर दिया है। सुरजेवाला ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा में भी राहत देने की जगह सरकार और बीमा कंपनियां किसानों से दुश्मनों जैसा सलूक कर रही हैं। सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश के किसान भी भाजपा की नीतियों से परेशान हैं। कई जिलों में दौरे के दौरान किसानों से बातचीत की तो किसानों ने कहा, ‘भाजपा का डबल इंजन इस बार लूट और धोखे के डबल बुलडोज़र में बदल चुका है, जिसने लाखों किसानों और गरीब परिवारों को संकट के दलदल में धकेल दिया है।’ उन्होंने तुरंत नुकसान की भरपाई करने की मांग सरकार से की है।