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21 दिन, 21 ब्लॉकबस्टर; शेमारू जोश पर होगा फेस्टिव मूवी धमाका

मुंबई, शेमारू जोश अपने दर्शकों के लिये लेकर आ रहा है 21 दिन का जश्न जिसमें 21 ब्लॉकबस्टर फिल्में देखने को मिलेंगी। त्यौहारों की रौनक और बॉलीवुड के जादू के साथ, शेमारू जोश लेकर आ रहा है 21 दिन का जश्न, 21 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ। जहाँ एक्शन से भरपूर केजीएफ: चैप्टर 1 और एनिमल फिल्म आपके रोमांच को बढ़ाएगी।  वहीं, रोमांस के दीवानों के लिए है तू झूठी मैं मक्कार, जिसमें रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर की धमाकेदार केमिस्ट्री सबका दिल जीत लेगी। डर और हँसी का अनोखा कॉम्बिनेशन है भूल भुलैया 2 और देसी मिट्टी की खुशबू और रहस्य से भरपूर कहानी है कांतारा, जिसने पूरे भारत में दर्शकों का दिल छू लिया। 02 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक दर्शकों को ब्लॉकबस्टर फिल्में देखने को मिलेगी। शेमारू जोश महानायक अमिताभ बच्चन का जन्मदिन जश्न-ए-बच्चन पेशकश के साथ मनायेगा। इस विशेष मूवी लाइन-अप में दिखाई जाएँगी कुछ खास फिल्में, जिसमें अमिताभ की अद्भुत परफॉर्मेंस दिखेगी। सिनेमा का यह तोहफा अमिताभ के तमाम चाहने वालों के लिए यादगार होगा।  

17 साल की बेटी पर शक, पिता ने किया क्रूर कृत्य – Firozpur में पुलिस जांच शुरू

फिरोजपुर  फिरोजपुर  ज़िले में रिश्तों को कलंकित करने वाली घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। यहां एक पिता ने अपनी ही 17 साल की बेटी के हाथ-पैर बांधकर उसे नहर में फेंक दिया। बेटी के चरित्र पर शक के चलते उठाए गए इस हैवानियत भरे कदम ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस को दी शिकायत में फ़रीदकोट चौक निवासी साहिल चौहान सत्येवाला ने बताया कि उसका मामा सुरजीत सिंह, जो हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहता है, लंबे समय से अपनी बेटी के चरित्र पर शक करता था और आए दिन उसके साथ मारपीट करता था। शिकायतकर्ता ने बताया कि देर शाम सुरजीत रिश्तेदारी का बहाना बनाकर बेटी को मोटरसाइकिल पर बिठाकर मोगा रोड की ओर ले गया। शक होने पर वह भी पीछे-पीछे चल पड़ा। बस्ती के पास बने पुल तक पहुंचते ही सुरजीत ने अचानक बेटी के हाथ-पैर बांध दिए और उसे बेरहमी से नहर में धक्का दे दिया। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।  पुलिस ने सुरजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश में जुट गई है।

बिहार विधानसभा चुनाव: मौर्य बोले, NDA का रिकॉर्ड तोड़ेगा जीत का आंकड़ा

पटना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) आगामी चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करेगा। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मौर्य शुक्रवार को पटना पहुंचे, जहां पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। बिहार की जनता हर सवाल का जवाब वोट से देगी हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मौर्य ने आगामी चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘बिहार की जनता हर सवाल का जवाब वोट से देगी। राज्य के इतिहास में राजग की सबसे बड़ी जीत पहले हो चुकी है, उससे भी बड़ी जीत 2025 में होगी।'' ओवैसी व उद्धव ठाकरे पर जमकर साधा निशाना उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव का प्रभारी और केशव मौर्य को सह प्रभारी नियुक्त किया है। ‘आई लव मोहम्मद' बयान को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोपों पर मौर्य ने कहा कि जनता चुनाव में हर सवाल का जवाब देगी। शिवसेना (उबाठा) नेता उद्धव ठाकरे की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए मौर्य ने कहा कि विपक्ष केवल बयानबाजी तक सीमित है, जबकि भाजपा जनता के बीच जाकर काम कर रही है। कांग्रेस पर भी बोला हमला कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी विदेश जाकर भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाते हैं, जबकि इसी लोकतंत्र ने उन्हें संसद तक पहुंचाया है। विपक्ष के सवालों का जवाब भी जनता अपने वोट से देगी।''

दिल्ली और गुरुग्राम के यात्रियों के लिए बड़ी खबर: NHAI का स्पेशल फ्लाईओवर आपके सफर को आसान बनाएगा

नई दिल्ली  दिल्ली-गुड़गांव राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-48) और उसके आस-पास के प्रमुख मार्गों पर यातायात की बढ़ती समस्याओं को कम करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक विशाल, सिग्नल-रहित एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है। republicworld की खबर के मुताबिक, लगभग 5,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना का मकसद दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा समय को काफी हद तक कम करना है और एनसीआर क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाना है।   भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मौजूदा समय में यह अपने मुख्य चरण में है। यह परियोजना दिल्ली और गुरुग्राम में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए सरकार की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दिल्ली-गुरुग्राम एलिवेटेड कॉरिडोर की खासियत लंबाई: यह कॉरिडोर लगभग 20 किलोमीटर लंबा होगा। मार्ग: यह फ्लाईओवर दक्षिण दिल्ली स्थित AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) से शुरू होकर गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक जाएगा, जो महिपालपुर बाईपास के समीप खत्म होगा। भीड़-भाड़ में राहत: नया फ्लाईओवर वर्तमान में अत्यधिक व्यस्त NH-48 के समानांतर चलेगा, जिससे यात्रियों को एक तेज और बिना रुकावट वाला वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। सिग्नल-रहित मार्ग: यह कॉरिडोर अपनी पूरी लंबाई में ट्रैफिक लाइटों से मुक्त होगा और वसंत विहार, वसंत कुंज, ब्रिगेडियर होशियार सिंह मार्ग, अफ्रीका एवेन्यू, और नेल्सन मंडेला मार्ग से होकर गुज़रेगा। रणनीतिक निकास: प्रमुख स्थानों जैसे IGI हवाई अड्डा और इफको चौक चौराहे पर ऑफ-रैंप निकास की व्यवस्था होगी, जिससे यातायात का प्रवाह निर्बाध रहेगा और भीड़भाड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट का भविष्य और महत्व NHAI का प्राथमिक लक्ष्य डीपीआर को जल्द से जल्द पूरा करना है, जिसमें अंतिम अनुमान, सटीक अलाइनमेंट, और निर्माण समय सारणी शामिल होगी। यातायात वृद्धि और कनेक्टिंग परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद वाहनों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, यह परियोजना अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गई है। ट्रैफिक समस्या का मिलेगा स्थायी समाधान! राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निवासी और यात्री इस परियोजना से यातायात समस्या के स्थायी समाधान की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, निर्माण चरण के दौरान किसी भी प्रकार के व्यवधान को न्यूनतम करने के लिए, इसे अच्छी तरह से मैनेज करना बहुत जरूरी होगा। इस परियोजना से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और विकसित इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ एनसीआर में समग्र विकास को भी बढ़ावा देगा।

नीतीश कुमार का युवाओं को तोहफा, स्कॉलरशिप में किया बड़ा इज़ाफा

पटना   मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के ऐलान से ठीक पहले बिहार के छात्र-छात्राओं को बड़ा तोहफा दिया है. शुक्रवार को शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन में इस बात का ऐलान किया गया है. बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त 4 से 5 अक्टूबर तक बिहार के दौरे पर रहेंगे. इसके बाद बिहार में चुनाव का ऐलान संभव है. क्या कहा गया है नोटिफिकेशन में? शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन में बताया गया है कि मुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना से संबंधित तथ्य राज्य के सभी कोटि के प्राथमिक, मध्य एवं माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 1ली से 10वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पठन-पाठन में सहयोग के लिएमुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना की वर्ष 2013 में प्रारंभ की गयी थी. वर्त्तमान आर्थिक और समाजिक परिवेश एवं विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से वर्त्तमान वार्षिक दर में दुगुनी वृद्धि की जा रही है. यह योजना साल 2013 से राज्य में चलाई जा रही है. तब से लाखों छात्र-छात्राओं को इससे लाभ मिलता आ रहा है. लेकिन इस बार छात्रवृत्ति की राशि बढ़ जाने से बच्चों और अभिभावकों की आर्थिक मदद और मजबूत होगी. ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक कई परिवारों के लिए यह राहत की खबर है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चुनाव से ठीक पहले लिया गया यह फैसला सरकार की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है. इससे बड़ी संख्या में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार सीधे तौर पर प्रभावित होंगे. खासकर वे माता-पिता, जिनके लिए बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल होता है. सरकार का कहना है कि इस फैसले से बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक असर पड़ेगा. यह न सिर्फ उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करेगा बल्कि ड्रॉपआउट दर को भी कम करने में मदद करेगा. महिला रोजगार योजना के तहत दी गई राशि  इससे पहले 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की 25 लाख लाभुक महिलाओं को 10 हजार रुपये प्रति लाभुक की दर से 2500 करोड़ रुपये की राशि का स्थानांतरण किया. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए 26 सितम्बर को की गई थी और उस दिन 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के अंतर्गत राज्य की 75 लाख महिला लाभुकों को 10 हजार प्रति लाभुक की दर से 7500 करोड़ की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गयी थी. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' का मुख्य लक्ष्य राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को उनकी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता देना है. पहले कितना मिलता था अब कितना मिलेगा?  क्लास वर्तमान अब मिलेगा 1 से 4 600 1200 5 से 6 1200 2400 7 से 8 1800 3600 9 से 10 1800 3600  

‘I LOVE मोहम्मद’ पर FIR क्यों?: झांसी में दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल, RSS पर दंगे भड़काने का आरोप

झांसी  झांसी में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा- RSS दंगे भड़काती है। यह एक नॉन रजिस्टर्ड संस्था है। इनके लोग दंगा कराते हैं। फिर इनकी ओर से बयान आता है कि यह हमारा मेम्बर नहीं। जब संस्था का रजिस्ट्रेशन ही नहीं तो मेम्बर कहां से होगा?  सरकार चाहे तो कभी दंगे न हों। दंगे सरकार और अफसरों की नीयत पर निर्भर हैं। इसे रोकने के लिए समय रहते कदम उठाएं। बरेली बवाल पर उन्होंने कहा कि तौकीर रजा जैसे लोग हिंदुओं में भी हैं। ऐसे लोग भाषण देकर लोगों को उकसाते हैं। दिग्विजय शुक्रवार को दतिया के पीतांबरा पीठ दर्शन के बाद सर्किट हाउस पहुंचे थे। इसके बाद वे भोपाल रवाना हो गए। आरएसएस चंदा वूसली करती है। ये पैसा जाता कहां है। बैंक खाता कहां है? हर विजयादशमी और गुरु पूर्णिमा पर करोड़ों रुपए चंदे में आते हैं। जब संघ का अकाउंट नहीं है तो पैसा जाता कहां है। इनका एक ही एजेंडा है, हिदुओं को भड़काना और संविधान के खिलाफ लोगों को बचपन से तैयार करना। ये कभी आंदोलन प्रदर्शन नहीं करते, हमेशा कानाफूसी की राजनीति करते हैं। RSS के लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ रही। उनकी संख्या बढ़ जाएगी, जो कि संभव ही नहीं है। क्योंकि, जितनी हिंदुओं की जनसंख्या घट रही है, उससे कहीं ज्यादा तेजी से मुसलमानों की जनसंख्या घट रही। 2001 और 2011 के बीच का जनसंख्या ग्राफ ये प्रमाणित करता है। अब 2021 की रिपोर्ट तो इन्होंने ही रोक कर रखी है। इसलिए वो बात सामने नहीं आईं। लेकिन RSS और सरकार मिलकर हिंदुओं को भ्रमित कर रहे हैं। अगर कोई 'आई लव मोहम्मद' कहता है और कोई आई लव रामजी, आई लव महादेव, आई लव कृष्ण भगवान, आई लव गांधीजी कहता है तो इसमें किसी को क्या दिक्कत? इसमें मुकदमा दर्ज करने की क्या जरूरत है। दंगे तो सरकार और सरकारी अफसरों की नीयत पर निर्भर हैं। अगर सरकार चाहे तो कभी दंगा नहीं हो सकता है। सरकार को ऐसे संवेदनशील मामलों में समय से कदम उठाने की जरूरत है। बरेली में मौलान तौकीर रजा पर कहा कि कुछ फितरती लोग अगर मुसलमानों में हैं तो हिंदुओं में भी हैं। ऐसे लोग भड़काऊ भाषण देने का काम करते हैं। संभल में हुई बुलडोजर कार्रवाई को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर अवैधानिक निर्माण है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन किसी एक व्यक्ति के अपराध पर उसके परिवार को दंड देना कहीं से भी न्याय नहीं है। सरकार ने लिस्ट जारी की है। एक भी घुसपैठिए का नाम बता दें। किस पोलिंग बूथ पर कौन सा घुसपैठिया है। उसका नाम आ गया हो। घुसपैठिए की परिभाषा क्या है? जब केंद्र में 11 साल से भाजपा की सरकार है। तो घुसपैठिया नेपाल से आया या बांग्लादेश से? ये केवल भाजपा और अमित शाह की नजर में घुसपैठिए हैं। लेकिन घुसपैठिए का नाम तो बताना होगा। कोविड के समय RSS की ओर से कहा गया कि जनता को 7 करोड़ रुपए की मदद की है। मैंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इस बारे में पत्र लिखा। उनसे पूछा कि नॉन रजिस्टर्ड संस्था कह रही है कि 7 करोड़ रुपए कलेक्ट करके खर्च किए हैं। तो आखिर कौन से अकाउंट से पेमेंट किया। इन पर तो मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलना चाहिए। नॉन रजिस्टर्ड संस्था ने बिना अकाउंट के 7 करोड़ रुपए कहां से खर्च कर दिए? मगर वित्त मंत्री जी का आज तक जवाब नहीं आया।  

ऊर्जा मंत्री तोमर का बयान: दिवंगत कर्मी के परिजनों को मिला ईएसआईसी व पीएफ का सहारा

आउटसोर्स कर्मी की मृत्यु पर परिजन को मिला ईएसआईसी और पीएफ का लाभ : ऊर्जा मंत्री  तोमर भोपाल  ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि प्रदेश में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अब समय पर पात्र व्यक्तियों तक पहुँच रहा है। ऊर्जा विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों को भविष्य निधि एवं कर्मचारी राज्य बीमा जैसी योजनाओं से सुरक्षा दी जा रही है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) ने एक दिवंगत आउटसोर्स कर्मी के परिवार को राहत पहुँचाने के लिये संवेदनशील पहल की। उज्जैन स्थित 220 के.वी. उपकेन्द्र पर ड्यूटी के दौरान सुरक्षा कर्मी  शेखर राठौर को हृदयाघात हुआ और अस्पताल मे इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। वे मेसर्स डेक्कन सिक्योरिटी सर्विसेस, इंदौर के माध्यम से पदस्थ थे। आश्रितों को मिला हितलाभ एम पी ट्रांसको की पहल से उनकी पत्नी मती पूजा राठौर को कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अंतर्गत प्रतिदिन 173.16 रूपये की दर से आश्रित हितलाभ प्रदान किया जा रहा है। साथ ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा 3,05,283 रूपये की बीमा राशि भी परिजनों के खाते में जमा की गई है। आश्रितों के लिए प्रतिमाह पेंशन की सुविधा भी स्वीकृत की गई है।  

अधिकारियों ने बढ़ाई फीस: आधार अपडेट करवाने की नई कीमतें

चंडीगढ़ अगर आप आधार कार्ड अपडेट कराने की योजना बना रहे हैं, तो अब आपको पहले से ज्यादा शुल्क देना होगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने डेमोग्राफिक, बायोमेट्रिक और डॉक्यूमेंट अपडेट की फीस 1 अक्टूबर 2025 से बढ़ा दी है। ये नई फीसें 30 सितंबर 2028 तक लागू रहेंगी और इसके बाद अक्टूबर 2028 में इनकी समीक्षा की जाएगी। नई दरों के अनुसार, नया आधार बनवाना सभी के लिए फ्री रहेगा, लेकिन अपडेट सेवाओं पर 40 से 125 रुपये तक शुल्क लगेगा। नए शुल्क इस प्रकार हैं: डेमोग्राफिक अपडेट (जैसे नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि):- नई फीस: ₹75 पहले: ₹50 यदि यह अपडेट बायोमेट्रिक अपडेट के साथ किया जाता है, तो कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगरप्रिंट, आईरिस, फोटो):- नई फीस: ₹125 संभावित भविष्य की फीस (अक्टूबर 2028 के बाद): ₹150 डॉक्यूमेंट अपडेट (ID प्रूफ/एड्रेस प्रूफ जमा करना):- myAadhaar पोर्टल पर: 14 जून 2026 तक फ्री एनरोलमेंट सेंटर पर: ₹75 (पहले ₹50) आधार का प्रिंट आउट (eKYC या अन्य टूल्स के माध्यम से):- पहला चरण: ₹40 दूसरा चरण: ₹50 बच्चों के लिए अपडेट पर छूट UIDAI ने बच्चों के समय पर आधार अपडेट को बढ़ावा देने के लिए कुछ विशेष छूट लागू की हैं: 5 से 7 वर्ष: पहला अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट फ्री 7 से 15 वर्ष: सामान्यतः ₹125, लेकिन 30 सितंबर 2026 तक शुल्क माफ 15 से 17 वर्ष: पहला अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट फ्री यह कदम बच्चों की लंबित आधार अपडेटिंग को कम करने के लिए उठाया गया है। घर पर आधार सेवा की सुविधा अगर कोई व्यक्ति आधार सेंटर नहीं जा सकता है, तो UIDAI द्वारा घर पर सेवा दी जा सकती है। पहली विजिट (घर पर): ₹700 (GST सहित) उसी पते पर अतिरिक्त व्यक्ति: ₹350 प्रति व्यक्ति यदि आप आधार से जुड़ा कोई अपडेट कराने की सोच रहे हैं, तो ऊपर दिए गए नए शुल्क और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अपनी योजना बनाएं।

अरशद वारसी और जितेन्द्र कुमार की फिल्म भागवत चैप्टर वन: राक्षस का ट्रेलर रिलीज

मुंबई,  अरशद वारसी और जितेन्द्र कुमार की फिल्म भागवत चैप्टर वन: राक्षस का ट्रेलर रिलीज हो गया है। जी 5 ने अपने आगामी ओरिजिनल फिल्म भागवत चैप्टर वन: राक्षस का रोमांचक ट्रेलर रिलीज कर दिया है।जियो स्टूडियोज़ द्वारा, बावजा स्टूडियोज़ और डॉग ‘एन’ बोन पिक्चर्स के सहयोग से निर्मित, यह ट्रेलर एक दमदार और रोमांच से भरी पीछा करने वाली थ्रिलर कहानी दिखाता है, जिसकी पृष्ठभूमि उत्तर प्रदेश के रॉबर्ट्सगंज में बनी है। कहानी में इंस्पेक्टर विश्वास भगवत/भागवत (अरशद वारसी) को दिखाया गया है, जो खौफनाक हत्याओं की श्रृंखला की जाँच करते हैं और साथ ही अपने भीतर के संघर्ष से भी जूझते हैं। कहानी में और रहस्य जोड़ते हुए, जितेंद्र कुमार एक बिल्कुल नए और अनोखे रूप में नजर आएंगे, वे राजकुमार सिरतिया का किरदार निभा रहे हैं, जो बाहर से एक आम इंसान लगता है लेकिन उसके भीतर कई चौंकाने वाले राज छिपे हैं। अरशद वारसी ने कहा, ‘‘भागवत चैप्टर वन: राक्षस निभाना मेरे लिए एक बेहद गहरा और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण अनुभव रहा, लेकिन यह मेरे करियर का सबसे संतोषजनक अनुभवों में से एक भी है। वह आपका आम हीरो नहीं है, वह दोषपूर्ण, क्रोधित और अपने अतीत से परेशान है, फिर भी न्याय कायम करने के लिए संकल्पित है। ट्रेलर आपको उनके जीवन की एक झलक दिखाता है, लेकिन फिल्म आपको उनके संघर्ष और साहस की पूरी यात्रा से परिचित कराएगी। मेरे लिए भगवत/भागवत चैप्टर वन: राक्षस को खास बनाने वाली बात यह है कि यह सिर्फ किसी अपराध को सुलझाने की कहानी नहीं है, बल्कि अपने अंदर की लड़ाइयों का सामना करने की कहानी है। मैं दर्शकों को इस यात्रा का अनुभव करने के लिए उत्साहित हूँ और मुझे पूरा विश्वास है कि यह उन्हें आखिरी पल तक पूरी तरह बांधे रखेगी।” जितेंद्र कुमार ने कहा,भागवत चैप्टर वन: राक्षस में यह भूमिका मेरे अब तक किए गए किसी भी किरदार से बिल्कुल अलग है। समीर एक ऐसा किरदार है जिसमें कई पहलू हैं -बाहर से साधारण, कभी-कभी संवेदनशील और रोमांटिक भी, लेकिन इसके भीतर जटिल और कहीं अधिक असहज परतें छिपी हुई हैं। इसे निभाना मुझे उस छवि से बाहर आने का अवसर मिला, जिससे दर्शक मुझे आमतौर पर जोड़ते हैं, और यह मेरे लिए एक अभिनेता के रूप में चुनौतीपूर्ण और मुक्तिदायक अनुभव दोनों रहा। ट्रेलर केवल उनके जटिल व्यक्तित्व की एक झलक दिखाता है, और मैं उत्सुक हूँ कि जी5 के दर्शक उनकी पूरी यात्रा का अनुभव करें। ट्रेलर लॉन्च को खास बनाने वाली सबसे बड़ी बात यह थी कि इसे दिल्ली में हजारों लोगों के बीच लाइव देखना, उनकी ऊर्जा, जय-जयकार और हमारे चारों ओर अच्छाई और बुराई का प्रतीक-सभी ने मिलकर भगवत/भागवत को दुनिया के सामने पेश करने का एक परिपूर्ण अनुभव बना दिया।” भागवत चैप्टर वन: राक्षस 17 अक्टूबर से सिर्फ जी5 पर स्ट्रीम होगी।  

छिंदवाड़ा में 9 और राजस्थान में 2 बच्चों की मौत, कफ सिरप में मिलावट की जांच शुरू

छिंदवाड़ा  सर्दी खांसी के चलते दूषित कप सिरप पीने से छिंदवाड़ा जिले में किडनी फेल होने से पिछले 20 दिनों में सात बच्चों की मौत हो चुकी है। इनमें से ज्यादातर बच्चों ने नागपुर के निजी अस्पतालों में दम तोड़ा। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने कहा है कि आरंभिक जांच रिपोर्ट में दूषित कप सीरप से बच्चों की किडनियां फेल होने से मौतें हुई हैं। संबंधित कप सिरप को जिले में प्रतिबंधित कर दिया गया है। मामले में आगे जांच जारी है। हालांकि, सवाल यह है कि जिले में कफ सिरप पर पाबंदी लगा दी गई है, लेकिन इस दूषित दवा को बेचने वाले और बनाने वालों को कौन सजा देगा? उन्हें सरकारी कार्रवाई की खुराक कब मिलेगी? छिंदवाड़ा के सीएमएचओ डॉ. नरेश गुन्नाडे ने बताया कि पहला संदिग्ध मामला 24 अगस्त को सामने आया था। 4 सितंबर से 26 सितंबर के बीच परासिया क्षेत्र में 6 मासूमों की मौत हुई है। 5 बच्चे अभी भी छिंदवाड़ा और नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं। 27 सितंबर को बच्चों के सैंपल पुणे लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आ सकेगी। छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन नांदुलकर ने बताया कि जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें से कई की किडनी बायोप्सी जांच कराई गई। इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि कफ सिरप में मिला डायएथिलीन ग्लायकॉल दूषित पाया गया है। यही सिरप इन बच्चों को दिया गया था, जिससे उनकी किडनी फेल हुई। छिंदवाड़ा में बच्चों की मौतों के मामले में नागपुर लैब से आई किडनी बायोप्सी रिपोर्ट में टॉक्सिन मीडिएटेड इंजरी की पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि संभावित रूप से डाय एथिलीन ग्लाइकोल (डीईजी) से सिरप में कंटेमिनेशन हुआ हो सकता है, जिससे बच्चों की किडनी पर घातक असर पड़ा।  दोनों राज्यों को मिलाकर अब तक कुल 11 मौतें हुई हैं. छिंदवाड़ा में परासिया के अनुविखीभागीय दंडाधिकारी शुभम यादव ने बताया कि कल देर रात तक छिंदवाड़ा में नौ बच्चों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. 1 अक्टूबर तक छह मौतें दर्ज की गई थीं. रोग निगरानी के लिए सरकार की नोडल एजेंसी, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के अस्पतालों और अन्य स्थलों से पानी और कीटविज्ञान संबंधी दवाओं के नमूने कलेक्ट किए हैं, जहां कथित रूप से दूषित कफ सिरप के सेवन के कारण गुर्दे की विफलता से कई बच्चों की मौत हो गई थी. राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खीमसर ने बच्चों की मौत पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि माताओं द्वारा दी गई दवाइयां सरकारी सिफारिश या अस्पताल के प्रिस्क्रिप्शन से नहीं थीं. उन्होंने कहा कि ऐसे हादसे होने पर विभाग की कोई भूमिका नहीं होती है, क्योंकि यह उनके दायरे से बाहर है. 'स्वास्थ्य विभाग का कोई रोल नहीं…' गजेंद्र सिंह खीमसर ने बच्चों की मौत के मामले पर बयान दिया है. मंत्री ने कहा, "इस हादसे में स्वास्थ्य विभाग का कोई रोल नहीं है. यह उनके डिपार्टमेंट के दायरे से बाहर है. यह हादसा उन दवाइयों से हुआ है, जो माताओं ने बच्चों को दीं. ये दवाइयां सरकारी अस्पताल के प्रिस्क्रिप्शन या सिफारिश से नहीं थीं." दायरे से बाहर, फिर भी करेंगे जांच… मंत्री खीमसर ने इस पूरे मामले को विभाग के दायरे से बाहर बताया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि फिर भी वह जब जयपुर जाएंगे तो इसकी और जांच करेंगे. उन्होंने साफ किया कि माता-पिता द्वारा बिना सरकारी सिफारिश के दवा देने से हुए इस हादसे की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की नहीं है. पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण के नतीजे आने के बाद, उन्हें राज्य औषधि अधिकारियों के साथ साझा किया जाएगा. सूत्रों ने पीटीआई को बताया, "राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम (आरएमएससीएल) ने सिरप के 19 बैचों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है और स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों, डॉक्टरों और दवा संचालकों को सतर्क रहने की सलाह जारी की है."