samacharsecretary.com

आज का राशिफल (12 अक्टूबर 2025): सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा रविवार का दिन?

मेष राशि- आज आपका आत्मविश्वास सबसे बड़ी ताकत बनेगा। जिस काम को लेकर आप चिंतित थे, उसमें अब प्रगति दिखेगी। नौकरीपेशा लोगों को वरिष्ठों की तारीफ मिल सकती है। व्यापारियों के लिए दिन अच्छा है। नई डील या ऑर्डर मिलने के संकेत हैं। परिवार में किसी शुभ समाचार से माहौल खुशनुमा रहेगा। अनावश्यक गुस्सा न करें, विनम्रता से हर काम बनेगा। वृषभ राशि- आज कुछ पुराने फैसलों का असर नजर आएगा। धन से जुड़ा कोई अटका हुआ मामला सुलझ सकता है। रिश्तों में ईमानदारी रखें, वरना गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं। सेहत थोड़ी कमजोर रह सकती है, खासकर गर्दन या पीठ का दर्द परेशान कर सकता है।समय पर भोजन करें और आराम करें। मिथुन राशि- दिन में ऊर्जा बनी रहेगी, लेकिन ध्यान भटकने से काम अटक सकते हैं। बातचीत में नरमी रखें—किसी करीबी से टकराव हो सकता है। प्रेम जीवन में नया मोड़ आएगा, कोई पुराना रिश्ता फिर जुड़ सकता है। छात्रों को पढ़ाई में ध्यान लगाना होगा। निर्णय लेते समय दिल और दिमाग दोनों का संतुलन रखें। कर्क राशि- भाग्य आज पूरी तरह आपके साथ है। कोई रुका हुआ काम अचानक बन सकता है। पारिवारिक माहौल में सुकून रहेगा। यात्रा या घूमने के योग भी बन रहे हैं। घर में पूजा या आध्यात्मिक कार्यक्रम हो सकता है। किसी जरूरतमंद की मदद करने से मन को शांति मिलेगी। सिंह राशि- आज आपके प्रयासों से बड़े परिणाम मिल सकते हैं। पदोन्नति या मान-सम्मान के योग हैं। प्रेम संबंधों में स्थिरता आएगी। कुछ लोग आपको लेकर जलन महसूस कर सकते हैं, इसलिए विनम्र रहें। शाम को किसी खास व्यक्ति से भावनात्मक बातचीत हो सकती है।अपने काम पर ध्यान दें, बाकी बातें अपने आप सुलझ जाएंगी। कन्या राशि- आपका व्यवहार आज लोगों को प्रभावित करेगा। ऑफिस या व्यापार में कोई नया अवसर मिल सकता है। हालांकि, मानसिक थकान महसूस हो सकती है—इसलिए खुद को ज्यादा न खींचें। परिवार में किसी सदस्य की सलाह उपयोगी रहेगी। अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें, दूसरों की राय से विचलित न हों। तुला राशि- भाग्य आज मुस्कुरा रहा है। रिश्तों में प्रेम और सम्मान बढ़ेगा। कोई पुराना दोस्त अचानक संपर्क कर सकता है। धन के मामले में सावधानी बरतें—उधार देने से बचें। घर में सजावट या बदलाव का मन बनेगा। किसी बुजुर्ग का आशीर्वाद लें, दिन और भी बेहतर बनेगा। वृश्चिक राशि- आज का दिन आत्मविश्लेषण का है। कोई गहरा भावनात्मक अनुभव आपको सोचने पर मजबूर करेगा। काम में जिम्मेदारी बढ़ेगी, पर साथ ही पहचान भी मिलेगी। प्रेम जीवन में रोमांस के संकेत हैं। निर्णय जल्दबाजी में न लें, परिस्थितियों को समय दें। धनु राशि- आपकी किस्मत आज आपको नई दिशा दिखा सकती है। कार्यक्षेत्र में आत्मविश्वास झलकेगा। जो लोग यात्रा कर रहे हैं, उन्हें लाभ हो सकता है। परिवार के साथ अच्छा समय बितेगा। किसी शुभ समाचार की संभावना है। जीवनसाथी के साथ मन की बातें साझा करें। मकर राशि- आज किसी पुराने प्रयास का परिणाम मिल सकता है। ऑफिस में आपकी राय की अहमियत बढ़ेगी। धन का आगमन संभव है। परिवार के बुजुर्गों का साथ मन को सुकून देगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अपने लक्ष्य की ओर स्थिर रहिए, सफलता तय है। कुंभ राशि- दिन उत्साह से भरा रहेगा। रचनात्मक कार्यों में मन लगेगा। किसी दोस्त या भाई से सहयोग मिलेगा। छोटी यात्रा या मीटिंग से फायदा हो सकता है। पुराने मतभेद खत्म होंगे। अपने विचार दूसरों पर न थोपें, संतुलन बनाए रखें। मीन राशि- भावनाएं आज गहरी रहेंगी। किसी पुराने रिश्ते की यादें ताजा होंगी। कार्यक्षेत्र में मेहनत का पूरा फल मिलेगा। परिवार में खुशियां बढ़ेंगी। शाम को मनपसंद भोजन या संगीत से मूड अच्छा रहेगा। सकारात्मक सोच रखें। चमत्कार खुद महसूस होगा।

राजनीति में बदलाव: अरुण कुमार ने नीतीश कुमार का हाथ थामा, लालू की सेना को टक्कर देने की तैयारी

पटना बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच सीएम नीतीश कुमार की ताकत में बढ़ोतरी हुई है। लंबे समय के बाद उनके पुराने साथी एक बार फिर से उनकी पार्टी जदयू में शामिल हो गए। दरअसल जहानाबाद के पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ नेता डॉ अरुण कुमार ने आज अपने बेटे ऋतुराज कुमार सहित कई समर्थकों के साथ जदयू परिवार में घर-वापसी की। डॉ अरुण कुमार को जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह तथा राज्यसभा सांसद संजय झा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। ऐसा माना जा रहा है कि ऋतुराज घोसी सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।   पटना में पार्टी की सदस्यता प्रदेश कार्यालय, पटना में पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सह माननीय राज्यसभा सांसद संजय झा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। इस दौरान सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्य रूप से कलेन्द्र राम, जगनारायण पासवान (मुखिया) एवं सत्येंद्र पासवान, वासुदेव कुशवाहा सहित सैकड़ों समर्थक शामिल रहे।  बता दें कि अरुण कुमार के JDU में शामिल होने का कार्यक्रम काफी पहले ही बन गया था लेकिन सितंबर में BJP के ‘बिहार बंद’ की वजह से उस समय इस कार्यक्रम को आगे के लिए टाल दिया गया था. जिसके बाद आज उन्होंने पार्टी की सदस्यता ले ली।  भूमिहार बिग्रेड का काट मालूम हो कि अरुण कुमार की गिनती बिहार के बड़े भूमिहार नेताओं में होती है। ऐसे में पहले चरण के नामांकन के दौरान अरुण कुमार की वापसी बताती है कि नीतीश कुमार राजद के छलके भूमिहार प्रेम का काट निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता हैं।  इस दौरान विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपनेता ललन कुमार सर्राफ, मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ़ गांधी जी, पूर्व सांसद सह अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, माननीय विधान परिषद सदस्य श्री संजय सिंह, श्री अनिल कुमार सहित कई वरीय नेता उपस्थित रहे।

ट्रंप के दबाव के बावजूद अमेरिकी दिग्गजों का भारत पर दांव कायम

नई दिल्ली भारत और अमेरिका के बीच शुल्क विवाद को शुरू हुए तीन महीने से ज्यादा का समय हो गया है। विवाद सुलझाने को लेकर दोनों सरकारों के बीच विमर्श का दौर जारी है, लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका है। खास बात यह है कि अमेरिकी कंपनियों पर इस अनिश्चितता का कोई असर नहीं है और वह भारत में निवेश योजना को परवान चढ़ाने में जुटी हैं। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एमेजोन, एपल जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों से लेकर ऑर्डिनरी थ्योरी जैसी इंटेलीजेंस हार्डवेयर कंपनी या भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने वाले अमेरिकी वित्तीय फंड्स की भावी योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है। इस बारे में दैनिक जागरण ने कुछ अमेरिकी कंपनियों के साथ दिग्गज उद्योग संगठनों फिक्की, सीआईआई से बात की और इन सभी का कहना है कि अभी तक अमेरिकी कॉरपोरेट सेक्टर से इस तरह का कोई संकेत नहीं मिला है कि टैरिफ विवाद से उनकी भारत में भावी गतिविधियों पर असर होगा। गूगल ने किया 10 अरब डॉलर निवेश करने का फैसला भारतीय इकोनमी के प्रति अमेरिकी कंपनियों के मजबूत भरोसे का ही प्रतीक है कि गूगल ने 10 अरब डॉलर का भारी भरकम निवेश विशाखापत्तनम में डाटा सेंटर हब बनाने के लिए करने का फैसला किया है। वर्ष 2024 में भी कंपनी ने बताया था कि वह छह अरब डालर का निवेश करने जा रही है, लेकिन अब कंपनी की योजना तैयार है और इसके लिए इसी महीने नई दिल्ली में समझौता होने जा रहा है। कंपनी ने अब कुल निवेश सीमा की राशि बढ़ाकर 10 अरब डालर (88,730 करोड़ रुपये) कर दी है। माइक्रोसॉफ्ट भी कतार में इसी तरह से माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्य नडेला ने जनवरी, 2025 में अपने भारत दौरे में यहां तीन अरब डालर की राशि दो वर्षों में निवेश करने की घोषणा की थी। सूत्रों का कहना है कि जुलाई महीने में जब शुल्क विवाद चरम पर था तब माइक्रोसॉफ्ट की भारतीय टीम ने इस निवेश योजना को अंतिम रूप दिया। इस निवेश से माइक्रोसॉफ्ट भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर स्थापित करेगी। कंपनी का इस उद्देश्य से भारत में किया गया यह प्राथमिक निवेश होगा। भारत सरकार भी माइक्रोसॉफ्ट की इस योजना से काफी उत्साहित है क्योंकि इससे भारत को ग्लोबल एआई लीडर बनाने में मदद मिलेगा। भारतीय फर्मों के साथ संयुक्त उद्यम भी स्थापित कर रहीं अमेरिकी कंपनियां अमेरिका से नए निवेश का भारत आने का सिलसिला भी जारी है। पिछले दिनों अमेरिकी कंपनी ऑर्डिनरी थ्योरी ने भारतीय कंपनी ऑप्टीमस इन्फ्राकॉम के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित किया है, जिसे भारत के इलेक्ट्रानिक मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों के बढ़ते भरोसे के तौर पर देखा जा रहा है। यह संयुक्त उद्यम भारत में दूरसंचार क्षेत्र में स्मार्ट हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग के साथ ही इस क्षेत्र की कंपनियों को कई तरह की दूसरी समस्याओं को दूर करने का समाधान बताएगा। ऑप्टीमस के चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता का कहना है, 'मेड इन इंडिया हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग का दौर अब शुरु हो रहा है। हमारी कोशिश मेक इन इंडिया के साथ ही आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करना है।' दूसरी अमेरिकी कंपनियां भी निवेश को रफ्तार देने में जुटीं भारत में बने आइफोन के निर्यात का आंकड़ा 10 अरब डालर को पार कर गया है। पहले दस महीनों में एपल निर्मित आईफोन का निर्यात 75 प्रतिशत बढ़ा है। ऐसे में कंपनी की मंशा है कि वर्ष 2027 तक उसके वैश्विक उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत हो जाए। सूत्रों के मुताबिक ट्रंप टैरिफ के बावजूद एपल की भारत को लेकर योजनाएं अपरिवर्तित हैं। बोइंग, अमेजन जैसी दूसरे क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के बारे में भी यहीं सूचना है कि वह अपनी निवेश को और रफ्तार देंगी। ट्रंप टैरिफ के बावजूद जिस तरह से एसएंडपी और जापानी रेटिंग कंपनी आरएंडआई ने भारत की साख में सुधार किया है, उससे भी अमेरिकी कंपनियों का भरोसा मजबूत हुआ है।  

उतार-चढ़ाव भरे भारत-US संबंधों के बीच जयशंकर से मिले अमेरिकी राजदूत, बढ़ेगी साझेदारी?

नई दिल्ली  भारत-अमेरिका में उतार-चढ़ाव वाले चल रहे संबंधों के बीच अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से शनिवार को नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय में मुलाकात की। इस दौरान, दोनों ने भारत-अमेरिका संबंधों और इसके बढ़ते वैश्विक महत्व पर बातचीत की। 'एक्स' पर एक पोस्ट में, जयशंकर ने कहा, "आज नई दिल्ली में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मिलकर प्रसन्नता हुई। भारत-अमेरिका संबंधों और इसके वैश्विक महत्व पर चर्चा हुई। उन्हें उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं।" विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी आज सुबह भारत में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की। एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आज सुबह भारत में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की। उनके बीच भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और इसकी साझा प्राथमिकताओं पर उपयोगी चर्चा हुई। विदेश सचिव ने मनोनीत राजदूत गोर को उनके कार्यभार के लिए शुभकामनाएं।'' इससे पहले, जयशंकर ने 24 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र के साइडलाइन में गोर से मुलाकात की थी, जहां दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर चर्चा की थी। मुलाकात के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग ने एक्स पर साझा किया, "दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिका के विशेष दूत और भारत में राजदूत नामित सर्जियो गोर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की। वे अमेरिका-भारत संबंधों की सफलता को और बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं।" इससे पहले, सीनेट में अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान, गोर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गहरी दोस्ती पर प्रकाश डाला और इसे द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने में एक अनूठी ताकत बताया था। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में थोड़ी गिरावट आई है। ट्रंप ने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगाया हुआ है, जिसकी वजह से व्यापार पर असर पड़ा है। ट्रंप भारत द्वारा रूस से तेल आयात करने की वजह से खफा हैं, जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि वह ऐसे कदम उठाता रहेगा, जोकि राष्ट्र हित में होंगे।  

ओवैसी की पार्टी AIMIM ने दिखाई ताकत, बिहार की कई सीटों पर उतरेगी मैदान में

पटना  बिहार चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसको लेकर शनिवार को पहली लिस्ट जारी कर दी गई है। AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी जिन सीटों पर पार्टी लड़ेगी उसकी प्रथम सूची की है। जिसमें 16 जिलों की 32 विधानसभा सीटों का ऐलान किया है। पहली लिस्ट देखे- जिला किशनगंज: बहादुरगंज, ठाकुरगंज, कोचाधामन और किशनगंज विधानसभा जिला पूर्णिया: अमौर, बायसी और क़स्बा विधानसभा जिला कटिहार: बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी, बरारी और कदवा विधानसभा जिला अररिया: जोकीहाट और अररिया विधानसभा जिला गया: शेरघाटी और बेला विधानसभा जिला मोतिहारी: ढाका और नरकटिया विधानसभा जिला नवादा: नवादा शहर विधानसभा जिला जमुई: सिकंदरा विधानसभा जिला भागलपुर: भागलपुर और नाथनगर विधानसभा जिला सिवान: सिवान विधानसभा जिला दरभंगा: जाले, केवटी, दरभंगा ग्रामीण और गौरा बौराम विधानसभा जिला समस्तीपुर: कल्याणपुर विधानसभा जिला सीतामढ़ी: बाजपट्टी विधानसभा जिला मधुबनी: बिस्फी विधानसभा जिला वैशाली: महुआ विधानसभा जिला गोपालगंज: गोपालगंज विधानसभा आपको बात दें पिछली बार 2020 के चुनाव में ओवैसी की पार्टी उपेंद्र कुशवाहा के थर्ड फ्रंट के बैनर तले 20 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। जिसमें मायावती की बीएसपी भी शामिल थी। एआईएमआआईएम के 5 विधायक जीते थे। जिसमें खुद अमौर से अख्तरूल ईमान भी शामिल हैं। लेकिन इस बार लग रहा है कि ओवैसी की पार्टी सीमांचल के अलावा मिथिलांचल, मगध और शाहबाद के इलाकों में भी दांव लगा रही है। AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कहा कि महागठबंधन में शामिल नहीं होने के चलते हम लोगों को थर्ड फ्रंट (तीसरा मोर्चा ) बनाना पड़ रहा है। जिसका जल्द ही ऐलान कर दिया जाएगा। तीसरे मोर्चे में कौन-कौन से दल होंगे। इसकी भी जानकारी आपको दे दी जाएगी। हमारी कई दलों के नेताओं के साथ बातचीत जारी है।  

इजरायली पीएम पर ओवैसी का हमला, बोले- नेतन्याहू इंसानियत के नाम पर कलंक

हैदराबाद  हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर शनिवार को जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने इजरायली पीएम को दुनिया का सबसे बड़ा गुंडा करार देते हुए कहा कि उन्हें अल्लाह देख लेगा। ओवैसी ने पीएम मोदी द्वारा इजरायल-गाजा शांति समझौते पर किए गए पोस्ट का जिक्र करते हुए नेतन्याहू पर निशाना साधा। ओवैसी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''आज पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी और नेतन्याहू की लीडरशिप की तारीफ की। नेतन्याहू दुनिया का सबसे बड़ा गुंडा है, जिसने 65 हजार लोगों को मार दिया, 20 हजार बच्चे हैं। 12 लाख लोग बेघर हो गए और पीएम उसकी लीडरशिप की तारीफ कर रहे हैं। आखिर क्यों उसकी तारीफ कर रहे हैं? आप तो भारत के प्रधानमंत्री हैं। हम इस बात की निंदा करते हैं जो पीएम मोदी ने नेतन्याहू की लीडरशिप की तारीफ की। अल्लाह देख लेगा नेतन्याहू को इंशाअल्लाह।'' एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा, ''पीएम उसकी तारीफ कर रहे हैं, कहीं न कहीं ऊपर जाकर कोई तार मिलता है। ऐसे आदमी (नेतन्याहू) के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट ने वॉरेंट जारी किया। हिंदुत्व के लोग बोलेंगे ओवैसी क्या बोल रहा। अरे सुनो, कुलभूषण जो पाकिस्तान की जेल गए, उसे सजा-ए-मौत देना चाहते थे तो भारत इंटरनेशनल कोर्ट गया और उसकी सजा रुकवाई।'' ओवैसी ने पीएम मोदी के जिस पोस्ट का जिक्र किया, उसमें प्रधानमंत्री ने लिखा था कि राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर बधाई देने के लिए अपने मित्र, प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया। हम बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता बढ़ाने पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। इस बात पर जोर दिया कि दुनिया में कहीं भी किसी भी रूप या स्वरूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है। इसके अलावा, पीएम मोदी ने ट्रंप को लेकर भी एक्स पर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था, ''मैंने अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर उन्हें बधाई दी। साथ ही व्यापार वार्ता में हुई अच्छी प्रगति की भी समीक्षा की। आने वाले हफ्तों में निकट संपर्क में रहने पर सहमति बनी।"  

ह्वासॉन्ग-20 न्यूक्लियर मिसाइल: नॉर्थ कोरिया का सबसे खतरनाक ICBM, अमेरिका पर साया खतरा

फियोंगयांग उत्तर कोरिया ने अपनी सबसे ताकतवर परमाणु मिसाइल ह्वासॉन्ग-20 का अनावरण किया. ये सॉलिड-फ्यूल वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो पूरे अमेरिका को निशाना बना सकती है. किम जोंग उन ने इसे सबसे शक्तिशाली न्यूक सिस्टम बताया, जो पूरे अमेरिका को आसानी से हिट कर सकता है. नॉर्थ कोरिया ने 10 अक्टूबर को वर्कर्स पार्टी के 80वें स्थापना दिवस पर सैन्य परेड में पेश किया. रूस और चीन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. ह्वासॉन्ग-20: तीन चरणों वाली 'मॉन्स्टर' मिसाइल ह्वासॉन्ग-20 उत्तर कोरिया की सबसे एडवांस्ड ICBM है. ये तीन चरणों वाली सॉलिड-फ्यूल मिसाइल है, जो लॉन्च के बाद तेजी से ऊंचाई पकड़ लेती है. इसका मुख्य फीचर नया हाई-थ्रस्ट सॉलिड-फ्यूल इंजन है, जो ह्वासॉन्ग-18 से 40% ज्यादा ताकतवर (करीब 1,970 kN थ्रस्ट) है. इससे मिसाइल ज्यादा तेज और लंबी दूरी तय कर सकती है.     रेंज: 15,000 किलोमीटर तक – अमेरिका के किसी भी कोने को कवर.     वॉरहेड: मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स (MIRV) ले जा सकती है, यानी एक मिसाइल से कई परमाणु हेड्स अलग-अलग टारगेट हिट करेंगे.     लंबाई: करीब 25 मीटर (अनुमानित), वजन 80 टन से ज्यादा.     लॉन्च: मोबाइल लॉन्चर से, जो छिपाना आसान. किम जोंग उन ने परेड में कहा कि ये हमारा सबसे ताकतवर न्यूक हथियार है. ये मिसाइल अभी टेस्ट नहीं हुई, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि ये ह्वासॉन्ग-18 से कहीं बेहतर है. सॉलिड फ्यूल से इसे तुरंत लॉन्च किया जा सकता है, जो चेतावनी के बिना हमला संभव बनाता है. परेड का नजारा: रूस-चीन के साथ 'शो ऑफ स्ट्रेंथ' 10 अक्टूबर को प्योंगयांग में भव्य सैन्य परेड हुई. हजारों सैनिक, टैंक और मिसाइलें दिखाई गईं. ह्वासॉन्ग-20 को पहली बार पर्दा हटाया गया. किम जोंग उन ने इसे अमेरिका के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार बताया. रूस के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर और चीन के वाइस चेयरमैन मौजूद थे. ये दिखाता है कि उत्तर कोरिया रूस-चीन से करीब आ रहा. परेड में हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल भी दिखाया गया. अमेरिका और दुनिया पर खतरा: क्यों चिंता? ह्वासॉन्ग-20 अमेरिका के पूरे मुख्यभूमि (अलास्का से फ्लोरिडा तक) को निशाना बना सकती. MIRV से एक मिसाइल कई शहरों को हिट कर सकती. US पेंटागन ने कहा कि ये गंभीर खतरा है. उत्तर कोरिया के पास 50-60 परमाणु हेड्स हैं, जो बढ़ रहे हैं. रूस-चीन की मौजूदगी से ये एशिया में तनाव बढ़ाएगा. दक्षिण कोरिया और जापान भी चिंतित हैं. 

सीएम नायब सिंह सैनी की कड़ी चेतावनी: आईपीएस पूरन आत्महत्या मामले में होगी सख्त कार्रवाई

चंडीगढ़ हरियाणा के सीनियर आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में पहली बार मुख्यमंत्री नायब सैनी का बयान आया है। आज पंचकूला में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार इस मामले की पूरी जांच कराएगी। दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, बख्शा नहीं जाएगा। अगर किसी व्यक्ति को कोई तंग करेगा तो सरकार उसे नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस मामले की पूरी जांच कराएगी। विपक्ष को ऐसे मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। परिवार के साथ अन्याय हुआ है तो न्याय देने का काम हमारी सरकार करेगी। वहीं, शुक्रवार रात को सीएम हाउस में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी, होम सेक्रेटरी डॉ. सुमिता मिश्रा और आईएएस अफसर राज शेखर वुंडरू से मीटिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा सरकार डीजीपी शत्रुजीत कपूर को हटा सकती है। इस मामले में रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया को हटा दिया गया। उनकी जगह सुरेंद्र सिंह भौरिया को एसपी बनाया गया है। आज भी नहीं हो सका पोस्टमॉर्टम वाई पूरन कुमार का पोस्टमॉर्टम आज भी नहीं हो पाया। डॉक्टर्स, फोरेंसिक एक्सपर्ट्स और वीडियोग्राफी टीम चंडीगढ़ पीजीआई की मॉर्च्युरी में पहुंची, लेकिन परिवार का कोई सदस्य नहीं आया। चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर का कहना है कि परिवार की सहमति के बाद ही पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। उनका इंतजार किया जा रहा है। वहीं, पूरन कुमार के परिवार और अनुसूचित समाज ने 31 सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी का कहना है कि जब तक हरियाणा के डीजीपी कपूर और एसपी नरेंद्र बिजारणिया अरेस्ट नहीं हो जाते, तब तक परिवार पोस्टमॉर्टम नहीं कराएगा। कल दोपहर 2 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-20 स्थित गुरु रविदास गुरुद्वारे में महापंचायत होगी। परिवार का आरोप शनिवार सुबह डेडबॉडी चंडीगढ़ के सेक्टर-16 गवर्नमेंट अस्पताल से पीजीआई शिफ्ट की गई थी। परिवार ने आरोप लगाया था कि उनकी मर्जी के खिलाफ डेडबॉडी जबरदस्ती पीजीआई ले गए। चंडीगढ़ के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा और आईजी पुष्पेंद्र कुमार सेक्टर 24 स्थित अमनीत पी कुमार के सरकारी आवास पर आए और करीब 45 मिनट बात की। डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि हमने परिवार के सदस्यों से बात की और उनसे जल्द से जल्द पोस्टमार्टम करवाने का अनुरोध किया। उनकी कुछ शिकायतें हैं और हम उन पर काम कर रहे हैं। जांच चल रही है। एसआईटी का गठन किया गया है और आईजी इसका नेतृत्व कर रहे हैं। परिवार की सहमति के बाद ही पोस्टमार्टम होगा। डॉक्टरों का पैनल बनाकर पोस्टमार्टम किया जाएगा। परिवार ने अभी पोस्टमार्टम को लेकर सहमति नहीं दी है। सड़कों पर उतरे लोग हरियाणा कैडर के सीनियर आईपीएस ऑफिसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड मामले ने तूल पकड़ लिया है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं। आज कांग्रेस ने प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। वहीं, अनुसूचित जाति वर्ग ने भी रोष जताया। हिसार में रविदास महासभा ने मीटिंग बुलाई है। रोहतक में भी सामाजिक संगठन सड़कों पर उतरे और एसपी आवास का घेराव किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद कुमारी सैलजा और हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र अमनीत पी कुमार के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे। वहीं, हरियाणा कैबिनेट की बैठक स्थगित हो गई है। हरियाणा आईएएस अधिकारी संघ ने वाई पूरन कुमार के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। इसके साथ ही उन्होंने अमनीत पी कुमार को समर्थन देते हुए चंडीगढ़ पुलिस और और हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि वे अमनीत कुमार की मांगों को पूरा करे और इस पूरे मामले की गंभीरता, संवेदनशीलता और परिस्थितियों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करे।

दुर्ग पुलिस की नशा तस्करो पर लगातार कार्यवाही, 22 मामलों में 438.748 किलोग्राम गांजा पकड़ा

हेरोईन के 03 प्रकरण में 33 आरोपी पकड़े गए इनमें थाना मोहन नगर के प्रकरण में 246 ग्राम चिट्टा के साथ अभी तक कुल 30 आरोपी पकड़े जा चुके है इस वर्ष जिले में पहली बार अफीम के 03 आरोपी भी पकड़े गए, जिसमें 02 आरोपी पंजाब के रहने वाले है 01 सितम्बर को 239 मामलों में लगभग 1620.490 कि0ग्रा0 गांजा, हेराईन 277.29 ग्राम ब्राउन शुगर 214.398 ग्राम एवं 273776 नग नशीली दवाईयों का नष्टीकरण किया गया दुर्ग जिला पुलिस दुर्ग द्वारा 1 सितंबर 2025 से विशेष अभियान विश्वास चलाकर नशाखोरी में लिप्त नशा की तस्करी में लिप्त तस्करों एवं विक्रेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस कार्यवाही के तहत लगभग 84.77 लाख रुपए के नशीली दवाएं एवं टैबलेट्स तथा गांजा एवं चिट्टा पकड़ा गया है। थाना कुम्हारी में एक कंटेनर में तस्करी करते हुए 388 किलोग्राम गांजा पकड़ा तथा उनके साथ महाराष्ट्र के दो अंतर्राज्यीय तस्कर एवं ड्राइवर पकड़े गए।इसी तरह पंजाब के चार तस्करों के साथ 246 ग्राम चिट्टा थाना मोहन नगर क्षेत्र में पकड़ा गया और उसके गैंग में शामिल छोटे बड़े सभी विक्रेताओं को 30 की संख्या में पकड़ा गया है। इस प्रकरण में आगे भी गिरफ्तारी होना संभावित है। इसी अभियान में दिनांक 16.09.2025 को विशेष अभियान चला कर एक ही दिन में एनडीपीएस के 17 प्रकरण में 19.531 किलोग्राम गांजा तथा 106 नग टैबलेट्स/सीरप पकड़ा गया। साथ ही नशीली दवाओ एवं सिरींज के लिए भी पुलिस की टीम लगातार लगी रही तथा कुख्यात तस्कर वैभव खंडेलवाल से हजारों की संख्या में अल्प्राजोरम के टैबलेट बरामद किया गया। तत्पश्चात थाना दुर्ग कोतवाली में 10000 से ज्यादा नशीले दवाओ के टैबलेट एक साथ बरामद किए गए उक्त पूरी कार्यवाही एएसीसीयू के स्टाफ एवं थाना की टीमो द्वारा किया गया है।

किसानों को आर्थिक रूप से बनाया जा रहा है सशक्त: कृषि मंत्री कंषाना

कृषि उपज मंडी करोंद में प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यक्रम का हुआ लाइव प्रसारण भोपाल किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के उददेश्य से "प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना", दलहनों में आत्मनिर्भरता मिशन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये "नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग" का शुभारम्भ किया जाना भारत सरकार की नई पहल है। मंत्री श्री कंषाना ने यह बात कृषि उपज मंडी करोंद के प्रांगण में आयोजित प्रधानमंत्री के लाइव कार्यक्रम के दौरान कही। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा किसान भाई-बहनों को 42 हजार करोड़ से अधिक की कृषि परियोजनाओं का उपहार दिया गया। कृषि मंत्री श्री कंषाना ने कहा कि प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना भारत सरकार की एक नई पहल है जो किसानों को आर्थिक एवं तकनीकी रूप से सशक्त कर कृषि उत्पादकता एवं ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देगी। इस योजना के तहत 100 आकांक्षी जिलों को सम्मिलित कर किसानों को वित्तीय सहायता, तकनीकी प्रशिक्षण और बाजार तक पहुंच प्रदान की जायेगी। इसी के साथ भारत संकल्पित है कि दलहन उत्पादन में भारत आत्मनिर्भरता प्राप्त करे। हमें दलहनों के लिये किसी पर निर्भर न होना पड़े। अभी वर्तमान में दाल उत्पादन 24.2 मिलियन टन है जिसे बढ़ाकर आगामी पांच सालों में पैंतीस मिलियन टन करना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार भी प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा करने के लिये वचनबद्ध है। कृषि मंत्री श्री कंषाना ने कहा कि मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में इस मिशन को लागू कर आत्मनिर्भरता के उददेश्य की पूर्ति के लिए अरहर, उड़द एवं मसूर जैसी फसलों को प्राथमिकता के आधार पर बढ़ावा दिया जायेगा। सरकार इन उत्पादित फसलों को शत- प्रतिशत समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिये मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जैविक खेती के क्षेत्र में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन प्रारंभ किया गया है। मिशन का उददेश्य सभी के लिये सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के साथ प्राकृतिक खेती को बढावा देना है। इस मिशन के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश को 1513 क्लस्टर में 75000 हैक्टेयर भूमि को सम्मिलित करते हुये 189125 किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। इस मिशन के अंतर्गत प्रत्येक किसान को चार हजार रूपये प्रति एकड़ अनुदान प्रदान किया जायेगा। इसी के साथ मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के अंतर्गत खरीफ वर्ष 2025 में सोयाबीन खरीदी हेतु भावांतर भुगतान योजना लागू की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। डबल इंजन की सरकार किसानों के चहुंमुखी विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। कार्यक्रम में महापौर श्रीमती मालती राय, कृषि सभापति श्री अशोक मीणा सम्राट, अध्यक्ष अनाज मंडी समिति श्री हरीश ज्ञानचंदानी, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और किसान भाई- बहन उपस्थित थे।