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HIL 2025-26: हीरो हॉकी इंडिया लीग का पूरा शेड्यूल घोषित, इस दिन से शुरू होगा धमाकेदार सीजन

रांची हीरो हॉकी इंडिया लीग के आगामी सीजन (2025-26) के लिए पुरुष और महिला वर्ग के शेड्यूल की घोषणा कर दी गई है। हीरो हॉकी इंडिया लीग ने शनिवार को 2025-26 सीजन की हीरो पुरुष और महिला लीग के आधिकारिक शेड्यूल की घोषणा की। महिला लीग 28 दिसंबर से 10 जनवरी तक रांची में आयोजित होगी। पुरुष लीग 3 से 26 जनवरी तक चेन्नई, रांची और भुवनेश्वर में होगी। घोषणा रांची के मारांग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल और युवा मामले मंत्री सुदिव्य कुमार थे। इस मौके पर हॉकी इंडिया के महासचिव और एचआईएल गवर्निंग कमेटी के सदस्य भोला नाथ सिंह, रांची रॉयल्स टीम के मालिक अल्विश एम.ए., और अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मनदीप सिंह, आशीष तानी पुर्ती, संगीता कुमारी, दीपिका सोरेंग, निक्की प्रधान एवं ब्यूटी डुंग डुंग भी उपस्थित रहीं। हीरो हॉकी इंडिया लीग गवर्निंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा, "पिछले सीजन की सफलता के बाद हम इस बार और भी रोमांचक प्रतियोगिता देखने जा रहे हैं। हमने पुरुष लीग को तीन शहरों तक विस्तारित किया है ताकि अधिक से अधिक प्रशंसक इस विश्वस्तरीय हॉकी का आनंद ले सकें।” हॉकी इंडिया लीग गवर्निंग कमेटी के सदस्य भोला नाथ सिंह ने कहा, "हीरो हॉकी इंडिया लीग भारतीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का संगम बन चुकी है। देशभर में फैले मैच और बढ़ते प्रशंसक जुड़ाव के साथ यह सीजन अब तक का सबसे यादगार होगा।" कार्यक्रम के दौरान रांची रॉयल्स का आधिकारिक लोगो लॉन्च किया गया। लोगो टीम की जीवंत भावना और झारखंड की समृद्ध हॉकी विरासत के साथ मजबूत संबंध का प्रतीक है। 28 दिसंबर से 10 जनवरी 2026 तक रांची में होने वाली महिला लीग में कुल 13 मैच खेले जाएंगे। भाग लेने वाली चार टीमों रांची रॉयल्स, एसजी पाइपर्स, जेएसडब्ल्यू सूरमा हॉकी क्लब, और श्राची रारह बंगाल टाइगर्स के बीच डबल राउंड-रॉबिन प्रारूप में मुकाबले होंगे। अंक तालिका की शीर्ष दो टीमें 10 जनवरी को फाइनल में भिड़ेंगी। टूर्नामेंट में नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और ग्रेट ब्रिटेन जैसे 10 से अधिक देशों की महिला खिलाड़ी भाग लेंगी। पुरुष लीग 3 जनवरी से 26 जनवरी 2026 तक चलेगी। पहला चरण चेन्नई में, दूसरा रांची में और तीसरा भुवनेश्वर में आयोजित होगा। पुरुष लीग में आठ टीमें तमिलनाडु ड्रैगन्स, हैदराबाद तूफान, जीएसडब्ल्यू सूरमा हॉकी क्लब, श्राची रारह बंगाल टाइगर्स (वर्तमान चैंपियन), वेदांता कलिंग लांसर्स, रांची रॉयल्स, एसजी पाइपर्स और एचआईएल गवर्निंग काउंसिल हिस्सा लेंगी। पुरुष लीग में 33 मैच खेले जाएंगे, जिनमें अर्जेंटीना, बेल्जियम, जर्मनी, इंग्लैंड, स्पेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे शीर्ष हॉकी राष्ट्रों के खिलाड़ी शामिल होंगे। सभी टीमें सिंगल राउंड-रॉबिन प्रारूप में एक-दूसरे से खेलेंगी। शीर्ष चार टीमें प्लेऑफ में पहुंचेंगी। क्वालिफायर 1 और एलिमिनेटर 23 जनवरी (भुवनेश्वर) को खेला जाएगा। दूसरा क्वालिफायर 25 जनवरी को खेला जाएगा। फाइनल और तीसरे स्थान के लिए मैच 26 जनवरी को कलिंग स्टेडियम, भुवनेश्वर में खेला जाएगा।

यमुना में बह रहा साफ जल! छठ पूजा से पहले घाटों की सफाई में जुटा सिंचाई विभाग

यमुनानगर  छठ महापर्व अब पूरे भारत में मनाया जाने लगा है। बिहार और उत्तर प्रदेश से शुरू हुई यह प्रथा धीरे-धीरे पूरे देश में चल रही है। यमुनानगर में भी भारी संख्या में बिहार और उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल के लोग रहते हैं। यमुनानगर में पश्चिमी यमुना नहर के किनारे एक दर्जन से अधिक स्थानों पर यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पिछले कई दिनों से यमुनानगर नगर निगम के कर्मचारी यमुना के किनारों को साफ सुथरा बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं श्रद्धालुओं ने भी यमुना के किनारे आकर तैयारी शुरू कर दी हैं।  श्रद्धालुओं का मानना है कि विधिवत रूप से पूजा अर्चना करने से जहां संतान की प्राप्ति होती है, सुख समृद्धि प्राप्त होती है, वहीं समाज और प्रदेश का विकास होता है। श्रद्धालु पवन प्रताप यादव ने बताया कि 26 अक्टूबर को महिलाएं पकवान बनाकर खाएगी। उसके बाद 27 अक्टूबर को छिपते हुए सूर्य को अर्द्ध देकर यह व्रत आरंभ करेंगी। 28 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्द्ध देकर यह व्रत समाप्त करेंगे। इस दौरान महिलाएं जल और अन्न का ग्रहण नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि विधिवत रूप से पूजा अर्चना करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। माता कुंती और माता सीता ने भी यह व्रत रखे थे।   वहीं, सिंचाई विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल ने बताया कि सरकार के आदेश पर यमुना की पिछले कई दिन से सफाई चल रही है। इस बार यमुना में दिल्ली तक स्वच्छ जल उपलब्ध होगा। छठ पूजा महोत्सव में महिलाएं विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर सकें, उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल ने बताया कि मुख्यमंत्री का आदेश है कि सभी जगह स्वच्छ जल मिले, इसी को लेकर तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि प्रयास यह हो रहा है कि यमुना में कोई भी दूषित जल ना मिले। यमुनानगर में यमुना के किनारे बलिया लगाई जाएगी। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया की बलियों के उस पार ना जाएं ताकि कोई दुर्घटना ना घटे।  लाइटों का भी प्रबंध किया जाएगा। यमुना किनारे कूड़े में लगाई आग  इसी बीच नगर निगम की ओर से यमुना किनारे इकट्ठा किए गए कूड़े में आग लगाने का मामला सामने आया है। जिससे आसपास के क्षेत्र में धुआं ही धुंआ हो गया। आज क्यों और किसने लगाई इसकी जिम्मेवारी लेने को कोई तैयार नहीं है।  

साय सरकार की पहल से ग्रामीण महिला का सपना हुआ साकार

रायपुर, जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के सन्ना गांव की महंती बेक का वर्षों पुराना सपना, पक्के घर में रहने का आखिरकार साकार होने जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनके पति सुनील के नाम से पक्के मकान की स्वीकृति मिली है और निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मिट्टी और टिन की झोपड़ी में दुश्वारियों से जूझते परिवार के लिए अब स्थायित्व और सम्मान का अहसास मिलने जा रहा है।     महंती बेक कहती हैं कि “कभी बरसात में छत टपकती थी, सर्दी-गर्मी में झोपड़ी में परेशानी होती थी। पति के साथ मजदूरी कर बच्चों की परवरिश करना मुश्किल था। प्रधानमंत्री आवास योजना से गृह निर्माण हेतु आर्थिक सहायता मिली है और अब अपने नए घर की दीवारें खड़ी होते देख कर मुझे बहुत खुशी मिल रही है।”     वे आगे कहती हैं कि साय सरकार की “महतारी वंदन‘‘ योजना से हर माह 1000 रूपए की सहायता मुझे मिलती है, जिससे बच्चों की जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं। उज्ज्वला योजना से गैस सिलेंडर मिला है, जिससे रसोई का काम भी अब आसान हो गया है और धुएं से मुक्ति मिली है। नए घर में बसने का सपना भी जल्द ही साकार होगा।”     महंती बेक आभार प्रकट करते हुए कहती हैं कि “हम गरीबों का घर बनाने का सपना पूरा करने के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय जी की हृदय से आभारी हूँ। सरकार की योजनाओं ने हमारे जीवन में स्थिरता और सम्मान की भावना दी है।”     साय सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास, महतारी वंदन और उज्ज्वला जैसी योजनाएं छत्तीसगढ़ के लाखों जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों के लिए सामाजिक बदलाव और सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई हैं।

स्वास्थ्य मंत्री के गृह ग्राम की ऐतिहासिक उपलब्धि : जिले के खड़गवां सीएचसी को मिला ISO प्रमाणपत्र

रायपुर, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उपलब्धि दर्ज करते हुए सरगुजा संभाग का पहला ISO प्रमाणित कोल्ड चेन प्वाइंट बनने का गौरव मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गवां ने हासिल किया है। यह उपलब्धि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के गृह ग्राम खड़गवां में उनके सतत प्रयासों और दिशा-निर्देशों के परिणाम स्वरूप संभव हुई है। वहीं इस सफलता के पीछे सीएमएचओ डॉ. अविनाश खरे के कुशल मार्गदर्शन और स्वास्थ्य विभाग की समर्पित टीम की निरंतर मेहनत का अहम योगदान रहा। कोल्ड चेन प्वाइंट खड़गवां को गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की आवश्यकताओं के पूर्ण अनुपालन में पाया गया है, जिसके चलते इसे ISO सर्टिफिकेशन प्रदान किया गया है। यह प्रमाणपत्र स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट प्रबंधन, पारदर्शिता और दक्षता का प्रतीक माना जा रहा है। इस प्रमाणन के साथ खड़गवां सीएचसी ने टीकों और रसद के सुरक्षित, वैज्ञानिक और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के अनुरूप भंडारण की नई मिसाल कायम की है। यहां सभी टीके CFC मुक्त और WHO प्रमाणित CCE तिथि वाले उपकरणों में अनुशंसित तापमान पर सुरक्षित रखे जाते हैं। आरआई टीकों और रसद की आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावी बनाने के लिए ईवीआईएन (eVIN) के माध्यम से ऑनलाइन वास्तविक समय में स्टॉक अपडेट किया जाता है, जिससे पारदर्शिता और दक्षता दोनों में वृद्धि हुई है। दिन में दो बार तापमान दर्ज कर टीकों की प्रभावकारिता सुनिश्चित की जाती है, वहीं वेब-आधारित डेटा लॉगर प्रणाली से उच्चस्तरीय सतत निगरानी भी की जाती है। टीकों की आपूर्ति में FIFO (First In First Out) ) और  EEFO (Earliest Expiry First Out) दिशानिर्देशों का पालन किया जाता है, जिससे शून्य अपव्यय (Zero Wastage) सुनिश्चित हो रहा है। इसके अलावा, आवश्यकतानुसार VVM  (Vaccine Vial Monitor) आधारित आपूर्ति प्रणाली भी लागू की गई है। टीकों के भंडारण हेतु एक अलग ICE Pack Conditioning Area,  निर्बाध बिजली आपूर्ति व्यवस्था, उचित रैंकिंग सिस्टम वाला सूखा भंडारण क्षेत्र, और प्रशिक्षित व दक्ष मानव संसाधन की उपलब्धता से यह केंद्र सरगुजा संभाग का मॉडल स्वास्थ्य संस्थान बन गया है। कोल्ड चेन प्वाइंट में  NCCMIS सॉफ्टवेयर के माध्यम से उपकरणों का सटीक प्रबंधन किया जा रहा है, साथ ही टीकाकरण अपशिष्ट निपटान प्रणाली को भी वैज्ञानिक और पर्यावरण हितैषी तरीके से अपनाया गया है।

मुख्यमंत्री साय पंडवानी महासम्मेलन के समापन समारोह में हुए शामिल

नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी में स्नातकोत्तर कक्षाएं, अछोटी में बीएड महाविद्यालय, मेड़ेसरा को आदर्श ग्राम बनाने, समुदायिक भवन हेतु 20 लाख रुपये एवं सभी पंचायतों में सीसी रोड निर्माण की घोषणा रायपुर   पंडवानी एक ऐसी विधा है, जिसके माध्यम से छत्तीसगढ़ को पूरी दुनिया में पहचान मिली है। हमारे पंडवानी कलाकारों ने न्यूयॉर्क, पेरिस और लंदन तक महाभारत की कथाओं पर आधारित प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्रमुग्ध किया है। उन्होंने अपनी कला के माध्यम से न केवल छत्तीसगढ़ की परंपरा को जीवित रखा है, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा को वैश्विक मंचों तक पहुँचाया है। पंडवानी आज हमारी लोक चेतना, नारी सशक्तिकरण और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन चुकी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अंतर्राष्ट्रीय कलाकार दिवस के अवसर पर दुर्ग जिले के ग्राम मेड़ेसरा में आयोजित पंडवानी महासम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग रायपुर के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं अहिवारा विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, साजा विधायक ईश्वर साहू, राज्य तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष जितेंद्र साहू, पूर्व मंत्री श्रीमती रमशीला साहू एवं जागेश्वर साहू, पूर्व विधायक लाभचंद बाफना एवं डॉ. दयाराम साहू, जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे तथा दुर्ग नगर निगम की महापौर श्रीमती अलका बाघमार भी उपस्थित थीं।  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज मुझे पंडवानी के पुरोधा स्वर्गीय झाड़ूराम देवांगन जी की स्मृति भी हो रही है। जब वे हाथ में तंबूरा लेकर प्रस्तुति देते थे, तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते थे। पंडवानी गायन में महिला कलाकारों की विशेष सफलता उल्लेखनीय रही है। मुझे स्वर्गीय लक्ष्मी बंजारे जी का भी स्मरण हो रहा है। यह छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि हमारी धरती पर तीजन बाई जैसी विभूति हुईं, जिन्हें पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण तीनों सम्मान प्राप्त हुए हैं। जब वे तंबूरा लेकर आलाप भरती हैं, तो ऐसा लगता है मानो आकाश के देवी-देवता भी उन्हें सुन रहे हों। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मैंने अनेक अवसरों पर तीजन बाई जी की पंडवानी सुनी है। श्याम बेनेगल की भारत एक खोज में उनका पंडवानी गायन दृश्य मन को आनंद और उत्सुकता से भर देता है। पद्मश्री डॉ. उषा बारले जी हमारे बीच उपस्थित हैं, जिन्होंने अपने अद्भुत पंडवानी गायन से सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पंडवानी हमारी अमूल्य धरोहर है। आज इस महासम्मेलन के आयोजन के माध्यम से आप सभी ने इस धरोहर को सहेजने और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का अत्यंत सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बचपन में रामलीला मंडलियों के माध्यम से रामायण की कथाएं और पंडवानी के माध्यम से महाभारत की कथाएं सुनीं। पीढ़ी दर पीढ़ी इन लोककलाकारों ने रामायण और महाभारत जैसी महान कथाओं को जन-जन तक पहुँचाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडवानी गायन इस मायने में भी अद्वितीय है कि इसमें स्त्री-पुरुष का कोई भेद नहीं है। तीजन बाई और डॉ. उषा बारले जैसी कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से यह साबित किया है कि यह विधा महिलाओं के कौशल और संवेदनशीलता की प्रतीक है। पंडवानी गायन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सामाजिक तासीर भी झलकती है – यहां मातृशक्ति की भागीदारी कला के क्षेत्र में भी अग्रणी है और उन्हें सदैव प्रोत्साहित किया जाता है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरगुजा से लेकर बस्तर तक हर क्षेत्र की अपनी विशिष्ट संस्कृति है। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ी लोककला और संस्कृति को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। कलाकारों की पेंशन राशि में वृद्धि की गई है और अवसरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। चित्रोत्पला फिल्म सिटी की स्थापना का निर्णय लेकर हमने छत्तीसगढ़ी सिनेमा को सशक्त बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जब अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया था, तब उनके मन में विकास के साथ-साथ संस्कृति को सहेजने की भी गहरी मंशा थी। आज जब ऐसा सुंदर आयोजन देखता हूं, तो मन को सुकून मिलता है कि अटल जी की मंशा पूर्ण हुई है। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर को प्रदेश की रजत जयंती मनाई जाएगी, जो हमारी लोकसंस्कृति का महोत्सव होगा। इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का भी आगमन होगा। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि वे राज्योत्सव में सम्मिलित होकर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाएं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शिक्षा विभाग शीघ्र ही 5000 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करेगा। इन पदों की पूर्ति से ग्रामीण एवं आदिवासी अंचलों में शिक्षकों की कमी काफी हद तक दूर होगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और निरंतरता में उल्लेखनीय सुधार होगा। मुख्यमंत्री साय ने  नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी में स्नातकोत्तर कक्षाएं प्रारंभ करने, अछोटी में बीएड महाविद्यालय खोलने, मेड़ेसरा को आदर्श ग्राम बनाने, समुदायिक भवन हेतु 20 लाख रुपये और क्षेत्र के सभी पंचायतों में सीसी रोड निर्माण की घोषणा की। कार्यक्रम के अध्यक्ष उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में अंतर्राष्ट्रीय कलाकार दिवस के अवसर पर सभी पंडवानी कलाकारों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कला और संस्कृति के लिए देश और दुनिया में विशिष्ट पहचान रखता है। यह कलाकारों से परिपूर्ण राज्य है। उन्होंने 1 नवंबर को राज्योत्सव में सभी को रायपुर आमंत्रित किया। कार्यक्रम की संयोजक पद्मश्री डॉ. उषा बारले ने स्वागत उद्बोधन देते हुए अंतर्राष्ट्रीय कलाकार दिवस और पंडवानी महासम्मेलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री साय सहित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर, आईजी आर.जी. गर्ग, कलेक्टर अभिजीत सिंह, एसएसपी विजय अग्रवाल सहित अन्य अधिकारीगण, पंडवानी के लोककलाकार तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।  

राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक एक्शन: सीएम भजनलाल शर्मा ने 210 अफसर-कर्मचारियों पर की अनुशासनात्मक कार्यवाही

जयपुर  भजनलाल सरकार आमजन को संवेदनशील, पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में राजकीय कार्य के निष्पादन में लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं भ्रष्टाचार के दोषी कार्मिकों के विरुद्ध निरंतर सख्त कार्रवाई की जा रही है। राजकीय सेवाओं में अनुशासन और ईमानदारी के लिए सर्वाेपरि स्थान सुनिश्चित करने के क्रम में राज्य सरकार द्वारा गत पौने दो वर्ष में कुल 210 कार्मिकों के विरुद्ध विभिन्न अनुशासनात्मक कार्यवाहियां की गई हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का मानना है कि अधिकारी-कर्मचारी सरकार के शासन तंत्र की मुख्य धुरी हैं, जिनकी जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में अहम भूमिका होती है। ऐसे में कार्मिक पूरे समर्पण भाव एवं सत्यनिष्ठा से काम करते हुए राज्यहित को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें, ताकि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। 66 अधिकारियों को किया निलंबित, 98 कार्मिकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति राज्य सरकार ने 20 माह के कार्यकाल में आपराधिक प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए अखिल भारतीय सेवा एवं राज्य सेवा के 66 अधिकारियों को निलंबित किया है। इसी प्रकार, आपराधिक प्रकरणों में दोष सिद्ध पाए जाने पर 6 अधिकारियों को पदच्युत एवं 9 अधिकारियों के विरूद्ध आजीवन शत प्रतिशत पेंशन रोकने संबंधी कार्रवाई की है। राजकीय सेवाओं में ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा सुनिश्चित करने के क्रम में राज्य सरकार ने 20 माह के कार्यकाल में ही 98 कार्मिकों के विरुद्ध अभियोजन स्वीकृति प्रदान की है। वहीं, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 2018 की धारा 17ए के तहत कुल 31 प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण किया है। 

करप्शन का बड़ा आरोप: अमित शाह ने लालू और उनकी पार्टी पर लगाए आधा दर्जन घोटाले

खगड़िया बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरे का आज दूसरा दिन है। इस दौरान उन्होने खगड़िया में चुनाव सभा को संबोधित किया। शाह ने भ्रष्टाचार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि केंद्र में 11 साल से हमारी सरकार है, लेकिन आज तक मोदी और नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है। वहीं आरजेडी चीफ पर करप्शन का आरोप लगाते हुए आधा दर्जन घोटाले गिनाए। शाह ने कहा कि लालू ने चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब घोटाला, आईआरसीटी घोटाला, अलकतरा घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला, बीपीएससी भर्ती घोटाला, एबी एक्सपोर्ट घोटाला, और आय से अधिक संपति का घोटाला किया है। बिहार में जब से आरजेडी की सरकार आई तो तो घोटाले ही घोटाले हुए। उन्होने कांग्रेस को भी भ्रष्टाचार पर घेरा। शाह ने कहा कि छोटे मियां तो छोटे मियां, बड़े मियां तो सुभाननअल्लाह। लालू यादव ने इतने घोटाले किए और जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, जो 10 साल चली। जिसमें लालू भी मंत्री थे। उस सरकर ने 12 लाख करोड़ का घपला और घोटाला किया। केंद्र और बिहार में जिनका भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड हो, वो महागठबंधन या लठबंधन बिहार का विकास कर सकता है क्या? बिहार का विकास नरेंद्र मोदी और नीतीश बाबू ही कर सकते हैं, जिन पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है, वहीं कर सकते हैं। एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाते केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि लालू यादव के शासन में हत्या, डकैती, फिरौती, अपहरण और नरसंहार जैसी घटनाएं रोज की बातें थीं। उनके समय में बिहार से उद्योग चले गए और राज्य पिछड़ा बन गया। वहीं, नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने जंगलराज को खत्म किया, परिवारवाद को खत्म किया और सबसे महत्वपूर्ण, बिहार को नक्सलवाद से मुक्त किया।  

JBVNL का निर्देश: छठ पर्व पर रांची में बिजली सेवाओं में कोई बाधा नहीं

रांची झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) राजधानी रांची में छठ महापर्व को लेकर निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति जारी रखेगा और इसको लेकर सुरक्षा निर्देश भी जारी किया गया है। निर्देश में आयोजकों और श्रद्धालुओं से त्योहार के दौरान विद्युत दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करने का आग्रह किया गया है। बिजली वितरण कंपनी ने घोषणा की है कि छठ पर्व के प्रमुख दिनों, 27 और 28 अक्टूबर, 2025 को बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी। विभाग ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि त्योहार के दौरान रांची और आसपास के क्षेत्रों में निर्बाध और स्थिर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। जेबीवीएनएल ने छठ घाटों के आयोजकों और आम जनता से सुरक्षा दिशा -निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है, खासकर उन इलाकों में जहां बड़ी भीड़ इकट्ठा होती है। निगम ने निर्देश दिया है कि कोई भी व्यक्ति ट्रैक्टर, ट्रक या अन्य ऊंचे वाहनों की छत पर न बैठे, और न ही उनके ऊपर कोई ऊंची संरचना या सामग्री (सरकंडे, बांस के ढांचे या बैटरी) शामिल हैं। विभाग ने स्थानीय आयोजन समितियों के स्वयंसेवकों से अनुरोध किया है कि वे लापरवाही या असावधानी से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए छठ घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर निरंतर निगरानी रखें। आमलोगों को यह भी सलाह दी गई है कि वे बिजली के खंभों, तारों या किसी भी विद्युत उपकरण को लाठी, बांस या अन्य वस्तुओं से न छुएं। जेबीवीएनएल ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी तोरण द्वार और पंडाल बिजली के तारों से सुरक्षित दूरी पर बनाए जाएं ताकि बिजली के खतरों का जोखिम कम से कम हो। छठ महापर्व के दौरान बिजली संबंधी किसी भी समस्या या आपात स्थिति के लिए, जेबीवीएनएल ने तत्काल सहायता के लिए निम्नलिखित संपकर् नंबर उपलब्ध कराए हैं: विद्युत नियंत्रण कक्ष, कुसाई कॉलोनी – 9431135682 / 0651-2490014, विद्युत अधीक्षण अभियंता, विद्युत आपूर्ति मंडल, रांची – 9431135662, कार्यपालक लअभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, रातू (मध्य) – 9431135613, कार्यपालक द्यअभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, डोरंडा – 9431135608, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, न्यू कैपिटल – 9431135620, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, रांची (पूर्व) – 9431135614, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, रांची (पश्चिम) – 9431135664, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, कोकर – 9431135615, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, खूंटी – 9431135616  

हजारों परिवारों के लिए राहत: पूर्व सैनिकों को मिलेगा विशेष लाभ

बरनाला   देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिवाली से पहले पूर्व सैनिकों को एक बड़ा तोहफा दिया है। भाजपा हलका इंचार्ज भदौड़ कैप्टन गुरजिंदर सिंह सिद्धू ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने देशभर के पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए हैं, जिनसे हजारों परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। कैप्टन सिद्धू ने बताया कि जिन पूर्व सैनिकों को किसी कारणवश पैंशन नहीं मिलती थी, उन्हें 65 वर्ष की आयु के बाद रक्षा कल्याण फंड से दी जाने वाली 4000 रुपए मासिक पैंशनरी ग्रांट को अब बढ़ाकर 8000 रुपए प्रति माह कर दिया गया है। यह निर्णय विशेष रूप से उन पूर्व सैनिकों के लिए राहत लेकर आया है जो सीमित साधनों में जीवन बिता रहे थे। दूसरे महत्वपूर्ण आदेश में पूर्व सैनिकों के बच्चों को मिलने वाला शैक्षणिक भत्ता, जो पहले 1000 रुपए प्रति माह था, अब 2000 रुपए प्रति माह कर दिया गया है। इससे सैनिक परिवारों के बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक सहयोग मिलेगा और उन्हें बेहतर शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। तीसरे आदेश के तहत पूर्व सैनिकों की बेटियों की शादी के लिए दी जाने वाली अनुदान राशि को 50,000 रुपए से बढ़ाकर 1,00,000 रुपए (एक लाख रुपए) कर दिया गया है। यह निर्णय केंद्र सरकार की उस संवेदनशील सोच को दर्शाता है, जो सैनिक परिवारों के सम्मान और सामाजिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। कैप्टन गुरजिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में केंद्र सरकार लगातार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल पूर्व सैनिकों के प्रति सरकार के सम्मान को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकार उनके योगदान को कभी भुला नहीं सकती। पंजाब पूर्व सैनिक विंग के सूबा प्रधान और भाजपा हलका इंचार्ज कैप्टन सिद्धू ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय देशभर के सैनिक परिवारों के लिए दीवाली का सबसे बड़ा तोहफा है। अब सैनिक परिवार अपनी बेटियों की शादियों में और बच्चों की शिक्षा में आर्थिक रूप से और मजबूत महसूस करेंगे। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सूबेदार सौदागर सिंह हमीदी, वारंट अफसर शमशेर सिंह सेखों, वारंट अफसर बलविंदर सिंह ढींडसा, सूबेदार धन्ना सिंह धौला, सूबेदार जगसीर सिंह भैणी, वारंट अफसर अवतार सिंह सिद्धू, वारंट अफसर जगदीप सिंह उग्गोके, हवलदार बलदेव सिंह हमीदी, हवलदार बसंत सिंह उग्गोके, हवलदार रूप सिंह महिता, हवलदार जगतार सिंह, हवलदार जंगीेर सिंह सहित कई पूर्व सैनिक नेताओं ने केंद्र सरकार का धन्यवाद किया और इस निर्णय का स्वागत किया। कैप्टन सिद्धू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा देश के रक्षकों के साथ खड़ी है और भविष्य में भी उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेगी।

रूस का आक्रमण जारी: ताबड़तोड़ मिसाइल हमले, यूक्रेन में भयावह नुकसान

यूक्रेन  यूक्रेन में बीती रात रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य लोग घायल हो गए। कीव के नगर सैन्य प्रशासन के प्रमुख तिमुर तकाचेंको ने बताया कि राजधानी कीव में शनिवार तड़के बैलिस्टिक मिसाइल हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दस अन्य घायल हो गए। यूक्रेन की राज्य आपातकालीन सेवा के अनुसार तीन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपातकालीन सेवा ने ‘टेलीग्राम’ पर लिखा कि एक स्थान पर एक गैर-आवासीय इमारत में आग लग गई, जबकि दूसरे स्थान पर मिसाइलों का मलबा खुले क्षेत्र में गिर गया, जिससे आस-पास की इमारतों की खिड़कियों को नुकसान पहुंचा। मेयर विटाली क्लिट्स्को ने हमले के दौरान टेलीग्राम पर लिखा, "राजधानी में विस्फोट। शहर बैलिस्टिक हमले की चपेट में है।" द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र के कार्यवाहक गवर्नर व्लादिस्लाव हैवानेंको ने बताया कि क्षेत्र में रूसी हमलों में दो लोग मारे गए और सात घायल हो गए। इससे पहले रूस ने दावा किया था कि उसने शुक्रवार रात में 121 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए। मंत्रालय ने कहा, "पिछली रात, ड्यूटी पर तैनात वायु रक्षा प्रणालियों ने 121 यूक्रेनी मनावरहित विमानों को आसमान में रोका और उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।" मंत्रालय के अनुसार, ड्रोन कई क्षेत्रों में मार गिराए गए। जिसमें रोस्तोव में 20, वोल्गोग्राड में 19, ब्रांस्क में 17, कलुगा में 12, स्मोलेंस्क में 11, बेलगोरोड और मॉस्को में नौ-नौ, वोरोनिश और लेनिनग्राद में आठ-आठ, नोवगोरोड, रियाज़ान और तांबोव में दो-दो, और त्वेर और तुला में एक-एक ड्रोन को हवा में मार गिरया। इस बीच, विदेशी देशों के साथ आर्थिक सहयोग के लिए रूसी राष्ट्रपति के विशेष दूत और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के प्रमुख किरिल दिमित्रिव ने कहा कि रूसी और अमेरिकी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच शिखर सम्मेलन होगा, लेकिन अभी नहीं वह बाद में होगा।